बिना लाइसेंस खाद, बीज का विक्रय करने वाला दुकान कार्यवाही


शहडोल

किसानों को गुणवत्ता युक्त रासायनिक उर्वरक,बीज तथा कीटनाशक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए विक्रय करने वाले दुकानों का औचक निरीक्षण करने तथा कार्यवाही करने के निर्देश कृषि विभाग के अमले को दिये गये हैं। उप संचालक कृषि आरपी झारिया ने जानकारी दी है कि शहडोल जिले के  जनपद पंचायत बुढार के ग्राम कोलमीछोट का कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान किराना व्यवसाय तीरथ प्रसाद शुक्ला के दुकान एवं गोदाम में बिना लाइसेंस के अवैध बीज भंडारण पाए जाने पर जब्त एवं सुपुर्द की कार्यवाही बीज अधिनियम के तहत की गई। इस अवसर सहायक संचालक कृषि रमेन्द्र कुमार सिंह , कृषि विकास अधिकारी रेखा अहिरवार,शिशुपाल सिंह राजपूत, नायब तहसीलदार शिवकुमार सिंह उप निरीक्षक मृगेंद्र सिंह मरावी उपस्थित रहें।

अवैध उत्खनन, परिवहन पर मेटाडोर पर हुई कार्यवाही


शहडोल

खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भण्डारण पर प्रभावी रोकथाम हेतु शहडोल जिले के ग्राम पंचायत जरवाही के बटली घाट (सोन नदी) क्षेत्र अन्तर्गत खनिज रेत का अवैध परिवहन में संलिप्त 01 वाहन बिना नंबर मेटाडोर को खनिज विभाग द्वारा जप्त किया गया । उक्त संलिप्त वाहन को जप्त कर शासकीय अभिरक्षा में संबंधित थाना प्रभारी, थाना बुढार की सुपुर्दगी में दिया गया। उक्त वाहन के विरूद्ध म०प्र० खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भण्डारण का निवारण) नियम 2022 के प्रावधानों के तहत् प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर न्यायालय प्रेषित किया गया।

अज्ञात कारणों से नवविवाहिता ने की आत्महत्या, पुलिस ने शुरू की जांच


शहडोल

जिले के देवलौंद थाना क्षेत्र में एक नई दुल्हन ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना रामगढ़ निवासी रचना बैस (25 वर्ष) की है, जो एक साल पहले ही अपने पति गणेश बैस के साथ विवाह बंधन में बंधी थीं। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रचना ने अपने घर में फांसी लगाने के बाद आत्महत्या कर ली। थाना प्रभारी सुभाष दुबे ने बताया कि इस मामले में मर्ग कायम किया गया है और विस्तृत जांच की जा रही है। हमने सभी संभावित कारणों की जांच शुरू कर दी है। परिवार के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है ताकि आत्महत्या के पीछे का कारण स्पष्ट हो सके।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, रचना एक खुशमिजाज लड़की थी और उसके विवाह को अभी कुछ ही साल पहले हुआ था। पड़ोसियों के अनुसार, परिवार में कोई बाहरी समस्या नहीं थी, लेकिन रचना के अचानक इस कदम उठाने से सभी हैरान हैं। जांच में जुटी पुलिस ने कहा है कि वे रचना के परिवार वालों से बात कर रहे हैं और उनकी भावनाओं का ध्यान रखते हुए पूरी संवेदनशीलता के साथ मामले की जांच करेंगे। 

इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। रचना के परिवार का कहना है कि वे इस दुखद घटना के पीछे की सच्चाई जानने के लिए पुलिस की मदद कर रहे हैं। थाना प्रभारी ने कहा कि मामला नव विवाहिता का है इसलिए मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी करेंगे हमने मर्ग कायम किया है। विवाह एक साल पहले हुआ था।

नेशनल हाइवे - 43 की हालत बद से बदतर, 9 साल से अधूरा पड़ा निर्माण कार्य, धूल से जनता परेशान


शहडोल

देशभर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए भारत सरकार जहां सड़कों का व्यापक जाल बिछा रही है, वहीं शहडोल से उमरिया तक का राष्ट्रीय राजमार्ग-43 (NH-43) सरकारी दावों को झूठा साबित करता नजर आ रहा है। करीब 73 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का निर्माण बीते नौ वर्षों से अधूरा पड़ा है। NH-43 की हालत बदहाल, यहां धूल के गुब्बार उठ रहे हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सबसे हैरानी की बात यह है कि वर्तमान में जिस हिस्से का निर्माण कार्य हो चुका है, उसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं। कई स्थानों पर सड़क की परतें उखड़ने लगी हैं और चारों ओर धूल के गुब्बार उड़ रहे हैं। इससे न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने अधिकारियों को हाइवे निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर इन आदेशों का कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है। निर्माण कार्य का जिम्मा संभाल रही तिरुपति बिल्डकॉन को अधिकारियों द्वारा अक्टूबर 2025 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। एमपीआरडीसी के संभागीय अधिकारी दिनेश स्वर्णकार ने बताया कि रेलवे ओवरब्रिज समेत अन्य कार्य अंतिम चरण में हैं। ठेकेदार से निरंतर संपर्क कर निर्माण में तेजी लाने को कहा जा रहा है।

