पॉवर प्लांट में टेंडर प्रक्रिया में जमकर भर्रेसाही, ठेकेदार को पहुँचाया जा रहा है फायदा
अनूपपुर
जिले के अमरकंटक ताप विद्युत गृह के द्वारा ऑर्डर 2 करोड़ 45 लाख का एवं दूसरा आर्डर 997 का 59 लाख का कार्य एमके ट्रेडर्स को मिला था, जिसका उन्होंने एग्रीमेंट नहीं किया और ठेकेदार काम नहीं चालू किया, जिस पर पावर प्लांट के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की। अनूपपुर जिले की चचाई की फर्म एमके ट्रेडर्स को दो कार्य अवॉर्ड हुए थे। तीसरा टेंडर लोको पायलट का टेंडर नंबर 416423 के लिए दूसरे ठेकेदारों ने भी भरा था, जिसमें दो ठेकेदार का काम रिजेक्ट करके एमके ट्रेडर्स को मुख्य अभियंता द्वारा जबलपुर रिकमेंड किया गया है, जबकि यह कार्य पूर्व में एम्स कंपनी को अवार्डेड था और उसने कार्य भी किया था। बिना किसी कारण के इनका कार्य रिजेक्ट करके एमके ट्रेडर्स को फायदा पहुंचाने के लिए इनका कार्य दिया जा रहा है, जबकि उपरोक्त टेंडर नंबर 538 एवं 957 के तहत 3 करोड़ के काम एमके ट्रेडर्स को लोएस्ट के रूप में दिए गए थे, जिसे उसने कार्य चालू नहीं किया एवं मंडल द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं करके लोको पायलट टेंडर क्रमांक 416423 को को रिकमेंड कर दिया गया एवं जबलपुर भेजा जा रहा है एवं उनके सपोर्ट के दोनों टेंडर को रिजेक्ट करके सिंगल टेंडर पास किया गया है जबकि दो टेंडर अवार्ड होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा एमके ट्रेडर्स जिसने कार्य चालू नहीं किया, उन पर ब्लैक लिस्ट या एमडी फॉर फिट की कार्रवाई होनी चाहिए थी, क्या कारण है नियम विरोध कार्यवाही करके एमके ट्रेडर्स का सपोर्ट किया जा रहा है। जिस प्रकार से भरेशाही का इन दोनों पावर प्लांट चचाई में बना हुआ है और मुख्य अभियंता सहित उनके अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा भी मनमानी तरीके से कार्य कराया जा रहा है, इसकी जांच कराई जाने की आवश्यकता है। और दोषी पाए जाने पर अधिकारियों एवं संबंधित ठेकेदार को भी नियम के अनुसार कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है।
