जिला मुख्यालय के समीप चार जंगली हाथियों ने जमाया डेरा, खतरे की आशंका चलते बंद किया गया रीवा मार्ग

*ब्यौहारी में भी हाथी मचा रहा है तांडव*


शहडोल

जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर चार जंगली हाथियों ने रविवार तड़के 4 बजे एंट्री की है। तब से वन विभाग के साथ कोतवाली पुलिस जंगली हाथियों की निगरानी कर रही है। आसपास के क्षेत्र में लगातार मुनादी कर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। नगर पालिका क्षेत्र से महज कुछ दूरी पर यह हाथी मौजूद हैं। वहीं दूसरी ओर ब्यौहारी के बन बिहार में शहडोल रीवा मार्ग के बगल में एक हाथी ने तांडव मचाया, जिसके बाद शहडोल रीवा मार्ग को देर रात वन विभाग ने बंद भी करवाया था।

जिले के दो अलग-अलग क्षेत्र में जंगली हाथियों का तांडव देखा जा रहा है। अब शहर से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर मिनी ब्राज़ील कहे जाने वाले गांव विचारपुर में चार जंगली हाथियों ने रविवार की सुबह तकरीबन 4:00 बजे एंट्री कर ली है। वही दूसरी ओर ब्यौहारी के बन बिहार पर सड़क किनारे एक जंगली हाथी ने कई घरों में तोड़फोड़ की है। मिनी ब्राज़ील कहे जाने वाले गांव विचारपुर में चार हाथियों ने दस्तक देते हुए अपना तांडव जारी रखा है। 

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह हाथी छत्तीसगढ़ से अनूपपुर पहुंचे थे, जिन्हें 10 दिन पहले ही अनूपपुर के लोगों ने खदेड़ कर उमरिया जिले के घुनघुटी वन परिक्षेत्र भगाया था। अनूपपुर में जब यह हाथी तांडव कर रहे थे तो लोग इकट्ठा हो गए और भीड़ ने हल्ला करते हुए पहाड़ों से नीचे हाथियों को घुनघुटी वन परिक्षेत्र के शाहपुर के जंगलों में भगाया था। शनिवार की रात शाहपुर के लोगों ने मसाल एवं आग जलाकर इन हाथियों को दूसरी ओर खदेड़ा जिसके बाद अब यह हाथी शहडोल वन परिक्षेत्र के विचारपुर गांव में पहुंच गए हैं। हालांकि दो दिन से लगातार शहडोल एवम उमरिया जिले की वन विभाग की टीमें हाथियों की निगरानी कर रही थी, क्योंकि शहडोल और उमरिया जिले की सीमा पर यह चार जंगली हाथी विचरण कर रहे थे। रविवार की सुबह 10 बजे तक यह हाथी मिनी ब्राज़ील विचारपुर गांव की नर्सरी में मौजूद थे, जिनकी निगरानी के लिए शहडोल वन विभाग की टीम के साथ कोतवाली पुलिस लगाई गई है। आसपास के क्षेत्र में मुनादी भी करवाई जा रही है, विचारपुर की बस्ती के नजदीक इन हाथियों ने अपना डेरा जमाया है, जिससे लोगों में काफी डर का माहौल है।

दूसरा मामला ब्यौहारी के गोदावल वन परिक्षेत्र के बन बिहार में शहडोल रीवा मुख्य मार्ग में एक जंगली हाथी का तांडव जारी है। शनिवार की रात से रविवार की सुबह तक एक जंगली हाथी शहडोल रीवा मुख्य मार्ग के किनारे विचरण कर रहा है। वन विभाग और पुलिस की टीम हाथी की निगरानी कर रही है। शहडोल रीवा मुख्य मार्ग को वन विभाग ने पांच बार रात में बंद भी करवाया था कि हाथी सड़क पार कर दूसरी ओर जा सकता है। हालांकि हाथी ने सड़क पर नहीं किया और शहडोल रीवा मुख्य मार्ग पर बन बिहार में कुछ घरों को हाथी ने तोड़फोड़ की है। रेंजर रजनीश त्रिपाठी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वन विहार ढाबे में यात्री बसें न खड़ी की जाएं, हालांकि कल टीम जब मौके पर पहुंची थी तो उन्होंने ढाबा संचालक एवं अन्य लोगों से अपील भी की थी कि यहां पर भीड़ भाड़ ना करें, क्योंकि जंगली हाथी इस क्षेत्र में वितरण कर रहा है।रेंजर ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

5 लाख की सीसी सड़क 10 दिन में चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, पहले बरसात में टूटकर अलग हुई

*विकास के दावों की खुली पोल, ग्रामीणों ने आक्रोश*


शहडोल

जिले के जनपद पंचायत ब्यौहारी अंतर्गत ग्राम पंचायत आखेटपुर के डोंगरी टोला में भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़ी एक निर्माण कार्य की पोल पहली ही बारिश में खुल गई। यहां लगभग 5 लाख रुपये की लागत से बनी सीसी सड़क महज 10 दिनों में ही बारिश की पहली बौछार में बह गई। अब ग्रामीणों द्वारा इस सड़क की टूट-फूट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया है, जिसने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

ग्राम डोंगरी टोला शहडोल जिले के अंतिम छोर पर स्थित है, जहां विकास के दावे कागजों तक सीमित नजर आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सीसी रोड निर्माण के दौरान ही गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे थे। लेकिन जब लोगों ने इसकी शिकायत की, तो स्थानीय जनपद और पंचायत स्तर पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। लोगों का आरोप है कि सड़क का बेस नियमानुसार नहीं बनाया गया, जिससे बारिश का पानी बहते ही सड़क की परतें टूट गईं और सड़क दरक कर बह गई। निर्माण कार्य की निगरानी के लिए तैनात  इंजीनियर ने भी निर्माण एजेंसी को खुली छूट दे दी, संभवतः कमीशन के लेन-देन के चलते। यही कारण रहा कि सड़क की मजबूती केवल दिखावटी रही और उसका वास्तविक स्तर पहली ही बारिश में सामने आ गया।

ग्रामीणों ने इस घटना का मोबाइल से वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर किया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सीमेंट की मोटी पट्टी जमीन से अलग होकर पूरी तरह दरक चुकी है और सड़क के नीचे की मिट्टी बह चुकी है। कुछ दिन की सुविधा के नाम पर इस तरह से पैसा बहाया जा रहा है। अगर यही हाल रहा, तो आने वाले समय में गांवों की सड़कें मौत का रास्ता बन जाएंगी, ऐसा कहना है गांव के ही एक बुजुर्ग का।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में निर्माण एजेंसी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच हो और उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही नई सड़क का निर्माण पूरी गुणवत्ता के साथ हो, जिससे सरकारी पैसे की बर्बादी रोकी जा सके। यह घटना सिर्फ एक सड़क की नहीं, बल्कि गांवों में चल रहे भ्रष्टाचार और दिखावटी विकास की हकीकत को उजागर करती है। सवाल यह उठता है कि क्या जिम्मेदार विभाग इस पर कार्रवाई करेगा, या फिर यह मामला भी बाकी मामलों की तरह फाइलों में दफन होकर रह जाएगा।