स्थानीय निवासियों ने सड़क की बदहाली पर चिंता और नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह मार्ग न केवल यातायात का प्रमुख साधन है, बल्कि क्षेत्र के विकास और व्यवसाय के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। निर्माण में हो रही देरी से उन्हें गंभीर असुविधाएं हो रही हैं।

बरसात में पहुँच मार्ग बना खेत, जनप्रतिनिधियों की अनदेखी, प्रशासन मौन, ग्रामीण परेशान


शहडोल

जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर की ग्राम पंचायत मुंडिया टोला के बेल्हान टोला में सड़क की मांग अब सिर्फ एक मांग नहीं, बल्कि एक सालों से चला आ रहा संघर्ष बन चुका है। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और प्रशासन की उदासीनता ने गांव को मानो नक्शे से काटकर अलग कर दिया है। और जब उम्मीदें बार-बार तोड़ी जाती हैं, तब विरोध की चिंगारी आग बनकर भड़कने लगी हैं, ठीक वैसा ही हुआ बेल्हान टोला में, जहां ग्रामीणों ने कंधे पर जिम्मेदारी उठाई और कीचड़ में उतरकर सड़क पर विरोध दर्ज कराया।

हर चुनाव से पहले गांव की सड़क पर नेता जरूर पहुंचते हैं, हाथ जोड़कर वादा करते हैं, सरकार बनते ही सड़क बनेगी, लेकिन चुनाव जीतते ही न नेता दिखते हैं, न वादे। ग्रामीणों ने सीधे-सीधे सांसद, विधायक और जनपद प्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे वोट तो सबको चाहिए, लेकिन हमारी तकलीफ किसी को नहीं दिखती। कलेक्टर से लेकर जनपद सीईओ तक हर स्तर पर ग्रामीणों ने दरख़ास्त दी, ज्ञापन सौंपा, गुहार लगाई , मगर हर बार अभी प्रस्ताव बन रहा है, बजट नहीं आया, “टेंडर की प्रक्रिया जारी है जैसे रटे-रटाए जवाब मिले। धरातल पर काम शून्य है और गांव कीचड़ में धंसा हुआ है।

बरसात में सड़क की हालत ऐसी हो जाती है कि राशन लाना, बच्चों का स्कूल जाना, बीमार को अस्पताल ले जाना, सब कुछ थम जाता है। गांव का जीवन ठहर जाता है और जनप्रतिनिधि सोशल मीडिया पर विकास की झूठी तस्वीरें डालते रहते हैं। बेल्हान टोला के लोगों ने इस बार मिट्टी और कीचड़ में उतरकर अपने विरोध को जीवंत बना दिया। नारों के साथ बैनर लेकर सड़क पर खड़े हुए ग्रामीणों ने साफ कहा अब झूठे वादों से पेट नहीं भरता, हमें पक्की सड़क चाहिए, दिखावे नहीं।

बीएड, डीएड महाविद्यालय मनमानी को लेकर विद्यार्थी परिषद ने कुल गुरु को सौंपा ज्ञापन 


शहडोल 

संभाग शहडोल, अनूपपुर, उमरिया में संचालित समस्त बीएड, डीएड महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को आ रही समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शहडोल द्वारा शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय कुलगुरु को कई विषयों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया जिसमें शहडोल में संचालित विंध्य कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की एक ही बिल्डिंग में दो-दो प्रोफेशनल कोर्स नर्सिंग एवं बीएड संचालित हैं, जिसकी जांच कर उचित व्यवस्था न होने पर मान्यता रद्द की जाए। संभाग में संचालित समस्त बीएड डीएड कॉलेज प्रैक्टिकल के रूप में बच्चों से दो ₹2000 वसूली की जा रही न देने पर उन्हें नंबर कम देने कि बात कही जाती है। संभाग में संचालित समस्त बीएड, डीएड कॉलेज अनुपस्थित रहने पर 10 से 15 हजार की वसूली की जा रही है। नवीन प्रवेशित छात्रों से ऑफलाइन फॉर्म के रूप में 500 रुपए लिए जाते है। विंध्य कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन शहडोल द्वारा शंभूनाथ के प्राध्यापकों के ऊपर प्रेक्टिकल में पैसे लेने का आरोप लगाया है। विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि 13 से 19 थी परंतु महाविद्यालय द्वारा दिनांक 18 को सूचना दी जाती है और परीक्षा फॉर्म अपने महाविद्यालय से ही भरा जाता है, जिसको संज्ञान में लेते हुए परीक्षा फॉर्म की तिथि बढ़ाई जाए। महाविद्यालयो द्वारा जो भी अतिरिक्त वसूली की जाती हैं, उसकी किसी भी प्रकार से कोई रशीद नहीं दी जाती है, जिसकी जाँच हो। इन सभी प्रमुख विषयों को लेकर नगर मंत्री अमन त्रिपाठी द्वारा ज्ञापन सौंपा गया जिसमें विश्वविद्यालय कुलगुरु ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एक समिति बना इसकी जांच की जाएगी। और यदि जांच सही पाई जाती है तो उनके कार्रवाई की जाएगी।

