मजदूरी घोटाले में न्यूनतम कैश भुगतान, फर्जी बिल बाउचर, 150 स्क्वायर फीट में ठेका, 6 सदस्यीय जांच समिति गठित

*शिकायत के बाद जागा वन मंडल शहडोल* 


शहडोल

दक्षिण वन मंडल शहडोल में लंबे समय से दबे पड़े मजदूरी घोटाले की परतें अब एक-एक कर खुलने लगी हैं। मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के विरुद्ध न्यूनतम कैश भुगतान, फर्जी बिल बाउचर, और नियमों को ताक पर रखकर 150 स्क्वायर फीट के हिसाब से ठेका दिए जाने के गंभीर आरोपों के बाद विभाग हरकत में आया है।

शिकायत के सामने आने के बाद वन विभाग ने स्वीकार किया कि मामले की विभागीय जांच आवश्यक है। इसी क्रम में आई एफ एस मीणा जी की अध्यक्षता में छः अधिकारियों की समिति गठित की गई है, जो पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे।

वन विभाग के नियमों के अनुसार मजदूरी कार्य बिल वाउचर आधारित होता है, लेकिन शिकायत में खुलासा हुआ है कि कार्य को एरिया रेट 150 स्क्वायर फीट में बांटकर ठेकेदार को दे दिया गया। वह भी बिना टेंडर, बिना वर्क ऑर्डर और बिना प्रशासनिक स्वीकृति के।

विशेषज्ञों के अनुसार यह मामला केवल विभागीय लापरवाही नहीं, बल्कि संगठित वित्तीय अनियमितता और आपराधिक विश्वासघात की श्रेणी में आता है। अब दस्तावेज़ों की परीक्षा से तय होगा सच शिकायतकर्ता ने जांच समिति से लिखित रूप में मांग की है कि मजदूरी बिल वाउचर, भुगतान रजिस्टर, बैंक/PFMS विवरण, MB बुक, ठेकेदार से निर्माण कार्य स्वीकृति आदेश, निरीक्षण रिपोर्ट यदि ये दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं होते, तो घोटाले की पुष्टि स्वतः मानी जाएगी।*

शिकायतकर्ता ने स्पष्ट किया है कि यदि जांच में विभागीय अधिकारियों की भूमिका उजागर होती है और कार्रवाई केवल दिखावटी रहती है, तो ट्रेनिंग में आए नए आई एफ एस अधिकारियों को आवेदन देकर पुनः जनहित याचिका (पीआई एल) दायर की जाएगी। साथ ही ईओडब्लू लोकायुक्त और एसीबी जांच की भी मांग की जाएगी।

न्यूनतम मजदूरी भुगतान कैश में किसके आदेश से हुआ? निर्माण ठेका किसकी मौखिक/लिखित अनुमति से दिया गया? बिल बाउचर और भुगतान का सत्यापन किसने किया? क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी?अब नजरें छः सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं।यह रिपोर्ट तय करेगी कि यह मामला केवल कागजी गड़बड़ी है—या फिर दक्षिण वन मंडल शहडोल का अब तक का सबसे बड़ा मजदूरी घोटाला।

*इनका कहना है*

डीएफओ शहडोल श्रद्धा पेंद्रो द्वारा दिया गया कथन कि डिवीजन स्तर पर मजदूरों को उनके निर्धारित नॉर्म्स के आधार पर ही भुगतान किया जाता है।उक्त जानकारी के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएँ, क्योंकि आपकी शिकायत पर आई एफ एस मीणा जी की अध्यक्षता में छः अधिकारियों की समिति जांच हेतु गठित की गई है। जांच उपरांत तथ्यों एवं प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। अंतिम निर्णय जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।

*श्रद्धा पेंद्रो डीएफओ शहडोल*

निजी अस्पताल में वार्ड बॉय के उपचार से मरीज की हुई मौत, परिजनों का हंगामा, थाने में हुई शिकायत


शहडोल

स्वास्थ्य मंत्री के प्रभार का जिला शहडोल होने के बावजूद यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पाली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार में भारी लापरवाही का मामला सामने आया। यहां डॉक्टर की अनुपस्थिति में कथित तौर पर वार्ड बॉय और स्टाफ द्वारा इलाज किए जाने के बाद एक मरीज की मौत हो गई। इस घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

शिकायतकर्ता दिनेश कुमार जैन ने पुलिस को बताया कि उनके परिजन कमलेश जैन, निवासी गुरुनानक चौक, को 16 दिसंबर की रात करीब 11.30 बजे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज को इमरजेंसी कक्ष में ले जाया गया, जहां मौजूद एक युवक ने स्वयं को चिकित्सक बताकर उपचार शुरू कर दिया। वहीं, अस्पताल की एक महिला स्टाफ द्वारा दवाइयां लिखी गईं। आरोप है कि उस समय अस्पताल में कोई योग्य डॉक्टर मौजूद नहीं था।

परिजनों का कहना है कि इलाज के दौरान मरीज की हालत बिगड़ने लगी और उसे घबराहट होने पर भी समय पर सीपीआर नहीं दिया गया। उचित और तत्काल चिकित्सा सहायता के अभाव में कुछ ही देर बाद कमलेश जैन की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज का इलाज वार्ड बॉय द्वारा किया गया, जो सीधे तौर पर लापरवाही और नियमों का उल्लंघन है।

घटना के बाद अस्पताल परिसर में हंगामे की स्थिति बन गई। परिजन तत्काल कोतवाली पहुंचे और पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। उपनिरीक्षक उपेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत स्वीकार कर ली गई है और जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एफआईआर न होने पर आदिवासी छात्र संगठन का प्रदर्शन, प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

*जनजातीय विश्वविद्यालय का मामला गरमाया*


अनूपपुर

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में छात्रा से कथित दुर्व्यवहार का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपी प्रोफेसर डॉ. नयन साहू पर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं होने से नाराज आदिवासी छात्र संगठन ने एसडीओपी कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने आरोपी प्रोफेसर का पुतला दहन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।

प्रदर्शन के दौरान आदिवासी छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित मरावी ने साफ शब्दों में कहा कि यदि जल्द से जल्द FIR दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई, तो यह आंदोलन केवल अनूपपुर तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि आदिवासी छात्र संगठन पूरे प्रदेश के जिलों में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन करेगा। मरावी ने कहा कि छात्रा को न्याय दिलाना संगठन की प्राथमिकता है और किसी भी कीमत पर आरोपी को बचने नहीं दिया जाएगा।

छात्रों का कहना है कि शिकायत, बयान और विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन के बावजूद एफआईआर दर्ज न होना बेहद गंभीर मामला है। प्रदर्शन के दौरान “पुलिस प्रशासन होश में आओ”, “आरोपी को बर्खास्त करो” और “छात्रा को न्याय दो” जैसे नारे लगाए गए।

आदिवासी छात्र संगठन ने एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नाम राजेंद्रग्राम थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर होम साइंस विभाग की पांचवें सेमेस्टर की छात्रा के साथ उत्तर-पुस्तिका अवलोकन के दौरान हुए अनुचित व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई थी। संगठन ने इसे छात्र-शिक्षक मर्यादा और शैक्षणिक नैतिकता का उल्लंघन बताया है।

ज्ञापन में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने, बर्खास्तगी, निष्पक्ष जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की मांग की गई है। फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

*इनका कहना है।

 हमारे वरिष्ठ अधिकारी विश्वविधालय में ही है इस मामले की जांच की जा रही है सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है।

*पी. सी.कोल थाना प्रभारी राजेंद्रग्राम*

निलंबित प्रबंधक की धान खरीदी केंद्र में दबंगई, किसानों की फसल पर फिर मंडराया भ्रष्टाचार का साया


अनूपपुर

एक ओर मध्य प्रदेश शासन एवं भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्ट तंत्र इन प्रयासों पर पानी फेरता नजर आ रहा है। कोतमा तहसील अंतर्गत कृषि उपज मंडी कोतमा स्थित धान खरीदी केंद्र इन दिनों गंभीर आरोपों के घेरे में है। आरोप है कि देवगवा सहकारी समिति का निलंबित प्रबंधक सुरेंद्र पांडे, जो पूर्व कार्यकाल में धान खरीदी का प्रभारी रह चुका है, आज भी खुलेआम खरीदी केंद्र में दखल दे रहा है।

