संतोष सोनी की 2 रचना का हुआ वाचन, नवांकुर पुस्तक में होगा प्रकाशन


*मंत्रणा*

किसकी टांग खींचना है कहाँ भगदड़ करना है कौन सामने, कौन पीछे होगा इस बात की हो रही मंत्रणा

किस पर किस बात का आरोप लगाना व छिपाना है क्या खोकर क्या पाना है कौन कामयाब होगा इस बात की हो रही मंत्रणा

जो काबिल है उसे करना है पंगु जो सख्त है, उसे बनाना है मूक जो सक्षम है, उससे कराना है चूक कब कहाँ कौन साधक बनेगा हो रही है इस बात पर मंत्रणा

मंत्रणा, किस पर लादना है भूत-प्रेत किसे करना है जिन्द के बस में कहाँ करना है बातें मंदिर-मस्जिद की कहाँ धर्म पर संकट बताना है हो रही है इन बातों पर मंत्रणा

कहाँ बाटना है शराब-कबाब कहाँ देना है गलत जबाब, कहाँ बताना है शूल को मखमल कहाँ बाटना है साड़ी साल कंबल हो रही इन बातों पर मंत्रणा

न हो बात जन सरोकार की उनके दारोमदार की नहीं है वो जिम्मेदार निज कमियों के छिपाने अपनी निज नाकामयाबियों को "आनंद" मिलजुल कर रहे मंत्रणा

*स्वरचित संतोष सोनी "आनंद" एडवोकेट*

*कविता*

वो आज आये हैं हाथ मिलाने को, जिंदगी में नया गीत गुनगुनाने को।

कल तक कहते थे बेसुरा है राग मेरा, आज अर्ज करते हैं मधुर गीत गाने को।

आड़े वक्त पर मेरे नमक लिए फिरते थे जो, इस वक्त वो आए हैं मरहम मुझे लगाने को।

सुना है मुझे वो अपना मान बैठे हैं, कल तलक मशगूल थे हमें सताने को।

वो गुनाहगर नहीं है अब भी कहते हैं, दोष अब लगा रहे नादान जमाने को।

हर जगह अलग पकाते थे खिचड़ी अपनी, "आनंद" अपना कहने लगे, दाल अपनी गलाने को।

*संतोष सोनी "आनंद" एडवोकेट-अनूपपुर*

नए कवियों की 2 कविताएं ‘नवांकुर’ नामक पुस्तक में होगी प्रकाशित, होंगे पुरस्कृत- गिरीश पटेल


अनूपपुर

आदरणीय मित्रों, हमारे इस शीर्षक के तहत नए काव्य साधकों की कविताएँ फ़ेसबुक में न केवल प्रकाशित की जाएँगीं बल्कि उनका वाचन भी हमारे द्वारा किया जाएगा । प्रत्येक साधक की 2 कविताओं का वाचन होगा। जब पर्याप्त रचनाओं का प्रकाशन और वाचन हो जाएगा तब कविताओं को ' नवांकुर' नामक पुस्तिका में संकलन कर प्रकाशित किया जाएगा । इन प्रकाशित रचाओं में से सबसे अच्छी रचना को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

इसमें भाग लेने के लिए नए कवि उन्हें ही माना जाएगा जिनकी उम्र ४५ वर्ष से कम हो तथा जिन्हें रचना करते हुए ज़्यादा समय न बीता हो । प्रत्येक कवि को अपना जीवनवृतांत (बायोडेटा) के साथ दो रचनाएँ नीचे दिए मेल एड्रेस पर भेजनी होंगी।

girishchandra.patel4@gmail.com

मौसम बदलाव से तीर्थयात्रियों, टूरिस्टो में दिखी भारी कमी, सूनसान मंदिर, आश्रम, बाजार

*कोहरा और ठंड की वजह से लोग हो जाते है परेशान - पुजारी धनेश द्विवेदी, मंदिर*


अनूपपुर/अमरकंटक 

अमरकंटक में दो दिन से ढा रहा मिचौंग नाम का तूफानी चक्रवात जो तमिलनाडू की राजधानी चेन्नई व आस पास के क्षेत्र में बड़ी तबाही मचा रखा है । इसका असर मध्य प्रदेश समेत अन्य प्रदेशों में भी अपना असर दिखा रहा है । अमरकंटक में ऐसे मौसम का मिजाज साल के अनेक बार आए दिन दिखता रहता है और मौसम का मिजाज बदलता रहता है । यंहा की बारिश का कोई अनुमान लगा पाना बड़ा ही मुश्किल कहा जा सकता है । वैसे भी अमरकंटक के चारो दिशाओं से यह स्थान घने जंगलों से अच्छादित है । मैकल , सतपुड़ा और विंध्य की पहाड़ियों की चोटी पर बसा अमरकंटक मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली , सोनभद्र तथा जोहिला जैसे नदियों की जन्म (उद्गम) स्थली है । इसी वजह से अमरकंटक में देश के अलावा विदेशों से भी लोग पहुंचते है । धार्मिक त्योहारों में भारी संख्या में श्रद्धालु आते है स्नान , पूजन कर नर्मदा दर्शन करते है । पर्यटकों का आना जाना इस क्षेत्र में बारहों महीने चलता रहता है । जब कभी यहां का मौसम बारिश के बाद अचानक बदल जाता है तब टूरिस्टो व अन्य यात्रियों को भ्रमण करने में काफी परेशानी होती है , कारण की लगातार रिमझिम व तेज बारिश का होना आफत पैदा करती है । जिस वजह से ऐसे मौसम में लोग इधर आना पसंद नही करते । बारिश होने से ठंड तुरंत बढ़ जाया करता है । बारिश के मौसम में धुंध या कोहरा का भी प्रकोप बढ़ जाता है । कोहरा की वजह से कई बार वाहनों का रोड़ एक्सीडेंट भी हो जाया करता है । ज्यादा बारिश की वजह से घरो और होटलों , आश्रमों में रुके लोगो को निकलना भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । अगर वस्त्र भीग गए तो कब सूखेंगे यह कह पाना भी मुश्किल है । ऐसे मौसम में सब जगह सुना सुना दिखता है । मंदिरों में आवागमन कम हो जाता है , बाजार भी सुना हो जाता है और आश्रमों में भी सन्नाटा जैसे महसूस होता है । होटलों में भी मायूसी नजर आती है।

नर्मदा मंदिर पुजारी धनेश द्विवेदी कहते है की बारिश के मौसम में जब भी बदलाव आता है तब तब अमरकंटक में सन्नाटा जैसे लगने लगता है , श्रद्धालुओं , यात्रियों , पर्यटकों का आना कम हो जाता है जिस वजह से मंदिर , बाजार आश्रमों और होटलों में सुना सुना लगता है।

आचार्य स्वामी रामकृष्णानंद महाराज (मारकंडे आश्रम) ने कहा की अमरकंटक का मौसम बदलने पर भक्तो का आवागमन कम हो ही जाता है , कोहरा का प्रकोप , भारी बारीश और ठंड परिवार वालो को ठीक नही रहता।

कुछ दिन पहले शुष्क मौसम में अमरकंटक भ्रमण पर आए शहडोल यूनिवर्शल कोचिंग सेंटर के प्रमुख भागवत तिवारी साथ में विक्रम सिंह ने बताया की हम अपने कोचिंग के सभी बच्चे व बच्चियों को भ्रमण कराने अमरकंटक ले के आए है , यहां आने पर सभी लोग अति प्रसन्न है , यहां के सभी प्रमुख स्थानों का भ्रमण कर चुके है और शहडोल की अपेक्षा यहां मौसम में ठंडक भी है । हमारे पूरे कोचिंग की टीम व सारे बच्चे यहां आने से अति प्रसन्न है।

स्कूलों की छुट्टियां जब भी पड़ती है तब अनेक स्कूलों के बच्चो के साथ शिक्षकगण अमरकंटक टूर में जरूर पहुंचते है । दीपावली पर्व के बाद लोगो का आवागमन काफी ज्यादा बना रहा । लेकिन मौसम ने यहां की रौनक को धीमा कर दिया । यह मौसम भी यहां के लिए कश्मीर से कम नहीं आका जा सकता , दूर दराज व शहरी क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं , पर्यटकों को यह मौसम का भी लुफ्त उठाते भी नजर आते है।