उपडाकघर का खस्ताहाल, बिजली गुल तो यूपीएस के आभाव में जनता परेशान, जिम्मेदार मौन


शहडोल

जिले के उप डाकघर अमलाई कालरी लगभग एक दशक से बदहाली का शिकार है और इस उपडाकघर में घंटों पावर कट होने की समस्या से इस बदहाली में चार-चांद लगते जा रहा हैं। जहां एक ओर यहां की जनता तथा डाक कर्मचारी उपडाकघर के जर्जर भवन से परेशान है उस परेशानी के साथ ही घंटों पावर कट होना और यूपीएस उपलब्ध नहीं होने के कारण समस्याओं की दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं।

ऐसा नहीं है कि उप डाकघर अमलाई कालरी में यूपीएस न होने की बात से डाक विभाग के मुखिया शहडोल डाक अधीक्षक अंजान है, उन्हें कई माध्यम से उनके अधीनस्थ कर्मचारियों और यहां की आमजनता द्वारा कई बार अवगत कराया जाता रहा है फिर भी उन्हें अपने ही कर्मचारियों और आमजनता की असुविधा को देखनेव तक की कभी फुरसत आज़  तक  नहीं मिली। 

आम लोगों की मानें तो कभी-कभी तो पांच से छह घंटे तक पावर कट रहता है और विवाद की स्थितियां तक बन जाती है। अमलाई कालरी क्षेत्र में उपडाकघर लगभग पचास से साठ सालों से संचालित है और व्यावसायिक क्षेत्र होने के कारण प्रतिमाह न जाने कितने करोड़ रुपयों का लेन-देन भी इस उपडाकघर से होता है लेकिन बार-बार पावर कट होने वाली गंभीर समस्या और उसके निजात में डाक विभाग द्वारा एक यूपीएस जैसी छोटी सी व्यवस्था तक न करवा पाना विभाग की कार्यशैली पर भी कई सवाल भी खड़े करता है।

*इनका कहना है*

हमने अपने वरिष्ठ अधिकारी डाक अधीक्षक शहडोल को बार-बार पावर कट होने की समस्या से अवगत कराते हुए यूपीएस दिए जाने का मांग पत्र कई बार दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

*पोस्ट मास्टर अमलाई कालरी*

लाइट, सड़क व नल जल में भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने नगर परिषद के सामने टेंट लगाकर अनशन जारी


शहडोल

नगर परिषद बकहो में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने एक व्यापक अनशन का आयोजन किया है। कांग्रेस पार्टी के ब्लाॅक अध्यक्ष राजीव शर्मा और नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इस अनशन में भाग लिया, जिसमें नगर परिषद की कार्यप्रणाली के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की गई। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस अनशन का उद्देश्य उन घोटालों की जांच कराना है, जो लाइट सड़क निर्माण और नल जल योजना के तहत हुए हैं। शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता को दर्शाता है। हम मांग करते हैं कि इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

अनशन की शुरुआत के चार दिन बाद भी जिला प्रशासन और नगर परिषद के जिम्मेदारों की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने के कारण कार्यकर्ताओं का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद बकहो के सामने टेंट लगाकर अपनी आवाज़ उठाई है और चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उग्र आंदोलन की राह पर जा सकते हैं। कांग्रेस का दावा है कि स्थानीय निवासियों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के नाम पर जो विकास कार्य किए गए हैं, उनमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रस के नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि हमें न्याय नहीं मिला, तो हम सड़कों पर उतरकर व्यापक आंदोलन करेंगे। स्थानीय निवासी भी इस मुद्दे में सक्रियता से शामिल हो रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे टैक्स का पैसा सही तरीके से इस्तेमाल हो। हमें अपने ही देश में अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ रहा है। नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। अनशन कारियो ने कहा कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।

NSUI ने विंध्य कॉलेज आफ एजुकेशन के खिलाफ कुलपति के नाम सौपा ज्ञापन


शहडोल

अखिल भारतीय वि‌द्यार्थी परिषद शहडोल ने विंध्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन के छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निराकारण कुलपति पडित शंभूनाथ शुक्ला विश्ववि‌द्यालय शहडोल के नाम प्राचार्य विंध्य कॉलेज आफ एजुकेशन को ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन में लेख किया है कि अखिल भारतीय वि‌द्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन होने के नाते छात्रहित, राष्ट्र‌हित एवं समाजहित में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहा है वर्तमान में छात्रों को हो रही समस्याओं के निराकरण हेतु विश्ववि‌द्यालय मांग करता है, जो इस प्रकार है। 

