गीत सा श्रृंगार, संगीत सा स्वर, भाव मन के जहां बसते हिंदी वह घर, वह राष्ट भाषा हिंदी है



 *मातृभाषा हिंदी भाषा है*


हिमालय के भाल पर सूरज सी जो दमके,

वही मेरी राष्ट्रभाषा हिंदी भाषा है।


सूर तुलसी ने सजाई काव्य गहनों से,

है बहुत सुंदर ये अपनी और बहनों से,

अजंता की मूर्ति सा जिसको तराशा है,

वही मेरी मातृभाषा हिंदी भाषा है।


गीत सा श्रृंगार और संगीत सा स्वर है,

भाव मन के जहां बसते हिंदी वह घर है,

हिंद के होठों पर है जो हृदय की भाषा,

वही मेरी सृजन भाषा हिंदी भाषा है।


शब्द से जो सृष्टि का अभिषेक कर जाए,

जन्म से जो मृत्यु तक संदेश पहुंचाए,

प्रेम का गुंजन करें हर हृदय को जोड़े,

वही मेरी मृदुल भाषा हिंदी भाषा है।


विश्व भर में आज हिंदी जगमगाती है,

मातृभाषा मेरी सारे जग को भाती है।

गुनगुनाते धरती अंबर झूम कर जिसको,

वही मेरी श्रेष्ठ भाषा हिंदी भाषा है।


हिमालय के भाल पर सूरज सी जो दमके,

वही मेरी मातृभाषा हिंदी भाषा है।


*गीतकार -अनिल भारद्वाज एडवोकेट हाईकोर्ट ग्वालियर*

राष्ट्रभाषा बिना संस्कृति संरक्षण कोरी कल्पना - कवि संगम त्रिपाठी 


जबलपुर

         प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी राष्ट्रभाषा अभियान सतत चला रहे हैं और इसी अभियान को ऊर्जा प्रदान करने हेतु 14 सितंबर 2024 को दिल्ली के जंतर मंतर में ऐतिहासिक सभा प्रदर्शित करने जा रहे हैं।

         कवि संगम त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रभाषा बिना संस्कृति को संरक्षित रखना मुश्किल कार्य है। संस्कृत के विलुप्त होते ही हमारे रहन सहन में बदलाव आ गया है जो इस बात को प्रमाणित करता है। 

         दुनिया में हिंदी का परचम लहराने के पहले अपने देश में हिंदी को स्थापित करना मुख्य उद्देश्य हो तभी हम अपनी संस्कृति को समृद्ध बना सकते हैं अन्यथा सारी बातें कोरी कल्पना ही सिद्ध होगी।

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने डॉ मिथिलेश त्रिपाठी को दिया प्रेरणा शिक्षाविद सम्मान


जबलपुर -   प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सतत कार्य कर रही है हिंदी प्रचार के साथ सभा शिक्षा साहित्य समाज व पत्रकारिता के क्षेत्र में समर्पित मनीषियों को भी सम्मानित भी कर रही है।

           प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा इसी क्रम में शिक्षक दिवस 2024 के शुभ अवसर पर प्रोफेसर (डॉ) मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर उत्तर प्रदेश को शिक्षाविद् 2024 का सम्मान प्रदान किया है।

          डॉ  मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर कवि व शिक्षाविद है। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के साथ ही समाज के हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित कर उनका मार्गदर्शन करते हैं।

           कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने कहा कि प्रेरणा समाज में रचनात्मक कार्य कर रहे मनीषियों को सम्मानित करती है जिससे समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामने आए।

          डॉ मिथिलेश कुमार त्रिपाठी जौनपुर उत्तर प्रदेश को शिक्षाविद् सम्मान मिलने पर डॉ धर्म प्रकाश वाजपेई, डॉ विजय कुमार, डॉ शिवशरण श्रीवास्तव अमल, डॉ हरेन्द्र हर्ष, प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ लाल सिंह किरार, पप्पू सोनी, राजकुमारी रैकवार राज, प्रभा बच्चन श्रीवास्तव,अजय पांडेय, संतोष कुमार पांडेय, गणेश श्रीवास्तव प्यासा जबलपुरी, विश्व भूषण गुप्त, रोहित मिश्रा राष्ट्रवादी आदि ने बधाई दी है।

प्रेरणा हिंदी सभा के दिल्ली आयोजन में पधारेंगे नेपाल से हिंदी के दिग्गज 


जबलपुर

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा द्बारा आयोजित 14 सितंबर 2024 को जंतर मंतर में ऐतिहासिक सभा व करोलबाग नई दिल्ली के राष्ट्रीय सम्मेलन में नेपाल से डाॅ घनश्याम न्योपाने परिश्रमी कुलपति गंडकी प्रदेश प्रज्ञा प्रतिष्ठान विश्वविद्यालय नेपाल व डॉ देवी पन्थी विराटनगर विश्वविद्यालय नेपाल मुख्य रूप से पधार रहे हैं। दोनों अतिथियों के आगमन  का संयोजन प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के मार्गदर्शक व सचेतक डॉ हरेन्द्र हर्ष बुलंदशहर उत्तर प्रदेश कर रहे हैं।

           प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के प्रेरणा स्त्रोत डाॅ धर्म प्रकाश वाजपेई व महासचिव प्रदीप मिश्र अजनबी दिल्ली सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहे हैं।