 माँ नर्मदा सावन में सोमवार को पातालेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का करती है अभिषेक

*शिवलिंग पृथ्वी की सतह से लगभग 10 फीट की गहराई में स्थापित है*


अनूपपुर

सावन का माह हिन्दुओं में सदा ही भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। ऐसे में मध्यप्रदेश में एक आस्था का केंद्र अमरकंटक मैकल की पहाड़ियों में भी हैं, जहां के संबंध में माना जाता है कि यहां नर्मदा नदी के उद्गम स्थल के साथ भगवान शिव की भी तपस्या स्थली भी है।

मां नर्मदा को भगवान शिव की पुत्री कहा जाता है। यहां पुरातत्व महत्व के स्थापत्य कला भी नगर की विशेषताओं में चार चांद लगाते हैं। अमरकंटक में कई प्राचीन शिव मंदिरों के बीच नर्मदा मंदिर से दक्षिण की ओर 100 मीटर की दूरी पर कलचुरीकालीन पातालेश्वर महादेव, शिव, विष्णु, जोहिला कर्ण मंदिर और पंच मठ मंदिरों का समूह है। इन मंदिरों का निर्माण 10-11 वीं शताब्दी में कलचुरी महाराजा नरेश कर्ण देव ने 1041-1073 ईस्वी में बनवाया था।

पातालेश्वर महादेव मंदिर अपने नाम के अनुसार ही यहां स्थित है। यानी, मंदिर का शिवलिंग पृथ्वी की सतह से लगभग 10 फीट की गहराई में स्थापित है। मान्यता है कि पातालेश्वर शिवलिंग की जलहरी में हर साल श्रावण माह के किसी एक सोमवार को मां नर्मदा यहां भगवान शिव का अभिषेक करने पहुंचती हैं। इस दौरान शिवलिंग के ऊपर तक जल भर जाता है। यह सिर्फ सावन में होता है।

पुराणों में उल्लेख है कि भगवान शिव माता पार्वती के साथ यहीं रुके थे। नर्मदा मंदिर, सोनमूडा, माई की बगिया सहित जालेश्वर धाम के साथ नर्मदा मंदिर से सटे पातालेश्वर शिवलिंग मंदिर से भी बड़ी आस्था जुड़ी है। कहते हैं, इस मंदिर की स्थापना आदिगुरु शंकराचार्य ने की थी। पातालेश्वर महादेव का मंदिर विशिष्ट प्रकार से पंचरथ शैली में बना है। 16 स्तंभों में आधार वाले मंडप सहित यह मंदिर निर्मित है। मान्यता है कि इस शिव मंदिर में शिव साधना फलदायी होती है। वर्तमान में यह स्थल पुरातत्व विभाग के अधीन है, तब से पातालेश्वर महादेव सहित अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना बंद हैं।

पेट्रोल पंप से ट्रक को चोरी कर जंगल मे छुपाया, पुलिस ने ट्रक किया जप्त, आरोपी हुआ गिरफ्तार

*ट्रक क्लीनर ही निकला आरोपी*


शहडोल

जिले के बुढार थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना हुई है। जहां बीती रात एक चोर ने पेट्रोल पंप में खड़े ट्रक को चुरा लिया। हालांकि, पुलिस ने तत्परता दिखाई और कुछ ही घंटों में चोरी हुआ ट्रक बरामद कर लिया, साथ ही आरोपी को भी हिरासत में लिया। यह मामला तकनीकी सहायता और मुस्तैद पुलिस कार्रवाई का एक अच्छा उदाहरण है।

घटना की शुरुआत तब हुई जब कॉलेज कॉलोनी निवासी बिजेंद्र सिंह ने बुढार थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि उनका ट्रक, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर MP 18 AH 5009 है, बुढार के बघेल पेट्रोल पंप पर खड़ा था, जिसे किसी अज्ञात चोर ने चोरी कर लिया। पीड़ित ने पुलिस से बताया कि चालक ने रात को ट्रक को पार्क किया था, और सुबह पता चला कि वह गायब है।

बुढार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस टीम को मौके पर भेजा। टीम ने पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की, जिसमें चोर को ट्रक को संजय नगर की दिशा में ले जाते हुए देखा गया। प्रभारी ने कहा, फुटेज के आधार पर, हमें चोर की दिशा का पता चला। हमने तुरंत कार्रवाई की और ट्रक को संजय नगर के जंगलों में छुपा हुआ पाया। जिसे मौके से बरामद किया गया है।

थाना प्रभारी ने बताया कि चोरी किया गया ट्रक संजय नगर के जंगल से बरामद किया गया। ट्रक को वहां छिपाने पर आलमगंज धनपुरी के निवासी रूपेश बैगा को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, रूपेश पहले इस ट्रक का क्लीनर था और उसे वाहन को स्टार्ट करने की जानकारी थी, जिससे वह आसानी से ट्रक की चोरी कर सका। इस पर संजय जायसवाल ने कहा, यह एक गंभीर मामला है और हम आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं ताकि मामले की पूरी जानकारी मिल सके।

पुलिस की सतर्कता और तकनीकी उपायों की मदद से चोरी का मामला कुछ घंटों में सुलझा लिया गया। यह दर्शाता है कि सही समय पर कार्रवाई करने से न केवल चोरी को रोका जा सकता है, बल्कि अपराधियों को भी पकड़ा जा सकता है। बुढार पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से स्थानीय समुदाय में एक सकारात्मक संदेश भेजता है कि वे सुरक्षित हैं और पुलिस उनके साथ है।

हाथी ने मचाया तांडव, 6 घरो में की तोड़फोड़, ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन कर रहा है निगरानी


शहडोल

ब्यौहारी के वन परिक्षेत्र गोदावल में बीती रात एक जंगली हाथी ने तांडव मचाया। आधा दर्जन से अधिक घरों को नुकसान भी पहुंचाया, जिससे ग्रामीणों में काफी गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की टीमें लगातार हाथी की निगरानी तो कर रही हैं, लेकिन हुए नुकसान का मुआवजा बनाने में राजस्व लेट लतीफी कर रहा है। लोगों की मांग है कि इस जंगली हाथी को रेस्क्यू कर बांधवगढ़ जंगल में छोड़ा जाए।

