शराब के नशे में वाहन चलाने वाले 3 ट्रक चालकों पर कार्यवाही


अनूपपुर

सड़क दुर्घटना घटित का मुख्य कारण शराब के नशे में वाहन चलाना है। जिस पर नियंत्रण हेतु पुलिस अधीक्षक अनूपपुर रहमान विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसमें प्रतिदिन ड्रिंक एंड ड्राइव करने वालों की ब्रेथ एनालाइजर से चेकिंग की जा रही है। पिछले तीन माह में 102 वाहन चालकों को शराब के नशे में वाहन चलाते पकड़ा गया इनमें अधिकांश हैवी व्हीकल चलने वाले वाहन चालक है इन पर कार्रवाई करते हुए प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किए गए ।न्यायालय द्वारा 10 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया। इसी क्रम में कार्यवाही करते हुए थाना यातायात के द्वारा तीन ट्रक चालकों को चेकिंग दौरान नशे की स्थिति में वाहन चलाते पाया।गया जिनके  विरुद्ध कार्यवाही करते हुए वाहन जप्त कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किए जो न्यायलय द्वारा 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। शराब के नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों को रोकना एक्सीडेंट पर विराम लगाने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। इस दिशा में हमारे प्रयास लगातार जारी रहेंगे।

 तेज रफ्तार वाहन ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, तीन गंभीर घायल

*मेडिकल कॉलेज में भर्ती, पुलिस जांच में जुटी*


शहडोल

जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा मामला शहडोल जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र के गोरतरा तालाब टोला के पास सामने आया है, जहां एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने सड़क किनारे साइकिल से जा रहे बैगा जनजातीय परिवार को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में एक पुरुष और दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुमन बैगा (35 वर्ष) अपनी बेटी राधिका बैगा (6 वर्ष) और बेटे मुरली बैगा (2 वर्ष) के साथ साइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी गोरतरा तालाब टोला के समीप एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही थाना गश्त पार्टी और एफआरबी-2 (फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल) मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को गहन निगरानी में रखा गया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार, सुमन और राधिका को सिर व हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि मासूम मुरली की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।सोहागपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। मौके पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी वाहन की पहचान की जा सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वाहन और उसके चालक का पता लगा लिया जाएगा।

तीन से चार बदमाशों ने आधी रात तीन किराना दुकानों में चोरो ने की सेंधमारी

*आरोपी सीसीटीवी में कैद, कोतवाली से 200 मीटर दूर हुई घटना*


शहडोल

जिले में चोरी और दुर्घटनाओं की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, लगातार कई स्थानों पर चोरियां एक के बाद एक हो रही है, बीते वर्षों की तुलना की जाए तो बीते 6 माह के दौरान चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ, वही पहले की तुलना में बदमाशों तक पुलिस कम ही पहुंच पा रही है। बीते पखवाड़े दो बड़े पुलिस अधिकारियों के घर पर चोरी होने के बाद यह चर्चा रही कि अब जब पुलिस ही असुरक्षित है तो आमजन कहां सुरक्षित होंगे। बीती रात संभाग के सबसे बड़े सब्जी मंडी और व्यस्ततम व्यावसायिक क्षेत्र शहडोल स्थित तीन किराना दुकानों में सेंधमारी की गई, तीन से चार बदमाशों ने आधी रात दुकान के पीछे से प्रवेश किया और घटना को अंजाम दिया, आज सुबह जब किराना कारोबारी अपनी दुकान खोलने पहुंचे तो उन्हें इस बात की जानकारी लगी।

सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची है, बताया गया कि अनिल किराना,लाल साईं कलेक्शन नाम की कपड़ा दुकान और आदर्श किराना नाम के तीन दुकानों को बदमाशों ने अपना निशाना बनाया, दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद भी हो गए, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जप्त कर लिए हैं और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट आदि को बुलाया गया है, जिससे बदमाशों की शिनाख्त करने में आसानी हो सकती है। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि बदमाश दुकान से निकलते समय हाथ में चोरी का समान और कोल ड्रिंक की बोतल से ठंडा पीने का लुफ्त उठाते हुए नजर आ रहे है। वही संभवत चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश छत पर बैठे और वहां पर कोल्ड ड्रिंक पार्टी का इंजॉय भी किया,दुकानों की छत पर भी कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतलें पड़ी हुई मिली। हालांकि पूरे क्षेत्र को पुलिस ने अपने अभिरक्षा में ले लिया है जिससे सबूत के साथ छेड़छाड़ ना हो सके।

मुख्यालय में लगातार चोरी की घटनाएं एक के बाद एक हो रही है और कोतवाली के साथ ही सोहागपुर पुलिस के हाथ अभी बदमाशों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं किराना दुकानों में हुई चोरी में यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद हो गए हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्दी उनकी शिनाख्त हो जाएगी और पुलिस सुनने गिरफ्तार कर लेगी मुख्यालय में हो रही चोरियां पुलिस विभाग के लिए एक चुनौती बन चुकी हैं पुलिस अपने ही साथी अधिकारियों के यहां चोरी का खुलासा अभी तक नहीं कर पाई है अब देखना आया है कि संभाग के सबसे व्यस्ततम सब्जी मंडी और के मामले में पुलिस कब तक आरोपियां तक पहुंचती।

कार व मोटरसाइकिल की टक्कर, एक की मौत, तीन गंभीर घायल, गुस्साए लोगों ने लगाया जाम

*अस्पताल में लगा था ताला,  इलाज के अभाव में हुई मौत*



उमरिया

जिले के इंदवार थाना क्षेत्र मे रफ्तार के कहर ने एक और हसंते खेलते परिवार को तबाह कर दिया। इस हादसे की वजह से घर का जवान बेटा काल कवलित हो गया जबकि उसकी बहन, मां व चचेरी बहन जीवन और मौत से संघर्ष कर रही हैं। घटना के संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक सुबह करीब साढ़े नौ बजे शिवम पिता रामभगत प्रजापति 18, अपनी बहन सरोज 17, मां मीराबाई 40 तथा चचेरी बहन तिजिया पिता गुलाब प्रजापति 15 सभी निवासी ग्राम अमरपुर के सांथ बाईक पर खेत से घर की ओर लौट रहे थे। इंदवार तिराहे के पास सामने से आ रही कार ने उन्हे जोरदार टक्कर मार दी। यह ठोकर इतनी जोरदार थी कि मोटर साईकिल सहित चारों लोग उछल कर कई मीटर दूर जा गिरे।

*खून से लथपथ घायल*

दुर्घटना के बाद सडक़ पर दिल दहलाने वाला मंजर था। तेज गर्मी मे चारों घायल जमीन पर बदहवास पड़े थे और उनके शरीर से जगह-जगह खून रिस रहा था। इस बीच कुछ लोगों ने हिम्मत कर रास्ते से बाईक हटाई और बेसुध लोगों को आटो पर अमरपुर स्वास्थ्य केन्द्र ले गये। इसी दौरान शिवम प्रजापति की मृत्यु हो गई। जिसके बाद बची हुई महिलाओं को आनन-फानन मे कटनी जिले के बरही अस्पताल मे भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस मामले मे पकड़े गये आरोपी कार चालक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। पोस्टमार्टम के उपरांत मृतक का शव परिजनो को सौंप दिया गया है। 

