भाजपा ने राहुल गांधी का पुतला फूंका, अनिल गुप्ता का कब फूकेंगी पुतला, अपमानित महिला को कब मिलेगा न्याय
*भाजपा के कथनी करनी में अंतर, पार्टी के नियम सिर्फ दिखावा*
अनूपपुर
कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्व. माताजी के लिए अपशब्दों को प्रयोग करने तथा मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा प्रदेश की महिलाओं को सर्वाधिक शराब पीने वाली बताने पर देशभर की मातृशक्ति में आक्रोश हैं। राहुल गांधी सहित समूची कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदीजी को गाली देते-देते अब उनकी स्वर्गीय माताजी को गालियां देने लगे हैं। कांग्रेसियों ने निर्लजता की सारी हदें पार कर ली हैं। मातृशक्ति का यह अपमान देश की जनता सहन नहीं करेगी। कांग्रेसियों को उनके कर्मों की सजा अवश्य देगी। अनूपपुर भाजपा जिला कार्यालय से नगर में रैली निकालकर तथा राहुल गांधी का पुतला फूंककर आक्रोश जताया गया।
अब भाजपा अपने पार्टी के बकवास करने वाले नेताओ पर लगाम नहीं लगा पा रही और दूसरे पार्टी के नेताओ पर लगाम लगाने के लिए पुतला फूंक रही है। अभी कुछ दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने पूर्व नगर परिषद के अध्यक्ष व भाजपा जिला महिला महामंत्री नवरत्नी शुक्ला को सार्वजनिक मंच से अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए अपने ही पार्टी के महिला को कुलक्षणी, पिसाच शब्द कहकर अपमानित किया था, तब भाजपा का न्याय कहा गया था, महिला को अपमानित करने वाले अनिल गुप्ता का पुतला क्यू नही फूंका, भाजपा अनिल को पार्टी से बाहर नही कर पा रही है, 5 दिन गुजर गए कार्यवाही तो छोड़ भाजपा एक नोटिस तक जारी नहीं पाई। अनिल गुप्ता की पिछली करनी क्या-क्या है सब जानती हैं फिर भी चुप बैठी है, भाजपा के कथनी और करनी में बहुत अंतर दिखाई दे रहा है। भाजपा अपने ही पार्टी की महिला को न्याय दिलाने में असहाय दिख रही है। क्या अनिल गुप्ता पार्टी के नियमों से ऊपर है, या उनका कद इतना बड़ा हो गया है कि पार्टी कार्यवाही नही कर पा रही है। ऐसे भाजपा पूरे देश की महिला समाज की रक्षा कैसे कर पायेगी। पुतला दहन में एक बात और भी देखने को मिला जिस भाजपा महिला मोर्चा के एक महिला को अपमानित किया, वही भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारी व सदस्य दूसरी महिला के अपमानित होने पर पुतला फूंक रही है, यह भाजपा और महिला मोर्चा का दोहरा चरित्र हैं। भाजपा के लिए अनिल गुप्ता सांप छुछुन्दर जैसे किस्सा वाला हाल हों गया है न निगल सकता न ऊगल सकता। इस मामले में अब कई पार्टी, महिला मोर्चा, ब्राम्हण समाज ने अनिल गुप्ता के खिलाफ कार्यवाही के लिए मोर्चा खोल दिया है, अब देखने वाली बात यह होगी कि बकरे की मम्मी कब तक खैर मना पाएगी। भाजपा पार्टी अगर कार्यवाही करती हैं तो नही करती तो दोनों मामलों में घिरती नजर आ रही हैं। भाजपा मे दम हो तो अनिल गुप्ता का पुतला फूंक कर व कार्यवाही करके दिखाए। भगवान भाजपा पार्टी को सद्बुद्धि दे, की कुछ ऐसा करे जिससे पार्टी की साख बच जाए।