प्राचार्य पर लगा अभद्रता का आरोप, सौपा ज्ञापन


अनूपपुर

जिले के पुष्पराजगढ़ स्थित शासकीय महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य पर छात्रों से अभद्रता करने का आरोप लगा है। छात्रों ने शुक्रवार को राजेंद्रग्राम थाना प्रभारी पीसी कोल से इसकी शिकायत की है। छात्रों का आरोप है कि उन्हें परीक्षा में शून्य अंक दिए गए थे। इसी समस्या को लेकर शासकीय महाविद्यालय पुष्पराजगढ़ के छात्र-छात्राओं ने 4 दिसंबर को प्रभारी प्राचार्य बी.डी. शर्मो को एक ज्ञापन सौंपा था। छात्रों ने बताया कि ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रभारी प्राचार्य ने उन्हें धमकाया, डराने की कोशिश की और यहां तक कि उन्हें पकड़कर मारने का भी प्रयास किया।

बोलेरो अनियंत्रित होकर पलटी, आठ लोग हुए घायल, अस्पताल में भर्ती, ड्राइवर की झपकी से हुआ हादसा


शहडोल

जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के सीधी रोड पर शुक्रवार तड़के एक तेज रफ्तार बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गया। भीषण हादसे में वाहन में सवार आठ लोग घायल हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है।

पुलिस के अनुसार शुक्रवार तड़के लगभग 4 बजे एक बोलेरो वाहन ब्यौहारी से सीधी की ओर रवाना हुआ था। बताया गया कि वाहन चालक को अचानक झपकी लग गई, जिसके कारण वाहन पर से उसका नियंत्रण हट गया। अनियंत्रित बोलोरो सीधे सड़क किनारे लगे एक बड़े पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार यात्री सीटों से उछलकर इधर-उधर जा गिरे।

हादसे के बाद वहां से गुजर रहे कुछ वाहन चालकों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही ब्यौहारी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला। सभी घायलों को एंबुलेंस की सहायता से तत्काल ब्यौहारी अस्पताल भेजा गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को आगे रेफर किए जाने की भी जानकारी मिली है।

वेयरहाउस में धान की बार-बार जांच से किसान परेशान, विवाद की बनी स्थिति पुलिस पहुँची मौके पर


अनूपपुर

जिले के पयारी कदमटोला स्थित वेयर हाउस में धान लेकर पहुँचे किसानों ने सर्वेयर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किसानों का कहना है कि सर्वेयर धान की जांच के नाम पर उन्हें बार-बार परेशान कर रहा है। एक बार धान की गुणवत्ता जाँच में पास होने के बाद भी पुनः बार-बार अलग-अलग बहानों से जांच की जा रही है, जिससे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

किसानों का कहना है कि धान तौल व भंडारण की प्रक्रिया में अनावश्यक देरी की जा रही है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। उन्होंने संबंधित विभाग से मामले में संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है।

बताया गया कि 4 दिसंबर की सुबह 10:00 जांच को लेकर किसानों और सर्वेयर के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई, किसानों ने विवादित होने के कारण नेशनल हाईवे 43 को चक्का जाम कर दिया चक्का जाम की सूचना मिलते ही फुनगा चौकी प्रभारी सोने सिंह परस्ते अपने टीम लेकर मौके पर पहुंच गए समस्या गंभीर होने के कारण किसानों एवं सर्वे के बीच समझौता की गई तब कहीं जाकर चक्का जाम से राहत मिल पाया । पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत कर स्थिति को शांत कराया और आगे किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए। किसान उम्मीद कर रहे हैं कि विभाग जल्द ही समस्या का समाधान कर निष्पक्ष व सुचारु तरीके से धान खरीदी प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा।

सहा. नोडल अधिकारी उमेश पाण्डेय की लापरवाही, सरकार की छवि किया धूमिल, गीता जयंती आयोजन सवाल

*हिटलरसाही रवैया से नियम व निर्देश की उड़ी धज्जियाँ*


अनूपपुर

मध्य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री  मोहन यादव द्वारा प्रदेशभर में गीता जयंती मनाए जाने के निर्देश दिए गए थे, जिसके तहत 1 दिसंबर को पूरे प्रदेश में गीता जयंती समारोह आयोजित किया गया। इसी क्रम में कोतमा के मॉडल स्कूल प्रांगण में भी गीता जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया, किंतु समारोह में मध्य प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का पालन सहायक नोडल अधिकारी द्वारा नहीं किए जाने का आरोप सामने आया है, जिसके कारण पूरे क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी व प्रदेश सरकार की छवि धूमिल होती दिखाई दे रही है।

सोशल मीडिया में लगातार यह मामला चर्चा में है कि जिले के गीता जयंती सहायक नोडल अधिकारी उमेश कुमार पांडे जिला जन अभियान परिषद अधिकारी द्वारा प्रदेश सरकार व सांस्कृतिक विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन नहीं किया गया। सांस्कृतिक विभाग मंत्रालय, भोपाल द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए थे कि गीता जयंती समारोह में जनप्रतिनिधियों, साधु-संतों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं सहित अन्य नागरिकों को आमंत्रित कर व्यापक रूप से कार्यक्रम आयोजित किया जाए।

किंतु आरोप है कि सहायक नोडल अधिकारी की लापरवाही व उदासीनता के चलते मॉडल स्कूल के खुले मैदान में कड़ी धूप में बिना टेंट के छात्रों को बैठने के लिए मजबूर किया गया। वहीं दूसरी ओर गीता जयंती आयोजन की जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, साधु-संतों और यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के जिला पदाधिकारियों तक को नहीं पहुंचाई गई। इससे स्थानीय स्तर पर भारी नाराजगी देखी जा रही है।

जनप्रतिनिधियों का कहना है कि उचित सूचना न दिए जाने के कारण भारतीय जनता पार्टी व मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आमजन के हित में किए जा रहे कार्यों पर पानी फेरने जैसा कार्य हुआ है। लोगों का कहना है कि गीता जयंती जैसा आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम जनभागीदारी के साथ होना चाहिए था, ताकि इसका लाभ आम जनता तक पहुंच सके, किंतु जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही ने पूरे कार्यक्रम को विवादों में ला दिया। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि इस प्रकरण की जांच कर दोषी अधिकारी के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही दोबारा न हो।

इनका कहना है।

गीता जयंती समारोह की जिम्मेदारी स्थानीय नगर पालिका अधिकारियों को सौंपी गई थी मेरा कोई लेना-देना नहीं है। 

*उमेश कुमार पांडेय, जिला जन अभियान परिषद एवं गीता जयंती समारोह सहायक नोडल अधिकारी अनूपपुर*

प्रेमिका के फ़ोन न उठाने पर शोले का वीरू बनकर टॉवर पर चढ़ा आशिक, प्रेमिका से बात होने पर उतरा


शहडोल

जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र के ग्राम निमिहा में उस समय माहौल फिल्मी हो गया, जब 18 वर्षीय संतोष साकेत अचानक बिजली के विशालकाय टावर पर जा चढ़ा। हाथ में मोबाइल, चेहरे पर गुस्सा और दिल में प्रेमिका की नाराज़गी मानो शोले फिल्म का मशहूर दृश्य गांव में उतर आया हो। संतोष का दर्द यह था कि उसकी प्रेमिका पिछले कुछ दिनों से फोन नहीं उठा रही थी। गुजरात में मजदूरी कर रहे संतोष ने नाराज़गी के बाद काम छोड़कर घर लौटने तक का फैसला कर दिया था, पर दिल का गुबार नहीं निकला तो सीधा टावर पर चढ़ गया।

