जेसीबी ने मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, गंभीर घायल दो की अस्पताल पहुँचने से पहले हुई मौत


शहडोल

सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक भीषण सड़क हादसे में दो बाइक सवार युवकों की जान चली गई। हादसा शाम करीब 7 बजे कोटमा चौक के पास पुलिया के समीप हुआ, जहां तेज रफ्तार से आ रही जेसीबी ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही सोहागपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस के जरिए दोनों घायलों को मेडिकल कॉलेज शहडोल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

हादसे के बाद जेसीबी चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाइक सवार युवक कोटमा चौक से मेडिकल कॉलेज की ओर जा रहे थे, तभी सामने से आ रही जेसीबी ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए उन्हें चपेट में ले लिया।

पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान भूरा उर्फ सुखसेन बैगा पिता महेश बैगा (25 वर्ष), निवासी चाका थाना पाली और प्रेम बैगा पिता बाबूलाल बैगा (25 वर्ष), निवासी गोरतरा थाना सोहागपुर के रूप में हुई है। घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और दोनों गांवों में शोक की लहर दौड़ गई।

इस संबंध में सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि जेसीबी वाहन और उसके चालक की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मामले की जांच जारी है।

वन परिक्षेत्र में संदिग्ध अवस्था मे मिला बाघ का मिला 


उमरिया

जिले के सामान्य वन मंडल अंतर्गत चंदिया वन परिक्षेत्र में बाघ का शव मिलने की सूचना के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी मिलते ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र में घेरा बनाकर जंगल में सघन सर्चिग अभियान शुरू कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार चंदिया वन परिक्षेत्र के आरएफ-10 क्षेत्र में कर्वी नदी के किनारे संदिग्ध परिस्थिति सामने आई है, जिसके बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। मौके पर एसडीओ कुलदीप त्रिपाठी सहित चंदिया वन परिक्षेत्र की टीम जांच में जुटी हुई है। 

जांच के दौरान डॉग स्क्वाड को भी बुलाया गया है। एहतियात के तौर पर घटनास्थल के आसपास रस्सी से घेराबंदी की गई है। साथ ही पास से गुजर रही बिजली लाइन की भी सर्चिग और जांच की जा रही है।बाघ के गणना के बीच बाघ कम मिलने की यह खबर बाघ प्रेमियों के लिए निराशाजनक मानी जा रही है। वन विभाग का कहना है कि जांच बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

बिना टेंडर प्रक्रिया ट्रैक्टर पर लाखों की किया भुगतान, सीएमओ पर वित्तीय अनियमितताओं के लगे गंभीर आरोप

*रिटायरमेंट के 4 माह बाकी, बड़े अधिकारी बने मूकदर्शक, नगरपरिषद वनगंवा का मामला*


इंट्रो-नगर परिषद बनगवा में लाखों रुपये के कार्य बिना टेंडर प्रक्रिया कराए भुगतान किए जाने के गंभीर आरोप लग रहे है, सबसे बड़ा सवाल यह है कि नगर परिषद बनगवा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी के स्तर पर हो रही इन कथित वित्तीय अनियमितताओं पर संयुक्त संचालक शहडोल की चुप्पी आखिर क्यों बरकरार हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि सीएमओ द्वारा तीन ट्रैक्टरों के माध्यम से लगातार कार्य कराए गए और 1 लाख की सीमा के बावजूद कई लाखों की भुगतान राशि बिना किसी वैधानिक ई-टेंडर प्रक्रिया के जारी की गई जबकि संयुक्त संचालक कार्यालय की निगरानी और अनुमोदन व्यवस्था होने के बाद भी उच्च अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं।इन आरोपों ने पूरे प्रशासनिक तंत्र पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं कि क्या यह लापरवाही है या संरक्षण, क्योंकि नगर पालिका अधिनियम और वित्तीय नियम ऐसे मामलों में स्पष्ट रूप से टेंडर प्रक्रिया और जवाबदेही तय करते हैं।

अनूपपुर

नगर परिषद बनगवा में वित्तीय नियमों को दरकिनार कर कार्य कराने और कई लाखों रुपये के भुगतान किए जाने के आरोप गंभीर रूप से उभरकर सामने आए हैं। स्थानीय सूत्रों और जनता, जनप्रतिनिधियों के बताये अनुसार नगर परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा तीन ट्रैक्टर लगाकर किसी वैधानिक टेंडर प्रक्रिया के कराए तथा 1 लाख की निर्धारित टेबल-टेंडर सीमा से अधिक भुगतान किए जाने की बात सामने आ रही है।

*नियम कानून दरकिनार*

नगर परिषद बनगवा द्वारा नगर पालिका अधिनियम को दरकिनार कर सीएमओ,अध्यक्ष व कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ साठ- गांठ कर सरकारी पैसों का बंदर बात किया जा रहा है, नगर परिषद क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों ने बताया कि नियम विरुद्ध तरीके से बिना टेंडर प्रक्रिया ही तीन ट्रैक्टरों का कई लाखों रुपए का भुगतान हो चुका है, हालाकि यह विषय जांच का है, लेकिन उक्त मामले में आरोप है कि जिसका भुगतान किया गया वे नगर परिषद के वित्तीय नियमों एवं म.प्र. नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध है, जहाँ 1 लाख से अधिक के कार्यों पर ई-टेंडर अनिवार्य है। इसके बावजूद लगातार कई बार कई लाखों मे खर्च किए जाने की चर्चा नगर परिषद क्षेत्र में तेज है, हालाकि गंभीर अनीयमित्ता को लेकर कई बार शिकायत भी उच्च अधिकारियों तक जा चुकी है, लेकिन कार्यवाही ना होना कहीं न कहीं संरक्षण देने की ओर प्रदर्शित करता है।

*बिना टेंडर के कार्य शुरू*

नगर परिषद के आंतरिक स्रोतों एवं जनप्रतिनिधियों के मुताबित नियमित रूप से तीन ट्रैक्टरों का उपयोग नगर परिषद क्षेत्र में चल रहा हैं, जिसका कोई भी टेंडर प्रक्रिया नहीं किया गया। सूत्रों के मुताबिक उक्त वाहन का लगभग टेबल टेंडर के माध्यम से कई लाखों का भुगतान हो चुका है, हालांकि नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि इतना भुगतान उक्त गाड़ियों में किया गया है, इतने खर्चे पर तो लगभग 20 वाहन नये आ जाएंगे कार्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित कर भुगतान करना भुगतान राशि कई लाखों तक पहुँचना सबसे बड़ी बात है, यह पूरा कार्य बिना ओपन टेंडर बिना प्रक्रिया के की जा रही है। इससे नगर परिषद के वित्तीय प्रबंधन पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं।