विंध्य कॉलेज आफ एजुकेशन जो की नर्सिंग और बीएड दोनो कोर्स संचालित करता है, जो की एक ही परिसर में एक ही बिल्डिंग में संचालित है, यहां किसी भी प्रकार से रेगुलर कक्षाएं संचालित नहीं होती है, जिसमें कार्यवाही करते हुए इसकी जांच हो, छात्रों के बैठने की उचित व्यवस्था न होने पर इसकी मान्यता रद्द की जाए।

महाविद्यालय में अध्ययन छात्र छात्राओं से प्रेक्टिकल के रूप में 2000 रुपये लिया जाता है, छात्र छात्राओं को धमकी दी जाती है कि नहीं दोगे तो नंबर कम कर दिए जायेंगे। जिस पर त्वरित कार्रवाई की जाए।अध्यनरत छात्र छात्राओं में अनुपस्थित होने पर 5 हजार से 10 हजार मांगा जा रहा है, जिसकी किसी प्रकार से कोई रसीद नहीं दी जा रही है, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिन छात्रों से फीस ली जा चुकी है उसे वापस किया जाए। परीक्षा फीस के रूप में जो फीस जमा की जा रही है, उसकी किसी प्रकार से कोई रसीद नहीं दी जा रही, और ना ही किसी प्रकार से कोई प्रूफ जिसमें त्वरित करवाई किया जाए।

किशोरी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पेट दर्द से थी परेशान, पुलिस जांच में जुटी 


शहडोल 

जिले के जयसिंहनगर थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव में 15 वर्षीय किशोरी ने पेट के दर्द से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर पैदा कर दी है, जब किशोरी ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जीवन समाप्त करने का कठोर फैसला किया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस के अनुसार, पार्वती विश्वकर्मा अपने परिवार के साथ एक विवाह समारोह में शामिल होने गई थी, अचानक पेट दर्द से परेशान होकर वह घर लौट आई। पार्वती के पिता रामसहाय ने बताया कि मेरी बेटी को पिछले कुछ दिनों से पेट में दर्द की समस्या थी और हम उसका इलाज करवा रहे थे, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिल रही थी।

परिवार के लोग विवाह समारोह से लौटने के बाद रात में सो गए, लेकिन सुबह जब पार्वती अपने कमरे से बाहर नहीं निकली, तो पिता ने उससे चाय बनाने के लिए आवाज लगाई। जब उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो रामसहाय ने बेटी के कमरे का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद, जब कोई आवाज नहीं आई, तो उन्होंने रोशनदान से झांककर देखा और पाया कि पार्वती फांसी के फंदे में झूल रही थी।आस-पास के लोग जब चीख-पुकार सुनकर आए, तो उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। जयसिंहनगर पुलिस ने कहा हमने पार्वती के पिता का बयान दर्ज किया है। उन्हें आशंका है कि उसकी बेटी मानसिक तनाव में थी, जो उसके लंबे समय से चल रहे पेट दर्द के कारण उत्पन्न हुआ होगा। पिता रामसहाय ने यह भी बताया कि वे अपनी बेटी के इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सक के पास गए थे, लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा था। हमने हर संभव प्रयास किया।

गहरे पानी में नहाने से रोका तो युवकों ने जल निगम परियोजना प्रबंधक के साथ की मारपीट


शहडोल/गोहपारू

जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र के सोनटोला में जल निगम के परियोजना प्रबंधक रोहित मिश्रा के साथ हुई मारपीट की घटना ने सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। जल निगम डैम का निरीक्षण करने गए प्रबंधक ने देखा कि कुछ युवक सोन नदी में गहरे पानी में नहा रहे थे, जोकि डूब क्षेत्र में आता है। जब उन्होंने युवकों को इस खतरनाक स्थिति के बारे में समझाया, तो वे गाली-गलौज पर उतर आए और उन पर हमला कर दिया। पुलिस के अनुसार, घटना के दौरान मो. जुबैद और मो. वाहिद ने प्रबंधक के साथ मारपीट की, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, जबकि प्रबंधक ने गोहपारू थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

रोहित मिश्रा ने इस घटना के संबंध में कहा कि हम बारिश के मौसम में इस क्षेत्र का निरीक्षण करने आए थे, क्योंकि हमें लगातार शिकायत मिल रही थी कि लोग गहरे पानी में नहा रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। यह क्षेत्र प्रतिबंधित है और यहां का जलस्तर काफी गहरा है। यहां सैकड़ों की तादाद में लोग नहा रहे थे, उसमें महिलाएं बच्चे भी शामिल थीं। जब हमने लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने हम पर हमला कर दिया। रोहित ने कहा कि हम तो लोगों की सुरक्षा को लेकर मौके पर पहुंचे थे और उन्हें समझाना चाह रहे थे कि यहां आपकी जान को खतरा हो सकता है, क्योंकि जहां पर लोग नहा रहे थे वहां काफी गहरा पानी है। हमें क्या पता था कि हमें लोगों को समझना महंगा पड़ जाएगा। पुलिस ने इस मामले में शासकीय कार्य में बाधा डालने के अलावा अन्य धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया है। गोहपारू पुलिस ने कहा हम आरोपी युवकों की तलाश कर रहे हैं। प्रकरण का वीडियो सोमवार सुबह सामने आया है, जिससे इस घटना की गंभीरता और बढ़ गई है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे युवकों ने प्रबंधक के साथ मारपीट की है।

