शारदीय नवरात्र महोत्सव का समापन, विजयादशमी पर विशाल भंडारे और वस्त्र वितरण के साथ पूर्णाहुति
अनूपपुर
माँ नर्मदा की पावन जन्मस्थली अमरकंटक स्थित श्री कल्याण सेवा आश्रम में आयोजित नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र महोत्सव का समापन विजयादशमी (दशहरा) के पावन पर्व पर भव्य और आध्यात्मिक माहौल में हुआ। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना, देवी अभिषेक, ध्वजारोहण और विशाल भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया। हजारों श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया और पुण्य लाभ अर्जित किया।
आश्रम में पूरे नौ दिनों तक श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक उल्लास का अनुपम संगम देखने को मिला। माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना प्रतिदिन शास्त्रोक्त विधि-विधान से सम्पन्न हुई। आदिशक्ति माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना एवं विशेष साधनाएँ। वैदिक अनुष्ठान चंडी पाठ, श्रीसूक्त पाठ, निशा हवन, खड्ग आरती और महाआरती ने वातावरण को दिव्यता से भर दिया। विजयादशमी पर देवी राजराजेश्वरी पारंबा आदिशक्ति का विशेष अभिषेक, बनारस से पधारे प्रख्यात आचार्यों एवं विद्वानों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। ध्वजा साहब को नया ध्वज पहनाकर विशेष पूजा के साथ पुनः प्रतिष्ठित किया गया। प्रतिदिन संध्या 3 से 7 बजे तक देवी भागवत पुराण कथा का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने रसपान किया।
आश्रम में पूरे नौ दिनों तक श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक उल्लास का अनुपम संगम देखने को मिला। माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना प्रतिदिन शास्त्रोक्त विधि-विधान से सम्पन्न हुई। इस महोत्सव में सैकड़ों साधु-संत, महात्मा और तपस्वीजन उपस्थित रहे, जिससे यह आयोजन एक विशाल आध्यात्मिक कुंभ का रूप ले सका। उनके लिए फलाहार और भोजन की विशेष व्यवस्था की गई। आश्रम के तपस्वी वीतराग बाबा कल्याण दास महाराज की संध्या आरती और प्रबंध न्यासी हिमाद्रि मुनि जी महाराज की खड्ग आरती भक्तों के लिए विशेष आकर्षण रही।
विजयादशमी के अवसर पर आयोजित विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आसपास के ग्रामीण अंचल से आए लोगों को साड़ी और कंबल भी वितरित किए गए। आश्रम के प्रबंध न्यासी स्वामी हिमाद्रि मुनि जी महाराज ने बताया कि प्रतिवर्ष वनवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालुओं को भंडारे में आमंत्रित किया जाता है तथा श्रद्धा अनुसार साड़ी, वस्त्र और गर्म कपड़े भी वितरित किए जाते हैं। यह सब बाबा कल्याण दास जी के आशीर्वाद और पारंबा माँ नर्मदा की कृपा से संभव हो पाता है।
इस अवसर पर स्वामी हिमाद्रि मुनि महाराज, स्वामी जगदीश आनंद महाराज, स्वामी धर्मानंद महाराज, स्वामी हारस्वरूप महाराज, स्वामी भरत दास महाराज, महंत अयोध्या स्वामी प्रणाम मुनि महाराज, महंत अंबिकापुर आश्रम स्वामी शांतानंद महाराज, स्वामी रामस्वरूप महाराज, स्वामी महादेवानंद महाराज, स्वामी सुंदरानंद महाराज, राजा बाबा महाराज एवं भगत जगत सहित सैकड़ों संत-समाज उपस्थित रहे और उन्होंने भक्तजनों के साथ नवरात्र महोत्सव की भव्यता का आनंद लिया। इस प्रकार, नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र महोत्सव का समापन विजयादशमी पर भक्ति, साधना, भंडारे और वस्त्र वितरण के साथ आध्यात्मिक उल्लास में सम्पन्न हुआ।