       जंतर मंतर व राष्ट्रीय सम्मेलन में मो. अहमद कटिहार बिहार, सरदार अमरसिंह कटिहार बिहार, कादम्बिनी मिश्रा जबलपुर मध्यप्रदेश, विश्व भूषण गुप्त बरौनी बेगूसराय बिहार, आशुकवि के पी एस चौहान इंदौर मध्यप्रदेश, अभिषेक मिश्रा अभि दिल्ली, तरुण तरंग खुर्जा बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, माही मुन्तजिर दिल्ली, ललित मोहन जोशी दिल्ली, अंकित सारस्वत दिल्ली शामिल हो रहे है उक्ताशय की जानकारी कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने दी।

मेरी मटकी में कंकरिया मारी, अब झुकाऊं या नजरें मिलाऊं, रूठा है तुझको कैसे मनाऊ



 *रूठा है कैसे मनाऊं*

                   

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं,

अपने कान्हा को कैसे रिझाऊं।


मेरी मटकी में कंकरिया मारी,

कोरा मन भीगा,भीगी मैं सारी।

अब झुकाऊं या नजरें मिलाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं ।


प्रीति है मेरी सदियों पुरानी,

तेरी बंशी की हूं मैं दीवानी।

दूर जाऊं या मैं पास आऊं,

अपने कान्हा को कैसे रिझाऊं।


मैंने जी भर के खुद को सजाया,

गोरे पैरों में महावर रचाया ।

तेरी घुंघराले जुल्फें सजाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।


गोपियों की निगाहें छुरी सी,

लग न जाए नजरिया किसी की ।

अपने काजल से टीका लगाऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।


तेरे बिन दिल ये लगता नहीं हैं,

मेरा दिल मेरे बस में नहीं है ।

दिल लगाऊं या दिल को चुराऊं,

रूठा है तुझको कैसे मनाऊं।

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 गीतकार -

 अनिल भारद्वाज, एडवोकेट, हाईकोर्ट ग्वालियर

सशक्त हस्ताक्षर की 27 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में संपन्न हुई


जबलपुर - सशक्त हस्ताक्षर की 27 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में संपन्न हुई ၊ गोष्ठी स्मृति शेष ख्यातिलब्ध शिक्षाविद्‌, साहित्यकार श्री जानकी रमण महाविद्यालय के संस्थापक स्व० हरिकृष्ण त्रिपाठी की धर्मपत्नि स्व.  श्रीमती माया त्रिपाठी एवं बुंदेली के मर्मज्ञ विख्यात शब्दकार डॉ. स्व. पूरनचंद श्रीवास्तव को सादर समर्पित रही ၊ संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने सभी का अपने शब्द सुमनों से अभिनंदन किया ၊

मुख्य अतिथि डॉ. अभिलाष पाण्डेय विधायक उत्तर, जबलपुर, अध्यक्षता आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि द्वय डाॅ. प्रोफेसर चंद्रप्रकाश गूजर विभागाध्यक्ष व्यापार प्रबंधन,डॉ. ललित कुमार सिंह विभागाध्यक्ष, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट, समाज सेवक मुकेश श्रीवास्तव, निरंजन द्विवेदी वत्स, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण, मंगल भाव प्रतुल श्रीवास्तव की गरिमामय उपस्थिति  रही ၊ सभी अतिथियों, साहित्य मनीषियों ने स्व. माया त्रिपाठी के चित्र पर श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि  अर्पित की ၊ त्रिपाठी परिवार से उपस्थित डॉ. मुकुल तिवारी ने अपनी मातु श्री के जीवन पर प्रकाश डाला ၊ व्यंग्यकार प्रतुल श्रीवास्तव ने अपने पिताश्री डॉ. पूरनचंद श्रीवास्तव के व्यक्तित्व - कृतित्व पर प्रकाश डाला ၊ अतिथियों ने बताया समाज से साहित्य को एवं साहित्य से समाज को प्रेरणा मिलती है ၊

इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा विधायक डॉ. अभिलाष पाण्डेय, डॉ. चंद्रप्रकाश गूजर, डॉ. ललित कुमार सिंह, मुकेश श्रीवास्तव कायस्थ परिवार धनवंतरी नगर, निरंजन द्विवेदी वत्स का साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु शाल, श्रीफल, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया ၊

कवि केशरी प्रसाद पाण्डेय, एड. प्रभा खरे अखिल,अमर सिंह वर्मा, अम्लान गुहा नियोगी, विवेक शैलार,मदन श्रीवास्तव, संदीप खरे युवराज, महासचिव जी. एल. जैन, मनोज शुक्ल मनोज, आई. पी. गोस्वामी, संतोष कुमार दुबे, संतोष नेमा संतोष, अरुण शुक्ल ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ प्रस्तुत की ၊ विजय नेमा अनुज, सुशील कुमार जैन, डॉ. भावना दीक्षित, लखन रजक ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ दी ၊ एम. के. श्रीवास्तव,सुरेश चंद्रायण, नाट्य निर्देशक दविन्दर सिंह ग्रोवर, विनय शर्मा , रविन्दर मुर्हार, पराग तेलंग, प्रदीप खरे की गरिमामय उपस्थिति रही ၊ संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव ने किया ၊

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से, हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के


 *शहीद का रक्षाबंधन*

      