*आपराधिक इतिहास, फिर भी केंद्र में दमदार*

सूत्रों के अनुसार उक्त प्रबंधक के काले कारनामे पहले ही उजागर हो चुके हैं। पूर्व में विभाग द्वारा उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया था। लंबे समय तक फरार रहने के बाद किसी तरह जमानत प्राप्त करने में सफल हुआ, लेकिन जमानत के बाद सुधरने के बजाय उसका हौसला और बढ़ गया व्यापारियों से सांठगांठ, किसानों के साथ छल आरोप है कि यह प्रबंधक धान खरीदी केंद्र प्रभारियों पर दबाव बनाकर। व्यापारियों से सांठगांठ कर नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से धान की खरीदी करवा रहा है।इस पूरे खेल में असल नुकसान किसानों को हो रहा है, जिनकी मेहनत की फसल औने-पौने दाम और फर्जी प्रक्रियाओं में फंसती जा रही है। नियमों की खुलेआम अवहेलना शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसे विवादित एवं भ्रष्टाचार के आरोपित अधिकारियों को खरीदी केंद्र से दूर रखा जाए और वे अपने मुख्यालय में ही कार्य करें। इसके बावजूद यह प्रबंधक खरीदी केंद्र में डेरा जमाए बैठा है, जो प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है। इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र के किसानों एवं किसान संगठनों में भारी आक्रोश है। किसानों की मांग है उक्त प्रबंधक को तत्काल खरीदी केंद्र से हटाया जाए।पूरे धान खरीदी की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए क्या किसानों की मेहनत की फसल पर इसी तरह भ्रष्टाचार हावी रहेगा क्या जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे रहेंगे?अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर और सनसनीखेज मामले पर कब तक कार्रवाई करता है या फिर किसान एक बार फिर सिस्टम के शिकार बनते रहेंगे।

दो मामले, कार घुसी दुकान में, युवती व एएसआई घायल, कार पलटी तीन की मौत दो गंभीर


शहडोल

सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मेडिकल कॉलेज चौराहे पर एक बार फिर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। सड़क हादसे में स्कूटी सवार युवती और मेडिकल कॉलेज चौकी में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब रायपुर से रीवा की ओर तेज रफ्तार में जा रही एक कार मेडिकल कॉलेज चौराहे के पास पहुंची।

पुलिस के अनुसार, स्कूटी सवार युवती मेडिकल कॉलेज की ओर से बस स्टैंड की तरफ जा रही थी। इसी दौरान अचानक स्कूटी कार के सामने आ गई। युवती को बचाने के प्रयास में कार चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया। अनियंत्रित कार सड़क किनारे लगी एक चाय की गुमटी में जा घुसी। इस गुमटी पर उस समय मेडिकल कॉलेज चौकी में तैनात एएसआई भैरव सिंह चाय पीने बैठे हुए थे, जिन्हें इस हादसे में मामूली चोटें आई हैं। हादसा इतना खतरनाक था कि कार के शीशे में गोमती में लगी बड़ी लकड़ी आर पार हो गई।

घटना में स्कूटी सवार युवती भी घायल हुई है, वहीं कार चालक को भी हल्की चोटें पहुंची हैं। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही सोहागपुर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया।

*कार पलटी तीन की मौत दो की हालत गंभीर*

जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर खैरा मोड ताला मार्ग पर  एम् पी 17 सी ए 5098 सिटी होंडा कर की दुर्घटना होने से कर में सवार पांच लोग घायल हुए थे, जिनमें तीन को जिला अस्पताल में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया,  इसके अलावा दो अन्य घायल गंभीर होने की वजह से जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया है। घटना के संबंध में अस्पताल चौकी प्रभारी की ने दी एक जानकारी के अनुसार रात को 1:00 बजे के लगभग पांच लोग उमरिया से कार में सवार होकर ताला जा रहे थे, जहां खैरा मोड़ के नजदीक ही चट्टान से टकराकर पुलिया के ऊपर से होती हुई कर आनियंत्रित गति से चार पांच पलटी खाते हुए सीधी होकर सड़क मार्ग से 100 मीटर दूर जाकर खाई में गिर गई, जिसमे तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में रेहान अंसारी पिता वकील अंसारी उम्र 17 इमरान अंसारी पिता इम्तियाज मोहम्मद उम्र 18 साल सलमान पिता रहमान उम्र 23 साल की दुर्घटना में मौत हो गई, दो अन्य घायल जिन्हें जिला अस्पताल से रेफर किया गया जिसमे शाहिद अंसारी पिता अब्दुल रब्बानी उम्र 26 साल आजाद पिता अब्दुल शरीफ उम्र 19 साल जबलपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

21 हजार का गांजा जप्त, दो आरोपी गिरफ्तार, 1.5 क्विंटल अवैध कोयला पीकप सहित जप्त


अनूपपुर

थाना कोतमा की पुलिस टीम ने अवैध मादक पदार्थ गांजा 2.70 किलो ग्राम कीमती 21000/- रूपये एवं 02 नग मोबाईल जप्त कर ,दो आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेजा है। मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पचखुरा पानी की टंकी के पास एक व्यक्ति खड़ा होकर मोबाईल पर किसी व्यक्ति से अवैध गांजा खोड़री नं0 01 तरफ से लाने की बात कर रहा है । मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम कार्यवाही करते हुए रेड़ कार्यवाही हेतु रवाना किया गया तो एक व्यक्ति ग्राम खोड़री तरफ से ग्राम पचखुरा तरफ हाथ मे बोरी में कुछ लिये आते दिखा जो ग्राम पचखुरा पानी की टंकी के पास रोड पर पहुंचकर रोड पर खडे  व्यक्ति को बोरी दे रहा था जिन्हे कोतमा पुलिस द्वारा घेराबंदी कर पकड़ गया जिनसे नाम पता पूछने पर अपना नाम राकेश कुमार तिवारी पिता राजेन्द्र प्रसाद तिवारी  उम्र 36 साल निवासी ग्राम खोड़री एवं दुसरे व्यक्ति द्वारा अपना नाम हेमराज जयसवाल उर्फ मोटू पिता रामउजागर जयसवाल उम्र 35 साल निवासी जर्रा टोला थाना कोतमा का होना बताया, जिनकी तलाशी ली गई जिनके पास रखे बोरी की तलाशी पर बोरी के अंदर खाकी रंग के टेप से चिपके हुए दो पैकेट मिले दोनो पैकेटो को खोलकर देखा गया, जिसके अंदर कली दार मादक पदार्थ गांजा पाया जाने पर आरोपी राकेश कुमार तिवारी पिता राजेन्द्र प्रसाद तिवारी  उम्र 36 साल निवासी ग्राम खोड़री एवं दुसरे व्यक्ति द्वारा अपना नाम हेमराज जयसवाल उर्फ मोटू पिता रामउजागर जयसवाल उम्र 35 साल निवासी जर्रा टोला थाना कोतमा के विरूध्द धारा 08/20 बी एनडीपीएस एक्ट का अपराध पंजीबध्द कर उनके कब्जे अवैध मादक पदार्थ गांजा 02.70 किलो ग्राम कीमती 21000/- रूपये एवं 02 नग मोबाईल जप्त किया गया एवं गिरफ्तार आरोपी राकेश कुमार तिवारी पिता राजेन्द्र प्रसाद तिवारी  उम्र 36 साल निवासी ग्राम खोड़री एवं दुसरे व्यक्ति द्वारा अपना नाम हेमराज जयसवाल उर्फ मोटू पिता रामउजागर जयसवाल  उम्र 35 साल निवासी जर्रा टोला को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजा गया।