निकाली गई मतदाता जनजागरुकता बाईक रैली बीएलओ व आंगनवाड़ी  कार्यकर्ता हुए सम्मिलित 


अनूपपुर/अमरकंटक

अमरकंटक नगर परिषद द्वारा बैतरणी बस स्टेंड , पंडित दीनदयाल चौक मुख्य मार्ग होते हुए नर्मदा मंदिर समीप से प्राधिकरण कार्यालय ,मुख्य बाजार एरिया , वार्डो के मुख्य सड़कों , रामघाट क्षेत्र होते हुए नगर परिषद वाहन में लाउडस्पीकर लगाकर जनता जनार्दन को मतदाता जन जागरूकता हेतु एक विशाल बाईक रैली निकाली गई जो नगर परिषद कार्यालय में जाकर समाप्त की गई।

विधान सभा निर्वाचन 2023 अमरकंटक नगर परिषद ने बाईक रैली निकाल नगर भ्रमण कर मतदाता जनजागरुकता अभियान चलाया । जन जन का यही नारा है , मतदान अधिकार हमारा है । उम्र अठारह पूरी है ,  मत देना बहुत जरूरी है ।। लोगो को नारो के माध्यम से जागरूक किया गया । देश तरक्की तभी करेगा , जब हर वोटर वोट करेगा । सारे काम छोड़ दो , सबसे पहले वोट दो बाईक रैलियों के मध्य से बोला जा रहा था । शत प्रतिशत मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर बढ़ चढ़ कर मतदान करने हेतु जागरूक किया।

नगर परिषद सीएमओ चैन सिंह परस्ते ने बताया की आज नगर में मतदाता जनजागरुकता अभियान बाईक रैली निकाल कर किया गया, जिसमे नगर परिषद कर्मचारी , सफाई कर्मचारी , पार्षदगण , बीएलओ , आंगनवाडी कार्यकर्ता सम्मिलित हुए । अमरकंटक में सात बूथ है जिसमे शा.नवीन मा.शाला में चार पोलिंग बूथ (1) भा.सं. 267 वार्ड क्र.12,13 (बीएलओ अजय सिंह मरावी),(2) भा.सं. 268 वार्ड क्र.10,11(बीएलओ सत्यकुमार पाठक),(3) भा.सं. 269 वार्ड क्र. 8,9( बीएलओ संतोष कुमार सोनवानी),(4) भा.सं. 270 वार्ड क्र. 14,15(बीएलओ लवकेश पिटानीया) और शा.उ.मा.विद्यालय में तीन पोलिंग बूथ (1) भा.सं. 271 वार्ड क्र. 1,2 (बीएलओ हीरालाल चंद्रवंशी),(2) भा.सं.272 वार्ड क्र. 3,4 (बीएलओ राममिलन सिंह प्रधान),(3) भा.सं. 273 वार्ड क्र. 5, 6 व 7 (बीएलओ सौखी लाल शारीवान) । इस वर्ष चुनाव आयोग की नई पहल 80 वर्ष या ऊपर के मतदाताओं को यदि वो चलने फिरने में असमर्थ है तो घर पर ही वोट कर सकेगा येसी व्यवस्था चुनाव आयोग द्वारा की जा रही है तथा विकलांग मतदाताओं के लिए भी यही व्यवस्था कराने की तैयारी की जा रही है। अमरकंटक नगर में नगर परिषद द्वारा मतदाता जनजागरूकता अभियान बाईक रैली निकालकर किया गया।


एम .पी .वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की संभागीय एवं जिला बैठक हुई सम्पन्न


अनूपपुर

एम .पी .वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की संभागीय व जिला की बैठक प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा के दिशा निर्देशन पर प्रांतीय उपाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह , संभागीय अध्यक्ष नीरज गुप्ता एवं जिला अध्यक्ष अभय पाठक की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। संगठन के हित में तथा संगठन के आगामी कार्यक्रम पर चर्चा की गई । पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रोड शो के दौरान लगभग दो दर्जनों की संख्या सहित पत्रकारों की जेब अज्ञात चोरो द्वारा पर्स, रुपये व एवं गले से सोने की चैन भी गायब कर दी गई जिसकी लिखित शिकायत कोतवाली अनूपपुर  में की गई हैं। मगर आज तक पुलिस द्वारा कोई संतोष जनक कार्यवाही नही की गई हैं। न ही चोर पकड़ में आये है। इस संबंध में एम .पी .वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की टीम अनूपपुर एस. पी. से मुलाकात करने कार्यालय पहुँचे लेकिन उनकी उपस्थिति ना होने पर अनूपपुर नवागत एडिशनल एस. पी .शिव कुमार सिंह से जानकारी लेनी चाही तब उन्होंने इस संबंध में ज्यादा जानकारी ना होना बताया, क्योंकि कुछ दिन पहले एडिशनल एसपी का प्रभार ग्रहण किया है। यूनियन की टीम साइबर सेल लेनी चाही तब उन्होंने बताया कि अभी तक हमारे पास किसी भी प्रकार संदेही व्यक्ति का फुटेज मौजूद नहीं है उस वक्त हमारी टीम ने उन्हें संदेही व्यक्तियों का फुटेज अवगत कराया, तो उन्होंने इस फुटेज पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया एवं टीम के द्वारा और भी फुटेज की अपेक्षा की है। उस वक्त मौजूद टीम के संभागीय महासचिव आनंद पाण्डेय, जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष विजय पंडा, जिला महासचिव श्रीराम केवट, जिला उपाध्यक्ष लतीफ खान, कोतमा ब्लॉक अध्यक्ष अमित कुमार बैस , बिलाल अहमद, अविनाश दुबे आदि पत्रकार उपस्थित रहे।

भाजपा महिला मोर्चा का सावन मिलन कार्यक्रम धूमधाम से हुआ सम्पन्न


अनूपपुर/बिजुरी

जिले के कपिलधारा श्रमिक सदन में भाजपा  महिला मोर्चा द्वारा इस कार्यक्रम को बड़े ही धूमधाम से मानते हुए मुख्य आतिथ्य के रूप में भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रश्मि खरे नगरपालिका बिजुरी अध्यक्ष शहबीन पनिका ,डॉ अपर्णा सिंह, मीना गोकलानी, रही जिसमे आज सावन मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सभी महिलाऐं हरियाली कि प्रतीक हरे रंग के परिधान पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुयी । और हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम मनाई।

*महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष के आतिथ्य में हुआ कार्यक्रम सम्पन्न*

बिजुरी सावन माह भगवान शिव को समर्पित होने के साथ-साथ हरियाली का भी प्रतीक माना जाता है। लिहाजा सनातनी महिलाऐं सोलह श्रंगार कर भिन्न-भिन्न परिधानों में सामूहिक रूप से सावन माह को विशेष त्यौहार के रूप में मनाती हैं। गत दिवस बिजुरी नगर स्थित कपिलधारा श्रमिक सदन बिजुरी में ऐसा ही नजारा विभिन्न खेलों का किया गया आयोजन कपिलधारा श्रमिक सदन बिजुरी में उपस्थित भाजपा महिला मोर्चा द्वारा मुख्य अतिथि के समक्ष गीत-संगीत एवं विभिन्न खेल व कार्यक्रम आयोजित समारोह को सम्पन्न किए जिसमे सावन सुंदरी का आयोजन रखा गए जिसमे प्रथम स्थान प्रीती सिंह रानावत दूसरा स्थान गुंजन साहू वही तीसरा स्थान पूजा सोनी रही इस कार्यक्रम में उपस्थित लगभग तीन सैकड़ो से अधिक महिलाओं ने सामूहिक रूप से कार्यक्रम में उपस्थित रही।

सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था ने मनाया हरियाली तीज सावन महोत्सव


अनूपपुर

ममहिलाओं ने हरियाली तीज उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष पुष्पा पटेल के द्वारा समाज की सभी महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था हर वर्ष की तरह इस वर्क भी सावन महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संस्था की अध्यक्ष पुष्पा पटेल ने बताया कि बहनों के खुशियों के लिए काम करती है हमारी संस्था मुख्य अतिथि दसमती राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य शशि पटेल दीदी नगर परिषद बरगवां अध्यक्ष गीता गुप्ता नगर पालिका अध्यक्ष अंजुलीका सिंह  नगर पालिका उपाध्यक्ष सोनाली तिवारी जी जिला अध्यक्ष रश्मी खरे जी ज्योति शर्मा  वंदना खरे  संस्था की सभी बहने ज्योति राठौर आरती राठौर विमला सिंह सविता सिंह मार्दुला पटेल किरण पटेल संध्या जी रुचि अनीता  सविता सिंह एवं संस्था के समस्त महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और सावन महोत्सव को धूमधाम से संपन्न बनाया।

प्रगतिशील लेखक संघ ने प्रेमचंद्र की 143 वीं जयंती मनाई,काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन


अनूपपुर 

प्रगतिशील लेखक संघ इकाई अनूपपुर ने स्थानीय पं.शम्भूनाथ शुक्ल पुस्तकालय व वाचनालय में प्रेमचंद की 143 वीं जयंती मनाई।अभी हरिशंकर परसाई की जन्म शताब्दी समारोह पूरे भारत में मनाया जा रहा है। पर प्रगतिशील लेखक संघ ने इसमें गहरा संज्ञान लिया है, इसी तारतम्य में आगामी 20,21,22 अगस्त को जबलपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन के तहत हरिशंकर परसाई पर केंद्रित कार्यक्रम संपन्न होंगे।जिसमें पूरे भारत और कुछ विदेश से लगभग 500 साहित्यकार हिस्सा लेंगे।

प्रेमचंद पर संगोष्ठी में गिरीश पटेल, विजेंद्र सोनी , बासुदेव चटर्जी, दीपक अग्रवाल, सुरेंद्र शिवहरे आदि ने प्रेमचंद की रचनाओं- कहानी, नाटक , निबंध और उपन्यास की रचनाधर्मिता पर प्रकाश डालते हुए उनकी भाषा शैली, कथावस्तु , गाह्यता , रोचकता तथा उपयोगिता व भावों के संप्रेषण के बारे में पर्याप्त चर्चा की।प्रलेस के सचिव रामनारायण पाण्डेय ने विषय का प्रवर्तन करते हुए न केवल प्रेमचंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला बल्कि कार्यक्रम का सफल संचालन भी किया।

कविता पाठ दीपक अग्रवाल,ललित दुबे,साहू जी व गिरीश पटेल ने किया। प्रोसेस नामक संस्था के पदाधिकारी अमित जो कि उत्तराखंड से तथा कनुप्रिया जो कि पंजाब से विशेष रूप से इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए आए हुए थे, ने अपनी बात कहते हुए यह बताया कि देश इस समय विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों का लगातार ह्रास हो रहा है आम जनगण का जीवन दूभर हो गया है।महंगाई,धर्मांन्धता,वैमनस्य,कदाचार , भ्रष्टाचार और तानाशाही का बोलबाला है ऐसे समय में देश में जागरूकता और जागृति के प्रचार प्रसार में यह संस्था कार्य कर रही है तथा अपने से समानता वाले संगठनों से समन्वय स्थापित कर देश में सुचिता और सकारात्मक मूल्यों के प्रसार हेतु कटिबद्ध है।

कार्यक्रम के अंत में कोषाध्यक्ष डॉक्टर असीम मुखर्जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की।

श्रद्धा महिला मंडल ने नारी शक्ति का किया सम्मान, कबाड़ से बनाई मनमोहक कलाकृति

*धरती , आकाश और पाताल में महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई- श्री मति मिश्रा*


अनूपपुर/कोतमा

जमुना कोतमा क्षेत्र के बंकिम विहार  में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स  लिमिटेड मुख्यालय बिलासपुर से पधारीं श्रद्धा महिला मंडल की अध्यक्षा पूनम मिश्रा  के मुख्य आतिथ्य एवं श्रद्धा महिला मंडल की उपाध्यक्ष  रीतांजलि पाल , राजी श्रीनिवासन एवं  संगीता कापरी की उपस्थिति में नारी शक्ति सम्मान समारोह संपन्न हुआ । 

इस अवसर पर जमुना कोतमा क्षेत्र कीअलंकृता महिला समिति अध्यक्षा तरुणा मदान  की गरिमामीय उपस्थिति रही। विदित हो कि अलंकृता महिला समिति जमुना कोतमा क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों की सहधर्मणियों की स्वैच्छिक संस्था है जो कि वर्ष पर्यन्त विभिन्न प्रकार के जनकल्याणकारी गतिविधियों का संचालन करती रहती हैं जिसमें गरीब,आदिवासियों, वृद्ध जनों को सहयोग, महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई-बुनाई प्रशिक्षण, कम्प्यूटर कोर्स, ग्रीष्म ऋतु में प्याऊ का संचालन आदि कार्य शामिल है। अलंकृता महिला समिति के तत्वावधान मैं जमुना कोतमा क्षेत्र की गोविंदा आमाडाड, बरतराई में महिला समितियाँ भी कार्यरत हैं। 

*कबाड़ से बनाई मनमोहक कलाकृति*

जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत रीजनल वर्कशॉप में कार्यरत महिलाओं के द्वारा कालरी में उपयोग के बाद बचे कबाड़ को संजोकर एक अनोखी कलाकृति शेर का निर्माण किया गया जिसे बंकिम बिहार में स्थापित किया गया इसका जिसका लोकार्पण श्रद्धा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा के द्वारा किया जाना था किंतु श्रीमती मिश्रा ने कबाड़ से कलाकृति निर्मित करने वाली टीम लीडर इंदुबाला जैन को बुलाकर उन्हीं से लोकार्पण करवाया गया।

*महिलाओं का हुआ सम्मान*

आकाश और धरती पर महिलाओं ने पहले ही अपने काम से दुनिया में लोहा मनवा चुकी अब पाताल में भी जोखिम भरे ब्लास्टिंग जैसे खतरनाक कामों को भी महिलाओं ने कर अपना जौहर दिखला रही हैं ऐसी धैर्यवान और साहसी महिलाओं का भी श्रद्धा महिला मंडल की अध्यक्षता श्रीमती मिश्रा द्वारा मुन्नी बाई , बत्ती बाई, गंगीबाई, रामरति, दूनमती ,हसवती, मीराबाई को जोखिम भरे उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।

*गरीब बच्चियों को दिया गया साइकिल*

अपने गांव से दूर स्कूल स्कूल जाने में होने वाली कठिनाइयों को देखकर अलंकृता महिला समिति द्वारा गरीब बच्चियों को साइकल भेंट करने का निर्णय लिया गया जिसमें श्रद्धा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा के कर कमलों द्वारा बच्चियों को साइकल एवं मिठाईयां भेंट की गई । साइकिल मिलने से बच्चियों के चेहरे में खुशी देखने को मिली अब अपने  सपनों को पूरा कर सकेंगी।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि श्रीमती पूनम मिश्रा ने कहा कि जमुना कोतमा क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं द्वारा वेस्टेज मटेरियल  ( कबाड़) से इस तरह की कलाकृति निर्मित करना सराहनीय कार्य है । नारी शक्ति मे अदभुत कला होती  है जो आज इस कलाकृति के माध्यम से देखने को मिल रहा है। मैं कबाड़ से इस अनुपम कलाकृति निर्माण करने वाली टीम को बहुत-बहुत बधाई देती हूं । श्रीमती मिश्रा ने आगे कहा कि उन महिलाओं को कितना भी जोखिम भरा काम दिया जाय उसे चुनौती के साथ   जान  जोखिम में डालकर देश के लिए ऊर्जा का प्रमुख स्रोत कोयला उत्पादन में पुरुषों के साथ कंधा मिलाकर देश की प्रगति में चार चांद लगा रही हैं उन्हें भी मैं बहुत बहुत बधाई देती हूं। श्रीमती तरुणा मदान अध्यक्षा अलंकृता महिला समिति ने कहा कि हमें खुशी है कि श्रीमती पूनम मिश्रा अध्यक्षा श्रद्धा महिला मंडल एसईसीएल बिलासपुर के हाथों से हमारी टीम को यह जनसहयोग का कार्य करने का मौका मिला है। इस अवसर पर अलंकृता महिला समिति की सदस्याएँ बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।मंच का सफल संचालन श्रीमती मीना गोपाल त्रिपाठी ने किया।

मणिपुर में हिंसा, शांति स्थापना हेतु राष्ट्रीय युवा संगठन व सर्वोदय मण्डल का नागरिक से आह्वान


अनूपपुर 

मणिपुर में शांति सद्भाव हेतु स्थानीय होटल  गोविंदम  अनूपपुर में राष्ट्रीय युवा संगठन और मध्यप्रदेश सर्वोदय मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में नागरिक सद्भावना सभा आयोजित हुई। आयोजन में मणिपुर में हो रही हिंसा और सामाजिक वैमनस्य पर चिंता जाहिर करते हुए शांति स्थापना के लिए स्थानीय प्रशासन को निर्देश देने हेतु राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार द्विवेदी, प्रगतिशील लेखक संघ के जिलाध्यक्ष गिरीश पटेल, ब्रजेश सोनी और ललित दुबे ने अपने विचार रखे। अपने वक्तव्य में ब्रजेश सोनी ने कहा मणिपुर हिंसा एक राजनैतिक सवाल है इसका समाधान भी राजनैतिक है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय को हस्तक्षेप करके वहां शांति स्थापित करनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार द्विवेदी ने कहा हम अपने ही देश के भाई बहनों के ऊपर जो विपदा आई है उस पर चर्चा करने बैठे हैं। देश की समग्रता और विविधता को समझें बिना जो सत्ता की कुर्सी में बैठे हैं यह समस्या उनकी अदूरदर्शिता की देन है। राष्ट्रीय युवा संगठन के साथियों ने आर्म्स फोर्स एक्ट के तहत हो रहे नागरिक अधिकारों के हनन और समाज में फैली भय और असुरक्षा के खिलाफ आवाज उठाई थी। आज भी हम मणिपुर को हिंसा की आग में जलता नहीं छोड़ सकते।चर्चा का संचालन करते हुए ललित दुबे ने कहा कि मणिपुर के पहाड़ी अंचल में रहने वाले कूकी जनजाति और मैदानी भाग में रहने वाले मैतेई समुदाय के बीच वैमनस्य पैदा कर मणिपुर के संसाधनों के लूट की सरकारी कोशिश का परिणाम है। चर्चा का उपसंहार करते हुए प्रगतिशील लेखक संघ के जिलाध्यक्ष गिरीश पटेल ने कहा मणिपुर की समस्या भी कश्मीर की समस्या जितनी बड़ी है। यदि कोई व्यक्ति या संगठन शान्ति स्थापित करने के उद्देश्य से मणिपुर जाना चाहते हैं सरकार को उन्हें जाने देना चाहिए। चर्चा में भूपेश शर्मा, राष्ट्रीय युवा संगठन के प्रदेश संयोजक शिवकांत त्रिपाठी, चन्द्र शेखर सिंह, महेश अजनबी, विवेक यादव, सी पी गुड्डू जनपद सदस्य सी के तिवारी, बबलू मिस्त्री, एच सी चौहान, दिनेश केवट आदि गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। आभार ज्ञापन राष्ट्रीय युवा संगठन के प्रदेश संयोजक शिवकांत त्रिपाठी ने किया।चर्चा के बाद मणिपुर में शांति स्थापना के लिए आवश्यक निर्देश देने के निवेदन के साथ राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। आयोजन में राजबहोर यादव, प्रज्ञा शर्मा, अनिकेत नाविक, संकल्प सिंह, अजय केवट, जय चौधरी, किशन कोरी और विवेक चौधरी शामिल रहे।

महात्मा गांधी बापू की चिट्ठी नरेंद्र मोदी के नाम- कैलाश पाण्डेय


भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी-अभी अमेरिका और मिस्र के सफलतम यात्रा  से लौटे हैं और 27 जून  यानी मंगलवार को शहडोल की जमीन पर उनका आगमन होगा। स्वागत की भव्य तैयारियां की जा रही हैं। आज स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह शहडोल आए और उन्होंने इंतजामों का जायजा लिया। इसी बीच एक खयाल आया कि यदि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवित होते और पीएम मोदी को चिट्ठी लिखते तो उस खत का मजमून क्या होता। शायद राष्ट्रपिता पीएम मोदी द्वारा चलाए गये स्वच्छता अभियान की प्रशंसा करते,क्योंकि अंतत: स्वच्छता का सपना सर्वप्रथम बापू ने ही देखा था,जिसे मोदी ने पीएम बनने के बाद जमीन पर उतारने का बीड़ा उठाया। लोग भले ही राजनीतिक उद्देश्य से बापू और मोदी को अलग-अलग साबित करें,लेकिन कई बिन्दुओं पर ये दोनों एक दिखाई देते हैं। बापू भगवान रामचंद्र जी के अनन्य उपासक थे। पूरा जीवन उन्होंने रामराज्य की स्थापना के लिये होम कर दिया। बापू के तो अंतिम शब्द भी थे हे राम। तो क्या बापू उस चिठ्ठी में राम मंदिर की कल्पना को साकार करने के लिये उनका उत्साहवर्धन करते। सभी अपने-अपने हिसाब से इस प्रश्न का उत्तर खोज सकते हैं। शहडोल में मंगलवार को जो कार्यक्रम है, वो भी क्या बापू से जुड़ा हुआ नहीं है? शहडोल के वाशिंदों खासकर आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया,थैलीसीमिया से मुक्त कराने का अभियान भी तो बापू के सपनों के भारत का एक हिस्सा है। लगता तो है कि बापू अपनी चिठ्ठी में पीएम को उनके इस अभियान के लिये शुभकामनाएं देते। महात्मा की चिठ्ठी में पीएम मोदी के नौ साल में किये गये कार्यों के लिये कुछ सुझाव और समझाइश भी होती। जो निश्चित तौर पर भारत के उज्ज्वल भविष्य और उत्तरोत्तर प्रगति में संवाहक की भूमिका निभाते।  

*मोदी जो कार्ड बांटेंगे, वो है क्या*

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को जो कार्ड शहडोल के नागरिकों को वितरित करेंगे, उसे विस्तार से समझना बहुत जरूरी है। श्री मोदी राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करने आ रहे हैं। आसान शब्दों में समझें तो  विवाह पूर्व कुंडली की तरह वर-वधू के जेनेटिक कार्ड का मिलान कर ऐसी जोड़ी बनने से रोका जा सकता है,जिनकी संतान को सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया होने का खतरा हो सकता है। भोपाल के सरकारी होम्योपैथी कालेज के सह प्राध्यापक डॉ. निशांत नांबिशन और उनकी पत्नी डॉ.स्मिता नांबिशन ने तीन वर्ष की मेहनत के बाद जेनेटिक कार्ड तैयार किया है। उन्हें इसका पेटेंट भी मिल गया है। झाबुआ और आलीराजपुर में प्रयोग के तौर पर इसके अच्छे परिणाम मिलने के बाद इसका उपयोग 17 राज्यों में किया जाएगा।

*प्रदेश में दो लाख कार्ड बंटेंगे*

प्रदेश में अभी दो लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से यह कार्ड दिया जाएगा। 27 जून को ही उत्तर प्रदेश में भी इसका वितरण शुरू होगा। डा. निशांत ने बताया कि जिप्की (जेनेटिक इनहेरिटेंस प्रेडिक्शन काउंसलिंग आइडेंटिफिकेशन) कार्ड का उपयोग आनुवंशिक पैटर्न की पहचान और परामर्श के लिए किया जाता है। इसका उपयोग कर दोनों बीमारियों को धीरे-धीरे पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।

*ऐसे काम करता है कार्ड*

सिकल सेल एनीमिया और थैलेसीमिया का पता लगाने के लिए रक्त की जांच एचपीएलसी (हाई परफारमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी) से की जाती है। इससे पता चलता है कि बीमारी है या नहीं। यदि है तो माइनर है या मेजर। कुछ लोगों को बीमारी नहीं होती फिर भी वह वाहक बनते हैं। कार्ड के पीछे तरफ प्रिंट क्यूआर कोड को स्कैन करने पर वीडियो के जरिये बीमारी के बारे में पूरी जानकारी मिलती है।

शिक्षक राजीव मिश्र दूसरी बार पुस्तक के सहलेखक बनकर जिले को किया गौरान्वित


अनूपपुर/जैतहरी

अनुपपुर जिले के लिए एक उपलब्धि और प्राप्त हुई है, जहा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जैतहरी में पदस्थ राजीव कुमार मिश्रा, उच्च माध्यमिक शिक्षक जिनके द्वारा भौतिकी विषय (फिजिक्स) विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है। उनके पढ़ाई की तकनीकी को देखते हुए और विद्यार्थियों द्वारा लिए गए फीडबैक के आधार पर इस साल प्रबोध प्रकाशन ने कक्षा 12 की किताब में सहलेखक की भूमिका के रूप में नाम अर्जित कर क्षेत्र के लिए एक उपलब्धि हासिल की यह एक उल्लास का विषय है। आपको बता दे कि इसके पूर्व भी कोरोना कॉल में शिक्षक राजीव मिश्रा के द्वारा यू ट्यूब के चैनल ischool24 माध्यम से जिले के सभी स्टूडेंट्स के लिए विडियो बनाकर भेजा जाता रहा है जिससे छात्रों के परीक्षा परिणाम में वृद्धि हुई, सभी विद्यालयों में भौतिकी के शिक्षक उपलब्ध नहीं है इसलिए विडियो के माध्यम से ही स्टूडेंट्स सरलता से विषय वस्तु घरबैठे पढ़ सके ऐसा इनके द्वारा किया गया था। राजीववल को इस उपलब्धि से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभी शिक्षकों द्वारा बधाई प्रेषित की गई वही नगर वाशियो द्वारा भी शुभकामनाये दी गयी।

शिक्षक राजीव मिश्रा ने बताया की जब कक्षाएं पढ़ाता था तो मुझे लगता था की किताब को और बेहतर बनाने के लिए क्या करना चाहिए, इसलिए किताबो में संशोधन कर मैं कंपनी भेजना था इसके लिए मुझे वहा से पारिश्रमिक आता प्राप्त होता था, पिछले साल 2022 में क्लास 12 वी की प्रबोध फिजिक्स में मेरा नाम पहली बार सहलेखक में आया मगर मैने फिर 11 वी की तरफ़ भी ध्यान दिया जिसके कारण इस साल प्रबोध फिजिक्स में कक्षा 11 वी में भी मेरा नाम सहलेखक में आया अब दोनो कक्षाओं की किताबो में सहलेखक में नाम दर्ज हुआ, अभी भी वो विडियो देखें जा रहे छात्रों द्वारा, उसके पहले मेरे द्वारा छात्रों के लिए एक लाई डिक्टेटर मशीन बनाई गई जो वर्किंग मॉडल थी राज्य स्तर तक पहली बार न्यूज चैनल में भी मेरी बाइट आई, मेरे 18 साल के शिक्षण कैरियर में छात्र हित को ध्यान रखकर सदैव से ही कुछ नया करने की सोच थी जो प्रयास अभी तक जारी है, और आगे भी मुझे मेहनत करनी है जिससे सरकारी स्कूल के बच्चो को और बेहतर बना सकूं

सिद्धबली नाथ धाम बलबहरा मे पेट व चर्म रोग से मिलता है छुटकारा, भक्तों की उमड़ रही भीड़

*मंदिर के दो कुण्ड रहस्यमयी, एक से पेट रोग तो दूसरे कुुण्ड से चर्मरोग की छुट्टी*


शहडोल/बुढ़ार

जिला मुख्यालय शहडोल से लगभग 40 किलो मीटर की दूरी पर स्थित सिद्धबलि नाथ धाम बलबहरा की इन दिनों  हर जगह चर्चा जोरों पर है कारण कि यहां विराजमान श्री हनुमान जी महाराज से भक्तों द्वारा मांगी गई हर मुराद पूरी हो जाती है। हालांकि वर्तमान मे मंदिर की स्थिति ठीक नही थी। उक्त मंदिर की कायाकल्प के लिए  ग्रामीणों ने अघोरपीठ हरिश्चंद्र घाट काशी के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली बाबा को निमंत्रित किया है। निमंत्रण स्वीकार कर कपाली बाबा बलबहरा पहुंचे हैं जो निरंतर मंदिर की प्रगति व साज सज्जा पर काम कर रहे हैं। सिद्धबलि नाथ धाम मे कई मंदिर हैं जिनमे महादेव मंदिर की शिवलिंग विकृत हो जाने पर बाबाजी द्वारा जयपुर से शिवलिंग मंगवाकर 12 मई को मंदिर परिसर मे शिवलिंग की विधि विधान से पुर्नस्थापना कराई गई जिसमे बलबहरा समेत आसपास के सैकड़ों ग्रामों के भक्त शामिल हुये। शुक्रवार की सुबह से शुरू हुये शिवलिंग की पुर्नस्थापना पूरे विधि विधान से देर शाम तक चलती रही जहां स्वयं कपाली बाबा जी ने शिवलिंग को स्थापित किया वही पूरे मंदिर परिसर मे मंदिर की सुंदरता के लिए वृहद कार्य कराया गया।

*यहां हर मुराद होती है पूरी*

ज्ञात हो कि सैकड़ों वर्ष पुराने स्वयंसिद्ध सिद्धबलि नाथ धाम बलबहरा मंदिर मे हनुमान जी से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। बता दें कि बजरंगबली महाराज का यह मंदिर न सिर्फ चमत्कारी हैं बल्कि दिव्य भी है, जिनके दर्शन करने मात्र से ही सारे कष्ट टल जाते हैं। विराजित बजरंगबली की प्रतिमा के बारे मे कपाली बाबा बताते हैं कि सिद्धबली जी की प्रतिमा सिर्फ प्रतिमा नही है बल्कि सजीव मूर्ति है जिनसे सच्चे मन से मांग गई मुराद पूरी होती है। मंदिर परिसर मे भगवान रामजी, श्रीमती सीता माता व लक्ष्मणजी के साथ विराजित हैं वही भगवान राम के भक्त श्री हनुमान मंदिर के साथ ही श्री महादेव मंदिर भी सजीव रूप मे विराजमान हैं। 

*वर्षों पूर्व प्रकट हुये थे बालाजी महाराज*

ज्ञातव्य है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व मंदिर के ठीक पीछे बगीचे मे हनुमान जी प्रकट हुये थे जिसकी जानकारी लगते ही ग्रामवासियों ने बालाजी महाराज का पूजन वंदन प्रारंभ किया। इस दौरान पूजा पाठ का सही तरीका मालूम नही होने पर पूर्व मे साधु संतो को निमंत्रित करते हुये उन्हे यह दायित्व सौंपा गया, लेकिन समय के साथ साथ वे साधु संत स्वर्गवासी हो गये और अब मंदिर की व्यवस्था तथा पूजा पाठ की जिम्मेदारी स्वयं कपाली बाबाजी ने अपने हाथो मे ले ली है। वर्तमान मे कपाली बाबाजी के मार्गदर्शन मे यहां विराजित श्रीराम मंदिर, श्री हनुमान मंदिर तथा श्री महादेव मंदिर की प्रधान पुजारी दशरथ प्रसाद तिवारी विधि विधान से पूजा कर रहे हैं।

*रहस्यमयी है हनुमत व देवी कुण्ड*

बलबहरा स्थित हनुमान मंदिर के ठीक पीछे दो कुण्ड हनुमत व शक्ति कुण्ड है। जिसके बारे मे कपाली बाबा जी ने विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि यह कुण्ड कब और किसने बनाया यह किसी को ज्ञात नही परंतु ऐसी मान्यता है कि हनुमत कुण्ड का जल ग्रहण करने से व्यक्ति पेट संबंधी बीमारी से हमेशा के लिए दूर हो जाता है वही शक्ति कुण्ड के जल से स्नान करने पर चर्मरोग दूर भाग जाता है, परंतु शक्ति कुण्ड के जल का प्रयोग पीने तथा हनुमत कुण्ड के जल का प्रयोग स्नान के लिए कदापि नही होना चाहिये वरना दुष्प्रभाव भी हो सकता है। 

*बालाजी महाराज का वैभव बनाये रखना मुख्य उद्देश्य-कपाली बाबा*

हनुमान मंदिर के संबंध मे अघोरपीठ हरिश्चंद्र घाट काशी के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली बाबा जी ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य यहां विराजित चमत्कारी सजीव प्रतिमा श्री हनुमान जी महाराज की विधि विधान से पूजन तथा उनके वैभव को बनाये रखना ही हमारा उद्देश्य है। ग्रामीणों के निमंत्रण हम इसी उद्देश्य से यहां आये हैं जिसमे ग्रामवासियों समेत क्षेत्र के लोग भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। ज्ञात हो कि जब से कपाली बाबाजी यहां पधारे हैं तब से नास्तिक भी मंदिर पहुंचकर माथा टेककर आर्शीवाद की कामना कर रहे हैं वही दूर दराज से भी लोगों का दिन व रात आना जाना लगा रहता है वही बाबाजी के प्रवचन को सुनने भी लोगों की भीड़ यहां पहुंच रही है। भक्तों की भीड़ मे अधिकांश श्रद्धालु किसी न किसी समस्या से बाबाजी को अवगत करा उनके निराकरण की प्रार्थना करते हैं तो कृपालु श्रीराम, हनुमान जी व महादेव जी से दयालु कपाली बाबाजी जी अर्जी लगाकर समस्याग्रस्त लोगों को उचित सलाह व रास्ता बतलाकर उनके समस्याओं का निवारण भी कर रहे हैं। बलबहरा धाम मे प्रतिदिन सुबह व शाम भक्तों जमावड़ा लगता है जहां महाराज जी प्रतिदिन भक्ति मार्ग के साथ साथ दायित्व बोध कराकर उनके जीवन को सुगम बनाने का प्रयास करते हैं।

*युद्धस्तर पर किया जा रहा जीर्णाद्धार का कार्य*

कपाली बाबाजी ने मंदिर के बारे मे जानकारी मे बताया कि यहां श्री रामजानकी मंदिर जीर्ण शीर्ण हो जाने पर मंदिर परिसर मे ही नये रामजानकी मंदिर के निर्माण पश्चात गुंबद निर्माण समेत, यज्ञशाला मे भी गुुंबद निर्माण जोर शोर से हो रहा है वही भौतिक बाधाओं से मुक्ति के लिए प्रेतराज महाराज की स्थापना भी जल्द की जायेगी। उन्होने बताया कि भगवान की कृपा से श्री रामजी महाराज, माता सीता व लक्ष्मण जी के साथ नये मंदिर मे बसंतु ऋतु के पहले ही विराजित हो जायेंगे।

उत्कृष्ट कार्य किये जाने पर टी.एन शुक्ला का स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया सम्मान


अनूपपुर

38 वर्ष तक लगातार नोकरी में सेवा देते हुए मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, सहित अन्य स्थानो पर कर्तव्य के पथ पर चलकर कई वर्षो तक अनूपपुर जिले के  मलेरिया विभाग में कार्य कर रहे त्रियोगी नारायण शुक्ला रीवा जिले के सिरमौर तहसील के पास पड़री ग्राम निवासी वर्तमान निवास घरोला मुहल्ला में संचालित टाइम पब्लिक स्कूल कोचिंग के संचालक जितेंद्र शुक्ला के पूज्य पिताजी के उत्कृष्ट काम किये जाने पर अंततः स्वास्थ्य मंत्रालय की नजर पड़ी और मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के मार्गदर्शन में प्रदेश भर के कई जिलों से अच्छा कार्य किये जाने को मद्देनजर रखते हुए कल भोपाल के एक निजी होटल में कार्यक्रम का आयोजन कर प्रमाण पत्र के साथ सील्ड देकर सम्मानित किया गया।

टी एन शुक्ला सदैव ही अपने दिए गए दायित्व व शासकीय कार्य के प्रति कर्त्तव्य निष्ठा के साथ काम किये है। विगत वर्षो पूर्व कोयलांचल क्षेत्र में फैले मलेरिया से परेशान लोगों को समुचित स्वास्थ्य लाभ दिलाये जाने हेतु उन्होंने रात दिन बड़ी मेहनत करके काबू में लाने का काम किया था। इस तरह ही जनता की सेवा के लिए उन्होंने और भी कई बेहतर काम किये हैं जो यादगार के रूप में जिले भर की जनता को मालूम है।

     बता दे की मलेरिया विभागअनूपपुर में पदस्थ त्रियोगी नारायण शुक्ला के उपरोक्त सम्मान को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस सी राय , वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एसआरपी द्विवेदी ,सिविल सर्जन डॉ एस आर परस्ते, टीकाकरण अधिकारी डॉ प्रवीण शर्मा ,डीएचओ वन डॉ खान,डीएचओ टू, डॉ आर पी सोनी,डीपीएम सुनील नेमा सहित स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों में खुशी का माहौल है वही इनके उक्त सम्मान को लेकर इनके रिश्तेदार मित्र परिजनो विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

पुरातात्विक धरोहर व आस्था का प्रतीक शिव मारुति मंदिर, अविस्मरणीय इतिहास समेटे हुए


अनूपपुर 11 अप्रैल 2023

अमरकंटक से महज 70 कि.मी. की दूरी और जिले के ह्रदय स्थल पर स्थित शिव मारुति मंदिर लोगों की आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस प्राचीनतम धरोहर का अपना ही इतिहास है। भगवन शिव के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 12 वीं – 13वीं शताब्दी में हुआ था और आज भी इस मंदिर के स्तम्भ, मूर्तियों और दीवारों पर बनी कलाकृतियाँ अपना अविस्मरणीय इतिहास बयां करते हुए पुरातत्वविदों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।

डॉ हीरा सिंह गौड़ (असिस्टेंट प्रोफेसर, शास. महाविद्यालय राजनगर जिला अनूपपुर) ने अपने शोध पत्र में लिखा है कि - सामंतपुर अनूपपुर जिला मुख्यालय से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक गांव है। यह 230,8‟ उत्तरी अक्षांश और 810,42‟ पूर्वी देशांतर है। इस मंदिर में कई खंडित मूर्तियां उपलब्ध हैं। शहडोल गजतटीर में लिखा है कि सामतपुर में एक पुराना मंदिर है जिसमें चार खंभे और दो प्रवेश द्वार हैं। जबकि प्रवेश द्वार पर गणेश विराजमान हैं। इस ले जाने वाले रथ में घोड़े के साथ चार खंभे हैं। यह गर्भगृह और आधार में अंतराल में विभाजित है और इसके आगे एक नया मंडप है। खड़ी स्थिति में अधिष्ठान टीले, जंघा, शिखर और अमलाक हैं। जंघा दो भागों में बंटा हुआ है। जहां पीछे की तरफ दो अलींदा और लेकम हैं। मंदिर में, अलिंदा के पीछे लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति है और ऊपर की ओर उमा-महेश्वर है।

यह भगवान शिव को समर्पित पंचरथ शैली में बनाया गया है। गर्भगृह योजना और ऊंचाई पर पंचरथ है। पांच अवरोही चरणों की उड़ान से गर्भगृह के तल तक पहुँचा जाता है। गर्भगृह की माप 2.10 मीटर लम्बा और 2.9 मी. चौड़ा है । अंतराल गर्भगृह के अंदर है और 2.3 मीटर लंबा और 2.4 मीटर चौड़ा मापता है। गर्भगृह की दीवार समतल है। गर्भगृह-द्वार को तीन शाखाओं से तराशा गया है। पहली, दूसरी और तीसरी शाखा को नागबल्लारी और सर्पिल कमल-स्क्रॉल से सजाया गया है। शाखाओं के निचले हिस्से को नागबल्लरी और सर्पिल कमल स्क्रॉल से सजाया गया है। शाखाओं के निचले हिस्से को मूर्तियों से सजाया गया है। द्वार के दाहिने किनारे पर पद्मापत्र के नीचे त्रिभंग मुद्रा में खड़ी दो भुजाओं वाली गंगा को उकेरा गया है और कमल के डंठल और कलश को धारण किया है। उसके लेकम पर माउंट क्रोकोडाइल खुदी हुई है। स्तनों सहित गंगा के अग्र भाग को काट दिया गया है। वह एक दाँतेदार मुकुटा, तातंकाचक्र और एक मेखला द्वारा बांधी गई साड़ी पहनती है। द्वार के बायें किनारे पर त्रिभंग मुद्रा में खड़ी दो भुजाओं वाली यमुना खुदी हुई है और कलश और कमल-डंठल ले जा रही है। माउंट कछुआ उसके लेकम पर दिखाया गया है। गर्भगृह-द्वार के लिंटेल को लालताबीम पर उकेरा गया है जिसमें ललितासन में बैठे चार सशस्त्र गणेश की छवि है।

ऊंचाई में मंदिर नीचे से ऊपर की ओर एक सादे भित, जद्यकुंभ, कर्णिका और पद्मलता की एक चित्रवल्लरी दिखाता है जो पीठ की ढलाई का निर्माण करता है। पीठा की ढलाई अधिष्ठान द्वारा की जाती है, ढलाई में शतरंज बोर्ड के डिजाइन के साथ खुरा सजाया जाता है, कुंभ को एक सादे मध्य बैंड के साथ उकेरा जाता है और एक रोसेट युक्त एक आला के साथ सजाया जाता है और चैत्य मेहराब, कलसा और कुदुओं से सजाए गए कपोटा के एक छोटे से शिखर से घिरा होता है। कांगा के ऊपर छाया, कपोत और कर्णिका से बनी वार्तंडिका ढलाई है। वरंदिका के ऊपर पंचरथ शिखर को चैत गावकों की जाली से उकेरा गया है। यह चारों कोनों में से प्रत्येक पर छह भूमि-अमलक दिखाता है। मंदिर लगभग नौ मीटर ऊंचा है। मंदिर सफेद बलुआ पत्थर से बना है और कल्चुरी काल यानी 12वीं_13वीं शताब्दी ईस्वी का है।

इसी क्रम में हमने कुछ लोगों से मंदिर से जुडी कहानी और किवदंतियों के बारे में जानने का प्रयास किया और पाया कि हर कोई इसकी कहानी अपने तरीके से ही बयां करता है – आस्था और भक्ति के प्रतीक शिव मारुति मंदिर में भगवन शिव और बजरंगबली सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं सच्चे मन से की गई भक्ति का फल अवश्य मिलता है | वहीँ मंदिर के पास रहने वाले श्री शेषनारायण राठौर कहते हैं कि - यह मंदिर बहुत पुराना है, मंदिर होने की वजह से ही यहाँ लोगों ने बस्ती बसाई और आज घनी आबादी के साथ यह स्थान एक जिला बन चुका है | मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान शिवलिंग काफी नीचे की ओर धंसा हुआ है ऐसी कहावत है कि बहुत पहले कुछ लोगों ने निर्णय लिया कि शिवलिंग के आस पास खुदाई कर उसे स्थान से ऊँचा किया जाए, परन्तु, लगभग 8 फीट गहरी खुदाई करने पर भी शिवलिंग का निचला हिस्सा उन्हें नहीं मिला और खुदाई बंद करनी पड़ी | साथ ही मंदिर को लेकर कुछ लोग यह भी दावा करते हैं कि मंदिर का निर्माण नागवंशी राजाओं द्वरा किया गया होगा ना कि पाण्डवों द्वारा | साथ ही कहते हैं कि प्रतिदिन सूर्योदय की पहली किरण मंदिर के गर्भ गृह में स्थित शिवलिंग और हनुमान जी की प्रतिमा पर पड़ती है, हालाँकि इस बात की सच्चाई का अनुमान लगाना तो मुस्किल है लेकिन इन सभी कुछ कही-कुछ अनकही बातों, किस्से-कहानियों के साथ सामतपुर का यह मंदिर चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रतिदिन सुबह शाम लगभग 700 से 1000 श्रद्धालु यहाँ आते हैं पूजा अर्चना कर रामायण की चौपाइया गाते हैं जिसमें युवा पीढ़ी के जवानों में विशेष रुझान देखने को मिलता है।

डॉ आकांक्षा रुपा चचरा को शिक्षा के क्षेत्र में 2023 का शिक्षाविद सम्मान मिला


 जबलपुर 

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने अपने सम्मान की श्रृंखला में गुंडाल विजय कुमार हैदराबाद तेलंगाना के प्रेरणादाई सलाह पर प्रेरणा शिक्षाविद सम्मान 2023 डॉ आकांक्षा रुपा चचरा कटक को प्रदान किया है। प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने दिनांक 10.03.2023 को जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रेरणा शिक्षाविद सम्मान 2023 डॉ आकांक्षा रुपा चचरा को उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा हेतु प्रदान किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो और नौनिहालों को बेहतर शिक्षा मिले।


प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा द्वारा  शिक्षाविद सम्मान प्रेरणादायक शिक्षण कार्य हेतु प्रदान किया जाता है।  डॉ आकांक्षा रूपा चचरा शिक्षिका, लेखिका,वरिष्ठ  कवियत्री, समाज सेविका है। डॉ आकांक्षा रुपा चचरा लखनऊ  पत्रिका की मुख्य सलाहकार व ब्यूरो चीफ ,पंजाब  मंच में संपादिका,  हिदी सेवा अध्यक्ष, दिल्ली बुलेटिन  की सदस्य,सलाहकार,उतर प्रदेश देवरिया मे संपादिका है।


डॉ आकांक्षा रुपा चचरा गुरू नानक पब्लिक स्कूल कटक ओडिशा मे  विभागाध्यक्ष है। डॉ आकांक्षा रुपा चचरा की प्रकाशित कृतियां आकांक्षा के मुक्तक, डा॰ पूर्ण नन्दा ओझा की जीवनी ,अनवरत साझा संकलन,अरुणोदय त्रैमासिक  पत्रिका मे साझा संकलन। जीवन से सच्चाई  तक साझा संकलन। आस्ट्रेलिया, यूके,कनाडा,अंतराष्ट्रीय  समाचार पत्र मे रचनाएँ प्रकाशित है। भारत के राज्य- दिल्ली बुलेटिन, राजस्थान, देहरादून, उत्तरप्रदेश,  आदि मे समाचार पत्र-कोल्डफील आदि में रचनाएँ प्रकाशित प्रसारित हो चुकी है।


डॉ आकांक्षा रुपा चचरा कनाडा से साहित्य रथी  सम्मान, काव्य श्री सम्मान, काव्य स्तम्भ सम्मान, नारी अस्मिता सम्मान ( महाराष्ट्र)। लखनऊ से काव्य रथी सम्मान। दार्जिलिंग- डायनामिक  शिक्षिका के सम्मान  से सम्मानित। राजस्थान- भव्यता फाउंडेशन  की ओर से सम्मानित। देवरिया उत्तरप्रदेश-साहित्य शक्ति संस्थान से काव्य रथी सम्मान। सम्मान-अजमेर  काव्य श्री सम्मान से सम्मानित है। लखनऊ- काव्य रथी सम्मान, कतर (साउदी अरब)- काव्य  रथी सम्मान पंजाब- स्वाभिमान  मंच की ओर से साहित्य गौरव सम्मान ,भव्या फाउंडेशन- राजस्थान से राष्ट्रीय गौरव सम्मान 2022, नेपाल- काठमांडू 14 अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस व सम्मान। डा• अब्दुल कलाम  - स्थापित शिक्षक सम्मान 2022। दिल्ली- सर्वश्रेष्ठ शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित।उत्कल भुवनेश्वर  भारतीय  विघा- कोविद रत्ना। अखिल भारतीय सामाजिक कार्य प्रतिष्ठित सम्मान उड़ीसा। हिंदी साहित्य रत्न सम्मान। कबीर सम्मान नागपुर। पूर्णोदय संस्थान द्वारा गार्गी सम्मान सहित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं।


डॉ आकांक्षा रुपा चचरा विभिन्न साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं में शामिल होकर सृजनात्मक कार्य कर रही है।प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के महासचिव प्रदीप मिश्र अजनबी दिल्ली व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लाल सिंह किरार ने बताया कि हिंदी प्रचार प्रसार , शिक्षा, पत्रकारिता व  समाजसेवा के क्षेत्र में काम कर रहे कवि साहित्यकार समाजसेवी पत्रकार शिक्षाविद को प्रेरणा सम्मान प्रदान किया जा रहा है जिससे हिंदी को समृद्ध व राष्ट्रीय संस्कृति को मजबूत बनाने की दिशा में साहित्यकार समाजसेवी पत्रकार शिक्षाविद प्रेरणादायक कार्य करें।

परछाईं ई पत्रिका के पप्पू सोनी प्रबंध संपादक मनोनीत



जबलपुर 

बहुआयामी संस्था प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी प्रचार प्रसार अभियान में सतत नवीन कड़ियों को जोड़ रही है। प्रेरणा ई पत्रिका परछाईं के संपादक गुंडाल विजय कुमार की सहमति से कवि संगम त्रिपाठी ने साहित्य मर्मज्ञ पप्पू सोनी मंदसौर को परछाई का प्रबंध संपादक मनोनीत किया है।


          प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने दिनांक 24.02.2023 को जारी विज्ञप्ति में बताया कि परछाईं ई पत्रिका में सारे देश से कवियों साहित्यकारों की रचनाएं प्रकाशन हेतु निरंतर आ रही है और उनका सहयोग प्राप्त हो रहा है जो कि प्रेरणादाई है।


          परछाईं ई पत्रिका होली विशेषांक प्रकाशित कर रही है जिसके संपादन मंडल में प्रदीप मिश्र अजनबी व ओमप्रकाश लववंशी संगम है। परछाईं ई पत्रिका का मुख्य उद्देश्य हिंदी का प्रचार प्रसार व नव रचनाकारों को प्रोत्साहित करना है।

होली मिलन समारोह पर होगा छिछोरा टाइम्स पत्रिका का विमोचन


शहडोल/अनूपपुर

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी का मनोरंजन करने वाली होली विशेषांक छिछोरा टाइम्स पत्रिका जिसका सभी पाठकों को इंतजार रहता है उसका विमोचन होली पर्व के अवसर पर जल्द किया जाएगा। इस वर्ष पत्रिका का विमोचन होली मिलन समारोह आयोजित कर भव्य रुप से किया जाना सुनिश्चित किया गया है। ज्ञात हो कि छिछोरा टाइम्स पत्रिका का विमोचन विगत 7  वर्षों से होली त्यौहार के अवसर पर होता आया है पत्रिका पर संभागीय स्तर पर निवास करने वाले नेता अधिकारी जनप्रतिनिधि समाजसेवी पत्रकार एवं अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों के विषय पर कोई न कोई हास्य व्यंग प्रकाशित किया जाता है। लोगों का हर वर्ष इस पत्रिका के प्रति सकारात्मक रुझान मिलता आया है । इस संबंध में जानकारी देते हुए एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष विरेंद्र सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में नीरज गुप्ता संभागीय अध्यक्ष आनंद पाण्डेय संभागीय महासचिव अभय पाठक जिला अध्यक्ष अनूपपुर विजय पंडा जिला सचिव अनूपपुर पत्रकार अखिलेश सिंह  नव प्रदेश शहडोल, , सौरभ सिंह नव प्रदेश अनूपपुर, अविरल , राजीव तिवारी अग्नि वर्षा शहडोल, अनूपपुर, प्रकाश चौधरी निष्पक्ष मत अनूपपुर, राजकुमार हरिभूमि अमलाई, अरविंद साहनी दैनिक भारती, ज्ञानेंद्र पांडे विप्र एक्सप्रेस एवं समाजसेवी डॉ राज पांडे, सुमित सिंह ,सुभाष मिश्रा मुनीर खान स्टार समाचार शहडोल रजनीश गौतम वरिष्ठ पत्रकार संतोष पंसारे पंकज राव ओपीएम श्रीराम केवट नर्मदा की पुकार दिनेश सिंह राजपूत यश भारत अनूपपुर कमल पाठक यस भारत शहडोल व अन्य लोगों का सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा कार्यक्रम में होली मिलन समारोह में सम्मानित नेता अधिकारी व समाजसेवी उपस्थित रहे कार्यक्रम का स्थान एवं तिथि जल्द ही तय कर जानकारी दी जाएगी

अनामिका को मिला सातवें वार्षिक कविकुंभ शब्दोत्सव समारोह में स्वयंसिद्धा सम्मान


देहरादून/मनेन्द्रगढ़

साहित्यिक मासिक 'कविकुंभ' का सातवां वार्षिक दो दिवसीय 'शब्दोत्सव' स्वयंसिद्धा सम्मान समारोह डीआईटी यूनिवर्सिटी देहरादून (उत्तराखण्ड) के वेदांता ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। 

मुख्य अतिथि डीआईटी चांसलर एन. रविशंकर, विख्यात कवि-साहित्यकार विभूति नारायण राय, साहित्य अकादमी पुरस्कृत एवं पद्मश्री लीलाधार जगूड़ी, प्रसिद्ध साहित्यकार दिविक रमेश, इंदु कुमार पांडेय, प्रदीप सौरभ उपस्थित रहे। स्वयंसिद्धा सम्मान समारोह की अध्यक्षता पूर्व कुलपति "डॉ सुधा पांडे "ने की। मुख्य अतिथि रहे डॉ एस फारुख और गेस्ट ऑफ उत्तराखंड के डीजीपी "अशोक कुमार "और विशिष्ट अतिथि रहे इंदु कुमार पांडेय" और डीआईटी की रजिस्ट्रार "वंदना सुहाग" । 

बीइंग वुमन की ओर से 'स्वयं सिद्धा सम्मान' से देश के विभिन्न राज्यों की उन महिलाओं को समादृत किया गया, जिन्होंने स्वयं के श्रम एवं विवेक से समाज में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। जिसमें स्वयंसिद्धा सम्मान के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश से जिला MCB मनेंद्रगढ़ से कवयित्री अनामिका चक्रवर्ती को चुना गया था और उन्हें स्वयंसिद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया।


अनामिका चक्रवर्ती की कविताएं एवं कहानी,लेख आदि देश की विभिन्न महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित हो रही हैं साथ ही वे जमीनीस्तर पर महिलाओं की मानसिक और भावनात्मक एवं सामाजिक जागरूकता के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं जिसके लिए वे समय समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करती हैं। शब्दोत्सव स्वयंसिद्धा सम्मान समारोह के दूसरे दिन के काव्य पाठ सत्र में अनामिका चक्रवर्ती एवं देश के अलग अलग प्रदेशों से आए कवियों ने अपनी कविताओं का मंच से पाठ किया।


दो दिवसीय कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में से परिचर्चा सत्र में, 'किस दिशा में जा रहा साहित्य और आज क्या दिशा होनी चाहिए !' विषय पर लीलाधर जगूड़ी, विभूति नारायण राय, दिविक रमेश और प्रदीप सौरभ ने विचार व्यक्त किए। दिविक रमेश ने कहा, आज का समय बहुत कठिन है। लगता है कि हम बहुत व्यापक और  लिजलिज़े दलदल में फँसे हैं। हम दुस्साहस नहीं कर पा रहे हैं। साहित्य दुस्साहस का नाम है। हम अगर अपने समाज को, समय को, अपनी किताबों, अपनी कथाओं में हाशिए के लोगों को व्यक्त नहीं करते तो हम अपने समाज के साथ अन्याय करते है। आज सबसे बड़ी चुनौती अपने समय को व्यक्त करने, अंतरद्वन्द को चित्रित करने की है, और सबसे बड़ी है सत्य बोलने कि चुनौती। यह समय सवाल उठाने का, अपने समय को व्यक्त करने का है।


सुपरिचित उपन्यासकार, पत्रकार प्रदीप सौरभ ने कहा, साहित्य मनुष्यता को बचाता है और साहित्य ही बची हुई मनुष्यता को बेहतर बनाता है। साथ-साथ साहित्य आवाज़ देता है उन्हें, जिनकी आवाज़ होती ही नहीं या जिनके गले को दबा के रखा जाता है। रचना हो जाने के बाद स्वयं रचनाकार के लिए भी एक चुनौती हो जाती है।


शब्दोत्सव स्वयंसिद्धा सम्मान समारोह में कविकुंभ एवं बिइंग वुमन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजिता सिंह फलक एक उनकी टीम को गरिमामय आमंत्रण के लिए धन्यवाद देते हुए अनामिका चक्रवर्ती ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र और विभिन्न उच्च पदों पर महिलाओं की संख्या बढ़ने के बावजूद महिलाएं अभी भी घरेलू हिंसा और सामाजिक शोषण का शिकार हो रही हैं तो जरूरी है कि उनमें शिक्षा और आत्मनिर्भरता के साथ आत्म रक्षा और हिंसा और शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का भी साहस आए ज़रूरत है कि वे स्वयं को जागरूक करें और अपनी रक्षा करने के लिए मजबूत बने।

पत्रकार व एडवोकेट सुमिता बनी जिला वॉलीबॉल एसोसियेशन की सह सचिव, लोगो ने दी शुभकामनाएं


अनूपपुर

अनूपपुर जिले के चचाई में एमपीईबी हास्टल में जिला वॉलीबॉल एसोसिएशन की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सत्र 2022 में किए गए कार्यों एवम् वित्तीय लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया साथ ही एसोसिएशन के सहसचिव सत्येंद्र स्वरूप दुबे द्वारा प्रस्तुत त्याग पत्र को स्वीकार कर समाजिक कार्यों में प्रथम पंक्ति में खड़े रहने वाली पत्रकार व एडवोकेट सुमिता शर्मा को उनके स्थान पर सह सचिव सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया । सुमिता शर्मा  मप्र श्रमजीवी पत्रकार संघ की प्रांतीय सयुक्त सचिव, महिला पतंजलि सोशल मीडिया प्रभारी योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन की सदस्य एवम् लीनेस क्लब की मीडिया प्रभारी  का दायित्व भी निर्वहन कर रहीं हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले के स्कूलों  एवम् समस्त गावों में वॉलीबॉल के प्रति खिलाड़ियों और स्कूल के बच्चों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे वे देश और प्रदेश को खेल में भी सम्मान दिलाएं। नवनियुक्त सहसचिव सुमिता शर्मा ने कहा कि वॉलीबॉल को जिला अनुपपुर में नई बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए एसोसिएशन हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने अपने नियुक्ति के लिए जिला वॉलीबॉल एसोसियेशन  का आभार जताया।उन्होंने कहा कि जिले के स्कूलों में भी खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जाएंगे, जिससे खेल में बच्चे अन्य खेलों की तरह अपना भविष्य उज्जवल बना सकें। , इनके चयन होने पर जिला वालीबाल संघ के संरक्षक  लक्ष्मण राव , अरुण कुमार सिंह, आशीष त्रिपाठी,  पंकज अग्रवाल एवं जिला वालीबाल संघ के अध्यक्ष  चैतन्य मिश्रा  कार्यकारी अध्यक्ष  सिद्धार्थ शिव सिंह , रामखेलावन राठौर , उपाध्यक्ष अमित शुक्ला विनोद सोनी सोमनाथ प्रचेता, विनोद विंधेश्वरी प्रसाद पांडेय,रमेश तिवारी सचिव  रामचंद्र यादव कोषाध्यक्ष प्रदीप यादव सह कोषाध्यक्ष उमेश राय सहसचिव दिनेश कुमार सिंह चंदेल ,मिथिलेश सिंह नेताम, हरिशंकर यादव, संभाग के पत्रकारो और एडवोकेट आदि लोगो ने शुभकामनाएं प्रेषित किया।

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