रक्सा-कोलमी क्षेत्र में न्यू जोन थर्मल पावर प्रोजेक्ट, ग्रामीण विकास और रोजगार की नई सुबह

रक्सा-कोलमी क्षेत्र में न्यू जोन थर्मल पावर प्रोजेक्ट, ग्रामीण विकास और रोजगार की नई सुबह

*अनूपपुर जिले में विकास की नई धारा, स्वास्थ्य और सामाजिक सहयोग*

*महिला स्वावलंबन और स्वरोजगार, स्थानीय बाजार की सुधरेगी अर्थव्यवस्था*


अनूपपुर 

मध्यप्रदेश का अनूपपुर जिला प्राकृतिक संपदा, खनिज भंडार और वन संसाधनों के लिए प्रसिद्ध रहा है। लेकिन अब यह जिला केवल प्राकृतिक धरोहर या कृषि गतिविधियों तक सीमित नहीं रह गया है। रक्सा और कोलमी गांव में न्यू जोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित की जा रही थर्मल पावर परियोजना ने जिले की औद्योगिक पहचान को भी नया आकार देना शुरू कर दिया है।

परियोजना ने न केवल बिजली उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों और किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव की नई लहर भी लायी है। गांवों में अब केवल खेत-खलिहान नहीं दिखाई देते, बल्कि आधुनिकता, रोजगार और विकास की झलक भी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।

ग्रामीणों की भागीदारी, प्रशासन की पारदर्शिता और कंपनी की सामाजिक प्रतिबद्धता ने इस परियोजना को केवल औद्योगिक निवेश तक सीमित नहीं रहने दिया, बल्कि इसे स्थानीय विकास का मॉडल बना दिया। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद और सामाजिक संरचना में सुधार की पहलें ग्रामीण जीवन को नई दिशा दे रही हैं।

*भू-अधिग्रहण और किसानों की संतुष्टि*

परियोजना के लिए रक्सा और कोलमी सहित आसपास के क्षेत्रों से कृषि भूमि अधिग्रहित की गई। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और किसानों के हितों का पूर्ण संरक्षण किया गया। प्रभावित किसानों को शतप्रतिशत लगभग मुआवजा चेक भुगतान के रूप में दे दिया गया है । प्रशासन और कंपनी ने मिलकर किसानों की सहमति सुनिश्चित की और किसी भी विवाद से बचने के लिए नियमित संवाद बैठकें आयोजित कीं।

स्थानीय किसानों ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी औद्योगिक परियोजना ने भूमि अधिग्रहण के दौरान सम्मान और सहयोग का दृष्टांत प्रस्तुत किया। किसानों के अनुभव इस बात का प्रमाण हैं कि पारदर्शिता और संवाद ने अधिग्रहण प्रक्रिया को सहज और संतोषजनक बनाया।

*रोजगार की नई राह*

भूमि समतलीकरण और बाउंड्री निर्माण, भूमि अधिग्रहण के साथ ही कंपनी ने स्थानीय रोजगार सृजन पर भी विशेष ध्यान दिया। अधिगृहित भूमि का समतलीकरण प्रभावित किसानों और ग्रामीणों के माध्यम से कराया गया। चारों ओर फेसिंग बाउंड्री का निर्माण भी स्थानीय श्रमिकों और ठेकेदारों के सहयोग से किया गया। इससे किसानों को रोजगार मिला और स्थानीय ठेकेदारों तथा सामग्री आपूर्तिकर्ताओं के लिए भी आर्थिक अवसर उत्पन्न हुए। इस पहल से क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बढ़े। युवाओं को स्थानीय स्तर पर काम मिलने से पलायन में कमी आई और ग्रामीणों की आय में सुधार हुआ।

*CSR पहल: शिक्षा और खेलकूद*

कंपनी ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) को औपचारिकता न मानकर ग्रामीण जीवन में ठोस योगदान के रूप में लागू किया। रक्सा और कोलमी के स्कूलों में बिजली, पंखे और बेंच-डेस्क उपलब्ध कराए गए। बच्चों के बेहतर शिक्षा वातावरण के लिए आवश्यक समाधान किए गए। युवाओं के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएँ और टूर्नामेंट आयोजित किए गए। इन पहलों से बच्चों में आत्मविश्वास और सीखने की लगन बढ़ी है। स्थानीय शिक्षक और अभिभावक बताते हैं कि अब बच्चों में पढ़ाई और खेल के प्रति रुचि पहले से अधिक बढ़ी है।

*स्वास्थ्य और सामाजिक सहयोग*

कंपनी ने ग्रामीणों के स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया। बीमारी, गमी या अन्य सामाजिक अवसरों पर प्रभावित परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सहायता प्रदान की जाती है। आसपास के गांवों में सड़क निर्माण, साफ-सफाई और पानी की सुविधा में कंपनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जायेगी। इससे ग्रामीणों में सुरक्षा और संतोष की भावना उत्पन्न हुई और सामाजिक समरसता बढ़ी। आसपास हरित पट्टी और वृक्षारोपण अभियान चलाए गए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। इससे परियोजना सतत और पर्यावरण के अनुकूल बनी और स्थानीय समुदाय में पर्यावरणीय जागरूकता भी बढ़ी।

