गुड सेड़ का काम अधूरा लेकिन रेलवे प्रशासन ने प्रारंभ कराया गुड सेड  में कोयले की लोडिंग अनलोडिंग


*रेलवे प्रबंधन कटघरे में*

शहडोल/अनूपपुर

शहडोल अनूपपुर जिले के सीमा पर अमलाई रेलवे स्टेशन से महज 50 मीटर की दूरी पर रेलवे प्रशासन द्वारा ठेकेदार के माध्यम से गुड सेड़ का निर्माण कराया जा रहा है, बताया जाता है कि यह निर्माण कार्य अभी पूर्ण नहीं हो पाया है और वहां भवन निर्माणाधीन है और पानी टंकी का निर्माण भी नहीं कराया गया है, इसके बावजूद वहां कोयले की लोडिंग अनलोडिंग प्रारंभ कर दी गई है। जिससे स्टेशन में आने जाने वाले यात्री एवं इंदिरा नगर के लोग परेशान हो रहे हैं। बताया जाता है कि अभी तक गुड़ सेड़ में भवन निर्माण अधूरा है और स्प्रिंगलर चालू करने के लिए पानी टंकी का निर्माण भी नहीं हो पाया है, जब पानी टंकी का निर्माण ही नहीं हुआ है तो स्प्रिंगलर प्रारंभ कैसे होगा। ऐसे में कोयले की लोडिंग अनलोडिंग से पूरा क्षेत्र कोयले के डस्ट से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण से लोग परेशान हो रहे हैं। जिस स्थान से कोयले से लगे भारी वाहनों का आवागमन हो रहा है, वहां रहवासी बस्ती है और मुख्य गेट के सामने ही सरस्वती शिशु मंदिर स्थित है, जहां सैकड़ो नौनिहाल अध्यनरत हैं। पूर्व में कोयला प्रदूषण से परेशान हो रहे लोगों द्वारा आंदोलन भी किया गया था और हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी। हाई कोर्ट के निर्देशों एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मापदंडों को पूर्ण भी नहीं किया जा रहा है, गुड सेड के किनारे एक दर्जन से भी कम पेड़ लगाए गए हैं। जब पेड़ नहीं लगाए गए, पानी टंकी के काम चालू नहीं हुआ ऐसे में स्प्रिंगलर मात्र दिखावा साबित हो रहा है। जन चर्चा यह भी है कि पूर्व में यह बताया गया था कि निर्माण कार्य इसलिए कराया जा रहा है कि इसमें ओरिएंट पेपर मिल में आने वाला  नमक इत्यादि रेट के माध्यम से अनलोड किया जाएगा, लेकिन यहां तो पूर्व की तरह कोयले की अनलोडिंग कराई जा रही है। रेलवे प्रशासन एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मनमानी तरीके से गुड सेड में अनलोडिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

बताया जाता है कि गुड सेड में आवागमन करने के लिए रेलवे प्रशासन का कोई निजी मार्ग नहीं है वहीं प्राइवेट व्यक्तियों के मुख्य द्वार से ही गाड़ियों का आवागमन रेलवे प्रशासन की मिली भगत से किया जा रहा है।

सवाल यह उठता है कि क्या रेलवे प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को जनता के  हितों का ध्यान नहीं है और कोयला प्रदूषण से जो भी प्रतिकूल असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड रहा है उसकी जिम्मेदारी किसकी है। अब जनता के पास आंदोलन के सिवाय कोई हल नहीं निकल रहा है क्योंकि जब हाई कोर्ट के निर्देशों का ही पालन रेलवे प्रशासन के अधिकारी नहीं कर रहे हैं तो जनता के हितों का ध्यान कैसे रखेंगे।

कलेक्टर ने बीएलओ को किया निलंबित, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, युवक की हुई मौत


अनूपपुर 

कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी हर्षल पंचोली ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 87-अनूपपुर के मतदान केंद्र क्रमांक 31 जमुड़ी की बीएलओ राजकुमारी सिंह को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य में लापरवाही बरतने के कारण की गई है। राजकुमारी सिंह, जो संकुल केंद्र शा. उ.मा.वि. सकरा के प्राथमिक शाला छीरापटपर में संविदा शिक्षक वर्ग-3 के पद पर कार्यरत हैं, उन्हें एसआईआर कार्य के तहत गणना पत्रक के वितरण और डिजिटाइजेशन का दायित्व दिया गया था। आरोप है कि उन्होंने इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों को फेंक दिया और कोई कार्य नहीं किया।

उनके इस कृत्य को सौंपे गए दायित्वों के प्रति अनुशासनहीनता और निर्वाचन कर्तव्य में लापरवाही माना गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय अनूपपुर निर्धारित किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।

*सड़क हादसा, युवक की हुई मौत*

जिले के कोतमा थाना क्षेत्र के पैरीचूआ गांव में मंगलवार रात सड़क हादसे में बाइक सवार युवक गणेश सिंह गोंड (23) की मौत हो गई। अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मारकर कुचल दिया और मौके से फरार हो गया। निमहा निवासी गणेश सिंह गोंड पिछले कुछ दिनों से अपने मामा के घर आ-जा रहा था। वह बाइक से मामा के घर ही जा रहा था, तभी पैरीचूआ गांव के पास एक तेज रफ्तार चार पहिया वाहन ने उसे टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी भीषण थी कि गणेश के सिर में गंभीर चोटें आईं और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर कोतमा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है।

वीरेंद्र राय, प्रवीण राय के लठैतों ने युवकों को डंडों व शराब के बॉटल से मारकर किया घायल