*स्वास्थ्य केन्द्र पर लटका था ताला*

इस भीषण दुर्घटना के दौरान घायलों व उनके परिजनो को साल मे करोड़ों रूपये लीलने वाले स्वास्थ्य विभाग की चरमराई हालत से रूबरू होना पड़ा। बताया गया है कि बुरी तरह घायल परिजनो को किसी कदर जब अमरपुर स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया तो वहां ताला लटका मिला। घायलों की लगातार खराब होती हालत और इमरजेंसी मे कोई इलाज उपलब्ध नहीं होने पर पहले तो स्वास्थ्य केन्द्र मे जम कर हंगामा मचा। जब उपचार के आभाव मे शिवम की मौत हो गई तो ग्रामीणो ने भदार नदी के पुल पर जाम लगा दिया। इसकी जानकारी मिलते ही एसडीएम टीआर नाग, एसडीओपी डॉ. नागेन्द्र सिंह सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उनके काफी देर तक समझाने के बाद लोग जाम हटाने पर राजी हुए।

लमसरई से तुलरा के जंगल पहुंचे तीन हाथी,रात भर में कई ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ 

*खेतों में लगी फसलों को बनाया आहार, हाथियों के डर से रात-रात जाग कर रात बिता रहे ग्रामीण*


अनूपपुर

तीन हाथियों का समूह विगत तीन दिनों से वन परिक्षेत्र, थाना एवं तहसील राजेंद्रग्राम के इलाके में पहुंचकर दिन में जंगलों में ठहरते हुए रात होने पर ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर घरों एवं खेतों में लगी एवं रखी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, हाथियों के डर से ग्रामीण रात भर जाग रहे हैं, वही हाथियों के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु वनविभाग, पुलिस विभाग एवं ग्राम पंचायतो के पदाधिकारी निरंतर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत करते हुए सुरक्षा कर रहे हैं।

तीन हाथों का समूह अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर के इलाकों में विचरण करने बाद तीन दिनों से राजेंद्रग्राम इलाके में पहुंचकर दिनों में जंगलों में विश्राम करने के बाद देर रात जंगलों से निकलकर ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेत एवं बांडियों में लगे, रखे विभिन्न प्रकार के खाने की सामग्री को अपना आहार बना रहे हैं, मध्य रात्रि तीनों हाथी अनूपपुर के बड़हर इलाके से पहाड़ चढ़ते हुए राजेंद्रग्राम के दुधमनिया गांव अंतर्गत महुआटोला में पहुंचकर तीन ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ करते हुए सुबह लेढरा बीट अंतर्गत पिपरहा के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद लमसरई बीट के जंगल में पहुंचकर जंगल से निकल कर घाटा/बैरागी से होकर जोहिला नदी पार कर खुसुरगोड़,तरंग कातुरदोना गांव में 5-6 ग्रामीणो के घरों में तोड़फोड़ कर कई स्थानों पर खेत एवं बांडियों में लगे,रखे विभिन्न तरह की फसलो को अपना आहार बनाते हुए वन परिक्षेत्र राजेन्दगाम के तुलरा बीट अंतर्गत श्यामदुआरी के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, हाथियों के निरंतर विचरण पर वनविभाग का गश्ती दल,पुलिस एवं ग्राम पंचायतो के पदाधिकारियों एवं ग्रामीणों के साथ निरंतर निगरानी रखते हुए हाथियों एवं ग्रामीण की सुरक्षा कर रहे है, वही अचानक हाथियों के ग्रामीण अंचलों में पहुंचने के कारण कई गांव के ग्रामीण रात-रात भर जाग कर रात बिताने को मजबूर हैं, वनविभाग के द्वारा हाथियों के संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने हेतु मुनादी एवं अन्य माध्यमों से सूचनाओं दी जा रही है। 

खुले में शौच जाने की मजबूरी, स्वच्छता बना मजाक, स्वच्छता अभियान की खुली पोल

*स्वच्छता अभियान बेअसर, ओडीएफ प्लस प्रमाणन प्राप्त करने का किया दावा*


अनूपपुर              

महाकौशल प्रांत का सबसे धनाढ्य नगर पालिकाओं में शुमार नगरपालिका परिषद बिजुरी, समूचे शहडोल संभाग का एक ख्याति प्राप्त नगरक्षेत्र है। कोयला उत्पादन कि वजह से बिजुरी क्षेत्र आर्थिक तौर पर काफी सुदृढ़ व सम्पन्न क्षेत्र माना जाता है। किन्तु इस क्षेत्र में एक अपवाद यह भी है कि इस क्षेत्र में लोग दैनिक निस्तार के लिए आज भी बहुतायत कि संख्या में खुले में शौच जाने को विवश हैं।

*स्वच्छता अभियान का नही दिख रहा असर*

केंद्र एवं प्रदेश कि सरकार द्वारा भले ही लोगों को खुले में शौंच से मुक्ती दिलाने के लिए विभिन्न जतन किए गए हैं। किन्तु बिजुरी नगरपालिका क्षेत्र में शासन के इस अभियान का लोगों में कोई सरोकार नजर नही आता। जबकि स्वच्छ भारत मिशन और ओडीएफ (ओपन डेफिकेशन फ्री) अभियान के तहत नगर पालिका ने दावा किया था कि यहां शत-प्रतिशत घरों में शौचालय बनाए जा चुके हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों को खोखला साबित कर रही है। जिससे समझा जा सकता है कि महज कागजी खानापूर्ति कर, नगरपालिका परिषद बिजुरी द्वारा शासन को भी गुमराह करने का कार्य किया गया है।

*ओडीएफ प्लस प्रमाणन प्राप्त करने का किया दावा*

नगर पालिका परिषद बिजुरी द्वारा ओडीएफ प्लस प्रमाणन प्राप्त करने का दावा किया गया, जिसमें यह बताया गया कि पूरे नगर क्षेत्र में कहीं भी कोई व्यक्ति खुले में शौच नहीं करता। लेकिन स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों की मानें तो यह दावा केवल कागजों तक ही सीमित है। हकीकत यह है कि कई बस्तियों में आज भी शौचालय या तो हैं ही नहीं, या फिर जो बने हैं, वे इतने निम्न गुणवत्ता के हैं कि उपयोग के लायक ही नहीं हैं। नगर क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 07 में स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। यहां बने अधिकांश शौचालयों में मानक स्तर का ध्यान नहीं दिया गया है। स्थानीय लोगों कि मानें तो निर्माण के दौरान भारी अनियमितता बरती गयी एवं ठेकेदारों द्वारा गुणवत्ता की अनदेखी भी किया गया। नगरपालिका द्वारा स्वच्छता अभियान में राशि तों खर्च किए गए, लेकिन उसका लाभ अधिकांशतः आम जनता तक वास्तविक रुप में नहीं पहुंचा। कई स्थानों पर शौचालयों की हालात बद से बद्तर है। ऐसे में यह अभियान जनहित से कहीं  अधिक दिखावा बनकर रह गया है।

*मौका मुआयना की है आवश्यकता*

नगरपालिका क्षेत्र में संबंधित अधिकारी द्वारा अगर दौरा कर नगर की यथास्थितियां देखा जाए तो यकीनन कागजों पर दिए गए आंकड़ों का ग्राफ शून्यता को ही प्रदर्शित करेगी।

वादा खिलाफी को लेकर 462 संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारी 8 सूत्रीय मांग पर अनिश्चित कॉलीन हड़ताल पर

169 आयुष्‍मान आरोग्‍य केंद्र, 100 उप स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में लटके ताले*