दोपहर 3 बजे सूचना मिलते ही देवलोंद थाना प्रभारी सुभाष दुबे टीम के साथ मौके पर पहुँचे। नीचे ग्रामीणों की भारी भीड़, किसी के मोबाइल की रील, किसी की तालियां, तो किसी की सांसें अटकीं चारों ओर माहौल पूरी तरह हाई वोल्टेज। वहीं ऊपर संतोष एक ही बात पर अड़ा था जब तक प्रेमिका बात नहीं करेगी, मैं नीचे नहीं उतरूंगा… यहीं से कूद जाऊंगा।

स्थिति गंभीर देख थाना प्रभारी सुभाष दुबे ने तत्काल ट्रांसमिशन विभाग से संपर्क कर विद्युत प्रवाह बंद कराया। रीवा से बड़े सुरक्षा-जाल भी मंगवाए गए, ताकि यदि युवक फिसले भी तो उसकी जान बच सके। पर असली कमाल तब हुआ जब थाना प्रभारी ने बेहद सूझबूझ दिखाते हुए एक अनोखी रणनीति अपनाई।

संतोष के फोन पर स्थानीय महिला कर्मचारी को उसकी प्रेमिका बनाकर बात करवाई गई। दूसरी ओर संतोष का गुस्सा और प्रेम दोनों उमड़ पड़े। जैसे ही काल्पनिक प्रेमिका ने प्यार भरे शब्दों में उसे नीचे उतरने की विनती की, संतोष का वीरू वाला जोश पिघल गया। गांव की भीड़ में सन्नाटा छा गया और एक पल में संतोष नीचे उतर आया। फिल्मी अंदाज़ में असली हीरो बनकर उभरे थाना प्रभारी सुभाष दुबे की इस चतुराई ने युवक की जान बचा ली। इसके बाद संतोष के माता-पिता को बुलाया गया और करीब दो घंटे तक थाना प्रभारी ने स्वयं काउंसलिंग कर उसकी मानसिक स्थिति को सामान्य किया। 

नर्मदा परिक्रमा वासियों से दान के नाम डराकर मोनू जैन कर रहा है अवैध वसूली, प्रशासन मौन, देखे वीडियो

*नवलीदान केवट के नाम पर लुट रहे श्रद्धालु, 100 से 1000 तक की कर रहा है वसूली*


अनूपपुर 

नर्मदा परिक्रमा भारत की सबसे प्राचीन, पवित्र और कठोर धार्मिक यात्राओं में से एक मानी जाती है। यह परिक्रमा नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से शुरू होती है और पुनः अमरकंटक में ही समाप्त होती है। जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में माँ नर्मदा परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। श्रद्धालु देश के हर कोने से आ रहे हैं, नर्मदा परिक्रमा यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसलिए प्रशासन कई तरह की व्यवस्था बनाकर रखी है। श्रद्धालु अमरकंटक में स्थित नर्मदा कुण्ड, कपिलधारा, दूधधारा, तथा पास के स्थलों में माई की बगिया और श्री ज्वालामुखी देवी मंदिर परिक्रमा शुरू करने से पहले विशेष रूप से दर्शन किए जाते हैं। माना जाता है कि अमरकंटक में की गई पूजा और संकल्प परिक्रमा की सफलता का आधार होता है। मगर प्रशासन के सारे दावे यहाँ पर फेल नजर आ रहे हैं।

*देखे वायरल वीडियो👇👇👇*


नर्मदा परिक्रमा यात्रियो को नर्मदा मंदिर से लेकर माई की बगिया समेत अन्य सभी स्थानो पर जगह-जगह भ्रमित, परेशान किया जा रहा है, लूटा जा रहा है। इसी प्रकार शोसल मीडिया में श्रद्धालुओ को बेवजह परेशान करने व दान के नाम पर अवैध रुपए वसूलने का वीडियो वायरल हो रहा है। एक वाहन मालिक जिनका नाम मोनू जैन है वह अमरकंटक में आने वाले साधु-संत, तपस्वी, भक्त श्रद्धालु, योगी, आध्यात्मिक साधक व कठिन यात्राओं के इच्छुक यात्री को आस्था के नाम पर तट परिवर्तन, दान, अमरकंटक प्रवेश के नाम, दर्शन कराने, वाहन के नाम पर प्रतिदिन पर सैकड़ो यात्रियों से हजारों रुपए की अवैध वसूली चलाकर अपना गोरखधंधा के दिनों से चला रहा है। यह मोनू जैन बच्चे, बूढ़े गरीब व महिलाओं से भी अवैध वसूली करके अपने पैर पड़वाता है। मोनू जैन यात्रियो से कहता है कि यहाँ नवली का दान लगता है और अपने आप को केवट बताकर डर दिखाकर की अगर यहाँ दान नही दिया तो नर्मदा परिक्रमा को कोई पुण्य नही मिलेगा 100 सौ रुपए से लेकर 1000 एक हजार तक ले लेता है। प्रशासन के नाक के नीचे मोनू जैन श्रद्धालुओ को लूटने का इतना बड़ा कारनामा कर रहा है और प्रशासन को सब जानकारी रहते हुए भी अनभिज्ञ नजर आ रही हैं। 

अमरकंटक का वातावरण आध्यात्मिक, शांत और देवत्व से भरा रहता है। परिक्रमा शुरू करते समय यहीं पर भक्त ‘परिक्रमा व्रत’ लेते हैं और जीवन के सभी कष्टों को माँ नर्मदा को समर्पित कर यात्रा पर निकलते हैं। नर्मदा परिक्रमा पापों से मुक्ति और पुण्य की प्राप्ति, जीवन के दुखों का निवारण, मन की शांति और स्थिरता, आध्यात्मिक उन्नति, आत्मअनुशासन और तपस्या के लिए की जाती है। मगर मोनू जैन इन सभी श्रद्धालुओं के आशाओं पर पानी फेर दे रहा। श्रद्धालुओं ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे बहरूपियों से गरीब, असहाय यात्रियों श्रद्धालुओं को बचाकर आस्था के केंद्र अमरकंटक क्षेत्र को कालिख न लगे जल्द कार्यवाही करें।



यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे ट्रक पर 70 हजार का जुर्माना


अनूपपुर

सड़क सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के निर्देश पर यातायात पुलिस द्वारा सख्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रहे एक ट्रक वाहन पर बड़ी कार्यवाही की गई है। 

चेकिंग के दौरान ट्रक क्रमांक CG 10 BP 5531 को  यातायात नियमों का उल्लंघन ( नेशनल परमिट की शर्तों का उल्लंघन, प्रदूषण प्रमाण पत्र न होना आदि) करते पाए जाने पर रोककर दस्तावेजों एवं सुरक्षा मानकों की जांच की गई। आवश्यक नियमों का पालन न करने पर ट्रक को मौके पर ही जब्त कर प्रकरण तैयार कर अग्रिम कार्यवाही हेतु भेजा गया, जहां से वाहन संचालक पर 70 हजार का जुर्माना अधिरोपित किया गया।

सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने तथा वाहन चालकों को नियमों के पालन के लिए प्रेरित करने हेतु जिलेभर में विशेष जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर आगे भी इसी प्रकार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 नप अध्यक्ष के खास पीएम आवास योजना में अपात्र लोग हुए पात्र, 10 लाख का मकान, वाहन फिर भी है गरीब