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से,

हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के।


छाती पर गोली खाई है मां पीठ पर नहीं,

प्राणों को निछावर किया है सीना तान के।


मां मेरे शव के साथ मेरे गांव तू चलना,

आंसू तू पोंछना मेरे रोते मकान के।


दो जोड़ी वृद्ध पथराई सी पलकों से कहना,

घर लौटा है बेटा तुम्हारा स्वाभिमान से।


रोए जो छोटी बहन तो मां उसको ये कहना,

 *बांधे वह तिरंगे को राखी भाई मान के।* 


कह देना माता तू ये अपनी पुत्रवधू से,

तेरा सुहाग जिंदा है भारत के नाम से।


श्रद्धा सुमन पिरो रहा था गीत मैं'अनिल'

आंसू बरसने लग गए थे आसमान से।


 गीतकार- अनिल भारद्वाज एडवोकेट ,हाईकोर्ट ग्वालियर, मध्यप्रदेश

पीएनएसटी का रिजल्ट लंबित, 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य संकट में, राष्ट्रपति से लगाई गुहार

*13 माह बाद भी जारी नही हुआ रिजल्ट, सीएम व डिप्टी सीएम के नाम सौपा ज्ञापन*


रीवा

मध्य प्रदेश में पीएनएसटी 2022 नर्सिंग प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट 13 महीने बीतने के बाद भी जारी नहीं हुआ है, जिससे प्रदेश के 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य अनिश्चितता में डूबा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर छात्राओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। छात्राएं पिछले 4 महीनों से लगातार भोपाल में विभाग के चक्कर लगा रही हैं और रीवा में राजेंद्र शुक्ला के घर भी जाकर अपनी आवाज उठा चुकी हैं। हाई कोर्ट ग्वालियर ने रिजल्ट पर स्टे लगा रखा है, जो तब तक नहीं हटेगा जब तक राज्य सरकार काउंटर जवाब के रूप में आवश्यक एफिडेविट पेश नहीं करती। एफिडेविट में सरकार को केवल यह बताना है कि 2020-21 और 2021-22 के शैक्षणिक सत्रों में कोरोना महामारी के कारण देरी हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप 2022-23 का सत्र भी एक साल लेट हो गया।

इस बीच, मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने 2024 के लिए नर्सिंग परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जिसकी परीक्षा 4 और 5 सितंबर को आयोजित होनी है, जिससे 2022 में परीक्षा देने वाली छात्राओं का रिजल्ट न आने से चिंता बढ़ गई है। रीवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सतना, मैहर, सिवनी, मंडला समेत समस्त जिलों के छात्रों ने विरोध स्वरूप राष्ट्रपति भवन को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा है। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार द्वारा जवाब न देने के चलते उनके भविष्य पर गंभीर संकट मंडरा रहा है।

नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के रीवा जिला समन्वयक निखिल मिश्रा का कहना है कि इस अनिश्चितता के कारण छात्राएं डिप्रेशन में जा रही हैं, और उन्हें अपने भविष्य की कोई राह दिखाई नहीं दे रही है। संबंधित विभाग की ओर से पिछले दो परीक्षाओं से ही न तो आगामी परीक्षा की कोई जानकारी दी जा रही है और न ही काउंसलिंग की स्पष्टता है। छात्रों का आरोप है कि हेल्पलाइन नंबर पर भी उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा है। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्राएं भोपाल में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की तैयारी कर रही हैं। छात्रों का कहना है कि वे अपने भविष्य के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं।

ब्रज छोड़कर मत जइयो, सावन का ये मौसम है, मोहि और न तरसइयो, सावन का ये मौसम है



*सावन का ये मौसम है*

 

ब्रज छोड़कर मत जइयो,

सावन का ये मौसम है।

मोहि और न तरसइयो,

सावन का ये मौसम है।


मैं जानती हूं जमुना तीर काहे तू आए,

हम गोपियों के मन को कान्हा काहे चुराए,


जा लौट के घर जाइयो,

माखन चुराके खाइयो,

पर चीर ना चुरइयो,

सावन का ये मौसम है।


इस प्यार भरे गीत के छंदों की कसम है,

तोहि नाचते मयूर के पंखों की कसम है।


घुंघटा मेरो उठाइयो,

पर नजर ना लगइयो,

फिर बांसुरी बजइयो,

सावन का ये मौसम है।


नयनों की ज्योति तुझको बुलाने चली गई,

मिलने की आस,अर्थी सजाने चली गई,


अब के बरस जो अइयो 

सारी उमर न जइयो,

कांधा मोहे लगाइयो,

सावन का ये मौसम है।

 

ब्रज छोड़कर मत जइयो,

सावन का ये मौसम है।

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 'गीतकार'-अनिल भारद्वाज एडवोकेट हाईकोर्ट, ग्वालियर,

टूटते रिश्तों को इस तरह भी बचाया है, कभी अपनों को कभी गैरों को मनाया है


*उजाले ले गए*


टूटते रिश्तों को इस तरह भी बचाया है।

कभी अपनों को कभी गैरों को मनाया है,


यकीन था कि वे भीतर से बद्दुआ देंगे,

उनके पैरों में हमने फिर भी सर झुकाया है।


उजाले ले गए सारे अंधेरा छोड़ गए,

रोशनी करने हमने अपना दिल जलाया है,


अपने हिस्से की बारिशें भी उन्हें दे दीं थीं,

उनके हिस्से की बिजलियों ने कहर ढ़ाया है।


चांद सूरज हमारे ले गए चुराकर वो,

उनके टूटे हुए तारों से घर सजाया है।


गलतियां उनकी थीं सारे गुनाह उनके थे,

फिर भी मन मार के उनको गले लगाया हैं।


वे बार बार गिरे हमने उठाया उनको,

उन्होंने मार के ठोकर हमें गिराया है।


न चाहते हुए भी नाते निभाये हमने,

उनकी दुर्भावना को भी गले लगाया है।


गीतकार- अनिल भारद्वाज,एडवोकेट,उच्च न्यायालय, ग्वालियर

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से, हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के



