अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ आठिया की 11 पुस्तकों का लद्दाख के उपराज्यपाल ने किया विमोचन
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ आठिया की 11 पुस्तकों का लद्दाख के उपराज्यपाल ने किया विमोचन
*इथोपिया, सूरीनाम के राजदूत द्वारा विश्व हिन्दी सेवी सम्मान से सम्मानित*
देवरी
विश्व हिंदी परिषद द्वारा 21- 22 नवंबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें सागर जिले से डॉ अवनीश मिश्रा , डॉ बी डी पाठक , महेंद्र लोधी, शिवम् शर्मा एवं डॉ सीताराम आठिया ने सहभागिता कर शोध पत्रों का वाचन किया। सम्मेलन के प्रथम दिवस डॉ. सीताराम आठिया की 11 पुस्तकों का विमोचन मुख्य अतिथि कवींद्र गुप्ता, उप राज्यपाल, लद्दाख, अजय मिश्रा पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, बलदेव पुरुषार्थ संयुक्त सचिव आर्थिक कार्य विभाग वित्त मंत्रालय भारत सरकार, विश्व हिन्दी परिषद के महासचिव डॉ विपिन कुमार, देवी प्रसाद मिश्रा, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्म भूषण डॉ यारलगड्डा लक्ष्मी प्रसाद, प्रो रामनारायण पटेल आचार्य दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रो सच्चिदानंद मिश्रा सचिव भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, डॉ शकुंतला सरुपपिया द्वारा किया गया। अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में डॉ आठिया की लोकार्पित 11 पुस्तकें है। हिंदी सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्रियां, भारतीय दलित महिला साहित्यकार, प्रवासी भारतीय महिला साहित्यकार , प्रशासन में महिलाओं की भूमिका, भारत रत्न प्राप्त विदुषी महिलाएं, हिंदी साहित्य के विविध आयाम और स्त्री विमर्श, भारतरत्न प्राप्त महापुरुषों की जीवनियां, भारत के महान व्यक्तित्व, हिंदी सिनेमा के प्रमुख अभिनेता, भारत की प्रथम महिला विदेश मंत्री, सुषमा स्वराज, भारत की प्रथम महिला आई पी एस किरण वेदी। उपरोक्त पुस्तके जेटी एस पब्लिकेशन दिल्ली, नीलम पब्लिकेशन मुंबई, कोलकाता प्रेस बुक, बीएमपी पब्लिकेशन फरीदाबाद, एविनसपब प्रकाशन बिलासपुर, एचएसआरए पब्लिकेशन बेंगलुरु से प्रकाशित की गई है।
सम्मेलन के द्वितीय दिवस डॉ सीताराम आठिया को हिंदी में उत्कृष्ट कार्य हेतु सूरीनाम की राजदूत सुनयना मोहन, इथोपिया के राजदूत गेबरू टेकलय के करकमलों द्वारा अंग वस्त्र पहनाकर विश्व हिन्दी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश-विदेश से अनेक प्रतिष्ठित विद्वान, कुलपति, साहित्यकार, प्रशासक एवं जनप्रतिनिधि, मीडिया व कला जगत की हस्तियां शामिल हुई जिनमे प्रमुख रूप से पूर्व राज्यसभा सांसद आर. के. त्यागी, हरियाणा की राज्यसभा सांसद व पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा, नीदरलैंड से डॉ. ऋतु शर्मा, नंदन पांडेय, चीन से डॉ.विवेकमणि त्रिपाठी, लंदन से सुश्री वंदना खुराना, अमेरिका से मयंक जैन, कादंबरी शंकर व डॉ दुर्गा सिन्हा, जापान से डॉ रमा पूर्णिमा आदि उपस्थित रहे।
बता दें कि मध्य प्रदेश के सागर जिले की देवरी तहसील में स्वास्थ्य विभाग में पर्यवेक्षक के पद पर कार्यरत डॉ सीताराम आठिया मूल रूप से एक सामाजिक कार्यकर्ता है। जिन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, समाजसेवा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कई नवाचार किए हैं जिनके लिए उन्हें सैकड़ों राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका हैं। 2023 के इसी विज्ञान भवन में विश्व हिन्दी परिषद द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में प्रथम बार आपने सहभागिता की और यही से उन्हें हिंदी सेवा और साहित्य के क्षेत्र में कार्य करने की प्रेरणा मिली। तत्पश्चात एक वर्ष में आपने विभिन्न विश्वविद्यालयों में आयोजित राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों मे सहभागिता करके तथा अन्य संपादित आईएसबीएन पुस्तकों में करीब 100 शोध पत्र लिखे किंतु इससे वह संतुष्ट नहीं हुए। व्यापक पैमाने व्यापक पर साहित्य सेवा करने के उदेश्य से आपने 8 मार्च 2024 को दीपशिखा 501 पुस्तक श्रृंखला निशुल्क प्रकाशन योजना प्रारंभ की। जिसमें समस्त मानविकी विषयों पर आधारित 501 पुस्तकों के 101 शहरों से प्रकाशन का लक्ष्य रखा। मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही हैं कि मात्र पौने दो वर्ष की अल्पावधि में उनकी द्वारा 35 संपादित पुस्तके प्रकाशित हो चुकी हैं और करीब 15 प्रकाशनाधीन हैं। उनकी इस निशुल्क प्रकाशन योजना से वर्तमान में 120 संपादक और करीब दस हजार साहित्यकार प्रोफेसर्स जुड़े हुए हैं।
कवि संगम त्रिपाठी ने इस उपलब्धि पर डाॅ सीताराम आठिया को बधाई दी एवं बताया कि हिंदी प्रचार प्रसार में इनका सहयोग सराहनीय है।




















