मंत्री के गृह नगर में चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं, विभाग की लापरवाही, बसपा ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर
बिजुरी और आसपास के ग्रामीण अंचल में बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कड़ा रुख अपनाया है। बसपा की बिजुरी इकाई ने मध्य प्रदेश की राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार के माध्यम से सौंपकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए।
बसपा ने कहा कि करीब 50,000 की आबादी वाले बिजुरी नगर और 50 से अधिक गाँवों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ बेहद जर्जर हालत में हैं। स्थिति यह है कि इलाज के लिए लोगों को या तो छत्तीसगढ़ का सहारा लेना पड़ता है या फिर 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय अनूपपुर पहुँचना पड़ता है। पार्टी ने बताया कि 45-50 साल पहले बिजुरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) स्थापित हुआ था, जब यहाँ की आबादी महज़ 10,000 थी। आज आबादी पाँच गुना बढ़ चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र का कभी उन्नयन नहीं किया गया।
बसपा ने हाल ही में साँप के काटने से एक 06 वर्षीय बच्चे की मौत का उदाहरण देते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही का नतीजा है। समय पर इलाज न मिलने से बच्चा जिंदगी की जंग हार गया। इस घटना में ड्यूटी डॉक्टर को निलंबित किया गया, लेकिन बसपा का मानना है कि केवल निलंबन से समस्या का समाधान संभव नहीं है।ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पिछले 20 वर्षों से सत्ता में रही भाजपा और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर जनता को केवल गुमराह किया है। बार-बार उन्नयन का वादा किया गया, लेकिन वास्तविकता में यहाँ का स्वास्थ्य ढाँचा जस का तस है।
बसपा ने राज्यपाल से मांग की है कि बिजुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का तत्काल उन्नयन किया जाए। पूरे अनूपपुर जिले के स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सक, आधुनिक उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएँ। बसपा का कहना है कि जब तक स्वास्थ्य सेवाओं में बुनियादी सुधार नहीं होगा, तब तक क्षेत्र की जनता की परेशानियाँ समाप्त नहीं होंगी।
