अमरकंटक में ठंड का रिकॉर्ड, सफेद चादर में लिपटा मैदान, अलाव और चाय बना सहारा
*रात में O डिग्री पहुँच रहा है तापमान*
अनूपपुर
मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक विगत चार दिनों से भीषण ठंड और शीत लहर के आगोश में है। लगातार चल रही ठंडी हवाओं के कारण नगर का तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुँच गया है। ठंड ने अब अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। नगर के मैदानी क्षेत्रों में घास, फूस, पेड़-पत्तियां, टीन की छतें और तिरपाल पर बर्फ जमने लगी है। सुबह के समय ओस की शबनमी बूंदें घास और पत्तियों पर सफेद रुई की तरह बिछी नजर आती हैं, जिससे पूरा मैदान मानो सफेद चादर ओढ़े हुए दिखाई देता है। विगत 10 दिनों से अमरकंटक में अच्छी-खासी ठंड पड़ रही है, वहीं बीते पांच दिनों से लगातार बर्फ जमने की स्थिति बन रही है।
शाम होते ही तापमान तेजी से गिरने लगता है और रात्रिकाल व तड़के पारा लुढ़ककर 0 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुँच जा रहा है। इस कड़ाके की ठंड के बीच अमरकंटक की शीत लहर मानो नववर्ष के स्वागत के लिए और अधिक तीव्र हो गई है। भीषण ठंड के बावजूद पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों, दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। नर्मदा उद्गम स्थल, मंदिर परिसर, बाजार क्षेत्र और प्रमुख मार्गों पर लोग अलाव तापते और गरमा-गरम चाय की चुस्कियों के साथ ठंड से राहत पाते नजर आ रहे हैं। बाहर से बिना तैयारी के आए कई पर्यटक स्थानीय दुकानों से स्वेटर, साल, मफलर, टोपी और अन्य गर्म कपड़ों की खरीदारी करते दिख रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस बढ़ती ठंड को देखते हुए नगर परिषद अमरकंटक को सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि जरूरतमंदों और यात्रियों को राहत मिल सके। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी दिनों में ठंड का असर और बढ़ सकता है। ऐसे में अमरकंटक आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आवश्यक सतर्कता बरतने तथा पर्याप्त गर्म कपड़े साथ लाने की सलाह दी जा रही है।