ब्यौहारी के गोदावल रेंज बांधवगढ़ जंगल से सटा हुआ है, जिसकी वजह से आए दिन यहां जंगली जानवरों का आना-जाना आम है। रेंजर ने बताया कि बांधवगढ़ जंगल में जंगली हाथियों का झुंड है, जिससे भटककर एक हाथी इस क्षेत्र में आ गया है। और उसने 6 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों की जानकारी के बाद हमने वन विभाग की टीमें मौके पर भेजी हैं, जो जंगली हाथी की निगरानी कर रही हैं। आसपास के गांव में मुनादी भी की गई है कि लोग सतर्क हो जाएं।

रेंजर गोदावल रजनीश त्रिपाठी ने स्पष्ट किया है कि जिन घरों को हाथी ने नुकसान पहुंचा है, हम मौके पर पहुंच नुकसान हुए चीजों का पंचनामा तैयार कर राजस्व विभाग को इसकी जानकारी दे चुके हैं। अब राजस्व विभाग नुकसान का मुआवजा देने की प्रक्रिया करेगी। जिनके घरों में हाथी ने नुकसान किया है उनमें नाम दीनदयाल सिंह, सुबह लाल सिंह, राधेलाल सिंह, कौशल सिंह एवम सुरेंद्र चौधरी शामिल हैं। इनके अलावा कुछ अन्य लोगों ने मुआवजे की राशि कम और लेट लतीफी से देने का राजस्व विभाग पर आरोप भी लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे क्षेत्र में लगातार जंगली हाथियों का मूवमेंट रहता है। इसके पहले भी कई बार जंगली हाथी ने हमारे क्षेत्र में कई घरों को नुकसान पहुंचाया था। वन विभाग ने अपना कार्य किया, लेकिन राजस्व विभाग लेट लतीफी कर नुकसान हुई राशि में कटौती करता है। जिससे हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती। दूसरी ओर शहडोल वन परिक्षेत्र की सीमा पर चार जंगली हाथी पिछले पांच दिनों से मौजूद हैं। इधर भी कई घरों को हाथियों ने नुकसान पहुंचा है। यह हाथी अभी घुनघुटी वन परिक्षेत्र में हैं।

बारिश का तांडव, नदी उफान में, एसडीआरएफ ने 6 लोगो को बचाया, मकान गिरने से एक की हुई मौत


शहडोल

जिले के ब्यौहारी क्षेत्र में शाम बारिश का तांडव देखने को मिला। नदी उफान में आ जाने से एक घर के चारों तरफ जल भराव हो गया। एक परिवार घर के अंदर ही फंस गया। किसी तरह पुलिस तक सूचना पहुंची तो पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम ने चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद परिवार के 6 सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान में पहुंचाया गया। वहीं ब्यौहारी से पपौंध मार्ग कल शाम 6 बजे से बंद है। देवलौंद में तेज बारिश की वजह से कच्चा महान गिर गया, जिसके नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। बाणसागर डैम के तीन गेट आज खोल दिया गया है। जिले में बारिश का दौर लगातार जारी है। तेज बारिश से नदी नाले उफान में हैं। कच्चे मकान बारिश की वजह से गिर रहे हैं, तो कई मार्ग भी बंद हैं।

ब्यौहारी थाना क्षेत्र के सुखा गांव में झारप नदी शुक्रवार रात 8 बजे से उफान में आ गई। नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। वहीं राम सुमन कुशवाहा का घर नदी के किनारे है। नदी का पानी घर के चारों तरफ भर गया, जिससे खेत और घर में 6 फीट तक जल भराव हो गया। कुशवाहा परिवार के छह सदस्य घर के ऊंचे स्थान पर जाकर बैठ गए और पुलिस की डायल हंड्रेड को मामले की जानकारी दी। पुलिस की डायल हंड्रेड को इवेंट आया कि हमारे घर में चारों तरफ पानी भर गया है और हम सभी लोग अंदर फंसे हुए हैं। घर के अंदर 6 फीट तक पानी भर गया है। जानकारी लगते ही थाना प्रभारी अरुण पांडे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जानकारी एसडीआरएफ टीम को दी गई, जानकारी के बाद शहडोल से एसडीआरएफ दल मौके के लिए रवाना हुआ। चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद परिवार के सदस्यों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान में लाया गया। थाना प्रभारी अरुण पांडे ब्यौहारी ने बताया कि परिवार में 6 लोग घर के अंदर फंसे थे। चारों तरफ जल भराव हो गया था। सूचना के बाद हमने रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया और रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित स्थान में पहुंचाया गया है।

कोयला भंडारण में साईंकृपा ने नहीं ली नगर पालिका से अनुमति, नगरीय टैक्स का नुकसान

*आवासीय इलाके के बीच निजी साइडिंग से कोयला की खरीद-फरोख्त*


अनूपपुर

जिले के बिजुरी स्थित रेलवे साइडिंग पर उतरने वाले करोड़ो के कोयला का भंडारण  के खेल में साईंकृपा कोल साइडिंग के संचालक ने नगरपालिका बिजुरी से भी क्षेत्र में कोयला भंडारण और क्रय विक्रय के लिए अनुमति नहीं ली है। इससे पूर्व कोयला भंडारण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल संभाग ने सीटीओ पर पल्ला झाड़ते हुए खनिज विभाग अनूपपुर के पाले में गेंद डाल दिया था। वहीं खनिज विभाग अनूपपुर ने भी कोयला भंडारण को लेकर संचालक को कोई भी अनुमति पत्र विभाग द्वारा जारी नहीं किए जाने की बात कही थी। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल की गैर जिम्मेदाराना बयान पर आश्चर्य व्यक्त किया था।  लेकिन यहां सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यहां यहां भंडारित होने वाला कोयला को किन नियमों के आधार पर भंडारित और परिवहन किया जा रहा है? जबकि यह साइडिंग न तो बेनिफिकेश है और ना ही डंपिंग एरिया। तो फिर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल, खनिज विभाग अनूपपुर, नगरपालिका बिजुरी के जिम्मेदारों के बावजूद यहां भंडारित होने वाला कोयला को किन नियमों के आधार पर भंडारित और परिवहन किया जा रहा है? क्या रेलवे द्वारा दी गई जमीन और एसइसीएल के कोयले की आपूर्ति कराने से ही नगरीय प्रशासन का राजस्व टैक्स स्वत: माफ हो जाता है। या फिर यहां नगरीय राजस्व वसूली के अलग प्रावधान है और अगर है तो उसका पालन क्यों नही किया जा रहा है। फिलहाल आवासीय क्षेत्र के बीच नगरीय जमीन का उपयोग कर रेलवे की साइडिंग पर कोयला का भंडारण अवैधानिक तरीक से किया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यहां रसूखदारों के अवैध कामों के लिए एनओसी के साथ किसी टैक्स पे की आवश्यकता नहीं पड़ती। भले ही इस काम में नगरीय क्षेत्र को मिलने वाला राजस्व टैक्स की ही क्यों नहीं हानि उठाना पड़े। 