*1.5 क्विंटल अवैध कोयला पीकप सहित जप्त*

अनूपपुर जिले के बिजुरी पुलिस ने अवैध कोयला परिवहन करते पिकअप वाहन को जप्त कर कार्यवाही की गयी। मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक पिकअप वाहन क्र एमपी 65 जीए 1060 मे चोरी का कोयला लेकर बिजुरी तरफ से मौहरी की तरफ जाने वाला है, मुखबिर की सूचना पर थाने के स्टाप की मदद से संदेही पिकअप वाहन को रोककर वाहन की तलाशी ली गयी जिसम 90 बोरियो मे कुल 1580 किलोग्राम अवैध कोयला बरामद हुआ, जिस पर पिकअप वाहन चालक  वीरेन्द्र पाण्डेय पिता जगदीश पाण्डेय उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम मौहरी से कोयले एवं परिवहन के संबंध मे दस्तावेज चाहे गये जिसके कोई वैध दस्तावेज नही मिला, जिस पर पिकअप वाहन को विधिवत जप्त किया जाकर थाना सुरक्षार्थ खडा किया गया। वाहन चालक वीरेन्द्र पाण्डेय पिता जगदीश पाण्डेय उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम मौहरी तथा वाहन स्वामी सागर मिश्रा पिता जमुना प्रसाद मिश्रा उम्र32 वर्ष निवासी मौहरी थानगांव थाना बिजुरी के विरुद्ध अपराध क्र 422/25 धारा 303(2) बीएनएस 4/21 खनिज अधिनियम का कायम कर विवेचना मे लिया गया।

नपा लकड़ी यार्ड में कहाँ से आई लकड़ी, बिना टीपी लकड़ी ढुलाई पर गंभीर सवाल, वन अमले की भूमिका संदिग्ध


शहडोल

जिले के नगर पालिका धनपुरी के लकड़ी यार्ड में जमा लकड़ी को लेकर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय सूत्रों और सामने आई जानकारी के अनुसार यह लकड़ी किस वैध स्रोत से आई, इसका कोई स्पष्ट रिकॉर्ड सामने नहीं है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोप है कि नगर पालिका धनपुरी की गाड़ियों से लगातार लकड़ी की ढुलाई की गई, वह भी बिना टीपी (ट्रांजिट परमिट) के।

सूत्रों का दावा है कि यह पूरी गतिविधि वन परिक्षेत्र बुढार के अंतर्गत हुई और इसमें वन परिक्षेत्र अधिकारी सलीम खान की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि बिना टीपी लकड़ी ढुलाई मौखिक सहमति से होती रही, जिससे वन नियमों की खुलेआम अनदेखी की गई।

बिना टीपी लकड़ी किस जंगल/क्षेत्र से लाई गई?नगर पालिका की गाड़ियों का उपयोग किस आदेश पर किया गया?क्या यह सब वरिष्ठ अधिकारियों के इशारे पर हुआ अगर सब वैध था, तो टीपी और दस्तावेज़ सार्वजनिक क्यों नहीं किए गए?

वन अधिनियम के अनुसार बिना टीपी लकड़ी का परिवहन गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इसके बावजूद अगर सरकारी गाड़ियों से लकड़ी ढोई गई, तो यह सिर्फ अवैध कारोबार नहीं बल्कि प्रशासनिक संरक्षण की आशंका को भी जन्म देता है। अब सवाल यह नहीं है कि लकड़ी ढुलाई हुई या नहीं,सवाल यह है कि किसके इशारे पर हुई, और जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

जनता मांग कर रही है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच हो लकड़ी के स्रोत, परिवहन और उपयोग से जुड़े सभी दस्तावेज सार्वजनिक किए जाएं दोषी पाए जाने पर वन और नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो जब तक इन सवालों के जवाब नहीं मिलते, तब तक धनपुरी लकड़ी यार्ड और वन परिक्षेत्र बुढार की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में बनी रहेगी।

नप उपाध्यक्ष राज तिवारी ने अपने समर्थकों के साथ रासायनिक संयंत्र में किया जबरन घुसपैठ, फैक्ट्री जाम कर दी धमकी

*कोर्ट आदेश तोड़ा, थाना में हुई शिकायत, कार्रवाई की मांग*


अनुपपुर

जिले के सीकेए बिड़ला समूह की औद्योगिक इकाई ओरिएंट पेपर मिल्स (कास्टिक सोडा यूनिट), अमलाई में हुई गंभीर घटना के बाद अब राज तिवारी प्रशासन और पुलिस के सीधे निशाने पर आ सकते हैं। मिल प्रबंधन ने थाना चचाई में दी गई लिखित शिकायत में राज तिवारी पर न्यायालय के आदेश की खुली अवहेलना, औद्योगिक सुरक्षा को खतरे में डालने, जबरन घुसपैठ और फैक्ट्री बंद कराने की धमकी जैसे गंभीर आपराधिक आरोप लगाए हैं।

*कोर्ट के आदेश का जानबूझकर किया उल्लंघन*

शिकायत के अनुसार न्यायालय का स्थायी निषेधाज्ञा आदेश (18 मई 2013, प्रकरण 2 ए/2013) स्पष्ट रूप से कहता है कि फैक्ट्री में अवरोध नहीं किया जाएगा, कर्मचारियों को भयभीत नहीं किया जाएगा आवागमन बाधित नहीं किया जाएगा, इसके बावजूद आरोप है कि राज तिवारी ने पूरी जानकारी होते हुए भी आदेश को ठेंगा दिखाया। यह अवमानना की श्रेणी में आने वाला गंभीर मामला माना जा रहा है।

*राज तिवारी के नेतृत्व में फैक्ट्री गेट जाम*

पत्र में साफ लिखा है कि राज तिवारी 50–55 बाहरी लोगों को लेकर पहुंचे 3 कारें और 30–35 मोटरसाइकिलें मुख्य गेट पर खड़ी कर दीं फैक्ट्री का कामकाज ठप्प किया, मुख्य सड़क पर भी 30–35 मिनट तक यातायात बाधित यह सीधा-सीधा सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने का मामला बनता है।

*रासायनिक संयंत्र में जबरन प्रवेश, दुर्घटना का खतरा*

शिकायत में आरोप है कि सुरक्षा और एचआर अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद राज तिवारी और उनके समर्थकों ने जबरन फैक्ट्री में घुसपैठ की लगभग 200 मीटर अंदर जनरल ऑफिस तक पहुंचे राज तिवारी सहित 7–8 बाहरी लोग अधिकारियों के केबिन में घुसे, यह सब एक अत्यंत संवेदनशील रासायनिक संयंत्र में हुआ, जहाँ छोटी चूक भी जानलेवा हादसे का कारण बन सकती थी।

*वीडियो बनाकर डर का माहौल*

आरोप है कि राज तिवारी के साथ आए लोग मोबाइल से अवैध रूप से वीडियो बनाते रहे बार-बार मना करने पर भी नहीं रुके, इससे कर्मचारियों में दहशत और भय का माहौल बन गया, प्रबंधन का कहना है कि आज भी कर्मचारी आतंकित मानसिक स्थिति में हैं। फैक्ट्री बंद कराने की सीधी धमकी शिकायत और ज्ञापन दोनों में दर्ज है। राज तिवारी ने कहा यदि तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो 8 दिन बाद फिर आएंगे ज्ञापन में फैक्ट्री बंद कराने की खुली धमकी लिखी गई है। इसे जबरन वसूली, धमकी और औद्योगिक शांति भंग करने की दिशा में देखा जा रहा है।

*अब सवाल प्रशासन से*

जब CCTV फुटेज, फोटो, वीडियो पेनड्राइव मौजूद हैं जब कोर्ट आदेश उल्लंघन लिखित रूप में दर्ज है, जब औद्योगिक सुरक्षा और जनहित खतरे में डाले गए तो फिर  राज तिवारी पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं, क्या प्रशासन कार्रवाई करेगा या चुप्पी साधे रहेगा, यह मामला अब सिर्फ फैक्ट्री प्रबंधन का नहीं बल्कि कानून, न्यायालय और सार्वजनिक सुरक्षा की प्रतिष्ठा का बन चुका है, यदि ऐसे मामलों में भी सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह भविष्य में और बड़े टकराव व हादसों का रास्ता खोलेगा। राज तिवारी पर तत्काल एफआईआर करने की मांग जोर पकड़ते जा रही है।

