समाचार 01 फ़ोटो 01
सेंट्रल बैंक मैनेजर व कैशियर के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का मामला हुआ दर्ज
अनूपपुर
मां नर्मदा की उद्गम स्थली, पवित्र नगरी अमरकंटक से लगभग 24-25 किमी दूर आईजीएनटीयू कैंपस में संचालित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में खाता क्रमांक 3511546795 दिनांक 18/09/25 समय 18.55 बजे आवेदक कमल किशोर साहू उम्र 45 वर्ष निवासी वार्ड क्र 09 गौठियान टोला भरनी थाना अमरकंटक को लिखित शिकायत कर बताया गया कि स्वयं के खाता से 28/01/2020 को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर और कैशियर द्वारा विड्रॉल फॉर्म भरकर मेरे बिना हस्ताक्षर के 800 रु आहरण कर लिए गए । जब मैं स्टेटमेंट निकलवाया और आरटीआई के माध्यम से विड्रॉल की छायाप्रति निकलवाया जिसमें मेरे हस्ताक्षर नहीं है। बैंक मैनेजर एवं कैशियर के द्वारा मेरे साथ 800 रुपए की धोखाधड़ी की गई है।
बैंक मैनेजर और कैशियर शासकीय विभाग में रहते हुए बैंक के हितग्राही से स्वयं का लाभ कमाने के लिए छल कपट पूर्वक राशि आहरण किए है , जिसकी शिकायत लिखित थाना अमरकंटक में की गई है जिसमें अपराध धारा 420 ता हि के तहत दंडनीय पाए जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
आवेदक द्वारा बताया गया कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया लालपुर के बैंक मैनेजर और बैंक कैशियर द्वारा जो मेरे बिना हस्ताक्षर के मेरे खाते से 18/01/20 को राशि आहरण किया गया है वह अपराध है । मैं केश में न्याय के लिए दर दर गुहार लगाता रहा , एसडीओपी पुष्पराजगढ़ , एस पी कार्यालय अनूपपुर , कमिश्नर शहडोल सहित मुख्यमंत्री सीएम हेल्प लाईन , जन सुनवाई आदि में लगातार भागदौड़ करता रहा।
थाना अमरकंटक के कई चक्कर काटा , वहां से कहा गया कि पूरा दस्तावेज हो तब आना । आज पूरा दस्तावेज लेकर आया और लिखित शिकायत किया जिसे जांच में लेकर आगे की कार्यवाही का भरोसा दिया गया है । इस कार्यवाही में पांच वर्ष आठ माह हमारे गुजर चुके है।
समाचार 02 फ़ोटो 02
अमरकंटक में युवक कांग्रेस ने दस सूत्रीय जनहित मांगों को लेकर थाने और नगर परिषद को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर
पवित्र नगरी अमरकंटक में जनसमस्याओं और अव्यवस्थाओं को लेकर युवक कांग्रेस कमेटी अमरकंटक ने दस सूत्रीय मांगपत्र अमरकंटक थाना प्रभारी एवं नगर परिषद प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन में नगर के नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं, स्वच्छता, यातायात और सार्वजनिक व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख समस्याओं पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई। युवक कांग्रेस ने नगर परिषद से आग्रह किया कि नगर में खुलेआम विचरण कर रही गौमाताओं के लिए कांजी हाउस की व्यवस्था तत्काल की जाए। साथ ही नगर के सभी वार्डों में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने, नर्मदा उत्तर एवं दक्षिण तटों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, और छोटे दुकानदारों के लिए एक निश्चित स्थान निर्धारण जैसी मांगें की गईं, ताकि नगर का यातायात सुव्यवस्थित रह सके।
ज्ञापन में कहा गया कि परिक्रमा वासियों के मार्गों पर दिशा-सूचक बोर्ड लगाए जाएं, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके। नगर पालिका अंतर्गत स्थित रैन बसेरा, परिक्रमा वासी भवन, रेवा पारिवारिक धर्मशाला आदि भवनों का उपयोग तीर्थयात्रियों के ठहरने हेतु किया जाए। युवक कांग्रेस ने कपिलधारा और सोनमुड़ा ग्लास पाइंट पर हो रही अवैध वसूली की जांच तथा नर्मदा घाटों की स्वच्छता पर विशेष अभियान चलाने की मांग की। साथ ही नगर में अधूरे पड़े सीसी रोड और नालियों के निर्माण कार्यों की जांच, वाहन पार्किंग व्यवस्था, तथा निर्माण स्थलों पर सूचनात्मक बोर्ड लगाने की आवश्यकता बताई गई।
