पुलिस अधीक्षक राष्ट्रपति वीरता पदक से मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित


अनूपपुर

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजधानी भोपाल के ऐतिहासिक लाल परेड ग्राउंड में आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया।

पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान को बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बहादुरी और साहसिक कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। इस संबंध में घोषणा 16 अक्टूबर 2023 को की गई थी, जिसमें 18 दिसंबर 2022 और 22 अप्रैल 2023 की घटनाओं में उत्कृष्ट वीरता दिखाने वाले पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है।

जानकारी के अनुसार अप्रैल 2023 में बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस की संयुक्त टीम ने नक्सलियों से मुठभेड़ कर बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य सामग्री बरामद की। कार्रवाई में कई वांछित नक्सली मारे गए और क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को करारा झटका लगा। इसी महीने की एक अन्य घटना में, गोंदिया बॉर्डर के पास पुलिस बल ने विशेष अभियान चलाकर नक्सलियों को घेर लिया। भीषण मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के ठिकानों को नष्ट कर भारी मात्रा में हथियार जप्त किये गए थे।

चौपाटी में डोसा व चाट वाले के बीच हुई मारपीट, मचा अफरा-तफरी का माहौल, कार्यवाही की मांग


शहडोल

जिला मुख्यालय की मशहूर चौपाटी शुक्रवार की रात एक मारपीट की घटना से दहशत में आ गई। यहां सबसे कॉर्नर पर लगने वाले एक दोसा स्टॉल के कर्मचारियों ने मिलकर गुप्ता चाट सेंटर के संचालक से हाथापाई कर दी। मामला महज जगह को लेकर शुरू हुआ था, लेकिन दोसा स्टॉल वालों की ओर से आक्रामक रवैया अपनाने के चलते यह विवाद हिंसा में बदल गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात करीब 7 बजे चौपाटी पर ग्राहकों की भीड़ लगी हुई थी। इसी बीच दोसा स्टॉल और गुप्ता चाट वाले के बीच दुकान लगाने की जगह को लेकर बहस शुरू हुई। गुप्ता चाट वाले ने शांत तरीके से अपनी बात रखने की कोशिश की, मगर दोसा स्टॉल के कर्मचारियों ने एकजुट होकर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कुछ कर्मचारियों ने मारपीट तक कर दी, जिससे माहौल बिगड़ गया।

घटना का एक वीडियो किसी ने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि दोसा स्टॉल के 4-5 कर्मचारी एक व्यक्ति को घेरकर मारपीट कर रहे हैं, जबकि गुप्ता चाट वाला खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान आसपास मौजूद लोग खड़े होकर तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने बीच-बचाव नहीं किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पूरे विवाद में गड़बड़ी की शुरुआत दोसा स्टॉल वालों की ओर से हुई। जगह को लेकर बोलचाल को उन्होंने झगड़े का रूप दे दिया और सामूहिक रूप से हमला किया। इससे न केवल चौपाटी का माहौल खराब हुआ, बल्कि ग्राहकों में भी अफरा-तफरी मच गई।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर लोग पुलिस और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोसा स्टॉल संचालक और उसके कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।  वही भूपेंद्र गुप्ता का आरोप है कि चाकू से हमला सुनील गुप्ता ने किया, जिसमें उनके कपड़े फट गए और हाथ में चोट आई। वहीं, सुनील गुप्ता का कहना है कि हमला पहले भूपेंद्र ने किया और उन्होंने सिर्फ बचाव किया। विवाद के दौरान आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कर भूपेंद्र को किसी तरह सुरक्षित कोतवाली पहुंचाया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया।

भ्रष्टाचारी अपनी लिप्तता छुपाने के लिए संगठन मंत्री पर करवाया हमला, आंदोलन हुआ और उग्र

*मामला इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय का*


अनूपपुर

जब पूरा देश 15 अगस्त की आज़ादी का जश्न मना रहा था, तब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) अमरकंटक में आंदोलन कर रहे छात्रों व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के साथ बाहरी अपराधी तत्वों को बुलाकर मारपीट करवाकर एक शर्मनाक और निंदनीय घटना को अंजाम दिया गया है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में शोध प्रवेश परीक्षा पीएचडी में कथित धांधली और अनियमितताओं के विरोध में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे हैं। कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन का घेराव कर जोरदार नारेबाजी की।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा में गंभीर गड़बड़ियां हुई हैं, जिसकी शिकायत छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और मंत्रालयों में की थी, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। इस मामले में हाई कोर्ट, जबलपुर में भी याचिका दायर हुई है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। इस पर अगली सुनवाई अगस्त के अंतिम सप्ताह में होगी।

आंदोलन के बीच, भ्रष्टाचारियों द्वारा अपनी लिप्तता छुपाने के लिए बाहर से अपराधी तत्व जैसे लोगो को बुलाकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन मंत्री पर हमला किया गया। परिषद का कहना है कि यह हमला सोची-समझी साजिश है, ताकि छात्रों की आवाज दबाई जा सके और जांच को प्रभावित किया जा सके।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि घटना में शामिल सभी बाहरी व्यक्तियों की पहचान कर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए। राष्ट्रविरोधी एवं छात्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों को सार्वजनिक रूप से बेनकाब किया जाए। शोध प्रवेश परीक्षा तत्काल रद्द हो और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। संगठन ने चेतावनी दी है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन और तेज होगा और भ्रष्टाचारियों की कोई भी चाल सफल नहीं होने दी जाएगी।


डॉक्टर व अस्पताल कर्मचारियों की खुलेआम गुंडागर्दी, मरीज के परिजनों को जमकर पीटा

*वीडियो फुटेज डिलीट करने का आरोप, जांच की मांग*


शहडोल। 

जिले के जयसिंहनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बीती रात डॉक्टर और उनके साथ कुछ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीज के परिजनों से की गई मारपीट और गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रसव कराने आई टोटका गांव की महिला के पति, सास और अन्य रिश्तेदारों के साथ डॉक्टर आनंद पटेल और उनके सहयोगियों ने न केवल धक्का-मुक्की की, बल्कि दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

पीड़ितों के मुताबिक, महिला को अस्पताल के अंदर भर्ती कराने के बाद वे बाहर खुले में बैठे थे। इसी दौरान डॉक्टर आनंद पटेल और कुछ अन्य कर्मचारी वहां पहुंचे और अनावश्यक पूछताछ करने लगे। जब परिजनों ने अपना परिचय दिया, तो आरोप है कि शराब के नशे में धुत डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों ने बिना कारण थप्पड़ जड़ दिए। बीच-बचाव करने पहुंचे हेतराम सिंह, बिहारी सिंह, मुन्नीबाई और अन्य लोगों को भी पीटा गया।

