चोरी उजागर करने वाला ही बन गया आरोपी, बिजली विभाग का कारनामा
अनूपपुर
चचाई उपकेंद्र अंतर्गत ग्राम धिरोल में बिजली चोरी का मामला विभागीय मिलीभगत का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है। गांव के दुर्गेश कुमार पटेल ने आरोप लगाया है कि लाइन मैन द्वारिका पटेल, इंजीनियर संतोष प्रजापति और चंद्रमणि की शह पर गांव में धड़ल्ले से बिना मीटर बिजली चोरी हो रही है।दुर्गेश ने 25 जुलाई और 15 सितंबर को मुख्य अभियंता को लिखित शिकायत दी थी कि कई ग्रामीण अवैध रूप से बिजली का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन कार्रवाई करने के बजाय अधिकारियों ने उल्टा शिकायतकर्ता को ही बिजली चोरी का आरोपी बना डाला।मामला बढ़ा तो दुर्गेश ने सीएम हेल्पलाइन (शिकायत क्रमांक 33431051) का सहारा लिया। मगर वहां भी जांच के नाम पर महज औपचारिकता निभाई गई। न तो चोरी का पंचनामा बना, न ही अवैध कनेक्शन काटे गए। बल्कि विभाग ने खुद को बचाने के लिए उन्हें स्थायी कनेक्शन दे दिया। वहीं गांव में आज भी कई लोग बिना मीटर बिजली जला रहे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरा खेल बिना विभागीय संरक्षण के संभव ही नहीं। असली बिजली चोर खुलेआम सुरक्षित हैं, जबकि भ्रष्टाचार उजागर करने वाला ही परेशान किया जा रहा है। लोगों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि दोषी कर्मचारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए और धिरोल में बिजली चोरी की वास्तविक स्थिति सामने लाई जाए।