पुलिस प्रधान आरक्षक ड्यूटी के दौरान शराब पीने व अवैध कारोबार में संलिप्तता का लगा आरोप
अनूपपुर
जिले के भालूमाड़ा थाना में एक बार फिर एक वरिष्ठ अधिकारी के आचरण पर सवाल उठ गए हैं। भालूमाड़ा थाने में तैनात प्रधान आरक्षक अखिलेश तिवारी पर ड्यूटी के दौरान शराब पीने और अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय लोगों और सहकर्मियों का कहना है कि तिवारी लगातार विवादों में घिरे रहते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें प्रधान आरक्षक अखिलेश तिवारी जिनका बैच नंबर 199 को ड्यूटी के समय शराब पीते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वह पुलिस की वर्दी में ही एक गिलास से शराब पी रहे हैं, जिससे पुलिस विभाग की छवि को गहरा धक्का लगा है। यह मामला सामने आने के बाद से जनता और पुलिस प्रशासन में तीखी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अखिलेश तिवारी पर भालूमाड़ा में तैनाती के बाद से ही अवैध कारोबारों और आरोपियों के साथ मिलकर काम करने के आरोप लगते रहे हैं। कई लोगों का आरोप है कि वह अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। इस मामले में अभी तक पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता तिवारी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे अधिकारी पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे हैं और उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
अखिलेश तिवारी का नाम पहले भी कई विवादों में सामने आ चुका है। उन पर अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस नए मामले के बाद पुलिस प्रशासन के सामने एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है कि क्या ऐसे अधिकारियों को बचाया जाएगा या उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी? जनता की नजर अब पुलिस प्रशासन पर टिकी है कि वह इस मामले में क्या कदम उठाता है।