घटना अस्पताल परिसर के ठीक बाहर हुई, जिससे वहां हड़कंप मच गया। पीड़ितों का कहना है कि पूरा घटनाक्रम अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। लेकिन जब डॉक्टरों को इसका पता चला, तो वे सीधे कैमरा रूम में पहुंचे और वहां रखे हार्ड डिस्क से वीडियो फुटेज डिलीट करने की कोशिश की। आरोप है कि उन्होंने ताला तोड़कर रिकॉर्डेड वीडियो मिटा दिए, ताकि भविष्य में कोई सबूत न बचे।

विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। पीड़ितों ने बताया कि वे इस घटना की शिकायत करने के लिए जयसिंहनगर थाने पहुंचे, लेकिन वहां भी उन्हें न्याय नहीं मिला। उल्टा, आरोप है कि थाने में मौजूद कुछ लोगों ने उनसे माफी मांगने को कहा। ग्रामीणों का कहना है कि वे निर्दोष होने के बावजूद डर के माहौल में माफी मांगने को मजबूर हुए। वृद्ध महिला मुन्नीबाई, जो अपनी बहू का प्रसव कराने लाई थी, ने भी मीडिया से कहा कि उसके साथ भी मारपीट हुई और अपमानजनक व्यवहार किया गया।

यह मामला पूरे जयसिंहनगर ब्लॉक में चर्चा का विषय बन गया। चौक-चौराहों पर लोग इस घटना पर नाराजगी जता रहे हैं और डॉक्टर व संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि नशे में धुत डॉक्टर ने अस्पताल की गरिमा को तार-तार कर दिया और सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी का दुरुपयोग कर सबूत मिटाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में मरीजों और उनके परिजनों के साथ ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

कलेक्टर, जिला सीईओ, जनपद सीईओ को हाइकोर्ट का नोटिस, 30 दिन में मांगा जबाब


अनूपपुर

जिले में अनुकम्पा नियुक्ति से जुड़े मामले में मध्य प्रदेश जबलुपर उच्च न्यायालय ने अनूपपुर जिले के कलेक्टर हर्षल पंचोली, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा एवं जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गणेश पांडेय को नोटिस 13 सितंबर 25 तक के अंदर जबाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिया हैं।

मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत खाल्हे दूधी का है जहां स्व. रामानंद चौकसे सचिव के पद पर वर्ष 2008 में नियुक्त हुए थे सेवाकाल के दौरान वर्ष 2013 में उनके निधन के पश्चात पुत्री रिया चौकसे ने स्व. पिता के स्थान पर अनुकम्पा नियुक्ति हेतु आवेदन किया था, जिस पर सीईओ जिला पंचायत ने पहले 21 मार्च 2023 को पिछड़ा वर्ग का पद रिक्त नहीं होने का कारण बताते हुए आवेदन निरस्त कर दिया था। फिर एमएम 28 मार्च 2025 को यह कहकर पुनः आवेदन निरस्त करते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी नियम 2011 के अनुसार अमेलन की कार्यवाही पूर्ण नहीं पाए जाने का कारण बताते हुए रिया चौकसे को पत्र प्रेषित किया, जिस पर रिया चौकसे ने जबलुपर उच्च न्यायालय में अधिवक्ता दीपक कुमार पांडेय के माध्यम से याचिका प्रस्तुत की जिस पर 14 अगस्त को बहस करते हुए अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया कि पांच वर्ष तक लगातार कार्यरत कर्मचारी के अमेलन की कार्यवाही और सेवा पुस्तिका के संधारण का दायित्व सीईओ स्तर का होता है। मप्र राजपत्र 11 जनवरी 2011 में इसके लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं, जिस पर हाइकोर्ट जबलपुर ने सभी अनावेदकों कलेक्टर हर्षल पंचोली, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा एवं जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गणेश पांडेय को नोटिस जारी कर 13 सितंबर 25 तक जबाब प्रस्तुात करने के निर्देश दिया हैं।

अवैध रेत परिवहन पर पुलिस ने तीन ट्रैक्टर को किया जप्त, खान एवं खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज


अनूपपुर

मुखबिर द्वारा सूचना मिली की तीरथ राठौर निवासी पुरानी बस्ती जैतहरी का स्वराज ट्रेक्टर मे अवैध रुप से रेता नदी से लोड करके ला रहा है,सूचना पर रेड कार्यवाही किया, सामने से एक ट्रेक्टर आते हुये दिखा जिसे पास आने पर रुकवाया गया तथा उसका नाम पता पूछा जो अपना नाम तीरथ राठौर पिता रम्मू राठौर निवासी पुरानी बस्ती वार्ड नं.15 जैतहरी का होना बताया, ट्राली को देखने पर रेत लोड होना पाई गई उक्त रेत के बारे मे पूछताछ करने पर बताया कि तिपान नदी से अवैध रुप से उत्खनन कर बिक्री करने हेतु लेकर जा रहा हूँ, जिसके संबध मे कोई वैध कागजात नही होना बताया, कुछ देर बाद ट्रेक्टर चालक तीरथ राठौर अपना ट्रेक्टर लेकर भागने का प्रयास करने लगा तो आगे खडे थाना जैतहरी पुलिस के द्वारा घेराबंदी किये जाने पर ट्रेक्टर चालक तीरथ राठौर ट्रेक्टर छोडकर भाग गया, ml उपरोक्त चालक का कृत्य अपराध धारा 303(2), 317(4) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम का पाये जाने पर ट्रेक्टर ट्राली मे लोड 03 घन मीटर खनिज रेता को कब्जे पुलिस लिया गया आरोपी तीरथ राठौर पिता रम्मू राठौर निवासी पुरानी बस्ती वार्ड नं.15 जैतहरी के खिलाफ अपराध धारा 303(2), 317(4) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम कायम कर विवेचना मे लिया गया।