अनूपपुर

जिले के चचाई थाना अंतर्गत अमलाई मुख्य मार्ग का नजारा यूपी बिहार की तर्ज पर किसी फिल्मी सीन से कम नहीं रहा। अमलाई से बुढार मुख्य मार्ग पर स्थित अनूपपुर जिले की शराब दुकान पर रेट को लेकर हुए छोटे से विवाद ने  देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया, शराब ठेकेदार के वीरेंद्र राय, प्रवीण राय के गुंडों व लठैतों तो ने शराब लेने आए युवकों को लाठी डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, हद तो तब हो गई जब शराब ठेकेदार के दर्जनों गुर्गों ने सरे राह बियर की बोतलों से युवकों पर हमला बोल दिया हमले मे कई युवक तथा राहगीर गंभीर रूप से घायल हो गए, आपको बता दे कि इससे पूर्व भी जिले के शराब ठेकेदार द्वारा कोतमा में एक युवक पर गाड़ी चढ़ा कर हत्या करने का प्रयास किया गया था, कभी ठेकेदार की दबंगई, तो कभी रेट को लेकर, तो कभी जिले में लगातार हो रही अवैध शराब पैकारी तो कभी ग्राहकों के साथ बदसलूकी करने के मामले हमेशा से सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन मूक दर्शक बनकर बैठा जिला प्रशासन तथा आबकारी विभाग ठेकेदार के रसूख के सामने  बोना नजर आ रहा है, आखिर क्या वजह है कि जिले का यह दबंग शराब ठेकेदार सारे नियम कायदो को ताक में रखकर न सिर्फ मनमानी पर उतारू है, गुंडागर्दी करके जिले का माहौल बिगाड़ रहा है। पूरे जिले में अवैध पैकारी के साथ पवित्र नगरी अमरकंटक मे प्रशासन की सह पर खुलेआम शराब परोस कर धार्मिक भावना को भी ठेस पहुंचा रहा है। अब ऐसा लग रहा है कि पूरे जिले की कानून व्यवस्था शराब ठेकदार चला रहे हैं, और पुलिस, आबकारी, जिला प्रशासन केवल मूकदर्शक बनकर बैठा है।

यह कलेक्ट्रेट, गन्दगी का लगा अंबार, क्या यही है स्वच्छ भारत मिशन


उमरिया

तस्वीर देखकर चौकिये नहीं यह उमरिया जिले का कलेक्ट्रेट कार्यालय है, जहाँ ओर जिले के मुखिया कलेक्टर जिला दंडाधिकारी बैठते है। जहां कलेक्ट्रेट के पीछे वाले द्वार में गंदगी का अंबार लगा है। यहां से आने जाने वाले अधिकारी मुंह सिकोड़कर या नाक दबाकर जरूर निकलते हैं, लेकिन किसी ने इसे साफ करवाने की जहमत नहीं उठाई।

लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जिले का सबसे बड़ा कार्यालय कलेक्ट्रेट जहां पूरे प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं, उसके पीछे वाले दरवाजे के किनारे इतनी भारी गंदगी किसने इकट्ठा किया, इतना कचरा कहां से आया या इसे साफ कराने की किसी ने जरूरत नहीं समझी,जबकि सोमवार और मंगलवार को यह पूरी गंदगी देखी गई। बहरहाल इस कचरे के ढेर को जिन-जिन आम आदमियों ने देखा उसके मन में कई तरह के सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं। जब जजिला के सबसे बड़े कार्यालय का यह हाल है तो बाकी कार्यालयों का क्या हॉल होगा।

रिहायशी इलाके में पहुँचा भालू, भूख के कारण कचरे से खाना ढूंढकर खाया खाना, दहशत का माहौल


अनूपपुर

जंगली जानवरों के प्राकृतिक आवास सिकुड़ते जा रहे हैं। जिस वजह से आए दिन वन्यजीव जानवर भोजन की तलाश में रिहायशी इलाके का रुख कर रहे हैं। यही कारण है कि मानव और उनके बीच द्वन्द बढ़ता जा रहा है। अनूपपुर से इसी से जुड़ा एक मार्मिक वीडियो सामने आया है, जहां भूख से बेहाल एक भालू रहवासी जगह पहुंच गया और कचरे में खाना ढूंढकर अपनी भूख शांत करता दिखा। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

दरअसल, ताजा मामला नगर परिषद डोला के वार्ड क्रमांक 04 का है, जहां देर रात एक बड़ा भालू रिहायशी इलाके में पहुंच गया। खाने की तलाश में भटकता यह भालू घरों के बाहर पड़े कचरे के ढेर तक आ पहुंचा और पैकेट में रखी खाने की सामग्री को खाता रहा। इस दौरान आसपास के लोग दहशत में घरों के भीतर कैद रहे। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भालू कुछ देर तक मोहल्ले में घूमता रहा और फिर कचरे के ढेर से खाने का सामान चुन-चुनकर खाता रहा। इस दौरान एक युवक ने साहस दिखाते हुए दूर से ही भालू की गतिविधियों का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। 

लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से जंगली जानवर भोजन की तलाश में आबादी वाले क्षेत्रों का रुख कर रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में लगातार डर का माहौल बना हुआ है। घटना की जानकारी वन विभाग को दे दी गई है। विभागीय टीम ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और लोगों को रात में बाहर न निकलने और कचरा खुले में न फेंकने की अपील की है। भालू की यह चौंकाने वाली मौजूदगी और उसका वायरल वीडियो अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है।

नगरपरिषद अध्यक्ष पति छोटे को नही मिला कमीशन तो गाली गलौज करके थमा दिया फर्जी नोटिस 

*व्यक्तिगत घर के निर्माण में लेता है कमीशन, नगरपरिषद को जेब मे रखकर नियमो का उड़ा रहा मजाक*