अनूपपुर

राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन अंतर्गत संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों पर लागू 1 अप्रैल 2025 के मानव संसाधन नीति के संसोधन के संबंध में 8 सूत्रीय मांगो को लेकर संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारी अधिकारी संघ अनूपपुर के 462 संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारी जिला चिकित्‍सालय परिसर के बाहर अनिश्चित कॉलीन हड़ताल पर बैठ गये है। जहां जिले के समस्‍त संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों की हड़ताल पर स्‍वास्‍थ्‍य संबंधित कार्यो पूरी तरह से प्रभावित रहा है। वहीं जिला अस्‍पताल सहित समुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में मरीजो को उपचार कराने के लिए परेशान होते हुए दिखे। वहीं जिले के 169 आयुष्‍मान आरोग्‍य मंदिर (उप स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र) में से 100 उप स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में ताले लटके होने के कारण मरीज उपचार के लिए भटकते देखे गये।

*भगवान हनुमान को सौंपा ज्ञापन*

जिले के समस्‍त संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों द्वारा अनिश्चित कॉलीन हड़ताल के प्रथम दिवस अपनी मांगो को लेकर इंदिरा तिराहे के पास स्‍थापित भगवान हनुमान जी के मंदिर पहुंच पूजा अर्चन करते हुए मांग पूर्ति हेतु ज्ञापन सौंपा गया है। जिले के समस्‍त संविदा कर्मचारियों ने अनशन स्‍थल से कतारबद्व रैली बनाते हुए इंदिरा तिराहे स्थित मंदिर पहुंचकर भगवान से प्रार्थना करते हुए प्रदेश के मुख्‍यमंत्री को तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री द्वारा किये गये वादों को पूरा करने हेतु सद्बुद्वि प्रदान कर संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों की मांग को पूरा करने की कामना की गई।

संविदा कर्मचारियों को सुविधाओं में की कटौती*

संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारी संघ अनूपपुर के जिलाध्‍यक्ष डॉ. शिवेन्‍द्र द्विवेदी ने बताया कि  पूर्व मे संघ के पत्र दिनांक 24 मार्च के तहत मुख्‍यमंत्री, उप मुख्‍यमंत्री, मुख्‍य सचिव, प्रमुख सचिव, आयुक्‍त एवं एमडी एनएचएम से पत्राचार करने के पश्‍चात भी एनएचएम विभाग द्वारा हमारी मांगो पर विचार नही किया जा रहा है। राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य  मिशन मध्‍यप्रदेश के अंतर्गत 20 वर्षो से अधिक समय से कार्यरत लगभग 32 हजार कर्मचारियों ने प्रदेश में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं सुचारू रूप से देते आ रहे है। उन्‍होने बताया कि कोरोना काल  जैसे गंभीर महामारी में भी अपने परिवार एवं  जीवन की परवाह किए बगैर शिवराज सिंह चौहान द्वारा 4 जुलाई 2023 को भोपाल में महापंचायत बुलाकर संविदा कर्मचारियों के लिए अनेक घोषणाएं की थी।  जिसके परिपान में सामान्‍य प्रशासन विभाग द्वारा 23 अक्‍टूबर 2023 को संविदा कर्मचारियों के लिए एक नीति की सौगात दी गई है, परंतु राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन भोपाल के द्वारा संविदा कर्मचारियों को दी गई  सुविधाओं में कटौती की गई है। 

*8 सूत्रीय मांग, अनिश्चित कॉलीन हड़ताल*

जिला मीडिया प्रभारी विपिन प्रसाद ने बताया गया कि संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल का मुख्‍य कारण पूर्व मुख्‍यंमंत्री द्वारा महापंचायत बुलाकर समान्‍य कार्य, समान्‍य वेतन एवं समान सुविधा जो नियमित कर्मचारियों को दी रही है, वों  संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों को लागू होगीं, लेकिन आज दिनांक तक  इस ओर कोई ध्‍यान नही दिया गया, बल्कि पूर्व में जो संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों को विशेषत: महिला कर्मचारियों के मातृत्‍व अवकाश की छटनी एवं संविदा कर्मचारियों को अनुकम्‍पा जैसी नियुक्‍त का लाभ नही मिल पा रहा है। उपरोक्‍त मांग पूरी नही होने पर पुन: अनिश्चित कॉलीन हड़ताल की गई जिसमें प्रमुख्‍य रूप से विभाग में रिक्‍त पदो पर 50 प्रतिशत पद संविदा से संविलियन किया जाकर नियमित किया जाये, पूर्व में दी जा रही सुविधाओं में ईएल एवं मेडिकल को पृथक कर दिया गया है, अनुबंध पृथा को पूरी तरह से समाप्‍त नही किया गया है, अप्रेचल जैसी कुरूतियों को समाप्‍त किया जाए, सेवा निवृत्‍त की आयु 65 वर्ष की जाये, एनपीएस ग्रेज्‍युटी स्‍वास्‍थ्‍य बीमा एवं डीए की सुविधा लागू किया जाये, शासन द्वारा वेतन विसंगति पर पुन: विचार किया जाये, निष्‍काषित मलेरिया एमपीडब्‍लयू एवं सपोर्ट स्‍टॉफ की एनएचएम में पुन: वापसी की जाये।

*पोस्‍ट कार्ड सीएम को करेंगे प्रेषित*

 संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों अधिकारियों कल 23 अप्रैल को पोस्‍ट कार्ड  के माध्‍यम से वादा निभाओं सरकार अंतर्गत दिये गये फर्मेट को लिखकर मुख्‍यमंत्री के नाम से भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। इसके पश्‍चात पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा महापंचायत बुलाकर जो वादे किये गये थे उसे इंदिरा तिराहे मे प्रोजेक्‍टर के माध्‍यम से सार्वजनिक किया जायेगा। 24 अप्रैल को सुंदरकांड का आयोजन अनश्‍न स्‍थल पर किया जायेगा। इसकसे साथ 25 अप्रैल को  जिले के जनप्रतिनिधियों के निवास कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगो को संबंध में ज्ञापन प्रस्‍तुत करेंगे, 26 अप्रैल  को  अनशन स्‍थल सभी  कर्मचारी घर से थाली लाकर बजाते हुए  सरकार वादा खिलाफी का प्रदर्शन करेंगें, 27 को  कर्मिक भूख हड़ताल, 28 को जिले भर  के सं‍विदा कर्मचारी भोपाल में वादा  खिलाफी के लिए  कूच करेंगे।

सैलानियों पर आतंकवादी हमला, 27 की हुई मौत, जान गंवाने वालो में नेवी व आईबी अफसर शामिल


जम्मू कश्मीर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर पहुंच गए हैं। कहा जा रहा है कि वो कल पहलगाम जा सकते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी अपना दो दिवसीय सऊदी दौरा छोड़कर वापस वतन लौट रहे हैं। कुछ देर बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम नरेंद्र मोदी से पहलगाम में हुए इस आतंकी वारदात पर बात करेंगे। रूस के राष्ट्रपति ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बात कही है।

कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी में करीब 27 लोगों की मौत हो गयी। आतंकी हमले में मारे गये लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला बताया जा रहा है। लोगों ने बताया कि आतंकी पुलिस की वर्दी में वहां पहुंचे थे। यह आतंकी हमला पहलगाम से करीब छह किलोमीटर दूर बैसरन में घने देवदार के जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान में अंजाम दिया गया। यह मैदान पर्यटकों और ‘ट्रेकर्स’ का पसंदीदा स्थान है। इस हमले से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे है। जबकि अमरनाथ यात्रा जल्द शुरू होने वाली हैं।