*नपा अधिनियम की उड़ा रहे धज्जियाँ*

नगर परिषदों में 1 लाख तक के कार्य टेबल टेंडर/क्वोटेशन एवं 1 लाख से अधिक के कार्य ई-टेंडर से कराए जाना अनिवार्य है। सूत्रों का कहना है कि बनगवा नगर परिषद में इन नियमों का पालन नहीं किया गया। जो कि कहीं ना कहीं गंभीर वित्तीय अनियमितता, नियमों का उल्लंघन, कृत्रिम विभाजन, पद के दुरुपयोग है, शहडोल में बैठे उच्च अधिकारी इस नियम का पालन करवाने में असमर्थ साबित हो रहे है। मामले की शिकायतें कई बार की गईं लेकिन जिला स्तर के उच्च अधिकारी, संयुक्त संचालक विभाग शहडोल के जिम्मेदार अधिकारी की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या जांच न होने के कारण लोग नाराज़ हैं।नागरिकों ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर भुगतान रजिस्टर की जांच, ट्रैक्टर मालिकों के बिल और रजिस्टरों की जांच तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

इनका कहना है।

इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है, मैं जानकारी लेकर बताता हूँ।

*राममिलन तिवारी सीएमओ बनगवा*

हमारे यहां कोई शिकायत प्राप्त नही हुई है, फिर भी हम नोटिस जारी कर दिए है 

*आर.पी. मिश्रा, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल*

विधवा को नही मिला न्याय तो तहसील के सामने भूख हड़ताल करके जीवन समाप्त करने का दिया अल्टीमेटम 

*तहसीलदार ने कलेक्टर के आदेश को किया दरकिनार*


अनूपपुर

जिले में पति के निधन के बाद अपनों के लूट से त्रस्त महिला बेलकुवर राठौर का अब सब्र का बांध टूट चुकी है। अब वह अपने साथ हो रहे लूट के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अपनाने का संकल्प ली है। मामला तहसीलदार जैतहरी के न्यायिक व्यवस्था से आहत वृद्ध विधवा व बेसहारा महिला बेलकुवर राठौर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी जैतहरी को सूचना देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत चोरभठी स्थित आराजी खसरा नंबर 1291/1/1/2 रकवा 0.113 हेक्टेयर भूमि पर अनावेदक मनमोहन राठौर पिता स्वर्गीय सुखराम राठौर के द्वारा जबरन निर्माण कार्य किया जा रहा था। मना करने पर गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकी दिए जाने पर न्यायालय तहसीलदार जैतहरी में बेदखली एवं निर्माण कार्य पर रोक लगाएं जाने का गुहार लगाई थी। जिस पर न्यायालय तहसीलदार जैतहरी ने दिनांक 20 अगस्त 2025 को स्थगन आदेश जारी किया गया था, किन्तु अनावेदक साधन सम्पन्न होने व नेताओं के संरक्षण में रहने का रौब जमाते हुए न्यायालय के स्थगन आदेश का लगातार उल्लंघन करता रहा। यहां तक कि पुलिस को डांटकर भगा देता था।

बेल कुंवर का कहना है कि कई बार तक जनसुनवाई में कलेक्टर के पास गुहार लगाई जहां से तहसीलदार जैतहरी को निर्देश दिया गया, किन्तु तहसीलदार जैतहरी ने कलेक्टर के निर्देश को भी नहीं माना। हद तो तब पार हो गई कि उसे बिना सुने झूठी एवं पक्षपात पूर्ण तैयार शपथ पत्र एवं पंचनामा को आधार बनाकर स्थगन आदेश को अपात्र कर दिया। जबकि आदेश दिनांक 2 दिसंबर 2025 को तहसीलदार तहसील में मौजूद नहीं थे और प्रवाचक के द्वारा बताया गया कि SIR के कार्य में व्यस्त होने के कारण आगामी सुनवाई तारीख 24 दिसंबर 2025 को नियत किया गया।

बेल कुंवर का कहना है कि वह शारीरिक एवं आर्थिक रूप से  कमजोर है, आने जाने में असहनीय शारीरिक पीड़ा को झेलते हुए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। पुत्र मानसिक रूप से विकलांग है जिसका नाजायज फायदा उठाते हुए उसके वेशकीमती जमीन को अनावेदक हड़प लेना चाहता है।

बेल कुंवर ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को लिखित सूचना देते हुए कहा कि समय रहते उसे न्याय नहीं मिली तो दिनांक 30 दिसंबर 2025 को मानसिक रूप से विकलांग पुत्र के साथ तहसील कार्यालय जैतहरी के समक्ष भूख-हड़ताल कर अपने जीवन लीला को समाप्त कर देंगे। जिससे उत्पन्न समस्त क्षतियो की जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। अनुविभागीय दंडाधिकारी जैतहरी द्वारा कापी नहीं लिए जाने पर रजिस्टर्ड डाक से आवेदिका ने कापी भेजी है।

अवैध मवेशियों से भरा पीकप पलटा, मवेशी तस्कर हुए फरार, खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही


शहडोल

जिले में मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलटने की घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। ताजा मामला गोहपारू थाना क्षेत्र के सरहेट गांव का है, जहां कोतमा से रीवा की ओर जा रही बिना नंबर की पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना के बाद वाहन में सवार लोग मौके से फरार हो गए।

स्थानीय ग्रामीणों ने जब पलटी हुई गाड़ी देखी, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गोहपारू पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वाहन की तलाशी ली। पुलिस को वाहन में लोड तीन मवेशी मिले, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर छुड़वाया गया। मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने वाहन को जप्त कर लिया है और चालक व वाहन मालिक की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, वाहन मवेशियों की तस्करी की जा रहा थी। उल्लेखनीय है कि ठीक एक सप्ताह पहले गोहपारू थाना क्षेत्र में इसी तरह मवेशियों से भरा पिकअप वाहन पलट गया था। उस घटना में भी ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मवेशियों को कब्जे में लिया और वाहन जप्त किया था। दोनों मामलों में पुलिस अब तक चालकों और वाहन मालिकों की पहचान करने में असफल रही है, जिससे जांच पर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं।

*खुले में मांस विक्रय पर हुई कार्यवाही*

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में खुले में मांस का विक्रय प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के निर्देशानुसार नगरपालिका शहडोल के अमले द्वारा शहडोल नगर के बस स्टैंड के पास खुले में मांस का विक्रय करने वाले 7 दुकानदारो के विरूद्व कार्यवाही करते हुए 1800 रूपये की राशि का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया।  साथ ही दुकानदारो को समझाइश भी दी गई की खुले में मांस का विक्रय न किया जाए एवं निर्धारित स्थानो पर ही दुकाने संचालित करें अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी। 

दोहरे जघन्य हत्याकाण्ड में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा, पहली पत्नी के पुत्र ने 4 के साथ मिलकर की हत्या

*पुत्र सहित कुल 03 आरोपी गिरफ्तार, 2 आरोपी फरार 


अनूपपुर

कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा ग्राम लखनपुर में हुए दोहरे हत्याकाण्ड का सनसनीखेज खुलासा किया है। उक्त दोहरे हत्याकाण्ड में मृतक राजेन्द्र उर्फ बबलू पटेल (उम्र करीब 40 साल) निवासी लखनपुर एवं उसके घर पर काम करने वाली कुमारी सीमा बैगा (उम्र करीब 25 साल) निवासी ग्राम डालाडीह की रात्रि में सोते वक्त जघन्य नृशंतापूर्वक की गई हत्या के मामले में मृतक राजेन्द्र पटेल की पहली पत्नी से हुए पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल (उम्र 18 साल) के द्वारा अन्य 04 साथियों के साथ हत्या किये जाने का पुलिस द्वारा खुलासा कर पुत्र सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौके पर एसपी सहित डीआईजी शहडोल रेन्ज सविता सोहाने द्वारा पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर उक्त सनसनीखेज जघन्य दोहरे हत्याकाण्ड में अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी पर तीस हजार रूपये की ईनाम घोषित किया था।

