जिला जेल में जेल प्रहरी जेलर के नाम पर कैदियों के परिजनो से लिया 2 हजार रिश्वत, मचा हड़कंप


अनूपपुर 

जिला जेल अनूपपुर में प्रधान आरक्षक महिला से 2 हजार रुपये रिश्वत लेने का मामला सामने आया है, जेल में बंद पति मिलने आई पत्नी से जेल प्रहरी ने रिश्वत की डिमांड की. जिसके बाद महिला ने रुपए देते समय वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिला जेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक एमएस ठाकुर कैदियों से मुलाकात करवाने और व्हीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने के नाम पर परिजनों से रुपयों की डिमांड करता है। इस मामले की खुलासा तब हुआ, जब शहडोल जिले के बुढ़ार सरईकापा की रहने वाली एक महिला अपने पति ने मिलने अनूपपुर जिला जेल पहुंची, जो कि एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में बंद है।

महिला की मुताबिक, मुख्य गेट पर तैनात प्रधान आरक्षक ने 2 हजार  रुपये जेलर और 200 रुपये अपने नाम पर मांगे, महिला ने होशियारी दिखाते हुए घूस लेते समय प्रधान आरक्षक का वीडियो बना लिया, वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। लंबे समय से चल रहा वसूली का खेल, प्रधान आरक्षक एमएस ठाकुर लंबे समय से कैदियों के परिजनों से रुपए वसूलने का काम करता आ रहा हैं। कैदियों से मिलने वाले परिजनों से मुलाकात पर कथित तौर पर ‘जेलर साहब के नाम’ पर मोटी रकम वसूली करता आ रहा हैं, ऐसे में जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

इनका कहना है।

कैदियों के परिजनों से रुपए लेने की जानकारी मिली है, जिस पर प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया हैं।

*इंद्रदेव तिवारी जेलर जिला जेल अनूपपुर*

भाभी की हत्या कर जंगल मे गाड़ा शव, पुलिस ने खोद कर निकाला बाहर


उमरिया

जिले के नौरोजाबाद थाना क्षेत्र के सेमारिहा गांव में पारिवारिक विवाद के दौरान देवर ने भाभी को लाठी मार दी जिससे मौत हो गई, बाद उसका शव गांव के बाहर जंगल मे गाड़ने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एसडीओपी पाली एससी बोहित ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती 22 अप्रैल को आरोपी चिंतामणि गोंड़ और उसकी पत्नी का भाभी मीना गोंड से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। कहा-सुनी इतनी बढ़ गई कि देवर ने गुस्से में आकर भाभी के सिर पर लाठी दे मारी। जिससे मौके पर मौत हो गई। वारदात को छिपाने के लिए चिंतामणि ने अपने पिता रामविशाल गोंड के साथ मिल कर शव जंगल मे ले गया। जहां उन्होंने लाश को जमीन में दफन कर लौट आए। इधर मृतिका के अचानक गायब हो जाने और उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने से परिजन परेशान हो गए। काफी खोजबीन के बाद भी जब मीना का कहीं पता नहीं चला तो उन्होंने मायके पक्ष के साथ नौरोजाबाद थाने जाकर घटना की सूचना दर्ज कराई गई। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। शक होने पर जैसे ही देवर पर सख्ती बरती गई, उसने पूरी कहानी बयां कर दी। आरोपी की निशानदेही पर कानूनी कार्यवाही पूर्ण कर पुलिस द्वारा शव को खोद कर निकाला गया है। इस मामले में कार्यवाही की गई।

पुलिस ने शातिर मोटर सायकल चोर को किया गिरफ्तार, चोरी की मोटर सायकल जप्त


अनूपपुर

थाना कोतवाली पुलिस द्वारा शातिर मोटर सायकल चोर विसम्भर उर्फ गुलाब पंवार को गिरफ्तार कर चोरी की गई मोटर सायकल बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई है। मानसिहं पिता ददुनिया सिहं गोड़ उम्र 52 वर्ष निवासी ग्राम बकही थाना चचाई के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी मोटर सायकल हीरो होण्डा स्पेलडर एम.पी. 18 बी ए 3606 को उसकी रिस्तेदार वेदराम निवासी दुधमनिया का अपने घर लेकर गया था, जिसे अपने घर के बाहर खड़ी कर अंदर चला गया कुछ देर बाद बाहर आया तो उसकी मोटर सायकल को कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर ली गई है उक्त रिपोर्ट पर थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्रमांक 131/24 धारा 379 भा.द.वि. पंजीबद्ध किया जाकर पतासाजी की गई।

विसम्भर उर्फ गुलाब सिहं पंवार पिता नत्था सिंह पंवार उम्र 30 वर्ष निवासी खोड़ी थाना जैतपुर जिला शहडोल से चोरी गई मोटर सायकल हीरो होण्डा स्पेलण्डर एम.पी. 18 बी ए 3606 जप्त की जाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर अन्य मोटर सायकल चोरी के मामलो में पूछताछ की जा रही है। विम्भर उर्फ गुलाब पंवार के विरूद्ध पूर्व से थाना रामनगर, थाना भालूमाड़ा एवं थाना कोतवाली में मोटर सायकल चोरी के मामले पंजीबद्ध है।

कट्टा अड़ाकर ट्रक से 400 लीटर डीजल व 3500 नगद लूट लिए


उमरिया

जिले के करकेली का अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है बीती रात्रि एक ट्रक से 400 लीटर डीजल चोरी हो गया, इसके पूर्व भी एक मामला त्रिपुरारी पेट्रोल पंप के पास खड़े दो टैंकर से भी डीजल चोरी होने का मामला आया था, करकेली नगर क्षेत्र में इन दोनों लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इसका मुख्य वजह यह है की करकेली जैसे नगर क्षेत्र में थाना ना होने के कारण आए दिन अपराध हो रहे हैं ऐसे ही मामला बीती रात्रि राधारमण बैरागी आयु 35 वर्ष पिता परमेश्वर दास बैरागी निवासी ग्राम बरही, करकेली का है जो MP 54 ZB 4899 ट्रक चलाक है, बीती रात्रि उत्तर प्रदेश से कोयला खाली कर आया था और शांति फिलिंग पेट्रोल डीजल टंकी करकेली में ट्रक खड़ा कर सो गया, सुबह गाड़ी लेकर घर जाने वाला था, उसे क्या पता था कि रात में डकैत लोग डकैती को अंजाम देंगे, गाड़ी में लगभग 400 लीटर डीजल था, चालक ने बताया मैं गाड़ी में ही सो रहा था रात्रि करीबन 2 से 3 बजे रात को मुझ पर 4 से 5 लोग कट्टा अड़ा कर मेरी गाड़ी से पूरा डीजल निकाल लिए और 3500/- सौ रुपए नगद था वो भी छीन लिए और मेरे से बोले हल्ला किया तो गोली मार देगे।

हवा या आसमान निगल गई करोड़ों की धान, संभाग में 4.88 करोड़ की धान गोदाम से गायब, कौन है जिम्मेदार