 *कांधे लगें हिंदुस्तान के*

      

कुर्बान हो मां भारती हम तुझ पै शान से,

हर जन्म में कांधे लगें हिंदुस्तान के।


छाती पर गोली खाई है मां पीठ पर नहीं,

प्राणों को निछावर किया है सीना तान के।


मां मेरे शव के साथ मेरे गांव तू चलना,

आंसू तू पोंछना मेरे रोते मकान के।


दो जोड़ी वृद्ध पथराई सी पलकों से कहना,

घर लौटा है बेटा तुम्हारा स्वाभिमान से।


रोए जो छोटी बहन तो मां उसको ये कहना,

बांधे वह तिरंगे को राखी भाई मान के।


कह देना माता तू ये अपनी पुत्रवधू से,

तेरा सुहाग जिंदा है भारत के नाम से।


श्रद्धा सुमन पिरो रहा था गीत मैं'अनिल'

आंसू बरसने लग गए थे आसमान से।


 गीतकार- अनिल भारद्वाज एडवोकेट ,हाईकोर्ट ग्वालियर, मध्यप्रदेश

प्रदेश के असंगठित मजदूरों के लिए संगठन सतत सक्रिय रहेगा- मनीष श्रीवास्तव 

*असंगठित मजदूर कॉंग्रेस (इंटक) की 10 वी बैठक भोपाल में सम्पन्न*


भोपाल

प्रांतीय असंगठित मजदूर कांग्रेस का दसवां स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास से भोपाल स्थित कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कै. व्ही पी सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया साथ ही प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामराज तिवारी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव, महामंत्री महेश राजपूत, तथा विभिन्न क्षेत्र से मज़दूर नेता,मजदूरों के हित में संघर्षरत महिला नेत्री शामिल हुई। 

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष द्वारा विस्तार से खेतीहर किसानों, मजदूरों की गंभीर समस्या पर प्रकाश डाला गया, उपाध्यक्ष द्वारा निर्माण मज़दूर, हमाल, सफाई कर्मचारी, आशा, उषा कार्यकर्ता के कार्य तथा वेतन को लेकर भी भारी चिंता जताई गई तथा संगठन के माध्यम से लड़ाई, संघर्ष को लेकर भी रूपरेखा बनाई गई, साथ ही प्रदेश महामंत्री महेश राजपूत द्वारा निजी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की वेतन की विसंगति, कार्य के घंटे, पदोन्नति, जैसे मुद्दे पर भी प्रकाश डाला गया तथा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा भारत हेवी इलेक्ट्रिक लिमिटेड कंपनी जो की भारत सरकार का उपक्रम होने के बावजूद भी कर्मचारी के साथ निजी क्षेत्र जैसा बर्ताव या व्यवहार किया जा रहा है तथा मजदूरों के हक अधिकार से सरकार वंचित कर रही है जो की निंदनीय है। 

कार्यक्रम में प्रस्ताव पारित किया गया तथा सभी मुद्दों को लेकर केंद्र तथा राज्य सरकार के खिलाफ संघर्ष किया जाएगा। प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने बताया पूरे प्रदेश के सभी संभागों और जिले मे असंगत मज़दूर के अध्यक्ष की नियुक्ति की जायेगी और सक्रिय रूप से प्रदेश के सभी ग्रामों और शहरों से चिन्हित कर उनको संगठन से जोड़कर उनकी मांगों और उचित सुविधा प्रदान कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों सी ज्ञापन और आंदोलन के माध्यम से मांग रखी जायेगी।

महामहोपाध्याय डॉ हरिशंकर दुबे प्रेरणा हिंदी सभा के मार्गदर्शक मनोनीत


जबलपुर 

प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी के प्रचार-प्रसार में सतत प्रेरणादायक कार्य कर रही है और हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु जारी अभियान में लोग शामिल होकर सहयोग प्रदान कर रहे हैं जो कि ऐतिहासिक है। प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा 14 सितंबर 2024 को दिल्ली में प्रदर्शन व राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रही है।

        प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने दिनांक 21.07.2024 को गुरु पूर्णिमा के दिन जारी विज्ञप्ति में बताया कि डॉ गुंडाल विजय कुमार सलाहकार के कुशल संचालन में साहित्यकारों के प्रेरणा हिंदी सभा में जुड़ने का क्रम जारी है जिसके तहत महामहोपाध्याय डॉ हरिशंकर दुबे जबलपुर मध्यप्रदेश को प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा का मार्गदर्शक व सचेतक मनोनीत किया है। डॉ हरिशंकर दुबे संस्कारधानी के विख्यात कवि, शिक्षाविद व समाजसेवी हैं।

