आदिवासी की भूमि को गुप्ता परिवार ने फर्जी नामांतरण कराकर बेच दिया, कलेक्टर से न्याय की मांग
अनूपपुर
जिले में भूमाफियाओं का आतंक मचा हुआ है और आए दिन भूमि से संबंधित फर्जी नामांतरण रजिस्ट्री के मामले देखने को मिलते हैं, इसी तरह का एक मामला अनूपपुर जिले के जैतहरी तहसील का सामने आया है, जिसमें आदिवासी की भूमि किसी गुप्ता परिवार के द्वारा गलत तरीके से पूर्व के वर्षों में नामांतरण कराया जाकर अब किसी राजस्थान के निवासी धर्मेंद्र दलाल को विक्रय कर दिया गया है, जब वह आदिवासियों का कब्जा हटाने आया तब ज्ञात हुआ और प्रार्थी गण दरबदर न्याय पाने भटक रहे हैं।
*यह है पूरा मामला*
प्रार्थी बजारू सिंह पिता स्वर्गीय मौली सिंह निवासी ग्राम पड़री ग्राम पंचायत गोबरी,तहसील जैतहरी, जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश के निवासी द्वारा दिनांक 23 अप्रैल 2025 को कलेक्टर जिला अनूपपुर के समक्ष उपस्थित होकर लिखित शिकायत दर्ज कराया है की, मेरा भूमि खसरा नंबर 42 रकबा 6.369 हेक्टेयर है, जो वर्ष 1958- 59 से वर्ष 1972- 73 तक हमारे पूर्वज दादा बुद्धू सिंह के नाम पर दर्ज था, मुझ प्रार्थी आदिवासी की अवैध तरीके से वर्ष 1975 से सामान्य वर्ग के व्यक्ति रामेश्वर गुप्ता पिता कोदूलाल गुप्ता निवासी जैतहरी जिला अनूपपुर के नाम बिना रजिस्ट्री गलत तरीके से दर्ज कर लिया गया। रामेश्वर गुप्ता अब फौत हो चुका है, जिनके वारिसदारों का नाम वर्ष 2020-21 में बेवा गीता,दीपक, संजय, विनीता पिता जयंत,राजेंद्र स्वतंत्र, अरविंद, तुलना, सुकून, भारती पिता रामेश्वर गुप्ता के नाम दर्ज हो गया है।वर्तमान वर्ष 2025- 26 में इन अवैध वारिसदारों द्वारा उक्त भूमि को किसी बाहरी असामाजिक तत्व जो राजस्थान के निवासी हैं, उन्हें विक्रय कर दिया गया। खसरे में नामांतरण उपरांत धर्मेंद्र दलाल का नाम वर्तमान में दर्ज है, जबकि यह हमारी पुश्तैनी भूमि है, जिसे विधि विरुद्ध तरीके से हथिया लिया गया है। उक्त भूमि पर पूर्वजों के समय से हमारे परिवार का मकान तालाब बना हुआ कब्जा है, लेकिन वर्तमान में उन बाहरी आसामाजिक तत्व धर्मेंद्र दलाल के द्वारा अपने बाहरी गुंडो को लाकर हम आदिवासियों को डरा धमका करके गाली गलौज जान से मारने की धमकी देते हुए अवैध कब्जा किया जा रहा है। इनके द्वारा हमारे पुश्तैनी दो तालाब को जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर पलाऊ से पाट कर समतलीकरण कर दिया गया है, साथ ही एक मकान को तोड़कर नष्ट कर दिया गया है, अभी भी हमारे परिवार का शेष मकान खेत निर्मित है, जिस पर हमारा कब्जा बना हुआ है, परंतु इन बाहरी तत्वों के द्वारा अब कुछ स्थानों को तोड़कर अपना मकान निर्माण वा खेत संमतली करण कर ट्यूबवेल उत्खनन कर अवैध कब्जा कर लिया गया है, अतः निवेदन है कि रिकॉर्ड के आधार पर जांच करते हुए अवैध ऋण पुस्तिका को निरस्त कर हम गरीब आदिवासियों की भूमि वापस दिलाया जाए।
इनका कहना है:-
हमारे द्वारा उक्त भूमि पर वर्तमान कब्जे धारी भू स्वामी से पूछे जाने पर बताया गया कि यह भूमि मुझे जैतहरी निवासी संजय गुप्ता परिवार द्वारा विक्रय किया गया है जिस पर मैं खेती कर रहा हूं।
*धर्मेंद्र दलाल वर्तमान भूमि स्वामी ग्राम पड़री*
शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें हमने जांच व कार्यवाही हेतु एसडीएम जैतहरी को लेख किया है, परंतु इस प्रकरण को निपटाने हेतु राजस्व नियम के तहत आवेदक को 170 (ख)का दरखास्त न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी के समक्ष पेश करना होगा, जिसमें गलत तरीके से बनी हुई ऋण पुस्तिका निरस्त हो जाएगी।
*दिलीप पांडेय अपर कलेक्टर अनूपपुर*