आनलाइन फ्रांड का गैंग का खुलासा 4 मोबाइल फोन, 4 सिम कार्ड, पासबुक, एटीएम कार्ड व 50 हजार जप्त

*2 आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार*


अनूपपुर

जिले के थाना प्रभारी कोतमा की पुलिस टीम ने आनलाइन ठगी करने वालें बदमाशों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है । साथ ही पकड़े गये बदमाशों से फ्राड की राशि रूपये 50 हजार, मोबाइल फोन. 04 सिम कार्ड , पासबुकें, एटीएम कार्ड आदि सामग्री जप्त की गई है ।  

13 दिसम्बर 2025  को फरियादी जीवन सिंह पाव पिता महादेव पाव निवासी गोहन्ड्रा थाना कोतमा का थाने पर रिपोर्ट किया कि मैं गोहन्ड्रा में कियोश्क बैंक तथा आनलाइन की दुकान करता हूँ, 09 दिसम्बर 2025 को अर्जुन चौधरी निवासी सिलपुर  मेरी दुकान आया मुझसे बोला कि मेरे खाता मे पैसा है, किसी को मुझे नगद पैसा देना है, जिसके लिये मुझे कैश चाहिए। तब मै अपना क्यू आर कोड (स्केनर) यू.पी.आई. आईडी  अर्जुन चौधरी को दिया, वह अपने मोबाईल से 50,000/- रूपये  मेरे मोबाईल पर ट्रान्जेक्शन किया । मैने 50,000/- रूपये अर्जुन चौधरी को नगद दिनांक 09 दिसम्बर 2025 को शाम करीब 08.00 बजे पैसा दिया । फिर अगले दिन मेरा एसबीआई खाता काम नही कर रहा था, तब मैने अपने खाते को चेक किया, जिसमें बैलेन्स नही बताने पर मै दिनांक 12 दिसम्बर 2025 को भारतीय स्टेट बैंक कोतमा जाकर बैंक में पता किया तो बैंक वाले बतायें कि आपके खाते में किसी ने आनलाईन फ्राड का पैसा ट्रान्सफर किया है, जिस कारण आपके खाते में होल्ड लग गया है। आप नजदीकी थाने पर सूचना दीजियें। फरियादी की रिपोर्ट पर धारा 318(4),3(5) बीएनएस का कायम कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान बैंक तथा साइबर सेल से जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ की जिला शाजापुर के थाना सूजालपुर मंडी अन्तर्गत संदीप भट्ट नाम के व्यक्ति के साथ आऱोपियों ने आनलाइन फ्राड करते हुए उसका 50,000/- रूपयें महेश बैगा नामक व्यक्ति के खाते में ट्रासफर कराया है, जिसे बाद में कियोश्क संचालक जीवन सिंह पाव के खाते में ट्रांसफर करा कर नगद पैसा निकाला है। जिस पर से साइबर हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर शिकायत करने पर महेश बैगा तथा कियोश्क संचालक जीवन सिंह पाव के खाते में होल्ड लगा है ।आरोपी अर्जुन चौधरी निवासी सिलपुर को पकड़ कर पूछतांछ से उसने बताया कि महेन्द्र तिवारी निवासी ग्राम उरतान हाल निवासी वार्ड नंय 07 कोतमा के साथ मिलकर यह दोनो ही इस फर्जीवाडे को अंजाम देते है । फर्जी नम्बरों से उन ए. एन. एम. तथा सीएचओ से बात करके स्वयं को राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के डिप्टी डायरेक्टर अधिकारी बताकर उन्हे ट्रान्सफर का आश्वासन देकर उनसे आनलाइन राशि खातों में ट्रांसफर कराते है । इसके लिए दूरदराज के गांव से अनपढ़ लोगों से नजदीकी बनाकर उनका बैंक खाता तथा उनके नाम की सिम ले लेते है तथा इन खातों का संचालन स्वयं करके इन्ही खातों में इस आनलाइन फ्राड का पैंसा ट्रांसफर करवाते है। बाद में इस राशि को कियोश्क बैंको मे जाकर नगद राशि की आवश्यकता बताकर उनके खातों में आनलाइन ट्रांसफर करके कियोश्क से नगदी राशि प्राप्त कर लेते है। आरोपी अर्जुन चौधरी पिता कोदूलाल चौधरी उम्र 30 साल निवासी ग्राम सिलपुर थाना कोतमा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10,000/ रूपयें नगद तथा 05 नग ATM  कार्ड , पासबुके तथा 03 मोबाइल फोन जप्त कियें गये  हैं । मास्टर माइन्ड आरोपी महेन्द्र तिवारी पिता शेषमणि तिवारी उम्र 36 साल निवासी ग्राम उरतान हाल निवासी वार्ड नं. 07 कोतमा को भी गिरफ्तार कर आरोपी के कब्जे से 01 मोबाइल फोन तथा फ्राड करके निकाली गई नगद राशि 40,000/- रूपयें जप्त किया गया है। आरोपी महेन्द्र तिवारी आदतन जालसाज है जिसके विरूध्द धारा 420 भादवि के पांच मामलें पूर्व से पंजीबध्द है।

हथियार से बुजुर्ग पर हमला, हुई मौत, आरोपी फरार, दूसरे मामले में हत्या का आरोपी गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र के ग्राम कोठी में 70 वर्षीय बुजुर्ग की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर बिजुरी पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।

अज्ञात हमलावर ने बुजुर्ग पर धारदार हथियार से हमला किया, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी भेजा। पुलिस अब अज्ञात आरोपी की तलाश में जुट गई है।

बिजुरी थाना प्रभारी विकास सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान अब्दुल आजाद के रूप में हुई है। अब्दुल आजाद बकरी चराने का काम करते थे। उनका गांव में एक व्यक्ति के साथ बकरी चराने को लेकर विवाद हुआ था। अब्दुल आजाद का शव उसी व्यक्ति के घर के पीछे मिला है। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

*हत्या आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार*

अनूपपुर जिले में 15 दिसम्बर 2025 को ग्राम कोठी में एक व्यक्ति की संदिग्ध मृत्यु/हत्या की सूचना प्राप्त हुई सूचना पर थाना बिजुरी पुलिस मौके पर पहुँची जहां पर मृतक का नाम अब्दुल आजाद पिता जब्बार बख्श उम्र 75 वर्ष निवसी कोटी का होना पाया गया, मौके का निरीक्षण करने पर मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए प्रथम दृष्टया मामला हत्या का पाया गया घटना के सबंध में प्रत्यक्ष दर्शियों की सूचना पर थाना बिजुरी में अपराध क्र. 417/25 धारा 103(1) बीएनएस का कायम कर विवेचना मे लिया गया । प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए टीम गठीत कीगई जो भौतिक साक्ष्य एवं घटना के चश्दीद साक्षियों के कथनानुसार घटना क्रम की जांच की गई मौके से आवश्यक साक्ष्य रक्त रंजिस वस्त्र एवं अन्य साक्ष्य सुरक्षित कर शव पंचायतनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भेजा गया । 

प्राथमिक विवेचना में यह बात प्रकाश में आई कि मृतक अपनी बकरियों को चराने आरोपी की बाडी जमीन में ले जाता था जिस कारण दोनो के बीच कहा सुनी हुआ करती थी  दिनांक 15 दिसम्बर 2025 को शाम 4.40 बजे मृतक अपनी बकरियों को चराने के लिए आरोपी की जमीन में ले गया था, इसी बात को लेकर आरोपी राजू पाव पिता जग्गू पाव उम्र 28 वर्ष निवासी कोठी के द्वारा कुल्हाडी के पांसा से मृतक के सिर पर मारकर उसकी हत्या कर दी । 

विश्वसनीय मुखबिर सूचना पर आरोपी राजू पाव निवासी कोठी को ग्राम कोठी से अभिरक्षा में लेकर सख्ती एवं कानूनी प्रावधानो के अनुरुप पूछताछ किया गय़ा जिसमे आरोपी द्वारा अपना जुर्म कबूल किया गया एवं आरोपी के द्वारा बताए गए स्थान से घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी बरामत होने पर विधिवत जप्त की गयी है। इस प्रकार वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व मे बिजुरी पुलिस द्वारा हत्या के आरोपी राजू पाव पिता जग्गू पाव उम्र 28 वर्ष निवासी कोठी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया।