अतिक्रमण के खिलाफ नगर परिषद की सख्त कार्रवाई, सड़क मार्ग से अवैध दुकानों को हटाया


शहडोल

नगर परिषद ब्यौहारी ने एक बार फिर अतिक्रमण के खिलाफ अपनी सख्ती दिखाई है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी शरद गौतम के निर्देश पर शहडोल-रीवा मार्ग पर सड़क किनारे स्थित छह अवैध दुकानों को हटवाया गया है। यह कार्रवाई सड़क पर आवा-गमन में बाधा डालने की शिकायतों के मद्देनजर की गई है। ब्यौहारी क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए नगर परिषद ने यह कदम उठाया है। शहडोल-रीवा मार्ग पर स्थापित लोहे की टीन से बनी दुकानों ने न केवल सड़क पर अव्यवस्था फैलाई थी, बल्कि वहां से गुजरने वाले वाहनों के लिए भी खतरा उत्पन्न कर दिया था। अधिकारियों के अनुसार, इन दुकानों की वजह से क्षेत्र निवासी और यात्री दोनों ही असुविधा का सामना कर रहे थे।

नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार स्थानीय निवासियों से लगातार मिल रही शिकायतों के चलते यह कार्रवाई की गई है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि नगर में हर किसी को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से आवागमन की सुविधा मिले। इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर कार्य सुचारू रूप से और बिना किसी रुकावट के संपन्न हो। अवैध दुकानदारों ने इस कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन नगर परिषद ने स्पष्ट किया है कि कानून के दायरे में रहकर ही व्यवसाय करना चाहिए और अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

स्थानीय व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा, अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है। हमें भी अपने व्यापार के लिए समुचित स्थान चाहिए। यदि हमें अपने हितों की रक्षा करनी है, तो सभी को नियमों का पालन करना होगा। मुख्य नगर पालिका अधिकारी शरद गौतम ने कहा कि यह अतिक्रमण शहडोल रीवा मुख्य मार्ग के किनारे होने से आवाजाही में वाहनों को दिक्कत होती थी, लगातार शिकायतें सामने आ रही थी कई बार दुकानदारों पर चालानी कार्यवाही की गई लेकिन दुकानदार अपनी दुकानों को सड़क किनारे से हटाने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद यह कार्यवाही हमने की है।

रीवा सड़क मार्ग को जोडने वाला बाणसागर का क्षतिग्रस्त पुल में पटरा लगाकर पार कर रहे है बाइक

*कभी भी हों सकती है बड़ी घटना, प्रशासन अनभिज्ञ*


शहडोल

शहडोल से रीवा-प्रयागराज जोड़ने वाले मार्ग में स्थित बाणसागर पुल पांच दिन पहले क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें आवागमन पूरी तरीके से बंद हो गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन इस पर गंभीरता नहीं दिखा रहा है। चार मजदूरों के भरोसे इतने बड़े पुल का मरम्मत का कराया जा रहा है। मौके पर ना तो ठेकेदार मौजूद है और ना ही एमपीआरडीसी के अधिकारी। अब 25 से अधिक गांव के लोग इसी पुल से रोजाना जान जोखिम में डालकर पटरे से पुल पार करते दिखाई दे रहे हैं। इस पर किसी की रोक-टोक नहीं है। प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।

जिले के देवलौंद में स्थित बाणसागर सोन नदी पुल का ऊपरी हिस्सा 10 जून को अचानक एक मीटर टूट गया, जिसे देख पुलिस ने दोनों ओर बैरिकेट्स लगाकर मार्ग को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। स्थानीय पुलिस के द्वारा इस मामले की जानकारी तत्काल ही एमपीआरडीसी के अधिकारियों सहित जिले में बैठे अधिकारियों को दे दी। इसके बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंच मौके का जायजा लिया और मरम्मत कार्य शुरू कराने का आदेश जारी किया।

बाणसागर निवासी जिला कांग्रेस पार्टी के जिला सचिव सुभाष त्रिपाठी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह शहडोल रीवा और प्रयागराज को जोड़ने का एक प्रमुख मार्ग है, लेकिन इस पर लापरवाही बरती जा रही है। तेजी से सुधार कार्य करवाना चाहिए, लेकिन अधिकारी इसे हलके में ले रहे हैं। जिला सचिव ने बताया कि चार मजदूरों के भरोसे पुल में मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। पुल के ऊपर मरम्मत के लिए एक मीटर चौड़ा गड्ढा भी बनाया गया है, जिसके ऊपर एक पटरा लगा दिया गया है। जिसमें से सोन नदी के दूसरी ओर रह रहे लोग आवाजाही कर रहे हैं। जिसमें हादसा हो सकता है। जिला सचिव ने बताया कि 25 से अधिक गांव के लोग पुल की दूसरी ओर रहते हैं। वह इधर बजार, इलाज और मजदूरी करने पटरा पार करके आते हैं, क्योंकि जो डायवर्टर मार्ग है वह 30 किलोमीटर अधिक दूरी तय करने के बाद लोग दूसरी ओर आ सकते हैं।