 *मामला नगर परिषद बरगवां अमलाई का*


अनूपपुर

फर्जी तरीके से पात्रता पर्ची बनवाकर औद्योगिक इकाइयों में ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना, सोडा कास्टिक यूनिट में कार्य कर रहे संपन्न लोग प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राही  के रूप में सूची में नाम दर्ज है।

नगर परिषद बरगवां के वार्ड क्रमांक 3 में ओरिएंट पेपर मिल और मध्य प्रदेश शासन एवं स्थानीय निवासियों की भूमि पर अवैध कब्जा करते हुए भवन निर्माण कार्य किए हुए लोग साथ ही भूमिहीन बनकर मुख्यमंत्री भू अधिकार( पट्टा) लेकर एक बार नहीं दो बार नहीं तीसरी बार प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करते हुए इस योजना का लाभ लेने की तैयारी में नगर परिषद द्वारा बनाई गई सूची में उनके नाम दर्ज हैं, जो की जांच का विषय है।

कौन है जो इस प्रकार शासन की योजनाओं पर पात्र हितग्राहियों को लाभ से वंचित कर रहा है और ऐसे लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ दिल रहा है। वार्ड क्रमांक 3 में अवैध रूप से रह रहे उद्योगों में कर्मचारी सर्व संपन्न सुविधायुक्त होने के बावजूद भी भूमि एवं स्थानीय पुश्तैनी निवासियों को मिलने वाले लाभ से वंचित करते आ रहे हैं। बरगवां वार्ड क्रमांक के आदिवासी बाहुल्य होने के साथ आज भी शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित है, लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण नगर परिषद के जनप्रतिनिधि और उनके दलालों के कारण आज की स्थिति में पीएम आवास की तैयार की गई सूची पर नामी गिरामी  सेठ साहूकार और रहीसों के नाम शामिल किए गए हैं।

पूर्व में आवास योजना का लाभ उठाएं लोग पुन: आवास योजना का लाभ लेने की तैयारी में सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार नगर परिषद के अध्यक्ष के रहनुमो का प्रधानमंत्री आवास की सूची में सर्वाधिक नाम दर्ज हैं। 

जबकि नगर परिषद के मुख्य नगर पंचायत अधिकारी को विधिवत पूर्व में ग्राम पंचायत बरगवां जनपद पंचायत जैतहरी से गरीबों के रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल कार्ड धारी के नाम की सूची का अवलोकन करते हुए पूर्व में जिन हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ मिल चुका है, उसके आधार पर जिन्हें आज तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया, ऐसे लोगों का चयन करना चाहिए, लेकिन नगर परिषद के नुमाइंदों की भर्रेशाही की वजह से फर्जी तरीके से पात्रता पर्ची दिलवा कर अपात्र लोगों को अब प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी जनकल्याणकारी योजना का लाभ भी दिलाने की फिराक में है। जिसके कारण आज ऐसे लोग जो भूमिहीन एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं वह इस योजना के लाभ से वंचित रह गए हैं।

समाचार 01 फ़ोटो 01

नप अध्यक्ष के खास पीएम आवास योजना में अपात्र लोग हुए पात्र, 10 लाख का मकान, वाहन फिर भी है गरीब

 *मामला नगर परिषद बरगवां अमलाई का*

अनूपपुर

फर्जी तरीके से पात्रता पर्ची बनवाकर औद्योगिक इकाइयों में ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना, सोडा कास्टिक यूनिट में कार्य कर रहे संपन्न लोग प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राही  के रूप में सूची में नाम दर्ज है।

नगर परिषद बरगवां के वार्ड क्रमांक 3 में ओरिएंट पेपर मिल और मध्य प्रदेश शासन एवं स्थानीय निवासियों की भूमि पर अवैध कब्जा करते हुए भवन निर्माण कार्य किए हुए लोग साथ ही भूमिहीन बनकर मुख्यमंत्री भू अधिकार( पट्टा) लेकर एक बार नहीं दो बार नहीं तीसरी बार प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करते हुए इस योजना का लाभ लेने की तैयारी में नगर परिषद द्वारा बनाई गई सूची में उनके नाम दर्ज हैं, जो की जांच का विषय है।

कौन है जो इस प्रकार शासन की योजनाओं पर पात्र हितग्राहियों को लाभ से वंचित कर रहा है और ऐसे लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ दिल रहा है। वार्ड क्रमांक 3 में अवैध रूप से रह रहे उद्योगों में कर्मचारी सर्व संपन्न सुविधायुक्त होने के बावजूद भी भूमि एवं स्थानीय पुश्तैनी निवासियों को मिलने वाले लाभ से वंचित करते आ रहे हैं। बरगवां वार्ड क्रमांक के आदिवासी बाहुल्य होने के साथ आज भी शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित है, लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण नगर परिषद के जनप्रतिनिधि और उनके दलालों के कारण आज की स्थिति में पीएम आवास की तैयार की गई सूची पर नामी गिरामी  सेठ साहूकार और रहीसों के नाम शामिल किए गए हैं।

पूर्व में आवास योजना का लाभ उठाएं लोग पुन: आवास योजना का लाभ लेने की तैयारी में सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार नगर परिषद के अध्यक्ष के रहनुमो का प्रधानमंत्री आवास की सूची में सर्वाधिक नाम दर्ज हैं। 

जबकि नगर परिषद के मुख्य नगर पंचायत अधिकारी को विधिवत पूर्व में ग्राम पंचायत बरगवां जनपद पंचायत जैतहरी से गरीबों के रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल कार्ड धारी के नाम की सूची का अवलोकन करते हुए पूर्व में जिन हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ मिल चुका है, उसके आधार पर जिन्हें आज तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया, ऐसे लोगों का चयन करना चाहिए, लेकिन नगर परिषद के नुमाइंदों की भर्रेशाही की वजह से फर्जी तरीके से पात्रता पर्ची दिलवा कर अपात्र लोगों को अब प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी जनकल्याणकारी योजना का लाभ भी दिलाने की फिराक में है। जिसके कारण आज ऐसे लोग जो भूमिहीन एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं वह इस योजना के लाभ से वंचित रह गए हैं।

समाचार 02 फ़ोटो 02

हार्ट अटैक के पीडित मरीज को किया गया एयरलिफ्ट, इलाज के लिए भेजा गया एम्स भोपाल

अनूपपुर

प्रत्येक जीवन अमूल्य है और इसी भावना के साथ आपातकालीन स्थिति के दौरान उन्नत चिकित्सा सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सुविधा प्रारंभ की गई है। इसके तहत अनूपपुर जिले के डोला नगर परिषद के निवासी 50 वर्षीय श्री विश्वनाथ गोस्वामी को माइनर अटैक आने के कारण प्रातः 11ः30 बजे, जिला मुख्यालय स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय हैलीपैड से एयर एम्बुलेंस द्वारा सुरक्षित रूप से एम्स भोपाल रवाना किया गया। मरीज के साथ उनके पुत्र भी गए हैं। 

श्री गोस्वामी पिछले एक वर्ष से किडनी की बीमारी से ग्रसित थे। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में डायलिसिस के दौरान उन्हें अचानक माइनर अटैक आने पर उनकी स्थिति गंभीर हो गई। स्थिति को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल के विशेष प्रयास तथा कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की टीम के सहयोग एवं समन्वय द्वारा मरीज श्री विश्वनाथ गोस्वामी को उच्च स्तरीय इलाज उपलब्ध कराने हेतु आज एयरलिफ्ट कर एम्स भोपाल भेजा गया। 