घाटों पर बार-बार डूबने से हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए स्थायी बचाव दल की नियुक्ति की भी मांग रखी गई। वार्ड क्रमांक 02 स्थित हुडको कॉलोनी के निवासियों की जांच और मुख्य मार्ग से विद्यालय तक जाने वाली सड़क के निर्माण को भी प्राथमिकता से जोड़ा गया।
*अवैध गतिविधियों पर थाना प्रभारी को सौंपा ज्ञापन*
युवा कांग्रेस ने थाना अमरकंटक में सौंपे ज्ञापन में शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर नियंत्रण और यातायात व्यवस्था सुधारने की मांग की। बताया गया कि आश्रमों एवं होटलों के बाहर टैक्सी और बसें खड़ी रहने से यातायात प्रभावित होता है, जिसके लिए प्रशासन को सख्त निर्देश जारी करने चाहिए। ज्ञापन में कहा गया कि गौरेला से आने वाली टैक्सी वाहनों के कागज़ों की जांच, शराब सेवन कर तेज गति से वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई, तथा नगर में अनियंत्रित शराब बिक्री पर रोक लगाई जाए। विशेष रूप से शासकीय विद्यालयों के समीप शराब की बिक्री पर कड़ा प्रतिबंध लगाने की बात कही गई।
युवा कांग्रेस ने बताया कि दुर्गाधारा मार्ग से रात के समय अवैध रेत परिवहन जारी है, जिससे शासन को राजस्व हानि हो रही है और सड़कों को नुकसान पहुँच रहा है। इस पर तत्काल रोक लगाने और विशेष निगरानी दल गठित कर नियमित निरीक्षण की मांग की गई। युवा कांग्रेस कमेटी ने दस सुत्रीय मांगों को लेकर अमरकंटक थाना व नगर पंचायत को सौंपा ज्ञापन।
समाचार 03 फ़ोटो 03
पाँच दिन में पाँच बार पानी पाइप चोरी, बिजली लाइन तक काट दी गई, पुलिस प्रशासन नाकाम
अनूपपुर
जमुना क्षेत्र में चोरों का आतंक अब हद पार कर चुका है आम नागरिकों की सुरक्षा की बात छोड़िए, अब पुलिस कॉलोनी तक सुरक्षित नहीं रह गई अज्ञात चोर खुलेआम सरकारी संपत्ति को निशाना बना रहे हैं और प्रशासन मौन है यह हालात सीधे-सीधे सुरक्षा व्यवस्था की विफलता को उजागर कर रहे हैं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, फिल्टर प्लांट से नारायण खदान तक बिछाई गई नई पानी सप्लाई लाइन को चोरों ने पाँच दिनों में पाँच बार काटकर चोरी कर लिया। 19 सितंबर को जी.एम. ऑफिस तक डाली गई जी.आई. पाइप (20 फीट) उखाड़ ली गई, और 21 सितंबर को 25 पाइप तथा 2A कॉलोनी के पीछे से 18 पाइप गायब हो गए इस लूटखसोट ने जलापूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह अस्थिर कर दिया है
हर बार चोर जमीन खोदकर पाइप निकाल लेते हैं, और प्रबंधन छठवीं बार इसे सुधारने में जुटा है यह पूरी घटना कहावत “अंधेर नगरी चौपट राजा” को चरितार्थ कर रही है स्थानीय निवासियों का कहना है कि कॉलरी प्रबंधन सुरक्षा के मामले में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है न तो कोई प्रभावी निगरानी है और न ही नियमित गश्त करते है।
चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचा रहे हैं क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस और कॉलरी प्रबंधन ने शीघ्र और ठोस कदम नहीं उठाए, तो जलापूर्ति और बिजली दोनों ही बुनियादी सुविधाएँ पूरी तरह चरमरा सकती हैं यह लगातार बढ़ती वारदातें प्रशासन की विफलता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। जमुना क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि यह मामला उच्च प्रशासन तक पहुँचे और चोरों के हौसले को तोड़ने के लिए तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए केवल तभी जनता को मूलभूत सुविधाओं की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी
समाचार 04 फ़ोटो 04
