आग के शोलों में लिपटा भारती टावर, कई दुकाने जलकर हुई ख़ाक, करोड़ो हुआ नुकसान
*5 जगह से बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीम ने संभाला मोर्चा*
शहडोल
संभागीय मुख्यालय शहडोल के हृदय स्थल न्यू गांधी चौक से चंद कदम दूर एमएलबी स्कूल के सामने स्थित भारती टावर में आज मंगलवार तड़के अचानक आग से कई दुकाने जलकर हुई ख़ाक, समय रहते बाहर निकलने से बची लोगों की बची जान। आग लगते देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग आग के शोलों में समा गयी । इस भीषण अग्नि हादसे में टावर में मौजूद कई दुकाने जलकर ख़ाक हो गयी । इस अग्नि हादसे में करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। कई दुकाने जलकर राख हो चुकी थी । इस अग्नि हादसे में करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान दुकान संचालकों को हुआ है।
आग लगने के बाद बिल्डिंग में जैसे ही धुआं फैलना शुरू हुआ ,वहाँ अफरा तफरी मच गयी । बिल्डिंग के उपरी तल में संचालित जिम में हादसे के वक्त करीब आधा सैकड़ा से अधिक लोग व्यायाम कर रहे थे ,साथ ही उपर के फ़्लैट में एक परिवार भी निवासरत था ।इस प्रकार हादसे के वक्त उक्त बिल्डिंग में करीब 60 लोग मौजूद थे । इनमे से जिम में मौजूद लोगों को समय रहते आग की जानकारी लग जाने के कारण वह किसी तरह भाग दौड़ कर बाहर निकल आए । लेकिन उपरी तल में रहने वाले एक परिवार के सदस्यों को समय रहते नपा की हाइड्रोलिक ट्राली में बैठाकर मशक्कत से बाहर निकाला गया । जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं होने पाई । जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुच गये और रेस्क्यू दल को आवश्यक दिशा निर्देश दिया । आग की भयावहता का अंदाज इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वहाँ से उठ रहे धुँआ का गुबार आसमान में डेढ़ से दो सौ फीट ऊपर बाणगंगा के समीप मौजूद लोगों को भी दिखाई दे रहा था।
हादसे की जानकारी नपा को देने के बाद जब दमकल कर्मी वहाँ पहुंचे । तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था । जिस पर आग के विकराल रूप को देख दमकल कर्मियों ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी गयी । जिसके बाद मुख्यालय के फायर बिग्रेड के साथ जिले के धनपुरी बुढार जयसिंहनगर ,एसईसीएल एवं ओपीएम से भी दमकल की गाडिया व ओपीएम् की रेस्क्यू टीम भी मौके पर बुलाई गयी । साथ ही एसडी आर ऍफ़ की टीम भी वहाँ पहुची । दूसरे निकायों से दमकल वाहनों के पहुचने तक करीब 20 राउंड स्थानीय दमकल कर्मी पानी का छिडकाव कर आग को बुझाने की मशक्कत कर चुके थे । लेकिन जब तक टावर में लगी आग पर पूरी तरह काबू पाया जाता ,कई दुकाने जलकर ख़ाक हो चुकी थी। जिस भारती टावर में यह भीषण अग्नि हादसा हुआ ,उसमे दर्जनों छोटी बड़ी दुकाने मौजूद है । नीचे स्थित हरियाण हैंडलूम में शार्ट सर्किट से सबसे पहले आग लगी और फिर देखते ही देखते आग का दायरा बढ़ता गया । हैन्लूम व जिम समेत कई दुकाने इस भीषण आग में जलकर राख हो गयी ।