व्यवसायी के यहाँ नकली राजश्री का भंडाफोड, माल बरामद, मगर नही हुई कार्यवाही, प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्रचिन्ह
*बिना जीएसटी की चल रही है दुकाने*
उमरिया
पाली में एक किराना व्यापारी के यहाँ से नकली राजश्री गुटखा के व्यापक मात्रा में पकड मे आने की खबरें आई थी, लेकिन अंततः मामला में कोई वैधानिक कार्यवाही किये बिना ही मामला रफा -दफा कर दिया गया था। इस छापे के दौरान पाली थाना के पुलिस की उपस्थिति में यह छापा मार कार्यवाही की गयी थी। जबकि इस कार्यवाही में खाद्य विभाग और राजस्व अमला की गैर मौजूदगी में यह कार्यवाही अपने आप में सवाल खड़े कर गये।
होना यह चाहिए था की जिस तरह से नकली खाद्य सामग्री का खुलासा हुआ था, इसमें नकली गुटखा बनाने वालो तक जांच की जानी चाहिए था, चूकी हरीश किराना स्टोर जहाँ पर नकली राजश्री गुटखा पकडी गयी है, वह राजश्री गुटखा का विक्रेता है, न की निर्माण कर्ता। इसलिए नकली राजश्री उत्पादक कर्ता के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई कर एक प्रदेश स्तरीय नकली राजश्री का भंडाफोड़ होता और नकली उत्पाद पर रोक लग पाता , लेकिन पाली पुलिस ने इस व्यापक पैमाने पर चल रहे उत्पाद के विरूद्ध अभियान छेडने की बजाय जो मिल गया उसी में संतोष कर मामले को सदा के लिए दफन कर दिया।
एक तो गुटखा वैसे भी धीमा जहर है, जो सेवन करने से मौत की ओर ढकेल रहा है, ऊपर से वह भी नकली खुले बाजार में बिकता नजर आ रहा है। कोई मरे तो मरे, पुलिस ने तो अपना काम शुरू कर अपना हित साध लिया। उमरिया जिले की पुलिस अधीक्षक से अपेक्षा है की बीते दिवस नकली राजश्री गुटखा के छापा मार कार्यवाही को अपने हाथ में लेते हुए पूरे मामले की तफ्तीश करते हुए राज्य स्तरीय अपराध को उजागर कर पुलिस विभाग की धूंधली छवि को साफ -सुथरी और उजली बनाने आवश्यक कदम उठायेगी ।
पाली नगर में अभी भी ऐसी दूकान के बारे में चर्चा चल पडी है की यहाँ पर प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान अभी भी बिना जी एस टी के ही अपना कारोबार चला रहे हैं, तो कुछ ने जीएसटी का रिन्यूअल कराना उचित नहीं समझ रहे हैं, तो इस तरह से जीएसटी की चोरी अनवरत रूप से जारी है, अपेक्षा है की प्रशासन आर्थिक अपराध से जुड़े इस मामले में आवश्यक कदम उठाते हुए वैधानिक कार्यवाही करेंगे, ताकि जी एस टी चोरी के रैकेट का पर्दाफाश हो सकें।