*लैंप्स समितियों के प्रबंधकों को भरना पड़ेगा गायब धान की कीमत*


शहडोल

शहडोल संभाग के तीन जिलों शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में 4 करोड़ 88 लाख रुपये की धान गोदाम तक पहुंचते-पहुंचते हवा हो गई है। अब इसका खामियाजा लैंप्स समितियों के प्रबंधकों को भरना पड़ेगा, शहडोल जिले में खरीफ सीजन के तहत 30 हजार 186  किसानों से खरीदी गई 20 लाख मीट्रिक टन धान में से करीब 3 करोड़ 68 लाख रुपये कीमती 16 हजार क्विंटल धान गायब हो गई,  जब इस धान को गोदाम में तौलने की बारी आई, तो मामला चौकाने वाला निकला, धान कम निकली और ये सिर्फ शहडोल की कहानी नहीं है। शहडोल संभाग के उमरिया में 2,542 क्विंटल और अनूपपुर में 2,710 क्विंटल धान कम पाई गई है।तीनों जिलों में कुल नुकसान,करीब 4 करोड़ 88 लाख रुपये है।

जिले में खरीफ सीजन के दौरान 30 हजार 186 किसानों से 30 लैंप्स समितियों के माध्यम से खरीदी गई लगभग 20 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई, जब इसे गोदाम में पहुँचाया गया तो 3 करोड़ 68 लाख रुपये अनुमानित कीमती 16,000 क्विंटल धान कम पाई गई, काफी कम मात्रा में धान दर्ज हुई, जांच में सामने आया कि एनसीसीएफ (नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन) एजेंसी, जिसे शासन ने इस सीजन के उपार्जन का पायलट प्रोजेक्ट सौंपा था, जिसे उक्त कंपनी द्वारा  समय पर धान का परिवहन नहीं किया, नतीजा  धान खुले में पड़ी रही, जिससे वह सूख गई और वजन में कमी आ गई, प्रदेश शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, धान खरीदी के 72 घंटे के भीतर उठाव जरूरी है। लेकिन एनसीसीएफ द्वारा देरी की गई, जिसके कारण करोड़ों की धान खराब हो गई।

शहडोल जिले में अकेले 3 करोड़ 68 लाख रुपये की अनुमानित  16,000 क्विंटल धान गोदाम में काफी कम मात्रा में दर्ज होने पर शहडोल जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने उपायुक्त सहकारिता को पत्राचार कर समिति प्रबंधकों से वसूली की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।धान की कमी का यह मामला केवल शहडोल तक सीमित नहीं है। शहडोल संभाग के शहडोल अनूपपुर और उमरिया जिले में भी ऐसी ही स्थिति सामने आई है।शहडोल संभाग के शहडोल  में 16.000 क्विंटल धान व उमरिया जिले  में 2,542 क्विंटल और अनूपपुर जिले  में 2,710 क्विंटल धान कम पाई गई है।तीनों जिलों में कुल नुकसान,करीब 4 करोड़ 88 लाख रुपये है।

प्रशासन अब संबंधित लैंप्स समितियों के प्रबंधकों से वसूली की तैयारी में है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस लापरवाही के लिए केवल समितियां जिम्मेदार हैं या एनसीसीएफ एजेंसी की देरी पर भी कार्रवाई होगी? किसानों को समय पर भुगतान नहीं मिलने, और सरकारी अनाज की सुरक्षा में चूक का यह मामला अब राज्य शासन के उच्च स्तर तक पहुँच चुका है। यह घटना सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि कृषक हितों की अनदेखी और सरकारी धन के नुकसान का गंभीर मामला है। समय रहते जवाबदेही तय नहीं हुई, तो आने वाले सीजन में कृषि उपार्जन प्रणाली पर सवाल खड़े होंगे।अब सवाल उठता है कि क्या सिर्फ लैंप्स प्रबंधक ही जिम्मेदार हैं या एनसीसीएफ एजेंसी की देरी पर भी होगी कोई कार्रवाई? क्या इस लापरवाही की कीमत सिर्फ कागजों में तय होगी या दोषियों तक पहुंचेगा सिस्टम का डंडा।

बटुकों के सामूहिक उपनयन संस्कार में स्वामी लवलीन महाराज होंगे मुख्य अतिथि

*अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को आशीर्वाद गार्डन में होगा संस्कार आयोजन*


अनूपपुर

आगामी 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया भगवान परशुराम जयंती के पावन अवसर पर अनूपपुर में बटुकों के सामूहिक उप नयन संस्कार का आयोजन वार्ड क्रमांक 13 ,अमरकंटक चौक के पास आशीर्वाद मैरिज गार्डन में किया जाएगा। परमहंस आश्रम अमरकंटक के संत स्वामी श्री लवलीन महाराज इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। ब्राम्हण समाज सेवा समिति अनूपपुर के अध्यक्ष श्री राम प्रकाश द्विवेदी और महामंत्री एडवोकेट श्री अनिल तिवारी ने संयुक्त रुप से जानकारी देते हुए बतलाया कि ब्राह्मण समाज सेवा समिति अनूपपुर के गणमान्य पदाधिकारियो एवं सदस्यों द्वारा समाज कल्याण के लिये आगामी 30 अप्रैल को भगवान परशुराम जन्मोत्सव एवं उपनयन संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके मुख्य अतिथि स्वामी श्री लवलीन महाराज , परम हंस आश्रम शाखा अमरकंटक ,  अध्यक्षता जगत् गुरु महाराज श्री दंडी महाराज जी हनुमान जी धाम खाम्हीडोल द्वारा किया जाएगा । कार्यक्रम आशीर्वाद मैरिज गार्डन अमरकंटक चौक बस्ती रोड अनूपपुर में प्रातः 7:00 बजे से प्रारम्भ कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपनयन संस्कार की 

संपूर्ण तैयारी कर ली गई है । जिसमें जिले भर से शामिल  51 बटुकों का उपनयन संस्कार किया जाएगा।  तत्पश्चात  दोपहर 1:00 बजे सहभोज कार्यक्रम उपरांत सायं 5:00 बजे से भगवान भगवान परशुराम की शोभा यात्रा अमरकंटक चौक से इंदिरा चौक,  शंकर मंदिर होते हुए किया जाएगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रेम कुमार त्रिपाठी ,संरक्षक ब्राह्मण समाज सेवा समिति, रामनरेश त्रिपाठी वरिष्ठ अधिवक्ता , शंभू प्रसाद शर्मा, पूर्व महामंत्री ब्राह्मण समाज सेवा समिति, प्रमोद शर्मा संरक्षक ब्राह्मण समाज सेवा समिति, प्रवीण द्विवेदी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष, सुधा शर्मा संरक्षक ब्राह्मण समाज सेवा समिति के आतिथ्य मे मंचीय कार्यक्रम किया जाना तय हुआ है  ।

अध्यक्ष एवं महामंत्री द्वय ने जिले के सभी ब्राह्मण बन्धुओं माताओं बहनों एवं भाइयों से विनम्र अपील की है। कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थित होकर उपनयन  संस्कार एवं भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाएँ |

वन परिक्षेत्र में आग से जलकर खाक हो रही मैकल की सुंदर वादियाँ, जिम्मेदार मौन

*प्रणाम नर्मदा युवा संघ द्वारा वनों को बचाने के लिए किया जा रहा दिनरात प्रयास*


अनूपपुर

मध्य प्रदेश का हिल स्टेशन कहा जाने वाला, मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक अपने शीतलता और सुरम्य वातावरण के लिए जाना जाता रहा है किंतु वर्तमान में अमरकंटक का तापमान औसत से कई गुना अधिक हो चुका है। अंधाधुंध कंक्रीट निर्माण और जंगलों का आज इसका प्रमुख कारण है। इन दिनों अमरकंटक के जंगल आग से झुलस रहे हैं। इस वर्ष फरवरी माह से ही आग जानी की घटनाएं आने लगी थी, तब से लेकर अब तक लगातार इस तरह की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं।

*आखिर आग लगने के कारण क्या है?*

वनों में आग लगने के विभिन्न कारण होते हैं, यह क्षेत्र और स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। अमरकंटक क्षेत्र में आग लगने के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं, आग लगने का सबसे बड़ा कारण वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत मिलने वाले भूमि पट्टा की लालच में ग्रामीणों द्वारा आग लगा कर खेत बनाया जा सके, यह अधिनियम वनों में पीढ़ियों से निवासरत जनजाति समूहों को व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर वन अधिकार पट्टा देने का प्रावधान है किंतु सरकार और राजनीतिक पार्टियों द्वारा इसे चुनावी एजेंडा बनाकर ग्रामीणों में लालच को बढ़ा दिया है। इसी लालच के परिणाम स्वरूप वन भूमि को कब्जा करने हेतु सफाई करने के उद्देश्य वनों की तराई में आग लगाया जाता है जो पूरे जंगल को जलाकर राख कर दे रहा है, दूसरा कारण मशरूम (पिहरी/ पुटु) से संबंधित है, ग्रामीणों का मानना है कि आग लगने से अत्यधिक पिहरी/ मशरूम का उत्पादन होगा जबकि यह एक मिथक है। आग लगने का एक बड़ा कारण ग्रामीणों द्वारा पशुओं को चराने हेतु रास्ते के लिए लैंटाना को साफ करने के उद्देश्य से आग लगा दिया जाता है। आग लगने के अन्य कारण भी हैं जैसे महुआ बनने के उद्देश्य से, बड़ी सिगरेट पीकर फेक देने से, वन विभाग की कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों द्वारा वन रक्षकों से बदला लेने के उद्देश्य से तथा शिकार करने के लिए पत्तों को साफ करने के उद्देश्य तथा जंगली जानवरों को मारने के उद्देश्य आग लगाई जाती है।

*प्रशासन की भूमिका विचारणीय*

जिला प्रशासन तथा वन विभाग को आगजनी की घटनाओं से निपटने हेतु हाई अलर्ट पर रहना चाहिए था, ऐसी परिस्थितियों में भी वन विभाग अपने पुराने रवैया से कार्य कर रहा है, जिसमें सामान्य दिनों के जैसे ही मानव संसाधन की कमी होने के साथ, ही संसाधनों की कमी आग में काबू पाने के लिए नाकाम साबित हो रही है। प्रशासन द्वारा प्रदत्त ब्लोअर मशीन आए दिन खराब हो रहे हैं, सीमित संख्या के मशीन हजारों हेक्टर के वन भूमि को संरक्षित करने के लिए पर्याप्त नहीं है, दमकल की गाड़ियां वनों तक पहुंचने में सक्षम नहीं है तथा समय पर उपलब्ध न होने के कारण सड़क के किनारे वाले जंगल भी नहीं बचा पा रहे हैं।

*वनों को बचाने में प्रनयुस का सराहनी प्रयास*

प्रणाम नर्मदा युवा संघ संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के विषय पर कर रहा है, संस्था द्वारा वनों को आग से बचाने के लिए गांव-गांव में सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैं, साथ ही आग लगने की स्थिति पर युवाओं की टोली जंगलों में पहुंचकर आग बुझाने का भी कार्य करती है। वन परिक्षेत्र अमरकंटक के बिजोरी बीट में विगत दिन में लगे भयानक आग को काबू पाने के लिए युवा संघ के 35 सदस्यों की दल द्वारा रात 9 बजे से 1 तक आग बुझाने की कड़ी मशक्कत करके आग में काबू पाया गया।

 करोड़ों की शासकीय भूमि का मामला सिर्फ नोटिस तक सिमटा, दबंगो को आलीशान बंगला बनाने की खुली छूट

*शासकीय भूमि पर कब्जा कर रहे दबंगो पर, तहसीलदार साहब मेहरबान*


अनूपपुर

जिले के जनपद जैतहरी अंतर्गत विशिष्ट ग्राम कैलौरी की बेस कीमती शासकीय भूमि पर  दबंगो का कब्जा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश शासन की 17 एकड़ भूमि पर अब ऊर्जा नगरी के बाहुबलियो द्वारा अतिक्रमण कर खुलेआम निर्माण कार्य भी किया जा रहा है, और निर्माण भी ऐसा कि आपकी आंखें  चौधिया जाए, खसरा नंबर 1595 भू अभिलेखो में भले ही शासकीय भूमि के रूप में दर्ज हो, लेकिन यहां लगातार हो रहे भवन निर्माण आलीशान कोठियां खुद इस बात की गवाही दे रहे हैं, कि निश्चित ही दाल में कुछ काला है या फिर यू कहे की तहसीलदार  साहब के संरक्षण में सारा खेल चल रहा है, तो यह कहना भी गलत ना होगा, पूर्व में जिले के पूर्व कलेक्टर नंद कुमारम को सूचना मात्र मिलने से ही इसी शासकीय भूमि पर  निर्माण कार्य बंद हो गया था, वहीं दूसरी ओर तहसीलदार साहब को शिकायत करने के बावजूद भी दो दर्जन से अधिक दबंगो का निर्माण कार्य फल फूल रहा है।                            

*इन्हें थमाई गई नोटिस*             

नोटिस नोटिस के इस खेल में 3 माह पहले तहसील कार्यालय से जारी हुई 248 की नोटिस मे, संजय सिंह बघेल, लाला सारंगिया, जाहिद खान, चेतन नहर, जाहिदा खातून, प्रदीप ताम्रकार, शोएब खान, राजन गुप्ता ,विजय सिंह, गुल मोहम्मद, प्रमोद कोल, विद्यावती कोल सहित अन्य कई दबंगो के नाम भी शुमार हैं।