आंगनबाड़ी निर्माण दरारें, नौनिहालों के सुरक्षा पर खतरा, सरपंच, सचिव व अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप
*एक साल में भी नहीं पूरा हुआ काम, बीम-कालम टेढ़े, चौखट घटिया*
शहडोल
जनपद पंचायत सोहागपुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कंचनपुर में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों द्वारा उठाए जा रहे आरोपों के अनुसार, इस भवन का निर्माण कार्य पिछले लगभग एक वर्ष से जारी है, लेकिन अब तक न तो भवन का स्वरूप ठीक से तैयार हो पाया है और न ही गुणवत्ता का पालन किया जा रहा है। निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री को लेकर संदेह जताया गया है, वहीं स्तंभ (कालम), बीम और चौखटों में गंभीर खामियाँ स्पष्ट दिखाई दे रही हैं।
बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य लगभग 12 महीने पहले प्रारंभ किया गया था। नियमानुसार यह भवन कुछ ही महीनों में पूर्ण हो जाना चाहिए था, लेकिन कार्य में न केवल टालमटोल की गई, बल्कि जो कार्य किया जा रहा है, वह भी न्यूनतम मानकों को ध्यान में रखे बिना किया जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, जिस आंगनबाड़ी भवन में भविष्य में छोटे बच्चों को पोषण आहार, शिक्षा पूर्व देखभाल एवं स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलनी हैं, उसी भवन की बुनियाद ही कमजोर रखी जा रही है। दीवारों की सीधाई, बीम का स्तर, कालम की मजबूती और चौखट की फिटिंग — सभी में भारी खामियाँ देखी गईं। निर्माण स्थल के प्रत्यक्षदर्शियों और संबंधित फोटो साक्ष्यों के आधार पर यह सामने आया है कि: अधिकांश कालम टेढ़े-मेढ़े खड़े हैं छत को सहारा देने वाले बीम झुके हुए और असमान दिखाई देते हैं चौखटों में सड़ी-गली या कमजोर लकड़ी का प्रयोग किया गया है ईंट, बालू, सीमेंट और सरिया की गुणवत्ता सामान्य मानकों से कमतर प्रतीत होती है प्लास्टरिंग और फिनिशिंग का काम शुरू होने से पहले ही दरारें नजर आ रही हैं।
ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के मुताबिक, यदि निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जाती तो इस तरह की खामियां सामने ही नहीं आतीं। स्थानीय लोगों का सवाल है कि: क्या पंचायत प्रतिनिधि और सचिव ने साइट निरीक्षण किया, क्या बीडीओ/जनपद सीईओ को निर्माण प्रगति की जानकारी दी गई, क्या उपयंत्री या तकनीकी सहायक ने गुणवत्ता जाँच की, अब तक इस संबंध में किसी अधिकारी की ओर से न तो संतोषजनक जवाब मिला है और न ही सुधारात्मक कार्रवाई होती दिखाई दे रही है।
आंगनबाड़ी केंद्र एक ऐसा संस्थान है जहां 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण मुक्ति, प्री-स्कूल शिक्षा और स्वास्थ्य लाभ से जोड़ा जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भवन की मजबूती व संरचना ठीक नहीं हुई तो: बच्चों की जान को खतरा रहेगा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता असुरक्षित स्थिति में रहेंगी, किसी भी समय भवन के गिरने या क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी रहेगी, सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से नहीं पहुंच पाएगा, ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रश्न किया है कि जब संवेदनशील भवन के निर्माण में ही कोताही बरती जा रही है, तो योजनाओं के क्रियान्वयन से कैसे उम्मीद की जा सकती है।
समाचार 05 फ़ोटो 05
छत्तीसगढ़ भेजी जा रही शराब को ग्रामीणों ने पकड़ा, ठेकेदार के गुर्गे गाड़ी छीनकर भागे, देखते रह गई आबकारी-पुलिस
*शहडोल में फल फूल रहा नशे का गोरखधंधा*
शहडोल