            डॉ धर्म प्रकाश वाजपेयी, डॉ हरेन्द्र हर्ष, प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ लाल सिंह किरार, डॉ शिवशरण श्रीवास्तव अमल, विश्व भूषण गुप्त,  अजय पांडेय, के. एल. सोनी विनोदी, आशा मालवीय, राजकुमारी रैकवार राज, संतोष कुमार पाठक, बिनोद कुमार पांडेय, अमर सिंह वर्मा, सुनीता श्रीवास्तव, राम गोपाल फरक्या, कुमार आलोक, डॉ सुनील कुमार तिवारी, बलराम द्विवेदी, गोपाल जाटव 'विद्रोही' ने बधाई दी है।

           प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संतोष कुमार पांडेय वरिष्ठ पत्रकार सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश ने विज्ञप्ति में कहा कि हिंदी प्रचार प्रसार व राष्ट्रभाषा बनाने की दिशा में जो भी शामिल होकर कार्य करना चाहते हैं उनका स्वागत है। आमजन हिंदी प्रचार प्रसार में सहयोग प्रदान करें जिससे अपनी भाषा समृद्ध हो सके।

सशक्त हस्ताक्षर की कवि गोष्ठी, सम्मान समारोह व श्रद्धांजलि सभा संपन्न


जबलपुर

संस्कारधानी जबलपुर की संस्था सशक्त हस्ताक्षर की 26वीं कवि गोष्ठी दिनांक 20.07.2027 को श्री जानकीरमण महाविद्यालय में काव्य रस की वर्षा से सानंद सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने आगन्तुक अतिथियों का अपनी वाणी से श्रीवंदन किया।

मुख्यअतिथि प्रसिद्ध वरिष्ठ चित्रकार प्रमोद कुशवाहा,अध्यक्षता महामहोपाध्याय आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि समाजसेवक सुरेश चंद्र वर्मा, प्राचार्य अभिजात कृष्ण त्रिपाठी, कविवर सुशील श्रीवास्तव, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण मंचमणि एवं संस्था के सलाहकार कवि संगम त्रिपाठी की गरिमामय उपस्थिति रही। सरस्वती वंदना श्रेष्ठ कवयित्री तरूणा खरे ने की। इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा प्रमोद कुशवाहा चित्रकला क्षेत्र, सुरेश चंद्र वर्मा समाज सेवा क्षेत्र, सुशील श्रीवास्तव को साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु शाल, श्रीफल, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया।

गोष्ठी का शुभारंभ  बहुत ही वरिष्ठ साहित्यकार केशरी प्रसाद पाण्डेय वृहद, मंचीय कवि विजय विश्वकर्मा, युवा कवि विवेक सैलार, संदीप खरे युवराज, ढीमर से पधारे बालमुकुंद लखेरा, दिनेश पटेल डिप्टी रेंजर, सुशील श्रीवास्तव, राजेन्द्र मिश्रा, महासचिव जी. एल. जैन, गायक प्रकाश सिंह ठाकुर, योगेन्द्र मालवीय ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ  पढ़कर सभी का दिल जीत लिया। अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव, रामकुमार वर्मा, रुद्राक्ष उपाध्याय,अमर सिंह वर्मा, के. एल. कोटवार, सहसचिव तरूणा खरे, आशा मालवीय, आरती पटेल, डॉ. मुकुल तिवारी, निर्मला उत्तम श्रीवास्तव ने खूब तालिया बटोरी। अरुण शुक्ल, आर. सी. किशोर वर्मा, नलिन वर्मा, सत्यम्‌ खरे, आकाशवाणी कलाकार लखन रजक, कालीदास ताम्रकार, युवाकवि अम्लान गुहा नियोगी ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ दी। नाट्य कलाकार, संयोजक, प्रशिक्षक दविंदर सिंह ग्रोवर, रविंदर  सिंह, मुस्कान सोनी, रमाकांत गौतम, चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव की गरिमामय उपस्थिति रही। सुशील जैन, मनोज शुक्ल मनोज कछार गॉव से पधारे कवि श्रेष्ठ विजय बागरी जी की उपमा, अनुप्रास, मजबूत कला-भाव पक्ष युक्त रचनाओं को खूब सराहना मिली। संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन जी . एल. जैन ने किया। अंत में संस्कारधानी के संस्कृत के उद्‌भठ विद्वान, साहित्यकार स्व. कृष्णकांत चतुर्वेदी के कृतित्व - व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए शोक सभा श्रद्धांजलि अर्पित की।

केशरवानी वैश्य सभा तीनों घटकों के नवनियुक्त पदाधिकारियों, सदस्यों का शपथ ग्रहण संपन्न

*केसरवानी समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित करने की मांग*


रीवा

केसरवानी वैश्य जिला सभा रीवा द्वारा, दुल्हन मैरिज गार्डन, अर्जुन नगर रीवा, परिसर में, रीवा जिले के केसरवानी समाज की प्रतिभाओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं जिला सभा रीवा के तीनों घटकों के नवनियुक्त पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों का, शपथ ग्रहण समारोह, मध्यप्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के अति विशिष्ट आतिथ्य में, अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव गुप्ता व केसरवानी वैश्य सभा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में, विजय कुमार गुप्ता राष्ट्रीय मंत्री,जे पी गुप्ता, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, मनोज कुमार गुप्ता, प्रदेश महामंत्री के विशिष्ट आतिथ्य में, जिला सभा रीवा के अध्यक्ष, सुनील कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में, प्रदेश सभा के उपाध्यक्ष सियाराम गुप्ता ,प्रदेश सभा के संयोजक मथुरा प्रसाद गुप्ता के संयोजन में, सुव्यवस्थित, भव्य, प्रशंसनीय, अविस्मरणीय एवं सामाजिक बन्धुओं की अभूतपूर्व उपस्थिति में, निशुल्क आयोजित किया गया।

