जनता के बीच जनाधार नही, पार्टी में बगावत और उमंग सिंघार बन गए मुख्यमंत्री


अनूपपुर

कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा एवं “वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान के तहत उमंग सिंघार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अनूपपुर पहुँचे। अनूपपुर कांग्रेस पार्टी ने उनके स्वागत में पूरी तरह अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की मगर पार्टी में बगावत के कारण भीड़ न होने के कारण कार्यक्रम बिल्कुल फीका साबित हुआ। उसी कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान ने बढ़ चढ़कर भाषण बाजी की, भाषण के दौरान उमंग सिंघार को अभी से अगला मुख्यमंत्री घोषित करके ऐलान कर दिया कि जब वो अनूपपुर में मुख्यमंत्री बनने के बाद आएंगे तो आप लोगो के लिए पूरा दिन का समय देगे, जबकि अभी विधानसभा चुनाव को 3 वर्ष से ज्यादा समय बाकी है, उस समय कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा यह खुद कांग्रेस पार्टी में बैठे भोपाल और दिल्ली में बैठे बड़े नेताओं को नही है, मगर गुड्डू चौहान खुद ज्योतिषी बनकर मुख्यमंत्री अभी से बना दिए। यह उमंग सिंघार के प्रति प्रेम व समर्पण था या बड़बोलापन। जिले में कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा एवं “वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान में प्रदेश स्तर के नेता व विधानसभा के प्रतिपक्ष के आने पर पूरे जिले के चारो ब्लॉक से 1 हजार अपने कार्यकर्ताओं को जोड़ नही पाई, कार्यक्रम पूरी तरह फ़ेल हो गया, वह जनाधार की बात करती हैं। इसी बड़बोलेपन से ऐसे नेता कांग्रेस पार्टी की लुटिया जरूर डुबा देंगे। जिस कांग्रेस को सत्ता मिलने के बाद नेताओ के क्रियाकलापों के कारण कुछ ही महीनों में वापस वनवास के लिए जाना पड़ा उस की मुख्यमंत्री बनाने की बात करते हैं। कांग्रेस के द्वारा जिला मुख्यालय में जब कभी धरना प्रदर्शन या पुतला दहन का कार्यक्रम म किया जाता है तो गिनती के कार्यकर्ता नजर आते हैं। अभी अभी गुड्डू चौहान नए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बनकर आए, उतना ही पैर पसारे जितनी उनके पास चादर हैं। पहले पार्टी को मजबूत करे, अच्छे कार्यकर्ता बनाए, जनता के बीच जाकर जनाधार निर्मित करे, फिर बड़ी-बड़ी बातें करे। जिलाधक्षी संभाल नही पा रहे, पार्टी के अंदर बगावत को ठीक कर नही पा रहे हैं और भोपाल की गद्दी की बात कर रहे है।

प्रदेश अध्यक्ष जमकर गरजे रेत माफिया पर, ट्रक रोका, जांची रॉयल्टी पर्ची, नही मिला समय व तारीख

*अस्पताल में गंदगी देख भड़के*


शहडोल

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का शहडोल दौरा मंगलवार को कई मायनों में सुर्खियों में रहा। रीवा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होकर लौटते समय उन्होंने अचानक शहडोल जिले के अंतिम छोर देवलौंद थाना क्षेत्र में रेत से भरी गाड़ियों को रोक लिया। इस दौरान पटवारी खुद हाईवा में चढ़े और रेत की टीपी एवं रॉयल्टी की जांच की।

जांच के दौरान उन्होंने पाया कि रॉयल्टी स्लिप में न तो दिनांक अंकित थी और न ही समय का उल्लेख किया गया था। इससे नाराज होकर उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर वैध और अवैध रेत का निर्धारण कैसे हो रहा है। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में इस समय रेत माफिया, शराब माफिया सहित अन्य माफिया हावी हैं और सरकार पूरी तरह माफियाओं के सुपुर्द हो चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस मुद्दे पर बात करने की बात भी कही।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मौके पर मौजूद अधिकारियों और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। उनका कहना था कि शहडोल और आसपास के इलाकों में धड़ल्ले से रेत के ट्रक दौड़ रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। पटवारी के अचानक निरीक्षण से रेत कारोबारियों और माफियाओं में हड़कंप मच गया।

रेत गाड़ियों की जांच के बाद पटवारी ने देवलौंद अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया। यहां अव्यवस्था और लापरवाही देख वे भड़क गए। अस्पताल परिसर में गंदगी और स्वास्थ्य सेवाओं में भारी कमी पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने स्टाफ को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में लोगों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है।

जीतू पटवारी ने साफ कहा कि कांग्रेस लगातार जनता की आवाज उठाती रहेगी और प्रदेश की जनता को माफियाओं और अव्यवस्था के खिलाफ लड़ाई में अकेला नहीं छोड़ेगी। उनके इस औचक दौरे ने एक ओर जहां रेत कारोबार में धांधली को उजागर किया, वहीं अस्पताल की खामियों पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

टेंपो वाहन अनियंत्रित होकर पलटा, 109 वाहन चालकों पर कार्यवाही, 50 हजार का जुर्माना


शहडोल

जिला मुख्यालय सिंहपुर रोड पर स्थित पोडा नाला के समीप बीती रात एक टेंपो वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे चालक को मामूली चोट आई। इस घटना को देख ड्यूटी से वापस लौट रहे दो पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर चालक को सुरक्षित बाहर निकाला। यह घटना उस समय हुई जब प्रधान आरक्षक मनीष सिंह और आलोक सिंह अपने कार्यस्थल से लौट रहे थे।

पुलिसकर्मियों ने बताया कि वह वापस शहडोल लौट रहे थे।तभी अचानक एक ऑटो सामने ही पलट गया।जब हमने ऑटो देखा तो चालक फंसा हुआ था। हमने बिना समय गवाएं तुरंत उसे बाहर निकालने का फैसला किया, मनीष सिंह ने कहा। आलोक सिंह ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया और बताया, हमारी प्राथमिकता थी कि चालक को कोई गंभीर चोट न आए। हमने उसे सुरक्षित बाहर निकालने के बाद वाहन को सीधा करने में भी मदद की।