अनूपपुर। 

जिले में लगातार भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुके बरगवां अमलाई नगर परिषद में इन दिनों गरीबों को सताया जा रहा है, यहां पर अध्यक्ष पति परिवार वाले अपना पुराना बदला निकालने का पूरा प्रयास किया जाता है, एक मामला हाल ही में अभी सामने आया है जहां नगर परिषद के एक कर्मचारी के द्वारा फर्जी नोटिस देकर अच्छे लाल एवं रवि टेंट वाले को परेशान किया गया और उसे अपना घर बनाने से भी रोका गया। बताया जा रहा है कि अच्छे लाल रवि टेंट हाउस लगातार अपने काम में व्यस्त रहते हैं,  इनके द्वारा नगर परिषद अध्यक्ष पति का बात ना सुनने एवं उसके चुनाव प्रचार में काम न करने की वजह से उनसे खुन्नस निकाल कर उनको यातना दी जा रही है, अच्छे लाल के परिवार जनों ने बताया कि मैं अपने घर का छत ढलवा रहा था और तभी अध्यक्ष पति छोटे आया और गाली देकर कहा कि तुम यहां पर छत नहीं बनाओगे अपनी दादागिरी दिखाते हुए बाकायदा नगर परिषद के आउटसोर्स कर्मचारी से नोटिस देकर काम रोकने को कहा गया, वहीं नोटिस में किसी प्रकार का ना कोई क्रमांक का उल्लेख है और ना ही किसी प्रकार का कोई दिनांक अंकित है, इससे साफ जाहिर है कि लगातार नगर परिषद में फर्जी नोटिस बांट कर लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। जिला प्रशासन लगातार इनके कारनामों को देख रही है और चुप्पी साधे हुए हैं, साथ में सीएमओ किसी भी प्रकार से अध्यक्ष पति को रोकते नहीं हैं, लगातार इनके द्वारा हरी झंडी दी जाती है, जबकि विधि संगत कार्यवाही हो तो अच्छा लगता है, लेकिन यहां पर विधि संगत कोई कार्रवाई नहीं होता है, फर्जी नोटिस देकर लोगों को परेशान किया जाता है। रवि ने बताया कि मुझे लगातार परेशान किया जाता है और मेरे परिवार जनों को बोला जाता है कि अगर काम नहीं रोकोगे तो अच्छा नहीं होगा, गाली देते हुए जबरन दबाव बनाया जाता है, अब जिला प्रशासन इस पर क्या कार्यवाही करती है, क्या अध्यक्ष पति का रवैया इसी तरह से रहेगा क्या पूरी तरह से उनकी हुकुमत चलेगी, जबकि इन पर कोई कार्रवाई नही हुई है, जबकि अतिक्रमण की अगर कार्यवाही देखी जाए तो सबसे ज्यादा अतिक्रमण अध्यक्ष परिवार के लोगों ने की है, जिसकी कार्यवाही आज भी लंबित है। मामला बरगवां अमलाई नगर परिषद के पेट्रोल पंप और राइस मिल से जुड़ा हुआ है जो की रेलवे भारत सरकार की जमीन पर इनके द्वारा अतिक्रमण करते हुए निर्माण किया गया है, साथ ही इनके द्वारा भारत के प्रतिष्ठित कंपनी बिरला की जमीन पर अपना खुद का आशियाना बनाया हुआ है क्या इन सब मामलों पर कार्यवाही होगी या इसी तरह से गरीबों को सताया जाएगा और अध्यक्ष पति के हौसले बढ़ते रहेंगे।

अवैध रेत चोरी कर परिवहन करने वालो पर कार्यवाही, पुलिस ने 2 ट्रैक्टर किया जप्त


अनूपपुर

थाना कोतमा टीम ने लगातार 02 दिनो से अवैध रेत चोरी कर  परिवहन करने वालो के विरूध्द कार्यवाहिया की जा रही है। मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि केवई नदी के पचखुरा घाट से रेत चोरी कर एक ट्रेक्टर में लोड हो रहा है, मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी की गई तो खमरौन्ध  रोड पर एक नीले रंग का स्वराज ट्रेक्टर में अवैध रेता लोड था, जिसे रूकवाकर वाहन चालक से अपना नाम पूछने पर ऋतु प्रकाश दुबे उर्फ शनि पिता रामजी दुबे निवासी सारंगगढ का होना बताया, जिस से ट्रेक्टर में लोड़ रेत के संबंध में दस्तावेज चाहे गयें जो नही होना बताया एवं ट्रैक्टर स्वयं का होना बताया ट्राली में करीबन अवैध रूप से 03 घन मीटर रेत लोड होने पर आरोपी वाहन चालक ऋतु प्रकाश दुबे के विरूध्द धारा 303(2),317(5) बीएनएस 4/21 खान खनिज का अपराध पंजीबध्द कर रेत लोड वाहन ट्रैक्टर मय ट्राली के जप्त किया गया । 

दूसरे मामले में मुखबिर से सूचना मिली की  केवई नदी के बमूर घाट से रेच चोरी कर एक ट्रैक्टर में लोड कर लहसुई तरफ जाने वाला है । उक्त मुखबिर की सूचना पर थाना कोतमा पुलिस द्वारा आरोपी मुकेश कुमार पाव पिता देवनाथ पाव निवासी चंगेरी के कब्जे से अवैध रेत लोड ट्रेक्टर जप्त कर आरोपी वाहन चालक मुकेश कुमार पाव, टैक्टर मालिक एवं राजा उर्फ असरफ के विरूध्द धारा 303(2),317(5) बीएनएस 4/21 खान खनिज का अपराध पंजीबध्द कर रेत लोड वाहन ट्रैक्टर मय ट्राली के जप्त किया गया।

पोस्ट ऑफिस में चोरी का खुलासा, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

17 नवंबर 2025 को उप डाकपाल शिव कुमार सिंह टेकाम पिता शिवमंगल सिंह उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम धौरई पोस्ट. बकेली तहसील बिरसिंगपुर पाली जिला उमरिया (म.प्र.) हाल उपडाक पाल बिजुरी का इस आशय का रिपोर्ट किया कि दिनांक 16 व 17 नवंबर 2025 के दरमियानी रात 2.30 बजे से 3.40 बजे के बीच अज्ञात व्यक्ति पोस्ट आफीस का ताला एवं  तोड कर पोस्ट आफीस में फरियादी के पर्स में रखा तीन हजार रुपये चोरी कर ले गया रिपोर्ट पर अपराध क्र. 366/25 धारा 331(4), 305(ए),305(ई) बीएनएस कायम कर विवेचना मे लिया गया । 

विवेचना के दौरान संदिग्ध की पता तलाश की गई जो आरोपी शैलेन्द्र रघुवंशी पिता राम सिंह रघुवंशी उम्र 23 वर्ष निवासी मोहाडा दफाई बिजुरी के नाम की सुराग लगा, जिसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई, जिसने जुर्म स्वीकार किया और घटना में प्रयुक्त लोहे का बसुला, चोरी किए गए 3 हजार रुपये पर्स सहित बरामद हुआ, जिसे जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेएमएफसी न्यायालय कोतमा पेश किया गया ।  

 आरोपी ने खुलासा किया कि दिन के समय अपना एटीएम कार्ड का पता करने के लिए पोस्ट ऑफ़िस आया था तो कई लोगों को पोस्ट ऑफ़िस में पैसा जमा करते देखा था, जिसके कारण उसने चोरी की नियत से पोस्ट ऑफिस में ताला तोड़ कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।

नप बरगवा में कलेक्टर रेट से कम मजदूरी का बड़ा खुलासा, प्रशासन की चुप्पी से हुए सवाल खड़े