दूसरे मामले में मुखबिर से सूचना मिली की नेमचंद गोड निवासी झाईताल का न्यू सोल्ड स्वराज एफई कम्पनी के ट्रेक्टर मे अवैध रेत चोरी करके हंसीया नाला झाईताल तरफ आ रहा है, सूचना की तस्दीक एंव कार्यवाही हेतु मुखबिर के बताये उपरोक्त स्थान पर रेड कार्यवाही किया जैसे ही हंसीया नाला झाईताल के पास पहुंचे और ट्रेक्टर का चालक से नाम पता पूछा तो वह अपना नाम नेमचंद गोंड पिता जनार्दन गोंड उम्र 28 वर्ष निवासी झाईताल थाना जैतहरी का एंव स्वंय का ट्रेक्टर होना बताया, ट्रेक्टर ट्राली मे लोड रेत संबधित दस्तावेज एवं ट्रेक्टर का दस्तावेज पूछा गया तो उसके पास ट्रेक्टर मे लोड रेत का कोई वैध दस्तावेज टीपी नही होने से उपरोक्त चालक /वाहन मालिक का कृत्य अपराध धारा 303(2), 317(5) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम का पाये जाने पर ट्रेक्टर ट्राली मे लोड 03 घन मीटर खनिज रेता को कब्जे पुलिस लिया गया आरोपी नेमचंद गोंड पिता जनार्दन गोंड उम्र 28 वर्ष निवासी झाईताल थाना जैतहरी  के खिलाफ अपराध धारा 303(2), 317(5) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम कायम कर विवेचना मे लिया गया।

तीसरे मामले में सूचना मिली की छबेली लाल निवासी चोलना का बिना नम्बर के स्वराज कम्पनी के ट्रेक्टर मे म.प्र.शासन का रेता चोरी करके लोड कर के गूजर नाला से जरियारी तरफ आ रहा है, तो तस्दीक एंव कार्यवाही हेतु मुखबिर के बताये उपरोक्त स्थान पर रेड कार्यवाही किया, जैसे ही जरियारी गाँव के पास पहुंचे की ट्रेक्टर को रोककर चालक से नाम पता पूछा तो वह अपना नाम छबेली लाल केवट पिता झल्लू केवट उम्र 29 वर्ष निवासी चोलना थाना जैतहरी का एंव स्वंय का ट्रेक्टर होना बताया, ट्रेक्टर ट्राली मे लोड रेत संबधित दस्तावेज एवं ट्रेक्टर का दस्तावेज पूछा गया जो जानकारी दिया की उसके पास ट्रेक्टर मे लोड रेत का कोई वैध दस्तावेज टीपी नही है, उपरोक्त चालक /वाहन मालिक का कृत्य अपराध धारा 303(2), 317(5) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम का पाये जाने पर ट्रेक्टर ट्राली मे लोड 03 घन मीटर खनिज रेता को कब्जे पुलिस लिया गया, आरोपी छबेली लाल केवट पिता झल्लू केवट उम्र 29 वर्ष निवासी चोलना थाना जैतहरी   के खिलाफ अपराध धारा 303(2), 317(5) बीएनएस, 4/21 खान एवं खनिज अधिनियम कायम कर विवेचना मे लिया गया।

हाथी के बाद आ धमका भालू पहुँचा, दहशत का माहौल


अनूपपुर 

जिले के नगर पारिषद डोला क्षेत्र के रिहायशी क्षेत्र में भालू के घूमने का वीडियो सामने आया है। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

ज्ञात हो कि अनूपपुर जिला छत्तीसगढ़ से सटे होने के कारण सीमावर्ती क्षेत्र में जंगली जानवरों का आवागमन लगातार जारी है। डोला क्षेत्र के कई वार्डों में भालू अक्सर घरों के भीतर घुस जाते हैं। एक महीने पहले भी एक भालू ने घर में घुसकर खाद्य सामान को नुकसान पहुंचाया था।

कोतमा रेंजर हरीश कुमार तिवारी ने बताया कि नगर पारिषद डोला के पास छत्तीसगढ़ की सीमा पर केरहा धाम स्थित है। भालू वहां भंडारा के दौरान पूड़ी खाने आते हैं। डोला नगर पालिका केरहा धाम से सटी होने के कारण भालू का विचरण इस क्षेत्र में होता है। वन विभाग का गस्ती दल भालू पर निगरानी रख रहा है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा के उचित इंतजाम करने की मांग की है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का विश्वविद्यालय (IGNTU) में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन

*छात्रों के खिलाफ दमनकारी नीति के खिलाफ व शोध प्रवेश परीक्षा रद्द करने की मांग*

*सैकड़ों छात्रों के साथ किया धरना-प्रदर्शन, CBI जांच की मांग*


अनूपपुर

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (आईजीएनटीयू) अमरकंटक में पीएचडी शोध प्रवेश परीक्षा (आरईटी) 2024–25 में कथित अनियमितताओं, विश्वविद्यालय प्रशासन के कथित दमनकारी नीतियों और वित्तीय गड़बड़ियों के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने 14 अगस्त गुरुवार को सैकड़ों छात्रों के साथ जोरदार धरना-प्रदर्शन किया, बताया गया प्रदर्शन पूरे 2 दिन के लिए तय हुआ है। आंदोलनकारियों ने परीक्षा प्रक्रिया में घोटाले, पक्षपातपूर्ण चयन, शिकायतकर्ताओं के उत्पीड़न और वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए न्यायिक व सीबीआई जांच की मांग की। वहीं मामले में संदिग्ध आरईटी समन्वयक आदि के संबंध में चर्चा है कि संदिग्ध छात्रों और कुछ स्थानीय भोले-भाले आदिवासियों को बरगला कर पीड़ित छात्रों के खिलाफ अहिंसक बर्ताव करने के लिए उकसाया जा रहा है। जबकि छात्रों ने सिर्फ जांच की मांग की है, न कि रद्द करने की, कहा जा रहा कि ऐसी अफवाह इसलिए फैलाया जा रहा  कि संलिप्त प्रोफेसर्स को यह बात पता है कि यदि सीबीआई जांच हुई तो परीक्षा के साथ-साथ फर्जीवाड़ा करने वाले भी नपेंगे!