109 वाहन चालकों पर कार्यवाही, 50 हजार का जुर्माना

अनूपपुर जिले में सड़क हादसों पर नियंत्रण और लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के निर्देश पर यातायात पुलिस द्वारा जिलेभर में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान नियमों की अनदेखी करने वाले 109 वाहन चालकों पर कार्यवाही की गई और 50 हजार का चालान किया गया। अनूपपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकना हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की जिम्मेदारी है। नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्यवाही जारी रहेगी। वाहन चालकों से अपील है कि सड़क पर सावधानी और अनुशासन बरतें। यातायात नियमों का पालन करें, जीवन सुरक्षित बनाएं।

महामाया होटल संचालक पर मामला हुआ दर्ज, पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

कोतवाली अनूपपुर पुलिस व्दारा अनूपपुर की महामाया होटल संचालक बृजेश जयसवाल पर  एफ.आई.आर. दर्ज कर कार्यवाही की गई है।पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को शिकायत प्राप्त हुई कि अनूपपुर नगर की कुछ होटलों में रूकने वाले बाहरी व्यक्तियों की जानकारी विधिवत पुलिस थाना में नहीं दी जाती है एवं कुछ होटलों में आविवाहित जोडे कुछ घण्टों के लिये संदिग्ध रूप में होटल में रूकने की सुविधा दी जाती है जिसकी संबंधित थानों में सूचना भी नहीं दी जाती है। टी. आई. कोतवाली अरविन्द जैन के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक   कमलेश सिंह चौहान, आरक्षक संजय सिंह, महिला आरक्षक अंकिता सोनी व्दारा पोस्ट आफिस रोड अनूपपुर स्थित महामाया होटल में चेकिंग की गई जो होटल के रजिस्टर निरीक्षण पर पाया गया कि दिनांक 16 सितंबर 2025 को रूम नंबर 101 तथा 102 में एक व्यक्ति जिला छिन्दवाडा एवं एक व्यक्ति जिला अनूपपुर का ठहरे होना उल्लेख है, इसी प्रकार दिनांक 15 सितंबर 2025 को होटल में पांच लोग ठहरे थे, जिसमें विकाश सिंह निवासी जिला कटनी का भी था, दिनांक 14 सितम्बर 2025 को दो लोग ठहरे थे जिसमें हर्षित बपोरा राज्य हरियाणा का था तथा दिनांक 13 सितंबर 2025 को तीन लोग ठहरे थे, जिसमें दुर्गश जिला शहडोल का होना रजिस्टर में अंकित है, रजिस्टर में दिनांक 13 फरवरी 2025 से 16 सितंबर 2025 तक के लोगों के ठहरने का उल्लेख है, किन्तु होटल के संचालक व्दारा थाना में उनके ठहरने की कोई सूचना थाना कोतवाली अनूपपुर में नहीं दिया गया है, जबकि कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकरी अनूपपुर के द्वारा जारी आदेश दिनांक 10 मई 2025 में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि होटल एवं धर्मशाला संचालक को बाहरी व्यक्तियों के आवागमन की सूचना समीपवर्ती थाना को देना अनिवार्य होगा एवं उसके वैध पहचान की तस्दीक करने के उपरांत ही ठहरने हेतु स्थान उपलब्ध करायेगें। महामाया होटल के संचालक बृजेश जयसवाल पिता महेश प्रसाद जयसवाल उम्र 50 वर्ष निवासी वार्डनं. 08 अनुपपुर के व्दारा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकरी अनूपपुर के उक्त आंदेश की अवहेलना करना पाये जाने से थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्र. 455/2025 धारा 223 बीएनएस पंजीबद्ध किया जाकर गिरफ्तार किया गया है।

ढाबा में चल रहे जुआं फड़ में पुलिस का छापा, 8 जुआड़ी गिरफ्तार, 67 हजार, कार व मोबाइल जप्त


अनूपपुर

जानकारी प्राप्त हुई की शहडोल हाइवे रोड के किनारे देहली दरबार फैमली ढाबा में कुछ जुआरी ताश के पत्तों से रूपया पैसे की हारजीत की बाजी लगाकर जुआ खेल रहे है। टी. आई. कोतवाली अरविन्द जैन एवं यातायात प्रभारी विनोद दुबे के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस टीम का गठन कर देर रात उक्त ढाबा में पुलिस रेड कराई गई।

हाईवे किनारे बने देहली दरबार फेमली ढाबा में घेराबंदी कर रेड कार्यवाही की गई तो 08 जुआडी राजेश चौहान पिता रंजीत चौहान उम्र 26 वर्ष निवासी वार्ड न. 15 अमरकंटक तिराहा के पास अनूपपुर, दीपक कोरी पिता दशरथ कोरी उम्र 25 वर्ष निवासी जमुनिहा टोला वार्ड न.11 थाना कोतवाली जिला अनूपपुर, अरबाज खान पिता अब्दुल रहमान उम्र 18 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती वार्ड न. 15 थाना कोतवाली अनूपपुर, जितेन्द्र गुप्ता पिता अशोक गुप्ता उम्र 34 वर्ष निवासी बस्ती रोड वार्ड न. 10 इंदिरा चौक के आगे बस्ती रोड थाना कोतवाली अनूपपुर, अमित सिंह पिता प्रकाश सिंह उम्र 31 वर्ष निवासी बिहारी कालानी वार्ड न. 09 थाना कोतवाली अनूपपुर, संतोष कुमार राठौर पिता बेसाडू लाल राठौर उम्र 37 वर्ष निवासी वार्ड न. 09 पीडब्ल्यूडी के पीछे अनूपपुर थाना कोतवाली अनूपपुर, राधे पटेल पिता श्रवण पटेल उम्र 38 वर्ष निवासी मेडियारास थाना चचाई अनुपपुर, राजेश पटेल पिता राकेश पटेल उम्र 35 वर्ष निवासी वार्ड न. 09 पुरानी बस्ती कोर्ट के पीछे थाना कोतवाली अनूपपुर ताश के पत्तों से हार जीत का दाव लगाकर जुआ खेलते पाये गये जिनसे मोके पर कुल नगदी 67805 रूपये स्विफ्ट कार एवं मारूति वैन एवं मोबाईल फोन जप्त किये गये।

पुलिस द्वारा रंगे हांथों पकडे गये जुआडियों को थाना कोतवाली अनुपपुर लाया जाकर अपराध क्र. 456/2025 धारा 13 जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हाईवे किनारे ढाबा में चल रहे जुआ फड को रेड कर कार्यवाही करने में टी.आई. कोतवाली अरविन्द जैन व पुलिस टीम के द्वारा घेराबन्दी कर कार्यवाही की गई।