जिले में शराब तस्करी का खेल अब खुलेआम चल रहा है। वहीं पुलिस-आबकारी विभाग सिर्फ दर्शक बने बैठे हैं। दरअसल, जयसिंहनगर क्षेत्र से छत्तीसगढ़ भेजी जा रही अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप को ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ से पकड़ा, लेकिन आबकारी और पुलिस की लापरवाही के कारण ठेकेदार के गुर्गे मौके से गाड़ी छीनकर फरार हो गए। इस दौरान ग्रामीणों ने इसका वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया था, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पूरा मामला जयसिंहनगर के ग्राम विनायक का है। जानकारी के अनुसार, टेटका बस स्टैंड से होकर जंगल के रास्ते सीधी बार्डर के ग्राम चांटी के रास्ते से छत्तीसगढ़ के लिए अंग्रेजी शराब की तस्करी की जा रही थी। ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो विनायक ग्राम पंचायत के सरपंच अमृतलाल सिंह के नेतृत्व में संदिग्ध वाहन क्रमांक CG-04-LF-8601 को पकड़ा। गाड़ी में भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब लदी थी। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस हेल्पलाइन नंबर और जयसिंहनगर पुलिस को दी।
सरपंच के मुताबिक, उन्होंने थाने में पदस्थ एक विनोद नामक पुलिसकर्मी को भी खबर दी थी। लेकिन, घंटों बीत जाने के बाद भी न तो पुलिस पहुंची न ही पुलिस वाहन, इसी देरी का फायदा उठाते हुए कथित शराब ठेकेदार दीपक गुप्ता अपने कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को धमकाकर शराब लदे वाहन को छीनकर भाग निकला। ग्रामीणों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं, बल्कि लंबे समय से जयसिंहनगर से होकर छत्तीसगढ़ तक शराब की तस्करी का नेटवर्क चल रहा है। शराब की हर खेप के पीछे स्थानीय ठेकेदारों और उनके कर्मचारियों का हाथ बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग की आंखें मानो बंद हैं।
सरपंच अमृतलाल सिंह ने बताया हमने नशा मुक्ति अभियान के तहत तस्करी रोकने की कोशिश की, पुलिस को सूचना दी, लेकिन वे नहीं आए। शराब ठेकेदार के लोग गाड़ी छीनकर भाग गए। अब गांव में भारी रोष है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि आखिर शराब ठेकेदारों के हौसले इतने बुलंद क्यों है ? क्या जिले में आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से यह गोरखधंधा फल-फूल रहा है।
समाचार 06 फ़ोटो 06
कलेक्टर ने पटवारियों पर लगाया 5-5 हजार का जुर्माना
अनूपपुर
जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में संपन्न हुई। कलेक्टर हर्षल पंचोली ने 87 आवेदनों पर जनसुनवाई करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में तहसील जैतहरी के वेंकटनगर निवासी श्री लक्ष्मीकांत सोनी पटवारी द्वारा डिजिटल नक्शे में तरमीम अपडेट नही करने तथा तहसील अनूपपुर के ग्राम देवहरा निवासी विद्याप्रसाद तिवारी पटवारी द्वारा नामांतरण नही किए जाने के संबंध में शिकायत लेकर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत हुए। जिस पर कलेक्टर ने सख्ती दिखाते हुए आवेदकों की शिकायतों को गंभीरता से लेकर संबंधित दोनो पटवारियों पर 5-5 हजार रुपये की शास्ति अधिरोपित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्राम अमिलिहा तहसील अनूपपुर निवासी दीपक सोनी द्वारा सीएम कारकेट में लगी गाड़ी के भुगतान के संबंध में आवेदन किया गया। जिसका भुगतान कलेक्टर के निर्देश अनुसार आवेदक को तत्काल किया गया। जनसुनवाई में कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समस्याओं का निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित करें।
समाचार 07 फ़ोटो 07
ड्रिंक एंड ड्राइव पर कार्यवाही कार सहित 04 वाहन जब्त
अनूपपुर