कोतवाली की पुलिस टीम द्वारा अपराध क्रमांक 552/25 धारा 103 (1), 109 (1) बी.एन.एस. की विवेचना में एकत्रित महत्वपूर्ण तकनीकी साक्ष्यों एवं परस्थितिजन्य साक्ष्यों से खुलासा हुआ कि मृतक राजेन्द्र उर्फ बबलू पटेल ने अपनी पहली पत्नी पार्वती पटेल को कई वर्षों पूर्व छोड़कर रूपा पटेल से विवाह कर लिया था जो पहली पत्नी से पैदा हुआ पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल अपनी सौतेली मां रूपा पटेल और पिता राजेन्द्र पटेल के भेदभाव पूर्ण व्यवहार से बचपन से परेशान रहता था और माता पिता के द्वारा सौतेली मां रूपा पटेल से पैदा हुए दूसरे पुत्र आयुष पटेल (उम्र करीब 09 वर्ष) को ही अपनी सारी जमीन जायदाद, ट्रेक्टर, थ्रेशर देने की बात कहकर अक्सर डांटा फटाकारा जाता था। हाल ही में 25 नवम्बर को आलोक उर्फ सूरज पटेल के 18 वे वर्ष पूर्ण होने के जन्मदिन पर पिता ने पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल को दोस्तो के साथ बिना बताये जाने पर डांट फटकार कर तमाचा मारा था इन सब कारणो से व्यथित होकर मृतक के पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल ने अपने 16 वर्षीय नाबालिग दोस्त से अपनी सौतेली मां और पिता की हत्या कराने के लिए रूपये देकर भाड़े पर लड़के दिलाने की बात की, जो दिनांक 04 दिसम्बर 2025 की शाम उसके 16 वर्षीय दोस्त ने हत्या को अंजाम देने के लिए आलोक उर्फ सूरज पटेल की मुलाकात अपने 16 वर्षीय नाबालिग किशोर से मुलाकात करवाई और इस हत्या के बदले पांच लाख रूपये में सौदा तय हुआ। हत्या की योजना के लिए 4 दिसम्बर की शाम को हुई इस मुलाकात और बातचीत का वीडियो 16 वर्षीय नाबालिग आरोपी ने अपने स्मार्ट फोन से बना लिया था जिसे पुलिस ने उक्त वीडियो नाबालिग किशोर के पकड़े जाने पर उसके मोबाईल से प्राप्त कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त कर लिया गया है। 16 वर्षीय नाबालिग किशोर द्वारा अपने साथी देवेन्द्र सोनवानी निवासी सामतपुर और एक अन्य 17 वर्षीय नाबालिग किशोर को हत्या के बाद मिलने वाले धन को दिलाने का कहकर योजना के अनुसार दिनांक 09 एवं 10 दिसम्बर 2025 की दरम्यानी रात अपनी मोटर सायकल बजाज प्लेटिना से रात करीब 01.00 बजे लखनपुर पहुंचकर मृतक के पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल के साथ मिलकर सौतेली मां रूपा पटेल, पिता राजेन्द्र पटेल और घर पर काम करने वाली बाई सीमा बैगा की धारदार लोहे की कुल्हाड़ी , लोहे का वसूला एवं लाठी और सिलबट्टा के भारी बट्टे से सोते वक्त गंभीर मारपीट की गई जिससे पिता राजेन्द्र पटेल और काम वाली बाई सीमा बैगा की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा गंभीर रूप से घायल सौतेली मां रूपा पटेल के अचेत अवस्था में सुबह आसपास के लोगो ने एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय भेजा जिसे शहडोल मेडिकल कालेज से जबलपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है जिसका ईलाज चल रहा है पुलिस द्वारा दोहरी हत्या एवं हत्या के प्रयास के आरोप में आलोक उर्फ सूरज पटेल एवं दो अन्य नाबालिग विधिविरूद्ध किशोर को गिरफ्तार कर हत्या की वारदात में प्रयुक्त धारदार वसूला, कुल्हाड़ी , मोबाईल फोन जप्त कर लिया गया है। शेष फरार आरोपी देवेन्द्र सोनवानी निवासी सामतपुर एवं एक अन्य 17 वर्षीय नाबालिग किशोर की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें छत्तीसगढ भेजी गई है।

अज्ञात शरारती तत्वों ने 3 दुकानो में लगाई आग, दुकान में रखा सामान जलकर हुआ खाक 


शहडोल

जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के भूसा तिराहे के पास स्थित दो दुकानों में शरारती तत्वों ने आग लगा दी, जिससे दोनों दुकान जलकर राख हो गई। दुकान के अंदर रखा सारा सामान जल गया है। घटना में हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। सुबह जब दुकानदार अपनी दुकान खोलने पहुंचे तब जाकर उन्हें कहीं घटना की जानकारी मिल पाई, इसके बाद फायर टीम को मामले की सूचना दी गई,सूचना के बाद फायर टीम मौके पर पहुंची और आग को बुझाया गया है।

दुकानदार कमलेश यादव ने बताया की ठेला नुमा दुकान में वह सब्जी की दुकान संचालित करता है। रोज की तरह उसने लगभग 11:00 बजे दुकान बंद की थी, और घर चला गया था,  सुबह तकरीबन 8:00 बजे जब वह दुकान पहुंचा तो उसमें आग लगी हुई थी। बगल में स्थित बेचू रजक की प्रेस (धोबी) की दुकान भी जल रही थी।जिसे देखने के बाद उसने आस पड़ोस के लोगों को बुलाया और मामले की जानकारी दमकल कर्मियों को दी। दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और दुकान में लगी आग को बुझाया गया,दमकल की दो गाड़ियां घटनास्थल पहुंची और कड़ी मेहनत के बाद दुकानों में लगी आग को बुझाया जा सका।

बेचू रजक की प्रेस (धोबी) की दुकान में ग्राहकों के कई कीमती कपड़े प्रेस के लिए रखे थे, जो जल गए हैं। दुकानदार ने बताया कि दुकान के अंदर 80 जोड़ा से अधिक कपड़े रखे थे, जो ग्राहकों के थे, जो सब कुछ जल गया है। इसी तरह कमलेश यादव की सब्जी की दुकान में हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। घटना की शिकायत पुलिस से की गई है। 

दूसरे मामले में थाना अंतर्गत नगरपालिका धनपुरी के समीप ईदगाह के सामने गद्दा राजाई बनाने वाले की मशीन में अज्ञात आरोपियों ने आग लगा दी।जिसमें मशीन समेत कई गद्दा राजाई जलकर ख़ाक हुई है। पीड़ित बिहार निवासी जाबिर है, उसने बताया कि पिछले एक माह से सड़क किनारे दुकान लगाकर वह अपना कर रहें थे, जिसमें अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी है।

एलआईसी के नाम पर डकार गया 2 लाख, रुपए माँगने पर देता है धमकी, थाना में हुईं शिकायत