*नियमों विरुद्ध अवैध कोयला का भंडारण* 

साईं कृपा कोल साइडिंग बिजुरी पर उतरने वाले करोड़ों रूपए के काले हीरे का कारोबार बिना भंडारण की अनुमति के संचालित हो रहा है। इसे अवैध कारोबार कहा जा सकता है, जहां कम कीमत पर एसईसीएल से कोयला आपूर्ति कराकर उसे छांटकर उंची कीमत में विक्रय किया जा रहा है। जबकि नियमों के अनुसार कोयला खदान से ५० किलोमीटर के भीतर कोयला भंडारण नहीं किया जा सकता है। अगर रेलवे की जमीन पर कोयले के भंडारण की अनुमति मिलती है तो सेवा शर्तो के अनुसार वह सिर्फ भंडारण कर सकता है, साइडिंग का उपयोग या संचालन नहीं कर सकता। भंडारण की अनुमति रेलवे दे तो वहां संचालक द्वारा मात्रा के अनुसार २४,४८ या ७२ घंटे के भीतर उसे खाली किया जाना अनिवार्य होता है। किसी कारण वश समय की अधिक आवश्यकता पड़े तो सप्ताहभर का समय भी दिया जा सकता है। लेकिन भंडारण की आड़ में अवैध कोयले का कारोबार नहीं संचालित किया जा सकता। लेकिन यहां प्रशासन ने रेलवे की साइडिंग वाली जमीन पर किस नियमों के आधार पर कोयले का भंडारण करने की अनुमति दे रही है यह समझ से पड़े हैं। 

*खनिज विभाग ने नहीं दी है अनुमति*

साईं कृपा कोल साइडिंग बिजुरी द्वारा भंडारण के लिए पूर्व में खनिज विभाग से अनुमति मांगी थी। लेकिन यहां रेलवे की जमीन होने के कारण खनिज विभाग ने अनुमति देने से मनाही कर दी थी। जबकि स्थानीय नगरीय क्षेत्र ने भी भंडारण के लिए कोई अनुमति नहीं दी है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्र्ड संभाग शहडोल के अधिकारी मुकेश श्रीवास्तव का कहना है कि यह मेरे क्षेत्राधिकार में नहीं है, इस सम्बंध में एसइसीएल और खनिज विभाग ही जानकारी दे पाएगा। लेकिन आश्चर्य (सीटीओ) वायु, जल सम्मति का प्रमाण पत्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग द्वारा ही प्रदाय किया जाता है। 

आकाशीय बिजली की चपेट में आया बालक हुई मौत


शहडोल

जिले के ब्यौहारी क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां खेत में काम कर रहे 13 वर्षीय मनीष सिंह गोड की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब मनीष अपने भाई के साथ खेत में काम कर रहा था और अचानक शुरू हुई तेज बारिश के दौरान आसमानी आफत ने अपना कहर बरपाया। गौरतलब है कि मनीष, जो टांघर गांव का निवासी था, अपने भाई के साथ खेत में काम कर रहा था। घटना के समय उसका भाई दूसरे खेत में मौजूद था। तेज आवाज सुनकर जब वह मौके पर पहुंचा, तो उसने अपने भाई को अचेत अवस्था में खेत में पड़ा देखा। इसके बाद तुरंत उसने अपने परिवार को इत्तला दी, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने बताया कि खेत में गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बालक की मौत हो गई है। हमारी प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट है कि मनीष की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई है, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर तेज बारिश के दौरान होती हैं और इससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। 

पेट्रोल पंप निर्माण की जमीन हुआ विवाद, युवक पर टांगी व लाठी से हमला


शहडोल 

जिले के जयसिंहनगर थाना क्षेत्र के कनाडी कला गांव में एक युवक पर जानलेवा हमला का मामला सामने आया है। पीड़ित कपिलदेव गुप्ता अपनी पट्टे की वैध भूमि पर पेट्रोल पंप का निर्माण कार्य करवा रहे थे, इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।

पीड़ित के अनुसार हमला करने वालों में गांव के हनुमा कोल, विष्णु कोल और लालबाबू कोल शामिल हैं। तीनों ने उस पर लाठी, डंडों और टांगी से हमला किया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पीड़ित कपिल के सिर, नाक और कंधे पर गहरी चोटें आई हैं। कपिल गुप्ता ने बताया, मैंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन आरोपी मुझ पर तब तक हमला करते रहे जब तक वह वहां से निकल नहीं गया। इस दौरान मोती साहू नाम का एक व्यक्ति कपिल का बैग लेकर मौके से फरार हो गया। शुरुआत में कपिल ने बैग चोरी की रिपोर्ट नहीं कराई, लेकिन बाद में स्थिति स्पष्ट होने पर उन्होंने जान से मारने का प्रयास करने और लूट की शिकायत की। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अजय बैगा ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है, उनकी तलाश की जा रही है।

खनिज माफियाओं ने वनपाल पर किया हमला, ट्रक छुड़ाकर ले गए, आरोपियों पर मामला दर्ज

*मुरुम का कर रहे थे अवैध परिवहन*


 शहडोल

कोतवाली थाना क्षेत्र के नरसरहा में एक वनकर्मी के साथ दिनदहाड़े हुई मारपीट की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। कार्यवाहक वनपाल विजय कुमार प्रजापति के साथ हुए इस हमले में पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश सख्ती से शुरू कर दी है। आरोपियों ने वनपाल से जप्त वाहन डिपो के अंदर से छुड़ाकर फरार हो गए। 

पुलिस ने बताया कि विजय कुमार प्रजापति ने अवैध रूप से मुरुम परिवहन कर रहे दो मिनी ट्रकों को पकड़ा था। जिनका नंबर MP 18 GA 4623 व MP 65 GA 2186 इन ट्रकों के पास आवश्यक दस्तावेज नहीं थे, और जैसे ही वनकर्मी ने वाहनों को रोका, चालक मौके से फरार हो गए। मौके पर वाहन जप्त कर कार्यवाही की जा रही थी,तभी मौके पर आरोपी पहुंचे और वनकर्मी की यह कार्रवाई आरोपितों को नागवार गुजरी। घटनास्थल पर लकी उर्फ अकाशदीप साहू, अमन रिछारिया, विजय प्रजापति, अनुराग मिश्रा और भोले यादव पहुंचे और उन्होंने वनपाल के साथ झूमाझटकी करते हुए उनका मोबाइल छीन लिया तथा तोड़ दिया। आरोपियों ने वनपाल को धमकी भी दी कि यदि वह उनके काम में हस्तक्षेप करते रहे, तो परिणाम गंभीर होंगे। और दबंगई पूर्वक दोनों वाहन लेकर मौके से चले गए।