*सुविधा शुल्क देकर भूमि पर कब्जा*

ग्राम पंचायत कैलौरी की विशिष्ट ग्राम होने की वजह से यहां की भूमि का मूल्यांकन 80 से 90 हजार रुपए डिसमिल लगभग 90 लाख रुपए एकड़ की कीमत होना बताया गया है, लेकिन अतिक्रमण करने वाले दबंगो को  यह कीमत नहीं देनी होती है और ना ही मूल्यांकन के आधार पर भूमि पर लगने वाला रजिस्ट्री शुल्क देना होता है, सिर्फ स्थानीय नेता एवं राजस्व अमले को सुविधा शुल्क देकर बड़े ही आसानी से करोड़ों रुपए की भूमिका का वारा न्यारा हो जाता है

*आखिर किसके इशारे पर हो रहा कब्जा*

बिना किसी दबाव के यदि ईमानदारी से काम करने का मौका राजस्व विभाग के किसी छोटे कर्मचारियों को भी मिल जाए तो मध्य प्रदेश शासन की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने की पहल करने के लिए एक पटवारी ही सक्षम होता है, लेकिन खसरा नं 1595 में हो रहे अतिक्रमण की लगातार शिकायत करने की बावजूद भी राजस्व अमले की कार्रवाई पूरी तरह जीरो दिख रही है, क्षेत्र में जन चर्चा की एक स्थानीय नेता के इशारे पर बेस कीमती शासकीय भूमि हड़पने की योजना को अमली जामा पहनाने में पटवारी से लेकर उच्च आधिकारी तक शामिल है, नेताजी की पेशकश पर संबंधित अधिकारियों को इस करोडो की भूमि का लाखों पहुंचा जा रहा है, तभी तो मामला सिर्फ नोटिस तक सीमित है।

*सीएम हेल्पलाइन की शिकायत भी बेअसर*

इस पूरे मामले को लेकर ऊर्जा नगरी के स्थानीय वरिष्ठ जनों ने अतिक्रमण कर रहे हैं दबंगो के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन षड्यंत्रकारी नेताजी के रसूख एवं अधिकारियों की मनमानी के आगे यह शिकायत भी बौनी साबित हुई तहसीलदार साहब द्वारा इन सभी शिकायतों को को संतुष्टि के आधार पर नहीं बल्कि मनमानी तरीके से बंद करवा दिया।

गुणवत्ता विहीन कार्यो पर शिवसेना ने खोला मोर्चा, घटिया पुलिया निर्माण पर रुकवाया कार्य


अनूपपुर

नगर पालिका कोतमा के कदम टोला वार्ड क्रमांक 11 में चल रहे पुलिया निर्माण कार्य को शिवसेना संभाग प्रमुख पवन पटेल द्वारा गंभीर अनियमितताओं के चलते रुकवा दिया गया। यह कार्य चार माह पूर्व किए गए शिवसेना के चक्का जाम आंदोलन के बाद प्रशासन द्वारा स्वीकृत आठ सूत्रीय मांगों के तहत शुरू किया गया था। ज्ञात हो कि विगत चार माह पूर्व, शिवसेना के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने नाली, पुलिया, सामुदायिक भवन, सीसी रोड जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर भालूमाड़ा-कोतमा मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया था। आंदोलन के दबाव के बाद कोतमा के एसडीएम द्वारा आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया गया था कि सभी मांगों को जल्द ही पूरा किया जाएगा। हाल ही में कदम टोला में पुलिया निर्माण कार्य की शुरुआत हुई, लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत पर यह सामने आया कि कार्य निर्धारित प्राक्कलन के विपरीत एवं बेहद घटिया गुणवत्ता से किया जा रहा है। इस पर नागरिकों ने पुनः पवन पटेल से संपर्क किया, जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर कार्य का निरीक्षण किया और गंभीर अनियमितता पाते हुए तत्काल निर्माण कार्य रुकवाया गया। पवन पटेल ने चेतावनी दी है कि यदि निर्माण कार्य में गुणवत्ता और पारदर्शिता नहीं बरती गई तो शिवसेना एक बार फिर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। स्थानीय नागरिकों ने शिवसेना की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि यदि इस तरह नेतृत्व का साथ मिले, तो क्षेत्र में विकास के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सकती है।

पारदर्शिता व गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल*

नगर पालिका परिषद कोतमा द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से कराए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर जनता के बीच असंतोष बढ़ता जा रहा है। परिषद द्वारा इन कार्यों को “जन उपयोगी” और “गुणवत्ता युक्त” बताया जा रहा है, पर ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। वार्ड क्रमांक 3 रेलवे स्टेशन चौक पर वर्षों से लंबित बहुमंजिला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू तो कर दिया गया है, लेकिन पारदर्शिता और कार्य की गति को लेकर लोगों में गंभीर सवाल उठ रहे हैं। कार्य प्रारंभ हुए कई माह बीत जाने के बाद भी आज तक सिटीजन बोर्ड ना लगाना स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार को प्रदर्शित करता है । वहीं वार्ड क्रमांक 1 में 7 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम निर्माण खराब गुणवत्ता के कारण जेडी कार्यालय शहडोल के कार्यपालन यंत्री की निष्पक्षता एवं कार्य कुशलता के चलते गुणवत्ता हीन कार्य के चलते बिल में भारी कटौती की गई ।

हत्या कर, कार की डिक्की में शव रखकर, जंगल मे पेट्रोल डालकर लगाई आग, 2 आरोपी गिरफ्तार, 1 फरार

*पुलिस ने अंधी हत्या का हुआ खुलासा*


उमरिया

सुबह घुनघुटी-शहडोल के बीच मदारी ढावे के पास जली हुई कार में मिली लाश की शिनाख्ती जयदीप पिता स्व रणवीर सिंह उम्र 38 साल निवासी गोहलपुर के रूप में हुई है।दरअसल युवक की हत्या कर आरोपियों ने गाड़ी में डेड बॉडी रखकर पूरी गाड़ी को ही आग के हवाले कर दिया था,इस बात की जानकारी 19 अप्रैल शनिवार को पुलिस को लगी थी,जिसके बाद से ही पूरे मामले की तहकीकात में पुलिस लगी थी।हफ्ते भर के अंदर पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है।प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने बताया कि इस जघन्य हत्याकांड में तीन आरोपी शामिल थे,जिसमे दो आरोपी दानिश पिता जुम्मन मंसूरी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर एवम अनुराग पिता प्रदीप केशरवानी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है।तीसरा आरोपी साहिल पिता रहीश मंसूरी उम्र 20 वर्ष निवासी अनूपपुर फिलहाल फरार है,जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

*मिली थी अधजली लाश*

इस जघन्य हत्याकांड में शामिल आरोपी है,जो महज 20 साल की छोटी उम्र के है। इस जघन्य हत्याकांड का शिकार हुआ मृतक जयदीप सिंह अपने ससुराल में रहता था, वह 17 अप्रैल को घर से बाहर गया था,शाम तक ससुराल पक्ष उनसे बात भी किये है, पर बाद में उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। बताया जाता है कि इस बीच तीनो आरोपी जो मृतक के दोस्त थे,उसके साथ हो लिए,और शराब आदि की पार्टी हुई।इस बीच किसी बात को लेकर इनके बीच कहा सुनी हुई और तीनों ने मिलकर मृतक जयदीप की जान ले ली।जयदीप की मौत के बाद डेड बॉडी को इन आरोपियों ने डिक्की में डाल दिया और अनूपपुर में ही सुनसान जगह पर मृतक के साले संस्कार सिंह की ब्रेज़ा गाड़ी को छोड़ दिया।पुलिस सूत्रों की माने तो हत्या के 8 घण्टे बाद आरोपियों को खुद के फंसने का डर सताने लगा।