आपातकालीन सेवा के इस त्वरित और संवेदनशील उपयोग से मरीज को तुरंत उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकी। मरीज के परिजनों ने इस समय पर मिली एम्बुलेंस सेवा और प्रशासनिक सहयोग के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है। 

इस पूरी प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी के अलावा जिला प्रशासन, जिला चिकित्सालय, नगरपालिका की टीम ने सराहनीय योगदान दिया। पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा ने एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि संकट की घड़ी में सरकार की यह पहल आमजन के लिए उम्मीद की नई किरण बन रही है।

समाचार 03 फ़ोटो 03

यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे ट्रक पर 70 हजार का जुर्माना

अनूपपुर

सड़क सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के निर्देश पर यातायात पुलिस द्वारा सख्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रहे एक ट्रक वाहन पर बड़ी कार्यवाही की गई है। 

चेकिंग के दौरान ट्रक क्रमांक CG 10 BP 5531 को  यातायात नियमों का उल्लंघन ( नेशनल परमिट की शर्तों का उल्लंघन, प्रदूषण प्रमाण पत्र न होना आदि) करते पाए जाने पर रोककर दस्तावेजों एवं सुरक्षा मानकों की जांच की गई। आवश्यक नियमों का पालन न करने पर ट्रक को मौके पर ही जब्त कर प्रकरण तैयार कर अग्रिम कार्यवाही हेतु भेजा गया, जहां से वाहन संचालक पर 70 हजार का जुर्माना अधिरोपित किया गया।

सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने तथा वाहन चालकों को नियमों के पालन के लिए प्रेरित करने हेतु जिलेभर में विशेष जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर आगे भी इसी प्रकार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष ने 995 किलो दूर पहुँचकर पीड़िता की मदद

शहडोल

भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष रामनारायण मिश्र ने पीड़ित आदिवासी महिला की मदद कर मानवता की मिसाल पेश की है। मानव अधिकार के जिला अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया एक बार फिर से  दिल्ली आना हुआ उन्होंने बताया हमारे ग्रह क्षेत्र गोहपारू शहडोल के बगल के गांव धोंनहा की आदिवासी समाज की सीधी-साधी महिला संतोषी सिंह जिनका बड़ा बेटा पुणे में काम करने गया था, जहां वह काम कर रहा था, उसी कंपनी से उसका मोबाइल फ़ोन चोरी हो गया, जिसे कोई अज्ञात व्यक्ति उपयोग करने लगा था, उसने इनके मोबाइल सिम से किसी के खाते फ्रॉड कर43 लाख रु की राशि आहरण कर ली थीं, पीड़ित व्यक्तियो ने थाना सेक्टर 20 नोएडा दिल्ली में पुलिस प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जांच के दौरान थाना नोएडा ने पाया कि जिस धोखाधड़ी में उक्त सिम का उपयोग हो रहा है वह हमारे गांव की आदिवासी महिला संतोषी सिंह का नंबर था, जिन्हें किसी प्रकार की इस घटना के संबंध में कोई जानकारी भी नहीं थी, थाना गोहपारू के नोटिस के माध्यम से पीड़ित आदिवासी महिला को दिल्ली नोएडा आने की हिदायत दी गई, जिन्हे लेकर मेरा दिल्ली नोएडा थाना सेक्टर 20 आकर पीड़िता की मदद की, ताकि पीड़ित निर्दोष महिला ऐसे संगीन अपराध से बच सके, मानव अधिकार के जिला अध्यक्ष ने समस्त नागरिक से अपील की है की सभी नागरिक जन सावधानी पूर्वक अपने मोबाइल का उपयोग करे और इस तरह के हादसों के शिकार होने से बचे, इसके पहले भी रामनारायण मिश्रा ने 2000 किलोमीटर दूर पहुंचकर बेंगलुरु में भी एक पीड़ित आदिवासी की मदद कर समाज को सहयोग करने का संदेश दिया था, एक बार फिर से अपने निवास से 995 किलोमीटर दूर पहुंचकर जिला अध्यक्ष ने मानवता की अनुपम मिसाल पेस की है समाज सदा ऐसे समाजसेवियों का ऋणी रहेगा।

समाचार 05 फ़ोटो 05

शासकीय निर्माण में लग रहा चोरी का सामान, छात्रावास की नींव में उपयोग की जा रही अवैध रेत

अनूपपुर

जिस प्रशासन पर अवैध उत्खनन रोकने की जिम्मेदारी है, उसी प्रशासन के नाक के नीचे सरकारी भवन के निर्माण में चोरी की रेत का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। मामला फुनगा क्षेत्र का है, जहाँ गोडारू नदी को माफियाओं ने चारागाह बना लिया है। सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि इस अवैध रेत का उपयोग किसी निजी मकान में नहीं, बल्कि प्यारी क्रमांक-1 में बन रहे कस्तूरबा गांधी छात्रावास में किया जा रहा है।

पयारी क्रमांक-1 में निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी छात्रावास के ठेकेदार द्वारा सरकारी राजस्व (रॉयल्टी) की चोरी की जा रही है। नियमानुसार, सरकारी निर्माण कार्यों में वैध खदान की रॉयल्टी वाली रेत लगनी चाहिए, लेकिन मुनाफे के लालच में ठेकेदार गोडारू नदी के प्यारी, देखल और अमलाई घाटों से रात के अंधेरे में अवैध उत्खनन करवा रहा है। सवाल उठता है कि क्या संबंधित इंजीनियर और अधिकारियों को इस "काले खेल" की जानकारी नहीं है, या सब कुछ मिलीभगत से चल रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार, गोहरारू नदी में  मशीनें और ट्रैक्टर-ट्रॉली दिन-रात गरज रहे हैं। नदी का प्राकृतिक स्वरूप पूरी तरह नष्ट किया जा रहा है। फुनगा पुलिस की गश्त इन रास्तों पर नदारद रहती है और खनिज विभाग शिकायत के बाद भी मौके पर नहीं पहुँचता। ग्रामीणों का आरोप है कि यह चुप्पी इशारा करती है कि माफियाओं के तार बहुत ऊपर तक जुड़े हैं।

कस्तूरबा गांधी छात्रावास के निर्माण में लग रही रेत की रॉयल्टी रसीद (TP) की जांच अब तक क्यों नहीं की गई। जब पयारी, देखल और अमलाई में खुलेआम जेसीबी चल रही है, तो खनिज विभाग ने अब तक क्यों नहीं की। सरकारी निर्माण में अवैध सामग्री का उपयोग होने पर निर्माण एजेंसी/ठेकेदार पर कार्यवाही कब होगी।

समाचार 06 फ़ोटो 06

बिगड़ती कानून-व्यवस्था, प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई- मनीष श्रीवास्तव

शहडोल

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि, मध्यप्रदेश एक बार फिर उस दर्दनाक घटना से दहल उठा है, जिसने न केवल समाज को झकझोर दिया, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की कमजोरियों को भी बेनकाब कर दिया। छह वर्ष की एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने हर संवेदनशील नागरिक को भीतर तक चोट दिया है। यह घटना सिर्फ अपराध की नहीं, बल्कि उस व्यवस्था की विफलता की भी कहानी कहती है, जो नागरिकों विशेषकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदार होती है। घटना के पांच दिन बाद, जब जनआक्रोश सड़क पर उतर आया, तब कहीं जाकर पुलिस ने आरोपी की खोजबीन तेज की। यह देरी अपने क्या मध्यप्रदेश की कानून-व्यवस्था इतनी सुस्त हो चुकी है कि लोगों के दबाव के बिना वह हरकत में नहीं आती।

मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि,प्रदेश की शासन व्यवस्था में गृह विभाग वह कड़ी है जो कानून-व्यवस्था का सीधा और सबसे बड़ा दायित्व निभाता है। लेकिन इस बार एक और सवाल चर्चा में है वह यह कि पिछले सात दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है जब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इतने लंबे समय तक गृह मंत्रालय अपने पास रखा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विकास योजनाओं, उद्योगों, निवेश, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों पर खुद निगरानी रखते हुए लगातार सक्रिय दिखाई देते हैं। लेकिन यदि विकास योजनाओं में व्यस्तता बढ़ रही है, तो सवाल उठता है क्या उन्हें गृह विभाग का महत्वपूर्ण दायित्व किसी सक्षम मंत्री को नहीं सौंप देना चाहिए।

उन्होंने बताया कि,राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट मध्यप्रदेश के लिए चिंता का गंभीर विषय है। प्रदेश लगातार उन राज्यों की सूची में शामिल है जहां नाबालिग लड़कियों के खिलाफ अपराधों की संख्या सबसे अधिक है। रिपोर्ट बताती है कि दुष्कर्म, छेड़छाड़, अपहरण और यौन शोषण के मामलों में मध्यप्रदेश की स्थिति चिंताजनक है। 

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शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा जारी परीक्षा परिणाम को लेकर कुलगुरु को सौंपा ज्ञापन

शहडोल

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शहडोल नगर द्वारा शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा में मनमानी ढंग से परीक्षा परिणाम एवं अन्य 10 विषयों को लेकर कुलगुरु  को नगर मंत्री अमन त्रिपाठी द्वारा विश्वविद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया।

स्नातक एवं स्नातकोत्तर की परीक्षाएं आज दिनांक से 4 से 6 माह पूर्व अयोजित की गई थी किन्तु परिणाम घोषित होने में इतना विलम्ब क्यों।इतने विलंब के बाद भी अधिकतम विद्यार्थियों के परिणाम withheld या 0 नंबर दिखाई दे रहा हैं जिसमें कही न कही विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी नजर आ रही हैं, जिसका प्रमुख कारण आनन फानन में जारी किया गया परिणाम प्रतीत होता हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा कॉलेशन के नाम पर बिना किसी आदेश के मनमाने पूर्वक बिना किसी अनुभव के शिक्षकों को लगाया गया जो कि परीक्षा परिणाम जैसे विषय की गोपनीयता को भंग करना प्रतीत होता हैं।

जल्दबाजी में जारी किए गए परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों के पूर्व में जारी परिणाम के दिनांक और अंक एक हैं जो पूर्व में दिए गए एटीकेटी और अभी के परिणाम दोनों ही एक हैं 6जिसके कारण यह प्रतीत होता हैं कि परिणाम में कोई बदलाव न कर उसे पुराना परिणाम ही दे दिया गया हैं। बी आर कंप्यूटर कंपनी के द्वारा जो सॉफ्टवेयर दिया गया हैं जो कि विद्यार्थियों के लिए लिंक दी जाती हैं वो कभी कभी काम नहीं करती है जिसके कारण विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।विश्वविद्यालय द्वारा रिटोटलिंग एवं रिवॉल्यूशन जिसकी फीस बहुत ज्यादा है जिसको तत्काल रूप से कार्रवाही करते हुए कम किया जाए। 7 दिवस के अंदर संज्ञान में नहीं लिया गया तो अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी 

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सड़क पर गड्ढे या गड्डे पर सड़क डोला तिराहा बना 'हादसों व मौत का अड्डा', हमेशा होटी है घटना 

*कॉलरी प्रबंधन व नगर परिषद की बड़ी लापरवाही*

अनूपपुर

बिजुरी से मनेन्द्रगढ़ मार्ग पर स्थित डोला तिराहा की सड़क नहीं, बल्कि यह नगर परिषद डोला और कॉलरी प्रबंधन की घोर आपराधिक अनदेखी का खुला प्रमाण है। गहरे और चौड़े गड्ढों में तब्दील यह व्यस्त तिराहा हर दिन दुर्घटनाओं को न्योता दे रहा है। दोनों ही जिम्मेदार संस्थाओं की इस लापरवाही के कारण कभी भी कोई बड़ी जनहानि या सामूहिक दुर्घटना होने की आशंका प्रबल हो गई है और जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से पलडा झाड़ते दिखाई दे रहे हैं।

बिजुरी-मनेन्द्रगढ़ मार्ग पर स्थित डोला तिराहा की सड़क नहीं, बल्कि यह नगर परिषद डोला और कॉलरी प्रबंधन की घोर आपराधिक लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण बन चुका है। गड्ढों की वजह से जर्जर हो चुकी यह सड़क अब 'यमदूत' का काम कर रही है। इन दोनों जिम्मेदार संस्थाओं की मिलीभगत और अनदेखी ने क्षेत्र की जनता को मौत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है, जिसके चलते किसी भी वक्त बड़ी घटना होने की आशंका पैदा हो गई है।

डोला तिराहा क्षेत्र से कॉलरी का भारी परिवहन गुजरता है, जिससे यह स्पष्ट है कि सड़क की बदहाली के लिए कॉलरी प्रबंधन सीधे तौर पर जिम्मेदार है, जिसकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह सड़क को दुरुस्त रखे। वहीं क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और मार्ग को यातायात योग्य बनाए रखना नगर परिषद डोला का कानूनी दायित्व है। नगर परिषद कहती है कि यह कॉलरी क्षेत्र है और कॉलरी प्रबंधन कहता है कि यह नगर परिषद की सीमा में आता है। 

भारी कोयला ट्रकों के गुजरने और गड्ढों के कारण अक्सर छोटे वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। स्थानीय निवासियों का डर है कि किसी भी दिन इन ट्रकों की टक्कर से कोई यात्री बस या कई दोपहिया वाहन चालक एक साथ शिकार हो सकते हैं, जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है।

इनका कहना है।

हमारे द्वारा सड़क बनाने हेतु फंड की डिमांड मंत्री व कलेक्टर से की गई है, फंड सैंक्शन होते ही हमारे द्वारा सड़क बनवाई जाएगी, साथ ही बड़े-बड़े गड्डो को हमारे द्वारा लेबलिंग करवाई जाती है, लेकिन कॉलरी के कोयले लोड भारी ट्रक चलने से 24 घंटे में ही सड़क टूट जाती है।