*प्रशासन और स्थानीय भागीदारी*

जिला प्रशासन ने परियोजना की सफलता में अहम भूमिका निभाई।भूमि अधिग्रहण, मुआवजा वितरण और रोजगार उपलब्ध कराने में प्रशासन ने ग्रामीणों और कंपनी के बीच संवाद का सेतु बनाया। स्थानीय पंचायत और किसानों के साथ नियमित बैठकें हुईं, जिससे विश्वास और पारदर्शिता बनी। परियोजना की इस साझेदारी मॉडल ने दिखाया कि सरकारी निगरानी और औद्योगिक निवेश समानांतर रूप से स्थानीय विकास में योगदान दे रहे हैं।

*फुनगा बाजार और स्थानीय अर्थव्यवस्था*

परियोजना ने न केवल रोजगार के अवसर दिए, बल्कि फुनगा बाजार जैसे स्थानीय व्यापारिक केंद्रों को भी नई ऊर्जा प्रदान की। बाजार में व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ीं, जिससे स्थानीय दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं (रेस्तरां, किराना, परिवहन) की आय में वृद्धि हुई। युवा  व्यवसायी स्वरोजगार के अवसर पाकर आर्थिक भागीदारी में सक्रिय हुए। इस प्रकार फुनगा बाजार आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनते जा रहा है और स्थानीय आर्थिक चक्र मजबूत हुआ।*

*महिला स्वावलंबन और स्वरोजगार*

परियोजना ने महिला सशक्तिकरण पर भी विशेष ध्यान दिया, सिलाई, बुनाई,  प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। महिलाओं की आर्थिक भागीदारी से परिवार की आय और सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ।स्थानीय महिला  कहती हैं: "पहले हमें आर्थिक रूप से परेशान रहना पड़ता था, अब हम अपने हाथ की कमाई से परिवार चलाते हैं और समाज में सम्मान महसूस करते हैं।"

*ग्रामीणों के अनुभव*

रक्सा और कोलमी के किसान और ग्रामीण बताते हैं किसीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुधाकर पांडेय जी और वाइस प्रेसिडेंट सुशील कांत मिश्रा जी की संवेदनशील नेतृत्व क्षमता और वास्तविक कार्यकुशलता ग्रामीणों के जीवन में स्थायी बदलाव लेकर आई है। उनकी दिनचर्या में नियमित रूप से गांव जाना, प्रभावित किसानों और ग्रामीणों से उनके सुख-दुःख और समस्याएँ सुनना और उनका निराकरण करना शामिल है। बच्चों की शिक्षा, किसानों की समस्याओं का समाधान और रोजगार के अवसरों के माध्यम से उन्होंने ग्रामीण समुदाय में विश्वास, आत्मनिर्भरता और उत्साह को मजबूती दी है। परियोजना आने से गांव का माहौल बदल गया।युवा रोजगार के अवसर मिलने से आशा और उत्साह बढ़ा। महिलाओं को स्वरोजगार और लघु उद्योग के अवसर मिलेगे। बच्चों के लिए शिक्षा और खेलकूद के अवसर बढ़े। किसान  कहते हैं"अब हमें गांव में ही रोज़गार मिलता है, बाहर जाने की जरूरत नहीं। इससे हमारी आय और जीवन स्तर दोनों बेहतर हुए हैं।"

*भविष्य की संभावनाएँ*

न्यू जोन पावर प्रोजेक्ट केवल ऊर्जा उत्पादन तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि अनूपपुर जिले के ग्रामीण और औद्योगिक विकास का मॉडल होगा। स्थानीय रोजगार और व्यवसायिक अवसर और बढ़ेंगे। जिले की पहचान ऊर्जा उत्पादन केंद्र के रूप में मजबूत होगी। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक संरचना में सुधार होगा ग्रामीणों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा आइसी ग्रामीणों की सोच है। फुनगा बाजार और महिला स्वरोजगार के माध्यम से स्थानीय आर्थिक चक्र और मजबूत होगा।पलायन कम होगा और युवा स्थानीय कौशल के माध्यम से रोजगार सृजन में योगदान देंगे। रक्सा और कोलमी के किसान और ग्रामीण अब केवल परियोजना के लाभार्थी नहीं, बल्कि विकास प्रक्रिया के सहभागी बन चुके हैं। मुआवजा, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार हुआ। भूमि समतलीकरण और बाउंड्री निर्माण ने स्थानीय आर्थिक चक्र को मजबूत किया। CSR पहल और सामाजिक सहयोग ने ग्रामीणों में विश्वास, उत्साह और स्वावलंबन को बढ़ाया।

न्यू जोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का यह प्रोजेक्ट अनूपपुर जिले में औद्योगिक और सामाजिक विकास का आदर्श मॉडल बनता जा रहा है। यह केवल बिजली उत्पादन का साधन नहीं, बल्कि ग्रामीण समृद्धि, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान की नई सुबह भी लेकर आया है। परियोजना के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और फुनगा बाजार के विकास ने पूरे क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की लहर है। रक्सा-कोलमी क्षेत्र में अब विकास और उम्मीद की नई उम्मीद जागी है

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