समारोह में मातृ-शक्तियों की सकारात्मक उपस्थिति एवं समाज के सभी वर्गों की जिले से उपस्थिति, विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन,मंच व्यवस्था, अतिथियों के ठहरने व सभी के लिए खान-पान की सुरुचिपूर्ण व्यवस्था की, सभी आगंतुकों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई।अतिथियों, प्रतिभाओं, वरिष्ठ नागरिकों का मान-सम्मान व तीनों घटकों का शपथग्रहण कार्यक्रम सुव्यवस्थित रूप से, करतल ध्वनि के मध्य सम्पन्न हुआ।

मध्यप्रदेश शासन के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला का प्रदेश के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता द्वारा भावपूर्ण स्वागत सम्मान करते हुए उन्हें संबोधित करते हुए, केसरवानी समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित करने की, समाज की बहुप्रतीक्षित मांग को, सप्रमाण, संवैधानिक रूप से उचित ठहराते हुए, समाज की आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक, शैक्षणिक स्थिति पर, मानवीय दृष्टिकोण से, शासन-प्रशासन के आदेशों के परिप्रेक्ष्य में, विस्तृत विवरण मंच से अपने सारगर्भित उद्बोधन में बताते हुए, शासन-प्रशासन से विचार कर, लागू किए जाने का अनुरोध किए। जिसपर उपमुख्यमंत्री द्वारा पहल करने का, मंच से, अपने उद्बोधन में आश्वासन समाज को दिया गया व केसरवानी समाज की वर्तमान राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक परिप्रेक्ष्य में सकारात्मक भुमिका की प्रशंसा किए।

समारोह में सामाजिक समरसता, एकता व एकजुटता का परिचय देते हुए केसरवानी वैश्य नगर सभा रीवा, केसरवानी वैश्य महिला नगर सभा रीवा, केसरवानी वैश्य नगर सभा मऊगंज एवं केसरवानी वैश्य नगर सभा जवा के अध्यक्षों द्वारा, मंच से केसरवानी वैश्य सभा मध्यप्रदेश का, संबंद्धता, ससम्मान ग्रहण किया गया । जिसका सभी सभासदों द्वारा, करतल ध्वनि से स्वागत किया गया।

समारोह में केसरवानी वैश्य जिला सभा शहडोल के अध्यक्ष बृजेश प्रसाद गुप्ता, प्रदेश सभा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता उर्फ सच्चा, प्रदेश सभा संयोजक रुपेश उर्फ राजू गुप्ता, प्रदेश तरुण सभा अध्यक्ष डॉ विशेष चंद्र गुप्ता, प्रदेश सभा प्रवक्ता यत्नेश केसरवानी, प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश गुप्ता, नगर सभा सरईग्राम अध्यक्ष रामनरेश गुप्ता, महामंत्री रोशन लाल गुप्ता,जिला सभा रीवा महामंत्री अशोक कुमार गुप्ता,जिला महिला सभा रीवा अध्यक्ष ज्योति प्रधान, महामंत्री प्रवीण गुप्ता, जिला तरुण सभा अध्यक्ष धर्मेन्द्र गुप्ता, महामंत्री अक्षय केसरी, रामस्वरूप गुप्ता, मनीष गुप्ता एवं अन्य गणमान्यों की उपस्थिति उल्लेखनीय थी। भोजन व्यवस्था में विशेष सहयोग के के गुप्ता, महेश प्रसाद गुप्ता का एवं जिला सभा के पदाधिकारियों का रहा।

आनलाइन दुकान से पलक झपकते ही मशीन हो गई चोरी, चोरो के हौसले बुलंद


मऊगंज

नवगठित जिला मऊगंज के हनुमना नगर मे वन विभाग के बगल मे एवं छात्रावास के सामने तीन वर्ष से हो रही संचालित विद्यार्थी आनलाइन सेंटर मे छात्र एवं छात्राओ के कालेज एवं विद्यालय के सभी आनलाइन कार्य किए जाते है जिसमें छात्र एवं छात्राओ के आनलाइन फार्म इत्यादि कार्य करने के बाद छात्र छात्राओ को प्रिंट आउट व फोटोकॉपी दिया जाता था, बीती रात दुकान में रात को चोर घुसकर फोटोकॉपी मशीन जब चोर चोरी करके ले गए। जब सुबह दुकान के संचालक ने आकर दुकान खोला तो उनके होश उड़ गए, अब छात्रों के व अन्य करने के लिए दुकान संचालक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह ऑनलाइन दुकान हनुमना नगर के वन विभाग के बगल मे बी.डी. शुक्ला के द्वारा संचालित हो रही विद्यार्थी आनलाइन सेंटर मे प्रिन्ट प्रिंटर एवं फोटो कॉपी उपयोग कि जा रही मशीन HP1005 EPSON3210 हैं। जिस दुकान में चोरी हुई है उसी के बगल में थाना हैं मगर पुलिस बिना डर के चोरो ने अपना काम कर दिया। और पुलिस हाथ मे हाथ धरकर बैठी रही। थाना क्षेत्र में यह चोरी का पहला मामला नही है दर्जनों चोरी हो चुकी हैं लेकिन पुलिस चोरो का पता नही लगा पाती। ऐसा लग रहा है कि पुलिस ने चोरो को खुली छूट देकर रखी हो।

