भव्यता के सांथ हुआ का जवारा विसर्जन, काली नृत्य और खप्पर के साथ उमड़ा श्रद्धा-आस्था का सैलाब
उमरिया
जिले के बिरसिंहपुर पाली के नवरात्र की नवमी पर मां बिरासिनी मंदिर परिसर में परंपरागत जवारा विसर्जन का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंदिर में स्थापित मनोकामना जवारा कलशों का विसर्जन शोभायात्रा निकाल कर किया गया, जिसमें उमरिया जिले सहित आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। जवारा विसर्जन का समारोह शाम 4 बजे मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुआ। परंपरा के अनुसार विसर्जन से पूर्व मंदिर प्रबंध एवं संचालन समिति के संरक्षक तथा उमरिया कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने मां काली और खप्पर की पूजा अर्चना कर जुलूस की विधिवत शुरुआत की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विजय कुमार भागवानी और एसडीएम पाली अंबिकेश प्रताप सिंह ने भी मातेश्वरी की आराधना की और कार्यक्रम को सुरक्षा की दृष्टि से सुनिश्चित किया।
भव्य जुलूस मंदिर से निकलकर नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ सगरा तालाब पहुंचा, जहाँ परंपरा के अनुसार जवारा कलशों का विधिपूर्वक विसर्जन किया गया। इस दौरान खप्पर के साथ प्रस्तुत काली नृत्य ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। जुलूस देखने और इसमें शामिल होने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जगह-जगह भक्तों ने पुष्प वर्षा कर आयोजन का स्वागत किया। मंदिर के पुजारी सहित जनप्रतिनिधि अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने न केवल आयोजन में भाग लिया, बल्कि भक्तों से संवाद कर उनकी आस्था का सम्मान भी किया।
जुलूस और विसर्जन को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी स्वयं मौके पर मौजूद रहे और व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते रहे। परिणामस्वरूप पूरा आयोजन शांति और सौहार्द के वातावरण में सम्पन्न हुआ। नवरात्र के समय हर वर्ष आयोजित होने वाला यह जवारा विसर्जन केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। सामूहिक आस्था और सांस्कृतिक जुड़ाव का यह पर्व श्रद्धालुओं और आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना। विशेषकर काली नृत्य और खप्पर के साथ निकला जुलूस भक्तों के लिए अविस्मरणीय दृश्य साबित हुआ।