जानकारी के अनुसार सोन नदी के ऊपर बने यह पुल का निर्माण 1980 में शुरू हुआ था और 1986 में पूरा हो गया था, समय-समय पर इसमें मरम्मत का कार्य करना था, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग ने इस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से यह छतिग्रस्त हो गया। पुल के ऊपर से आवागमन बंद हो जाने की वजह से अब शहडोल से रीवा जाने वाले लोगों को दूसरे मार्ग से होकर गुजरना पड़ रहा है। जिससे उन्हें अब 30 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर रीवा पहुंच रहे हैं। इसी तरह रीवा से शहडोल या इलाहाबाद से आने वाले वाहनों को अधिक दूरी तय कर आना पड़ रहा है, जो डायवर्टेड मार्ग है वह बुढ़वा हो कर जाता है। वहीं इस मामले में अवधेश कुमार स्वर्णकार प्रबंधक एमपीआरडीसी ने कहा जल्द ही मरम्मत का कार्य पूर्ण हो जाएगा, लापरवाही अगर हो रही है तो हम इसे दिखवाते है।

एक दिवसीय संभागीय लाठी प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम हुआ संपन्न


शहडोल 

शहडोल जिले के सोहागपुर स्थित ज्ञानोदय स्कूल में एकदिवसीय संभागीय लाठी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा विजेता खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए संभागीय लाठी संघ के सचिव प्रमोद विश्वकर्मा ने बताया की एक दिवसीय संभागीय लाठी प्रतियोगिता सोहागपुर के ज्ञानोदय विद्यालय मे सम्पन्न कराई गईं जिसमे शहडोल, उमरिया, अनूपपुर के 92 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें अपने अपने आयु वर्ग मे पदक विजेताओं का चयन उज्जैन में आयोजित होने वाली आगामी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया जो की अगले जुलाई माह मे उज्जैन में आयोजित होनी है। वही ज्ञानोदय स्कूल में ही नाट्य एवं जुम्बा क्लास मे भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिए गये कार्यक्रम में निशुल्क प्रशिक्षण देने वाले लकी चतुर्वेदी, अभय पासवान, जागृति जी को भी अतिथियों द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के आयोजक एवं संभागीय अध्यक्ष संजीव निगम "पथिक", संभाग तकनीकी निर्देशक किशोर साकेत द्वारा पूरी प्रतियोगिता की रूप रेखा बनाकर सम्पन्न कराई गईं, वही कार्यक्रम मे विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण मुख्य अतिथि संजीव निगम "पथिक", शाद अहमद, संतोष मिश्रा, देवेंद्र मिश्रा, सुचिता शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुरुदीप सिंह, संजय कंघीकार, शिवानी नामदेव, आंचल वर्मा आदि की भी सहभागिता रही, वही निर्णायक समिति मे मुख्य रूप से सुचिता दुर्वेदी, मीनाक्षी दुर्वेदी, पूनम प्रजापति, रुक्मिणी प्रजापति, खुशबु चौधरी, प्रियंका प्रजापति, कशिका मंसूरी, कल्पना पाण्डेय रही।अंत में संभागीय लाठी संघ के सचिव एवं प्रमुख आयोजक प्रमोद विश्वकर्मा द्वारा पधारे हुए सभी अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया।

नगर पालिका का दसकों पूर्व निर्मित मेला ग्राउंड स्टेज को कब्जा करने खोद दिया सीमा रेखा


शहडोल

बाणगंगा मेला मैदान में चबूतरा करीब पांच दशक पहले प्रधानमंत्री की भाषण के लिए बनाया गया था बाद में इसमें संशोधन भी हुआ और इसे और व्यवस्थित किया गया, तब तक इसका कोई मालिक नहीं आया। वैसे तो यह पूरा क्षेत्र करीब 200 साल से बाण गंगा मंदिर मेला परिषद का माना जाता रहा, करीब हजार साल पहले बनी विराट मंदिर के पास लग रहे मेले में यहां स्थापित रूप से तब यह जंगल रहा होगा। हालांकि बाण गंगा का मेला डिंडोरी अमरकंटक आसपास के क्षेत्र तक प्रसिद्ध था और उसकी भीड़ आती थी।