*RET परीक्षा में नियमों की धज्जियां*

जीएफआर 2017 और वैधानिक टेंडर/ईओआई प्रक्रिया का पालन किए बिना परीक्षा आयोजन। प्रश्नपत्र निजी ईमेल आईडी से मंगाने का गंभीर गोपनीयता उल्लंघन, अम्बेडकर चेयर, पर्चेज कमेटी और GEM पोर्टल के माध्यम से करोड़ों का फंड दुरुपयोग — ऑडिट जांच की मांग।

*परिणामों में अपारदर्शिता और पक्षपात*

मुख्य परिसर के परिणामों में नाम छिपाए गए, जबकि मणिपुर केंद्र में नाम स्पष्ट। कंप्यूटर साइंस के परिणाम सार्वजनिक न कर गुप्त रूप से ईमेल द्वारा प्रवेश। UGC-NET और GATE योग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू से वंचित कर प्रोफेसरों व स्टाफ के परिजनों का चयन। 11 और 18 अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को डिस्क्वालिफाई होने के बावजूद प्रवेश।आरक्षण नियमों का उल्लंघन और सीटों में मनमानी बदलाव।

*प्रोफेसरों की संदिग्ध भूमिका और फर्जी दस्तावेज़*

प्रो. ब्योमकेश त्रिपाठी और प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी पर मनमाने चयन के आरोप। ओएमआर शीट्स विश्वविद्यालय के बाहर भरने का आरोप। चयनित अभ्यर्थियों की डिग्रियां संदिग्ध। RET समन्वयक को निष्पक्ष जांच तक निलंबित करने की मांग।

*सुरक्षा कर्मियों के साथ भी अन्याय!*

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि सुरक्षाकर्मियों और सपोर्ट स्टाफ के साथ हो रहा अन्याय तत्काल रोका जाए। अतिरिक्त ड्यूटी लेकर कम दिनों का वेतन देना, वरिष्ठता के अनुसार पदोन्नति न देना, श्रम कानूनों और सेवा शर्तों का उल्लंघन करना, तथा स्थानीय आदिवासी कर्मचारियों (जैसे प्रभा देवी आर्मों, अनिल कुमार टांडिया, कृष्णपाल सिंह आदि) को बिना कारण हटाना अमानवीय है। सभी पीड़ित कर्मचारियों को पुनः बहाल किया जाए और वेतन कटौती तुरंत वापस हो। साथ ही, पूर्व कुलपति के कार्यकाल में हुई सभी आउटसोर्सिंग भर्तियों को बहाल कर स्थानीय बेरोजगारों को पुनः रोजगार दिया जाए, ताकि संस्थान की कार्यसंस्कृति और सामाजिक संतुलन दोनों सुरक्षित रहें।

*गड़बड़ी पकड़ने वाले छात्रों का उत्पीड़न*

घोटाले का खुलासा करने वाले छात्रों पर झूठे मामले दर्ज। पूर्व छात्र रवि त्रिपाठी के खिलाफ दर्ज फर्जी शिकायत तत्काल वापस लेने की मांग।

*नर्सिंग और बी-टेक कोर्स में धोखाधड़ी*

प्रशासकीय स्वीकृति के बावजूद नर्सिंग कोर्स शुरू नहीं। रिकॉर्ड में फर्जी रूप से कोर्स शुरू दिखाना।बी-टेक संचालन का झूठा आश्वासन देकर छात्रों का भविष्य खतरे में डालना। अन्य गंभीर मुद्दे, अवैध कैंटीन संचालन, LBI और अमरकंटक बेकरी। 

*छात्रावास में अनियमितताएं*

नर्मदा हॉस्टल को रेजिडेंशियल बनाना, छात्रावास ढांचे में अवैध तोड़फोड़। वेबसाइट अपडेटेशन में गड़बड़ी प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी को तत्काल हटाने की मांग। स्वच्छ पेयजल और सफाई के अभाव में छात्र बीमार पड़ रहे। बस सेवा बंद — कुलपति के निजी कार्यों में उपयोग। आईसीसी गठन में यूजीसी नियमों का उल्लंघन — शिकायतों का निस्तारण न होना। वित्तीय पारदर्शिता का अभाव — आय-व्यय और भुगतान रसीदें सार्वजनिक न होना। 

*आरटीआई का उल्लंघन* 

मांगी गई जानकारी छात्रों को न देना। सुरक्षाकर्मियों और सपोर्ट स्टाफ का शोषण — वेतन कटौती, अवैध छंटनी, स्थानीय बेरोजगारों की भर्ती बहाली की मांग, देशव्यापी शिक्षा व्यवस्था पर सवाल छात्रों का कहना है कि यह मुद्दा सिर्फ IGNTU तक सीमित नहीं है, बल्कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों की पारदर्शिता और उच्च शिक्षा व्यवस्था की साख पर सीधी चोट है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

पशु तस्करी में 8 नग जानवर पीकप सहित जप्त, आरोपी गिरफ्तार


अनूपपुर             

जिले के चौकी फुनगा को मुखबिर द्वारा सूचना मिली है कि पिकअप वाहन क्रमांक MP 18 ZA 8176 में ठूस-ठूस कर भैंस पडा 08 नग लोड कर अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा है, जिसे पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पीकप को जप्त किया गया, पुलिस मो. हसनैन पिता मो. इसराइल उम्र 27 वर्ष निवासी चकनारा थाना मंझनपुर जिला कौशाम्बी उ.प्र., इस्तिखार कुरैशी पिता शकील कुरैशी उम्र 26 वर्ष निवासी धनपुरी जिला शहडोल , वाहन मालिक, नूर मोहम्मद कुरैशी निवासी धनपुरी , चौथराम चौधरी निवासी लपटा एवं सोनू खान निवासी किशनपुर उ.प्र. के विरुद्ध प्रथम दृष्टया पशु क्रूरता अधि. की धारा 11 (घ), म.प्र. कृषक पशु परि.अधि. की धारा 4,6,6 (क),9,10,11 एवं माल वाहक मे मवेशियो का परिवहन करने से धारा 66/192A, 130/177(3) एम व्ही एक्ट का अपराध पाये जाने पर मामला दर्ज किया गया, मवेशियों को एवं पिकअप कुल कीमत 7 लाख 40 हजार आंकी गयी है। 08 नग भैसों पड़ो के खाने पीने की व्यवस्था देखरेख हेतु रामप्रसाद केवट निवासी फुनगा को सुपुर्द किया गया है जिसका पंचनामा तैयार किया गया है बाद पिकअप चौकी परिषर में सुरक्षार्थ खडा कराकर विवेचना मे लिया गया एवं आरोपियो मोहम्मद हसनैन एवं इख्तिखार कुरैशी को न्यायालय में पेश किया गया।

 न्यायालय ने सुनाई गांजा तस्करों को 5-5 साल का सश्रम कारावास की सजा


उमरिया

जिले के विशेष न्यायाधीश (एनडीपीएस एक्ट) ने गांजा तस्करी के एक मामले मे दो आरोपियों को 5-5 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। प्रकरण की अभियोजन संबंधी जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी नीरज पाण्डेय ने बताया कि 29 अक्टूबर 2017 को मुखबिर से सूचना मिलने पर थाना पाली मे पदस्थ सहायक उप निरीक्षक शशि कुमार द्विवेदी ने स्टाफ के साथ दबिश देकर नेशनल हाइवे पर स्थित कमराई नदी के पुल पर मोटर साइकल क्रमांक सीजी 10बी 8104 के साथ खड़े दो युवकों से पूछताछ की। जिस पर उन्होंने अपने नाम अहमद अली एवं दीपक कोल बताया। इस दौरान तलाशी मे उनके कब्जे से थैले में रखा 8.1 किलो गांजा पाया गया।

