कन्या आवासीय छात्रावास के प्राचार्य फूल सिंह पट्टावी हुए सेवानिवृत, लोगो ने दी शुभकामनाएं
*39 वर्ष से अधिक की सेवा देकर रचा कीर्तिमान, विद्यालय के लिए दिए अभूतपूर्व योगदान*
अनूपपुर
एक शिक्षक का जीवन उसका विद्यालय और उसके छात्र होते हैं वह पूरा जीवन उन छात्रों को संवारने और उनका भविष्य बनाने में लगा देता है जो आगे चलकर देश का भविष्य बनते हैं। जी हां यह एक शिक्षक ही होता है जो अपने जीवन कार्यकाल में देश के भविष्य अर्थात छात्रों को संवारने में लगा देता है। आज एक ऐसा ही शख्स जो अपने जीवन के लगभग 39 वर्ष शिक्षक की कर में दिया है और अपना पूरा जीवन शिक्षा के स्तर को सुधारने और बच्चों के भविष्य को सुधारने में लगा दिया और अपनी अर्धवार्षिकिए सेवा पूर्ण कर 31 अगस्त 2025 को अपने पद से सेवानिवृत हुए हैं।
अनूपपुर जिला मुख्यालय में संचालित शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर में पदस्थ प्राचार्य फूल सिंह पट्टावी जो एक सहायक शिक्षक से अपना सफर शुरू करते हुए प्रथम श्रेणी प्राचार्य तक का सफर पूरा किया है। उन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया और उन चुनौतियों को अवसर में बदलते हुए वह लगातार आगे बढ़ते रहे। उनके साथ काम करने वाले कई शिक्षकों ने बताया कि उनका व्यक्तित्व ही इतना सरल और सहज है कि जो व्यक्ति उनके साथ रहता है वह उन्हीं की तरह हो जाता है। आपको बता दें कि श्री पट्टावी अपने 39 साल के कार्यकाल में जिले भर के विभिन्न विद्यालयों में अपनी सेवाएं दी है वर्तमान में वह शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर में 2021 से अपनी सेवाएं प्राचार्य पद पर दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा परिसर में न केवल शिक्षा के स्तर को सुधार बल्कि वहां के वातावरण और पूरे परिसर को ही बदल डाला। प्राचार्य के निर्देशन और कुशल मार्गदर्शन पर लगातार विद्यालय का परीक्षा परिणाम अव्वल रहा और लगभग शतप्रतिशत के करीब परिणाम सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि हमेशा अधिकारी बनकर काम नहीं करना चाहिए यदि अपने सहयोगियों से काम करवाना है तो हमें भी उनके साथ खड़े होना होगा और उन्हें अपना सहयोगी बनना होगा तभी हम किसी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। विदा होते हुए श्री पट्टावी ने कहा कि जीवन में कभी भी किसी चुनौती से घबराना नहीं चाहिए चुनौती निश्चित तौर पर आपके समक्ष एक अवसर लेकर आता है और आप उसे अवसर को किस तरह से अपनी उपलब्धि के तौर पर बदल देते हैं यह आपकी कार्यशैली और आपकी योग्यता को दर्शाता है।
विद्यालय में आयोजित विदाई एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम में जिले भर के विभागीय अधिकारी पदाधिकारी प्राचार्य शिक्षक एवं श्री पट्टाबी जी के परिवार के सदस्य शामिल हुए। और सभी ने विदा हो रहे प्राचार्य को शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर उन्हें शुभकामनाएं दी। इस विदाई एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम में विद्यालय के स्टाफ समेत छात्रों ने बैंड बाजे की धुन में समा ही बांध दिया। किसी को लगा ही नहीं की यह विदाई कार्यक्रम है बल्कि यह तो एक सम्मान समारोह कार्यक्रम रहा और विद्यालय के समस्त स्टाफ और बच्चों ने कहा कि आप हमारे हमेशा प्राचार्य रहेंगे और आपका मार्गदर्शन हमें हमेशा मिलता रहेगा। इस दौरान विद्यालय का पूरा स्टाफ उनके विदाई कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपना पूरा सहयोग प्रदान किया। शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर के समस्त स्टाफ ने विदा हो रहे प्राचार्य को स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए उनके आगे के जीवन मैं खुशियां और स्वस्थ जीवन शैली की कामना करते हुए उन्हें विद्यालय से विदा किया।