करीब 1000 वर्ष से चले आ रहे हैं विराट मंदिर परिसर क्षेत्र की करीब हजार वर्ष पूर्व स्थापित मेल परिषद की जमीन निजी क्षेत्र के लोगों को दे दी जाती है, अब तो लोकतंत्र आने के बाद 50 साल पहले जहां प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इसके बाद चौधरी चरण सिंह इत्यादि के लिए स्टेज बनाया गया था, ताकि मेला मैदान में आम सभा हो सके। अब उसे स्टेज को यानी उसे मंच को ही नगर पालिका परिषद की नेतागिरी ने तथाकथित जमीन मालिक के हवाले कर दिया है। इससे मेला मैदान का रकबा जो लगातार छोटा हो रहा था और भीड़ बढ़ती जा रही थी, वह और छोटा हो गया। आने वाले समय में इतना छोटा हो जाएगा कि इस मेला मैदान में दुर्घटनाएं बढ़ती ही चली जाएगी। कई दशक पुराना नगर पालिका का यह स्टेज को किसी व्यक्ति ने ट्रेंच खोलकर स्टेज को अपने अंदर करने का प्रयास किया या कर लिया है कहा जा सकता है उसका संबंध है सोहागपुर से है और नगरी प्रशासन के संयुक्त संचालक कार्यालय में फर्जी तरीके से एंट्री पा गया है। इसलिए अब अफसर और नेता मिलकर माफिया बने और नगर पालिका की कब्जे की जमीन को दूसरे के आधिपत्य में कब्जा करा रहे हैं।

मान भी ले की मेला ग्राउंड का स्टेज किसी का रहा तो क्यों इसका अधिग्रहण अभी तक नहीं किया गया..? जबकि नगर पालिका क्षेत्र में भीड़ बढ़ती जा रही है मेला तब कहां लगेगा यह क्यों नहीं सोचा या परिषद में बैठे नेता और अधिकारी मान बन चुके हैं भविष्य में भीड़ के कारण जो दुर्घटनाएं होगी उसमें जो लोग मरेंगे अपनी मौत मरेंगे…. फिलहाल को लाखों ले-देकर के कब्जा उपर ही ऊपर सौंप दिया है। बेहतर हो कि प्रशासन सतर्क होकर के कब्जा कर रहे लोगों से मेला ग्राउंड को सुरक्षित करने का प्रयास करें और संयुक्त संचालक कार्यालय में बैठे हुए किसी भी व्यक्ति को माफिया बनने से रोके।

बिना स्वीकृति जेसीबी से तालाब की खुदाई, ग्रामीणों हो रहे हैं बेरोजगार


शहडोल

जिले के सोहागपुर तहसील के अंतर्गत संभागीय मुख्यालय से लगे ग्राम गोरतरा में ग्राम पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। ग्राम के खसरा नंबर 111 पर स्थित एक बहुत पुराने तालाब की खुदाई बिना किसी शासकीय स्वीकृति के जेसीबी मशीनों से कराई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस तालाब की खुदाई के लिए अब तक न तो जनपद पंचायत से एस्टीमेट पास हुआ है, और न ही तकनीकी स्वीकृति (टीएस) प्राप्त हुई है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव के द्वारा मशीनों के माध्यम से खुदाई कार्य कराया जा रहा है, जो नियमानुसार अवैध है। ग्रामवासियों का आरोप है कि उन्हें इस कार्य में रोजगार नहीं दिया जा रहा है, जबकि गांव के कई लोग मनरेगा और अन्य योजनाओं के अंतर्गत काम की तलाश में हैं। मशीनों से काम करवाकर स्थानीय मजदूरों का हक छीना जा रहा है, जिससे ग्राम में बेरोजगारी और असंतोष फैल रहा है।

तालाब की खुदाई कार्य में जेसीबी मशीनों का उपयोग तुरंत बंद कराया जाए। यदि कार्य शासन की योजना अंतर्गत हो रहा है, तो उसमें स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता दी जाए। पूरे मामले की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए।

लाखो की पानी टंकी बेकार, बना गाय भैंस का बसेरा


शहडोल

जिले के जयसिंहनगर जनपद क्षेत्र ग्राम पंचायत करकी जहां सरकार ने तो करोड़ों रुपए खर्च करके 150000 लीटर का पानी टैंक बनवा दिया लेकिन उसे सुचारू रूप से चालू रखने के लिए लगता है कोई बजट उपलब्ध नहीं करा रही है। गांव के लोग नल जल योजना के ठप्प हो जाने से काफी परेशान हैं एक ओर सरकार नल जल योजना को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके पानी की सुविधा को सुगम करती है, वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत करकी द्वारा मेंटीनेंस के नाम पर लाखों रुपए बिना खर्च किए निकाल लिए जाते हैं, एक वर्ष से न तो नल जल योजना से किसी को पानी मिला और न ही पंचायत का कोई कर्मचारी इस पर ध्यान दे रहा है, लोगो के बीच में पानी के लिए गांव में परेशानी बनी हुई है, क्या आगे इसे ध्यान में देते हुए नल जल योजना को फिर से प्रारंभ किया जाएगा य स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।