छंटाक भर लोगो से कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा व वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान, जमकर हुई गुटबाजी 

*कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू फेल होकर चारो खाने हुए चित्त, इसी गुटबाजी व जनाधार से जीतेंगे 2028 का चुनाव*


अनूपपुर

कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा एवं “वोट चोर गद्दी छोड़ो” अभियान के तहत उमंग सिंघार के अनूपपुर जिला प्रवास के दौरान कार्यक्रम में भीड़ बिल्कुल भी दिखाई नही दी, मध्यप्रदेश के कांग्रेस के बड़े नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष है, उनके आने पर 5 हजार लोगों की भीड़ कुछ भी नही थी, मगर पूरे जिले से केवल कुल 500 लोगो की भीड़ जुट पाई, जिससे यह कयास लगाए जा सकते है कि कांग्रेस का पार्टी के अंदर सदस्य व पदाधिकारियों में ही पकड़ नही है तो आम जनता के बीच कांग्रेस का कितना जनाधार दिखेगा। ऐसे ही रहा तो वर्ष 2028 में होने वाले विधानसभा चुनाव कैसे जीत पाएगी। टुटपुँजिया नेताओ के दम पर कांग्रेस 2028 के चुनाव में उतरेगी। अभी कांगेस ने जिले को नया जिलाध्यक्ष दिया है उनके नेतृत्व में यह पहली बड़ी सभा थी, इसी में जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान पूरी तरह फेल होकर चारो खाने चित्त नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में चारो तरफ गुटबाजी दिख रही है। कांग्रेस के नेता कई खेमो में बट गए हैं। ऐसे में कांग्रेस की नैया अब भगवान ही पार लगा सकती है। पुतला दहन करके पार्टी में जान व जनता का जनाधार नही बढ़ाया जा सकता हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह गुटबाजी नए जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह चौहान को किस तालाब में डुबोती है, आने वाला कल ही बताएगा।

जिला कांग्रेस में गुटबाजी एक बार फिर सड़क पर खुलकर सामने आ गई। हाल ही में अनूपपुर प्रवास पर आए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के कार्यक्रम के दौरान यह फूट साफ दिखाई दी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुड्डू चौहान द्वारा बिना समन्वय समिति की बैठक के मात्र विधायक पुष्पराजगढ़ फुन्देलाल सिंह से चर्चा कर कार्यक्रम की रुपरेखा तय कर ली गई, जिससे कांग्रेस संगठन की किरकिरी हुई। इसी बीच जिला मुख्यालय में पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश सिंह, पूर्व विधायक सुनील सराफ और वरिष्ठ नेता गुटबाजी कर कार्यक्रम से बगावत करते नजर आए, इनके नेतृत्व में अलग से स्वागत किया गया। वहीं कार्यकर्ताओं का मानना है कि सत्ता से बाहर होते ही कांग्रेस में “बड़ा नेता” बनने की होड़ ने संगठन को कमजोर किया है, जिसका परिणाम रहा कि कांग्रेस अपनी जीती हुई सीटें भी गंवा बैठी।

*नर्मदा महोत्सव से शुरू हुआ पतन*

जिले में कांग्रेस का पतन वर्ष 2020-21 में अमरकंटक में आयोजित नर्मदा महोत्सव से शुरू हुआ था। मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में आदिवासी नेता व विधायक बिसाहूलाल सिंह की उपेक्षा कर उन्हें अपमान का सामना करना पड़ा। अपमान से आहत बिसाहूलाल सिंह ने पार्टी से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया और कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। इसके बावजूद, संगठन ने पार्टी तोड़ने वाले विधायक को जिला अध्यक्ष बना दिया, जिसने स्थिति को और बिगाड़ दिया।पुष्पराजगढ़ विधायक के जिलाध्यक्ष रहते हुए संगठन पूरी तरह कमजोर हुआ। उन्होंने जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी छोड़ केवल विधायक के दायित्वों तक खुद को सीमित रखा, जिससे कार्यकर्ता निराश और मायूस होते चले गए और कांग्रेस का जनाधार घटता गया। इसका सीधा लाभ भाजपा को मिला।

गुटबाजी की जड़ें गहरी

जिला कांग्रेस में दशकों से चली आ रही गुटबाजी खत्म करने के लिए प्रदेश नेतृत्व ने प्रशासनिक सेवाओं से राजनीति में आए रमेश सिंह को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को मात देते हुए अध्यक्ष पद कांग्रेस को दिलाया, परंतु संगठन के अन्य नेताओं का सहयोग उन्हें भी नहीं मिला। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कई नेताओं को निष्कासित किया गया, लेकिन बाद में उन्हीं नेताओं को दोबारा प्रमुख जिम्मेदारियां सौंप दी गईं।

आज स्थिति यह है कि एक ओर जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान और विधायक फुंदेलाल सिंह का गुट सक्रिय है, तो दूसरी ओर पूर्व अध्यक्ष रमेश सिंह और पूर्व विधायक सुनील सराफ का गुट अपना असर बनाए हुए है। लगातार जारी इस गुटबाजी ने संगठन को जमीनी स्तर पर कमजोर कर दिया है।अब देखना यह होगा कि आपसी मतभेद और शक्ति प्रदर्शन में उलझी कांग्रेस जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर पाती है या फिर चारदीवारी तक सिमटकर रह जाएगी।

न्यूड पार्टी के आयोजन मामले में सीए स्टूडेंट गिरफ्तार


अनूपपुर

छत्तीसगढ़ पुलिस ने रायपुर में न्यूड पार्टी के आयोजन मामले में अनूपपुर जिले के बिजुरी के रहने वाले सीए स्टूडेंट आदर्श अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी रायपुर में रहकर सीए की पढ़ाई कर रहा था। अनूपपुर एसपी मोती उर्र रहमान ने बताया आरोपी ने sinful_writer1 नाम से इंस्टाग्राम पेज बनाया था।

इस पेज के जरिए वह न्यूड पार्टी का प्रमोशन करता था। आरोपी युवाओं को लुभाने के लिए इसे हाई-प्रोफाइल और एक्सक्लूसिव पार्टी बताता था। पार्टी में एंट्री के लिए 40 हजार रुपए की फीस रखी गई थी। वह रायपुर और आसपास के युवाओं से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क करता था। मामले में 7 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।