 

म.प्र. लघु वेतन कर्मचारी संघ अपनी न्यायोचित मांगो को लेकर करेगा एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन 


कटनी

मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पूर्णेश उइके मीडिया प्रभारी मोहित बर्मन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि संघ के प्रांतीय आव्हान पर अपनी न्यायोचित मांगों पद नाम परिवर्तन कर कार्यालय सहायक किया जाना ग्रेड पे 1300 के स्थान पर 1800 किया जाना स्थाई कर्मी को सातवां वेतनमान का लाभ नियमितीकरण 300 दिनों के अर्जित अवकाश का नकदीकरण अंशकालीन कर्मचारी रसोइया बहनों आउट सोर्स ठेका प्रथा बंद करने उन्हें कलेक्टर दर पर दैनिक वेतन भोगी की श्रेणी में रखा जाये गृह भाड़ा भत्ता केंद्र के समान देने 4% डी.ए. प्रदान करने आदि मांगों के निराकरण बावत 21 जून 2024 को एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन आंदोलन नीलम पार्क भोपाल मे आयोजित किया गया है जिसमें अधिक से अधिक संख्या में कटनी जिले से कर्मचारियों को उक्त कार्यक्रम में शामिल होने की अपील संघ के पदाधिकारियों में अजय गौतम एडवोकेट अंजुला सरावगी बजाज विधि सलाहकार मनोज श्रीवास राकेश जासूजा सौरभ सिंह हरीश धर्मेन्द्र राज राम नरेश ज्ञानेन्द्र पांडे कमलेश पांडे अजमुद्दीन शत्रुघन यादव अमृत लाल हामिद खान सुजीत शुक्ला सतीश पटेल शकुन रत्ना नकुल यादव अजय विश्वकर्मा तेज भान सदानंद सत्यव्रत राकेश पांडे प्रभु द्विवेदी राजेश विश्वकर्मा भागवत बागरी  नीलेश बलराम महेश मनोज दाहिया आदि ने की है।

कवयित्री कविता मिश्रा लखनऊ प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा की सलाहकार बनी


      जबलपुर -  प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा हिंदी के प्रचार-प्रसार में सतत प्रेरणादायक कार्य कर रही है और हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु जारी अभियान में लोग शामिल होकर सहयोग प्रदान कर रहे हैं जो कि ऐतिहासिक है।

        प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने दिनांक 19 मई 2024 को जारी विज्ञप्ति में बताया कि डॉ गुंडाल विजय कुमार मुख्य सलाहकार की सहमति से कवयित्री कविता मिश्रा लखनऊ प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा की सलाहकार बनी।

            कवयित्री कविता मिस्रा हिंदी प्रचार प्रसार हेतु समर्पित हैं। कविता मिस्रा लखनऊ को प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा में शामिल होने पर डॉ धर्म प्रकाश वाजपेयी, डॉ हरेन्द्र हर्ष,  प्रदीप मिश्र अजनबी, डॉ लाल सिंह किरार, अजय पांडेय, माला श्रीवास्तव, के. एल. सोनी विनोदी, पुष्पा गायकवाड़, डॉ मंजुला साहू निर्भीक,  राजकुमारी रैकवार राज, संतोष कुमार पाठक, बिनोद कुमार पांडेय, गणेश श्रीवास्तव प्यासा जबलपुरी, राम गोपाल फरक्या, संतोष कुमार पांडेय व जलज शर्मा ने बधाई दी है।

 *सूरज की सगी बहन*


आग उगलती दोपहरी ये अंगारे सा दिन,

कब आषाढ़ घन गरजेंगे कब बरसेगा सावन।



प्यासे अधर नदी झरनों के,

कंठ कुओं के सूखे,

दिन भर के दुबके नीड़ों में,

पंछी सोऐं भूखे।


प्रातः से ही तपन तपस्विन करने लगी हवन,

कब मेघों का बिजुरियों से होगा मधुर मिलन।


सड़कों पर सन्नाटा लेटा,

मृग मरीचिका बनकर,

गर्म हवा के झोंके चलते,

रात-रात भर तन कर।


भीषण गर्मी लगती है सूरज की सगी बहन,

कब रिमझिम के गीत गुनगुनाएंगे धरा गगन।


रखा निर्जला व्रत इस ऋतु ने,

पांव छांव के व्याकुल,

श्वेत अंगोछा बांधे सिर पर,

हांफ रहा मलयानिल।


पंखा झलती पल्लू के कोने से सांझ दुल्हन,

उमस खोल कर बैठी वक्षस्थल के सब बंधन।


आग उगलताती दोपहरी ये अंगारे सा दिन,

कब आषाढ़ घन गरजेंगे कब बरसेगा सावन।


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गीतकार अनिल भारद्वाज, एडवोकेट,(हाई कोर्ट, ग्वालियर),

भारत विकास परिषद की प्रांतीय बैठक व नवीन पदाधिकारियों का दायित्व शपथ ग्रहण सम्पन्न