आरोपियों की गिरफ्तारी के उपरांत उनके विरूद्ध धारा 8, 20 (बी) स्वापक औषधि एवं मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम, 1985 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही प्रारंभ की गई।सहायक उपनिरीक्षक शशि कुमार द्विवेदी द्वारा विवेचना उपरण अभियोग पत्र न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

इस मामले मे विशेष न्यायाधीश (एनडीपीएस एक्ट) अधिनियम उमरिया द्वारा अपने निर्णय मे आरोपी अहमद अली उर्फ राजा तथा दीपक कोल को स्वापक औषधि और मनः प्रभावी अधिनियम, 1985 की धारा 20 (ख) के अपराध का दोषी पाते हुए दोनों को 5-5 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10-10 हज़ार रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। इस प्रकरण मे शासन की ओर से पैरवी रचना गौतम अपर लोक अभियोजक ने की।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने निकाली गई भव्य, ऐतिहासिक, 1 हजार मीटर की विशाल तिरंगा यात्रा


अनूपपुर

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लगातार 76 वर्षों से राष्ट्रहित, समाजहित व छात्रहित में कार्य करते हुए आ रहा है आज इस क्रम में 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के पावन अवसर पर विद्यार्थी परिषद द्वारा विशाल भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, इस तिरंगा यात्रा को कलेक्टर हर्षल पंचोली ने हरी झंडी दिखाकर तिरंगा यात्रा का शुभारंभ एक्सीलेंस ग्राउंड से किया।यह तिरंगा यात्रा एक्सीलेंस ग्राउंड से प्रारंभ होकर अमरकंटक तिराहा होते हुए सरस्वती मार्ग से स्टेशन चौक व बस स्टैंड में खुला मंच के माध्यम से कार्यक्रम का समापन किया गया। खुला मंच में प्रमुख रूप से शहडोल विभाग के विभाग प्रचारक कमल व अनूपपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

विभाग प्रचारक कमल का कहना है कि इस तिरंगा यात्रा के माध्यम से हमने अनूपपुर में एक ऐतिहासिक यात्रा का संदेश दिया है साथ ही इस तिरंगे ध्वज का सम्मान सिर्फ एक दिन ना होकर  पूरे वर्ष भर सम्मान देते हुए राष्ट्र की ओर अपना समर्पण लगाना चाहिए, साथ हि आज की इस विशाल तिरंगा यात्रा में अनूपपुर नगर की समस्त छात्र शक्ति जो कि भारत का भविष्य है यह लगातार 1 हजार मीटर के तिरंगे को पड़कर चले हैं मैं इनके हौसले को नमन करता हूं। भारत युवाओं का देश है और यही छात्र देश का युवा भी है इसलिए युवा शक्ति ही राष्ट्र में परिवर्तन व राष्ट्र की दिशा व दशा तय करता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी जी का कहना है कि निश्चित ही यह अनूपपुर जिले में एक भव्य, ऐतिहासिक यात्रा अभी तक में हुई है, मैं पूरे ह्रदय से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं व छात्र-छात्राओं का अभिनंदन करता हू। अंत में नगर अध्यक्ष दुर्गेश द्विवेदी के माध्यम से कार्यक्रम का आभार व्यक्त किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अनूपपुर नगर इकाई के समस्त कार्यकर्ता बंधु भगिनी प्रणव मिश्रा, लवकुश रवतेल, अमन परिहार, सचिन, विवेक, आनंद ,शिवा, हर्षवर्धन,अजय, आदित्य, राजा, निशी यादव ,अंकित सोनी, पूनम , सौरभ,  दीपक, शिवम, हार्दिक एवं सभी विद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन नगर मंत्री अभिषेक तिवारी के द्वारा किया गया।

घर पर हुआ विवाद, शराब पीकर युवक चढ़ा हाई टेंशन टावर पर, पुलिस ने समझाकर उतारा नीचे


शहडोल

शहडोल और उमरिया जिले की सीमा पर स्थित डीडवरिया गांव में एक शराबी युवक हाई टेंशन टावर पर चढ़ गया। राहगीरों ने उसे देखकर गांव के सरपंच और पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और समय रहते युवक को समझा-बुझाकर लगभग एक घंटे में सुरक्षित नीचे उतारा।

पुलिस ने युवक का नाम उजागर नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि युवक शराब के नशे में था और घर में किसी बात पर झगड़ा होने के बाद गांव में स्थित हाई टेंशन टावर पर चढ़ गया था। वह करीब 15 फीट की ऊंचाई पर बैठा हुआ था। स्थानीय लोगों की सूचना पर कोतवाली पुलिस और अल्ट्राटेक कंपनी के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे और समझाइस देकर युवक को नीचे उतरवाया।

कोतवाली पुलिस ने बताया कि जिस स्थान पर युवक चढ़ा था, वह उमरिया जिले की सीमा में आता है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मामले की सूचना उमरिया जिले के पाली थाने को दे दी गई है। युवक को नीचे उतारने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह घर में हुए विवाद के बाद युवक घर से निकला और टावर पर चढ़ गया। वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक शराब का आदी है और आए दिन नशे में गांव के आसपास घूमता रहता है। जब वह टावर पर चढ़ा, तब उसके परिजन भी पहुंचे, लेकिन वह उनकी बात मानने को तैयार नहीं था। पुलिस की समझाइश के बाद ही वह खुद नीचे उतरा।

पटवारी सब पर भारी, प्रभारी मंत्री व पूर्व मंत्री के पत्र व निर्देश के बाद भी नही हुआ स्थानांतरण

*आखिर प्रभारी मंत्री का आदेश का कलेक्टर क्यूं कर रहे हैं अवहेलना, पटवारी को किसका संरक्षण*


