सचिव की करामात-स्वीकृत पीसीसी मार्ग नहीं हुआ प्रारंभ, नवंबर 2025 में ग्रामसभा से मिल गया अप्रूवल
अनूपपुर
जिले के ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला चरम पर है। हम बात कर रहे हैं जिले के जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत चोलना का जहां पर व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा किया जा रहा।
ग्राम पंचायत चोलना में मनरेगा मद से तीन पीसीसी मार्ग स्वीकृत है, जिनका निर्माण कार्य चार माह बाद भी प्रारंभ नहीं हो सका, पहला पीसीसी रोड नाली सहित मुख्य मार्ग से जगदीश पनिका के घर तरफ जिसकी लागत 7 लाख 8000 रुपए, जिसका ग्राम सभा अप्रूवल दिनांक 14 11.2024 एवं टी एस दिनांक 13.2.2025 है। दूसरा पीसीसी मार्ग एक तरफ नाली विष्णु केवट के घर से तिरहु केवट के घर तरफ जिसकी लागत 4 लाख 63000 रुपए है, इस मार्ग का भी अप्रूवल 14.11.2024 एवं टी एस दिनांक 13.2.2025 है, तीसरा पीसीसी मार्ग दोनों तरफ नाली मुख्य मार्ग से शांति धाम तरफ जिसकी लागत 7 लाख 81 हजार रुपए है, इसका भी टी एस दिनांक 13.2.2025 है परंतु इस पीसीसी मार्ग का पंचायत अप्रूवल दिनांक 14.11.2025 है, वर्तमान में माह मई चल रहा है और इस मार्ग का तकनीकी स्वीकृति 13 फरवरी 2025 को हो गया था फिर बिना नवंबर आए उक्त दिनांक में पंचायत का बैठक अथवा ग्राम सभा की बैठक 6 महीना पूर्व कैसे दर्ज हो सकता है, अप्रूवल नवंबर 2025 का कैसे सिस्टम में अपलोड है, यहीं पर चोलना पंचायत के सचिव रमाकांत का करामात गोलमाल नजर आता है। भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं सचिव रमाकांत के द्वारा सरपंच के साथ मिली भगत करके लांघ दी गई है और सवाल यहां पर यह भी खड़ा होता है कि आखिर रमाकांत सचिव के द्वारा 8 माह पूर्व अप्रूव पीसीसी मार्ग और 4 महीने पूर्व तकनीकी स्वीकृत प्राप्त पीसीसी मार्गों का निर्माण प्रारंभ नहीं कराया जा सका है, क्या इसमें भी इनका कोई विशेष भ्रष्टाचार करने की योजना बन रही है।