विजय कुमार प्रजापति ने किसी तरह घटना की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। इस घटना के बाद रेंजर शहडोल, रामनरेश विश्वकर्मा ने इस मामले की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में की। रेंजर ने बताया,जांच के दौरान हमें पता चला कि दो दिन पहले नरसरहा के पास चेकिंग के दौरान ये वाहन पकड़े गए थे। इन वाहनों में मुरुम परिवहन संबंधी कोई दस्तावेज नहीं था। जिस पर कार्रवाई की जा रही थी। इसी बीच, कुछ लोग आए और सहायक वनपाल के साथ मारपीट करते हुए मोबाइल तोड़ दिया। शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और शासकीय कर्मचारी के साथ मारपीट करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शीघ्र ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया है और उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आरोपियों के साथ वाहनों की भी तलाश की जा रही है।

गौरतलब है कि अवैध खनन और परिवहन एक गंभीर मुद्दा है, जो न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करता है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती प्रस्तुत करती हैं, बल्कि उन अधिकारियों के लिए भी खतरा बनती हैं, जो इन गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं

उदयपुर फाइल्स' फिल्म के खिलाफ मुस्लिम समाज में रोष, पैग़ंबर-ए-इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक डायलॉग पर जताया विरोध


शहडोल

 शहडोल में 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म के खिलाफ मुस्लिम समाज में रोष पैग़ंबर-ए-इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक डायलॉग पर जताया विरोध, नहीं रिलीज होना चाहिए उदयपुर फाइल्स फिल्म रिलीज़ हुआ तो होगा आंदोलन, मुस्लिम संघ ने कलेक्टर साहब को सौंपा ज्ञापन। उदयपुर फाइल्स' में इस्लाम और पैग़ंबर साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी शहडोल में मुस्लिम समाज ने सौंपा ज्ञापन, की फिल्म पर बैन की मांग। मजहबी भावनाएं भड़काने वाली फिल्म पर बैन लगे शहडोल में मुस्लिम समाज का प्रदर्शन। देश की एकता के खिलाफ 'उदयपुर फाइल्स'? – मुस्लिम समाज ने जताई आपत्ति, कहा तुरंत लगे रोक। पैग़ंबर मोहम्मद और ज्ञानवापी मस्जिद पर आपत्तिजनक डायलॉग मुस्लिम समाज ने फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' पर जताई कड़ी आपत्ति।

उदयपुर फाइल्स फिल्म में पैगम्बर इस्लाम मोहम्मद साहब और उनकी पवित्र पत्नियों के बारे  आपत्तिजनक डायलॉग बोली गई है इस फिल्म में 3 मिनट का ट्रेलर जारी किया गया  तो पूरी फिल्म में और भी आपत्तिजनक बातें बोली गई होगी जिसको मुस्लिम समाज बर्दाश्त नई करेगा  और इस फिल्म में ज्ञानवापी मस्जिद पर भी डायलॉग बोला गया है जो आपत्तिजनक है और ज्ञानवापी मस्जिद का केस सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है  ऐसे दृश्य और डायलॉग भरे गए है जिसमें  देश की एकता को नुकसान पहुंचा सकता है महामहिम राष्ट्रपति महोदया  देश के  प्रधानमंत्री जी  प्रदेश के राज्य पाल महोदय से और जिले के कलेक्टर महोदय से मुस्लिम समाज मांग करता है कि ऐसे नफरत भरे फिल्म पर  रोक लगाई जाय ताकि भारत में देश एकता बनी रहे  इस फिल्म के निर्माता हीरो हिरोइन सब सुरक्षा में रहते और आप जन पिसता है मेरा सेंसर बोर्ड से भी निवेदन है कि ऐसे फिल्म पर रोक लगाए और पास न करे आज के ज्ञापन देने वाले में आज समाज के लोगों ने अमीर बनाए मौलाना जरयाब सकीबी संभागीय अध्यक्ष जमीयत उलमा हिंद मध्य प्रदेश  जिन्होंने ज्ञापन को दिया उनके साथ से शान उल्ला खान अध्यक्ष नैशनल मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी शहडोल  एवं मुस्लिम त्यौहार कमेटी अध्यक्ष साथी हसीब अख्तर  जफर खान इमरान फारूकी हाजी यासीन फारूकी  मोहम्मद यासीन संचालक  एम्बुलेंस कादिर खान पूर्व सैनिक हफीज एजाज  पप्पू फारूकी और धनपुरी बुढार से आय सैकड़ों समाज सेवी और मोहम्मद साब को चाहने वाले  और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

9 वर्ष, 73 किलोमीटर सड़क, गिनीज बुक में दर्ज हो रिकॉर्ड, आश्चर्यजनक किंतु सत्य


शहडोल

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश तिवारी ने शहडोल -उमरिया सड़क 9 वर्षों में 73 किलोमीटर भी ना बन पाने को आश्चर्यजनक करार देते हुए कहा है कि यह देश के लिए आश्चर्य की बात है कि सड़क निर्माण की आधुनिक साधन होने के बावजूद 9 वर्षों में भी शहडोल -उमरिया सड़क नहीं बन पाई।

कैलाश तिवारी ने कहा है कि यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने योग्य  है तथा संभाग वासियों को इस दिशा में प्रयास करना चाहिए। हो सकता है कि इस कारण से यह सड़क दो-तीन वर्षों में बनकर तैयार हो जाए। इस सड़क की विशेष बात यह भी है कि जितनी सड़क बन रही है। उससे ज्यादा खराब भी हो रही है जगह-जगह उखड़ रही है।

इस निर्माण के लिए जहां एक और ठेकेदार तो दोषी है ही दूसरी ओर सरकारी विभाग के निरीक्षण कर्ता इंजीनियर भी कम दोषी नहीं है। दोनो की साठ गांठ सिद्ध करती है कि अगर लेनदेन का साथ हो तो कहीं भी मनमानी की जा सकती है।यह इसका ज्वलंत उदाहरण है। संभाग में पदस्थ अधिकारी इस मामले को इस तरह देखते हैं कि मानो यह किसी दूसरे देश का मामला हो।