*ठेका भी कम रेट पर स्वीकृत, अध्यक्ष, सीएमओ मौन*


अनूपपुर

नगर परिषद बरगवा से जुड़े निर्माण और सफाई कार्यों में कलेक्टर रेट से कम मजदूरी दिए जाने की शिकायतों के बाद अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि न केवल उन्हें कम भुगतान किया जा रहा है, बल्कि जिस ठेके के तहत ये काम चल रहे हैं, वह भी कलेक्टर रेट से कम दर पर ही स्वीकृत किया गया है, जिससे मजदूरों को पूरा हक़ मिलना पहले से ही असंभव हो गया है।सबसे गंभीर बात यह है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा, जिससे मजदूरों में भारी रोष और अविश्वास पैदा हो गया है।मजदूरों ने लगाया बड़ा आरोप—“कम रेट पर ठेका देकर पहले ही मजदूरी काट ली गई”मजदूरों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा जो ठेके स्वीकृत किए गए हैं, उनमें कलेक्टर रेट के अनुरूप बजट ही तय नहीं किया गया है। इससे ठेकेदार कम राशि में काम लेने के लिए मजबूर हैं और उसी की भरपाई मजदूरों की मजदूरी काटकर कर रहे हैं।

एक मजदूर ने बताया की “ठेका ही कम रेट पर दे दिया है, तो ठेकेदार हमें पूरा क्यों देगा? प्रशासन ने पहले ही कम रेट में काम देकर हमारा हक़ काट दिया।”मजदूरों के अनुसार, यह पूरी प्रक्रिया सुनियोजित तरीके से की गई है, जिसमें बजट कम रखा गया और बाद में मजदूरों को कम मजदूरी दे दी गई 

एक नागरिक ने कहा की “जब ठेका ही गलत रेट में पास है तो मजदूरों का हक़ कौन दिलाएगा? प्रशासन जान-बूझकर अनदेखी कर रहा है।”कानून कहता है—कलेक्टर रेट से कम भुगतान बिल्कुल गैर-कानूनी Minimum Wages Act के अनुसार—कलेक्टर रेट से कम मजदूरी देना अपराध है। ऐसा आदेश पास करना या लागू करना दोनों गैर-कानूनी हैं दोषियों पर सजा और जुर्माना अनिवार्य है, लेकिन बरगवा में कानून का पालन न होना, जिला स्तर पर निगरानी व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि मजदूरी भुगतान की गड़बड़ी का मूल कारण यही है कि “नगर परिषद ने ठेका स्वीकृत करते समय कलेक्टर रेट को ही नजरअंदाज कर दिया। जब ठेके का बजट ही कम है, तो मजदूरों को पूरा भुगतान कैसे मिलेगा?”ये गंभीर आरोप नगर परिषद की प्रक्रियाओं और पारदर्शिता को लेकर गंभीर संदेह खड़ा करते हैं। मजदूरों की मांग की है ठेके की पूरी जांच हो, भुगतान कलेक्टर रेट पर मिले

मजदूर संगठनों ने साफ कहा है कि ठेके की फीस और रेट की जांच की जाए ठेका कैसे और किस दर पर स्वीकृत हुआ, इसकी कॉपी सार्वजनिक की जाए मजदूरों को बकाया राशि तुरंत दी जाए, दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर FIR दर्ज हो। एक प्रतिनिधि ने कहा की “कलेक्टर रेट से नीचे ठेका देना भी अपराध है और नीचे मजदूरी देना भी। दोनों मामलों पर कार्रवाई जरूरी है।

ज्वेलर्स की दुकान में घुसे चोर, 60 हजार के जेवरात चोरी, स्कॉर्पियो ने मारी टक्कर एसडीएम व ड्राइवर घायल


अनूपपुर 

जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कपिलधारा वार्ड क्रमांक-07 स्थित आरती ज्वेलर्स में 50, 60 हजार रूपए के सोने-चांदी के जेवरात की चोरी हुई है। चोरों ने दुकान की छत तोड़कर वारदात को अंजाम दिया। बिजुरी पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

दुकान संचालक विष्णु सोनी ने बताया कि जब वह सुबह दुकान खोलने पहुंचे तो देखा कि सोने-चांदी के जेवरात बिखरे हुए थे और तिजोरी के ताले टूटे हुए थे। चोरों ने दुकान का सीट तोड़कर चोरी की है।

प्रारंभिक आकलन के अनुसार, दुकान से 50 से 60 हजार रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी हुए हैं। सोनी ने बिजुरी थाने में चोरी की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

अनूपपुर जिले में चोरी की घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। पुलिस की रात्रि गश्त के बावजूद चोर वारदातों को अंजाम देने में सफल हो रहे हैं। इससे पहले कोतमा में एक मोबाइल दुकान से 31 मोबाइल चोरी हुए थे, और अनूपपुर जिला मुख्यालय में एक जज के फ्लैट में भी चोरी की घटना हुई थी।

*स्कॉर्पियो ने मारी टक्कर एसडीएम व ड्राइवर घायल*

उमरिया जिले के नौरोजाबाद बाइपास पर एक बड़ा सड़क हादसा हो गया, जिसमें बांधवगढ़ के एसडीएम अंबिकेश सिंह की सरकारी गाड़ी को तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने जोरदार टक्कर मार दी,घटना उस समय हुई जब एसडीएम अंबिकेश सिंह पाली की ओर जा रहे थे। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर उनकी गाड़ी से जा टकराई। हादसे में एसडीएम अंबिकेश सिंह और उनके ड्राइवर अनिल को चोटें आईं। एसडीएम अंबिकेश सिंह को जबलपुर रेफर किया गया है,दोनों घायलों को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक  उपचार के बाद जबलपुर रेफर किया गया है,जबलपुर सिटी हॉस्पिटल में उनका इलाज जारी है,हादसे के बाद दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए,सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि स्कॉर्पियो किसकी थी और दुर्घटना कैसे हुई,अधिकारियों ने बताया कि एसडीएम सामान्य छोटे आई है। इलाज के लिए जबलपुर रेफर किया गया है,घटना की जानकारी के बाद जिला अस्पताल में जिले के अधिकारी पहुंचे हैं मामले की जांच जारी है।

महिला पटवारी से गाली गलौच, कुल्हाड़ी से हमले की कोशिश, पटवारी संघ ने किया थाने में हंगामा