मेला मैदान के पार्सल गोदाम में लगी आग, कारण अज्ञात, 30 लाख का सामान जलकर हुआ खाक


शहडोल

सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाणगंगा मेला मैदान स्थित एस.एस. पार्सल गोदाम में बीती रात अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। आगजनी की इस घटना में गोदाम में रखा करीब 30 लाख रुपये का सामान जलकर खाक हो गया, जबकि पुलिस और दमकलकर्मियों की तत्परता से 25 लाख रुपये से अधिक का माल सुरक्षित बचा लिया गया।

पुलिस के अनुसार घटना रात लगभग 4 बजे की है। उस समय सोहागपुर पुलिस की चीता स्कॉट और मोबाइल पार्टी क्षेत्र में गश्त कर रही थी। बाणगंगा मेला मैदान के पास से गुजरते समय चीता स्कॉट में तैनात आरक्षक शशि यादव की नजर गोदाम के अंदर लगी आग पर पड़ी। उन्होंने तत्काल मोबाइल पार्टी और दमकल विभा ग को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस बल और दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे तथा गोदाम के शटर पर लिखे नंबर के माध्यम से गोदाम मालिक को सूचित किया गया।

गोदाम मालिक शुभम दुबे के अनुसार उनके गोदाम में कीमती दवाइयां, हार्डवेयर सामग्री, जूते, इलेक्ट्रॉनिक सामान और 100 से अधिक कूलर रखे हुए थे। आग इतनी भीषण थी कि गोदाम में खड़ी एक कार और एक लोडर वाहन भी आंशिक रूप से जल गए। हालांकि दमकलकर्मियों और पुलिस की सूझबूझ से दोनों वाहनों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया, जिससे बड़ा नुकसान टल गया।

करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दमकल विभाग ने बताया कि आग बुझाने के लिए चार बड़ी और एक छोटी फायर ब्रिगेड को लगाया गया था। इस दौरान पुलिस और दमकलकर्मियों के संयुक्त प्रयास से गोदाम में रखा 25 लाख रुपये से अधिक का सामान सुरक्षित निकाल लिया गया लेकिन 30 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।

सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि पुलिस की सतर्क गश्त और दमकलकर्मियों की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

जेसीबी ने मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, गंभीर घायल दो की अस्पताल पहुँचने से पहले हुई मौत


शहडोल

सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक भीषण सड़क हादसे में दो बाइक सवार युवकों की जान चली गई। हादसा शाम करीब 7 बजे कोटमा चौक के पास पुलिया के समीप हुआ, जहां तेज रफ्तार से आ रही जेसीबी ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही सोहागपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस के जरिए दोनों घायलों को मेडिकल कॉलेज शहडोल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

हादसे के बाद जेसीबी चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाइक सवार युवक कोटमा चौक से मेडिकल कॉलेज की ओर जा रहे थे, तभी सामने से आ रही जेसीबी ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए उन्हें चपेट में ले लिया।

पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान भूरा उर्फ सुखसेन बैगा पिता महेश बैगा (25 वर्ष), निवासी चाका थाना पाली और प्रेम बैगा पिता बाबूलाल बैगा (25 वर्ष), निवासी गोरतरा थाना सोहागपुर के रूप में हुई है। घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और दोनों गांवों में शोक की लहर दौड़ गई।

इस संबंध में सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि जेसीबी वाहन और उसके चालक की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मामले की जांच जारी है।

वन परिक्षेत्र में संदिग्ध अवस्था मे मिला बाघ का मिला 


उमरिया

जिले के सामान्य वन मंडल अंतर्गत चंदिया वन परिक्षेत्र में बाघ का शव मिलने की सूचना के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी मिलते ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र में घेरा बनाकर जंगल में सघन सर्चिग अभियान शुरू कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार चंदिया वन परिक्षेत्र के आरएफ-10 क्षेत्र में कर्वी नदी के किनारे संदिग्ध परिस्थिति सामने आई है, जिसके बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। मौके पर एसडीओ कुलदीप त्रिपाठी सहित चंदिया वन परिक्षेत्र की टीम जांच में जुटी हुई है। 

जांच के दौरान डॉग स्क्वाड को भी बुलाया गया है। एहतियात के तौर पर घटनास्थल के आसपास रस्सी से घेराबंदी की गई है। साथ ही पास से गुजर रही बिजली लाइन की भी सर्चिग और जांच की जा रही है।बाघ के गणना के बीच बाघ कम मिलने की यह खबर बाघ प्रेमियों के लिए निराशाजनक मानी जा रही है। वन विभाग का कहना है कि जांच बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

बिना टेंडर प्रक्रिया ट्रैक्टर पर लाखों की किया भुगतान, सीएमओ पर वित्तीय अनियमितताओं के लगे गंभीर आरोप

*रिटायरमेंट के 4 माह बाकी, बड़े अधिकारी बने मूकदर्शक, नगरपरिषद वनगंवा का मामला*


इंट्रो-नगर परिषद बनगवा में लाखों रुपये के कार्य बिना टेंडर प्रक्रिया कराए भुगतान किए जाने के गंभीर आरोप लग रहे है, सबसे बड़ा सवाल यह है कि नगर परिषद बनगवा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी के स्तर पर हो रही इन कथित वित्तीय अनियमितताओं पर संयुक्त संचालक शहडोल की चुप्पी आखिर क्यों बरकरार हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि सीएमओ द्वारा तीन ट्रैक्टरों के माध्यम से लगातार कार्य कराए गए और 1 लाख की सीमा के बावजूद कई लाखों की भुगतान राशि बिना किसी वैधानिक ई-टेंडर प्रक्रिया के जारी की गई जबकि संयुक्त संचालक कार्यालय की निगरानी और अनुमोदन व्यवस्था होने के बाद भी उच्च अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं।इन आरोपों ने पूरे प्रशासनिक तंत्र पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं कि क्या यह लापरवाही है या संरक्षण, क्योंकि नगर पालिका अधिनियम और वित्तीय नियम ऐसे मामलों में स्पष्ट रूप से टेंडर प्रक्रिया और जवाबदेही तय करते हैं।

अनूपपुर

नगर परिषद बनगवा में वित्तीय नियमों को दरकिनार कर कार्य कराने और कई लाखों रुपये के भुगतान किए जाने के आरोप गंभीर रूप से उभरकर सामने आए हैं। स्थानीय सूत्रों और जनता, जनप्रतिनिधियों के बताये अनुसार नगर परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा तीन ट्रैक्टर लगाकर किसी वैधानिक टेंडर प्रक्रिया के कराए तथा 1 लाख की निर्धारित टेबल-टेंडर सीमा से अधिक भुगतान किए जाने की बात सामने आ रही है।

*नियम कानून दरकिनार*

नगर परिषद बनगवा द्वारा नगर पालिका अधिनियम को दरकिनार कर सीएमओ,अध्यक्ष व कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ साठ- गांठ कर सरकारी पैसों का बंदर बात किया जा रहा है, नगर परिषद क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों ने बताया कि नियम विरुद्ध तरीके से बिना टेंडर प्रक्रिया ही तीन ट्रैक्टरों का कई लाखों रुपए का भुगतान हो चुका है, हालाकि यह विषय जांच का है, लेकिन उक्त मामले में आरोप है कि जिसका भुगतान किया गया वे नगर परिषद के वित्तीय नियमों एवं म.प्र. नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध है, जहाँ 1 लाख से अधिक के कार्यों पर ई-टेंडर अनिवार्य है। इसके बावजूद लगातार कई बार कई लाखों मे खर्च किए जाने की चर्चा नगर परिषद क्षेत्र में तेज है, हालाकि गंभीर अनीयमित्ता को लेकर कई बार शिकायत भी उच्च अधिकारियों तक जा चुकी है, लेकिन कार्यवाही ना होना कहीं न कहीं संरक्षण देने की ओर प्रदर्शित करता है।

