पटवारी सब पर भारी, प्रभारी मंत्री व पूर्व मंत्री के पत्र व निर्देश के बाद भी नही हुआ स्थानांतरण
*आखिर प्रभारी मंत्री का आदेश का कलेक्टर क्यूं कर रहे हैं अवहेलना, पटवारी को किसका संरक्षण*
अनूपपुर
जिला मुख्यालय के हल्का में बीते 6 वर्षों से पदस्थ पटवारी के स्थानान्तरण को लेकर है। जहां जिला पंचायत उपाध्यक्ष पार्वती बाल्मिक राठौर ने जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार को 30 जुलाई 2025 को एक पत्र लिखकर अनूपपुर हल्का में 6 वर्षों से पदस्थ पटवारी रूपनारायण प्रजापति को अन्यत्र स्थानान्तरण कर नये पटवारी को पदस्थ किया जाने हेतु पत्राचार किया था। प्रभारी मंत्री को लिखे पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि वर्तमान में अनूपपुर ह०प० रूपनारायण प्रजापति द्वारा किसानों का लगातार शोषण किया जा रहा है तथा बिना रुपये पैसे का कोई भी कार्य नहीं किया जाता है, तथा अत्यधिक रुपये पैसों कि मांग की जाती है, जिससे क्षेत्र में रोश व्याप्त है, मुंह मांगा पैसा न दिये जाने पर खुले आम गलत सीमांकन नक्शा तर्मीम कर तथा नामांतरण के कार्यों में प्रकरण को विवादित बना कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाता है, तथा साईबर में दर्ज प्रकरणों को भी विवादित होना प्रतिवेदन दिया जाता है और पक्षकारों को फोन के माध्यम से संपर्क कर पैसे की मांग कर पैसा प्राप्त कर आगामी कार्यवाही कराया जाता है, यदि उक्त पटवारी को तत्काल नहीं हटाया जाएगा तो क्षेत्र के किसानों व पक्षकारों को अनसन में बैठने के लिए मजबूर होना पडेगा उक्त ह०प० के द्वारा प्रदेश से चलाए जा रहे जनकल्याण योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को नहीं दिलाया जाता है, आज किसान उक्त पटवारी के कारण योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। अस्तु वर्तमान ह०प० को तत्काल हटाया जाकर नये पटवारी की पदस्थापना तत्काल कराए जाने की मांग की गई है।
*पूर्व मंत्री ने भी प्रभारी मंत्री को लिखा था पत्र*
विदित हो कि उक्त मामले को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष पार्वती बाल्मिक राठौर के पत्र को संज्ञान लेकर अनूपपुर विधानसभा के विधायक व पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने भी जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार को 2 अगस्त 2025 को पत्र लिखकर प.ह. 26 अनूपपुर में पदस्थ पटवारी रूपनारायण प्रजापति के कई वर्षो से लगातार एक ही स्थान पर पदस्थापना को लेकर तथा अनूपपुर जिला मुख्यालय होने के कारण यहाँ के जमीनों का क्रय-विक्रय में, नक्शा तरमीम एवं डायवर्सन में लाखों रूपये रिश्वत लेकर कार्य करने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है। स्थानीय कास्तकार क्रेता-विक्रेता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि परेशान है। दलालों के साथ मिलकर पटवारी के व्यापक भ्रष्टाचार किये जाने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों में रोष एवं आक्रोश व्याप्त है। उपरोक्त कार्यों से इनका अन्यंत्र स्थानांतरण अथवा पदस्थापना कराये जाने का अनुरोध किया है।
*प्रभारी मंत्री के पत्र का नहीं हुआ अब तक कोई असर*
विदित हो कि जिले के जनप्रतिनिधियों के पत्राचार के बाद जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार ने जिला कलेक्टर अनूपपुर हर्षल पंचोली को 2 अगस्त 2025 को पत्र लिखकर यह निर्देशित किए हैं कि विधायक (पूर्व मंत्री) अनूपपुर बिसाहूलाल सिंह,जिला अनूपपुर से प्राप्त पत्र मूलतः संलग्न प्रेषित है। पत्र में रूपनारायण प्रजापति, पटवारी, प.ह. 26 अनूपपुर को अन्यत्र पदस्थ किए जाने हेतु अनुरोध किया गया है। अतः पटवारी रूपनारायण प्रजापति को अन्यत्र उपरोक्तानुसार अन्यत्र पदस्थ करें।
*पटवारी को मिल रहा है संरक्षण*
उक्त मामले में जो बात अभी तक निकल कर आई है कि लंबे समय से पदस्थापना के बाद अधिकारियों का कर्मचारियों से मोह हो जाता है, चूंकि यही कर्मचारी जमीन संबंधित समस्त रिकॉर्डों की जानकारी रखते है। ऐसे में लंबे समय तक एक ही स्थान में पदस्थापना होने के बाद जब भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है और पीड़ित जनता अपनी शिकायतें जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाती है। और जनप्रतिनिधि प्रशासन से ऐसे कर्मचारियों के पदस्थापना की बात रखते है और जब निचले स्तर से कोई सुनवाई नहीं होती तो मजबूरन प्रभारी मंत्री से गुहार लगानी पड़ती है। अब जब प्रभारी मंत्री जनप्रतिनिधियों के पत्राचार के बाद कलेक्टर को निर्देशित कर चुके हैं, उसके 10 दिन बीतने के बाद भी अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं होने पर पीड़ित जनता और जनप्रतिनिधि अब किससे उम्मीद करें। बहरहाल विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटवारी रूपनारायण प्रजापति पर एसएलआर सहित कई अधिकारी मेहरबान है जिनकी कृपादृष्टि के कारण प्रभारी मंत्री के पत्र का भी कोई असर नहीं हो रहा है। देखना यह होगा कि प्रभारी मंत्री के पत्र पर कलेक्टर हर्षल पंचोली कितना संज्ञान लेते है। क्या पटवारी की पदस्थापना अनूपपुर हल्के से अन्यत्र कही और होगी या प्रभारी मंत्री का पत्र कूड़ेदान में नजर आएगा।