अनूपपुर

भारत विकास परिषद विंध्य प्रांत की प्रांतीय परिषद की बैठक रीजनल अतिरिक्त महासचिव पूर्णेन्दु भट्ट के मुख्य आतिथ्य में तथा प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन, मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती मेघा पवार, तथा वरिष्ठ समाजसेवी  सुनील सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। बैठक का शुभारंभ आमंत्रित अतिथियों द्वारा भारत माता एवं स्वामी विवेकानन्द के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं पुष्प अर्पण कर हुआ।  सामूहिक वन्देमातरम के गायन  उपरांत आमंत्रित अतिथियों का तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात् रीवा शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल जैन द्वारा अपने उद्बोधन के माध्यम से सभी आमंत्रित अतिथियों, प्रांतीय पदाधिकारियों एवं विभिन्न शाखाओं के उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। बैठक संचालन संगठन मंत्री आलोक खोडियार तथा रीवा शाखा के सचिव राजेन्द्र सिंह बघेल ने किया। बैठक में सर्वप्रथम रीजनल अतिरिक्त महासचिव पूर्णेन्दु भट्ट ने वर्ष 2024-25 के लिए नवनिर्वाचित प्रांतीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को दायित्व शपथ ग्रहण कराया इसके पश्चात्  रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन  ने रीवा शाखा के नवीन कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को दायित्व शपथ ग्रहण कराया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित  पूर्णेन्दु भट्ट ने विंध्य प्रांत की विभिन्न शाखाओं से आये हुए पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुुए कहा कि-भारत विकास परिषद सम्पूर्ण भारत वर्ष में अपनी शाखाओं के माध्यम से सेवा एवं संस्कार के क्षेत्र में सतत् कार्य कर रही हैं तथा भारत को जानो, राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता, गुरू वंदन छात्र अभिनन्दन जैसे कार्यक्रमों से बच्चों में राष्ट्रप्रेम का भाव जागृत करती है। देश और समाज के समग्र विकास के लिए सामाजिक जीवन में ईमानदारी एवं निष्ठापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता होती है तथा समाजसेवा के क्षेत्र में समर्पण की भावना से कार्य करना चाहिए।

    इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बाल सरंक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती मेघा पवार ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए कहा कि भारत विकास परिषद सेवाभावी संस्था है। सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा एवं समर्पण ये पांच सूत्र हैं इन्ही सूत्रो पर निरंतर कार्य करने का प्रयास करना चाहिए। परिषद की सदस्यता पारिवारिक होती है इसलिए परिषद के कार्यक्रमों में सपरिवार पंहुचने का प्रयास करना चाहिए । इससे जहां परस्पर संबंध स्थापित होते हैं, एक-दूसरे को समझने का अवसर प्राप्त होता है वहीं बच्चों में संस्कार की भावना निर्मित होती हैं। बैठक में रीजनल सेक्रेटरी सम्पर्क डॉ. शेखर जैन, तथा समाजसेवी सुनील सिंह, विद्याभारती  के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ. संतोष अवधिया, ने भी अपने विचार व्यक्त किये। तथा आभार प्रदर्शन रीवा शाखा के कोषाध्यक्ष दीप चन्द्र विश्वकर्मा ने किया।

बैठक मे प्रांतीय संरक्षक राकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष आलोक टिकरिया, महासचिव श्रृजनेश जैन, वित्तीय सचिव सुरेश विश्नोई, संगठन सचिव आलोक खोडियार, संस्कार प्रमुख अजय गुप्ता, महिला सहभागिता श्रीमती अनुराधा श्रीवास्तव, सेवा प्रमुख संजय गुप्ता, भारत को जानो संयोजक योगेश जैन, स्थापना एवं जयंती बलराम गुप्ता, प्रचार प्रसार प्रमुख बीरेंद्र  सिंह , तथा छतरपुर शाखा अध्यक्ष-बृजकिशोर अग्रवाल, सचिव-राम कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष- रामनारायण अग्रवाल, कटनी शाखा से सचिव नीलेश स्वर्णकार, शहडोल से सचिव प्रदीप गुप्ता, बुढार से कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल कुशवाहा, अनूपपुर से अध्यक्ष राज किशोर तिवारी, सचिव आनन्द पाण्डेय, सीधी से अध्यक्ष विनय गुप्ता, दिलीप शेखर गुप्ता, सतना से विजय गुप्ता अध्यक्ष, राजेश अग्रवाल कोषाध्यक्ष, मैहर से अध्यक्ष संजय गुप्ता, रमेश अग्रवाल(पालक कटनी) संजय जाद नानी उपाध्यक्ष, इन्द्र जीत सिंह मैनी सचिव, आनन्द वर्मा कोषाध्यक्ष, मऊगंज से एड. प्रदीप सिंह, रीवा शाखा से संरक्षक डॉ. अरूण अग्रवाल, डॉ. यू.पी. सिंह, उपाध्यक्ष अतुल जैन, कमल सूरी, सचिव राजेन्द्र सिंह बघेल,सह-सचिव  एवं कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र ताम्रकार, कोषाध्यक्ष दीप चन्द्र विश्वकर्मा, सह-कोषाध्यक्ष दलवीर द्विवेदी, ज्ञानेन्द्र पाठक सम्पर्क प्रमुख, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह संस्कृति सप्ताह प्रमुख, तथा कार्यकारिणी सदस्य रमेश गुप्ता विमलेन्द्र द्विवेदी, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, एड. इन्द्रेश चतुर्वेदी, सुमित गुप्ता, गुलशन चढडा, सुरेश राय, शिवा कान्त गुप्ता,सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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