अनूपपुर

जिला मुख्यालय के हल्का में बीते 6 वर्षों से पदस्थ पटवारी के स्थानान्तरण को लेकर है। जहां जिला पंचायत उपाध्यक्ष पार्वती बाल्मिक राठौर ने जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार को 30 जुलाई 2025 को एक पत्र लिखकर अनूपपुर हल्का में 6 वर्षों से पदस्थ पटवारी रूपनारायण प्रजापति को अन्यत्र स्थानान्तरण कर नये पटवारी को पदस्थ किया जाने हेतु पत्राचार किया था। प्रभारी मंत्री को लिखे पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि वर्तमान में अनूपपुर ह०प० रूपनारायण प्रजापति द्वारा किसानों का लगातार शोषण किया जा रहा है तथा बिना रुपये पैसे का कोई भी कार्य नहीं किया जाता है, तथा अत्यधिक रुपये पैसों कि मांग की जाती है, जिससे क्षेत्र में रोश व्याप्त है, मुंह मांगा पैसा न दिये जाने पर खुले आम गलत सीमांकन नक्शा तर्मीम कर तथा नामांतरण के कार्यों में प्रकरण को विवादित बना कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाता है, तथा साईबर में दर्ज प्रकरणों को भी विवादित होना प्रतिवेदन दिया जाता है और पक्षकारों को फोन के माध्यम से संपर्क कर पैसे की मांग कर पैसा प्राप्त कर आगामी कार्यवाही कराया जाता है, यदि उक्त पटवारी को तत्काल नहीं हटाया जाएगा तो क्षेत्र के किसानों व पक्षकारों को अनसन में बैठने के लिए मजबूर होना पडेगा उक्त ह०प० के द्वारा प्रदेश से चलाए जा रहे जनकल्याण योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को नहीं दिलाया जाता है, आज किसान उक्त पटवारी के कारण योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। अस्तु वर्तमान ह०प० को तत्काल हटाया जाकर नये पटवारी की पदस्थापना तत्काल कराए जाने की मांग की गई है। 

*पूर्व मंत्री ने भी प्रभारी मंत्री को लिखा था पत्र*

विदित हो कि उक्त मामले को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष पार्वती बाल्मिक राठौर के पत्र को संज्ञान लेकर अनूपपुर विधानसभा के विधायक व पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने भी जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार को 2 अगस्त 2025 को पत्र लिखकर प.ह. 26 अनूपपुर में पदस्थ पटवारी रूपनारायण प्रजापति के कई वर्षो से लगातार एक ही स्थान पर पदस्थापना को लेकर तथा अनूपपुर जिला मुख्यालय होने के कारण यहाँ के जमीनों का क्रय-विक्रय में, नक्शा तरमीम एवं डायवर्सन में लाखों रूपये रिश्वत लेकर कार्य करने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है। स्थानीय कास्तकार क्रेता-विक्रेता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि परेशान है। दलालों के साथ मिलकर पटवारी के व्यापक भ्रष्टाचार किये जाने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों में रोष एवं आक्रोश व्याप्त है। उपरोक्त कार्यों से इनका अन्यंत्र स्थानांतरण अथवा पदस्थापना कराये जाने का अनुरोध किया है।

*प्रभारी मंत्री के पत्र का नहीं हुआ अब तक कोई असर*

विदित हो कि जिले के जनप्रतिनिधियों के पत्राचार के बाद जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार ने जिला कलेक्टर अनूपपुर हर्षल पंचोली को 2 अगस्त 2025 को पत्र लिखकर यह निर्देशित किए हैं कि विधायक (पूर्व मंत्री) अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह,जिला अनूपपुर से प्राप्त पत्र मूलतः संलग्न प्रेषित है। पत्र में रूपनारायण प्रजापति, पटवारी, प.ह. 26 अनूपपुर को अन्यत्र पदस्थ किए जाने हेतु अनुरोध किया गया है। अतः पटवारी रूपनारायण प्रजापति को अन्यत्र उपरोक्तानुसार अन्यत्र पदस्थ करें।

*पटवारी को मिल रहा है संरक्षण*

उक्त मामले में जो बात अभी तक निकल कर आई है कि लंबे समय से पदस्थापना के बाद अधिकारियों का कर्मचारियों से मोह हो जाता है, चूंकि यही कर्मचारी जमीन संबंधित समस्त रिकॉर्डों की जानकारी रखते है। ऐसे में लंबे समय तक एक ही स्थान में पदस्थापना होने के बाद जब भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है और पीड़ित जनता अपनी शिकायतें जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाती है। और जनप्रतिनिधि प्रशासन से ऐसे कर्मचारियों के पदस्थापना की बात रखते है और जब निचले स्तर से कोई सुनवाई नहीं होती तो मजबूरन प्रभारी मंत्री से गुहार लगानी पड़ती है। अब जब प्रभारी मंत्री जनप्रतिनिधियों के पत्राचार के बाद कलेक्टर को निर्देशित कर चुके हैं, उसके 10 दिन बीतने के बाद भी अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं होने पर पीड़ित जनता और जनप्रतिनिधि अब किससे उम्मीद करें। बहरहाल विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटवारी रूपनारायण प्रजापति पर एसएलआर सहित कई अधिकारी मेहरबान है जिनकी कृपादृष्टि के कारण प्रभारी मंत्री के पत्र का भी कोई असर नहीं हो रहा है। देखना यह होगा कि प्रभारी मंत्री के पत्र पर कलेक्टर हर्षल पंचोली कितना संज्ञान लेते है। क्या पटवारी की पदस्थापना अनूपपुर हल्के से अन्यत्र कही और होगी या प्रभारी मंत्री का पत्र कूड़ेदान में नजर आएगा।

स्वीकृत सड़क, बोल्डर डालकर रास्ते को नही छोड़ा चलेने लायक, सरपंच, सचिव की कलेक्टर से हुई शिकायत


अनूपपुर

जिले के ग्राम पंचायत बसही (भर्राटोला) पुष्पराजगढ़ के वॉर्ड क्र. 08 में स्थित ग्रामीण सड़क पूरी तरह चलने लायक नही थी, वह सड़क रामप्रकाश के घर से धीरशाह के घर तक पंचायत द्वारा स्वीकृत किया किया गया, मगर कई माह बीत जाने के बाद भी सड़क नही बनाई गई, सड़क पर बड़े बड़े बोल्डर को डाल दिया गया है जिसके कारण बुजुर्ग व बच्चे गिरकर घायल हो रहे है, सचिव व सरपंच स्वीकृत सड़क नही बना रहे हैं, जिस कारण से नाराज दर्जनों ग्रामीण व पंच सड़क बनवाने के लिए कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर पहुँचकर कलेक्टर से शिकायत करके सड़क बनवाने की गुहार लगाई हैं।

