कोयला वाहनों से उड़ रही धूल, प्रदूषण से जनजीवन बेहाल, लोग हो रहे है बीमार, सड़क पर पानी छिड़काव की मांग
अनूपपुर
जिले में कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र एवं नगर पालिका परिषद पसान क्षेत्र अंतर्गत लाइन दफाई भालूमाड़ा के निवासी इन दिनों धूल और प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। क्षेत्र में कोयला परिवहन करने वाले भारी वाहनों की आवाजाही दिन-रात जारी रहने से पूरे इलाके में धूल का गुबार छाया रहता है। इस धूल और डस्ट के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि सांस लेना भी दूभर हो गया है।
स्थानीय नागरिकों रामनरेश देवकीनंदन राधा स्वामी प्रवीण कुमार श्याम किशोर आदि का कहना है कि एसईसीएल ट्रांसपोर्टिंग मार्ग से उठने वाली धूल ने हवा और पानी दोनों को दूषित कर दिया है। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
क्षेत्रवासियों ने बताया कि पिछले कई महीनों से यह समस्या बनी हुई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। नागरिकों ने कोल प्रबंधन एवं नगर पालिका परिषद पसान क्षेत्र के अधिकारियों से मांग की है कि सड़क पर नियमित रूप से सुबह और शाम पानी का छिड़काव कराया जाए, ताकि उड़ती धूल से कुछ राहत मिल सके।
स्थानीय लोगों ने एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र के महाप्रबंधक से भी अपील की है कि कोयला परिवहन मार्गों पर धूल नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। नागरिकों का कहना है कि यदि जल्द ही कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई, तो लोगों के स्वास्थ्य पर इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि हवा और पानी दोनों की गुणवत्ता में सुधार हो सके तथा लोगों को इस बढ़ती समस्या से राहत मिल सके।