*शव समेत गाड़ी को किया था आग के हवाले*

साक्ष्य मिटाने की गरज से तीनो आरोपी डेड बॉडी को अनूपपुर से घुनघुटी ले आये, मदारी ढावे के पास हाइवे से 100 मीटर दूर पेट्रोल डालकर आग लगा दिए। बताया यह भी जाता है कि गाड़ी और डेड बॉडी को आग के हवाले करने शातिर आरोपियों ने डीज़ल टँकी से पेट्रोल भी लिया था। हत्या में शामिल सभी आरोपी इतने शातिर थे कि अनूपपुर और शहडोल के बीच मौजूद टोल से गाड़ी को क्रॉस नही किया, बल्कि दूसरे मार्ग का सहारा लिया है। कुल मिलाकर इस जघन्य हत्याकांड में शामिल सभी आरोपी हत्या से जुड़े सभी साक्ष्य मिटाने के प्रयास में थे, पर कहते है पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते है,शायद इसी कहावत को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर चरित्रार्थ किया है। इस जघन्य हत्ताकाण्ड को लेकर आईजी शहडोल ने 30 हजार का इनाम घोषित किया था।प्रकरण के खुलासे में एसडीओपी पाली शिव चरण बोहित के नेतृत्व में थाना प्रभारो पाली मदन लाल मरावी एवम उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही है।

बिना ठेकेदार के हो रहा एफएसटीपी निर्माण, नगरपालिका के संसाधनों का ठेकेदार कर रहा है उपयोग

*अध्यक्ष की कार्यप्रणाली संदेहास्पद, नपा की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल*


अनूपपुर

नगर पालिका कोतमा में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का निर्माण इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। हैरानी की बात यह है कि जिस कार्य के लिए बाकायदा ठेका दिया गया है, वहां ठेकेदार की गैरमौजूदगी के बावजूद नगर पालिका खुद अपने लेबर और जेसीबी मशीनों से निर्माण कार्य करा रही है। यह स्थिति न केवल निर्माण कार्य की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि प्रशासनिक नियमों की अनदेखी की भी आशंका जताई जा रही है। निर्माण स्थल पर ना तो संबंधित ठेकेदार मौजूद है और ना ही उसकी ओर से कोई सुपरवाइजरी टीम। इसके बावजूद नगर पालिका द्वारा मजदूरों और मशीनों से कार्य कराया जा रहा है।

*गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह*

अभी एफएसटीपी का कार्य पूरा होते ही दीवारों में क्रैक साफ देखने को मिलने लगा । ऊपर छत पर जो सीट का सैड लगाए गए हैं वह केवल दिखावा के लिए लगाए गए हैं, जबकि इस तरह के कई बार निर्माण किया जा चुका है, किंतु रात में चोरों द्वारा पूरी सेट को खोलकर ले जाया जाता है। 

*प्लांट केवल कागजी खानापूर्ति हेतु*

फिजिकल स्लाज ट्रीटमेंट प्लांट नगर पालिका द्वारा केवल खाना पूर्ति के लिए बनाया जा रहा है, स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम नगर में स्वच्छता का सर्वे करने आने वाली है, उसके पूर्व ही मात्र दिखावा के लिए यह प्लांट बैठाया जा रहा है।  निर्धारित स्थान में प्लांट बैठाने से पास से निकलने वाले नदी को भी नगर के गंदगी का रिसाव होने से नदी के पानी को भी प्रभावित कर सकता है, इस विषय पर नगर पालिका एवं स्वच्छता टीम को ध्यान देना चाहिए। 

*नपा के संसाधन से ठेकेदार को लाभ*

फिजिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट  निर्माण के लिए नगर पालिका द्वारा ठेका दिया गया है, जिसमें लगभग 7 लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा, किंतु परिषद द्वारा स्वयं का संसाधन लगाकर प्लांट  निर्माण करने से नागरिकों ने सबसे बड़ा सवाल खड़ा किया कि नगर पालिका अध्यक्ष अजय शराफ की भूमिका को लेकर उठ रहा है। पूरे मामले पर उनकी चुप्पी संदेह को और गहरा रही है। अजय शराफ, जो पहले पारदर्शिता और जवाबदेही की बात करते थे, अब इस गंभीर विषय पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उनकी निष्क्रियता ने जनप्रतिनिधित्व की जवाबदेही पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। नगरवासियों और कुछ पार्षदों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि कार्य स्वीकृत प्रक्रिया के बाहर कराया जा रहा है तो यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि भ्रष्टाचार की भी आशंका को जन्म देता है।

*इनका कहना है*

आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई मैं इसे दिखवाता हूं । 

*आर एस मंडलोई, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन शहडोल*

7:30 लाख रुपया का टेंडर मिला था, जिसमें हमने 2 महीने पहले ही हैंडओवर कर दिया है, अब नगर पालिका क्या करती है इसकी जानकारी मुझे नहीं हैं, पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट बना था, जिसमें दो बार चोरी हुई और चोरों ने पूरा सेट और सामान चुरा ले गए, अब उसकी रिपोर्ट हुई कि नहीं मुझे जानकारी नहीं ।

*अंजनी सिंह ठेकेदार*

भूसा भरे ट्रैक्टर पलटने से चालक की मौत, दो अन्य गंभीर घायल, अस्पताल में भर्ती


शहडोल 

जिले के सीधी थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर के पलटने से चालक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा तड़के करीब चार बजे हुआ, जब ट्रैक्टर बनसुकली से भूसा खाली कर सीधी लौट रहा था। घटना के बाद स्थानीय राहगीरों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। सीधी थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि  ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर अचानक सड़क पर पलट गया। हादसे में चालक सुनील सिंह गोंड (25) निवासी दादर ट्रैक्टर के नीचे दब गए थे। टीम ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद चालक के शव को इंजन के नीचे से बाहर निकाला। वहीं, दो घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे परिजनों में मातम छा गया। चालक के पिता छपन सिंह ने बताया कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा इस तरह हमें छोड़कर चला जाएगा।  

पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर सीधी के दादर गांव का है। चालक सुनील ही वाहन का मालिक था, जो अपने दो अन्य साथियों के साथ बनसुकली से भूसा अनलोड कर वापस गांव लौट रहा था। इस दौरान सीधी-ब्यौहारी मार्ग पर हादसा हो गया। अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर सड़क के बीचों-बीच पलट गया। इंजन के नीचे दबे रहने से चालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। राहगीरों ने घटना की जानकारी पुलिस और एंबुलेंस को दी, तो 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहीं, पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से चालक के शव को इंजन से बाहर निकालकर पीएम के लिए। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

