संदिग्ध आचरण पर एसपी ने सहायक उप निरीक्षक अरविंद राय को किया लाइन अटैच
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के कोतमा थाना में 24 नवम्बर को बाइक से बरामद किये गये 2 किलो गांजा के प्रकरण में वॉयरल ऑडियों के बाद पुलिस महकमें में खलबली मच गई थी, पूरे मामले की जांच एसडीओपी कोतमा विरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा करते हुए कोतमा थाना मे पदस्थ दो सहायक उपनिरीक्षको का आचरण संदिग्ध पाया गया था। एसडीओपी के जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवॉर ने 8 दिसम्बर 2023 को कोतमा थाना में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक सुरेश कुमार अहिरवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय अनूपपुर में संलग्न कर लिया गया था, लेकिन कार्यवाहक सहायक उपनिरीक्षक अरविंद राय का संदिग्ध आचारण पाये जाने के बाद भी अभयदान दे दिया गया था। जहां एडीजीपी शहडोल डी.सी. सागर के निर्देश के बाद 18 जनवरी को पुलिस अधीक्षक अनूपपुर द्वारा कार्यवाहक सहायक उपनिरीक्षक अरविंद राय को कोतमा थाना से पुलिस लाईन अनूपपुर हाजिर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार वॉयरल ऑडियों में गांजा के प्रकरण को रफादफा करने, अरोपित की पत्नी से पुलिस वाहन के निजी चालक के माध्यम 1 लाख 10 हजार रुपये में मामला सेटलमेंट करने जैसे आरोप तथा सहायक उप निरीक्षक अरविंद राय का आचरण संदिग्ध पाये जाने के कारण जिले की पुलिस पर ही कई सवाल खड़े होने लगे थे। इतना ही नही सोशल मीडिया के हर एक पोस्ट में इनके क्रियाकलापों की चर्चा जमकर सुर्खियों बंटोरे हुए थी। जहां इन पर कई वर्षों से कोतमा अनुभाग में जमे होने के कारण अपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, जनता में पुलिस के प्रति प्रतिशोधात्मक भावना को जागृत करने और समाज में पुलिस के प्रति असहयोगात्मक तरीका पनपने के साथ एनडीपीएस एक्ट जैसे संगीन मामले, पशुओं की अवैध तस्करी, जुआं, सट्टा, कबाड़ सहित अन्य अपराधों को पनपने का कारण लोगो की दबी जुबान में पहला नाम था।