धर्मकांटा बना मरीजो के लिए आफत, सड़क पर लगता हैं जाम, 15 मिनट तक फंसी रही एंबुलेंस


शहडोल

शहडोल मेडिकल कॉलेज के पास स्थित धर्म कांटा अब मरीजों और स्वास्थ्य सेवा के लिए गंभीर समस्या बनता जा रहा है। यहाँ भारी भरकम वाहनों की आवाजाही के कारण आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है, जिससे मरीजों को विशेषकर गंभीर रोगियों को इलाज के लिए समय पर पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

धर्म कांटा संचालक द्वारा सड़क के किनारे बाउंड्री का निर्माण कर दिए जाने से अब भारी ट्रक सड़क पर खड़े रहते हैं, जिससे यातायात में रुकावट उत्पन्न हो रही है। हाल ही में गुरुवार की सुबह, एक भारी ट्रक सड़क पर खराब हो जाने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। एंबुलेंस चालक आरजू ने बताया, मैं एक सीरियस मरीज को लेकर गोहपारू से मेडिकल कॉलेज आ रहा था, लेकिन मुझे 15 मिनट तक जाम में फंसे रहना पड़ा। इससे मरीज की स्थिति और बिगड़ गई, लेकिन समय रहते मैंने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज के एक टेक्नीशियन ने भी अपनी कठिनाई साझा की। उन्होंने कहा, मैं ड्यूटी खत्म करके घर जा रहा था, तभी सड़क पर एक खराब ट्रक खड़ा था। मेरी बाइक कीचड़ में फिसल गई जिससे मैं गिर गया और मामूली चोट आई। मेरे कपड़े भी खराब हो गए।

स्थानीय लोगों की मांग है कि धर्म कांटा को इस स्थान से हटा दिया जाए। उनका मानना है कि यह मेडिकल कॉलेज का मुख्य मार्ग है और यहाँ से गुजरने वाले मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक स्थानीय निवासी, श्यामलाल ने कहा, यहां से गुजरना बहुत मुश्किल हो गया है। अगर धर्म कांटा को यहां से हटा दिया जाए, तो बिना किसी समस्या के हम अपने काम पर जा सकेंगे। इस मामले पर यातायात थाना प्रभारी, शिवेंद्र राम भगत से बात की गई। तो उन्होंने कहा, मुझे जब जानकारी मिली तो मैं मौके पर पहुंचा था, वाहन चालक से बातचीत में पता लगा कि वाहन के गैर बक्शा में दिक्कत है, जल्द ठीक होते ही हटवाया जाएगा।

भजन गायक का नहाते समय फब्बारे में फंसा पैर रामघाट में डूबने से हुई मौत


अनूपपुर

गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर अमरकंटक में स्थित पवित्र नर्मदा नदी के रामघाट में एक अत्यंत दुखद और हृदयविदारक घटना घटी। स्नान के दौरान राज भदौरिया उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम बालनपुर, थाना बालनपुर, जिला भिंड, की नदी में डूबने से मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राज भदौरिया अपने बड़े भाई अर्जुन भदौरिया और जीजा के साथ गुरुपूर्णिमा के मौके पर स्नान हेतु रामघाट पहुंचा था। स्नान करते हुए राज और अर्जुन तैरते-तैरते नदी के बीच में बने फव्वारे तक पहुंच गए। इसी दौरान राज का पैर फव्वारे में लगी रेलिंग में फंस गया, जिससे वह अचानक पानी में डूबने लगा। साथ आए स्वजन और अन्य स्नानार्थियों ने उसे बचाने का प्रयास किया, परंतु वह काफी देर तक पानी से बाहर नहीं निकल सका। जैसे ही घटना की जानकारी आसपास मौजूद लोगों को हुई, स्थानीय निवासी कृष्णा पाल चौहान ने तत्परता दिखाते हुए राज को बाहर निकाला। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और राज को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरकंटक लाया गया, जहां मौजूद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस द्वारा मर्ग क्रमांक 22/25 बीएनएस की धारा 194 के तहत मामला कायम कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार राज भदौरिया अमरकंटक स्थित शांति कुटी आश्रम का शिष्य था। वह भजन और संगीत का एक उभरता हुआ गायक था, वह आश्रम में रहकर अध्ययन भी कर रहा था। उसका व्यकेवहार विनम्र और अध्यात्म के प्रति समर्पित बताया गया है। इस अप्रत्याशित हादसे से अमरकंटक क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर जब हजारों श्रद्धालु आस्था के भाव से घाट पर उपस्थित थे यह घटना सभी को स्तब्ध कर गई।

एक घंटे में कुछ अधिकारियों ने खा लिए 14 किलो ड्रायफ्रूट्स, पी ली 5 किलो चीनी डालकर 5 लीटर दूध की चाय


शहडोल

जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के आला अधिकारियों के द्वारा की गई अनियमितताओं का मामला प्रकाश में आया है। शहडोल के गोहपारू ब्लॉक के भदवाही ग्राम पंचायत में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान, अधिकारियों ने मात्र एक घंटे में 14 किलो ड्रायफ्रूट्स का सेवन कर लिया, जिसका खर्च जनता के पैसों से उठाया गया। इस कार्यक्रम में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम और अन्य कई आला अधिकारी शामिल हुए थे। इन अधिकारियों ने 5 किलो काजू, 6 किलो बादाम और 3 किलो किसमिस खाकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा, उन्होंने 6 लीटर दूध में 5 किलो शक्कर मिलाकर चाय का भी सेवन किया। इस आयोजन का आयोजन भदवाही ग्राम पंचायत द्वारा किया गया था, जिसके लिए दी गई राशि का भुगतान विवादित बिलों के माध्यम से किया गया है।

भदवाही ग्राम पंचायत में जल चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारी और ग्रामीण दोनों शामिल हुए। पता चला है कि इस आयोजन में सर्व किया गया भोजन खिचड़े, पूड़ी और सब्जी के रूप में था, जबकि अधिकारियों के नाम पर जो बिल जारी किए गए उसमें ड्रायफ्रूट्स का खर्च दिखाया गया। यह भी चर्चा है कि अधिकारियों के आगमन के लिए ग्राम पंचायत ने उचित व्यवस्था की थी, लेकिन यह सब सरकारी धन के दुरुपयोग की कहानी बयां करता है।

सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, 13 किलो ड्रायफ्रूट्स के लिए 19,010 रुपये का भुगतान किया गया, जिसमें अन्य सामग्री जैसे 30 किलो नमकीन और 20 पैकेट बिस्कुट का भी खर्च शामिल है। इस मामले में सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि काजू की कीमत में भारी अंतर देखा गया है। एक किलो काजू 1000 रुपये में खरीदा गया, जबकि उसी दिन एक अन्य विक्रेता से काजू 600 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध था। मुद्रिका सिंह, प्रभारी जिला पंचायत सीईओ ने कहा कार्यक्रम में मैं खुद मौजूद था, लेकिन मुझे जानकारी नहीं है पता करता हूं।

आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण में लगाया जा रहा है घटिया ईंट, सरपंच, सचिव व इंजीनियर की मिलीभगत


अनूपपुर

भ्रष्टाचार के मामलों में सुर्खियां बटोरने वाले  जनपद पंचायत अनूपपुर के ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी में आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों को ताक में रखकर काम कराया जा रहा है। महिला एवं बाल विकाश आंगनवाड़ी भवन निर्माण योजना अंतर्गत शासन के सुरक्षात्मक मानकों के अनुसार लगभग 11 लाख की लागत की राशि से आंगनवाड़ी भवन तथा बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है।वैसे तो निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को निर्माण कार्य कराया जाना था, लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच को आज तक यहां नहीं देखा गया है।काम कौन करा रहा है, इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं है। निर्माण कार्य में गुणवत्ता नदारद है। स्टीमेट के विपरीत छड़ से कालम व बीम तैयार किए गए हैं। कालमों में रिंग जो किसी निर्माण की रीढ़ होती है उसे भी मनमाना लगाया जा रहा है। वैसे विकासखंड का यह एकमात्र आंगनबाड़ी भवन नहीं है, जिसका निर्माण गुणवत्ताविहीन किया जा रहा है।कई ग्रामों में हो रहे निर्माण इसी तर्ज पर हो रहे है।

*दीवार में लग रही घटिया ईंट*

आंगनबाड़ी केंद्र के भवन के निर्माण में घटिया क्वालिटी की ईंट लगाकर खानापूर्ति की जा रही है।ग्रामीणों के अनुसार गुणवत्ताविहीन हो रहे कार्य का विरोध होने के बाद भी निर्माण एजेंसी मनमानी कर रही है।विभागीय अधिकारियों तक शिकायतें भी पहुंचती हैं, लेकिन जांच में खानापूर्ति व लेन-देन कर मामला रफा-दफा कर दिया जाता है।भवन के दीवार निर्माण कार्य में भी घुली ईंटों का उपयोग कर गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि अधिकारियों की अनदेखी से निर्माण एजेंसी मनमानी कर रही हैं, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहा है।

*इंजीनियर की अनदेखी हो रहा घटिया निर्माण* 

ज्ञात हो कि सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में इंजीनियर नियुक्त किये हैं, ताकि कोई निर्माण हो तो उसकी गुणवत्ता देख सकें,लेकिन यहां तो बिना जांच के खुलेआम घटिया निर्माण हो रहा है और वे इधर झांकना भी मुनासिब नहीं समझते, इससे सरपंच और सचिव के हौसले बुलंद हैं।सूत्रों का कहना है कि यह सब इन्ही जिम्मेदारों के आपसी सांठगांठ और कमीशन के चलते हो रहा है,यदि सही जांच हो तो पंचायत में कई और मामले भी उजागर होंगे। ग्राम पंचायत में नाडेफ,सोख्ता टैंक भी बने हैं,उसमे भी लापरवाही बरती गई है। भ्रष्टाचार के चलते सही मापदण्ड का पालन नहीं किया गया है।जिसको लेकर स्थानीय लोगो ने जल्द ही जिला कलेक्टर से शिकायत की बात कही गई है।

इनका कहना है।

इस मामले में जनपद पंचायत के इंजीनियर दुर्गेश अग्रवाल को उनके मोबाइल नम्बर पर कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नही किया।

विधि ट्रेडर्स में सीमेंट, गिट्टी के अलावा समोसा, जलेबी, काजू, किसमिस केला, सेव व पानी बॉटल भी मिलता है

*पंचायत में सरपंच सचिव की मिलीभगत के फर्जी बिल से फल फूल रहा है भ्रष्टाचार का पेड़*


मैहर

विकास खण्ड क्षेत्र रामनगर के ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का आलम व्याप्त हो चुका है। ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार सहायक इनकी तो नजरें एक समान ही रहती है। किन्तु जनपद में बैठे मूल्यांकन अधिकारी उपयंत्री की नजरें तो सब कुछ पकड़ लेती है। नज़र अंदाज़ तो तब होता है जब मोटे कमीशन और दायित्व पर प्रश्नचिन्ह भ्रष्टाचार का आटा उसमें मक्का और ज्वार आटा मिक्स होने चूल्हे में पोई रोटी के साथ सुहाने मौसम में बैंगन टमाटर आलू के भरता के साथ गाय के देशी घी मिला हो तो बड़ी टेस्टी लगने लगती है। तो अपने आप नजर बंद हो जाती है।

अगर मुख्य कार्यपालन अधिकारी मुन्नी लाल प्रजापति की बातें की जाए तो ये बड़े वसूलो वाले नियम कानून के एकदम सख्त दिखाई देते हैं। पर पर्दे के पीछे टॉय टॉय फिस्स ही जान पड़ते हैं। रामनगर के मुर्तिहाई ग्राम पंचायत में बड़ा ही अजीबो-गरीब ग्राम विकास की राशि गबन करने फर्जी बिलों के माध्यम से राशि डकारने बिलों के भुगतान समाने आये है। जहां विधि टेंडर्स मूर्तिहाई लोहा सरिया गिट्टी बालू डस्ट तो बेचती ही है। इसके साथ ही इनकी बड़ी भारी दुकान समोसा चाय लड्डू नमकीन के साथ मे काजू किशमिश की सप्लाई भी ग्राम पंचायतों को निम्न दामो के दर मे उच्च मूल्यो पर सप्लाई करते हैं। जिसके बिल भी बड़े आसानी से भुगतान होते हैं।

अब आगे क्या ऐसा ही होगा सीईओ मुन्नी लाल प्रजापति की भूमिका देखिएगा नोटिस काटी जाएगी, जांच टीम तैयार होगी। पर कार्यवाही प्रश्नचिन्हो पर अटक कर सारी कड़कती हुई बिजली रूपी ऊर्जा धरती पर समाकर शून्य हो जाएंगी।

पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 का उल्लंघन कर रामनगर ब्लॉक की पंचायतों में लग रहे फर्जी बिल हो रहा बड़ा खेल, मूर्तिहाई सरपंच रामबली बैस ने अपने पुत्र संदीप की फर्म विधि ट्रेडर्स से निकाले लाखों रुपए,ग्रामीणों ने कलेक्टर से हुई शिकायत,पंचायत अधिनियम की हो रही खुली अवहेलना, विधि ट्रेडर्स के नाम से समोसा और लड्डू का लग रहा बिल, क्या सरपंच पर होगी पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत कार्यवाही, रामनगर ब्लॉक भर की पंचायतों में पांचवे वित्त में भी हो रहा बड़ा गोलमाल।

नियम का उल्लंघन करने पर राजेश मेडिकल सहित 6 दवा दुकानों के लाइसेंस हुए रद्द


अनूपपुर

औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली 1945 के नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर जैतहरी स्थित मेसर्स लाइफ केयर मेडिकोज, अनूपपुर स्थित मेसर्स आकांक्षा मेडिकल स्टोर, कोतमा कालरी भालूमाड़ा स्थित मेसर्स रियान मेडिकोज, तहसील जैतहरी के आदर्श ग्राम सिवनी स्थित मेसर्स आर के मेडिकोज, कोतमा स्थित मेसर्स राजेश मेडिकल स्टोर्स तथा अनूपपुर स्थित मेसर्स अमृत फार्मा का आकस्मिक निरीक्षण औषधि निरीक्षक अनूपपुर द्वारा किया गया था। निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर्स में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली 1945 के नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर जाँच प्रतिवेदन तैयार कर औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन अनूपपुर को प्रेषित किया गया था। जिसमें औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी द्वारा संबंधित मेडिकल स्टोर्स के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था।   

संचालकों को जारी नोटिस का जवाब समाधानकारक एवं संतोषजनक नहीं पाए जाने के कारण औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला अनूपपुर द्वारा मेसर्स राजेश मेडिकल स्टोर्स के संचालक को स्वीकृत थोक औषधि विक्रय अनुप्तियां निरस्त एवं स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 15 दिवस के लिए निलंबित की गई है। इसी प्रकार नोटिस का जवाब समाधानकारक एवं संतोषजनक नही दिए जाने के कारण औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी द्वारा मेसर्स लाइफ केयर मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 10 दिवस के लिए, मेसर्स आकांक्षा मेडिकल स्टोर के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 7 दिवस के लिए, मेसर्स रियान मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 5 दिवस के लिए, मेसर्स आर के मेडिकोज के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 7 दिवस के लिए तथा मेसर्स अमृत फार्मा के संचालक को स्वीकृत फुटकर औषधि विक्रय अनुज्ञप्तियां 5 दिवस के लिए निलंबित किए गए हैं। निलंबन अवधि में संचालकों को किसी भी प्रकार से औषधियों का क्रय-विक्रय नही किए जाने व मेडिकल स्टोर का संचालन बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं। आदेश में संबंधितों को निर्देशित किया गया है कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 एवं नियमावली 1945 का पालन सुनिश्चित किया जाए।

नर भालू का मिला शव, आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत की आशंका, जांच शुरू


शहडोल

जिले के वनपरिक्षेत्र अमझोर अंतर्गत वनसुकली में एक नर भालू की मृत अवस्था में मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया और भालू के शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, भालू की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आकाशीय बिजली के चपेट में आने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है।

वनसुकली बीट के राजस्व क्षेत्र में स्थानीय निवासियों ने भालू के शव को देखा और इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे वन परिक्षेत्र अधिकारी तरुणेन्द्र सिंह ने बताया कि भालू के शव को कब्जे में लेकर डॉग स्क्वॉड की मदद से आस-पास सर्चिंग कराई गई है। भालू के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं और शिकार के कोई निशान नहीं मिले हैं।

इस घटना ने वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण के मुद्दे को एक बार फिर से सामने ला दिया है। अमझोर वन मंडल की टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि भालू के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिससे मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। तरुणेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि भालू बिजली गिरने से मारा गया हो, लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट होगा। ब्यौहारी के गोदवाल वन परिक्षेत्र में बीते दिनो भालू की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था। वह घटना को एक माह भी नहीं बीते अब दूसरे भालू की मौत ने वन विभाग की गस्त पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 

जंगल में जुआ खेल रहे पांच जुआरी गिरफ्तार, 5 लाख का सामान सहित 14 बाइक जप्त


शहडोल

जिले के बुढार थाना क्षेत्र के छादा जंगल में जुआ खेल रहे जुआरियों को बुढार पुलिस ने गिरफ्तार कर नगद रुपए एवम एक दर्जन से अधिक बाइक जप्त कर कार्यवाही को अंजाम दिया है। कई दिनों से यहां जुआ फड़ संचालित हो रहा था, लोगों की सूचना पर पुलिस ने कार्यवाही की है। पांच जुआरियों के कब्जे से 3250 नगद रुपए बरामद हुए है।कुल मशरूका की कीमत पांच लाख से अधिक है।

बुढार पुलिस ने बताया कि थाना क्षेत्र के छादा जंगल में स्थित तालाब के समीप आम के पेड़ के नीचे ताश के पत्तों में लोग हार जीत का दाव लग रहे थे, कई दिनों से जुआरी इस क्षेत्र में फंड संचालित किए हुए थे। स्थानीय लोगों ने मंगलवार पुलिस को सूचना दी थी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने चारो तरफ से घेरा बंदी कर जुआरियों को पकड़ा है। थाना प्रभारी ने कहा कि कुछ जुआरी भागने में सफल रहे, लेकिन पांच को हमारी टीम ने गिरफ्तार कर लिए है। पकड़े गए जुआरियों में आशीष शर्मा पिता शिव प्रसाद शर्मा (27)बरतरा ,मोहमद तनवीर पिता अय्यार वार्ड 21 शहडोल,राकेश पटेल पिता रघु पटेल कंचनपुर,सुदीप जैसवाल पिता विनोद जायसवाल जमुई,रोशन लोधी पिता विष्णु लोधी जमुई शामिल है।

पकड़े गए जुआरियों के कब्जे से पुलिस ने 3250 रुपए नगद जप्त किए हैं,एवं मौके से 14 मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद की है। जिसकी कुल कीमत पांच लाख 50 हजार है।पुलिस के अनुसार दो दर्जन से अधिक लोग एक साथ बैठकर जुआ खेल रहे थे।पुलिस को देखकर अन्य जुआरी भाग गए हैं। पुलिस ने पांचों जुआरियों को थाने लाया है,मोटरसाइकिल को पुलिस ने जप्त कर लिया है।आरोपियों के विरुद्ध कई धाराओं के तहत कार्यवाही की गई है,इस कार्यवाही में थाना प्रभारी के साथ सहायक उप निरीक्षक राजा भैया बागरी प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र एवम अन्य पुलिस कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। 

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