ईश्वर की सगुण-साकार उपासना ही विश्व-शांति के लिए एकमात्र प्रभावी उपाय

ईश्वर की सगुण-साकार उपासना ही विश्व-शांति के लिए एकमात्र प्रभावी उपाय


जबलपुर

सुप्तेश्वर गणेश मंदिर में रामायण केंद्र , जबलपुर इकाई द्वारा ' गणेश तत्व' पर एक परिसंवाद एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम का शुभारंभ विघ्न विनाशक गणेश जी की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया जिसके पश्चात डॉ विवेक चंद्रा एवं श्रीमती नम्रता चंद्रा द्वारा गणपति पर एक भजन प्रस्तुत किया गया । तत्पश्चात रामायण केंद्र के संयोजक इंजी. संतोष कुमार मिश्र "असाधु" ने अपना सारगर्भित उद्बोधन दिया जिसमें उन्होंने बताया कि निर्गुण के अतिरिक्त सगुण साकार रूप में भी ईश्वर की सर्वव्यापकता विषय पर चिंतन करना वर्तमान में अत्यंत आवश्यक है । परिसंवाद के द्वितीय चरण में प्रश्नोत्तरी हुई जिसमें जिज्ञासुओं द्वारा गणेश जी पर कई रोचक प्रश्न पूछे गए जिनके श्री मिश्र द्वारा बेहद तर्कपूर्ण उत्तर दिए  गए।  श्री मिश्र ने अनेक भ्रांतियां का बेहद रोचक अंदाज में स्पष्टीकरण दिया यथा गणेश जी की सूंड बाई ओर क्यों मुड़ी हुई होती है , गजानन जी की प्रतिमा पर लडडू ही क्यों चढ़ाए जाते हैं तथा गणपति का व्यापार जगत व वास्तु से क्या सम्बन्ध होता है इत्यादि।  कार्यक्रम का  संचालन केंद्र के अध्यक्ष डॉ विजेंद्र उपाध्याय  द्वारा किया गया । रामायण केंद्र के  वरिष्ठ पदाधिकारियों डॉ राजेंद्र नेमा , डॉ नेहा शाक्य व निधि पाठक द्वारा  कार्यक्रम की सफलता में महती भूमिका निभाई गई। कार्यक्रम के अंत में महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष अलका श्रीवास्तव ने गणेश जी के बारे में कई उपयोगी बातें बताई तथा केंद्र के उपाध्यक्ष अवध नारायण श्रीवास्तव द्वारा आभार व्यक्त किया गया। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में 200 से भी अधिक श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थित दर्ज की। रामायण केन्द्र के सदस्य कवि संगम त्रिपाठी ने बताया कि जबलपुर रामायण केन्द्र अपनी संस्कृति व धर्म अनुष्ठान में सतत प्रेरणादायक कार्य कर रही है।

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