*धर्म पूछा, कलमा पढ़ने को कहा और गोली मार दी*

महाराष्ट्र के पुणे से पहलगाम घूमने आईं आसावरी ने आजतक से कहा कि, 'आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में थे और मास्क भी पहने हुए थे, उन्होंने बताया, 'हमलावरों ने सिर्फ पुरुषों को निशाना बनाया और खास तौर पर हिंदुओं से जबरन कलमा पढ़वाने की कोशिश की, जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई, मेरे सामने मेरे पापा को तीन गोलियां मारी गईं।

*अस्पताल में चल रहा घायलों का इलाज*

अधिकांश घायलों की हालत स्थिर है और उनका इलाज पहलगाम अस्पताल में चल रहा है, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को विशेष उपचार के लिए श्रीनगर भेजा गया है। घाटी और जम्मू में चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कल आतंकी हमले के खिलाफ बंद का अपील किया है। स्थानीय व्यापारियों, टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों और अन्य लोगों ने बंद के आह्वान का समर्थन किया है।

पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने कहा कि यह संभव है कि आतंकवादी जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग के रास्ते बैसरन तक पहुंचा हो।

 दुल्हन के लिए तोहफा लेने गए दूल्हे की हादसे में हुई मौत, सुहागरात के पहले उजड़ गया सुहाग


शहडोल

जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र में एक हृदय विदारक घटना में दूल्हा समेत दो युवकों की मौत हो गईं। शादी के अगले ही दिन दूल्हे की मौत से मातम पसर गया। शादी के बाद दूल्हा अपनी पत्नी के लिए तोहफा लेने बाइक से गया था। ये बाइक उसको शादी में ही मिली थी। तोहफा लेकर लौटते समय विपरीत दिशा से आ रही बाईक से उसकी टककर हो गई। हादसे में दूल्हा और सामने से आ रही बाइक सवार युवक की मौत हो गईं। हादसे के जानकारी मृतक (दूल्हा) के घर पहुंची तो कोहराम मच गया। घर में मौजूद नई नवेली दुल्हन का सुहाग शादी के चंद घंटे बाद ही उजड़ गया।

ब्यौहारी थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ब्यौहारी थाना क्षेत्र के ग्राम झिरीया निवासी दीपेंद्र साकेत पिता कमलेश साकेत 22 वर्ष की गत 20 अप्रैल को सीधी जिला के मगरोहर गांव में बारात गईं थी। विवाह के बाद कल 21 अप्रैल की दोपहर एक बजे विदाई के बाद बारात घर लौटी। दूल्हे को शादी में एक मोटर साइकिल भी उपहार में मिली थी। जिसमें सवार होकर वह कल शाम अपनी पत्नी के लिए सुहागरात का तोहफा लेने गांव से ब्यौहारी गया था। वहां से तोहफा लेकर लौटते समय घर से करीब दो किलोमीटर पहले ग्राम सराई सांधा के पास विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य बाइक से उसकी बाइक टकरा गईं। टककर इतनी तेज थी कि इस हादसे में बाइक में सवार दूल्हा समेत सामने वाली बाइक के चालक की मौत हो गई, जबकि पीछे बैठा उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया।

इस हृदय विदारक हादसे के बाद बारात वाले घर की सारी खुशियां मातम में बदल गईं। घर के कमरे में सज संवरकर जो दुल्हन अपने जीवन साथी का इंतजार कर रही थी, उसे यह मनहूस खबर मिली कि उसका सुहाग अब उजड़ गया है। घर में चीखने और रोने की आवाजें गुजने लगीं। थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि पुलिस द्वारा मार्ग कायम कर मामले कि जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। ब्यौहारी अस्पताल में दोनों शवों का पोस्ट मार्टम कराया जा रहा है। उसके बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा

पीसीसी रोड निर्माण में भ्रष्टाचार, सरपंच,सचिव व इंजीनियर की मिलीभगत से हो रहा गोलमाल


अनूपपुर 

जनपद पंचायत अनूपपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत पयारी नंबर 02 में सुंदर सिंह के घर से लेकर पुरानियां तालाब तक पीसीसी रोड का निर्माण कराया जा रहा है जो कि पूर्णतः गुणवत्ताविहीन है। सूत्रों  का कहना है कि पीसीसी रोड नियम के विपरीत बन रही है  रोड निर्माण में बड़ा घपला सामने आया है। मानकों के अनुसार रोड बनाने के लिए सीमेंट, रेत, बालू और गिट्टी का उपयोग कम मात्रा में किया जा रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह पीसीसी रोड कितने दिन तक चलेगी  लेकिन सरपंच सचिव के इशारे में ठेकेदारों ने रेत और गिट्टी मिलाकर निर्माण कार्य कर रहा है जिससे सड़क की मजबूती पर सवाल खड़े हो गए हैं।  

स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह काम सरपंच सचिव ठेकेदार और इंजीनियर की मिलीभगत से हो रहा है है। शिकायत के बावजूद अभी तक कोई ठोस जांच नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की तुरंत जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सरकारी पैसे की लूट और गुणवत्ता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब देखना है कि प्रशासन इस मामले में कितनी गंभीरता से लेता है

*इनका कहना है*

गुणवत्ता विहीन पीसीसी सड़क निर्माण पर इंजीनियर को भेज कर  जांच करवा लेती हूं

*उषा किरण गुप्ता, सीईओ, जनपद पंचायत अनूपपुर*

सेंट जोसेफ स्कूल में मिली कई प्रकार की मांस, छात्रों से लेते हैं मोटी रकम नही देते रसीद

*कोयला खदान में संचालित है विद्यालय, बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्टर को दी रिपोर्ट*


अनूपपुर

मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग भोपाल द्वारा जारी (दौरा कार्यक्रम) पत्र क्रमांक/927/बा.अ.सं.आ/दौरा/2025 दिनांक-25/03/2025 के तारतम्य में अधोहस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा दिनांक- 29/03/2025 को जिला-अनूपपुर में विभागीय अधिकारियों/स्टेक होल्डर के साथ समन्वय/समीक्षा बैठक कलेक्टर सभागृह में की गई एवं बैठक उपरान्त जिले के विकासखण्ड-बिजुरी के भ्रमण के समय क्षेत्र में संचालित अशासकीय विद्यालय-सेंट जोसेफ मिशन स्कूल का निरीक्षण कर स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्थाओं, शैक्षणिक गुणवत्ता, बाल अधिकारों का अनुपालन एवं बच्चों के अधिकारों की स्थिति का मूल्यांकन कर संबंधित संस्थान की पारदर्शिता का विशलेषण किया गया। निरीक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई उसको लेकर आयोग के द्वारा अनूपपुर की कलेक्टर को 17 अप्रैल 2025 को पत्र क्रमांक 1230 के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।

निरीक्षण में पाया आवासीय स्कूल की नहीं है मान्यता सेंट जोसेफ स्कूल, सी.बी.एस.ई से मान्यता प्राप्त है, परन्तु स्कूल को राजकीय शिक्षा केन्द्र से आवासीय स्कूल की मान्यता प्राप्त नहीं है। लेकिन निरीक्षण के समय स्कूल में छात्र-छात्राओं हेतु छात्रावास का संचालित होना पाया गया। स्कूल प्रबंधन द्वारा सी.बी.एस.ई. बोर्ड को गुमराह करते हुए यह जानकारी दी गई है कि उनके स्कूल को आवासीय स्कूल की मान्यता प्राप्त है।

