अधूरी पुलिया, अस्थाई डाइवर्सन ने ली एक कि जान, एक माह में दूसरी मौत, निर्माण एजेंसी पर उठे सवाल
उमरिया
जिले के कछरवार गांव में उमरार नदी पर बनाए गए अस्थायी डाइवर्सन को पार करते समय 55 वर्षीय रामजी पांडे निवासी अचला तेज बहाव में बह गए। हादसे की सूचना मिलते ही SDRF और सिविल लाइन थाना चौकी की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। उमरार नदी पर पुलिया का निर्माण बीते साल से अधूरा पड़ा है। आवागमन के लिए निर्माण एजेंसी द्वारा अस्थायी डाइवर्सन बनाया गया था, जो तेज बारिश में बह गया। रामजी पांडे उसी रास्ते से पार कर रहे थे, तभी तेज बहाव में फिसलकर बह गए।
यह पहला हादसा नहीं है। महज एक माह पहले 14 अगस्त को भी इसी डाइवर्सन पर एक युवक की जान चली गई थी। इसके बाद भी एजेंसी और प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। गांव के लोगों ने हादसे के लिए निर्माण एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया का काम समय पर पूरा होता, तो डाइवर्सन की जरूरत ही नहीं पड़ती और दो लोगों की जान नहीं जाती।
मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौजूद है। SDRF की टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। लेकिन लगातार दो घटनाओं से गांव में डर और नाराजगी का माहौल है। अब सवाल ये है की कब पूरा होगा पुल? और कब तक डाइवर्सन ऐसे ही मासूम जिंदगियों को निगलता रहेगा।