*पत्नी के अंत्येष्टि के लिए मिली थी सहायता राशि*


अनूपपुर

एलआईसी के नाम पर 2 लाख रुपए डकारने के मामले में पीड़ित ने अनूपपुर थाना, कोतवाली पहुँचकर लिखित शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत में गेंदलाल यादव निवासी सोन मौहरी थाना अनुपपुर, जिला अनुपपुर ने बताया कि 2018 में मेरी पत्नी की मृत्यु हो गई, मृत्यु पश्चात मुझे अंतेष्टि सहायता राशि के लिए 2 लाख मिले थे, मेरी पत्नी के मृत्यु के कुछ दिनों बाद सोन मौहरी निवासी नरेंद्र राठौर पिता भैयालाल राठौर मेरे घर आया और बोला कि जो 2 लाख रुपए तुम्हारी पत्नी के मृत्यु के बाद मिले हैं, उन्हें मेरे खाते में भेज दो, तुम मेरे गांव के ही हो तुम्हारा रुपया मेरे जिम्मेदारी में रहेगा , मैं उन्हें एलआईसी में 5 साल के लिए बीमा करवा दूंगा, जिससे तुम्हे 5 वर्ष बाद 2 लाख के 4 लाख रुपए मिलेंगे और हर महीने 1876 रुपए तुम्हारे खाते में आयेंगे, मेरे द्वारा नरेंद्र राठौर को 2 लाख उसके खाते में भेजने के बाद में 13 महीने तक मेरे खाते में 1876 रुपए आए हैं, उसके बाद किसी भी प्रकार का कोई भी बीमा की राशि मेरे खाते में नहीं आई है, तब मैं खाते में राशि ना आने पर नरेंद्र राठौर से पूछा गया कि मेरे खाते में 1876 रुपए आना बंद हो गया है, तो नरेंद्र राठौर के द्वारा बोला गया कि आप अपना बैंक पासबुक मुझे दे दो मैं क्या दिक्कत है, उसे चेक करवाता हूँ, ऐसे ही कुछ दिन बीत जाने के बाद मुझे आज कल करते रह गया।

5 वर्ष बीत जाने के बाद मैं नरेंद्र राठौर के घर जा कर पूछा कि 5 वर्ष पूरे हो गए है मुझे मेरे पैसे वापस दिलवा दो तो बोला कि तुम्हारे पैसे वापस दिलवाने की जवाबदारी मेरी है, चिंता मत करो तुम्हारे पैसे डूबेंगे नहीं फिर ऐसे झूठा आश्वासन देते 7 साल गुजर गए, जब कल मैं उसके घर गया और बोला कि मुझे अब मेरा पैसा वापस चाहिए तो नरेंद्र राठौर के द्वारा मुझे गंदी गंदी गाली देते हुए बोला कि तेरा पैसा नहीं दूंगा, दोबारा मेरे घर पैसा लेने आया तो जान से मार दूंगा, तुझे जो करना है कर ले मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। सारे दस्तावेज उसी के पास है वो भी वापस नही कर रहा है जिससे प्रार्थी परेशान है।

नरेंद्र सिंह राठौर पहले पल्स कंपनी में गोलमाल करके पैसा कमाया और अब एलआईसी के नाम से गरीबों का पैसा लूट रहा हैं। नरेंद्र सिंह राठौर बरोजगार व्यक्ति है, लेकिन उसके पास धान चक्की, आटा चक्की, दो हाईवा ट्रक मोजर बियर में चल रहा है। गरीबों को बताता है कि आप लोगों का बुढ़ापे का लाठी है एलआईसी उसमें पैसा जमा करो, और वह मोटा कमीशन पर किसी और कंपनी पर पैसा जमा कर देता है और कोई मांगने जाता है तो उसकी जान से करने को धमकी देता है, वकील का ड्रेस पहनकर बोलता है जहां जाना हो जाओ, थाना, कोर्ट जाओ मेरा कुछ नहीं कर पाओगे मैं हूँ नरेंद्र सिंह राठौड़। पीड़ित ने थाना प्रभारी से आग्रह है की पूरे मामले की जाँच कर उचित कार्यवाही कर पीड़ित का पैसे वापस दिलाया जाये।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह के नाम पर ऑडियो वायरल

*भाजपा कार्यकर्त्ता ने नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह की वॉइस सैंपल लेकर जांच करने उठाई मांग*


इंट्रो -सोशल मीडिया पर गाय को गाली देते हुए कथित ऑडियो के वायरल होते ही रामनगर में माहौल सुलग उठा है। हिंदू आस्था का अपमान समझे जा रहे इस कथित ऑडियो ने स्थानीय नागरिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में गहरा रोष पैदा कर दिया है। साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व वर्तमान केंद्रीय मंत्री और पूर्व नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह वर्तमान विधायक को 90 लाख देने की बात से मामला गर्म हो गया मामला तूल पकड़ते ही एक भाजपा कार्यकर्ता ने थाना रामनगर पहुँचकर शिकायत दर्ज कराते हुए इसे हिंदू धार्मिक भावनाओं पर सीधा हमला बताया और उक्त ऑडियो की जांच की मांग की जिससे सच्चाई सामने आ सके और पार्टी की छवि को बचाया जा सके!

अनूपपुर

भारतीय जनता पार्टी  के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से जुड़ी सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक ऑडियो क्लिप ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस ऑडियो को लेकर राजनगर की एक सक्रिय भाजपा नेत्री ने नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्थानीय थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया है और ऑडियो की जाँच तथा कठोर कार्रवाई की मांग की है।

*क्या है मामला*

भाजपा की सक्रिय सदस्य ने राजनगर थाना प्रभारी को दिए गए आवेदन में दावा किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व नेता पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्तमान केंद्रीय मंत्री और तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री व वर्तमान विधायक भूपेन्द्र सिंह का नाम लेकर 90 लाख रुपए देने की बात कहीं जा रही है साथ ही गौ माता को गाली दिया गया जो वायरल ऑडियो में साफ तौर पर सुना जा रहा है  और कह रहे हैं कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो रिजाइन मारकर कांग्रेस जॉइन करने की बात कही जा रही है! ऑडियो वायरल होने के बाद से ही नगर के चौक चौराहे पर शीर्ष नेतृत्व के नाम आने से नगर सहित पूरे जिले में चौक चौराहे पर प्रमुख रूप से चर्चा का विषय बन गया है जिसको लेकर भाजपा की सक्रिय सदस्य होने के नाते उक्त वायरल ऑडियो की जाच करवा कर सत्यता सामने लाने की बात कही गई जिससे हमारी पार्टी की छवि धूमिल होने से बचाया जा सके!

*गौ माता को गाली देने पर आक्रोश*

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित ऑडियो में गाय को गाली देने के मामले ने लोगों में तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। हिंदू धार्मिक भावनाओं से जुड़े मुद्दे को लेकर स्थानीय नागरिकों और जिले के सामाजिक संगठन ने नाराज़गी जताई है। वायरल ऑडियो सुनने के बाद कई लोगों ने पुलिस प्रशासन से ऑडियो की सत्यता की जाँच कराने और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है हालांकि उक्त मामले पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कर दी है अब देखना यह है कि उक्त मामलेमे कितना जल्दी जांच हो पाएगा!