फीस न जमा करने पर भाई-बहन को किया परीक्षा से बाहर, 20 हजार का फरार इनामी आरोपी गिरफ्तार


उमरिया

जिले के मानपुर ग्राम रक्सा में कक्षा तीसरी और पांचवीं में पढ़ने वाले दो भाई-बहन छात्रों को फीस न जमा करने के कारण परीक्षा से बाहर करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित छात्र अंश वर्मा और उनकी बहन सरस्वती, सरस्वती शिशु मंदिर रक्सा मानपुर में अध्ययनरत हैं। उक्त शिकायत बच्चों और उनके पिता ने कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान दर्ज कराई। सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह ओहरिया ने बताया कि मामले की जांच के आदेश ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीआरसी) को दिए गये हैं।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि किसी भी छात्र या छात्रा को फीस न भरने के कारण परीक्षा, अंकसूची, टीसी या शिक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा। ऐसे में इस प्रकरण ने निजी विद्यालयों की मनमानी पर सवाल खड़ा कर दिया है। इसके अलावा जिले में निजी विद्यालयों की मनमानी रोकने के लिए कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने जिला स्तर पर मॉनिटरिंग सेल का गठन किया था। बावजूद इसके, सुदूर अंचल के दो छात्रों को परीक्षा हाल में शिक्षा के लिए संघर्ष करते देखा गया। प्रशासन की जांच से अब इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद है।

*6 वर्ष से फरार 20 हजार का इनामी आरोपी गिरफ्तार*

उमरिया जिले की चंदिया पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साल 2019 मे घटित बहुचर्चित खैरभार कांड मे छह वर्षों से फरार चल रहे 20 हजार रुपए के इनामी आरोपी राघवेंद्र सिंह उर्फ रग्घू पिता छविनाथ सिंह 46, निवासी ग्राम रायपुर बनोदा थाना कोतवाली उमरिया को चंदिया पुलिस गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि रेत निकालने को लेकर हुए इस विवाद के दौरान मारपीट एवं गोलीकांड में सतेन्द्र उपाध्याय की मौत हो गई थी, जबकि आलोक सिंह और वीरेन्द्र सिंह सेंगर गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 201, 216, 294, 427, 307, 302, 34 ताहि एवं 25, 24 आर्म्स एक्ट के तहत 15 आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले में 15 मे से 12 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शेष तीन आरोपी फरार चल रहे थे। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को अब एक बड़ी सफलता मिली है। फरार आरोपी  ने गिरफ्तार किया। 

खाद की कालाबाजारी और अवैध परिवहन पर फर्मासिस्ट और गोदाम प्रभारी को कलेक्टर ने किया निलंबित

*अमरपाटन तहसील, रामनगर ब्लॉक,  मैहर के किसानों को ऋण पुस्तिका के आधार पर यूरिया बेच दी*


शहडोल

जिले में खाद की कालाबाजारी और अवैध परिवहन को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए दो जिम्मेदार कर्मचारियों पर गाज गिरा दी है। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. केदार सिंह ने खाद की कालाबाजारी के मामले में तत्काल प्रभाव से फर्मासिस्ट वरुण सिंह और विपणन संघ गोदाम प्रभारी केशरी प्रसाद पटेल को निलंबित कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक, 15 सितंबर 2025 को दूरभाष पर सूचना मिली कि एक पिकअप वाहन में अवैध रूप से खाद का परिवहन किया जा रहा है। मौके पर रोके गए वाहन से 69 बोरी यूरिया बरामद हुई। पूछताछ में सामने आया कि यह खाद मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ, शाखा ब्यौहारी (मंटोला, डबल लॉक) से निकाली गई थी और इसे मैहर जिले ले जाया जा रहा था।

प्राथमिक जांच के दौरान यह भी पाया गया कि शासकीय सिविल अस्पताल ब्यौहारी के फर्मासिस्ट वरुण सिंह मौके पर पहुंचे और जप्ती की कार्रवाई में अवरोध पैदा किया। आरोप है कि उन्होंने खाद का अवैध भंडारण कर सतना जिले में भेजने का प्रयास किया और प्रशासनिक कार्रवाई में बाधा डाली। इस अनुशासनहीनता और कालाबाजारी में संलिप्तता पर कलेक्टर ने उन्हें निलंबित कर जिला चिकित्सालय शहडोल में मुख्यालय निर्धारित कर दिया है।

इसी मामले में विपणन संघ गोदाम प्रभारी केशरी प्रसाद पटेल की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। जांच में स्पष्ट हुआ कि उन्होंने शहडोल जिले के किसानों को खाद उपलब्ध कराने की बजाय अमरपाटन तहसील (रामनगर ब्लॉक, जिला मैहर) के किसानों को ऋण पुस्तिका के आधार पर यूरिया बेच दी। इस लापरवाही के चलते जिले के किसान घंटों लाइन में लगे रहे और खाद के अभाव में परेशान होते रहे। प्रशासन ने इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए श्री पटेल को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके मुख्यालय को सहकारी विपणन संघ मर्यादित शहडोल नियत कर दिया। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार, निलंबन अवधि में दोनों को केवल जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।

प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि खाद की कालाबाजारी और किसानों के साथ छल करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। किसानों के हितों की अनदेखी करने वाले अधिकारी-कर्मचारी अब कठोर कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

हाथियों ने मचाया तांडव, वन विभाग ने शहडोल रीवा मार्ग कराया बन्द, ग्रामीणों व किसानों में गुस्सा


शहडोल 

जिले के बाणसागर क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार रात करीब 8 बजे एक हाथी अपने बच्चे (बेबी एलीफेंट) के साथ शहडोल-रीवा मार्ग पर आ गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम ने तुरंत मार्ग को बंद करवा दिया। हाथियों की निगरानी के लिए वन विभाग की तीन टीमें तैनात की गईं, वहीं पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। इससे पहले, दो दिन पहले देवलौंद बाणसागर के वार्ड नंबर सात में दो जंगली हाथियों ने घरों में तोड़फोड़ की थी और खेतों को नुकसान पहुंचाया था। करीब तीन एकड़ से अधिक फसल हाथियों ने बर्बाद कर दी थी, जिससे ग्रामीणों और किसानों में गुस्सा है।