शहडोल

कोतवाली थाना क्षेत्र के जुगवारी में महिला पटवारी पर हमले की कोशिश की गई। महिला पटवारी ग्राम पंचायत में बैठकर फसल छाती सर्वे का शासकीय कार्य कर रही थी, तभी आरोपी कुल्हाड़ी लेकर वहां पहुंचा और महिला पटवारी के साथ गाली गलौज कर जान से मार देने की धमकी के साथ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की, इसके बाद महिला पटवारी अपने साथी पटवारियों के साथ कोतवाली पहुंची और मामले की शिकायत पुलिस से की है। घटना के बाद पटवारी संघ ने हंगामा खड़ा कर दिया, और कोतवाली में धरने में पटवारी बैठ गए। उनकी मांगे थी कि जब तक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती जब तक वह अपना कार्य नहीं करेंगे, काफी समय तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने समझा बूझकर पटवारी को वापस भेजा है। आरोपी पर पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के जुगवारी गांव में पटवारी करूणा पांडेय फार्मर आईडी रजिस्ट्रेशन एवं फसल छति सर्वे का कार्य ग्राम पंचायत में कर रही थी, तभी आरोपी सतीश जायसवाल अपनी मोटर साइकिल से कैंप पहुंचा तथा अपने खेत के मुआवजे की मांग को लेकर हल्का पटवारी से बहस करते हुए हाथ में कुल्हाड़ी लेकर गाली गलौज करने लगा, महिला पटवारी ने जब आपत्ति की तो आरोपी ने हमले की भी कोशिश की। जिसे देख अन्य लोगों ने आरोपी को वहां से हटाया।

घटना की जानकारी पटवारी करूणा पांडेय ने अपने संघ के लोगों को दी। और अन्य पटवारी भी करूणा के साथ कोतवाली थाने पहुंचे। महिला पटवारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी सतीश जायसवाल के खिलाफ कई धाराओं में केश दर्ज किया है।

घटना की निंदा करते हुए कोतवाली में पीड़ित के साथ उनके सहयोगी पटवारी धरने में बैठ गए,और कहा जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक वह कोई काम नहीं करेंगे। काफी समय तक हंगामा चला इसके बाद पुलिस ने पटवारियों को समझाया और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना हुई।

करेंट लगाकर बाघ का किया शिकार, दो आरोपियों को वन विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार

*आरोपी न्यायिक अभिरक्षा में*


शहडोल

शिकार के लिए लगाए गए करंट की चपेट में आने से बाघ की मौत हो गई, जिसके बाद शिकारियों ने बाघ के अंगों को एक स्थान पर दफना दिया। यह मामला ब्यौहारी वन क्षेत्र का है। एक बाघ के अंगों की बरामदगी ने वन्यजीव संरक्षण कानूनों के उल्लंघन की गंभीरता को एक बार फिर उजागर कर दिया है। राजस्व ग्राम बोचरो के एक खेत में बाघ के अंग मिलने के बाद, वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

इस मामले की शुरुआत तब हुई जब क्षेत्र के किसानों ने खेत में बाघ के अंग देखे और वन विभाग को सूचित किया। इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और संबंधित अंगों का पोस्टमार्टम किया गया तथा अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद, अज्ञात आरोपियों के खिलाफ वन अपराध दर्ज किया गया। इस मामले की गहन जांच हेतु वरिष्ठ अधिकारियों ने एक विशेष टीम का गठन किया।

संयुक्त टीम, जिसमें वन विभाग और एसटीएसएफ जबलपुर के सदस्य शामिल थे, ने विस्तृत विवेचना के बाद ग्राम बोचरो के स्थानीय निवासी अम्ब्रीश लोनी और लल्लू कोल को गिरफ्तार किया। मामले की जांच के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने तार और खूटियों का उपयोग कर जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए करंट लगाया था, जिससे बाघ की मृत्यु हो गई। आरोपी घटना के बाद बाघ के शव के टुकड़े करके कुछ अंगों को बोचरो क्षेत्र में दबा देने के बाद फरार हो गए थे।

कनिष्ठ अभियंता, म.प्र. पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ब्यौहारी ने भी इस घटना की पुष्टि की है, जिसमें बताया गया है कि करंट लगने से बाघ की मृत्यु हुई थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें घटना स्थल पर ले जाकर मौके का निरीक्षण कराया गया। मौके पर की गई जांच में पाया गया कि आरोपियों ने बाघ के अंगों को चीटीमार तालाब में भी दबा दिया था। वन विभाग की टीम ने तालाब से उन अंगों के साथ-साथ शेष सामान को भी जब्त कर लिया। आरोपियों को न्यायालय ब्यौहारी में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। मामले की जांच अब भी जारी है।

दो अलग-अलग सड़क दुर्घटना में बाइक सवारों में युवती की हुई मौत, चार घायल


उमारिया

उमरिया कोतवाली थाना अंतर्गत आकाशकोट के ग्राम कटरिया में शनिवार देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें बाइक सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों की पहचान बाजाकुण्ड निवासी भगत पिता सुंदर सिंह (18), अंगद पिता वीरन सिंह (23) तथा गोविंद पिता लाल सिंह (18) के रूप में हुई है। सूत्रों के अनुसार, ये तीनों युवक ग्राम जगेला में आयोजित बिरसा मुंडा कार्यक्रम में शामिल होकर अपने घर लौट रहे थे। कटरिया की खड़ी पहाड़ी पर पहुंचते ही बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और तीनों युवक सड़क किनारे गिर पड़े। तेज रफ्तार तथा असंतुलन के कारण तीनों के पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने 108 की मदद से युवकों को जिला अस्पताल पहुँचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायलों की नाजुक स्थिति को देखते हुए रात को ही उन्हें जबलपुर रेफर कर दिया। हादसे की खबर से बाजाकुण्ड क्षेत्र में चिंता और सदमे का माहौल है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दुर्घटना के वास्तविक कारणों की पड़ताल की जा रही है।

दूसरे मामले में  उमरिया जिले के नोरोजाबाद थाना अंतर्गत ग्राम करकेली के पास बने बन्ना नाला क्षेत्र में रविवार दोपहर करीब 4 बजे हुए सड़क हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। हादसे में युवती कुमकुम सोनी निवासी मैहर की मौत हो गई, जबकि युवक सत्यप्रकाश सोनी निवासी अनूपपुर सुरक्षित बताया जा रहा है।

