थाना की आंबटित भूमि से आठ साल बाद भी विभाग बेखबर, अतिक्रमण की भेंट चढी पुलिस को आंबटित भूमि
*यातायात थाना की भूमि अतिक्रमण की चपेट में*
उमरिया
जिले के पाली थाना के लिए राजस्व विभाग व्दारा आंबटित भूमि से आज आठ साल बाद भी पुलिस विभाग पूर्णतया बेखबर है और उस अनमोल भूमि पर अतिक्रमण कारियों ने अपना मकड़जाल फैला कर अवैध कब्जे में ले लिया है ,,पुलिस महकमा के लिए मध्यप्रदेश शासन व्दारा भूमि सुरक्षित कर रखी है फिर भी वह भूमि आज भी असुरक्षित बनी हुई है ,जिससे आंबटित भूमि पर अतिक्रमण कारियों की भेंट चढ़ चुकी है । बताया जाता है की बिरसिंहपुर पाली थाना के लिए कार्यालय तहसीलदार तहसील पाली जिला उमरिया ( म प्र) आदेश क्र 22/पाली दिनांक 6- 12- 2017 को थाना पाली के पत्र क्र / थाना पाली/ 3725 /2017 दिनांक 10-10-2017 को आधार मानकर धौंरई ग्राम में आराजी खसरा नंबर 327/1/ ख रकबा 0.809 हेक्टेयर ग्राम मलहदू स्थिति आराजी खसरा नंबर 92/2 रकबा 0.202 हेक्टेयर और घुनघुटी स्थिति आराजी खसरा नंबर 366/1/2 रकबा 0.069 हेक्टेयर आंबटित कर थाना प्रभारी पाली को उक्त आदेश के हवाले से आंबटित कर राजस्व निरीक्षक पाली को सीमांकान कर सात दिवस मे पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के आदेश जारी किए गए थे , लेकिन उक्त भूमि आज भी लावारिश पडी हुई है , उक्त आंबटित भूमि आज तक पुलिस प्रशासन के कब्जे में नहीं है ।
पाली थाना को आंबटित भूमि से आज भी पाली थाना की पुलिस अनजान बनी हुई है ,और वह भूमि अतिक्रमण कारियों के मकड़जाल में उलझ कर कही महल का आकार ले लेती है तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है ।
*पुलिस की भूमि सुरक्षित नहीं*
विदित होवे की पाली थाना को आवासीय कालोनी के लिए म प्र शासन राजस्व विभाग व्दारा दो एकड़ भूमि पुलिस महकमा के लिए आवासीय कालोनी बनाने के लिए राजस्व ग्राम धोंरई मूल ग्राम गिंजरी में भूमि आवंटित लगभग आठ साल पहले की गयी थी, जिसमें कालोनी बनना तो दूर की कौड़ी उस भूमि को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर सुरक्षित करने में भी सफल नहीं हो पायी, और करोड़ों की उस भूमि पर अतिक्रमण कारियों ने अवैध रूप से कब्जा कर हथिया लिया है, फिर भी पुलिस प्रशासन अपनी भूमि को भूला बैठा है अभी भी पुलिस महकमा के जिम्मेदार अधिकारियो को ही कोई रता पता नहीं है की पुलिस को राजस्व विभाग के व्दारा भूमि आवंटित की गयी है ,अब उसके सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस महकमा की हों गयी है ।भूमि अतिक्रमण कारियों के कब्जे में न चली जाए इसके लिए अब उन्हें ही चिंता करनी होगी । जिससे पुलिस प्रशासन के प्रति नागरिकों के बीच यह संदेश जा रहा है की पाली पुलिस जब अपनी परिसंपत्तियों की सुरक्षा नहीं कर पा रही तो अन्यों की सुरक्षा तो सवालों के घेरे में बनी हुई है ।
*यातायात थाना की भूमि अतिक्रमण की चपेट में*
नगर के विस्तारित विकास के लिए भी राजस्व विभाग व्दारा पुलिस निरीक्षक के पत्र के आधार पर यातायात थाना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलहदू में आराजी खसरा नंबर 92/2 रकबा 0.202 हेक्टेयर भूमि यातायात थाना के लिए सुरक्षित कर पुलिस थाना पाली को अतिक्रमण मुक्त करा कर सुपुर्द की गयी थी, बताया जाता है कि इस भूमि के रकबे पर कतिपय लोगों का आवासीय कब्जा था,,जिसे तत्कालीन तहसीलदार पाली राजेश पाण्डेय ने कब्जा हटाकर पुलिस विभाग को दिया गया था , लेकिन उस भूमि को भी पुलिस सुरक्षित नहीं रख सकीं और आज उस रकबे पर ऊषा रैदास ने दुबारा पी एम आवास बना कर कब्जा कर ली है , इस तरह देखा जाए की पुलिस अपनी परिसंपत्तियों की सुरक्षा करने में पूर्णतः असफल साबित हो रही है । अभी भी उच्च पुलिस अधिकारी अनमोल भूमि को सुरक्षित करने के लिए पहल करेंगे ऐसी जनापेक्षा है । देखने में आया है कि पाली में वैसे भी समुचित व्यवस्थित विकास के लिए भूमि का बेहद अभाव बना हुआ है और पुलिस विभाग को मिली भूमि आज अतिक्रमण कारियों के लिए वरदान साबित हो रही है।