*भाजपा कार्यकर्ता ने जांच की उठाई मांग*

इस तरह से ऑडियो वायरल होने से भाजपा की सक्रिय सदस्य ने थाना प्रभारी रामनगर को आवेदन देते हुए निवेदन किया कि वे वायरल ऑडियो की विशेषज्ञों से फोरेंसिक जाँच करवाएं। साथ ही बनगवा नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सिंह से वॉइस सैंपल लेकर क्रॉस चेक करने की मांग की गई है ताकि सच सामने आ सके। जिससे हो रही भाजपा पार्टी व सिर्फ नेतृत्वकर्ताओं की किरकिरी को रोका जा सके! 

*स्थानीय स्तर पर प्रतिक्रिया*

ऑडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में चर्चा तेज है। कई लोगों ने इसे “आस्था पर सीधी चोट” बताते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है साथ ही भाजपा के बड़े नेताओं का नाम लेकर बदनाम करना जो सीधे-सीधे पार्टी की छवि को धूमिल करता है उक्त ऑडियो में कितनी सच्चाई है नगर परिषद बनगवा अध्यक्ष यशवंत सिंह की वाइस सैंपल ले लेकर निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाये जाने की चर्चा तेज हों गई है क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे मामलों में ढिलाई समाज में और तनाव पैदा कर सकती है।

 इनका कहना है।

भाजपा कार्यकर्ता से जांच के लिए शिकायत प्राप्त हुई है, इस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन प्राप्त कर कार्रवाई की जाएगी।

*सुमित कौशिक, थाना प्रभारी रामनगर*

डीएसओ पर परिवहन में ‘क्रॉस मूवमेंट गेम’ चलाने का लगा आरोप, परिहवनकर्ता को पहुँचाया जा रहा करोड़ों का लाभ


अनूपपुर

जिले में उपार्जन व्यवस्था को लेकर गंभीर अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। अनीता सोरते खाद्य अधिकारी डीएसओ द्वारा जारी परिवहन मापिंग्स में जानबूझकर लंबी दूरी तय करने वाली रूट प्लानिंग की गई है, जिससे परिवहनकर्ता बृजेश पांडे को करोड़ों रुपये का अनुचित लाभ मिलने की आशंका जताई जा रही है।

प्रिया एसएचजी के 600 बोरी धान को लगभग 30 किमी दूर बीओटी बरबसपुर भेज दिया गया। जबकि उक्त ट्रक महावीर वेयर हाउस जो 10 किलोमीटर हैं वहाँ पर अनलोडिंग कराया जा सकता था।

इसी तरह आदिम जाति सेवा सहकारी समिति, पटनाकला (रामकथा मैदान खरीद केंद्र) का धान 50 किमी दूर स्थित ओम सिंह वेयर हाउस भेजा जा रहा है, जबकि नजदीकी गोदाम उपलब्ध हैं। फिर ओम सिंह से बीओटी दारसगर फिर दारसागर से एमपीडब्लूएलसी कोतमा भेजकर इतना क्यू घुमाया गया, सवालिया निशान खड़ा हो रहा। 

जिले के समस्त उपार्जन केंद्रों के नजदीक गोदाम उपलब्ध हैं और उनमें धान भंडारण हेतु जगह भी खाली हैं, मगर प्रभारी डीएम नॉन अनीता सोरते पूरी तरह से परिवहन ठेकेदार को करोड़ो का लाभ पहुचाकर नियमो की धज्जियाँ उड़ा रही है।

स्थानीय स्तर पर यह सवाल उठ रहा है कि जब कम दूरी वाले गोदाम आसानी से उपलब्ध थे, तब अतिरिक्त 20–40 किमी दूर स्थित गोदामों को क्यों चुना गया? यह स्पष्ट करता है कि मैंपिंग प्रक्रिया में दूरी और व्यय की परवाह किए बिना ऐसे रास्ते चुने गए, जिनसे परिवहन बिलों में भारी बढ़ोतरी हो जाए।

जिले के उपार्जन नियमों के विपरीत इन मापिंग्स को उपार्जन नीति का खुला मज़ाक बताया जा रहा है। आरोप है कि डीएसओ अनीता सोर्टे द्वारा डीएम के प्रभार में आते ही पूरे जिले की मापिंग इस तरह की गई जिससे परिवहनकर्ता को अधिकतम लाभ पहुँचे। यह पूरा खेल परिवहनकर्ता को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया है, और लंबी दूरी की मापिंग इस इरादे को साफ़ उजागर करती है। जिले में उपार्जन व्यवस्था पर उठ रहे इन सवालों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर चिन्ह खड़े कर दिए हैं।

मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के अस्पताल में मरीजों से रैबीज़ इंजेक्शन के लिए वसूले जा रहे 500 रुपये, वीडियो वायरल


अनूपपुर

मध्य प्रदेश के मंत्री एवं अनूपपुर जिले के कोतमा विधायक दिलीप जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र कोतमा के सरकारी अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगाया जा रहा है कि वे कुत्ते के काटने पर लगने वाले रैबीज़ इंजेक्शन के लिए मरीजों से खुलेआम 500 रुपये वसूल रहे हैं। यह आरोप ऐसे समय में सामने आया है जब सरकारी अस्पतालों में ऐसे टीके मुफ्त उपलब्ध कराए जाने का दावा किया जाता है।

वायरल वीडियो के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया है और मामले ने राजनीतिक रूप भी लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री एवं कोतमा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक दिलीप जायसवाल से मांग की जा रही है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करवाएं और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग सरकारी अस्पताल इसलिए जाते हैं ताकि उन्हें मुफ्त उपचार मिल सके, लेकिन यदि उनसे इस तरह अवैध वसूली की जाती है तो यह गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला है।

वहीं स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों ने बताया कि मामले की प्रारंभिक जानकारी मिलते ही जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यदि वीडियो में दिखाई दे रही गतिविधि सत्य पाई जाती है तो संबंधित कर्मचारियों व डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मरीजों और आम जनता ने सरकार से अपील की है कि सरकारी अस्पतालों में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और ऐसे मामलों पर तुरंत रोक लगाई जाए, ताकि जरूरतमंद लोगों को उनके अधिकार का इलाज बिना किसी अवैध शुल्क के मिल सके।

ठंड बना मौत का कारण घर के कमरे में अंगेठी की आग से जिंदा जला बुजुर्ग


शहडोल

जिले में कड़ाके की ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले चार-पांच दिनों से तापमान तेजी से गिरकर चार डिग्री तक पहुंच चुका है। इसी कड़ाके की ठंड से बचने की कोशिश एक बुजुर्ग के लिए जानलेवा साबित हुई। जयसिंहनगर थाना क्षेत्र के अमझेरा मोहर टोला में अंगेठी की आग से एक बुजुर्ग की जलकर मौत हो गई।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 62 वर्षीय ईश्वर दिन रैदास अपने कमरे में सो रहे थे। उनके परिजनों ने बताया कि वह ठंड से बचने के लिए अक्सर अपनी खाट या चारपाई के नीचे अंगेठी (गोरसी) रखकर सोया करते थे। मंगलवार रात भी उन्होंने ऐसा ही किया। रात में घर के अन्य सदस्य अपने-अपने कमरों में सो गए। ईश्वर दिन जिस कमरे में थे वहां कोई और मौजूद नहीं था।