सूत्रों की माने तो युवती कुमकुम दोपहर में मैहर से सड़क मार्ग द्वारा उमरिया बस स्टैंड पहुंची थी, जहाँ उसकी मुलाकात सत्यप्रकाश से हुई। बताया जाता है कि युवक अपने मामा के घर ग्राम पिनोरा आया हुआ था और वहीं से प्रेमिका से मिलने उमरिया पहुँचा था। दोनों की शादी मार्च माह में तय थी। मुलाक़ात के बाद दोनों बाइक से पाली की ओर जा रहे थे, तभी बन्ना नाला के पास बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और पीछे बैठी कुमकुम सड़क पर गिर पड़ी। बाइक चालक सत्यप्रकाश को युवती के गिरने की जानकारी कुछ दूरी जाने के बाद हुई। जब वह वापस लौटा, तो कुमकुम गंभीर रूप से मृत अवस्था मे पड़ी थी। घटना की भयावहता और घबराहट में युवक इतना टूट गया कि पहले उसने युवती को पहचानने से ही इंकार कर दिया। बाद में पूछताछ और लोगों के समझाने पर उसने पूरी घटना बताई। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।

मोबाइल चोरी कर 01 लाख का सायबर फ्राड करने वाला आरोपी गिरफ्तार मोबाइल सहित 62 हजार नगद जप्त


अनूपपुर

सायबर फ्रॉड व मोबाइल चोरी कर 01 लाख रुपये का गवन करने वाले आरोपी को बिजुरी पुलिस द्वारा घटना की कायमी के 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया गयाऔर घटना में गया पूरा मशरूका जप्त किया गया है। थाना बिजुरी मे दिनाक 14 नवंबर 2025 को फरियादी पन्नालाल नाई पिता प्रभूनाथ नाई उम्र 55 वर्ष निवासी माइनस कॉलोनी बिजुरी द्वारा यह शिकायत की गयी की 09 नवंबर 2025 को अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरा मोबाइल चोरी कर मेरा फोन पे का पासवर्ड बदल कर सेंट्रल बैंक खाते से लगभग 01 लाख रुपये निकाल लिया गया है जिसकी शिकायत ऑन लाइन 1930 साइबर हेल्प लाइन पर भी की गई है घटना  विवरण पर से अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना बिजुरी मे अपराध क्र 357/25 धारा 303(2), 319(2) बीएनएस 66(ख), 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट का कायम कर विवेचना मे लिया गया। 

 घटना की शिकायत ऑनलाइन होने के कारण विवेचना दौरान फरियादी के बैंक खाते से होने वाले ट्राजेंक्शन की जानकारी तत्काल प्राप्त हो गई जिसमे पाया गया सभी विवादित ट्राजेंक्शन जिला शहडोल मे हुए है। जिस पर थाना बिजुरी मे टीम बनाया जाकर जिला शहडोल रवाना किया गया उक्त खाताधारको से पूछताछ व उनके पास उपलब्ध सीसीटीव्ही फुटेज देखे गये जिसमे यह पाया गया कि सारे ट्राजेंक्शन करने वाला अमलाई निवासी सूर्या उर्फ गणेश सोनी पिता स्व. धर्मराज सोनी है जिसकी पता तलाश की गयी जिसे अमलाई से दस्तयाब किया गया तथा पूछताछ पर उसके द्वारा जुर्म कबूल किया गया तथा चोरी गया मोबाइल, फ्राड के पैसे से खरीदा गया मोबाइल तथा नगद 62,000/— रुपये जप्त कराया गया है।जिसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया जा रहा है।

चोरी किए मोबाइल में मोबाइल लॉक नहीं था और मोबाइल फोटो गैलरी में फरियादी के आधार कार्ड की फोटो थी जिसका उपयोग करके उसने फोन पे का पिन रिसेट किया और फोन पे के माध्यम से फरियादी के खाते की सारी रकम निकाल ली गई। आरोपी शातिर चोर है जिसके विरुद्ध जिला शहडोल और जीआरपी थाने शहडोल में 07 से ज़्यादा चोरी के मामले दर्ज हैं आरोपी चलती ट्रेन में पाकेट मारी और चोरी का आदतन अपराधी है ।

देश मे विदेशी मुसलमान, देश के खिलाफ आंदोलन चलाकर पाकिस्तान की करते हैं मदद

*अमरकंटक में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत खोला जाएगा ट्रेनिंग सेंटर-केंद्रीय मंत्री*


अनूपपुर

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अनूपपुर जिले के अमरकंटक प्रवास पर है। इस दौरान उन्होंने मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर पूजा-अर्चना की और देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद वे सर्किट हाउस पहुंचे, जहां आयोजित बैठक में उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से 2000 लोगों को रोजगार से जोड़ने की योजना की जानकारी दी। मंत्री ने यहां गोंड आर्ट से बनी चित्रकलाओं का अवलोकन भी किया।

अपने प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में अवैध घुसपैठ की स्थिति चिंता का विषय है और इसपर गंभीरता से जांच की जरूरत है।

अमरकंटक में मुस्लिम आबादी बढ़ने को लेकर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा "मैं अमरकंटक लगभग 25 सालों से आ रहा हूं। जब मैं पहली बार 1998 में आया था, तब यहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं था। अब यह अचानक कैसे बढ़ गए। उन्होंने कलेक्टर से बाहरी लोगों की जांच करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने देश के मुसलमानों से अपील की कि वे इन घुसपैठियों को संरक्षण न दें। उन्होंने कहा, "जब कोई पूछता है तो आप कह देते हैं कि यह मेरे खाला का लड़का है।

उन्होंने बिहार में अपनी 'हिंदू स्वाभिमान यात्रा' का जिक्र करते हुए बताया कि वहां एक जिले में 'देसी मुसलमान' से ज्यादा 'विदेशी मुसलमान' हो गए हैं, खासकर बिहार के पूर्वांचल में। गिरिराज सिंह ने देसी मुसलमानों से निवेदन किया कि वे विदेशी मुसलमानों को संरक्षण न दें, क्योंकि उनके कारण ही इन्हें चिह्नित करने में दिक्कतें आ रही हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि ये घुसपैठिए पहले बच्चों का रोजगार छीनते हैं, संसाधनों का उपयोग करते हैं, फिर देश के खिलाफ आंदोलन करते हैं और पाकिस्तान की मदद करते हैं। उन्होंने देसी मुसलमानों से अपील की कि यदि कोई विदेशी मुसलमान आता है, तो वे इसकी सूचना अपने जिलाधिकारी को दें। गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि बिहार में नई सरकार बनेगी, तो वे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्थानीय कलाकारों को नर्मदापुरम के रेशम केंद्र का निरीक्षण कर वहां संचालित गतिविधियों की जानकारी लेने के निर्देश भी दिए, ताकि अमरकंटक क्षेत्र में रेशम उद्योग, हैंडलूम और रेशम क्राफ्ट को स्थानीय स्तर पर और अधिक विकसित किया जा सके। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अमरकंटक क्षेत्र में हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की बड़ी भूमिका है तथा यहां रोजगार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्थानीय कलाकारों को रेशम उद्योग से जोड़कर उनके कौशल और आय में वृद्धि के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जाए। 