*बिना टेंडर के कार्य शुरू*

नगर परिषद के आंतरिक स्रोतों एवं जनप्रतिनिधियों के मुताबित नियमित रूप से तीन ट्रैक्टरों का उपयोग नगर परिषद क्षेत्र में चल रहा हैं, जिसका कोई भी टेंडर प्रक्रिया नहीं किया गया। सूत्रों के मुताबिक उक्त वाहन का लगभग टेबल टेंडर के माध्यम से कई लाखों का भुगतान हो चुका है, हालांकि नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि इतना भुगतान उक्त गाड़ियों में किया गया है, इतने खर्चे पर तो लगभग 20 वाहन नये आ जाएंगे कार्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित कर भुगतान करना भुगतान राशि कई लाखों तक पहुँचना सबसे बड़ी बात है, यह पूरा कार्य बिना ओपन टेंडर बिना प्रक्रिया के की जा रही है। इससे नगर परिषद के वित्तीय प्रबंधन पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं।

*नपा अधिनियम की उड़ा रहे धज्जियाँ*

नगर परिषदों में 1 लाख तक के कार्य टेबल टेंडर/क्वोटेशन एवं 1 लाख से अधिक के कार्य ई-टेंडर से कराए जाना अनिवार्य है। सूत्रों का कहना है कि बनगवा नगर परिषद में इन नियमों का पालन नहीं किया गया। जो कि कहीं ना कहीं गंभीर वित्तीय अनियमितता, नियमों का उल्लंघन, कृत्रिम विभाजन, पद के दुरुपयोग है, शहडोल में बैठे उच्च अधिकारी इस नियम का पालन करवाने में असमर्थ साबित हो रहे है। मामले की शिकायतें कई बार की गईं लेकिन जिला स्तर के उच्च अधिकारी, संयुक्त संचालक विभाग शहडोल के जिम्मेदार अधिकारी की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या जांच न होने के कारण लोग नाराज़ हैं।नागरिकों ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर भुगतान रजिस्टर की जांच, ट्रैक्टर मालिकों के बिल और रजिस्टरों की जांच तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

इनका कहना है।

इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है, मैं जानकारी लेकर बताता हूँ।

*राममिलन तिवारी सीएमओ बनगवा*

हमारे यहां कोई शिकायत प्राप्त नही हुई है, फिर भी हम नोटिस जारी कर दिए है 

*आर.पी. मिश्रा, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल*

विधवा को नही मिला न्याय तो तहसील के सामने भूख हड़ताल करके जीवन समाप्त करने का दिया अल्टीमेटम 

*तहसीलदार ने कलेक्टर के आदेश को किया दरकिनार*


अनूपपुर

जिले में पति के निधन के बाद अपनों के लूट से त्रस्त महिला बेलकुवर राठौर का अब सब्र का बांध टूट चुकी है। अब वह अपने साथ हो रहे लूट के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अपनाने का संकल्प ली है। मामला तहसीलदार जैतहरी के न्यायिक व्यवस्था से आहत वृद्ध विधवा व बेसहारा महिला बेलकुवर राठौर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी जैतहरी को सूचना देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत चोरभठी स्थित आराजी खसरा नंबर 1291/1/1/2 रकवा 0.113 हेक्टेयर भूमि पर अनावेदक मनमोहन राठौर पिता स्वर्गीय सुखराम राठौर के द्वारा जबरन निर्माण कार्य किया जा रहा था। मना करने पर गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकी दिए जाने पर न्यायालय तहसीलदार जैतहरी में बेदखली एवं निर्माण कार्य पर रोक लगाएं जाने का गुहार लगाई थी। जिस पर न्यायालय तहसीलदार जैतहरी ने दिनांक 20 अगस्त 2025 को स्थगन आदेश जारी किया गया था, किन्तु अनावेदक साधन सम्पन्न होने व नेताओं के संरक्षण में रहने का रौब जमाते हुए न्यायालय के स्थगन आदेश का लगातार उल्लंघन करता रहा। यहां तक कि पुलिस को डांटकर भगा देता था।

बेल कुंवर का कहना है कि कई बार तक जनसुनवाई में कलेक्टर के पास गुहार लगाई जहां से तहसीलदार जैतहरी को निर्देश दिया गया, किन्तु तहसीलदार जैतहरी ने कलेक्टर के निर्देश को भी नहीं माना। हद तो तब पार हो गई कि उसे बिना सुने झूठी एवं पक्षपात पूर्ण तैयार शपथ पत्र एवं पंचनामा को आधार बनाकर स्थगन आदेश को अपात्र कर दिया। जबकि आदेश दिनांक 2 दिसंबर 2025 को तहसीलदार तहसील में मौजूद नहीं थे और प्रवाचक के द्वारा बताया गया कि SIR के कार्य में व्यस्त होने के कारण आगामी सुनवाई तारीख 24 दिसंबर 2025 को नियत किया गया।

बेल कुंवर का कहना है कि वह शारीरिक एवं आर्थिक रूप से  कमजोर है, आने जाने में असहनीय शारीरिक पीड़ा को झेलते हुए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। पुत्र मानसिक रूप से विकलांग है जिसका नाजायज फायदा उठाते हुए उसके वेशकीमती जमीन को अनावेदक हड़प लेना चाहता है।

बेल कुंवर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को लिखित सूचना देते हुए कहा कि समय रहते उसे न्याय नहीं मिली तो दिनांक 30 दिसंबर 2025 को मानसिक रूप से विकलांग पुत्र के साथ तहसील कार्यालय जैतहरी के समक्ष भूख-हड़ताल कर अपने जीवन लीला को समाप्त कर देंगे। जिससे उत्पन्न समस्त क्षतियो की जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। अनुविभागीय दंडाधिकारी जैतहरी द्वारा कापी नहीं लिए जाने पर रजिस्टर्ड डाक से आवेदिका ने कापी भेजी है।

अवैध मवेशियों से भरा पीकप पलटा, मवेशी तस्कर हुए फरार, खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही


शहडोल

जिले में मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलटने की घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। ताजा मामला गोहपारू थाना क्षेत्र के सरहेट गांव का है, जहां कोतमा से रीवा की ओर जा रही बिना नंबर की पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना के बाद वाहन में सवार लोग मौके से फरार हो गए।

स्थानीय ग्रामीणों ने जब पलटी हुई गाड़ी देखी, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गोहपारू पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वाहन की तलाशी ली। पुलिस को वाहन में लोड तीन मवेशी मिले, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर छुड़वाया गया। मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने वाहन को जप्त कर लिया है और चालक व वाहन मालिक की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, वाहन मवेशियों की तस्करी की जा रहा थी। उल्लेखनीय है कि ठीक एक सप्ताह पहले गोहपारू थाना क्षेत्र में इसी तरह मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलट गया था। उस घटना में भी ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मवेशियों को कब्जे में लिया और वाहन जप्त किया था। दोनों मामलों में पुलिस अब तक चालकों और वाहन मालिकों की पहचान करने में असफल रही है, जिससे जांच पर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं।

*खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही*

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में खुले में मांस का विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के निर्देशानुसार नगरपालिका शहडोल के अमले द्वारा शहडोल नगर के बस स्टैंड के पास खुले में मांस का विक्रय करने वाले 7 दुकानदारो के विरूद्व कार्यवाही करते हुए 1800 रूपये की राशि का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया।  साथ ही दुकानदारो को समझाइश भी दी गई की खुले में मांस का विक्रय न किया जाए एवं निर्धारित स्थानो पर ही दुकाने संचालित करें अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी। 

दोहरे जघन्य हत्याकाण्ड में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा, पहली पत्नी के पुत्र ने 4 के साथ मिलकर की हत्या

