संगठन का गड्ढा खोदने वाले अपात्रों की ताजपोशी से बीएमएस धराशाई की कगार पर, लाखो रुपए में बिक गई कुर्सी
उमरिया
भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के जोहिला क्षेत्र में आज पदाधिकारियों की ताजपोशी के लिए बुलायी गई अधिवेशन में भारी हंगामा के साथ अपात्रों की ताजपोशी कर भोपाल और बिलासपुर से आये वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए ।इस मनोनयन से भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ में भारी आक्रोश बढ़ गया है । बताया जाता है कि मनोनयन प्रक्रिया में वह निष्ठावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को दर किनार कर ऐसे लोगों को कमान सौंपी गई है, जो भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के प्राथमिक सदस्य भी नहीं है, तो कुछ बी एम एस के साथ साथ अन्य श्रमिक संगठन के सदस्यता ले रखी है और तो कांग्रेस के पदों पर भी आसीन रहते हुए लोकसभा, विधान सभा और नगरपालिका के चुनाव में कांग्रेस का खुलेआम प्रचार करते रहे हैं, इतना ही होता तो संतोष किया जा सकता था , जिम्मेदार पदों पर ऐसे लोगों को पदासीन किया गया है , जिनके ऊपर चोरी जैसे गंभीर आरोप लगे और जिन्होंने बी एम एस के नाम पर भवन आंबटित करा कर बेच दिया गया है । अपात्रों को पदासीन करने से भारतीय मजदूर संघ के कुलदीप सिंह गुर्जर के ऊपर तीखे आरोप लगाये गये है, उन्होंने भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ और फेडरेशन से चुनाव कराने आये वरिष्ठ पदाधिकारियों की भी नहीं सुनी और मनमाफिक तौर पर नियम विरुद्ध घोषणा कर रफूचक्कर हो गये । बताया जाता है कि अपात्रों को कुर्सी सौंपने के पीछे लाखों रूपयो का लेन-देन किया गया है ।बी एम एस के वरिष्ठ नेताओं ने आरोप लगाया है कि बी एम एस जैसे प्रतिष्ठित संघ में पैसों के दम पर पद बेचें जाने लगे हैं । बी एम एस की छवि धूमिल हुई है और श्रमिकों और संगठन में भारी असंतोष बढ गया है और बी एम एस धराशायी होने की कगार पर आकर खड़ी हो गई है।