*राजेश मार्को, सीएमओ डोला* 

चोरी के मामले में फरार चल रहे 04 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले के थाना बिजुरी की पुलिस टीम टीम चोरी के मामले में फरार चल रहे 04 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई हैं। 12 सितंबर 2025 को सुरक्षा पहरी पवन कुमार जायसवाल द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया कि दिनांक 07/08 सितंबर 2025 की दरमियानी रात अज्ञात चोरों द्वारा रिजनल स्टोर, हसदेव क्षेत्र, बिजुरी में लगे रोशनदान को काटकर अंदर प्रवेश किया गया तथा कीमती मशीनरी पार्ट्स चोरी कर लिए गए। आवेदन पर थाना बिजुरी में अपराध क्रमांक 282/25, धारा 331(4), 305(ए) बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विवेचना के दौरान अज्ञात आरोपियों की तलाश हेतु तकनीकी व सायबर सहायता का उपयोग किया गया। दिनांक 16 सितंबर 2025 को आरोपी विजय सिंह पिता नारायण सिंह निवासी चिरमिरी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने अन्य 04 साथियों के बारे में जानकारी दी, जो घटना दिनांक से ही फरार चल रहे थे। लगातार पतासाजी, मुखबिर सूचना एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर चारो आरोपी कमलेश सिंह उर्फ करिया पिता गंगा सिंह, निवासी केबिन दफाई, बिजुरी, चुर्री उर्फ मुख्तार मुसलमान पिता सराफल अली, उम्र 22 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 19, मलाईपारा, मनेंद्रगढ़, देव यादव पिता स्व. केशव यादव, उम्र 21 वर्ष, निवासी मनेंद्रगढ़, विनय सिंह बघेल पिता स्व. समसेर सिंह उर्फ टालू, उम्र 26 वर्ष, निवासी झगराखांड़ को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया। 

नाबालिक बालिका से दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले के थाना बिजुरी पुलिस टीम ने 12 वर्ष की नाबालिका बालिका से बलात्कार करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

पीड़िता ने थाना में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों ने बताया की 29 नवंबर 2025 को हम सभी परिवार के लोग खेत मे धान काटने चले गये थे मेरी 12 वर्ष एवं 10 वर्ष की नाबालिक लडकियां तथा 06 वर्ष का लडका घर पर अकेले थे। दोपहर में जब मेरी 12 वर्ष की बेटी घर में अकेली थी तभी गांव का सूरज पटेल घर में घुस आया और उससे पूछने लगा कि तुम्हारी दादी कहां है तो वह बोली कि मम्मी पापा के साथ धान काटने खेत गई है, यह सुनकर वह मेरी बेटी को अकेली पाकर उसे पकड के जमीन में पटक दिया और उसके साथ दुष्कर्म किया, रिपोर्ट पर थाना बिजुरी मे अपराध क्र 386/25 धारा 654(1), 332(बी) बीएनएस, 3,4 पाक्सो एक्ट 3(2)(व्ही) एससी/एसटी एक्ट का कायम कर अनुसंधान में लिया गया। आरोपी सूरज पटेल की जो घटना के बाद फरार हो गया था उसकी लगातार तलाश कर रिपोर्ट के 24 घंटे के अंदर आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूछताछ की गई जिसने अपना जुर्म स्वीकार किया। बिजुरी पुलिस द्वारा  नाबालिग से बलात्कार के आरोपी सूरज पटेल निवासी थाना बिजुरी को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया गया।



भिखारी की हत्या करने वाले 2 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा, 8 हजार जुर्माना


अनूपपुर

लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा बताया गया कि अभियुक्त भोला पाव पिता रामदयाल पाव उम्र 30 वर्ष निवासी सड्डी बडका टोला, कोतमा, थाना कोतमा जिला अनूपपुर एंव राजेश सेानवाली उर्फ राजू पिता स्व. रामनारायण सोनवाली, उम्र 39 वर्ष निवासी वार्ड नं0-3 पुरानी बस्ती, तेन्दूपारा पैण्ड्रा थाना पैन्ड्रा, जिला जी0पी0एम0 छत्तीसगढ़, हाल निवासी थाना कोतवाली अनूपपुर के द्वारा 07 दिसंबर 2021 को समय लगभग 7 बजे से 8 बजे के मध्य देवी मढ़िया के पीछे फैयाद मोहम्मद के घर के पीछे कच्ची रास्ता के पासअभियुक्त ने अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर दी। हत्या करने के अपराध से बचने के लिए साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया गया। शुभम सिंह ने सूचना दी कि देवी मढिया के पीछे फैयाज अहमद के मकान की पीछे कच्ची रास्ता मे एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पडी है, मृतक पुरुष शनी बाबा 45 वर्ष था, सूचना पर थाना कोतवाली अनूपपुर में प्रथम सूचना रिपोर्ट अपराध क्र0-575/2021 धारा 302,201 भ0दं0स0 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। अभियुक्त राजेश से चाकू एंव अभियुक्त भोला पाव से लाठी की जप्ती की गयी।  प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश नरेन्द्र पटेल कें न्यायालय में सुनवाई की गयी जिसमें शासन की ओर से लोक अभियोजक पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा ने 15 साक्षियों के साक्ष्य कराये और 33 दस्तावेजों को पेश किया गया। वही पर आरेापी के अधिवक्ता ने 5 दस्तावेज प्रस्तुत किये। साक्ष्य एंव विचारण उपरांत शासन की ओर से पैरवी कर रहे लोक अभियोजक  पुष्पेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा रखे गए तर्कों और बहस तथा मामले की गम्भीरता एवं परिस्थितियों को देखते हुए हत्या के आरोपी भोला पाव और राजेश सोनवाली उर्फ राजू को भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 302 मेें दोषी पाते हुए दोषसिद्ध ठहराया गया जिसमें आरोपी को आजीवन कारावास एवं 8 हजार रुपए जुर्माना से दंडित किया गया।                                                  

स्कूल परिसर में धान खरीदी की तैयारी पर मचा बवाल, छात्रों ने नारेबाजी करते हुए गेट पर बैठे 


शहडोल

जिले के जयसिंहनगर के सरकारी स्कूल में धान खरीदी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। छात्राओं ने विरोध में नारेबाजी करते हुए गेट पर बैठ गए। विरोध को देखते हुए मौके पर एसडीएम पहुंचे तो उनसे तीखी बहस भी हो गई।

शासकीय आवासीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीधी में मंगलवार को स्व-सहायता समूह द्वारा धान खरीदी केंद्र शुरू किए जाने की जानकारी मिलते ही सैकड़ों छात्र-छात्राएं विरोध में सड़क पर उतर आए। छात्रों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए साफ कहा- परिसर में धान खरीदी नहीं चलेगी। छात्रों का कहना है कि धान खरीदी के दौरान परिसर में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और भारी वाहनों की आवाजाही से गंदगी बढ़ेगी, भीड़-भाड़ होगी और दुर्घटना का खतरा रहेगा। प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासन पर छात्रों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। छात्रों ने आरोप लगाया कि SDM स्कूल परिसर में धान खरीदी का दबाव बना रही हैं,

जबकि शिक्षण संस्थान को व्यावसायिक गतिविधियों से मुक्त रखना चाहिए। लगभग 2 घंटे तक हंगामे के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि छात्राएं अपनी मांग पर अड़े रहे और कहा कि- धान खरीदी शुरू होने पर वे आंदोलन करेंगे। एसडीएम ने कहा कि धान उपार्जन की जगह बदल दी गई है।

रात में बाजार पहुँचा भालू, सीसीटीवी में कैद हुए वीडियो, लोगो में दहशत का माहौल


शहडोल

जिले के जैतपुर वन परिक्षेत्र में आने वाले गांव रसमोहनी में बीच बस्ती में स्थित बाजार में भालू घुस गया,रात के वक्त दुकान के पास घूमता हुआ भालू सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। जिसे देख अब लोगों में दहशत का माहौल है।आए दिन इस क्षेत्र में भालू घूमता हुआ दिखाई देता है। लेकिन विभाग इसे नजर अंदाज कर रहा है। बीते दिनों एक महिला को भालू उठा कर जंगल ले गया था और उसे मौत के घाट उतार दिया था, जिससे लोगों में और भी डर है।