शहर में नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर यातायात पुलिस ने शिकंजा कस दिया है, पुलिस टीम ने शराब के नशे में तेज रफ्तार से कार चला रहे एक चालक को भी पकड़ लिया। मौके पर की गई ब्रिथ एनालाइज़र जांच में चालक के शराब पीने की पुष्टि हुई, जिसके बाद कार को जब्त कर चालक के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। इसी दौरान, तीन ट्रक चालक भी शराब के नशे में वाहन चलाते हुए पकड़े गए। जांच में सभी के नशे में होने की पुष्टि होने पर तीनों ट्रकों को जब्त कर कानूनी कार्यवाही की गई।
यातायात पुलिस ने एक दिन पूर्व भी ड्रिंक एंड ड्राइव में पकड़े गए तीन वाहनों को न्यायालय भेजा गया था। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से नशे में वाहन चलाने वालों में हड़कंप मच गया है। नशे में वाहन चलाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सड़क पर दूसरों की जान के लिए भी खतरा है। यातायात पुलिस सड़क सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग है और इस प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
समाचार 08 फ़ोटो 08
जुआं फड़ में पुलिस का छापा, पांच आरोपी गिरफ्तार
अनूपपुर
मुखबिर की सूचना पर थाना कोतवाली अनूपपुर से सहायक उपनिरीक्षक संतोष वर्मा, सहायक उपनिरीक्षक कमलेश तिवारी, प्रधान आरक्षक राजेश कंवर, खेमराज मार्को के द्वारा अनूपपुर नगर में बस स्टैण्ड शौचालय के पास रेड कर पांच आरोपियो को ताश के पत्तो पर दांव लगाकर जुआ खेलते रंगे हाथो पकड़ा गया। मौके पर पकड़े गये साहेब अली पिता कल्लन खान उम्र 30 वर्ष निवासी वार्ड न. 07 बस स्टैण्ड अनूपपुर, मो. मंसूर पिता मो. इमरान उम्र 39 वर्ष निवासी वार्ड न. 03 मस्जिद मोहल्ला अनूपपुर, अल्ताफ मंसूरी पिता मुख्तार अहमद उम्र 24 वर्ष निवासी वार्ड न. 07 अनूपपुर, कैश मंसूरी पिता मुबारक मंसूरी उम्र 23 वर्ष निवासी वार्ड न. 07 अनूपपुर नावेद मंसूरी पिता हकीम मंसूरी उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड न. 07 अनूपपुर के कब्जे से ताश के 52 पत्ते एवं नगदी कुल 2950 रूपये जप्त किया जाकर आरोपियो के विरूद्ध अपराध क्रमांक 489/25 धारा 13 जुआ एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर गिरफ्तार किया गया है।
समाचार 09 फ़ोटो 09
किसानों की चिंता बढ़ी, बारिश ने बिगाड़ी फसल की लय, नुकसान की संभावना
अनूपपुर
लगातार हो रही बारिश ने अनूपपुर जिले के खेतों में खड़ी धान की फसल को संकट में डाल दिया है। धान की बालियां झुक चुकी हैं, फसल कटाई के लिए तैयार है, लेकिन आसमान से बरसते पानी ने खेतों को कीचड़ में बदल दिया है। किसानों की मेहनत से लहलहाते खेत अब चिंता का कारण बन गए हैं। पानी से भरे खेतों में फसल सड़ने लगी है, जिससे उपज पर भारी असर पड़ने की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना जताई जा रही है, जिसने किसानों की नींद उड़ा दी है।
अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी, देवहरा, डूमरकछार, राजेन्द्रग्राम,अमरकंटक बिजुरी सहित आसपास के क्षेत्रों के किसानों का कहना है कि इस बार फसल बेहद अच्छी थी, लेकिन अब बे-मौसम बारिश ने मेहनत पर पानी फेरने का डर पैदा कर दिया है। किसानो ने कहा कि “सालभर की मेहनत का फल खेत में लटक गया है, अगर बारिश नहीं रुकी तो फसल काटने लायक नहीं बचेगी।”महंगाई ने भी किसानों की चिंता को दोगुना कर दिया है। खाद, बीज, डीजल और मजदूरी के बढ़ते दाम पहले ही जेब ढीली कर चुके हैं, ऊपर से फसल खराब होने का खतरा उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा कर रहा है।
खेती हमेशा से जोखिम का धंधा रही है, लेकिन इस साल की लगातार बारिश ने यह साबित कर दिया कि जब तक फसल घर के गोदाम में नहीं पहुँचती, तब तक किसान की मेहनत अधूरी रहती है। "थाड़ी खेती, गाभिन गाय, मुँह आवै तब आपन आय", यह सिर्फ कहावत नहीं, बल्कि इस मौसम में हर किसान की वास्तविकता बन चुकी है।