बुधवार सुबह जब परिजन जागे, तो उन्होंने ईश्वर दिन के कमरे से धुआं निकलता देखा। संदेह होने पर उन्होंने दरवाजा खोला तो कमरा धुएं से भरा था और चारपाई व बिस्तर आग से जल चुके थे। अंदर ईश्वर दिन का शव बुरी तरह आग झुलसा हुआ मिला। यह दृश्य देखकर परिवार के होश उड़ गए। मौके पर पहुंची जयसिंहनगर पुलिस ने जांच शुरू की। थाना प्रभारी अजय बैगा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह हादसा अंगेठी की चिंगारी से आग लगने के कारण हुआ है। पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है। 

ड्राइवर को लगी झपकी, पेड़ से टकराई तेज रफ्तार बोलेरो, तीन घायल, एक गंभीर, अस्पताल में भर्ती


शहडोल

ब्यौहारी के टिहकी गांव के पास बुधवार सुबह तकरीबन 7:30 बजे गंभीर दुर्घटना घटी है। जहां एक तेज रफ्तार बोलेरो पेड़ से टकरा गई, जिसमें सवार तीन लोग घायल हुए हैं। एक ही हालत नाजुक बताई जा रही है। वाहन चालक भी घायल हुआ है।

घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया है। चालक को झपकी लग गई, जिसकी वजह से वाहन से चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया, और तेज रफ्तार बोलेरो वाहन पेड़ से जा टकराया, घटना में बोलोरो वाहन के परखच्चे उड़ गए हैं।

पुलिस के अनुसार, शहडोल रीवा मार्ग में स्थित टिहकी गांव में यह घटना बुधवार सुबह 7,30 बजे घटी है। पुलिस ने बताया कि बोलोरो वाहन में तीन लोग सवार थे। जो दुर्ग छत्तीसगढ़ से यूपी की ओर जा रहे थे। तभी वाहन क्रमांक यू पी 82 ए एल 1498 दुर्घटनाग्रस्त हो गया, पुलिस ने आगे कहा कि वाहन चालक को अचानक झपकी लग गई, जिसकी वजह से वाहन से चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और सड़क किनारे लगे एक पेड़ से वाहन टकरा गया ।जिससे बोलेरो वाहन बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हुआ है। वाहन में सवार तीन लोग घायल हुए हैं। घायलों के नाम अभी सामने नहीं आ पाए हैं।

घटना में एक व्यक्ति गंभीर घायल हुआ है,स्थानीय लोगों ने घटना को देख मामले की जानकारी ब्यौहारी पुलिस को दी थी, जानकारी लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची और वाहन में फंसे तीनों लोगों को बाहर निकल गया और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को अस्पताल भेजा गया है, एक की हालत काफी नाजुक बनी हुई है।

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि यह सभी मेरठ के रहने वाले हैं, और दुर्गा से पास यूपी की ओर जा रहे थे, तभी यह घटना घटी है ।घटना के बाद मौके पर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी, मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला लिया था ।

शिक्षक को अज्ञात वाहन ने मारी ठोकर हुई मौत


शहडोल

जिले गोहपारू थाना क्षेत्र के झांपी टोला निवासी तुलसीदास सिंह, जो हर्रा टोला में प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ थे, आज सुबह रोज की तरह ड्यूटी के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में दियापीपर के पास एक दिल दहला देने वाली घटना हो गई।

अज्ञात वाहन ने शिक्षक को जोरदार टक्कर मार दी और तेज रफ्तार में फरार हो गया। हादसा इतना गंभीर था कि तुलसीदास सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही गोहपारू पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घटना स्थल की जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम ने आसपास से जानकारी जुटाना शुरू कर दी है तथा आरोपी वाहन की तलाश की जा रही है।

घर पर किसान व नौकरानी की रक्तरंजित मिला शव, पत्नी गंभीर घायल, धारदार हथियार से की गई हत्या

*पत्नी मेडिकल कॉलेज रेफर*


अनूपपुर 

जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर लखनपुर गांव में एक घर में किसान और नौकरानी के शव मिले हैं। किसान की पत्नी गंभीर हालत में मिली। तीनों के सिर और चेहरे पर धारदार हथियार से वार किए गए हैं। यह घटना बुधवार सुबह की है। जानकारी के अनुसार, किसान के बेटे ने सबसे पहले घर में खून से लथपथ शव देखे। इसके बाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी।

मृतकों की पहचान राजेंद्र उर्फ बबलू पटेल (40) और सीमा बैगा (25) के रूप में हुई है। राजेंद्र पटेल की पत्नी रूपा पटेल (38) गंभीर रूप से घायल है। सीमा राजेंद्र के घर में काम करती थी। घटना स्थल पर पुलिस टीम मौजूद है और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया है। एसपी मोति उर्र रहमान ने बताया कि दो लोगों की हत्या हुई है और एक महिला गंभीर रूप से घायल है।

मृतक के बेटे आलोक पटेल ने बताया, हमारा परिवार खेती करता है। मैं मंगलवार रात 11 बजे घर से ट्रैक्टर लेकर खेत चला गया था। हम पक्का घर बनवा रहे हैं, इसलिए सभी खुले बरामदे में ही सो रहे हैं। आज सुबह जब मैं घर पहुंचा तो पापा खून से लथपथ बरामदे के पिलर पर पड़े थे। नौकरानी सीमा का शव उसके बिस्तर पर था।

मम्मी की हालत गंभीर हैं, वह कुछ भी बोलने के स्थिति में नहीं थी। उन्हें शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। छोटा भाई आयुष पटेल (8) घर के अंदर सो रहा था। उसे किसी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

नौकरानी सीमा बैगा की शादी नहीं हुई थी। तीनों एक ही बरामदे में सो रहे थे। सीमा का सिर को बुरी तरह से कुचला हुआ था। पुलिस ने अभी शव कब्जे में नहीं लिए हैं। शहडोल से एफएसएल टीम के पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों का कहना है कि राजेंद्र का परिवार काफी संपन्न है। उनके पास दो ट्रैक्टर सहित खेती किसानी में उपयोग होने वाली कई मशीनें हैं। जिन्हें परिवार किराए पर देता है। कई एकड़ सिंचित खेती है। गांव में किसी से कोई रंजिश भी नहीं है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई ने तुलसी महाविद्यालय की तालाबंदी कर किया उग्र आंदोलन