जैतपुर वन परिक्षेत्र के रसमोहनी बस्ती के बीच स्थित बाजार में एक भालू किराना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। दुकानदार ने बताया कि जब वह सुबह दुकान पहुंच तो,दुकान के बाहर रखे नमक की बोरियां फटी हुई थी, और नमक बिखरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें कुछ संदेह हुई,और उन्होंने दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा तो वह खुद इसे देखकर हैरान रह गए।

दुकानदार अमित ने बताया कि बस्ती के बीच में बाजार स्थित है, जिसमें मेरी किराना की दुकान है। दुकान के बाहर एक छोटा काउंटर है जिसके नीचे नमक की कई सारी बोरियां रखी रहती हैं। सीसीटीवी में कैद भालू नमक की बोरियों से नमक खाता हुआ और बिखरता हुआ नजर आ रहा है। दुकानदार ने कहा कि हमारे क्षेत्र में लगातार भालू का मूवमेंट रहता है। अब तो बीच बाजार में भालू घुस आया है। वन विभाग इस पर कोई पहल नहीं कर रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही जैतपुर वन परिक्षेत्र के गांव में सड़क पर भालू अपने परिवार के साथ घूमता नजर आया था,इसके बावजूद भी वन विभाग ने क्षेत्र में मुनादी नहीं करवाई है।

आरोग्य केंद्र की छत का गिरा प्लास्टर, बॉटल लगाते समय हुआ हादसा, बाल-बाल बचे स्टॉफ व मरीज


अनूपपुर 

जिले के बदरा स्थित आयुष्मान आरोग्य केंद्र में मंगलवार को एक बड़ा हादसा टल गया। अस्पताल की छत का प्लास्टर गिर गया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। इस घटना के बाद आयुष्मान आरोग्य मंदिर बदरा के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। घटना के समय आयुष्मान आरोग्य मंदिर बदरा की सीएचओ अंशु मिंज, अन्य कर्मचारी और कुछ मरीज अस्पताल में मौजूद थे, जो बाल-बाल बच गए। छत का एक बड़ा हिस्सा अचानक टूटकर अस्पताल के बेड पर गिर गया।

आशंका जताई जा रही है कि फॉल्स सीलिंग के भीतर पानी के लगातार रिसाव के कारण छत अंदर से कमजोर हो गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। यह पहली बार नहीं है जब यहां छत गिरी हो। इससे पहले अगस्त 2025 में भी छत गिरने की घटना हुई थी, जिसमें एक मरीज को हल्की चोट आई थी।

पूर्व में भी बरसात के दौरान आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पानी भरने की शिकायतें सामने आई थीं। इन घटनाओं के बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सीएचओ अंशु मिंज ने घटना के बारे में बताया, "मैं एक मरीज को ग्लूकोज चढ़ाने के लिए लाई थी। जैसे ही मैं ग्लूकोज चढ़ाने वाली थी, तभी अचानक छत गिरने लगी। मैं और मरीज डर गए और तुरंत वहां से बाहर निकल आए।" उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी थी, लेकिन घटना के बाद कोई भी अधिकारी निरीक्षण के लिए मौके पर नहीं पहुंचा।

इस संबंध में सीएमएचओ अलका तिवारी ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जानकारी मिलने के बाद वे कोतमा के बीएमओ को मौके पर भेजकर निरीक्षण करवाएंगी।

वाहन पर पुलिस ने लगाया 10 हजार का जुर्माना, बिना परमिट-फिटनेस के चल रही थी बस


शहडोल

जिले में यात्री बसों के संचालन में हो रही गंभीर लापरवाहियां एक बार फिर सामने आई हैं। जहां एक ओर यातायात विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है, वहीँ परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। बस मालिकों की ढीली व्यवस्थाओं के चलते यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। ताज़ा मामले में बिना परमिट और बिना फिटनेस के चल रही बसों को पकड़ा गया, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया।

जानकारी के अनुसार, रीवा रोड पर यातायात टीम द्वारा बसों की चेकिंग की गई। इस दौरान दादू एंड संस की बस एमपी 17 पी 1248 को रोका गया। जांच के दौरान बस फिटनेस में फेल पाई गई। बस का इमरजेंसी एग्जिट विंडो भी खुल नहीं रहा था, जिसे ड्राइवर ने पाना (स्पैनर) की मदद से खोलने की कोशिश की। यह स्थिति यात्रियों की सुरक्षा के नाम पर गंभीर लापरवाही को दर्शाती है। मौके पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पांच हजार का चालान बनाया गया।

इसी दौरान एक और बड़ा मामला सामने आया। कैपिटल बस क्रमांक एमपी 18 पी 0206, जिसे ब्यौहारी से प्रयागराज के लिए एक दिन का विशेष परमिट दिया गया था, वह नियमों का उल्लंघन करते हुए शहडोल बस स्टैंड से स्टेज कैरिज परमिट के रूप में संचालित की जा रही थी। बस में शहडोल से गोपारू, खन्नौधी, जयसिंहनगर तक जाने वाले यात्री बैठे हुए मिले, जबकि बस के पास इन मार्गों पर संचालित होने का परमिट नहीं था। बिना परमिट संचालन करते पाए जाने पर 10,हजार का चालान लगाया गया।

इन दोनों मामलों में कार्रवाई यातायात सूबेदार प्रियंका शर्मा द्वारा की गई। लगातार सामने आ रही इस तरह की लापरवाहियां इस ओर इशारा करती हैं कि बस मालिक सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर मनमानी पर उतारू हैं। वहीं परिवहन विभाग की निगरानी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभियान और सख्त होने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

पारिवारिक विवाद सुलझाने गए मायके पक्ष के परिजनों पर हुआ हमला, दांत से काटकर किया घायल


शहडोल

जिले के जयसिंहनगर थाना क्षेत्र के कुदराटोला में एक पारिवारिक विवाद में बहन को समझाने पहुंचे मायके पक्ष के लोगों पर ससुराल पक्ष के बीच मामला इतना बढ़ गया कि झगड़े में शामिल एक आरोपी ने फरियादी को दांत से काट लिया, जिससे पूरा मामला और गंभीर हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर क्रॉस-कथन लेते हुए प्रकरण दर्ज किया है।

अमझोर निवासी फरियादी ललित कुमार रैदास ने बताया कि 30 नवंबर की सुबह उनकी मां, पिता और बहन के बीच ससुराल पक्ष में विवाद की जानकारी मिलने पर वे सभी कुदराटोला पहुंचे। वहां बहन सरिता रैदास के घर पहुंचे तो माहौल पहले से तनावपूर्ण था, इसी दौरान सरिता के पति मनोज उर्फ ओमप्रकाश रैदास ने अचानक गाली-गलौज शुरू कर दिया और अपशब्दों का प्रयोग करने लगा, जब फरियादी ने विरोध किया तो मनोज भड़क गया और उस पर हमला कर दिया।

थोड़ी ही देर में मनोज के पिता रामचंद्र और उसकी मां केशकली भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी हाथापाई शुरू कर दी। मां को जमीन पर पटक दिया, बहन भी हुई घायल, फिर फरियादी को दांत से काटा। स्थिति और बिगड़ गई जब हमले के दौरान फरियादी की मां सोनिया बाई बीच-बचाव करने आई। आरोप है कि ससुराल पक्ष ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया जिससे वे बेहोश हो गई। बहन सरिता को भी लात-घूंसों से मारने की कोशिश की गई। इसी अफरातफरी में आरोपी मनोज ने फरियादी को जोर से पकड़ा और दाहिने गाल पर दांत से काट लिया।