*पुत्र सहित कुल 03 आरोपी गिरफ्तार, 2 आरोपी फरार 


अनूपपुर

कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा ग्राम लखनपुर में हुए दोहरे हत्याकाण्ड का सनसनीखेज खुलासा किया है। उक्त दोहरे हत्याकाण्ड में मृतक राजेन्द्र उर्फ बबलू पटेल (उम्र करीब 40 साल) निवासी लखनपुर एवं उसके घर पर काम करने वाली कुमारी सीमा बैगा (उम्र करीब 25 साल) निवासी ग्राम डालाडीह की रात्रि में सोते वक्त जघन्य नृशंतापूर्वक की गई हत्या के मामले में मृतक राजेन्द्र पटेल की पहली पत्नी से हुए पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल (उम्र 18 साल) के द्वारा अन्य 04 साथियों के साथ हत्या किये जाने का पुलिस द्वारा खुलासा कर पुत्र सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौके पर एसपी सहित डीआईजी शहडोल रेन्ज सविता सोहाने द्वारा पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर उक्त सनसनीखेज जघन्य दोहरे हत्याकाण्ड में अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी पर तीस हजार रूपये की ईनाम घोषित किया था।

कोतवाली की पुलिस टीम द्वारा अपराध क्रमांक 552/25 धारा 103 (1), 109 (1) बी.एन.एस. की विवेचना में एकत्रित महत्वपूर्ण तकनीकी साक्ष्यों एवं परस्थितिजन्य साक्ष्यों से खुलासा हुआ कि मृतक राजेन्द्र उर्फ बबलू पटेल ने अपनी पहली पत्नी पार्वती पटेल को कई वर्षों पूर्व छोड़कर रूपा पटेल से विवाह कर लिया था जो पहली पत्नी से पैदा हुआ पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल अपनी सौतेली मां रूपा पटेल और पिता राजेन्द्र पटेल के भेदभाव पूर्ण व्यवहार से बचपन से परेशान रहता था और माता पिता के द्वारा सौतेली मां रूपा पटेल से पैदा हुए दूसरे पुत्र आयुष पटेल (उम्र करीब 09 वर्ष) को ही अपनी सारी जमीन जायदाद, ट्रेक्टर, थ्रेशर देने की बात कहकर अक्सर डांटा फटाकारा जाता था। हाल ही में 25 नवम्बर को आलोक उर्फ सूरज पटेल के 18 वे वर्ष पूर्ण होने के जन्मदिन पर पिता ने पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल को दोस्तो के साथ बिना बताये जाने पर डांट फटकार कर तमाचा मारा था इन सब कारणो से व्यथित होकर मृतक के पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल ने अपने 16 वर्षीय नाबालिग दोस्त से अपनी सौतेली मां और पिता की हत्या कराने के लिए रूपये देकर भाड़े पर लड़के दिलाने की बात की, जो दिनांक 04 दिसम्बर 2025 की शाम उसके 16 वर्षीय दोस्त ने हत्या को अंजाम देने के लिए आलोक उर्फ सूरज पटेल की मुलाकात अपने 16 वर्षीय नाबालिग किशोर से मुलाकात करवाई और इस हत्या के बदले पांच लाख रूपये में सौदा तय हुआ। हत्या की योजना के लिए 4 दिसम्बर की शाम को हुई इस मुलाकात और बातचीत का वीडियो 16 वर्षीय नाबालिग आरोपी ने अपने स्मार्ट फोन से बना लिया था जिसे पुलिस ने उक्त वीडियो नाबालिग किशोर के पकड़े जाने पर उसके मोबाईल से प्राप्त कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त कर लिया गया है। 16 वर्षीय नाबालिग किशोर द्वारा अपने साथी देवेन्द्र सोनवानी निवासी सामतपुर और एक अन्य 17 वर्षीय नाबालिग किशोर को हत्या के बाद मिलने वाले धन को दिलाने का कहकर योजना के अनुसार दिनांक 09 एवं 10 दिसम्बर 2025 की दरम्यानी रात अपनी मोटर सायकल बजाज प्लेटिना से रात करीब 01.00 बजे लखनपुर पहुंचकर मृतक के पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल के साथ मिलकर सौतेली मां रूपा पटेल, पिता राजेन्द्र पटेल और घर पर काम करने वाली बाई सीमा बैगा की धारदार लोहे की कुल्हाड़ी , लोहे का वसूला एवं लाठी और सिलबट्टा के भारी बट्टे से सोते वक्त गंभीर मारपीट की गई जिससे पिता राजेन्द्र पटेल और काम वाली बाई सीमा बैगा की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा गंभीर रूप से घायल सौतेली मां रूपा पटेल के अचेत अवस्था में सुबह आसपास के लोगो ने एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय भेजा जिसे शहडोल मेडिकल कालेज से जबलपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है जिसका ईलाज चल रहा है पुलिस द्वारा दोहरी हत्या एवं हत्या के प्रयास के आरोप में आलोक उर्फ सूरज पटेल एवं दो अन्य नाबालिग विधिविरूद्ध किशोर को गिरफ्तार कर हत्या की वारदात में प्रयुक्त धारदार वसूला, कुल्हाड़ी , मोबाईल फोन जप्त कर लिया गया है। शेष फरार आरोपी देवेन्द्र सोनवानी निवासी सामतपुर एवं एक अन्य 17 वर्षीय नाबालिग किशोर की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें छत्तीसगढ भेजी गई है।

अज्ञात शरारती तत्वों ने 3 दुकानो में लगाई आग, दुकान में रखा सामान जलकर हुआ खाक 


शहडोल

जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के भूसा तिराहे के पास स्थित दो दुकानों में शरारती तत्वों ने आग लगा दी, जिससे दोनों दुकान जलकर राख हो गई। दुकान के अंदर रखा सारा सामान जल गया है। घटना में हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। सुबह जब दुकानदार अपनी दुकान खोलने पहुंचे तब जाकर उन्हें कहीं घटना की जानकारी मिल पाई, इसके बाद फायर टीम को मामले की सूचना दी गई,सूचना के बाद फायर टीम मौके पर पहुंची और आग को बुझाया गया है।

दुकानदार कमलेश यादव ने बताया की ठेला नुमा दुकान में वह सब्जी की दुकान संचालित करता है। रोज की तरह उसने लगभग 11:00 बजे दुकान बंद की थी, और घर चला गया था,  सुबह तकरीबन 8:00 बजे जब वह दुकान पहुंचा तो उसमें आग लगी हुई थी। बगल में स्थित बेचू रजक की प्रेस (धोबी) की दुकान भी जल रही थी।जिसे देखने के बाद उसने आस पड़ोस के लोगों को बुलाया और मामले की जानकारी दमकल कर्मियों को दी। दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और दुकान में लगी आग को बुझाया गया,दमकल की दो गाड़ियां घटनास्थल पहुंची और कड़ी मेहनत के बाद दुकानों में लगी आग को बुझाया जा सका।

बेचू रजक की प्रेस (धोबी) की दुकान में ग्राहकों के कई कीमती कपड़े प्रेस के लिए रखे थे, जो जल गए हैं। दुकानदार ने बताया कि दुकान के अंदर 80 जोड़ा से अधिक कपड़े रखे थे, जो ग्राहकों के थे, जो सब कुछ जल गया है। इसी तरह कमलेश यादव की सब्जी की दुकान में हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। घटना की शिकायत पुलिस से की गई है। 

दूसरे मामले में थाना अंतर्गत नगरपालिका धनपुरी के समीप ईदगाह के सामने गद्दा राजाई बनाने वाले की मशीन में अज्ञात आरोपियों ने आग लगा दी।जिसमें मशीन समेत कई गद्दा राजाई जलकर ख़ाक हुई है। पीड़ित बिहार निवासी जाबिर है, उसने बताया कि पिछले एक माह से सड़क किनारे दुकान लगाकर वह अपना कर रहें थे, जिसमें अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी है।

एलआईसी के नाम पर डकार गया 2 लाख, रुपए माँगने पर देता है धमकी, थाना में हुईं शिकायत