सोमवार रात जब हाथी अपने बच्चे के साथ सड़क पर आया तो वाहनों की लंबी कतार लग गई। हाथियों ने सड़क किनारे लगे बोर्ड को भी तोड़ दिया। थाना प्रभारी सुभाष दुबे ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम समधिन नदी के पास पहुंची। हाथियों को देखकर मार्ग को बंद करवा दिया गया। जब हाथी जंगल की ओर लौट गए, तब यातायात शुरू कराया गया।

वन विभाग के डिप्टी रेंजर शेषमणि शर्मा ने बताया कि पिछले एक साल से शहरगढ़ क्षेत्र में करीब दो दर्जन हाथियों का मूवमेंट है। इन्हीं में से दो हाथी झुंड से अलग होकर बाणसागर क्षेत्र में पहुंच गए हैं। इन्होंने हाल ही में घरों और खेतों में नुकसान किया था। सोमवार को ये हाथी मुख्य मार्ग पर आ गए थे, जिन्हें सुरक्षित रूप से जंगल की ओर खदेड़ा गया है। फिलहाल ये हाथी बाणसागर समधिन नदी के आसपास देखे गए हैं। विभाग लगातार मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।

मंत्री के गृह नगर में चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं, विभाग की लापरवाही, बसपा ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर

बिजुरी और आसपास के ग्रामीण अंचल में बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कड़ा रुख अपनाया है। बसपा की बिजुरी इकाई ने मध्य प्रदेश की राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार के माध्यम से सौंपकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए।

बसपा ने कहा कि करीब 50,000 की आबादी वाले बिजुरी नगर और 50 से अधिक गाँवों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ बेहद जर्जर हालत में हैं। स्थिति यह है कि इलाज के लिए लोगों को या तो छत्तीसगढ़ का सहारा लेना पड़ता है या फिर 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय अनूपपुर पहुँचना पड़ता है। पार्टी ने बताया कि 45-50 साल पहले बिजुरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) स्थापित हुआ था, जब यहाँ की आबादी महज़ 10,000 थी। आज आबादी पाँच गुना बढ़ चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र का कभी उन्नयन नहीं किया गया।

बसपा ने हाल ही में साँप के काटने से एक 06 वर्षीय बच्चे की मौत का उदाहरण देते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही का नतीजा है। समय पर इलाज न मिलने से बच्चा जिंदगी की जंग हार गया। इस घटना में ड्यूटी डॉक्टर को निलंबित किया गया, लेकिन बसपा का मानना है कि केवल निलंबन से समस्या का समाधान संभव नहीं है।ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पिछले 20 वर्षों से सत्ता में रही भाजपा और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर जनता को केवल गुमराह किया है। बार-बार उन्नयन का वादा किया गया, लेकिन वास्तविकता में यहाँ का स्वास्थ्य ढाँचा जस का तस है।

बसपा ने राज्यपाल से मांग की है कि बिजुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का तत्काल उन्नयन किया जाए। पूरे अनूपपुर जिले के स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सक, आधुनिक उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएँ। बसपा का कहना है कि जब तक स्वास्थ्य सेवाओं में बुनियादी सुधार नहीं होगा, तब तक क्षेत्र की जनता की परेशानियाँ समाप्त नहीं होंगी।

सडक किनारे खडी 05 कारों में कांच तोडने वाले आसामाजिक तत्व को पुलिस ने किया गिरफ्तार

*ट्रांसपोर्टर निकला मुख्य आरोपी*


अनूपपुर

09 एवं 10 सितम्बर 2025 की दरम्यानी रात करीब 02.00 बजे शंकर मंदिर से बस्ती रोड एवं अमरकंटक तिराहा से इन्दिरा तिराहा के बीच सड़क किनारे खड़ी 05 कारों पर पत्थर फेंककर कांच तोड़ने वाले अज्ञात आरोपियो का खुलासा करते हुये आरोपी  रौनक मिश्रा निवासी अनूपपुर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।

मुकेश कुमार सर्राटी पिता जनार्धन सिहं सर्राटी निवासी वार्ड न. 11 शंकर मंदिर बस्ती रोड, अनूपपुर के द्वारा थाना कोतवाली अनूपपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि, उनकी सेलेरियो कार एम.पी. 18 सी 6158, मनीष कुमार द्विवेदी निवासी वार्ड न. 09 जैतहरी रोड के कार की कांच में पत्थर मारकर तोड़ दिया गया था। वही मनमोहन तिवारी पिता रामनिहोर तिवारी उम्र 41 वर्ष निवासी वार्ड न. 12 यूनियन बैंक के सामने अनूपपुर थाना की लाल कलर की स्विफ्ट VDI कार क्रमांक MP65C1503 जो यूनियन बैंक के सामने रोड किनारे खड़ी थी का कांच तोडकर रखी नई स्टेपनी टायर चोरी कर ली गई जो उक्त रिपोर्ट पर अपराध क्र. 453/25 धारा 303(2),324(4) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया। इसी तरह संतोष कुमार पटेल पिता किशोरी लाल पटेल उम्र 60 वर्ष निवासी केडिया पेट्रोल पम्प के पास चेतना नगर अनूपपुर की घर के सामने खडी वेगन आर कार क्रमांक MP18C1183 का कांच तोडकर कार के अन्दर पीछे वाली सीट पर रखी एक्साईड कम्पनी की नयी बैटरी कार से कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया,  उक्त रिपोर्ट पर अपराध क्र. 451/25 धारा 303(2),324 (4) बी.एन.एस. पंजीबद्ध किया गया। इसी तरह शंकर मंदिर से बस्ती रोड पर घर के किनारे खडी अशोक अग्रवाल की मारूति सुजुकी आर्टिका कार क्र. MP-65T0-706 का कांच पत्थर मारकर तोड़े जाने की रिपोर्ट दर्ज की गई।

टी.आई कोतवाली अरविन्द जैन के नेतृत्व में पुलिस टीम के व्दारा अज्ञात आरोपियों की सघनता से पतासाजी की गई एवं घटना स्थल के आस पास लगे करीब 50 सी.सी.टी.वी. कैमरो को खंगाला जाकर अज्ञात आरोपियों के सी.सी.टी.व्ही.फुटेज पुलिस द्वारा जारी किये गये,  जिसके उपरांत उक्त वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों का खुलासा करते हुये आरोपी रौनक मिश्रा पिता सुनील कुमार मिश्रा उम्र 23 वर्ष निवासी पुराना आर. टी. ओ. आफिस के पास, अनूपपुर को गिरफ्तार किया गया है जिससे पूछताछ पर सहआरोपी  जयप्रकाश पटेल पिता लवकेश पटेल उम्र करीब 26 वर्ष निवासी ग्राम कल्लेह थाना जयसिंहनगर जिला शहडोल का खुलासा हुआ है, जिसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम भेजी गई है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ पर खुलासा हुआ है कि अनूपपुर नगऱ में एक रात में 05 कारों पर पत्थर फेंककर कार कांच तोडने की आपराधिक घटना को अंजाम देने वाला आरोपी रौनक मिश्रा ट्रांसपोर्टर है एवं सह आरोपी जयप्रकाश पटेल स्थानीय सरकारी शराब ठेके की दुकान पर काम करने वाला कर्मचारी है। 

स्वास्थ्य के भगवान डॉक्टर इलाज के नाम पर मांग रहे हैं रिश्वस्त, कमिश्नर, कलेक्टर से हुई शिकायत

*जिला अस्पताल शहडोल का मामला*


शहडोल

जिले के सरकारी अस्पताल में मानवता को शर्मशार कर देने वाल मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां के डॉक्टर मरीजों का इलाज करने के बदले उनसे पैसे मांग रहे हैं। जिला चिकित्सालय शहडोल से ऐसे मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। मामले की शिकायत भी अधिकारियों से भी की गई, लेकिन कार्रवाई शून्य है। बेटे का इलाज कराने एक गरीब पिता जिला अस्पताल के चार बार चक्कर लगा चुका है, लेकिन उसे केवल निराशा ही हाथ लगी है। जिला अस्पताल में पदस्थ एक चिकित्सक ने इस लिए उसके पुत्र का इलाज नहीं किया कि क्योंकि उसके पास चिकित्सक को देने के लिए पैसे नहीं थे।

मामला जिला अस्पताल शहडोल का है। शिकायतकर्ता सुभदीप सोनी ने आरोप लगाया कि वह शहडोल के बिजली विभाग कॉलोनी के पास रहता है। उसके पुत्र सौर्य सोनी 15 के हाथ में गिल्टी है।जिसका इलाज करवाने वह जिला अस्पताल 21.08 को गया था। पर्ची कटवाने के बाद वह सर्जरी विभाग के डॉ. वी पी पटेल से मिला। चिकित्सक ने बच्चे की गिल्टी देख पिता को बताया कि इसे तत्काल ही ऑपरेशन करके निकलना पड़ेगा, लेकिन उसके लिए पैसे देने होंगे। ऐसा सुभदीप सोनी का आरोप है। उन्होंने आज मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से एक लिखित शिकायत कर इस मामले में घूसखोर डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।

शिकायतकर्ता पिता ने शिकायत में बताया कि वह पहली बार में डॉक्टर को बता चुका था कि वह एक मजदूर है। उसके पास तीन हजार रुपये नहीं है। इसलिए वह डॉक्टर को नहीं दे पा रहा था। कुछ दिनों बाद वह पुनः जिला अस्पताल पहुंचा, जहां फिर वही डॉक्टर मिला, लेकिन उसने फिर वही पैसे की मांग की जिससे सौर्य का इलाज अब तक नहीं हो सका है। पीड़ित पिता ने जनसुनवाई में मदद की गुहार लगाई है और अपने पुत्र के इलाज के साथ दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है। पिता ने बताया कि वह जिला अस्पताल के चार बार चक्कर लगा चुका है।

बीते दिनों भी ऐसा मामला प्रकाश में आया था, जहां सोहागपुर के रहने वाले रितेश गुप्ता से डॉक्टर वीपी पटेल ने पैसे की मांग की थी, जिसकी शिकायत कलेक्टर और कमिश्नर से की गई थी। अधिकारियों ने मामले पर जांच टीम बनाई, लेकिन कार्रवाई अब तक अधूरी है। वहीं, इस मामले में जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. शिल्पी सराफ से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

कलेक्टर का व्हाट्सएप्प एकाउंट हुआ हैक, मेसेज का ओटीपी का कोई जबाब न दे


शहडोल

शहडोल कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के मोबाइल में चलने वाला वॉट्सअप अकाउंट हैक हो गया है। अब उन्होंने अपने वॉट्सअप नंबर 9425102510 से आने वाले मैसेजों का रिप्लाई न करने के आदेश सभी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को जारी किए हैं। जनसंपर्क विभाग ने भी इसकी पुष्टि की है, हालांकि साइबर के पास अभी मामले की कोई भी जानकारी नहीं है।

कुछ लोगों के पास वॉट्सअप में कलेक्टर के नंबर से एक मैसेज गया है, जिसमें ओटीपी की मांग की जा रही है। जिनके पास यह मैसेज वॉट्सअप से कलेक्टर के नंबर से गया है, उनके मोबाइल पर 6 अंकों का ओटीपी आया है। एक कर्मचारी ने कलेक्टर के वॉट्सअप से आए मैसेज पर गौर किया और अपने मोबाइल पर आई ओटीपी को देखा, इसके बाद मामला शहडोल कलेक्टर की जानकारी में आया।उन्होंने अब जनसंपर्क विभाग से एक सोशल मीडिया पर मैसेज डलवा कर लोगों को अलर्ट रहने की हिदायत दी है।

जनसंपर्क अधिकारी गजेंद्र द्विवेदी ने पुष्टि करते हुए बताया कि शहडोल कलेक्टर डॉ. केदार सिंह के मोबाइल में चलने वाले वॉट्सअप नंबर से अधिकारी-कर्मचारियों को एक मैसेज भेजा जा रहा है। उनसे 6 अंकों की ओटीपी की मांग की जा रही है। जो शहडोल कलेक्टर केदार सिंह द्वारा नहीं भेजा गया है। वॉट्सअप हैक कर हैकर इसे भेज रहा है। शहडोल कलेक्टर ने सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि कोई भी जानकारी मेरे इस नंबर 9425102510 से आए वॉट्सअप पर ना दें। क्योंकि इस नंबर पर चलने वाले वॉट्सअप को हैकर ने हैक कर लिया है। कुछ स्क्रीनशॉट भी आए मैसेजों का जनसंपर्क विभाग ने जारी किया है, जिसमें ओटीपी मांगे गए हैं।

देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले के थाना चचाई क्षेत्र में धार्मिक आस्था पर चोट पहुँचाने वाला गंभीर मामला सामने आया है। गाँव कैमपुरी निवासी माघन चौधरी द्वारा अपने फेसबुक आईडी के माध्यम से हिन्दू सनातन धर्म की आराध्य देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी एवं अभद्र पोस्ट किये जाने की खबर सामने आई।

समस्त हिन्दू समाज की तरफ से थाना प्रभारी को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत में बताया गया था कि माघन चौधरी ने माता शारदा की मूर्ति पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए उसकी अवमानना की और पूर्व में भी हनुमानजी पर अभद्र टिप्पणी पोस्ट की जा चुकी थी। समाज ने बताया कि ऐसे कृत्य न केवल धर्म आस्था के प्रति अपमानजनक हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और शांति के लिए भी अत्यंत खतरनाक हैं।

समाज के गंभीर आग्रह पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी माघन चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ आवश्यक छानबीन जारी है, साथ ही उसके द्वारा की गई आपत्तिजनक पोस्ट एवं टिप्पणियों का डिजिटल सबूत एकत्रित कर आगे की कानूनी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है।

इस गिरफ्तारी को समाज में धार्मिक भावना की रक्षा और कानून के प्रति विश्वास बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। हिन्दू समाज ने इसकी सराहना की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि धर्म-संवेदनशीलता की अनदेखी न हो और सभी नागरिक शांतिपूर्ण तरीके से आस्था का पालन कर सकें। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया है एवं तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया है उन्होंने कहा कि आरोपी के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई पूरी पारदर्शिता और तत्परता से की जाएगी।

ट्रेन से टकराकर भालू की हुई मौत, घुनघुटी स्टेशन के पास का मामला, वन विभाग ने जांच की शुरू


उमरिया

जिले के घुनघुटी रेलवे स्टेशन के पास सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां एक भालू तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह हादसा स्टेशन से महज 500 मीटर की दूरी पर तीसरी रेलवे लाइन पर हुआ, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। वन विभाग के एसडीओ दिगेंद्र सिंह, रेंजर अर्जुन सिंह बाजवा सहित टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा तैयार कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक मृत भालू की उम्र करीब 5 से 6 वर्ष बताई जा रही है, हालांकि विभाग की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि घुनघुटी क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है और यहां अक्सर जंगली जानवरों की आवाजाही देखी जाती है। हाल के वर्षों में तीसरी रेलवे लाइन के निर्माण के बाद रेल यातायात में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिससे इस तरह के हादसों का खतरा और बढ़ गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी माना कि रेलवे ट्रैक के आसपास वन्यजीवों की मौजूदगी आम बात है, और बिना किसी सेफ्टी सिस्टम के बढ़ती ट्रेन गति उनके लिए जानलेवा साबित हो रही है।

वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं तब तक नहीं रुकेंगी जब तक रेलवे और वन विभाग मिलकर ट्रैक के किनारे वन्यजीवों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए सुरक्षात्मक उपाय नहीं करते। भालू जैसे संरक्षित जीवों की ऐसी मौतें सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि चेतावनी हैं कि अब समय रहते ठोस कदम उठाए जाने जरूरी हैं। वन विभाग ने आश्वस्त किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही रेलवे विभाग से भी समन्वय स्थापित कर सुरक्षा उपायों पर काम किया जाएगा।

चाकूबाजी से घायल युवक की हालत नाजुक, पुलिस ने दो आरोपी को किया गिरफ्तार 


शहडोल

सोहागपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 में हुई चाकूबाजी की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। वार्ड निवासी 18 वर्षीय प्रदीप रजक पर अचानक दो युवकों ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि पीड़ित युवक से पूछताछ और स्थानीय लोगों की जानकारी के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में हमले में शामिल दोनों युवकों कृ असमत खान और नितिन रजक को गिरफ्तार कर लिया।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पीड़ित और एक आरोपी के बीच पिछले कुछ दिनों से आपसी विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते आरोपी ने अपने साथी को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया। घटना के समय प्रदीप अपने दोस्त के साथ घर के सामने बैठा हुआ था, तभी दोनों हमलावर अचानक पहुंचे और चाकू से हमला कर दिया। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं वार्ड में सुरक्षा की चिंता बढ़ा रही हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

 नाबालिग बालिका को बहला फुसलाकर भगाकर साथ ले जाने वाला आरोपी गिरफ्तार गया जेल


अनूपपुर

थाना कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा 17 वर्षीय नाबालिग बालिका को बहला फुसलाकर साथ भगा ले जाने की रिपोर्ट होने पर तत्परता पूर्वक कार्यवाही करते हुए चन्द घण्टो में नाबालिग बालिका को आरोपी के कब्जे से दस्तयाब कर सुरक्षित परिजनो को सुपुर्द किया गया एवं आरोपी रवि वासुदेव पिता पकसू वासुदेव उम्र करीब 30 साल निवासी ग्राम मजीरा चौकी केशवाही थाना बुढार,  जिला शहडोल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

11 सितंबर 2025 को रात्रि करीब 09.30 बजे थाना कोतवाली अनूपपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि रिपोर्टकर्ता की 17 वर्षीय नाबालिग बालिका जो थाना कोतवाली अंतर्गत एक ग्राम में अपनी मौसी के घर गई हुई थी, अचानक लापता हो गई है, उक्त रिपोर्ट पर थाना कोतवाली अनूपपुर में अपराध क्रमांक 449/25 धारा 137(2) बी.एन.एस. पंजीबद्ध किया गया। टी.आई. कोतवाली अरविन्द जैन के नेतृत्व में पुलिस टीम के द्वारा तत्परता पूर्वक रात में ही गुमशुदा बालिका की तलाश पतासाजी की गई। घटनास्थल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों और सायबर सेल से प्राप्त जानकारियों के आधार पर पाया गया कि रवि वासुदेव निवासी ग्राम मजीरा जिला शहडोल के द्वारा बहला फुसलाकर मोटर सायकल से साथ में भगा ले गया है, रात्रि में ही पुलिस ने उक्त नाबालिग बालिका को आरोपी के कब्जे से छुड़ाकर कर सुरक्षित परिजनो को सौंपा एवं धारा 137(2),140(3) बी.एन.एस.3 (2) (va) एस.सी. एस.टी. एक्ट में गिरफ्तार कर आरोपी को जेल भेजा गया है। पुलिस को विवेचना में जानकारी मिली कि आरोपी रवि वासुदेव पूर्व से ही शादीशुदा एवं तीन बच्चों का पिता है,  जिसका आना जाना नाबालिग बालिका के गांव में होता था, जिसने अपनी बातो में बहला फुसलाकर साथ में भगाकर ले गया था।