नगर परिषद बरगवा में राज्यपाल के गजट आदेश की खुली अवहेलना, बिना स्वीकृति नाम बदलना गलत

*नप अध्यक्ष सीएमओ की सहमति पर गंभीर सवाल*


अनूपपुर

नगर परिषद बरगवा (अमलाई) में इन दिनों एक बड़ा प्रशासनिक तूफ़ान खड़ा हो गया है। स्थानीय नागरिक, सामाजिक संगठन और क्षेत्रीय प्रतिनिधि नगर परिषद प्रशासन पर यह गंभीर आरोप लगा रहे हैं कि उसने राज्यपाल द्वारा जारी अधिकृत गजट अधिसूचना को दरकिनार करते हुए कही कही नगर परिषद का नाम बदलकर “नगर परिषद बरगवा देवहरा अमलाई” के रूप में उपयोग करना शुरू कर दिया है। जय इस बात की जानकारी नगर परिषद अध्यक्ष, सीएमओ व पार्षदों को नही है क्या, अगर इनकी जानकारी में है तो इन पर सवाल उठना लाजमी है। क्या ये लोग कानून के भी ऊपर है।

यह कदम बिना किसी कानूनी प्रक्रिया, बिना अनुमोदन और बिना राज्यपाल की स्वीकृति के लिए गए “मनमाने निर्णय” के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने नगर क्षेत्र में गहरा प्रशासनिक संकट खड़ा कर दिया है। नगर परिषद का नाम बदलना एक सामान्य प्रशासनिक कार्य नहीं है, बल्कि यह एक संवैधानिक रूप से नियंत्रित प्रक्रिया है।

कानून के अनुसार किसी भी नगर निकाय का नाम बदलने के लिए इन चरणों का पालन अनिवार्य है, जिसमे नगर परिषद का आधिकारिक प्रस्ताव,नगरीय प्रशासन विभाग की स्वीकृति,मंत्रिमंडल (कैबिनेट) का अनुमोदन, राज्यपाल की अनुमति और अंत में गजट अधिसूचना, इन्हीं प्रक्रियाओं से गुजरकर ही नया नाम कानूनी और वैध माना जाता है।।

लेकिन स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बरगवा में इनमें से एक भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, फिर भी नया नाम कुछ गाड़ियों, बोर्डों और चुनिंदा स्थानों पर तेजी से उपयोग में लाया जा रहा है। क्षेत्र के निवासियों ने कहा कि यह मामला केवल नाम बदलने का नहीं है बल्कि राज्यपाल के अधिकारों और गजट आदेश की अवमानना का मामला है।

लोग सवाल उठा रहे हैं “क्या प्रशासन राज्यपाल के आदेशों से ऊपर है। नागरिकों का कहना है कि यदि राज्यपाल की अनुमति के बिना कोई अधिकारी नया नाम लागू करता है, तो यह कानून व्यवस्था को चुनौती देने जैसा है। नागरिकों ने बताया कि नया नाम अभी केवल कुछ जगहों और कुछ सरकारी  वाहनों पर उपयोग किया जा रहा है।

सबसे हैरानी की बात यह है कि इतना गंभीर मामला सामने आने के बावजूद नगर परिषद प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।न कोई आदेश की प्रति,न कोई मंजूरी पत्र,न कोई प्रस्ताव की स्थिति,न कोई सफाई कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया गया है।

इनका कहना है।

नगर परिषद का नाम बरगवां (अमलाई) है, अगर नगरपरिषद के गाड़ियों में नगरपरिषद बरगवां (अमलाई) देवहरा लिखा गया है तो वह गलत है।

*पवन कुमार चीनी पार्षद वार्ड़ 04 बरगवां (अमलाई)*

अज्ञात कारणों से खलिहान में लगी आग, लाखो का नुकसान, 15 ट्रॉली धान की फसल जलकर हुई खाक 


शहडोल

जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के मडसा गांव में एक किसान के खलिहान में लगी आग ने 150 कुंटल से अधिक धान की फसल को जला कर राख कर दिया। अज्ञात कारणों से लगी आग को बुझाने पुलिस की डायल 112 मौके पर पहुंची,लेकिन दमकल कर्मियों ने यह कह कर मना कर दिया कि हम आपसे काफी दूर है। खलिहान में लगी आग को बुझाने किसान का पूरा परिवार घंटों तक लगा रहा, लेकिन सब कुछ जल कर खाक हो गया ।

पुलिस ने बताया कि जैतपुर थाना क्षेत्र के मडसा गांव के रहने वाले किसान मोहे लाल की धान की फसल खलिहान में रखी थी, जिसमें अज्ञात कारणों से लगी आग ने सब कुछ जला दिया है। किसान ने बताया कि खलिहान में 15 गाड़ी धान की फसल रात में खेत से लाई गई थी, और पहले से चार गाड़ी फसल खलिहान में रखी थी। मोहे लाल ने कहा खलिहान के बगल ने हमारा घर है ।आज सुबह अचानक खलिहान से धुंआ निकलता देख हमने दौड़ लगाई और आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं बच सका।

घटना की जानकारी स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस की डायल 112 को दी गई थी। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की डायल 112 में तैनात पुलिस कर्मियों ने किसान परिवार के साथ आग बुझाने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रही।