युवक ने गाय के साथ किया आप्राकृतिक कृत्य 


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सोच कर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, जिले के धनपुरी नगर स्थित अटल कामधेनु गौ सेवा संस्थान जहां बेसहारा बेजुबान गौ वंशों को रखा जाता है, वही बीती रात्रि एक युवक के द्वारा गाय के साथ आप्राकृतिक कृत्य करते नजर आया, यह पूरी घटना रात्रि की बताई जा रही, जब सुबह कामधेनु गौ सेवा संस्थान के गौ सेवकों ने देखा तो उसकी जांच पड़ताल शुरू की और सीसीटीवी के माध्यम से आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की, वहीं आरोपी को पकेड़कर थाना धनपुरी पुलिस के हवाले किया गया, आगे की जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है, वहीं इस पूरी घटना से पशु प्रेमियों में काफी आक्रोश दिखाई दिया, क्योंकि हिंदू धर्म में ऐसी घटना को अंजाम देने वाले शख्स को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, जिससे भविष्य में इस प्रकार से दोबारा कृत्य करने से पहले इंसान हजार बार सोचे व उसकी रूह कांप उठे।

फ़ैशन इन्स्टा वीएस फ़ाउंडेशन के द्वारा आयोजित संगीत कार्यक्रम सपन्न,जरूरत मंदो को दी गई धनराशि 


शहडोल 

संभागीय मुख्यालय पर पिछले दिनों फ़ैशन इन्स्टा VS फ़ाउंडेशन के द्वारा संगीत का भव्य कार्यक्रम किया गया  जिसमें हरियाणवी सिंगर रेणुका पनवार ने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया इसी के साथ चैरिटी का कार्यक्रम सफल रहा। कुछ दिव्यांग और ग़रीब परिवारों के लोंगो को राहत राशि के साथ कुछ गिफ़्ट दिए गए VS फ़ाउंडेशन के द्वारा हर माह उनको राशन एवं मैरीना टाइपिंग के ओनर रंजीत बनर्जी के द्वारा हर माह उनको 5 सौ  रुपये की धनराशि दी जाएगी । महिला समिति के द्वारा चलाए जा रहे स्कूल में ग़रीब बच्चों की सहायता हेतु 51, सौ रुपया की नगद राशि प्रदान की गई ।  विकलांगो व जरूरत मंदो को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संभागायुक्त सुरभी गुप्ता, जयसिंहनगर एस डी एम  प्रगति वर्मा, दक्षिण वन मंडल से डी एफ ओ श्रद्धा पेंद्राम, डी आई जी सविता सुहाने और कई ऐसे अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल रहे । कार्यक्रम में हजारों दर्शकों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीक़े से संपन्न हुआ । कार्यक्रम की व्यवस्था बहुत अच्छी रही सुरक्षा को लेकर भी व्यवस्था की गई थी 30 बाउंसर की उपस्थिति के अलावा पुलिस बल  तैनात रहा । कार्यक्रम संयोजिका वर्षा पांडे ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम वे संभाग में कराती रहेंगी  काफ़ी लोगों ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया, इसमें श्रेयस रिज़ॉर्ट के मालिक सुधीर सिंह और विशाल भैया, मोनू जसनानी, शंकर जनरल स्टोर ,फ़ैशन आरा बुटिक की रोशनी कटारे, समाजसेवी निभा गुप्ता, महिला समिति की सचिव संगीता दुबे, वरिष्ठ पत्रकार दिनेश अग्रवाल व हुसैन अली ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अगला कार्यक्रम जो ब्यूटी पैजंट 2025 नैशनल ब्यूटी अवॉर्ड शो  दिल्ली में होने जा रहा है जिसमें सेलिब्रिटी मासूम शर्मा होंगे।

आदिवासी संभाग को वंदे भारत ट्रेन से क्यों वंचित रखा गया, कहां है सांसद- मनीष श्रीवास्तव


शहडोल

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी (विधि विभाग) के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि,देश में 68 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं,इसके अतिरिक्त 60 अन्य वंदे भारत ट्रेनें प्रस्तावित हैं, परन्तु देश के एकमात्र आदिवासी संभाग शहडोल क्षेत्र में एक भी वंदे भारत ट्रेन का ना चलाया जाना, केंद्र की भाजपा सरकार और शहडोल क्षेत्र के सांसद और विधायकों जो बड़ी-बड़ी बातें करते है विकास की बाते करते हैं, उनके गंभीर उदासीनता,अक्षमता व अकर्मण्यता को दर्शाता है।

मनीष श्रीवास्तव ने मांग की है कि शहडोल संभाग क्षेत्र की जन सुविधाओं और जनहित में कम से कम दो वंदे भारत ट्रेन शहडोल संभाग से होकर जाना चाहिए। बिलासपुर से भोपाल वाया कटनी सागर विदिशा होते हुए। अंबिकापुर से इंदौर वाया कटनी सागर विदिशा भोपाल होते हुए।

उन्होंने बताया कि संबंध में प्रधानमंत्री रेल मंत्री, मुख्यमंत्री और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे एवं पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधकों को भी पत्र लिखा गया है। उन्होंने अपेक्षा की है कि अभी भी शायद इस क्षेत्र के सांसद और विधायकों की क्षेत्र के विकास के प्रति कुंभकर्णी नींद शायद खुल जाए ऐसी उम्मीद भी की है।

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