*छात्रों की संख्या से नहीं कराया गया अवगत

स्कूल परिसर में संचालित बालक छात्रावास में 40 बालक एवं बालिका छात्रावास में 20 बालिकाएँ उपस्थित पायी गई, इसके अतिरिक्त छात्रावास में अन्य बालक-बालिकाएँ भी निवासरत है, जो कि निरीक्षण के समय अपने घर गये हुए थे। स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रावास में रहने वाले कुल बालक-बालिकाओं की संख्या से आयोग को अवगत नही कराया गया ।

*छात्रों से लेते हैं मोटी रकम नहीं दी जाती रसीद*

छात्रावास में निवासरत बालक-बालिकाओं से बातचीत करने पर ज्ञात हुआ कि छात्रों से लगभग सत्तर हजार से एक लाख बीस हजार तक की वार्षिक राशि छात्रावास शुल्क के रूप में ली जाती है, लेकिन इसकी किसी भी प्रकार की रसीद स्कूल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध नहीं करायी गई। स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रावास में निवासरत बालक-बालिकाओं के प्रवेश संबंधी एवं उनके पहचान संबंधी दस्तावेज़ उपलब्ध नही कराये गये ।

*मनमानी  शुल्क वसूली पर नहीं है जवाब*

स्कूल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराये गये फीस-स्ट्रक्चर में छात्रावास शुल्क का उल्लेख नही किया गया है साथ ही स्कूल की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में भी छात्रावास शुक्ल का उल्लेख नही किया गया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा वर्ष 1998 से वर्ष 2025 तक के छात्रावास में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की जानकारी, छात्रों द्वारा भुगतान की गई छात्रावास शुल्क की राशि एवं इस राशि को व्यय किये जाने के संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नही करायी गई।

*जानकारी को छुपाने का किया गया प्रयास*

स्कूल द्वारा संचालित किये जा रहे छात्रावास में कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी प्रबंधन द्वारा उपलब्ध नहीं करायी गई ।स्कूल की मान्यता आवेदन के प्रारूप-1 में भी छात्रावास से संबंधित मदों का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रावास में निवासरत छात्रों से प्राप्त की जाने वाली राशि को छात्रों के हित में व्यय ना करते हुए किसी अन्य कार्य में उपयोग किया गया, जो कि स्कूल द्वारा सी.बी.एस.ई को दिए गए शपथ-पत्र में उल्लेखित कंडिका का उल्लघंन है।

*कई प्रकार का मिला मांस*

 स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रावास में निवासरत छात्र-छात्राओं हेतु भोजन व्यवस्था सहःशुल्क की जाती है। स्कूल में अधिकांश छात्र शाकाहारी है परन्तु निरीक्षण के समय यह पाया गया कि खाद्य साम्रगी भण्डार हेतु किचन के फ्रिज में विविध प्रकार का मांस पाया गया, यह शाकाहारी छात्रों के हित में उचित नहीं है। छात्रावास में छात्रों हेतु स्थापित कक्ष में उनके अध्ययन हेतु पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं है।12-स्कूल में कार्यरत शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ का पुलिस वेरीफिकेशन नही कराया गया है।

*कोयला खदान पर संचालित है विद्यालय*

स्कूल का संपूर्ण भवन कोयले की खदान पर निर्मित है, जिस संबंध में एस.ई.सी.एल. लिम. द्वारा स्कूल प्रबंधन को उक्त परिसर खाली कराने के संबंध में नोटिस भी जारी किया गया है। इस प्रकार की भूमि पर भवन का निमार्ण बच्चों की सुरक्षा के संबंध में उचित नहीं है। -स्कूल द्वारा ट्रांसपोर्ट फेसीलिटी अन्तर्गत वाहन का संचालन भी किया जाता है। वाहन चालकों/परिचालकों की जानकारी एवं पुलिस वेरीफिकेशन उपलब्ध नहीं कराये गये। स्कूल प्रबंधन द्वारा आर.टी.ई. अन्तर्गत अध्ययनरत छात्रों की जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई।

*आयोग ने दिए कार्यवाही करने योग निर्देश*

निरीक्षण के उपरांत मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने अनूपपुर कलेक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कार्यवाही योग निर्देश जारी करते हुए कहा कि विद्यालय की मान्यता की समीक्षा: चूँकि विद्यालय द्वारा आवासीय विद्यालय के रूप में संचालन किया जा रहा है, किंतु उसके लिए आवश्यक मान्यता प्राप्त नहीं है, अतः सी.बी.एस.ई. एवं राज्य शिक्षा केन्द्र (शिक्षा विभाग) द्वारा तत्काल विद्यालय की मान्यता की समीक्षा की जानी चाहिए ।छात्रावास संचालन पर रोक जब तक छात्रावास हेतु वैधानिक अनुमति, समुचित आधारभूत संरचना, रिकॉर्ड एवं सुरक्षा मानकों की पुष्टि नहीं होती, तब तक छात्रावास संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। वित्तीय अनियमितताओं की जाँच: छात्रावास शुल्क की वसूली बिना रसीद एवं ऑडिट रिपोर्ट में उसके उल्लेख के बिना किया जाना वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। इस विषय में संबंधित विभाग द्वारा विस्तृत ऑडिट एवं जांच की जाए।

*बच्चों की सुरक्षा पर खतरा*

विद्यालय का निर्माण कोयला खदान क्षेत्र में किया गया है, जो सुरक्षा की दृष्टि से असुरक्षित है। इस विषय में प्रशासन एवं खनन विभाग द्वारा तत्काल आवश्यक कार्यवाही की जाए। शाकाहारी छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन छात्रावास में मांसाहारी खाद्य सामग्री का भंडारण, जबकि अधिकांश छात्र शाकाहारी हैं, यह अनुचित है। भोजन व्यवस्था में छात्रों की पसंद और धार्मिक संवेदनशील भावनाओं का सम्मान सुनिश्चित किया जाए ।कर्मचारियों का पुलिस वेरीफिकेशन एवं हॉस्टल स्टाफ का अनिवार्य रूप से विद्यालय एवं छात्रावास में कार्यरत समस्त कर्मचारियों, विशेषकर ड्राइवर पुलिस सत्यापन कराया जाए।

आर.टी.ई. के प्रावधानों की अनदेखी विद्यालय द्वारा आर.टी.ई. अधिनियम के अंतर्गत अध्ययनरत छात्रों की जानकारी उपलब्ध नहीं कराना चिंताजनक है। शिक्षा विभाग को निर्देशित किया जाए कि वह इस संबंध में विस्तृत जानकारी संकलित कर आवश्यक कार्यवाही करे।सम्बंधित विभागों की समन्वित जाँच: महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग तथा बाल कल्याण समिति द्वारा समन्वित रूप से एक उच्चस्तरीय जाँच कर आगामी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। विगत निरीक्षण रिपोर्टों की समीक्षा: विगत वर्षों में शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा विद्यालय में समय-समय पर किए गए निरीक्षणों की प्रतिवेदनों की समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि बिना आवश्यक अनुमति के छात्रावास संचालन जैसी गंभीर अनियमितता को कैसे अनदेखा किया गया। यदि उक्त निरीक्षणों में छात्रावास की उपस्थिति दर्ज नहीं की गई हो, तो यह प्रशासनिक लापरवाही मानी जानी चाहिए एवं संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच की जावे। आयोग द्वारा उपरोक्त तमाम बिंदुओं को लेकर अनूपपुर कलेक्टर को कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं अब देखना यह होगा सेंट जोसेफ स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध जिला प्रशासन क्या निर्णय लेता है।