आग लगने के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और किसान का परिवार बच्चों समेत आग बुझाने में लगा रहा, लेकिन कुछ बच नहीं सका। मोहे लाल ने कहा दमकल वाहन को हमने सूचना दी, लेकिन दमकल कर्मियों ने कहा कि बुढ़ार में दमकल वाहन है।आने में देरी होगी, और मौके पर दमकल कर्मी नहीं आए, स्थानीय लोगों ने आग को बुझाने की घंटों कोशिश की, लेकिन जब तक डेढ़ सौ कुंटल से अधिक धान जलकर राख हो गई थी। किसान ने बताया कि लगभग चार लाख का नुकसान हुआ है। खलिहान में गहाई के लिए फसल रखी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

देशी कट्टे के युवक गिरफ्तार, जमीनी विवाद में 4 घायल, अस्पताल में भर्ती


अनूपपुर/उमरिया

जिले के राजेंद्रग्राम थाना क्षेत्र में जमीन को लेकर विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। ग्राम बम्हनी में फसल काटने के दौरान हुआ मामूली कहा-सुनी कुछ ही देर में खूनी संघर्ष में बदल गई और दोनों पक्षों के बीच लाठी, कुल्हाड़ी और फरसे चले है, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। सभी घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ में भर्ती कराया गया है। राजेंद्रग्राम पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाही की जाएगी।

*जेल से जमानत पर आया था बाहर*

उमरिया जिले के पाली थाना पुलिस ने रात रात्रि गश्त के दौरान अवैध हथियार के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम नए हाईवे स्थित सूखा चौराहा के पास गश्त कर रही थी, तभी एक युवक संदिग्ध हालत में दिखा। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो वह हड़बड़ाया हुआ नजर आया। संदिग्ध गतिविधि देखते हुए उसकी तलाशी ली गई। तलाशी में उसके पास से 315 बोर का अवैध देशी कट्टा बरामद हुआ। उसके साथ मौजूद एक अन्य युवक पुलिस को देखते ही अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। उसकी तलाश की जा रही है और पुलिस जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने की बात कह रही है।

गिरफ्तार युवक की पहचान राज सिंह उर्फ़ बाबू छपरी, पिता स्वर्गीय संतोष सिंह, निवासी वार्ड क्रमांक 2 कचोरा मोहल्ला, पाली के रूप में हुई है। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।महत्वपूर्ण बात यह है कि आरोपी बाबू छपरी नौरोजाबाद में हुए सितंबर माह के गोलीकांड प्रकरण में जेल में बंद था और हाल ही में 8 नवंबर को जमानत पर बाहर आया था।

धारदार हथियार से घर पर सो रही महिला की अज्ञात लोगो ने गर्दन पर हमला करके की हत्या


शहडोल

जिले के सीधी थाना क्षेत्र में एक महिला की अज्ञात हमलवारों ने हत्या कर दी है। महिला का शव उसके ही घर में मिला है। पड़ोस में रह रहा महिला का पुत्र जब घर पहुंचा तब घटना की जानकारी मिल पाई। पुत्र ने पुलिस को मामले की जानकारी दी है। मौके पर पहुंची पुलिस अब मामले की पड़ताल में जुटी हुई है।

पुलिस के अनुसार सीधी थाना क्षेत्र के सिचौरा आंगनवाड़ी भवन के पास रहने वाली महिला राजवती गोंड (50) की धारदार हथियार से गर्दन में हमला कर हत्या कर दी गई है। हमलावर अभी अज्ञात है। घटना का खुलासा तब हुआ जब पड़ोस में रहने वाला उसका पुत्र राजकुमार अपनी मां राजवती को जगाने मां के घर पहुंचा था।

पुलिस को पुत्र राजकुमार ने बताया कि वह जब मां को जगाने पहुंचा तो मां के गर्दन में धारदार हथियार से हमले के निशान थे। गर्दन से काफी खून बह रहा था। जिसे देख उसने तुरंत पुलिस की डायल 112 को इसकी सूचना दी, जानकारी के बाद मौके पर डायल 112 पुलिस पहुंची और मामला गंभीर होने पर थाना स्टाफ भी मौके पर पहुंच जांच कर रहा है।

उप निरीक्षक राकेश मिश्रा ने बताया कि महिला की धारदार हथियार से हत्या की गई है। घर में ही शव मिला है, पुत्र ने घटना की जानकारी पुलिस को दी थी। हम मामले की जांच कर रहे हैं। हत्या का कारण और हत्या करने वाले आरोपी का पता पुलिस लगाने में जुटी है। मौके पर एफएसएल टीम भी आई है जो जांच कर रही है। महिला का पुत्र भी संदेह के घेरे में है।

ज्वेलरी दुकान से 35 जोड़ा सोने के टॉप्स लेकर हुआ फरार चोर, ग्राहक बनकर आया आरोपी


*सीसीटीवी में कैद हुई घटना*

शहडोल

शहडोल के ब्यौहारी में ज्वेलरी दुकान में ग्राहक बनकर आए शख्स ने 35 जोड़ा सोने के टॉप्स से भरे पैकेट को चोरी कर फरार हो गया और दुकानदार को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। घटना का खुलासा तब हुआ जब दुकानदार ने दुकान बंद करने के दौरान अपने सभी जेवरातों की गिनती की, जिसमें एक पैकेट गायब मिला। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज देखा गया, तब जाकर कहीं घटना का खुलासा हुआ। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस अब सीसीटीवी के आधार पर मामले की पड़ताल कर रही है।

पुलिस ने बताया कि ब्यौहारी थाना क्षेत्र के मार्तंड़गंज में स्थित ज्वेलरी दुकान में यह वारदात हुई है। दुकानदार सत्यनारायण सोनी ने पुलिस से मामले की शिकायत दर्ज करवाई है, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि सत्यनारायण की दुकान में एक शख्स ग्राहक बनकर पहुंचा था।

दुकान में मौजूद महिला ने उसे जेवरात दिखाने शुरू किए, तभी आरोपी ने बड़ी चालाकी से गहने के डिब्बे से अपनी उंगलियों के बीच एक सोने के टॉप्स से भरे पैकेट को हाथों के बीच फंसाकर अपने पीछे की जेब में रख लिया। आरोपी ने इतनी चालाकी से इस घटना को अंजाम दिया कि दुकान में मौजूद महिला को इसकी भनक तक नहीं लग पाई।

पीड़ित ने बताया कि उस पैकेट में 35 जोड़ा कान के टॉप्स थे, जिसका वजन लगभग 32 ग्राम है, जिसकी कीमत 4.30 लाख से अधिक है। सीसीटीवी में आरोपी चोरी करता दिखाई दे रहा है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर अपनी जांच शुरू की है। अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। 

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