मजदूर दिवस में किसान, मजदूर घेरे जीएम ऑफिस, भीख नही अधिकार मांगते के लगाए नारे
शहडोल
जिले में अपने रोजगार के रुके फाइल जो लंबे समय से लंबित है, इसके साथ पुनर्वास पुनर्स्थापना परसंपत्ति के मुआवजा भुगतान जो जमीन नोटिफिकेशन से छूट गया, एसईसीएल सोहागपुर एरिया अंतर्गत रामपुर बटुरा खुली खदान परियोजना से प्रभावित किसानों का उसे अतिशीघ्र निराकरण किया जाए, जैसे नारे अधिकारियों के कान में गूंजने लगा एरिया के सिक्योरिटी अधिकारी कर्मचारियों का जमावड़ा लग गया, उसके कुछ क्षण में ही सोहागपुर एरिया कार्मिक प्रबंधक हेंब्रम साहब आकर किसानों से निवेदन कर कहा की सोहागपुर एरिया जी एम ऑपरेशन साहब मनीष श्रीवास्तव आप लोगों से बात करना चाहते हैं, आप सब लोग चलिए, अपनी बात कहिए, तब किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा की अगवाई में किसानों की पूरी टीम जी एम ऑपरेशन के चेंबर में पहुंचकर बिंदुवार चर्चा की, उन्होंने अस्वस्थ कराया की महाप्रबंधक एवं रामपुर बटुरा सब एरिया मैनेजर साहब दोनों नहीं है, इस कुर्सी मैं बैठा हूं अभी मुझको यहां के बारे में कुछ पता नहीं है, सोहागपुर एरिया माइनिंग अधिकारी विजय सहाय की मदद से किसानों को समस्याओं को गंभीरता से सुनकर नोट किया, एक सप्ताह के अंदर हम बैठक बुलाकर जल्द से जल्द निराकरण करेंगे, कई किसानों ने आमने-सामने खूब नाराजगी जाहिर की, मजदूरों ने कहा कि मजदूर और किसानों की हालत गंभीर है, आप लोग सोहागपुर में रामपुर बटुरा के कारण पुरस्कार पर पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं, किसान दर-दर भटक रहे हैं, यह ठीक बात नहीं है, हमारा निराकरण जल्द से जल्द नहीं करेंगे तो हम अब किसी प्रकार से कोई ज्ञापन देने नहीं आएंगे, सीधे खदान को संपूर्ण रूप से बंद कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी आप सब की होगी। किसानों में प्रीतम लाल राठौर, लखन लाल राठौर, प्रदीप रजक ,दीपू बैगा ,राम सजन, रामलली राठौर, चंद्रावती, दिलीप पांडे, पप्पू राठौर, मोतीलाल ,दीनदयाल ,नेहरू ,अजय,अन्नी गुप्ता सहित आदि लोग शामिल रहे।