शिकायत पत्र में पुष्पा बाई पति कैलाश प्रसाद ग्राम पंचायत बसही जनपद पुष्पराजगढ़ में वार्ड क्र. 08 की सदस्य ने बताया कि ग्राम पंचायत में सड़क का प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद भी कई माह गुजर जाने के बाद भी सरपंच व सचिव द्वारा नही बनाया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को बहुत परेशानी हो रही है, बरसात होने से सड़क पर कीचड़ होने से परेशानी होती थी मगर किसी कदर ग्रामीण अपना काम चला ही ले रहे थे, सड़क जो थोड़ा बहुत चलने लायक था मगर उस पर बड़े बड़े बोल्डर डालकर चलने लायक ही नही छोड़ा और लोगो की जान और खतरे में डाल दिया है। सड़क स्वीकृत होने के बाद क्यू नही बनाया जा रहा है यह ग्रामीणों को समझ नही आ रहा है, सरपंच, सचिव की इस लापरवाही पूर्ण बर्ताव से कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है। 

ग्रामीणों ने कहा है की अगर ग्राम पंचायत वार्ड क्र. 08 की सड़क जल्द नही बनी तो ग्रामीण ग्राम पंचायत का घेराव, धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी पंचायत की होगी।

महिला से बैग लूटकर भागा बदमाश, घटना में ऑटो चालक भी शामिल, मायके से जा रही थी ससुराल


शहडोल

संभाग मुख्यालय में इन दिनों अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। खास कर कोतवाली एरिया में लगातार बेखौफ चोरों ने हद कर दी। अब तो दिनदहाड़े भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र से महिला के हाथ से बैग छीन बदमाश भाग गए। महिला मदद मांगती रही, लेकिन बदमाश मौके से फरार हो गए। घटना उस समय घटी जब महिला अपने माइके से घर जयसिंह नगर जाने आटो से बस स्टैंड उतारी थी। घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

राखी बांधने जयसिंहनगर की रहने वाली महिला मालती कहार (55) शहडोल के नरसरहा के पास स्थित अपने माइके आई थी, त्योहार के बाद महिला को अपने घर जयसिंह नगर जाना था, जिसके लिए उसके भाई ने महिला को ऑटो में बैठा कर बस स्टैंड रवाना किया। मालती ने बताया कि वह जिस ऑटो में बैठ कर बस स्टैंड शहडोल पहुंची उसमें एक युवक भी महिला के साथ बैठा हुआ था। ऑटो चालक ने बस स्टैंड में महिला को उतारा और पैसे मांगे,तभी ऑटो में बैठा युवक ने महिला के हाथ से उसके पर्स को छुड़ा कर पैदल मौके से भाग गया।

महिला ने आगे बताया कि घटना के बाद ऑटो चालक पर्स लेकर भाग रहे बदमाश के पीछे ऑटो लेकर दौड़ा, लेकिन ऑटो चालक भी उसमें शामिल था। कुछ दूर जाकर ऑटो में दोबारा युवक बैठा और दोनों मौके से भाग गए। पास में स्थित एक दुकान जाकर महिला ने घटना की जानकारी दुकानदारो की दी। इसके बाद मालती के परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को घटना की सूचना दी गई है। पुलिस ने मामले में झपटमारी का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार महिला के बैग में नगद चार हजार रुपए एवं चांदी के कुछ जेवर थे, जिसे बदमाश लेकर भाग गए हैं।

सोन नदी में नहाने गया युवक गहरे पानी मे डूबा, एनडीआरएफ ने कड़ी मशक्कत के बाद निकाला शव


शहडोल

सोन नदी के निगाई घाट पर मंगलवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। नहाने गए चार दोस्तों में से एक युवक की तेज धारा में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान सुभाष यादव निवासी जयसिंहनगर के रूप में हुई है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुभाष यादव अपने तीन दोस्तों के साथ सोन नदी में नहाने आया था। इस दौरान वह नदी के बीच में गहरे पानी और तेज बहाव में फंस गया। दोस्तों ने शोर मचाकर आसपास मौजूद लोगों को सूचना दी। देखते ही देखते घटनास्थल पर भीड़ जुट गई और पुलिस को खबर दे दी गई।

सूचना मिलते ही जयसिंहनगर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और बिना समय गंवाए बचाव अभियान शुरू कराया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने गोताखोरी उपकरणों और सुरक्षा साधनों के साथ नदी में उतरकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। तेज धारा और गहराई के कारण अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन पुलिस और एनडीआरएफ जवानों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद सुभाष का शव नदी से बाहर निकाला। शव बरामदगी के बाद पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

ट्रेन में महिला का मंगलसूत्र चोरी, 1 महिला गिरफ्तार, चोरी का सामान जप्त


अनूपपुर

गाड़ी संख्या 18234 में एक महिला यात्री का मंगलसूत्र चोरी के संबंध में एक आरोपी चोर महिला को पकड़ कर जीआरपी अनूपपुर को सुपुर्द करने के संबंध में घटना अनूपपुर रेलवे स्टेशन में गाड़ी संख्या 18234 में एक महिला यात्री का मंगलसूत्र चोरी के घटना में जीआरपी अनूपपुर द्वारा अज्ञात के विरुद्ध अपराध क्रमांक 039/25 U/S-305(C) BNS दर्ज कर जांच में रखा गया था टास्क टीम-02 के एसआई अर्जुन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, आरक्षक- विकास कुमार एवं आरक्षक- सतपाल सिंह के द्वारा एक महिला को अनूपपुर रेलवे स्टेशन के बाहर संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए देखा गया, शंका के आधार पर बैग को चेक करने पर उसमें एक मंगलसूत्र मिला, नाम व पता पूछने पर लक्ष्मी बंसल पति चंदू बंसल उम्र लगभग 55 वर्ष,निवासी वार्ड नंबर 01अटल निवास केराडोल,थाना पोड़ी, जिला एम. सी. बी (छ. ग.) बताई उसने बताया कि अनूपपुर स्टेशन में गाड़ी क्रमांक 12834 में एक मंगलसूत्र चोरी किया था, अपराध स्वीकार किये जाने पर पकड़ कर अग्रिम कार्यवाही हेतु जीआरपी अनूपपुर को जांच हेतु सुपुर्द किया गया,  जप्त हार की अनुमानित कीमत एक लाख है।

कोयला खदान में कबाड़ चोरी करते 2 चोर गिरफ्तार, बाइक जप्त, पुलिस ने जुआं फड़ में छापा


अनूपपुर

जिले के एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7/8 खदान परिसर में चोरी की एक बड़ी वारदात को सुरक्षा बलों की सतर्कता ने विफल कर दिया सुरक्षा प्रभारी दिनेश दुबे द्वारा थाना भालूमाड़ा को दी गई शिकायत के अनुसार, जब दो चोर खदान परिसर की दीवार फांदकर अंदर घुसे और स्टोर में रखे कबाड़ को चोरी करने की कोशिश करने लगे।