दूसरी ओर मनोज रैदास के पिता रामचंद्र ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनकी शिकायत में कहा गया है कि विवाद घरेलू बात को लेकर बढ़ा और फरियादी पक्ष के लोगों ने घर आकर मारपीट की। उन्होंने भी दांत से काटे जाने की बात कही है। मेडिकल परीक्षण में डॉक्टर ने फरियादी के गाल पर दांत से काटने की चोट की पुष्टि की है। पुलिस ने मामले में धाराएं 296(ए), 115(2), 118(1), 351(2) और 3(5) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है। सीधी थाना प्रभारी शिवेंद्र भगत ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।

शादी का झांसा देकर नाबालिक का अपहरण करने वाले आरोपी उड़ीसा से गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले चलाए जा रहे विशेष अभियान आपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। थाना कोतमा क्षेत्रान्तर्गत कोतमा पुलिस ने 16 वर्षीय किशोरी के अपहरण के मामले में आरोपी अफरीद खान उर्फ बबलू 18 वर्ष को उड़ीसा राज्य से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। किशोरी को सकुशल दस्तयाब किया गया है। 12 नवंबर को किशोरी अचानक अपने घर से लापता हो गई थी । परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर अपहृता तथा आरोपी की तलाश की जारी थी। विवेचना से ज्ञात हुआ कि आरोपी के द्वारा 16 वर्षीय नाबालिक किशोरी से मोबाइल के माध्यम से दोस्ती बढ़ाते हुए शादी का झांसा देकर अपहरण करते हुए नाबालिक को उड़ीसा ले गया।  अपहरणकर्ता अफरीद खान उर्फ बबलू पिता बासा उर्फ बादशाह खान निवासी सरोढा जिला नवागढ़ थाना नवागांव की गिरफ्तारी के बाद धारा 64 (1) एवं पॉक्सो के तहत 3,4,5, 6 की धारा बढ़ाई गई पुलिस की जांच एवं साइबर सेल एवं मुखबिर सूचना तंत्र की मदद से किशोरी के 700 किलीमीटर दूर उड़ीसा में होने का पता चला। थाना प्रभारी कोतमा के द्वारा प्रधान आरक्षक रामखेलावन यादव  प्रधान आरक्षक ज्ञानेंद्र पासी एवं आर संजय वर्मा,महिला आरक्षक पिंकी प्रजापति की टीम बनाकर अपहरणकर्ता को उड़ीसा से गिरफ्तार किया जाकर कोतमा लाया गया। एवं आरोपी को न्यायालय पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। तथा किशोरी को सकुशल उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया है।

मंत्री के गृह नगर के स्वास्थ्य केंद्र में कड़ाके की ठंड में मरीजों को नहीं मिल रही चादर-कंबल, वीडियो वायरल


अनूपपुर

मध्य प्रदेश के मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक दिलीप जायसवाल के गृह नगर बिजुरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक अत्यंत शर्मनाक वीडियो सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत उजागर कर दी है। कड़ाके की ठंड पड़ रही है, तापमान लगातार गिर रहा है, लेकिन इसके बावजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों को चादर और कंबल उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।

वीडियो में देखा गया है कि ठंड से कांपते मरीज बिना किसी गर्म कपड़े या कंबल के खुले वार्ड में पड़े हुए हैं। मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही है, जिससे मरीजों को रातभर ठिठुरते हुए गुजारना पड़ रहा है। इससे मरीजों की परेशानी और स्वास्थ्य जोखिम दोनों बढ़ रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से हर सुविधा उपलब्ध कराने के दावे तो बड़े-बड़े किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हालात पूरी तरह उलट हैं। वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं।

नागरिकों ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि मरीजों को आवश्यक सुविधाएँ मिले और ऐसी लापरवाही दोबारा न हो। वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है और लोग इसे सरकार के दावों के विपरीत जबाब   दे रहे हैं।

अभिलाष ने पत्रकार से की गाली-गलौज, घर से उठवा लेने व जान से मारने की दी धमकी, हुई शिकायत

 *राष्ट्रीय कवि' बताने वाले की दबंगई कॉल रिकॉर्डिंग में उजागर*


अनूपपुर

जिले में पत्रकारों की सुरक्षा और गरिमा को लेकर एक बेहद गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है। अमलाई कालरी निवासी एवं पत्रकार राहुल कुमार मिश्रा को फोन पर भद्दी गाली-गलौज, अभद्र व्यवहार एवं जान से मारने की खुली धमकी दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई गई है। आरोपी का नाम अभिलाष गौतम है, जो स्वयं को ‘राष्ट्रीय कवि’ बताता है, लेकिन कॉल में उसकी भाषा, व्यवहार और धमकियों ने उसकी मानसिकता एवं वास्तविक चरित्र दोनों को उजागर कर दिया है।

पत्रकार राहुल मिश्रा के अनुसार दिनांक 29 नवंबर 2025, समय 02:16 बजे उनके पास एक कॉल आया। कॉलर ने अपना नाम पूछते ही पत्रकार को गालियों की बौछार कर दी। पत्रकार ने जैसे ही कॉल उठाया, वह नाम पूछकर गाली देने लगा, फिर बोला कि घरे से उठवा लेंगे, जान से मार देंगे। उसकी भाषा बिल्कुल आपराधिक तत्वों जैसी थी। पत्रकार ने जब गाली-गलौज का कारण पूछा, तो आरोपी ने किसी कथित वीडियो वायरल होने को लेकर आरोप लगाया की तुमने मेरे पिता का वीडियो क्यों बनाया, पत्रकार ने साफ-साफ कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार का वीडियो न बनाया है, न वायरल किया है। इसके बावजूद आरोपी धमकियों पर उतर आया।

अभिलाष ने कहा कि तुम मेरे पिता के साथ उठते-बैठते हो”—दोषारोपण का दबाव बनाकर धमकाता रहा, कॉल रिकॉर्डिंग में स्पष्ट सुना जा सकता है कि अभिलाष निराधार आरोप लगाते हुए पत्रकार पर व्यक्तिगत संबंधों के नाम पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था। पत्रकार ने कहा उसने बिना किसी सबूत के कहा कि मैं उसके पिता के साथ उठता-बैठता हूँ, जो बिल्कुल ही निराधार और अपमानजनक था। ऐसे आरोप लगाकर वह मुझे धमका रहा था।

मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है, दबंगईपूर्ण भाषा, शक्ति-प्रदर्शन की कोशिश कुछ नहीं उखाड़ पाओगे, इस बयान ने स्पष्ट कर दिया कि आरोपी अपनी तथाकथित ‘ऊँची पहुंच’ का भय दिखाकर एक पत्रकार को डराने, दबाने और धमकाने की कोशिश कर रहा था। एक पत्रकार को अपनी जिम्मेदारी निभाने से रोकने के लिए इस प्रकार प्रभाव का दुरुपयोग करना बेहद निंदनीय है। पत्रकार राहुल मिश्रा ने थाना प्रभारी चचाई को दी शिकायत में आरोपी का मोबाइल नंबर 6264177878 और धमकी भरी कॉल की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंप दी है। रिकॉर्डिंग खुद उसके वास्तविक चरित्र और धमकियों का प्रमाण है। पत्रकार ने कहा मेरी जान को खतरा है। आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।

थाना चचाई ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पत्रकारों और सामाजिक संगठनों की ओर से लगातार मांग उठ रही है कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

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