पीकप व बोलेरो पलटी, रफ्तार हाइवा ने बाइक को मारी टक्कर, 6 लोगो की मौत, 20 से ज्यादा घायल

*जिले के तीन अलग-अलग घटनाएं*


शहडोल 

सोमवार का दिन जिले के लिए बेहद मनहूस साबित हुआ, जब अलग-अलग स्थानों पर हुई तीन भीषण सड़क दुर्घटनाओं में कुल 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। इन हादसों ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। सभी घटनाओं में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जिले के में बारातियों से भरी पिकअप पलटने से हादसा हो गया, इसमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, मामला देवलौंद थाना के करौंदिया गड़ा रोड का है, जहां शादी में शामिल होने के बाद पिकअप सवार बाराती वापस लौट रहे थे, तभी सामने से आ रही बाइक से टक्कर के बाद हादसा हो गया, वहीं हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया. जिनमें 5 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉक्टर केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे हैं, वहीं घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, पुलिस और प्रशासन की टीम राहत काम में जुटी है, स्थानीय लोगों के मुताबिक शादी के बाद बारात सीधी के मझौली के लिए रवाना हुई थी, तभी करीब तीन किलोमीटर आगे भीषण हादसा हो गया. हालांकि दूल्हा और दूल्हन दूसरी गाड़ी में थे।

दूसरी घटना जिले के पपौंध थाना क्षेत्र अंतर्गत देवदही से बारात लेकर लौट रही बोलेरो वाहन तीखवा सिरमत नाला स्कूल के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसा उस समय हुआ जब वाहन का टायर अचानक फट गया, जिससे बोलेरो असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गई, इस हादसे में बोलेरो चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल अस्पताल में जिंदगी मौत की लड़ाई लड़ रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार देवदही से बारात लेकर लौट रही बोलेरो वाहन तीखवा सिरमत नाला स्कूल के पास अनियंत्रित होकर पलट गई, इस दुर्घटना में वाहन चला रहे शहीद उर्फ पिंटू खान की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वाहन में सवार कुल आठ बाराती थे, जिनमें से रमेश साकेत, बाबूलाल साकेत और मोहन साकेत को गंभीर चोटें आई हैं। तीनों घायलों को तत्काल ब्यौहारी सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां वे जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। अन्य चार सवारों को मामूली चोटें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। जैसे ही हादसे की सूचना पपौंध पुलिस को मिली, पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा। पुलिस ने आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी करते हुए सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। हादसे के कारण क्षेत्र में मातम छा गया है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। प्राथमिक जांच के अनुसार, वाहन का टायर फटना दुर्घटना का प्रमुख कारण माना जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।

तीसरी घटना जैतपुर थाना क्षेत्र के लुकामपुर के पास घटी, जहां एक तेज रफ्तार हाइवा ने सामने से आ रही बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक सवार साही ग्राम निवासी मनोज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल महिला को अस्प्ताल में भर्ती किया है, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई हैं।

खदान अधिग्रहित भूमि से चोरी गई यूकेलिप्टिस लकड़ी बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार, पीकप जप्त


अनूपपुर

थाना रामनगर पुलिस ने आमाडांड ओपन कास्ट परियोजना क्षेत्र में अधिग्रहित भूमि से अवैध रूप से काटे गए यूकेलिप्टिस पेड़ों की चोरी का मामला सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। 18 अप्रैल 2025 को सहायक सुरक्षा उप निरीक्षक संजय कुमार मिश्रा एवं सर्वे अधिकारी अजीत सिंह के साथ खदान क्षेत्र का निरीक्षण किया गया, जहाँ ग्राम निमहा निवासी दयाराम सिंह के घर के पास से काटे गए  लगभग 15-20 यूकेलिप्टिस के टुकड़े (अनुमानित कीमत 20 हजार के थे।

सूचना प्राप्त होने पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध थाना रामनगर पुलिस ने अपराध क्र 83/25 धारा 303(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की और लगातार प्रयासों के चलते मुखबिर की सूचना पर दिनांक 20 अप्रैल 2025 को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की लकड़ी बरामद कर ली गई। आरोपी शिवकुमार केवट, पिता- सुमा केवट, उम्र 38 वर्ष, निवासी भालूमाड़ा, मानसिंह गोंड, पिता- बारेलाल, उम्र 57 वर्ष, निवासी ग्राम ऊरा को गिरफ्तार किया गया है। उक्त चोरी की लकड़ी को पिकअप वाहन क्रमांक MP 65 GA 0258 सहित जप्त कर लिया गया है । थाना रामनगर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वृक्ष ,वन संपदा की सुरक्षा में सहयोग करें और यदि कहीं अवैध कटाई अथवा चोरी जैसी गतिविधियों की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

पंचायत का यह कैसा स्वच्छता अभियान, सामूहिक कचरा घर को बना दिया भूसा गोदाम

*निजी भूमि पर करा दिया कचरा घर का निर्माण*


अनूपपुर 

जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़धोवा गांव राजाकछार में 7 लाख की सरकारी योजना पर निजी व्यक्ति का कब्जा, जिम्मेदार मीटिंग और तबीयत खराब की दे रहे दुहाई, सरकार की मंशा है कि नगरीय क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी स्वच्छता के लिए एक स्थायी ढांचा खड़ा किया जाए। जिसमें कचरे का नियमानुसार निपटान हो सके और ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाते हुए स्वस्थ्य जीवन की परिकल्पना किया जा सके। लेकिन यहां जिम्मेदारों की लापरवाही ने स्वच्छता अभियान का मखौल उड़ाते हुए लाखों की लागत से बने कचरा संग्रहण को निजी उपयोग का  केन्द्र बन गया है। स्वच्छ भारत मिशन को जमीनी स्तर पर पलीता लगाने वाली एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जनपद पंचायत बदरा अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़धोवा के राजाकछार गांव में वर्ष 2023-24 में 7 लाख रुपए की लागत से बनाए गया है। सूत्रों के मेरी जानकारी के अनुसार कचरा संग्रहण केंद्र पर गांव के ही एक निजी व्यक्ति ने कब्जा कर उसे भूसे का गोदाम बना दिया है। जिसके कारण अब यहां कचरा संग्रहण जैसी व्यवस्था नहीं संचालित हो रही, बल्कि यहां से भूसा विक्रय का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जब इस मुद्दे को उठाया तो उन्हें सिर्फ आश्वासन और बहाना ही मिले। जिम्मेदार अधिकारियों से जब जवाब मांगा गया तो पंचायत से लेकर जनपद के तक जिम्मेदारों ने बहाने बनाकर अपना पल्ला झाड़ लिया। सबसे आश्चर्य की बात है कि जब यह निर्माण पंचायत स्तर पर कराया जा रहा था तो जनपद पंचायत स्तर के अधिकारी ने किस आधार पर इस प्रपोजल को स्वीकृति प्रदान की और तब किसी ने इस पर कब्जा कर गोदाम बनाया तो जिम्मेदारों ने इनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की,  यानी मैदान क्षेत्र से अधिकारियों को कोई मतलब नहीं, सब एसी कक्ष के भीतर ही कागजों में व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

*निजी भूमि पर कचरा घर का निर्माण*

यह आश्चर्य की बात है कि शासकीय सार्वजनिक निर्माण कार्य सरकारी भूमिखंड पर ही होते हैं। लेकिन राजाकछार में बनाया गया 7 लाख का सामूहिक कचरा घर निजी भूमि पर खड़ा किया गया है। यहां पंचायत के सचिव, सरपंच एवं इंजीनियर ने शासकीय भूमि की पैमाईश नहीं की और ना ही जांच की। राशि आई और बिना जमीन देखे निर्माण कार्य करा दिया गया। बताया जाता है कि निर्माण के दौरान भी आपत्ति उठाई गई, लेकिन जिम्मेदारों ने आंखें मूंद ली और जिसकी जमीन थी उसने रौब से उस पर निर्माण कार्य कर  लिया। हालात यह है कि सम्बंधित भूमि निजी स्वामी का होने के कारण भूमि स्वामी अपना कब्जा दिखा रहा है। जिसके कारण यहां कचरा संग्रहण जैसा कोई काम नहीं हो पा रहा है। 

जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं? 