अनूपपुर

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा अनूपपुर शहर के सबसे बड़े महाविद्यालय तुलसी कॉलेज की तालाबंदी कर 3 घंटे तक उग्र आंदोलन किया गया, आंदोलन के दौरान विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि जल्दी ही समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो छात्र सड़क पर बैठकर भी आंदोलन करेगा जिसका जिम्मेदार महाविद्यालय प्रशासन होगा। आए दिन देखा जाता है कि महाविद्यालय की छात्र-छात्रा कई समस्याओं को लेकर परेशान रहते हैं जैसे हाल ही में आए प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम को लेकर छात्र में आक्रोश है, नियमित कक्षाओं का संचालन न होना ,महाविद्यालय परिसर के अंदर शिक्षक नशा करके आते हैं, छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था हेतु सुरक्षा कर्मियों की व्यवस्था का ना होना जिसके कारण बाहर के असामाजिक तत्व कॉलेज में प्रवेश करते हैं, अंकसूची, टीसी के नाम पर पैसा वसूली का काम किया जाता है, छात्रों के लिए पेयजल शौचालय व्यवस्था व छात्राओं के लिए सेनेटरी वेंडिंग मशीन की व्यवस्था का ना होना ,शिक्षकों द्वारा बच्चों को गुमराह करना, कुछ विषयों के शिक्षक न होना, जन भागीदारी मदद से महाविद्यालय में कराए गए कार्यों  में धाधलेबाजी करना ,लाइब्रेरी को संचालित ना करना, महाविद्यालय के जमीन पर निर्मित खेल मैदान का आधिपत्य नगर पालिका की वजह महाविद्यालय को देना, महाविद्यालय के दोनों मुख्य द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था करना, छात्रों के लिए प्रैक्टिकल व्यवस्था करना बस की व्यवस्था करना, आदि कई प्रमुख मांगों को लेकर आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता एवं तुलसी महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मिलकर महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर उग्र आंदोलन किया।

आंदोलन के दौरान अनुविभागीय एसडीएम अधिकारी व महाविद्यालय के प्राचार्य उपस्थित रहे। जिला प्रशासन एवं महाविद्यालय प्रशासन के माध्यम से यह आश्वासन दिया गया की 15 दिवस के अंदर सारी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। यदि इन प्रमुख मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद पुनः उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा जिसका जिम्मेदार महाविद्यालय प्रशासन होगा।

सेंट्रल बैंक में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी, बिना अनुमति खातों से राशि कटने पर खाता धारक परेशान


अनूपपुर

जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कोतमा में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खाता धारकों के साथ धोखाधड़ी और अनियमित कटौती का गंभीर मामला सामने आया है। ग्राहकों के खातों से बिना अनुमति एवं बिना जानकारी राशि काटे जाने से क्षेत्र के लोग भारी परेशानी में हैं। मामले के उजागर होने के बाद बैंक प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

घटना के संबंध में नगर के वार्ड क्रमांक 3 के निवासी छवि अग्रवाल के पिता संजय अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में नया खाता खुलवाया था, जिसमें पहली बार पैसा जमा करने के बाद उनके खाते से 228 रुपये एवं 20 रुपये की अतिरिक्त राशि बिना उनकी अनुमति के काट ली गई। जब उन्होंने इस संबंध में जानकारी लेने बैंक का रुख किया तो शाखा प्रबंधक द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रबंधक ने कथित रूप से कहा कि “मैं बैंक का प्रबंधक हूं, मुझे किसी ग्राहक से पूछने या बताए बिना राशि काटने का अधिकार है। जहां शिकायत करना है कर सकते हैं।

पीड़ितों का आरोप है कि जिला कलेक्टर के निर्देशों के नाम पर बीमा राशि के कटौती का बहाना बनाकर ग्राहकों से मनमाने तरीके से रकम काटी जा रही है। वहीं बैंक के कई खाते गरीब, किसान, मजदूर और दलित समुदाय के लोगों के हैं, जिनमें से कुछ खाता धारक निरक्षर भी हैं। जानकारी के अभाव में उनसे अनियमित कटौती कर उनसे धोखाधड़ी की जा रही है। क्षेत्रीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि शाखा प्रबंधक का अभद्र व्यवहार, तानाशाही रवैया और मनमानी के कारण हितग्राहियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों और खाताधारकों ने उच्च अधिकारियों से इस पूरे मामले की जांच कराने और दोषी बैंक कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ितों का कहना है कि यदि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से प्रशासन के समक्ष विरोध दर्ज कराएंगे।

इनका कहना है।

जिला कलेक्टर के निर्देश पर बैंक में खाता धारकों से बीमा राशि काटी जा रही है जिसमें बैंक धारकों की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।

*संतोष कुमार, शाखा प्रबंधक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, कोतमा*

भ्रष्टाचार की भट्टी में आदिवासी छात्रावास का विकास, छात्रावास से एसडीएम कार्यालय तक पहुंचा छात्रों का आक्रोश

*10 लाख की सड़क बनी लूट का सबूत, ठेकेदार,उपयंत्री, जनप्रतिनिधि की तिकड़ी हुई बेनकाब*


इंट्रो 

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में आदिवासी छात्रों का गुस्सा अब सड़कों पर फूट पड़ा है। बालक आदिवासी छात्रावास बसनिहा की बदहाली, अवैध गेट और 10 लाख की घटिया सीसी सड़क ने जनआक्रोश को चिंगारी दे दी है। नारेबाज़ी करते छात्र SDM कार्यालय पहुंचे और साफ चेताया है कि अब सहन नहीं, कार्रवाई या आंदोलन तय है।

अनूपपुर

सयुक्त आदिवासी बालक छात्रावास बसनिहा सांधा आज विकास का नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार, लापरवाही और सत्ता–तंत्र की मिलीभगत का प्रतीक बन चुका है। एक ओर अवैध गेट को हटाने के आदेश हवा में उड़ाए गए हैं, तो दूसरी ओर 15वें वित्त मद से करीब 10 लाख रुपये खर्च कर बनाई गई सीसी सड़क भ्रष्टाचार की जीवित मिसाल बन गई है। यह सड़क छात्रावास, शासकीय आयुर्वेद औषधालय पुष्पराजगढ़ और प्राथमिक विद्यालय सांधा टोला को जोड़ती है, जहां छात्र, मरीज और बच्चे रोजाना आना-जाना करते हैं। कच्ची सड़क की समस्या दूर होने की उम्मीद लिए बैठे लोगों को “विकास” के नाम पर घटिया सड़क थमा दी गई, जो बनते ही उखड़ने लगी है। ठेकेदार, उपयंत्री और जनप्रतिनिधियों की तिकड़ी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के खिलाफ आदिवासी छात्र संगठन ने SDM को ज्ञापन सौंपकर 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है।

*अवैध गेट बना प्रतीक*

बालक आदिवासी छात्रावास की बाउंड्री वॉल में लगाया गया अवैध गेट पूरे मामले की जड़ बन गया है।तहसीलदार द्वारा स्थल निरीक्षण कर गेट हटाने के स्पष्ट आदेश दिए गए थे, लेकिन महीनों बाद भी गेट जस का तस खड़ा है। इससे छात्रावास की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है और असामाजिक तत्वों की आवाजाही की आशंका बनी हुई है। छात्रों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते आदेशों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। यह मामला अब केवल गेट हटाने का नहीं, बल्कि प्रशासनिक साख और कानून के सम्मान का सवाल बन चुका है।

*भ्रष्टाचार की सीसी सड़क*

जनपद पंचायत के 15वें वित्त मद से स्वीकृत करीब 10 लाख रुपये की सीसी सड़क विकास का प्रतीक नहीं, बल्कि लूट का सबूत बन चुकी है। निर्माण के कुछ ही दिनों में सड़क उखड़ने लगी, दरारें पड़ गईं और गिट्टी बाहर झांकने लगी है। न बेस मजबूत है, न मोटाई मानक के अनुसार है। स्थानीय लोगों और छात्रों का आरोप है कि घटिया मटेरियल का इस्तेमाल कर लाखों का खेल कर दिया गया है। अब ऊपर से लेपन कर लीपापोती की जा रही है, ताकि भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला जा सके।

*लुटी उम्मीदें, टूटी सड़क*

यह सड़क आदिवासी छात्रों, छोटे बच्चों और मरीजों के लिए राहत बन सकती थी, लेकिन वह उनके सपनों पर करारी चोट बन गई है। सड़क की जर्जर हालत बता रही है कि आवंटित राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रही है। कागजों में मजबूत सड़क, जमीन पर शर्मनाक हकीकत यही इस निर्माण की सच्चाई है। लोगों का कहना है कि यह विकास नहीं, बल्कि आदिवासी क्षेत्र में सुनियोजित लूट है। सवाल यह है कि जब सड़क खुद गवाही दे रही है, तो जिम्मेदार कब बोलेंगे?

*ट्रांसफार्मर बीच सड़क पर*

भ्रष्ट योजना का सबसे चौंकाने वाला उदाहरण शासकीय आयुर्वेद औषधालय की ओर जाने वाली सड़क के बीचों-बीच खड़ा बिजली का ट्रांसफार्मर है। यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि तकनीकी अराजकता का नमूना है। सड़क का उद्देश्य सुरक्षित आवागमन होता है, लेकिन यहां खतरा ही बना दिया गया है। किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। छात्रों का सवाल है कि क्या यह सड़क जनता के लिए बनी है या भ्रष्ट सिस्टम की मूर्खता दिखाने के लिए?

*7 दिन का अल्टीमेटम*

आदिवासी छात्र संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों के भीतर अवैध गेट नहीं हटाया गया, घटिया सीसी सड़क की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, दोषियों पर कार्रवाई और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं बहाल नहीं की गईं, तो छात्र आंदोलन करेंगे। स्टेट हाईवे पर चक्का जाम तक की चेतावनी दी गई है। छात्रों ने साफ कहा है कि आंदोलन की जिम्मेदारी तहसील और जिला प्रशासन की होगी।

इनका कहना है।

मैंने सड़क देखी है, काम घटिया स्तर का है। पंचायत को नोटिस जारी कर भुगतान पर रोक लगेगी।

*सुशील मिश्रा, उपयंत्री, जनपद पुष्पराजगढ़*

मौके में जा कर मैने देखा है, घटिया निर्माण किया गया है सचिव को भुक्तान न करने के लिए निर्देश दिए है जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

*गणेश पाण्डेय, सीईओ जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़*

छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया गया है जल्द ही सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

*वसीम अहमद भट्ट, एसडीएम, पुष्पराजगढ़*

आटा निर्माण इकाई पर खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्यवाही, 99 पैकेट आटा जप्त


उमरिया

रीवा-शहडोल संभागीय उड़नदस्ता ने कोयलारी क्षेत्र स्थित सुजाता अग्रवाल फर्म पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत निरीक्षण कर बड़ी कार्रवाई की गई। जांच के दौरान कई गंभीर अनियमितताएँ पाए जाने पर टीम ने सामग्री जब्त कर नोटिस जारी किया तथा लाइसेंस निलंबन की अनुशंसा की है।

निरीक्षण में पाया गया कि फर्म में आटा निर्माण एवं पैकिंग की प्रक्रिया निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं थी। उपयोग किए जा रहे गेहूं की गुणवत्ता अत्यंत खराब पाई गई तथा उसमें कीट,कीड़े एवं वेविल संक्रमण की पुष्टि हुई। मौके पर उत्पादित आटे एवं कच्चे माल के सैंपल परीक्षण हेतु संग्रहित किए गए।

वहीं लेबलिंग मानकों का भी गंभीर उल्लंघन सामने आया। पैकेट पर भ्रामक दावे अंकित थे तथा पैकिंग पर “Sortex Cleaned Wheat” लिखा होने के बावजूद परिसर में कोई सॉर्टेक्स मशीनरी स्थापित नहीं पाई गई। इसके अलावा 1 किलोग्राम पैक पर मुद्रित लाइसेंस नंबर भी गलत पाया गया, जो नियमानुसार दंडनीय है।

कार्रवाई के दौरान उड़नदस्ता टीम ने 99 पैकेट (1 किलो) आटा जब्त किया तथा लगभग 2500 खाली पैकेजिंग सामग्री सीज की गई। फर्म संचालक को पाई गई गंभीर कमियों के आधार पर नोटिस जारी किया गया है। इस कार्रवाई में उड़नदस्ता दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे, अभिषेक बिहारी गौर एवं ओमप्रकाश साहू शामिल रहे। वहीं स्थानीय स्तर पर कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी मंजू वर्मा ने सहयोग प्रदान किया।

नकाबपोश हथियारबन्द बदमाशों ने कॉलरी कर्मचारी को बंधक बनाकर चुरा ले गए दो ट्रांसफार्मर


अनूपपुर

जमुना कोतमा क्षेत्र के जमुना 1/2 खान मुडधोवा स्थित पंखा घर में रात में हुई बड़ी चोरी ने खदान सुरक्षा तंत्र की पोल खोल दी है जहां कॉलरी परिसर में सुरक्षा के जवान तैनात रहते हैं, वहीं चोरी वाली जगह पर सुरक्षा जवान की कोई ड्यूटी नहीं थी, केवल कॉलरी के कर्मचारी तैनात थे, इसी सुरक्षा ढांचे की कमी का फायदा उठाकर हथियारबंद नकाबपोशों ने कर्मचारियों को बंधक बनाया और ट्रांसफार्मर चोरी कर फरार हो गए।

जानकारी के अनुसार सुरक्षा प्रहरी पन्नू लाल और ऑपरेटर रामखेलावन साहू रात करीब 1:45 बजे ड्यूटी कर रहे थे, तभी 30–35 नकाबपोश हथियारबंद लोग अचानक वहां पहुंच गए चोरों ने पहले पन्नू लाल को घेरा, फिर अंदर जाकर रामखेलावन साहू को भी पकड़ लिया दोनों को मारपीट, गाली-गलौज कर पंखा घर के भीतर बंद कर दिया गया।

गिरोह ने इसी दौरान घर का पंखा व दो ट्रांसफार्मर खोलकर ले गए और बगल में लगी केबल तारें भी काटकर चोरी कर लीं जिसकी कीमत लाखों में है। जब कर्मचारी किसी तरह सुबह 5 बजे बाहर निकल पाए और अधिकारियों को सूचना दी। सुबह खदान प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की हालांकि मौके से क्या सुराग मिले, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आ सकी है।

जब कॉलरी क्षेत्र में एसईसीएल का सुरक्षा विभाग सक्रिय हैं, तब चोरी वाली जगह की सुरक्षा में इतनी भारी चूक कैसे रह गई। कर्मचारियों का कहना है कि नकाबपोशों की संख्या और हथियारों के कारण उनकी जान खतरे में थी, पुलिस फिलहाल मामले की बारीकी से जांच कर रही है।

इसी क्षेत्र में लगभग तीन महीने पहले भी लाखों रुपये की चोरी की वारदात हुई थी। उस घटना का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है, जिससे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में सुरक्षा को लेकर और अधिक चिंता बढ़ गई है। लगातार हो रही घटनाओं ने कॉलरी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं।

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