*पत्नी के अंत्येष्टि के लिए मिली थी सहायता राशि*


अनूपपुर

एलआईसी के नाम पर 2 लाख रुपए डकारने के मामले में पीड़ित ने अनूपपुर थाना, कोतवाली पहुँचकर लिखित शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत में गेंदलाल यादव निवासी सोन मौहरी थाना अनुपपुर, जिला अनुपपुर ने बताया कि 2018 में मेरी पत्नी की मृत्यु हो गई, मृत्यु पश्चात मुझे अंतेष्टि सहायता राशि के लिए 2 लाख मिले थे, मेरी पत्नी के मृत्यु के कुछ दिनों बाद सोन मौहरी निवासी नरेंद्र राठौर पिता भैयालाल राठौर मेरे घर आया और बोला कि जो 2 लाख रुपए तुम्हारी पत्नी के मृत्यु के बाद मिले हैं, उन्हें मेरे खाते में भेज दो, तुम मेरे गांव के ही हो तुम्हारा रुपया मेरे जिम्मेदारी में रहेगा , मैं उन्हें एलआईसी में 5 साल के लिए बीमा करवा दूंगा, जिससे तुम्हे 5 वर्ष बाद 2 लाख के 4 लाख रुपए मिलेंगे और हर महीने 1876 रुपए तुम्हारे खाते में आयेंगे, मेरे द्वारा नरेंद्र राठौर को 2 लाख उसके खाते में भेजने के बाद में 13 महीने तक मेरे खाते में 1876 रुपए आए हैं, उसके बाद किसी भी प्रकार का कोई भी बीमा की राशि मेरे खाते में नहीं आई है, तब मैं खाते में राशि ना आने पर नरेंद्र राठौर से पूछा गया कि मेरे खाते में 1876 रुपए आना बंद हो गया है, तो नरेंद्र राठौर के द्वारा बोला गया कि आप अपना बैंक पासबुक मुझे दे दो मैं क्या दिक्कत है, उसे चेक करवाता हूँ, ऐसे ही कुछ दिन बीत जाने के बाद मुझे आज कल करते रह गया।

5 वर्ष बीत जाने के बाद मैं नरेंद्र राठौर के घर जा कर पूछा कि 5 वर्ष पूरे हो गए है मुझे मेरे पैसे वापस दिलवा दो तो बोला कि तुम्हारे पैसे वापस दिलवाने की जवाबदारी मेरी है, चिंता मत करो तुम्हारे पैसे डूबेंगे नहीं फिर ऐसे झूठा आश्वासन देते 7 साल गुजर गए, जब कल मैं उसके घर गया और बोला कि मुझे अब मेरा पैसा वापस चाहिए तो नरेंद्र राठौर के द्वारा मुझे गंदी गंदी गाली देते हुए बोला कि तेरा पैसा नहीं दूंगा, दोबारा मेरे घर पैसा लेने आया तो जान से मार दूंगा, तुझे जो करना है कर ले मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। सारे दस्तावेज उसी के पास है वो भी वापस नही कर रहा है जिससे प्रार्थी परेशान है।

नरेंद्र सिंह राठौर पहले पल्स कंपनी में गोलमाल करके पैसा कमाया और अब एलआईसी के नाम से गरीबों का पैसा लूट रहा हैं। नरेंद्र सिंह राठौर बरोजगार व्यक्ति है, लेकिन उसके पास धान चक्की, आटा चक्की, दो हाईवा ट्रक मोजर बियर में चल रहा है। गरीबों को बताता है कि आप लोगों का बुढ़ापे का लाठी है एलआईसी उसमें पैसा जमा करो, और वह मोटा कमीशन पर किसी और कंपनी पर पैसा जमा कर देता है और कोई मांगने जाता है तो उसकी जान से करने को धमकी देता है, वकील का ड्रेस पहनकर बोलता है जहां जाना हो जाओ, थाना, कोर्ट जाओ मेरा कुछ नहीं कर पाओगे मैं हूँ नरेंद्र सिंह राठौड़। पीड़ित ने थाना प्रभारी से आग्रह है की पूरे मामले की जाँच कर उचित कार्यवाही कर पीड़ित का पैसे वापस दिलाया जाये।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह के नाम पर ऑडियो वायरल

*भाजपा कार्यकर्त्ता ने नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह की वॉइस सैंपल लेकर जांच करने उठाई मांग*


इंट्रो -सोशल मीडिया पर गाय को गाली देते हुए कथित ऑडियो के वायरल होते ही रामनगर में माहौल सुलग उठा है। हिंदू आस्था का अपमान समझे जा रहे इस कथित ऑडियो ने स्थानीय नागरिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में गहरा रोष पैदा कर दिया है। साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व वर्तमान केंद्रीय मंत्री और पूर्व नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह वर्तमान विधायक को 90 लाख देने की बात से मामला गर्म हो गया मामला तूल पकड़ते ही एक भाजपा कार्यकर्ता ने थाना रामनगर पहुँचकर शिकायत दर्ज कराते हुए इसे हिंदू धार्मिक भावनाओं पर सीधा हमला बताया और उक्त ऑडियो की जांच की मांग की जिससे सच्चाई सामने आ सके और पार्टी की छवि को बचाया जा सके!

अनूपपुर

भारतीय जनता पार्टी  के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से जुड़ी सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक ऑडियो क्लिप ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस ऑडियो को लेकर राजनगर की एक सक्रिय भाजपा नेत्री ने नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्थानीय थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया है और ऑडियो की जाँच तथा कठोर कार्रवाई की मांग की है।

*क्या है मामला*

भाजपा की सक्रिय सदस्य ने राजनगर थाना प्रभारी को दिए गए आवेदन में दावा किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व नेता पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्तमान केंद्रीय मंत्री और तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री व वर्तमान विधायक भूपेन्द्र सिंह का नाम लेकर 90 लाख रुपए देने की बात कहीं जा रही है साथ ही गौ माता को गाली दिया गया जो वायरल ऑडियो में साफ तौर पर सुना जा रहा है  और कह रहे हैं कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो रिजाइन मारकर कांग्रेस जॉइन करने की बात कही जा रही है! ऑडियो वायरल होने के बाद से ही नगर के चौक चौराहे पर शीर्ष नेतृत्व के नाम आने से नगर सहित पूरे जिले में चौक चौराहे पर प्रमुख रूप से चर्चा का विषय बन गया है जिसको लेकर भाजपा की सक्रिय सदस्य होने के नाते उक्त वायरल ऑडियो की जाच करवा कर सत्यता सामने लाने की बात कही गई जिससे हमारी पार्टी की छवि धूमिल होने से बचाया जा सके!

*गौ माता को गाली देने पर आक्रोश*

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित ऑडियो में गाय को गाली देने के मामले ने लोगों में तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। हिंदू धार्मिक भावनाओं से जुड़े मुद्दे को लेकर स्थानीय नागरिकों और जिले के सामाजिक संगठन ने नाराज़गी जताई है। वायरल ऑडियो सुनने के बाद कई लोगों ने पुलिस प्रशासन से ऑडियो की सत्यता की जाँच कराने और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है हालांकि उक्त मामले पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कर दी है अब देखना यह है कि उक्त मामलेमे कितना जल्दी जांच हो पाएगा!

*भाजपा कार्यकर्ता ने जांच की उठाई मांग*

इस तरह से ऑडियो वायरल होने से भाजपा की सक्रिय सदस्य ने थाना प्रभारी रामनगर को आवेदन देते हुए निवेदन किया कि वे वायरल ऑडियो की विशेषज्ञों से फोरेंसिक जाँच करवाएं। साथ ही बनगवा नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सिंह से वॉइस सैंपल लेकर क्रॉस चेक करने की मांग की गई है ताकि सच सामने आ सके। जिससे हो रही भाजपा पार्टी व सिर्फ नेतृत्वकर्ताओं की किरकिरी को रोका जा सके! 

*स्थानीय स्तर पर प्रतिक्रिया*

ऑडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में चर्चा तेज है। कई लोगों ने इसे “आस्था पर सीधी चोट” बताते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है साथ ही भाजपा के बड़े नेताओं का नाम लेकर बदनाम करना जो सीधे-सीधे पार्टी की छवि को धूमिल करता है उक्त ऑडियो में कितनी सच्चाई है नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह की वाइस सैंपल ले लेकर निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाये जाने की चर्चा तेज हों गई है क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे मामलों में ढिलाई समाज में और तनाव पैदा कर सकती है।

 इनका कहना है।

भाजपा कार्यकर्ता से जांच के लिए शिकायत प्राप्त हुई है, इस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन प्राप्त कर कार्रवाई की जाएगी।

*सुमित कौशिक, थाना प्रभारी रामनगर*

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