भालूखोदरा के जंगल में ठहरे तीनों हाथी, 37 दिनों में 100 से ज्यादा मकान , खेत, बाड़ी का कर चुके हैं नुकसान

*प्रशासन की टीम लगातार कर रही है निगरानी*


अनूपपुर

दो अलग-अलग समूह में अनूपपुर जिले में छत्तीसगढ़ की सीमा को पर कर 37 दिन पूर्व आए तीन हाथी अब तक 100 से अधिक मकानो खेत,बांड़ियो में रखें तथा लगे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया हैं, हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक इन प्रवासी हाथियों के द्वारा किसी भी तरह की जनघायल, जनहानि की स्थिति निर्मित नहीं की है,वही वनविभाग का अमला पुलिस,विद्युत विभाग,ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों,गामीणो के साथ हाथियों पर निरंतर निगरानी कर रहा है आज शुक्रवार के दिन यह तीनों हाथी वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के बेनीबारी बीट अंतर्गत भालूखोदरा गांव के बैगानटोला से लगे जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं।

तीन हाथियों से एक हाथी 20 मार्च तथा दो नए प्रवासी हाथी 29 मार्च को छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगे मरवाही इलाके को पार करते हुए अनूपपुर जिले में प्रवेश कर अलग-अलग विचरण करते हुए 5 अप्रैल से तीनों हाथी आपस में मिलकर निरंतर आज 37 वें दिन जिले के जैतहरी,अनूपपुर क्षेत्र में विचरण करते हुए विगत 5 दिनों से राजेंद्रग्राम इलाके के अंचलों में पहुंचकर निरंतर विचरण करते हुए अब तक लगभग 100 से अधिक ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेत एवं बाडियों में लगे तथा रखे विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बना चुके हैं गुरुवार के दिन तीनों हाथी करनपठार वन बीट के क्योटार गांव से लगे जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर शाम एवं रात को जंगल से निकल कर क्योटार,लीलाटोला गांव से पार करते हुए हिरनाछापर,दर्रापानी गांव में शंकर पिता अगरिया बैगा के घर का दरवाजा तोड कर,चरन पिता चैता बैगा के घर में तोड़फोड़ कर मक्का की फसल आहार बनाते हुए शुक्रवार की सुबह चिरईपानी से बेनीबारी वन बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत रौषरखार के भालूखोदरा गांव के बैगानटोला से लगे जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं जो देर रात होने पर किस ओर विचरण करेंगे यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा तीनों हाथियों के निरंतर विचरण करने पर वनविभाग द्वारा ग्रामीणो एवं हाथियों की सुरक्षा के उद्देश्य गस्ती दल बनाकर निरंतर निगरानी करते हुए ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क करते चले आ रहे हैं जिस कारण एक माह से अधिक समय होने के बाद भी हाथियों से अब तक किसी भी तरह की जनघायल एवं जनहानि की स्थिति निर्मित नहीं हो सकी है हला कि ग्रामीणो के नजदीक पहुंचने पर बीच-बीच में तीनों हाथियों द्वारा आपकी सुरक्षा को देखते हुए जोर जोर से चिंघाडते एवं दौडाते रहते हैं हाथियों के निरंतर विचरण से हाथियों के द्वारा किए जा रहे नुकसान पर जिला प्रशासन एवं वनविभाग के निर्देश पर मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा संयुक्त रूप से सर्वे कर नुकसानी का प्रकरण तैयार कर राहत राशि प्रदान किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

लोकायुक्त बड़ी कार्रवाई 10 चजार की रिश्वत लेते ग्राम रोजगार सहायक ट्रैपकर किया गिरफ्तार


 शहडोल 

जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त संगठन ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त संगठन योगेश देशमुख के सख्त निर्देशों के तहत लोकायुक्त संभाग रीवा ने ग्राम रोजगार सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई आज 25 अप्रैल 2025 को आरोपी के निवास स्थान, ग्राम पंचायत छूदा, जनपद पंचायत जयसिंहनगर, जिला शहडोल में की गई।

शिकायतकर्ता राजेश सिंह कंबर (27 वर्ष), निवासी ग्राम छूदा, पोस्ट करकी, थाना तहसील जयसिंहनगर, ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी। शिकायत के अनुसार, उनके पिता की मृत्यु के बाद संबल योजना के तहत स्वीकृत 2 लाख रुपये की राशि को उनकी माता के खाते में स्थानांतरित करने के लिए आरोपी चंद्र प्रकाश गुप्ता ने 30,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसके अलावा, शिकायतकर्ता को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए समग्र आईडी बनवाने के एवज में 3,500 रुपये की अतिरिक्त रिश्वत की मांग की गई थी। लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक योगेश्वर शर्मा ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसमें आरोपी द्वारा 33,500 रुपये की रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। इसके बाद, श्री शर्मा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने आज कार्रवाई करते हुए आरोपी को प्रथम किश्त के 10,000 रुपये रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया। इस ट्रैप कार्रवाई का नेतृत्व निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया ने किया, जिसमें उनकी टीम के साथ निरीक्षक एस.आर. मरावी भी शामिल थे। कार्रवाई के दौरान आरोपी को उसके निवास पर रंगे हाथों पकड़ा गया। 

सूदखोरी, कर्ज के जाल में फंसाकर लाखों ब्याज वसूलने वाले सूदखोरी का आरोपी गिरफ्तार

*डरा धमका कर वसूलता था रुपया, चेक एग्रीमेंट सहित 6 बाइक व 1 कार जप्त*


अनूपपुर

शिकायतकर्ता शिवदास राठौर पिता तुलसीदास राठौर उम्र करीब 28 साल निवासी वार्ड न. 01 सामतपुर जिला अनूपपुर के द्वारा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से मिलकर शिकायत की गई कि आर्थिक तंगी के चलते हुए मजबूरी वश चेतना नगर, अनूपपुर में आरसीएम दुकान के संचालक सुरेश सिहं पंवार से अक्टूबर 2022 में पचास हजार रूपये का कर्ज लिया जो उसके बदले सुरेश सिंह पंवार ने बैंक एकाउण्ट के कोरे चेकों पर हस्ताक्षर कराकर ले लिये थे जो अब तक 95000 रूपये देने के बाद भी सुरेश सिहं पंवार द्वारा मूलधन 50000 रूपये बकाया होना कहकर डराया धमकाया जाता है और साथ में बैंक चेक को न्यायालय में लगाकर कोर्ट से नोटिस भी करा दिया है।

