भ्रष्टाचारी अपनी लिप्तता छुपाने के लिए संगठन मंत्री पर करवाया हमला, आंदोलन हुआ और उग्र
*मामला इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय का*
अनूपपुर
जब पूरा देश 15 अगस्त की आज़ादी का जश्न मना रहा था, तब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) अमरकंटक में आंदोलन कर रहे छात्रों व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के साथ बाहरी अपराधी तत्वों को बुलाकर मारपीट करवाकर एक शर्मनाक और निंदनीय घटना को अंजाम दिया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में शोध प्रवेश परीक्षा पीएचडी में कथित धांधली और अनियमितताओं के विरोध में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे हैं। कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन का घेराव कर जोरदार नारेबाजी की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा में गंभीर गड़बड़ियां हुई हैं, जिसकी शिकायत छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और मंत्रालयों में की थी, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। इस मामले में हाई कोर्ट, जबलपुर में भी याचिका दायर हुई है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। इस पर अगली सुनवाई अगस्त के अंतिम सप्ताह में होगी।
आंदोलन के बीच, भ्रष्टाचारियों द्वारा अपनी लिप्तता छुपाने के लिए बाहर से अपराधी तत्व जैसे लोगो को बुलाकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन मंत्री पर हमला किया गया। परिषद का कहना है कि यह हमला सोची-समझी साजिश है, ताकि छात्रों की आवाज दबाई जा सके और जांच को प्रभावित किया जा सके।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि घटना में शामिल सभी बाहरी व्यक्तियों की पहचान कर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए। राष्ट्रविरोधी एवं छात्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों को सार्वजनिक रूप से बेनकाब किया जाए। शोध प्रवेश परीक्षा तत्काल रद्द हो और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। संगठन ने चेतावनी दी है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन और तेज होगा और भ्रष्टाचारियों की कोई भी चाल सफल नहीं होने दी जाएगी।