कानून कहता है कि सरकारी संपत्ति पर कब्जा करना भारतीय दंड संहिता की धारा 447 और 420 के तहत दंडनीय अपराध है। बावजूद इसपर कोई एफआईआर नहीं, कोई पंचनामा नहीं, न ही कोई नोटिस जारी किया गया है। आखिर जनपद पंचायत सीइओ या एसडीएम सहित जिला  पंचायत कार्यालय ने इस लापरवाही पर जिम्मेदार पंचायत प्रतिनिधियों व सचिव पर कार्रवाई क्यों नहीं की यह भी बड़ा सवाल है? जब यह कचरा केंद्र बन रहा था, तो हम सबको उम्मीद थी कि अब गांव की सफाई व्यवस्था सुधरेगी। लेकिन अब यहां भूसा भरा है। बाहर कचरे के ढेर लगे हैं, जिससे मच्छर और बदबू की भरमार है। ग्रामीणों में आक्रोश है उनका कहना है कि अगर अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो वे आंदोलन करेंगे।  

*इनका कहना है*

मैं जबलपुर मीटिंग में आया हूं। दोपहर 1 बजे बाद बात करता हूं। 

*विमल साहू, तत्कालीन सचिव*

अभी मेरी तबीयत खराब है, शनिवार को आपसे बात करेंगे।

*राजूराम जोशी, सचिव*

आज मीटिंग में हूं, परसों बात करूंगी 

*उषा किरण गुप्ता, सीइओ जनपद पंचायत बदरा*

महुए की कच्ची शराब का अवैध कारोबार तेज़, पुलिस, आबकारी विभाग की चुप्पी चिंता का विषय

*युवाओं के भविष्य पर मंडराता खतरा, कार्यवाही की दरकार*


अनुपपुर

अनुपपुर जिले के थाना रामनगर अंतर्गत नगर परिषद डूमर कछार और आसपास के इलाकों में इन दिनों महुए से बनी कच्ची शराब का अवैध कारोबार पूरे चरम पर है। विशेषकर झीमर के नालों के किनारे, जहां कभी सिर्फ पशुपालन और ग्रामीण जीवन की हलचल होती थी, अब वहां दिन-रात शराब पकाई जा रही है। धुएं से भरते आसमान और सड़ते महुए की दुर्गंध पूरे क्षेत्र की हवा को जहरीली बना रही है।

*कच्ची शराब का खुला कारोबार*

क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि यह गोरखधंधा कोई छुपा हुआ काम नहीं है, यह सब कुछ खुलेआम हो रहा है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक न तो पुलिस की ओर से कोई विशेष अभियान चलाया गया है, और न ही आबकारी विभाग ने सख़्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं। विभागीय चुप्पी और कार्रवाई की कमी अब जनता के बीच चिंता का विषय बन चुकी है।

*अंतर्राज्यीय तस्करी का खतरा बढ़ा*

डूमर कछार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बसा हुआ है, और यही भौगोलिक स्थिति तस्करों के लिए वरदान बन गई है। मध्यप्रदेश में तैयार की जा रही अवैध कच्ची शराब अब छत्तीसगढ़ के खोंगापानी , झगराखांड एवं अन्य बाजारों तक भी पहुंच रही है। सीमाएं पार कर रहा यह नशे का धंधा अब केवल एक जिले की नहीं, बल्कि दो राज्यों की कानून-व्यवस्था से जुड़ी चुनौती बन चुका है।

*युवाओं के भविष्य पर मंडराता खतरा*

शराब की आसान उपलब्धता का सबसे गहरा असर क्षेत्र के युवाओं पर पड़ रहा है। स्कूल-कॉलेज के छात्र इस लत की चपेट में आते जा रहे हैं, जिससे समाज की नींव कमजोर होती दिख रही है। कुछ सामाजिक संगठनों ने इस पर चिंता जताई है और प्रशासन से अपेक्षा की है कि वह जल्द ही इस पर ठोस कदम उठाए।

*प्रशासनिक पहल की दरकार*

स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि पुलिस और आबकारी विभाग एक संयुक्त अभियान चलाकर इन अवैध ठिकानों पर सख़्ती से कार्रवाई करें। अब समय आ गया है जब नालों और झाड़ियों में पनपते इस नशे के जाल को काटा जाए, ताकि अगली पीढ़ी को बचाया जा सके।

इनका कहना है।

पुलिस विभाग एवं आबकारी विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही किया जाएगा।

*सुमित कौशिक थाना प्रभारी रामनगर*

तनाव के कारण युवती ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, अगले माह होने वाली थी शादी


शहडोल 

जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 21 वर्षीय युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती का विवाह हाल ही में तय हुआ था, अगले महीने मई में बारात आने वाली थी। इससे पहले युवती ने फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि युवती विवाह को लेकर युवती काफी तनाव में थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठा लिया।

पुलिस के अनुसार, परिजनों ने बताया कि विवाह को लेकर युवती तनाव में चल रही थी। बीती रात वह काफी परेशान थी, जिसे लेकर वह रोई भी थी। परिवार के सदस्यों ने उसे समझाने था। इसके बाद सब सोने चले गए। सुबह परिवार के सदस्य जागे तो उन्होंने युवती को उसके कमरे में फांसी के फंदे पर लटकते देखा। वहीं, पड़ोसी के अनुसार वह हमेशा खुश रहने वाली लड़की थी, लेकिन शादी तय होने के बाद से वह बदल गई थी। हम सब उसके इस कदम से हैरान हैं।

वहीं, स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि युवती के बिना मर्जी के ही परिवार ने उसके विवाह तय किया था, जिस कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठाया होगा। हालांकि, पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। थाना प्रभारी ने बताया कि परिवार से जानकारी एकत्र कर रहे हैं।

खेत मे रखे 17 ट्रॉली गेहूं और तीन ट्रॉली अरहर में आग लगने से जलकर हुआ राख, लाखों का नुकसान


शहडोल 

जिले में तापमान लगातार बढ़ रहा है। शहर का पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अधिक गर्मी के कारण जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से आग लगने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। अब ब्यौहारी थाना क्षेत्र में खलिहान में रखी हुई फसल, जिसमें 17 ट्रॉली गेहूं और तीन ट्रॉली अरहर शामिल थीं, जलकर राख हो गई है। इस घटना से प्रभावित किसान रामबाबू सिंह गोंड और रामगणेश सिंह गोंड को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

पुलिस के अनुसार, यह घटना सेमरपाखा के रंगीटोला में हुई, जहां खेत में काम कर रहे दोनों भाइयों ने अचानक खलिहान में धुआं उठता देखा। घटनास्थल पर पहुंचे दोनों भाई और आसपास के निवासियों ने आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग तेजी से फैल गई और विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग को सूचना दी गई, लेकिन जब तक दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे तब तक आग ने पूरी फसल को राख में बदल दिया।