घटना के समय परिसर में रात्रिकालीन सुरक्षा ड्यूटी पर आर. 1410 आयुष कुमार, आर. 1236 ईश्वर कर्वेती और आर. 1597 नरेंद्र खदेड़ा तैनात थे,  करीब आर. नरेंद्र खदेड़ा ने सुरक्षा प्रभारी को फोन पर सूचना दी कि खदान परिसर में चोर घुस आए हैं। सूचना मिलते ही सुरक्षा प्रभारी मौके पर पहुंचे, जहां आर. ईश्वर कर्वेती और नरेंद्र खदेड़ा ने घेराबंदी कर दोनों चोरों को पकड़ रखा था। पूछताछ में आरोपियों की पहचान मोहम्मद तौफीक पिता मोहम्मद रफीक, निवासी वार्ड क्रमांक 13 गेट दफाई भालूमाड़ा, और राहुल केवट उर्फ चिंटू पिता स्व. राम प्यारे केवट, निवासी वार्ड क्रमांक 12 डबल स्टोरी भालूमाड़ा के रूप में हुई दोनों चोरी की नीयत से स्टोर में घुसे थे और कबाड़ निकालने का प्रयास कर रहे थे। मौके से एक अपाची मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 16 CH 5711) भी बरामद की गई, जिसे पुलिस ने जब्त कर थाना परिसर में रखवा दिया है सुरक्षा प्रभारी ने पूरी घटना की लिखित रिपोर्ट थाना प्रभारी को सौंपी, जिसके आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 332 और 331(4) के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। स्थानीय सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से खदान परिसर में होने वाली संभावित चोरी को समय रहते रोका गया अब यह देखना होगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रबंधन और सुरक्षा तंत्र क्या कदम उठाते हैं बताया गया की सुरक्षा गार्ड द्वारा दो हवाई फायर भी किया गया था।

*जुआं फड़ में पुलिस का छापा*

जिले के थाना भालूमाड़ा की टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर खलील मस्जिद के पास ग्राउण्ड में जुआडियों द्वारा तास के पत्ते में रुपयों का दांव लगाकर जुआ खेल रहे थे, जिन्हे पुलिस द्वारा दबिस देकर रेड कार्यवाही किया सभी जुआडियान पुलिस को देख कर अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल झाडी तरफ भाग गये, घटना स्थल पर तास के 52 पत्ते नगदी 1 हजार रुपये एवं चार नग मोटर सायकल जप्त किया गया है आरोपीगणों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 354/2025 धारा 13 जुआ एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।


दो बाईकों की हुई टक्कर, 2 की मौत, 4 घायल


उमरिया

जिले के इंदवार थाना क्षेत्र की अमरपुर चौकी अंतर्गत हुए भयंकर सडक़ हादसे मे दो युवकों की मौत हो गई। मृतकों के नाम वीरदास पिता रतिराम कोल 25 निवासी ग्राम बसेहा तथा अनिल पिता बुन्ने कोल 28 निवासी गुन्नौर थाना विजयराघौगढ़ जिला कटनी बताया गया है। पुलिस के अनुसार अमरपुर-बरही रोड पर दो मोटरसाईकिलों मे जोरदार टक्कर हो गई। जिसमे वीरदास और अनिल की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस घटना मे करीब 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हे अमरपुर स्वास्थ्य केन्द्र मे प्राथमिक उपचार के बाद कटनी जिले के बरही अस्पताल ले जाया गया है।

रेत माफिया ने तहसीलदार से की गाली-गलौच, झूमा झटकी, तालाब में खाली कराई रेत

*पुलिस ने ट्रैक्टर ट्राली किया जप्त*


शहडोल

जिले के ब्यौहारी के साखी गांव में तहसीलदार के साथ रेत माफिया ने गाली गलौज कर अभद्रता की,और रेत से भरा ट्रैक्टर तालाब में उतार कर माफिया ने तहसीलदार के सामने ही ट्राली से तालाब में रेत गिरा दी,घटना के बाद तहसीलदार ने मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी के साथ पुलिस को दी,मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर ट्रॉली को जप्त कर थाने में खड़ा करवारकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।

ब्यौहारी तहसीलदार शनि द्विवेदी ने बताया कि वह साखी गांव में एक जमीनी विवाद के मामले में जा रहे थे, जहां उन्हें सीमांकन की प्रक्रिया करवानी थी, तभी रास्ते में राजस्व की भूमि से एक ट्रैक्टर में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा था। तहसीलदार के वाहन चालक ने ट्रैक्टर से साइड लेने के लिए हूटर बजाय तो रेत का ट्रैक्टर चला रहे चालक ने फोन कर अपने वाहन मालिक आशीष तिवारी को इसकी जानकारी दी, आशीष तिवारी गांव का ही रहने वाला है। तहसीलदार के वाहन को साइट देते हुए ट्रैक्टर चालक वाहन को खड़ा कर मौके से भाग गया। जब तक ट्रैक्टर मालिक आशीष तिवारी मौके पर पहुंच गया। ट्रैक्टर मालिक को लगा कि तहसीलदार उसके वाहन को जप्त करने पहुंचे हैं।

तभी रेत माफिया ने तहसीलदार शनि द्विवेदी से झगड़ा शुरू कर अपने भतीजे को बुला कर तहसीलदार से गाली गलौज करने लगा,और ट्रैक्टर में लोड रेत को लेकर आरोपी का भतीजा पास में स्थित तालाब में वाहन को उतार कर लोड रेत को तालब के पानी में गिरा दिया। तब तहसीलदार ने बताया कि वह सीमांकन के मामले में यहां पहुंचे थे,तुम्हारे वाहन को जप्त करने नहीं आए हैं । तब आरोपियों ने तहसीलदार से झगड़ते हुए कहने लगे कि तुम्हें अधिकार नहीं है, तुम मेरे वाहन को जप्त करो,इस बीच तहसीलदार शनि द्विवेदी के साथ माफिया ने गाली गलौज कर झूमा झपटी की है।मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर और ट्राली को पुलिस ने आरोपी के घर से जप्त किया है। रेत तो आरोपी ने पहले ही तालाब के पानी में गिरा दी थी, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

तहसीलदार शनि द्विवेदी ने कहा रेत माफिया ने विवाद करते हुए मुझसे झूमा झपटी की और पास में स्थित तालाब में रेत खाली कर ट्रैक्टर ट्राली को माफिया अपने घर ले गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने माफिया के घर से ट्रैक्टर ट्राली को जप्त कर कार्यवाही शुरू की है।घटना के बाद माफिया अब उलटा तहसीलदार पर मारपीट का आरोप लगा रहा है।

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