हाथियों ने मचाया तांडव, वन विभाग की टीम ने खाली कराया बस्ती, खांड़ नगरपरिषद का मामला


शहडोल

जिले के देवलौंद क्षेत्र में स्थित खांड़ नगर परिषद के वार्ड नंबर सात में दो जंगली हाथी बीती रात आ पहुंचे,और हाथियों ने गांव में तांडव मचाया। जंगली हाथियों ने दो घरों को भी तोड़ दिया और तीन एकड़ से अधिक फसलों को चौपट कर दिया है।नगर परिषद में घुसे हाथियों को देख वार्ड वाशियो में डर का माहौल बन गया। जानकारी के बाद पुलिस की 112 वाहन मौके पर पहुंची और उसने मौके पर अलाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला, एक सैकड़ा से अधिक लोगों को पास के गांव में रात में शिफ्ट करना पड़ा।

जिले की सीमा बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से जुड़ी है। जिससे यहां जंगली जानवरों का विचारण बना रहता है। देवलौंद के शहरगढ़ में 22 हाथियों का झुंड पिछले एक साल से विचरण कर रहा है। बीती रात खण्ड नगर परिषद के वार्ड नंबर सात में झुंड से भटक कर दो जंगली हाथी आ पहुंचे, जिसे देख लोग डर गए और घर छोड़कर भागने लगे। स्थानीय लोगों में से किसी एक ने पुलिस की 112 को मामले की जानकारी दी। जानकारी के बाद पुलिस की 112 वाहन मौके पर पहुंची,और अलाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई,पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी को भी इसकी खबर दी, थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर कर तत्काल उन्हें मौके पर बुलाया गया।

जानकारी के बाद डिप्टी रेंजर शेष मणि शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला। उन्होंने बताया कि झुंड से भटक कर दो हाथी नगर परिषद के वार्ड नंबर 7 पहुंच गए, और उन्होंने कच्चे घरों में तोड़फोड़ कर घरों में रखे अनाज को खाया। आसपास लगी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है । हाथियों ने तीन एकड़ से अधिक फसल को चौपट कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि वार्ड नंबर 7 में दोनों हाथी मौजूद थे, उन्हें खदेड़ाने की कोशिश वन विभाग की टीम ने की। यह पूरा क्षेत्र घनी आबादी बाला है। इस दौरान हमने वार्ड नंबर 7 के लोगों को रात में बकेली गांव ले जाकर पक्के मकान में सुरक्षित स्थान में पहुंचा, क्योंकि हाथियों का मूवमेंट बस्ती के अंदर था,हमें डर था कि हाथी किसी को कोई नुकसान न पहुंच सके । जिसके पहले ही हमने लोगों को बच्चों के साथ पास के गांव बकेली में पक्के मकान एवं अन्य सुरक्षित स्थानों में रात भर रुकवाया था । एक सैकड़ा से अधिक लोगों को वन विभाग की टीम ने दूसरे गांव में रुकवाया था। आज तड़के दोनों हाथी जंगल चले गए है।

लकड़ी के अवैध भण्डारण पर वनविभाग की टीम ने मारा छापा, ग्रामीणों ने किया हमला, फाड़ दिया सर्च वारंट


शहडोल

जिले के जयसिंहनगर में वन विभाग की टीम पर हमला हुआ है। यहां तक कि आरोपियों ने शासकीय दस्तावेजों को वन विभाग की टीम के सामने ही फाड़ फेंका है। यह घटना उस समय हुई जब एक स्थान पर वन विभाग को सूचना मिली कि अवैध रूप से इमारती लकड़ियों को जंगलों से काट कर इकट्ठा रखा गया है। जिसे जब्त करने वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी, तभी आरोपी एवं उसके अन्य साथियों ने वन टीम पर हमला बोल दिया। मामला जयसिंह नगर थाना क्षेत्र का है। जिस पर वन विभाग के कर्मचारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सभी आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।

जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र के मंहदेवा गांव में एक घर में इमारती लकड़ियों का एक बड़ा जखीरा रखे होने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को मिली थी, जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम का गठन हुआ, जिसमें जयसिंह नगर के साथ गोदवाल वन परिक्षेत्र के अधिकारी शामिल हो कर मौके के लिए रवाना हुए। टिम ने मौके पर छापा मारा तो देखा कि कई सारी लकड़ियां घर के बाहर बाड़ियों में छुपा कर रखी गई थी। वन विभाग की टीम कार्यवाही कर रही थी।

उन्हें यह जानकारी मिली कि सुरेन्द्र यादव जिसकी बाड़ी के आस पास यह लकड़ी मिली है, उसने अपने पक्के मकान के अंदर भी कुछ इमारती लकड़ी छुपा कर रखा हुआ है। टिम ने जब घर के अंदर जा कर कार्रवाई करने की कोशिश की तो, आरोपी वन विभाग की टीम से भिड़ गया और उसने कहा कि आपको घर के अंदर जाने के लिए मुझे सर्च वारंट दिखाना होगा। वन विभाग के अधिकारियों ने आरोपी को सर्च वारंट दिया और वही से बात बिगड़ गई। पुलिस से शिकायत करते हुए बीट गार्ड सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी सुरेंद्र यादव ने सर्च वारंट देखते ही उसे वन विभाग की टीम के सामने फाड़ दिया। जब अधिकारियों ने इसका विरोध किया तो उसके साथ घर में मौजूद अन्य लोग एवं महिलाएं वन विभाग की टीम पर हावी हो गई, और गाली गलौज करते हुए अभद्र भाषाओं का प्रयोग किया है। वन विभाग ने आधी अधूरी कार्रवाई की, और मौके से निकलकर थाने पहुंच कर घटना की जानकारी पुलिस को दी। बीट गार्ड की शिकायत पर आरोपी सुरेंद्र यादव, नरेंद्र यादव, बाबूलाल एवं दो अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। 

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