किसान रामबाबू सिंह गोंड ने कहा, हमने इस फसल पर कड़ी मेहनत की थी। यह हमारी आजीविका का महत्वपूर्ण हिस्सा थी। अब हम नहीं जानते कि अगली फसल कब होगी और हम अपने परिवार का पालन-पोषण कैसे करेंगे। आग किसने लगाई या कैसे लगी, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं बढ़ते तापमान और सूखे की स्थिति का परिणाम हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. मृगेंद्र सिंह ने कहा, गर्मी के कारण सूखे और आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं। किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस घटना ने यह भी संकेत दिया है कि बढ़ते तापमान के कारण कृषि क्षेत्र को गंभीर खतरा है।

बस की टक्कर से स्कूटी चालक की मौत


उमरिया

जिले के नौरोजाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत जीएम ऑफिस के पास रविवार को हुए भीषण सडक़ हादसे मे एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम संतोष सेन पिता बल्लू सेन 50 निवासी दैगवां कला बताया गया है। जोकि स्कूटी पर जीएम कॉम्पलेक्स की ओर आ रहा था, तभी हनुमान टेक के पास शहडोल से डिंडौरी जा रही प्रयाग ट्रांसपोर्ट की बस क्रमांक एमपी 18 जेडडी 9963 ने उन्हे जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना मे संतोष बुरी तरह घायल हो गये। एम्बुलेंस मे अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होने दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले मे फरार बस चालक के विरूद्ध अपराध दर्ज कर कार्यवाही प्रारंभ की है। पीएम के उपरांत मृतक का शव परिजनो को सौंप दिया गया है।

अज्ञात युवक ने जंगल मे फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी


अनूपपुर

पवित्र नगरी अमरकंटक के वार्ड क्रमांक 8 कपिला संगम के जंगल में 40-45 वर्षीय अज्ञात युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, फांसी लगाने वाले अज्ञात युवक की पहचान नहीं हो पाई है, उसने फांसी क्यों लगाई क्या कारण थे, जांच के बाद खुलासा हो सकता हैं, अमरकंटक पुलिस आत्महत्या करने वाले पुरुष के बारे में आवश्यक जानकारी जुटा रही है । 

स्थानीय वन परिक्षेत्र  अमरकंटक के बीट  गार्ड जियालाल राठौर अपने नियमित जंगल गस्त के दौरान सॉल वृक्ष से एक अधेड युवक के रस्सी से लटका हुआ देखा, उसने तत्काल पुलिस थाना अमरकंटक में उक्त जानकारी दी । पुलिस थाना अमरकंटक में उक्त प्रकरण पर मार्ग क्रमांक 11/25 धारा 194 बी एन एस एस  कायम कर विवेचना मे  लिया है।  फांसी लगाने वाले अधेड़ युवक पीले रंग की शर्ट तथा काले रंग का पेंट पहना हुआ है, मृतक की जेब से बस की टिकट जिसमें ₹130 का किराया अंकित है मिला है। 

अधेड़ युवक द्वारा फांसी लगाई जाने की घटना की जांच की जा रही है, मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है । घटना की जांच नगर निरीक्षक लाल बहादुर तिवारी उप निरीक्षक पी एस बघेल सहायक उप निरीक्षक ईश्वर यादव द्वारा तत्परता के साथ की जा रही है। स्थानीय पुलिस  मृतक  के संबंध में आवश्यक जानकारी जुटा रही है।

मंत्री जी के क्षेत्र में कृषि उपज मंडी कर्मचारियो को दस माह से पेंशन एवं वेतन के पड़े लाले

*कोतमा विधानसभा का मामला*


अनूपपुर

मध्य प्रदेश के मंत्री एवं विधानसभा क्षेत्र कोतमा के विधायक दिलीप जायसवाल के गृह क्षेत्र में पिछले 10 माह से कृषि उपज मंडी में पदस्थ कर्मचारियों एवं अधिकारियों का वेतन नहीं दिया गया वहीं दो  पेंशन कर्मचारियों का 10 माह से पेंशन न मिलने से परिजन भूख  मरने की कगार पर हैं जिसको लेकर कई बार गुहार मध्य प्रदेश सरकार से लगाई गई किंतु कोई सुनवाई न होने से परिवार दर-दर भटक रहा है। बताया जाता है कि कृषि उपज मंडी कोतमा में इन दिनों पांच अधिकारी कर्मचारी पदस्थ है जिसमें तीन सहायक उप निरीक्षक एवं एक मंडी निरीक्षक तथा एक बाबू है।

कृषि उपज मंडी कोतमा में पिछले 5 वर्षों से मंडी में सफाई कर्मचारी, चपरासी एवं सुरक्षा कर्मी की नियुक्त न होने के कारण 5 एकड़ के परिसर में सुरक्षा का अभाव एवं  सफाई कर्मचारी के न होने से मंडी प्रांगण गंदगी से पटा हुआ है  पदस्थ अधिकारियों ने बताया कि सफाई कर्मचारी, चौकीदार एवं चपरासी की नियुक्ति के लिए कई बार मंडी बोर्ड एवं उपसंचालक को पत्र लिखा गया किंतु 5 वर्ष बीत गए आज तक किसी की नियुक्त न होने के कारण मंडी जो 5 एकड़ के परिसर पर है असुरक्षित है वहीं सफाई कर्मचारी ना होने के कारण गंदगी से पटा हुआ है चपरासी ना होने से मंडी का काम प्रभावित हो रहा है। कृषि उपज मंडी कोतमा के अधिकारी कर्मचारियों ने बताया कि पिछले दो वर्षों से धान उपार्जन की राशि मंडी को न मिलने के कारण पिछले 10 माह से वेतन एवं पेंशन नहीं हो पा रहे हैं जिससे हमारे परिवारजन जीवन यापन के लिए परेशान है लगभग दो करोड रुपए की राशि धान उपार्जन की रुकी हुई है।

नगर के वार्ड क्रमांक सात में नेशनल हाईवे 43 के पास 5 एकड़ भूमि पर नवीन कृषि उपज मंडी भवन का निर्माण हुआ है जिसमें विगत 1 वर्ष से कृष्ण मंडी कोतमा संचालित है मंडी बोर्ड ने 5 एकड़ परिसर पर मंडी कार्यालय का निर्माण तो कर दिया किंतु सुरक्षा की दृष्टि से आज तक सुरक्षा गार्ड एवं सफाई कर्मचारी व चपरासी के लिए व्यवस्था नहीं की कार्यालय संचालन के लिए तीनों कर्मचारियों की माहती आवश्यकता होती है साथ ही किसानों को प्रांगण में लाने के लिए  सुविधा उपलब्ध कराना होता है किसान गंदगी में एवं सुरक्षा के अभाव में मंडी प्रांगण में आने से घबराते हैं स्थानीय किसानों ने क्षेत्रीय विधायक एवं मध्य प्रदेश के मंत्री दिलीप जायसवाल से अपेक्षा की है कि अगर 5 एकड़ की भूमि पर ढाई करोड रुपए की लागत से मंडी भवन का निर्माण कराया जा सकता है तो किसानो की सुरक्षा और सुविधा के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति शीघ्र कर किसानों को सुविधा मुहैया कराया जाए।

इनका कहना है।

पिछले 10 माह से कर्मचारी अधिकारियों का वेतन एवं पेंशन नहीं किया गया है जिस संबंध में उच्च अधिकारियों से पत्राचार जारी है। 

*बाल गोविंद कोल, सचिव, कृषि उपज मंडी कोतमा*

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget