दो माह से फ़रार नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार


अनूपपुर

जिले में गंभीर अपराध में दो माह से फ़रार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना भालूमाड़ा में अपराध क्रमांक 423/2025 धारा 64(2)(f), 64(2)(m), 351(3) बीएनएस एवं पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज मामले में आरोपी विनोद कुमार चौधरी (उम्र 38 वर्ष), निवासी चौंडी पॉंडी, थाना भालूमाड़ा, जिला अनूपपुर, घटना के समय से ही फरार था।

आरोप है कि उक्त व्यक्ति ने अपनी ही सौतेली नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म जैसा घिनौना कृत्य किया था। घटना सामने आने के बाद से आरोपी लगातार पुलिस की गिरफ्त से बचता फिर रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी भालूमाड़ा के कुशल नेतृत्व में आरोपी की तलाश तेज की गई, जिसके तहत लगातार दो महीनों तक सघन प्रयास किए गए। आखिर में पुलिस टीम ने आरोपी विनोद चौधरी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। आरोपी को गिरफ़्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उसे जिला जेल अनूपपुर भेज दिया गया है।

एम्बुलेंस व्यवस्था चरमराई सीएचसी से जुड़े दर्जनों गाँवों के मरीजों को हो रही है परेशानी


अनूपपुर 

जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परासी से जुड़े दर्जनों गाँवों के लिए एम्बुलेंस की अनुपलब्धता ने स्वास्थ्य व्यवस्था की कमजोर नब्ज को एक बार फिर उजागर कर दिया है। सरकार के करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद, जमीनी स्तर पर मरीजों को बुनियादी सुविधाओं के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है।

परासी सीएचसी आसपास के कई गाँवों के हजारों निवासियों के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों, गर्भवती महिलाओं और दुर्घटनाग्रस्त लोगों को अक्सर त्वरित इलाज के लिए एम्बुलेंस सेवा की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन यही सेवा सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है स्थानीय निवासियों का आरोप है कि जब भी उन्हें एम्बुलेंस के लिए 108 पर कॉल करते हैं, तो उन्हें बताया जाता है कि आस-पास कोई एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है। इसकी वजह से मरीजों को निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। कई बार तो समय रहते इलाज न मिल पाने की स्थिति भी बन जाती है।

एक ग्रामीण छोटे लाल यादव ने बताया कि मेरे पिता की तबीयत बहुत खराब हो गई थी। हमने 108 पर कई बार फोन किया, लेकिन हर बार जवाब आया कि एम्बुलेंस खाली नहीं है। आखिरकार पड़ोसियों की मदद से हम उन्हें कार में लेकर अस्पताल पहुंचे अगर देर हो जाती तो बड़ा नुकसान हो सकता था, एक अन्य महिला ने कहा गाँव में प्रसूति के मामले में तो हालात और भी डरावने हो जाते हैं। रात के समय तो एम्बुलेंस मिलने की उम्मीद ही नहीं रहती। सरकार अस्पताल तो बना देती है, लेकिन उस तक पहुंचने का जरिया नहीं है।

 14 दिन विचरण कर छत्तीसगढ़ को वापस लौटा हाथी, रात में किया फसलो का नुकसान, तोडी बाउंड्री


अनूपपुर

विगत 14 दिन पूर्व आया एक हाथी सोमवार की सुबह मध्यप्रदेश की सीमा से छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही इलाके में एक बार फिर से प्रवेश कर विश्राम कर रहा है, हाथी द्वारा 14 दिनों के मध्य ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर खेतों में लगी एवं रखी विभिन्न तरह की फसलों को अपना आहार बनाया है। विगत रात एक ग्रामीण की बाउंड्री तोड़कर बांड़ी में लगे केला एवं अन्य तरह की सामग्रियों को खाया है हाथी के छत्तीसगढ़ वापस चले जाने से ग्रामीणों को राहत मिली है।

विगत 5 नवंबर को एक-एक दांत वाला नर हाथी छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन मंडल एवं वन परिक्षेत्र के शिवनी बीट के जंगल से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला अंतर्गत जैतहरी तहसील एवं वन परिक्षेत्र के चोलना एवं धनगवां बीट के जंगलों में दिन में विश्राम करने बाद शाम/रात होने पर ग्राम पंचायत पड़रिया के चोई,ग्राम पंचायत कुकुरगोड़ा के विभिन्न टोला मोहल्ला जो जंगल के किनारे बसे हैं, वहाँ लगे धान एवं अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बनाया, वहीं कुछ ग्रामीणों के घर में तोड़फोड़ कर एवं एक ग्रामीण के बोर बेल मशीन को नुकसान पहुंचा रविवार के दिन चोलना बीट के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद शाम होते ही जंगल से निकल कर यह हाथी ग्राम पंचायत कुकुरगोंड़ा के मंटोलिया टोला,बडकाटोला होते हुए ग्राम पंचायत चोलना के बचहाटोला एवं चोलना में विचरण करते हुए ग्रामीणों के खेतों, खलिहानों में रखी धान की फसल के साथ एक ग्रामीण के बांड़ी के बाउंड्री वॉल को तोड़कर दो-तीन ग्रामीणों के बांडी में लगे केला एवं अन्य तरह की सामग्रियों को अपना आहार बनाते हुए सोमवार की सुबह 3 बजे के लगभग चोलना गांव के मुदरी के समीप से गूजरनाला पार कर छत्तीसगढ़ राज्य के मरवाही वन परिक्षेत्र एवं वन मंडल अंतर्गत शिवनी बीट के मालाडांड गांव से धिनौची के जंगल के पहाड़ में पहुंचकर दिन में विश्राम कर रहा है। एक बार फिर से हाथी के वापस जाने से ग्रामीणों को राहत मिली है 14 दिनों के विचरण दौरान ग्रामीणो एवं वनविभाग की सक्रियता के कारण किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो सकी, जबकि यह हाथी बीच-बीच में ग्रामीणों की भीड देख कर चिंघाड़ कर आवाज़ कर दौड़ा कर डरता रहा है।

भाजपा के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल मजदूरों की बहाली की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने बैठे धरने पर


अनूपपुर

कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल मजदूरों की बहाली की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए हैं। यह धरना अमरकंटक ताप विद्युत गृह में कार्यरत निजी कंपनी की ओर से मजदूरों को नौकरी से निकाले जाने के विरोध में दिया जा रहा है।

मेसर्स हैप्पी आउट सोर्स कंपनी ने उन मजदूरों को काम से निकाल दिया है जो पिछले लगभग 10-12 साल से वहां कार्यरत थे। आयोग अध्यक्ष रौतेल लगातार जिला प्रशासन को इस मामले की जानकारी दे रहे थे और मजदूरों की बहाली की मांग कर रहे थे।

हालांकि, कंपनी ने केवल दो मजदूरों को बहाल करने पर सहमति जताई, जिसके बाद आयोग अध्यक्ष ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रामलाल रौतेल ने बताया कि इन मजदूरों को बिना किसी ठोस कारण के नौकरी से निकाला गया है। उन्होंने 6 नवंबर को श्रम विभाग को एक पत्र सौंपा था, जिसमें मजदूरों की बहाली की मांग की गई थी और बहाली न होने पर 17 नवंबर को कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठने की चेतावनी दी गई थी।

मजदूरों की बहाली न होने के कारण रौतेल धरने पर बैठे हैं और उन्होंने घोषणा की है कि जब तक सभी मजदूरों को बहाल नहीं किया जाता, उनका धरना जारी रहेगा। उनके साथ बरगवां अमलाई के उपाध्यक्ष डॉ. राज तिवारी और कुछ पार्षद भी धरने में शामिल हैं।

कंपनी ने 8 कर्मचारियों को, जो 10,12 सालों से काम कर रहे थे। उन्हें बिना किसी कारण के निकाल दिया गया था। जिसके विरोध में पूर्व विधायक ने अनशन पर बैठ गए थे, लगभग 2 घंटे चले अनशन के बाद कंपनी के लोगों ने सभी कर्मचारियों को बहाल करने की बात कही और सभी कर्मचारियों को गेट पास जारी किए। जिसके बाद रामलाल रौतेल ने अपना अनशन खत्म कर दिया।

नाबालिक के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी गिरफ्तार


    

 अनूपपुर

जिले के थाना भालूमाड़ा पुलिस द्वारा अप.क्र. 487/2025 धारा 64(2),64(2)(एम), 65(1) बी.एन.एस. 3,4,5 एल ,6 पाक्सो एक्ट के आरोपी आरोपी रामू बैगा पिता सोहन बैगा उम्र 21 वर्ष निवासी बाडीखार हाल छुलकारी थाना भालूमाडा जिला अनूपपुर के द्वारा पीडिता रजनी बैगा (परिवर्तित नाम)  प्रसाद बैगा उम्र 15 वर्ष निवासी  धुरवासिन थाना भालूमाडा के साथ शादी की झांसा देकर पीडिता के साथ (गलत काम) बालात्कार कर गर्भवती करना पीडिता अस्पताल फुनगा में डिलेवरी हेतु भर्ती होने पर एक नवजात शिशु को जन्म दी जो पीडिता नाबालिक होने से फुनगा अस्पताल से अस्पताली तहरीर पर से अपराध सदर कायम कर विवेचना में लिया गया अपराध की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी निरी. उप निरी. विपुल शुक्ला की नेतृत्व में तत्काल नाबालिक लड़की के साथ घिनौना कृत्य दुष्कर्म  करने वाले आरोपी को दिनांक 13/11/2025 को पता तलास कर 3 दिन के अन्दर गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया  जहाँ से आरोपी को जेल भेजा गया।

घर मे घुसी, 1 की मौत, 1 घायल, रेलवे लाइन के किनारे मिला युवक का शव


अनूपपुर

जिले के कोतमा बुरहानपुर के पिपरिया गांव तिराहे के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में बुरहानपुर निवासी 32 वर्षीय ऋषभ सोनी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 40 वर्षीय भीमसेन चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गए।

मिली जानकारी के अनुसार, ऋषभ सोनी प्लैटिना मोटरसाइकिल से बुरहानपुर से केशवाही की ओर जा रहे थे। पिपरिया गांव तिराहे के पास सड़क में गड्ढा होने के कारण उनकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर एक मकान में जा घुसी। इस हादसे में ऋषभ सोनी की मौत हो गई और भीमसेन चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही तत्काल परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं गंभीर रूप से घायल चौधरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।

*रेलवे लाइन के किनारे मिला अज्ञात युवक का शव*


शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के छतेनि ब्यौहारी रेल मार्ग के किनारे एक अज्ञात युवक का शव रेलवे लाइन के किनारे मिला है। रेलवे के कर्मचारियों ने शव को देख मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। शव की पहचान करवाने में पुलिस जुटी हुई है। शव किसी अज्ञात तीस वर्षीय युवक का बताया गया है।

पुलिस ने बताया कि छतेनि ब्यौहारी रेल मार्ग के किनारे एक अज्ञात 30 वर्षीय युवक का शव मिलने की जानकारी रेलवे के कर्मचारियों ने पुलिस को दी थी। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम के लिए शव ब्यौहारी अस्पताल लाया है। पुलिस ने बताया कि युवक का शव को देखकर ऐसा लग रहा है, कि वह किसी ट्रेन में यात्रा कर रहा होगा,और रात्रि के दौरान गेट के पास वह बैठा रहा होगा,तभी ट्रेन से वह नीचे गिर गया और उसकी मौत हुई है।

पुलिस शव की पहचान करवाने में जुटी है।पुलिस ने बताया पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है। शव के पास युवक का कुछ घरेलू समान मिला है।लेकिन कोई पहचान पत्र नहीं मिलने से शव की पहचान करने में दिक्कत आ रही है। आसपास के जिलों व थाने में गुम इंसान के बारे में पता लगाया जा रहा है। आसपास के थानों में भी इसकी जानकारी दी गई है। शव का पीएम अभी नहीं कराया गया है। हम मामले में जांच कर रहे हैं। 

सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल के छात्र सयान बिस्वास का राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए चयन


अनूपपुर

जिले के कोतमा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल कोतमा के एक होनहार छात्र सयान बिस्वास ने अपनी शानदार फुटबॉल प्रतिभा के दम पर राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाई है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 1 से 6 दिसंबर तक उमरिया में आयोजित की जाएगी।सयान की इस उपलब्धि पर स्कूल की प्राचार्या सिस्टर सीमा मिन्ज़, उप-प्राचार्या सिस्टर रोसलीन, उनके कोच, और विद्यालय के सभी स्टाफ सदस्यों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। विद्यालय परिवार को पूर्ण विश्वास है कि सयान अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन से कोतमा और सेंट जोसेफ स्कूल का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गर्व से ऊँचा करेंगे।

सयान बिस्वास की इस उपलब्धि से न केवल स्कूल का नाम रोशन हुआ है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक गर्व की बात है। सयान की मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है, और अब वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। विद्यालय परिवार सयान को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। सयान की इस सफलता से अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे।

स्कूल की प्राचार्या सिस्टर सीमा मिन्ज़ ने कहा, "हमें सयान पर गर्व है और हमें विश्वास है कि वह अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन से स्कूल और क्षेत्र का नाम रोशन करेगा। हम उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। सयान की इस उपलब्धि का महत्व न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि यह पूरे विद्यालय और क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह दिखाता है कि सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल कोटमा में छात्रों को न केवल शैक्षिक शिक्षा प्रदान की जाती है, बल्कि उन्हें खेल और अन्य गतिविधियों में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसर प्रदान किए जाते हैं। सयान अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेगा और स्कूल तथा क्षेत्र का नाम रोशन करेगा।

हाथी लगातार फसलों को पहुँचा रहा है नुकसान, कई घरों को की तोडफ़ोड़, वन विभाग एलर्ट


अनूपपुर

10 दिन पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पारकर अनूपपुर जिले में आए एक नर हाथी निरंतर दिन के समय चोलना एवं धनगवां के जंगल में ठहरने बाद शाम एवं रात होते ही जंगल से लगे ग्रामीणों के खेतों में लगे एवं काट कर रखें गये धान की फसलों को खाते हुए देर रात अचानक ग्रामीणों के घरों में पहुंचकर घरों में तोड़फोड़ कर रहा है हाथी के द्वारा किए जा रहे निरंतर नुकसान से ग्रामीण परेशान एवं भयभीत है वही वनविभाग के द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है।

जंगल से लगे ग्राम पंचायत पड़रिया एवं कुकुरगोंडा के मंटोलियाटोला, सारिस्ताल, सरईहा,चोई गांव के भलुवानघर टोला के साथ गांव के विभिन्न टोला,मोहल्ला में पहुंचकर किसानों के खेतों में लगी एवं काट कर रखी गई धान की फसल को अपना आहार बना रहा है हाथी के द्वारा 10 दिनों के मध्य 15 से ज्यादा किसाने की फसलों का नुकसान किया जिसमें कुकुरगोड़ा पंचायत के मंटोलिया टोला,सारिस्ताल,सरईहा टोला, ग्राम चोई के भलुवानघर टोला के दर्जनों किसानों के फसलों को खाने के साथ कई घरों को नुकसान पहुँचाया। ग्रामीण एवं वनविभाग का गश्तीदल भलुवानघर टोला में बुद्धू अगरिया के घर के पास निगरानी करते रहे तभी अचानक यह हाथी चुपचाप जंगल से दूसरी दिशा से निकल कर बुद्धू अगरिया के घर पहुंच कर अचानक तोड़फोड़ करने लगा जिसकी आहट मिलने पर सभी अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग गए,ग्रामीणों द्वारा हाथी के निरंतर विचरण करते हुए फसलो एवं घरों का नुकसान किए जाने से परेशान एवं भयभीत हैं जो रात-रात भर परिवार सहित जाग कर रात बिताने को मजबूर हो रहे हैं वही ग्रामीणों में पहले भी आए हाथियों द्वारा किए गए फसल एवं घरों के नुकसान का उचित मुआवजा राजस्व विभाग से नहीं मिलने से नाराज है, जिसका खामियाजा हाथीगस्ती दल मे लगे वनविभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ता है, हाथी के टोला,मोहल्ला में घुसने से रोकने के लिए ग्रामीण वनविभाग की टीम के साथ रात भर निगरानी कर रही है, लेकिन यह हाथी रात भर विचरण कर अपना पेट भर कर सुबह होने पर वापस पास के ही जंगल में जाकर ठहर जाता है।

सर्प प्रहरी छोटेलाल ने दो सर्पो का किया रेस्क्यू, स्मैक सहित आरोपी गिरफ्तार


अनूपपुर

जिला मुख्यालय अनूपपुर में सर्प प्रहरी छोटेलाल जो कई वर्षों से दिन हो या रात इस क्षेत्र में लोगो के घरों से निःशुल्क सर्पो का रेस्क्यू करके हजारो सर्प को जंगल मे स्वतंत्र विचरण करने के लिए छोड़कर समाजसेवा कर रहे है। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत दुल्हरा वार्ड नंबर 3 में वेद प्रकाश पटेल के घर खेत से रसल वाइपर सांप रेस्क्यू किया गया, वही जजिला मुख्यालय अनूपपुर रेलवे के ओएचई ऑफिस से धामन सांप रेस्क्यू करके दोनो सर्पो को जंगल मे स्वतंत्र करने के लिए छोड़ा गया।

*स्मैक रखने जप्त आरोपी गिरफ्तार*


अनूपपुर जिले के थाना रामनगर पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 12 नवम्बर 2025 को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति स्मैक (ब्राउन शुगर) का अवैध रूप से विक्रय करने की फिराक में है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना रामनगर पुलिस टीम द्वारा संदेही व्यक्ति को पकड़कर तलाशी ली गई, जिसके कब्जे से 1.04 ग्राम स्मैक (ब्राउन शुगर) बरामद की गई।पुलिस ने आरोपी की पहचान चंचल गुप्ता उर्फ सनी उर्फ चार्ली पिता गौरी गुप्ता उम्र 28 वर्ष निवासी गोपाल पंडाल, राजनगर थाना रामनगर के रूप में की है। आरोपी से बरामद मादक पदार्थ को जप्त कर थाना रामनगर में अपराध क्रमांक 304/25 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और यह जांच की जा रही है कि वह मादक पदार्थ कहाँ से लाया था।

पंचायत सचिव मंदिर के सामने राखड़ गिरवाने से ग्रामीणों में नाराजगी, थाने में हुई शिकायत


अनूपपुर

जिले के कोतमा विकासखंड अंतर्गत ग्राम बगैहा टोला में पंचायत सचिव द्वारा मंदिर के सामने राखड़ गिरवाने का मामला सामने आया है। इस घटना से आसपास के ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखने को मिली है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर परिसर के सामने राखड़ गिरवाने से वातावरण प्रदूषित हो रहा है तथा श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ के दौरान असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि कई बार पंचायत सचिव को इस संबंध में मौखिक रूप से अवगत कराया गया, किंतु इसके बाद भी राखड़ हटाने की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने कोतमा थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है।

ग्रामीणों का कहना है कि धार्मिक स्थल के आस-पास स्वच्छता बनाए रखना प्रशासन और पंचायत दोनों की जिम्मेदारी है, परंतु पंचायत सचिव की लापरवाही के चलते मंदिर परिसर गंदगी और धूल से भर गया है। इस मामले में कोतमा थाना पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है। वहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि राखड़ को तत्काल हटाया जाए और जिम्मेदार पंचायत सचिव पर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो।

एन.ए.एम. महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ संवर्ग की समस्याओं के निराकरण के लिए सीएमएचओ को सौपा ज्ञापन


अनूपपुर

एन.ए.एम. महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ संवर्ग की समस्याओं के निराकरण के लिए सीएमएचओ को सौपा ज्ञापन सौपकर कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन में लेख है कि एन.ए.एम कैडर 1950 का कैडर है। मैदानी अमले में एन.ए.एम. कैडर सबसे पुराना कैडर है। लेकिन वर्तमान समय में एन.ए.एम. पर कार्य दायित्व ज्यादा है इसलिये शारीरीक और मानसिक रूप से अत्यन्त परेशान है।

सार्थक एवं E attendance से एन.ए.एम को मुक्त रखा जाये, एन.ए.एम. एक फील्ड कर्मचारी है। जिसे 2-4 गाँव में भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाऐ देती है। कई क्षेत्र नेटवर्क विहिन होती है। समयमान् क्रमोन्नति, एरियस, DA हाउस रेंट (HRA) आदि का शीघ्र भुगतान किया जाए। HRA शासन की व्यवस्था है जो कि अन्य जिलो में एन.ए.एम. रहा है। आदेश की प्रति संलग्न है। 

आयुष्मान आरोग्यम मंदिर पर सी.एच.ओ. की पदस्थापना हुई जिसमें NCD स्क्रीनिंग सिकिल सेल एनिमिया जॉच TBID बनाना व TB स्क्रीनिंग आदि. सी. एच.ओ. को करनी है। जिसकी प्रोत्साहन राशि सी.एच.ओ. कैडर को दी जा रही है। अतः यह सभी कार्य भी सी.एच.ओ. कैडर से ही कराया जा जाये। और जहाँ सी.एच.ओ. पदस्थ नहीं है यदि वहाँ का कार्य ए.एन.एम. कर रही है तो प्रोत्साहन राशि एन.ए.एम को दिया जाये अथवा कम्प्यूटर ऑपरेटर से ऑनलाइन कार्य कराया जाये।

संविदा ए.एन.एम. जो नियमित के बराबर कार्य करते है उनका वेतन भी बढाया जाये और उनका वेतन का समय पर दिया जाये, इस पर भी ध्यान दिया जाये। जिस ए.एन.एम. को जो कार्य क्षेत्र मिला है वहाँ से बारबार दूसरे क्षेत्र में न किया जाये, इससे सभी शासकीय कार्य प्रभावित होते है और क्षेत्र की जानकारी एकत्र करने में भी बहुत कठनाई होती है।

जो ए.एन.एम. काफी सिनियर और रिटायरमेन्ट की कगार पर है, उनकी सर्विस बुक जो पेडिंग है वह समय से पूर्ण की जाये, ताकि रिटायरमेन्ट के बाद उनका पेशन पर आये और आर्थिक रूप से परेशान न हो। ए.एन.एम. को पुनः नर्सिंग कैडर में सम्मिलित किया जाए, तथा ग्रेड-पे 2100 के जगह 3200 किया जाए। आयुष्मान आरोग्य मंदिर के जन आरोग्य समिति में जो अनटाइड फान्ड की राशि आती है, उसमें से कुछ राशि ए.एन.एम. को भी दी जाये।

अवैध रेत उत्तखनन व परिवहन करने वाले आरोपियों व ट्रेक्टर ट्राली पर कार्यवाही


अनूपपुर

जिले के वेंकटनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की एक व्यक्ति आलान के लालमटिया घाट कपरिया सें ग्राम कपरिया तरफ लाल रंग के महेन्द्रा कपंनी के ट्रेक्टर के ट्राली में अवैध रेत चोरी कर उत्तखनन करके ले जाने वाला है । सूचना पर अलान नदी लालमटिया घाट से ग्राम कपरिया की ओर आने वाले कच्चे रास्ते पर एक लाल रंग का महिन्द्रा कंपनी का यूवा टेक प्लस 575 डीआई ट्रेक्टर विना रजिस्ट्रेशन नं. लिखा लाल रंग की विना रजिस्टेशन नं. लिखी ट्राली लगाये ट्राली में  02 घन मीटर अवैध रेत खनिज भरे घाट तरफ से कपरिया गांव की ओर आने वाले कच्चे रास्ते पर आते दिखा, जिसे रूकवाकर उक्त ट्रेक्टर के चालक से पूछंतांछ की गई तो ट्रेक्टर चालक अपना नाम शिवम कुमार पिता स्व. ब्रजलाल पड़वार जाति पनिका उम्र 21 निवासी ग्राम खैरझिटी थाना गौरेला जिला जी.पी.एम.  (छ.ग.) का होना बताया। ट्रैक्टर ड्राइवर ने बताया की रेत खनिज का कोई कागजात टी.पी. नही है उक्त ट्रेक्टर ट्राली का मालिक ग्राम खैरझिटी (छ.ग.) का पारसनाथ पनिका है उसी के कहने पर रेत चोरी करने गया था एवं ट्रेक्टर के कागजात ट्रेक्टर मालिक के पास होना बताया। ट्रैक्टर में लोड अवैध रेत खनिज 02 घन मीटर  कीमती 3000/- रूपये की ट्रेक्टर मय ट्राली कीमती 500000/- रूपये की कुल मशरूका 503000 रूपये को जप्तकर धारा 303(2),317(5) बीएनएस एवं  4/21 खान एवं खनिज विकास अधिनियम 1957 एवं 130/177(3) एम.व्ही. एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।। 

घोटाले बाजों के लिए अभय सिंह का अभय दान, गबन कर्ता सचिवों के हाथ तिजोरी की चाबी 

*मामला जिला पंचायत उमरिया का*


उमरिया

जिले करकेली जनपद पंचायत के उजान ग्राम पंचायत में 11 लाख रूपये शासकीय धन राशि के गबन मामला सामने आया था। निर्मल भारत अभियान (मर्यादा अभियान)के तहत हर घर शौचालय  निर्माण कराये जाने के लिए ग्राम पंचायत उजान में वर्ष 2012-13 में 100 हितग्राहियों के घरों में प्रति शौचालय 4600.00 के मान से 460000.00  रूपये एवंम वर्ष 2013-14 में 198 हितग्राहियों के घरों में शौचालय निर्माण हेतु 910800.00 रूपये प्रदान की कर उजान ग्राम पंचायत में 298 शौचालयों के लिए कुल  1400800 . 00 (चौदह लाख आठ हजार रुपये) प्रदान किये गए थे, लेकिन तत्कालीन ग्राम पंचायत की कार्य एजेंसी ने निर्मल भारत अभियान में बनने वाले 298 शौचालयों में से सिर्फ 81 हितग्राहियों के घरों में कुल 81 शौचालयों का निर्माण कार्य करा कर प्रति शौचालय 4600 . 00 के मान से 296487.00 रूपये व्यय किये गए । शेष शौचालयों के निर्माण पूरा नहीं हुआ।

मुख्य कार्य पालन अधिकारी जनपद करकेली जिला उमरिया  के व्दारा अपने पत्र क्र// एस. एम. जी /जन पं /2015/3193 करकेली दिनांक 16--12-15 को अनुविभागीय अधिकारी अनुभाग बांधवगढ़ के समक्ष ग्राम पंचायत उजान में हुये इस घोटाले की वस्तु स्थित रखते हुए लेख किया गया की उजान ग्राम पंचायत में निर्मल भारत अभियान के तहत 1104313 . 00 की राशि बिना कार्य कराये आहरित कर राशि का गबन की गयी है। 

गबन शुदा राशि की वसूली हेतु प्रकरण पंजीबध्द कर राशि वसूली का प्रस्ताव मुख्य कार्य पालन अधिकारी करकेली ने विहित अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बांधवगढ़ को प्रस्ताव प्रेषित किया गया, जिस पर विहित अधिकारी बांधवगढ़ ने नोटिस जारी कर संबंधित सरपंच सचिव से जबाब मांगा गया। जिस पर सचिव संतोष तिवारी ने शासकीय राशि का गबन स्वीकार करते हुए एक लाख पचास हजार रूपये जमा करते हुए शेष राशि के जमा करने के लिए दो माह का अवसर लिखित रूप से मांगा गया। निर्मित किये गए शौचालयों की जांच हेतु पुनः भौतिक सत्यापन जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण से कराये जाने पर 80 हितग्राहियों के घरों में ही शौचालय पाये गये, जिसमें 15 शौचालय पूरी तरह ध्वस्त पाये गये । इस प्रकार गबन राशि में कोई बदलाव नहीं पायी गयी ।

जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया के इस आदेश का रत्ती भर पालन   तो हुआ  नहीं ऊपर से इस आदेश के उलट फेर चल अचल संपत्ति से वसूली के निर्देश देने वाले मुख्य कार्य पालन अधिकारी ने  कार्यालय जिला पंचायत उमरिया मध्यप्रदेश के आदेश क्र 4065/ जि पंचा / पंचा प्रको / नस्ती क्र - 244 /2024 उमरिया दिनांक 23-10-24 के जरिये ग्राम पंचायत जरहा में सचिव के पद से नवाजते हुए एक बार फिर से वित्तीय दायित्व देकर खुलेआम लूट की छूट दे दी । 

वार्ड में नहीं बनी पक्की नाली, जमा हो रहा गंदा पानी, जगह-जगह लगी गंदगी के ढेर, बीमारी का खतरा

*सड़को पर बहता है गंदा पानी*


अनूपपुर/कोतमा

जिले के कोतमा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रम  2 के नागरिक आधूरे नाली निर्माण, वार्ड क्रम में फैले गंदे पानी और जगह जगह कचरे के ढेर से परेशान हैं। दरअसल वार्ड के अंदर घरों के निस्तार का गंदा पानी की निकासी और आधे अधूरे नाली निर्माण की समस्या यहां बनी हुई है। वार्ड के लोग लंबे समय से यहां निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने इसकी शिकायत मौखिक तौर पर जिम्मेदारों से कई बार की हैं लेकिन अभी तक नतीजा कुछ भी नहीं हुआ। जबकि सरकार बदली, जनप्रतिनिधि बदले लेकिन समस्या जस के तस हैं। रात में लोग यहां गिरकर चोटिल हो जातें हैं।

*पानी निकासी का किया जाए इंतजाम* 

वार्ड के रहवासी सविता सोनी कहा कि स्थानीय प्रशासन यहां पानी के निकासी की व्यवस्था कराएं। कब तक वार्ड के लोग नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर होंगे। हम लोगों को मूलभूत सुविधा मिलना चाहिए। पानी निकासी का इंतजाम नहीं होने के कारण घरों से निकलने वाला पूरा पानी सड़क पर आ जाता हैं। उसी गंदे पानी से होकर आना जाना करना पड़ता हैं। साफ सफाई के अभाव में नाली कचरे से पटी पड़ी हैं। बारिश के पानी की निकासी का प्रबंध नहीं होने से बारिश के दिनों में लोगों के घरों के आगे जलभराव की समस्या बन जाती हैं।

*वार्ड में फैली गंदगी*

वार्डवासी बुल्लू सोनी ने बताया कि उसके घर के पास गंदगी का अंबार लगा रहता हैं। बदबू के कारण घर में रहना मुश्किल हो गया हैं। इसी तरह पानी टंकी, खाली पड़े जमीन के साथ पूरे वार्ड में साफ.-सफाई के अभाव में जगह जगह गंदगी फैली पड़ी हैं। इसके चलते मच्छर बढ़ते जा रहे हैं,जिससे बीमारी होने का खतरा बढ़ता जा रहा हैं। बताया गया कि मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीणों के अलावा स्थानीय लोग पैदल चलकर कस्बा के बाजार तक पहुंचते हैं क्योंकि यहां से मुख्य मार्ग तक पहुंचना आसान हैं और दूरी भी कम हैं लेकिन जबसे वार्ड के अंदर गंदगी ने अपना पैर जमाया हैं तब से आमजन इस क्षेत्र से होकर गुजरना बंद कर दिए है। समस्या जस की तस बनी हुई है। वार्ड में गंदगी फैली हुई हैं कोई देखने वाला नहीं हैं। अक्सर हमारे कपड़े गंदे पानी के छींटों से खराब हो जाते हैं। मामले को लेकर नगर के ही रज्जु सोनी ने कहा कि पूरे वार्ड में यदि कोई परेशान हैं तो वो मेरा परिवार। मुख्य द्वार के पास गंदा पानी जमा रहता हैं। हम लोग वही से आना जाना करतें हैं । हमारे द्वारा पिछले कई सालों से पक्की नाली निर्माण की मांग की जा रहीं हैं लेकिन कोई नहीं सुन रहा है। वार्ड के लोगों ने बताया कि नीचे के क्षेत्र से पानी का बहाव अवरुद्ध हो जाता हैं। इस कारण आए दिन पड़ोसियों में वाद विवाद होता रहता हैं जबकि आगे पक्की नाली बनाकर पूर्व में बने नाली से जोड़ दिया जाएं तो समस्या ही समाप्त हो जाएगी।

मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने छह सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा समरण पत्र

*पत्रकार संघ ने जिला मुख्यालय में किया प्रदर्शन*


अनूपपुर

जिला मुख्यालय मे मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के सैकडों सदस्यों ने प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली और कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति मे  ज्ञापन सौंपा।प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने 25 वें त्रिवर्षीय और दो दिवसीय मुरैना में आयोजित मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के महाधिवेशन 2025 में 26 मार्च 2025 को हुए प्रदेश स्तरीय सम्मेलन मे मुख्य अतिथि के हैसियत से उपस्थित थे,जहां पर उन्होंने पत्रकारों के हितों से जुडे मुद्दों पर जो वायदा किया था, उन्हे अभी तक पूरा नहीं किया गया है। 

संघ के प्रदेश अध्यक्ष शलभ भदौरिया के निर्देश पर तीन माह पूर्व सभी जिलों से पोस्टकार्ड अभियान चला कर मुख्यमंत्री को स्मरण कराने की कोशिश की गयी,लेकिन कोई परिणाम ना ‌निकलता देख कर अब मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ प्रदेश व्यापी आन्दोलन के तहत प्रथम चरण मे 11 नवम्बर मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों के साथ अनूपपुर जिले में भी जिले के कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम स्मरण पत्र सौंपा गया। जिले मे जिलाध्यक्ष के नेतृत्व मे मंगलवार 11 नवम्बर को जिले भर के मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने कलेक्टर बंगले के बगल मे हनुमान मन्दिर परिसर में एकत्रित होकर रैली के रूप में कलेक्ट्रेट भवन पहुंचकर ज्ञापन सौपा।

ज्ञातव्य हो कि मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के 25 वें त्रिवर्षीय और दो दिवसीय मुरैना महाधिवेशन 2025 में  26 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री को मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 6 सूत्रीय मांगपत्र दिया था। जिस पर उन्होने पत्रकारों की मांगों के संबंध में जल्द ही चर्चा कर निराकरण करने का आश्वासन दिया था।लेकिन लगभग आठ माह बाद भी मांगों के निराकरण का संकेत नही मिला। इसके 3 माह बाद मंडला में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सदस्यों ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अभी तक मांगों का निराकण नही हुआ और सरकार में ना ही इस आशय की कोई गतिविधि ही महसूस हुई। मुख्यमंत्री द्वारा 6 माह पूर्व मुरैना महाधिवेशन में की गई उनकी घोषणा का स्मरण दिलाने हेतु मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को स्मरण पत्र दिये जाने का निर्णय लिया गया।

मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ की जो छह सूत्रीय मांग है वह इस प्रकार है। पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल लागु की जाय। भोपाल के मालवीय नगर स्थित हमारे पत्रकार भवन की भूमि जिसे कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने हमसे छीन लिया था हमें वापस की जाय। पत्रकार पेंशन योजना श्रद्धा निधि योजना में अधिमान्यता होने की शर्त हटाई जाएं और उसे आजीवन देने का नियम बनाया जाय। मध्यप्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में पत्रकार भवन के लिए निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराई जाय।राज्य के पत्रकारों को टोल टेक्स से मुक्त करने की नियत से हमारे संगठन मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के सदस्यता कार्ड को मान्यता प्रदान की जाय।साथ ही प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो के टोलनाकों पर अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को टोल फ्री सुविधा प्रदान की जाय। पत्रकार स्वास्थ्य बीमा योजना को निःशुल्क करके सभी पत्रकारों को इसका लाभ पहुँचाने की योजना घोषित की जाय।   

सड़कों पर आवारा मवेशियों का कब्जा, राहगीर हो रहे हैं हादसे का शिकार, जिम्मेदार मौन

*खानापूर्ति कर भूले अभियान, पशु मालिक बेपरवाह*


अनूपपुर/कोतमा

जिले के कोतमा नगर की सड़कों पर आवारा मवेशी की समस्या पुरानी है। लेकिन बढते यातायात के बीच  में यह मवेशी कई बार दुर्घटना का कारण बनती नजरआ रही है। कई पशुपालक ऐसे है जो सुबह के समय अपनी मवेशी खुले में सड़क पर छोड़ देते है। शाम को दोपहिया पर बैठकर इन मवेशी को खदेड़ते हुए वह घर ले जाते है। कार्रवाई के अभाव में मवेशी सड़क पर छोड़ने का सिलसिला जारी है  लेकिन इससे दुर्घटना होने की संभावना अधिक होती है।  मेनरोड पर सर्वाधिक भीड़ व वाहन रहते है । ऐसे में यहां पर पहले से यातायात की समस्या है। लेकिन शहर के पशुपालक ऐसे है जो अपने पशुओं को खुले में छोड देते है। दिन भर यह मवेशी शहर में घुम- घुमकर चारे की तलाश करती है। कई बार सड़क पर बैठ जाती है। ऐसे में वाहन टकराकर दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी रहती  है। मौके में देखा जाय तो कई मौते भी ऐसे ही होती है, इस पर नगर परिषद प्रशासन द्वारा ध्यान देकर सड़क पर मवेशी छोड़ने वाले पशुपालकों पर कार्रवाई करने की जरूरत हैं। 

*रात्रि में खतरा ज्यादा*

रात्रि के समय सड़क पर घुमने वाली मवेशियों से दुर्घटना का खतरा अधिक बढ़ जाता है। रात्रि के समय अंधेरे में कई बार तेज रफ्तार वाहन मवेशी से टकरा जाते है । इससे दुर्घटना में मवेशी घायल हो जाती है। साथ ही वाहन चालक व वाहन दोनों का नुकसान होता है। ऐसे में नगर परिषद प्रशासन द्वारा आवारा घुमने वाली मवेशी की समस्या हल करने की जरूरत है। कोतमा शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं। यह समस्या बायपास से लेकर ओवर ब्रिज, बस स्टेंड, चौक - चौराहा, सब्जीमंडी, बेरियल रोड, रेलवे स्टेशन रोड से लेकर लगभग शहर की हर एक सड़क एवं हाईवे पर दिखाई देती है। दर असल बरसात शुरू होने के बाद सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा बढ़ गया है। सबसे अधिक समस्या काली मंदिर रोड एवं गोंडरा रोड की है। यहां आए दिन वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। पशुओं के स्वच्छंद विचरण से आवागमन बाधित होने के साथ राहगीरों को आने-जाने में जानवरों का भय बना रहता है। सुबह से लेकररात तक आवारा पशु सड़कों पर डटे रहते हैं। इन्हें सड़क से भगाने की कोशिश में ही दुर्घटनाएं घट जाती हैं। यह आवारा पशु बाजार में घुसकर अव्यवस्था उत्पन्न करते हैं और इन्हें भगाने की कोशिश में कई लोग घायल हो जाते हैं। शहर के चौक-चौराहों व गलियों में आवारा पशुओं का डेरा कभी न खत्म होने वाली समस्या बन गई है।

*खानापूर्ति कर भूले अभियान*

यातायात व्यवस्था बनाने के लिए कई बार नगर पालिका के अधिकारी को आवारा मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं। कई बार कलेक्टर के आदेश के बाद नपा ने मवेशियों को पकड़ने  की कार्रवाई की, लेकिन इसके बाद आवारा मवेशियों को पकड़ने  की मुहिम अक्सर दम तोड़ जाती है। जिसके चलते अक्सर शहर में हर चौक-चौराहों पर आवारा मवेशियों का झुंड देखा जा सकता है। ऐसे में ये कई बार सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। मवेशियों के अचानक सामने आ जाने के कारण वाहन चालक अपना नियंत्रण खो बैठते हैं और फिर दुर्घटना होते देर नहीं लगती।

*पशु मालिक बेपरवाह*

कोतमा शहर की सड़कों पर आवारा जानवरों का कब्जा होने के पीछे बहुत हद तक पशु मालिक भी जिम्मेदार हैं। मवेशियों से हित साधने के बाद इन्हें सड़कों पर आवारा घूमने के लिए इस तरह छोड़ दिया जाता है जैसे मवेशियों से उनका कोई नाता न हो। दुर्घटना में मवेशियों की मौत के बाद वे मुआवजा के लिए जानवरों पर दावा करते हैं।वहीं फसलें पकने के साथ ही शहर में आवारा पशुओं का जमावड़ा बढ़ जाता है। दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पशुओं को फसलें उजाडऩे के कारण शहरों की ओर खदेड़ दिया जाता है।

किसान कांग्रेस ने किसानों की समस्याओं के निदान हेतु राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर

जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष रामनारायण सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कृषक एवं कांग्रेस नेताओं ने महामहिम राज्यपाल के नाम से कलेक्ट्रेट परिसर अनूपपुर में पहुंच कर अपर कलेक्टर दिलीप कुमार पाण्डेय को ज्ञापन सौंपा। धान की फ़सल को कंधे पर रखकर रामनारायण सिंह ने प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को वास्तविकता से अवगत करवाया।किसानों की 08 सूत्रीय मांगपत्र का वाचन वरिष्ठ कांग्रेस नेता संतोष यादव द्वारा किया गया।

ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनूपपुर श्री नागेन्द्रनाथ सिंह, रामखेलावन राठौर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष,जीवेन्द्र सिंह पूर्व उपाध्यक्ष नगरपालिका, राजीव सिंह जनपद अध्यक्ष जैतहरी, धनंजय सिंह उपाध्यक्ष नगर परिषद राजनगर, हरिशंकर दुबे ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजनगर,श्रीमन लाल केवट, मोहम्मद रफी, बाबा खान, सत्येन्द्र स्वरूप दुबे,आर.एस.शर्मा,जय प्रकाश पाण्डेय, इमरान खान बंटी,आशु चतुर्वेदी,राय सिंह,राजू केवट, राजकुमार लल्लू, आलोक सिंह, जितेन्द्र चंद्रा, प्रमोद कंवर, अरविंद यादव, रामलाल, मनोज चंदेल, रवि रौतिया,गेंदलाल केवट सहित सैकड़ों लोगों की उपस्थिति रही।

गगनभेदी नारे लगाते हुए अतिवर्षा से किसानों की फसलों का भारी नुक़सान हुआ है, जिसका सर्वे तत्काल किया जाकर राहत राशि मुआवजा शीघ्र दिलाने की पुरजोर मांग किया गया।

आत्महत्या करने को उत्प्रेरित करने वाले फरार दो आरोपी गिरफ्तार 


अनूपपुर

मृतिका नेहा केवट पति बलराम केवट उम्र 30 वर्ष निवासी डबल स्टोरी भालूमाडा की अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी, जिसकी सूचना मिलने पर थाना भालूमाडा पुलिस मौके पर पहुंचकर मृतिका के शव को फांसी से उतरवाकर पंचनामा कार्यवाही किया गया था। पंचनामा कार्यवाही के दौरान मृतिका नेहा केवट के द्वारा लिखी गई सुसाईड नोट बरामद हुआ था, सुसाईड नोट को जप्त कर पुलिस के द्वारा जांच कराई गई एवं मृतिका के परिजनों साक्षीगणों के कथन लिये गये मृतिका के परिजनों एवं साक्षीगणों के द्वारा बताया गया कि मृतिका के पति बलराम केवट का कंचन चौधरी नाम की लड़की से अवैध संबंध होने से मृतिका अपने पति एवं कंचन चौधरी से प्रताडित होकर उक्त दिनांक को फांसी लगाकर आत्महत्या की थी, जिस पर थाना भालूमाडा  में अप.क्र. 397/2025 धारा 108, 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की किया जा रहा था । प्रकरण के उक्त दोनो आरोपी बलराम केवट पिता देवीदयाल केवट उम्र 39 वर्ष डबल स्टोरी भालूमाडा एवं आरोपी की प्रमिका कंचन चौधरी पिता दुखीराम चौधरी उम्र 25 वर्ष निवासी लाईन दफाई भालूमाडा की उक्त दोनो आरोपी काफी लंबे समय से फरार चल रहे थे। भालूमाडा पुलिस टीम द्वारा उक्त दोनो आरोपीगणों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहाँ से जेल भेजा गया है।

संस्कार लॉ कॉलेज में “कुलगुरू की पाठशाला” संपन्न, योग, विज्ञान, अनुशासन और ईश्वरत्व पर कुलगुरू का प्रेरक व्याख्यान

*आचार्य वह है, जिसको किसी का भय ना हो  शिक्षक दिशा देने वाले दीपक होते हैं*


अनूपपुर

संस्कार लॉ कॉलेज में “कुलगुरू की पाठशाला” कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत गरिमामय वातावरण में किया गया। इसकी शुरूआत वृक्षारोपण से की गई कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय, शहडोल के कुलगुरू प्रो. रामशंकर थे, जबकि प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज, अनूपपुर के प्राचार्य प्रो. अनिल सक्सेना विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का प्रारंभ  सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत के मधुर गायन से हुआ । तत्पश्चात संस्कार कॉलेज के संचालक नवोद चपरा ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और कहा कि – “भारतीय ज्ञान परंपरा संवाद पर आधारित रही है, और आज का यह आयोजन विद्यार्थियों को कुलगुरू जी के अनुभवों से सीखने का अवसर प्रदान करेगा।” अपने विस्तृत उद्बोधन में कुलगुरू प्रो. रामशंकर ने “योग, विज्ञान, आचार्य, अनुशासन, नश्वरता और ईश्वरत्व” जैसे गहन विषयों पर अत्यंत सरल और प्रेरक शब्दों में प्रकाश डाला। 

उन्होंने कहा कि —“योग केवल आसन नहीं, जीवन की एक विधा है। यह हमें शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का मार्ग दिखाता है। जब हम अपने भीतर एकाग्रता लाते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में शिक्षित होते हैं। योग हमें यह सिखाता है कि ज्ञान केवल पुस्तकों में नहीं, बल्कि आत्मानुशासन और संतुलन में निहित है।”उन्होंने विज्ञान को आधुनिक जीवन की रीढ़ बताते हुए कहा —“विज्ञान हमें सोचने, प्रश्न करने और खोजने की शक्ति देता है। बिना जिज्ञासा के न तो विज्ञान संभव है, न ही जीवन। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे केवल परीक्षाओं के लिए न पढ़ें, बल्कि समाज और मानवता के कल्याण के लिए विज्ञान का उपयोग करें।”आचार्य और अनुशासन पर बोलते हुए कुलगुरू ने कहा —“आचार्य वह है  जिसको किसी का भय  ना हो और जिससे किसी को भय ना हो, वह  केवल शिक्षक नहीं, बल्कि दिशा देने वाले दीपक होते हैं। वे मार्ग दिखाते हैं, लेकिन चलना विद्यार्थी को ही होता है। अनुशासन जीवन की आत्मा है — जो व्यक्ति अपने जीवन में अनुशासन रखता है, वही सच्चे अर्थों में स्वतंत्र भी होता है।”उन्होंने नश्वरता और ईश्वरत्व के दार्शनिक पक्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा —“यह संसार परिवर्तनशील है, सब कुछ नश्वर है — लेकिन हमारे कर्म और विचार ही हमें ईश्वरत्व की ओर ले जाते हैं। मनुष्य तब तक अधूरा है जब तक वह अपने भीतर के ईश्वर को नहीं पहचानता। शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञानार्जन नहीं, बल्कि आत्मबोध है।”

कुलगुरू ने विद्यार्थियों से कहा कि वे जीवन में सफलता को केवल पद या धन से न मापें, बल्कि अपने व्यवहार, विनम्रता और समाज सेवा से अपनी पहचान बनाएं। कार्यक्रम का संचालन  महाविद्यालय फैकल्टी  सरिता चौरसिया   ने किया तथा आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आनन्द कुमार द्विवेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के विद्यासागर  माझी ,रविन्द्र कुमार यादव. सरिता चौरसिया , वत्सला श्रीवास्तव, अभय शर्मा, पल्लव मिश्रा , राम कुमार पारस ,राम नरेश केवट, लखन लाल केवट,. रवि कुमार केवट , शिवांगी गुप्ता,सुनील कुशवाहा ,कमलेश कहार, श्याम बाई कहार ,भुवन सिंह, विकास बनोधिया, विद्यार्थीगण और अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी ने यह अनुभव किया कि “कुलगुरू की पाठशाला” वास्तव में एक बौद्धिक और आध्यात्मिक संगोष्ठी बन गई, जिसने विद्यार्थियों में ज्ञान, अनुशासन, योग और ईश्वरत्व के प्रति नई चेतना का संचार किया।

अदानी पॉवर प्लांट नही दे रही है रोजगार, कंपनी लोगो का कर रही हैं शोषण


अनूपपुर

जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत उमर्दा, छतई मंटोलिया और मझोली में अदानी पावर प्लांट कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों और मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कंपनी पर शोषण और वादे पूरे न करने का आरोप लगाया। अदानी पावर प्लांट के खिलाफ ग्रामीण लगातार प्रदर्शन करने को मजबूर है, ग्रामीणों का आरोप हैं कि गांव के लोगो को कंपनी मजदूरी और रोजगार नही दे रही हैं, कंपनी लोगो का शोषण कर रही है।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कंपनी के लोग कर्मचारियों से गाली-गलौज करते हैं और उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। साथ ही, मजदूरों का शोषण किया जा रहा है और उन्हें मजदूरी, सीएसआर फंड तथा भत्ते की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।

इसके अतिरिक्त, स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने उन्हें रोजगार देने का जो वादा किया था, उसे भी पूरा नहीं किया गया है। इन सभी मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने उमर्दा चौराहा पर जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। अदानी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।

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