शिवदास राठौर निवासी सामतपुर की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 198/25 धारा 420 भादवि. 3,4 म.प्र. ऋणियो का संरक्षण अधिनियम दर्ज किया जाकर सूदखोर सुरेश सिहं पंवार पिता जयकरण सिहं पंवार उम्र 52 साल निवासी वार्ड न. 14 चेतना नगर अनूपपुर की आर.सी.एम. दुकान एवं बंगले पर रेड कार्यवाही की गई। पुलिस द्वारा रेड कार्यवाही में 37 पीड़ित कर्जदारों के आरोपी द्वारा अपने पास जमा कराये गये विभिन्न बैंको के कोरे चेक तथा कर्ज लिये जाने के संबंध में कर्जदारों से लिखवाये गये कई शपथ पत्र जप्त किये गये है, साथ ही आरोपी के घर से कर्जदारो की खड़ी कराई गई 07 वाहन 1. मोटर सायकल हीरो होण्डा स्पेलण्डर एम.पी. 65 एम डी 6404, 2. मोटर सायकल बजाज डिस्कवर एम.पी. 18 एम. डी 8284, 3. मोटर सायकल बजाज प्लेटिना एम.पी. 54 एम 3027, 4. मोटर सायकल हीरो साईन एम.पी. 65 एम ई 8382, 5. मोटर सायकल होण्डा सी जी 31 डी 3401, 6. मोपेड होंडा एमपी 65 S 7299 7. मारूती सुजुकी जेन कार एम.पी. 18 सी 1965 को जप्त किया गया है। आरोपी के कब्जे से सूदखोरी का हिसाब किताब रखने में प्रयुक्त स्कूली कापियां भी जप्त की गई है जिसकी जांच कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है कि अब तक आरोपी सूदखोर सुरेश सिहं पंवार द्वारा कितने जरूरतमंदो को कर्ज के जाल में फंसाकर ब्याज वसूला जाकर शिकार बनाया गया है। कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी सुरेश सिहं पंवार का माननीय न्यायालय से पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर पुलिस अभिरक्षा में पूछताछ जारी है।

 *सूदखोर के विरुद्ध दूसरा अपराध भी दर्ज* 

पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के दौरान श्यामसुन्दर मिश्रा पिता शिवप्रसाद मिश्रा उम्र 48 वर्ष निवासी वार्ड न. 09 बाबा कालोनी अनूपपुर द्वारा थाना कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कोरोना महामारी के समय आर्थिक तंगी के चलते वर्ष 2021 में आरसीएम दुकान के संचालक सुरेश सिहं पंवार से 500000 रूपये का कर्जा लेकर अपने बैंक के कोरे चेक रख दिये थे जो अब तक 750000 रूपये व्याज करने के बाद भी सुरेश सिहं पंवार द्वारा मूलधन 500000 रूपये बकाया होना बताकर परेशान किया जा रहा है जो उक्त रिपोर्ट पर थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्र. 201/25 धारा 318(4) बी.एन.एस. एवं 3.4 म.प्र. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 में अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। आरोपी द्वारा कोराना महामारी के समय कई लोगो का व्यापार एवं काम ठप हो जाने पर उनकी मजबूरी एवं परेशानियां का लाभ उठाकर ऊंची ब्याज दर पर लोगों को कर्जा दिया जिसके बदले में उनकी मोटर सायकल, कार एवं सोना  - चांदी के जेवर गिरवी रखवाया जाकर ब्याज वसूला जाने लगा, जो अब तक जप्त रिकार्ड के अनुसार करीब 57,48,000 की राशि ब्याज में आरोपी सूदखोर के द्वारा की जा चुकी है। 

शराब के नशे में वाहन चलाने वाले 3 ट्रक चालकों पर कार्यवाही


अनूपपुर

सड़क दुर्घटना घटित का मुख्य कारण शराब के नशे में वाहन चलाना है। जिस पर नियंत्रण हेतु पुलिस अधीक्षक अनूपपुर रहमान विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसमें प्रतिदिन ड्रिंक एंड ड्राइव करने वालों की ब्रेथ एनालाइजर से चेकिंग की जा रही है। पिछले तीन माह में 102 वाहन चालकों को शराब के नशे में वाहन चलाते पकड़ा गया इनमें अधिकांश हैवी व्हीकल चलने वाले वाहन चालक है इन पर कार्रवाई करते हुए प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किए गए ।न्यायालय द्वारा 10 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया। इसी क्रम में कार्यवाही करते हुए थाना यातायात के द्वारा तीन ट्रक चालकों को चेकिंग दौरान नशे की स्थिति में वाहन चलाते पाया।गया जिनके  विरुद्ध कार्यवाही करते हुए वाहन जप्त कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किए जो न्यायलय द्वारा 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। शराब के नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों को रोकना एक्सीडेंट पर विराम लगाने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। इस दिशा में हमारे प्रयास लगातार जारी रहेंगे।

 तेज रफ्तार वाहन ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, तीन गंभीर घायल

*मेडिकल कॉलेज में भर्ती, पुलिस जांच में जुटी*


शहडोल

जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा मामला शहडोल जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के गोरतरा तालाब टोला के पास सामने आया है, जहां एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने सड़क किनारे साइकिल से जा रहे बैगा जनजातीय परिवार को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में एक पुरुष और दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुमन बैगा (35 वर्ष) अपनी बेटी राधिका बैगा (6 वर्ष) और बेटे मुरली बैगा (2 वर्ष) के साथ साइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी गोरतरा तालाब टोला के समीप एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही थाना गश्त पार्टी और एफआरबी-2 (फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल) मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को गहन निगरानी में रखा गया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार, सुमन और राधिका को सिर व हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि मासूम मुरली की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।सोहागपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। मौके पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी वाहन की पहचान की जा सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वाहन और उसके चालक का पता लगा लिया जाएगा।

तीन से चार बदमाशों ने आधी रात तीन किराना दुकानों में चोरो ने की सेंधमारी

*आरोपी सीसीटीवी में कैद, कोतवाली से 200 मीटर दूर हुई घटना*


शहडोल

जिले में चोरी और दुर्घटनाओं की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, लगातार कई स्थानों पर चोरियां एक के बाद एक हो रही है, बीते वर्षों की तुलना की जाए तो बीते 6 माह के दौरान चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ, वही पहले की तुलना में बदमाशों तक पुलिस कम ही पहुंच पा रही है। बीते पखवाड़े दो बड़े पुलिस अधिकारियों के घर पर चोरी होने के बाद यह चर्चा रही कि अब जब पुलिस ही असुरक्षित है तो आमजन कहां सुरक्षित होंगे। बीती रात संभाग के सबसे बड़े सब्जी मंडी और व्यस्ततम व्यावसायिक क्षेत्र शहडोल स्थित तीन किराना दुकानों में सेंधमारी की गई, तीन से चार बदमाशों ने आधी रात दुकान के पीछे से प्रवेश किया और घटना को अंजाम दिया, आज सुबह जब किराना कारोबारी अपनी दुकान खोलने पहुंचे तो उन्हें इस बात की जानकारी लगी।

सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची है, बताया गया कि अनिल किराना,लाल साईं कलेक्शन नाम की कपड़ा दुकान और आदर्श किराना नाम के तीन दुकानों को बदमाशों ने अपना निशाना बनाया, दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद भी हो गए, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जप्त कर लिए हैं और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट आदि को बुलाया गया है, जिससे बदमाशों की शिनाख्त करने में आसानी हो सकती है। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि बदमाश दुकान से निकलते समय हाथ में चोरी का समान और कोल ड्रिंक की बोतल से ठंडा पीने का लुफ्त उठाते हुए नजर आ रहे है। वही संभवत चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश छत पर बैठे और वहां पर कोल्ड ड्रिंक पार्टी का इंजॉय भी किया,दुकानों की छत पर भी कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतलें पड़ी हुई मिली। हालांकि पूरे क्षेत्र को पुलिस ने अपने अभिरक्षा में ले लिया है जिससे सबूत के साथ छेड़छाड़ ना हो सके।

मुख्यालय में लगातार चोरी की घटनाएं एक के बाद एक हो रही है और कोतवाली के साथ ही सोहागपुर पुलिस के हाथ अभी बदमाशों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं किराना दुकानों में हुई चोरी में यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद हो गए हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्दी उनकी शिनाख्त हो जाएगी और पुलिस सुनने गिरफ्तार कर लेगी मुख्यालय में हो रही चोरियां पुलिस विभाग के लिए एक चुनौती बन चुकी हैं पुलिस अपने ही साथी अधिकारियों के यहां चोरी का खुलासा अभी तक नहीं कर पाई है अब देखना आया है कि संभाग के सबसे व्यस्ततम सब्जी मंडी और के मामले में पुलिस कब तक आरोपियां तक पहुंचती।

कार व मोटरसाइकिल की टक्कर, एक की मौत, तीन गंभीर घायल, गुस्साए लोगों ने लगाया जाम

*अस्पताल में लगा था ताला,  इलाज के अभाव में हुई मौत*



उमरिया

जिले के इंदवार थाना क्षेत्र मे रफ्तार के कहर ने एक और हसंते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। इस हादसे की वजह से घर का जवान बेटा काल कवलित हो गया जबकि उसकी बहन, मां व चचेरी बहन जीवन और मौत से संघर्ष कर रही हैं। घटना के संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक सुबह करीब साढ़े नौ बजे शिवम पिता रामभगत प्रजापति 18, अपनी बहन सरोज 17, मां मीराबाई 40 तथा चचेरी बहन तिजिया पिता गुलाब प्रजापति 15 सभी निवासी ग्राम अमरपुर के सांथ बाईक पर खेत से घर की ओर लौट रहे थे। इंदवार तिराहे के पास सामने से आ रही कार ने उन्हे जोरदार टक्कर मार दी। यह ठोकर इतनी जोरदार थी कि मोटर साईकिल सहित चारों लोग उछल कर कई मीटर दूर जा गिरे।

*खून से लथपथ घायल*

दुर्घटना के बाद सडक़ पर दिल दहलाने वाला मंजर था। तेज गर्मी मे चारों घायल जमीन पर बदहवास पड़े थे और उनके शरीर से जगह-जगह खून रिस रहा था। इस बीच कुछ लोगों ने हिम्मत कर रास्ते से बाईक हटाई और बेसुध लोगों को आटो पर अमरपुर स्वास्थ्य केन्द्र ले गये। इसी दौरान शिवम प्रजापति की मृत्यु हो गई। जिसके बाद बची हुई महिलाओं को आनन-फानन मे कटनी जिले के बरही अस्पताल मे भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस मामले मे पकड़े गये आरोपी कार चालक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। पोस्टमार्टम के उपरांत मृतक का शव परिजनो को सौंप दिया गया है। 

*स्वास्थ्य केन्द्र पर लटका था ताला*

इस भीषण दुर्घटना के दौरान घायलों व उनके परिजनो को साल मे करोड़ों रूपये लीलने वाले स्वास्थ्य विभाग की चरमराई हालत से रूबरू होना पड़ा। बताया गया है कि बुरी तरह घायल परिजनो को किसी कदर जब अमरपुर स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया तो वहां ताला लटका मिला। घायलों की लगातार खराब होती हालत और इमरजेंसी मे कोई इलाज उपलब्ध नहीं होने पर पहले तो स्वास्थ्य केन्द्र मे जम कर हंगामा मचा। जब उपचार के आभाव मे शिवम की मौत हो गई तो ग्रामीणो ने भदार नदी के पुल पर जाम लगा दिया। इसकी जानकारी मिलते ही एसडीएम टीआर नाग, एसडीओपी डॉ. नागेन्द्र सिंह सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उनके काफी देर तक समझाने के बाद लोग जाम हटाने पर राजी हुए।

लमसरई से तुलरा के जंगल पहुंचे तीन हाथी,रात भर में कई ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ 

*खेतों में लगी फसलों को बनाया आहार, हाथियों के डर से रात-रात जाग कर रात बिता रहे ग्रामीण*


अनूपपुर

तीन हाथियों का समूह विगत तीन दिनों से वन परिक्षेत्र, थाना एवं तहसील राजेंद्रग्राम के इलाके में पहुंचकर दिन में जंगलों में ठहरते हुए रात होने पर ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर घरों एवं खेतों में लगी एवं रखी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, हाथियों के डर से ग्रामीण रात भर जाग रहे हैं, वही हाथियों के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु वनविभाग, पुलिस विभाग एवं ग्राम पंचायतो के पदाधिकारी निरंतर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत करते हुए सुरक्षा कर रहे हैं।

तीन हाथों का समूह अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर के इलाकों में विचरण करने बाद तीन दिनों से राजेंद्रग्राम इलाके में पहुंचकर दिनों में जंगलों में विश्राम करने के बाद देर रात जंगलों से निकलकर ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेत एवं बांडियों में लगे, रखे विभिन्न प्रकार के खाने की सामग्री को अपना आहार बना रहे हैं, मध्य रात्रि तीनों हाथी अनूपपुर के बड़हर इलाके से पहाड़ चढ़ते हुए राजेंद्रग्राम के दुधमनिया गांव अंतर्गत महुआटोला में पहुंचकर तीन ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ करते हुए सुबह लेढरा बीट अंतर्गत पिपरहा के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद लमसरई बीट के जंगल में पहुंचकर जंगल से निकल कर घाटा/बैरागी से होकर जोहिला नदी पार कर खुसुरगोड़,तरंग कातुरदोना गांव में 5-6 ग्रामीणो के घरों में तोड़फोड़ कर कई स्थानों पर खेत एवं बांडियों में लगे,रखे विभिन्न तरह की फसलो को अपना आहार बनाते हुए वन परिक्षेत्र राजेन्दगाम के तुलरा बीट अंतर्गत श्यामदुआरी के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, हाथियों के निरंतर विचरण पर वनविभाग का गश्ती दल,पुलिस एवं ग्राम पंचायतो के पदाधिकारियों एवं ग्रामीणों के साथ निरंतर निगरानी रखते हुए हाथियों एवं ग्रामीण की सुरक्षा कर रहे है, वही अचानक हाथियों के ग्रामीण अंचलों में पहुंचने के कारण कई गांव के ग्रामीण रात-रात भर जाग कर रात बिताने को मजबूर हैं, वनविभाग के द्वारा हाथियों के संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने हेतु मुनादी एवं अन्य माध्यमों से सूचनाओं दी जा रही है। 

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget