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केशरवानी समाज की महिलाओं ने उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया हरियाली तीज का त्यौहार 

अनूपपुर

केसरवानी समाज की महिला मंडल अनूपपुर के द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी धनश्री पैलेस में  26 जुलाई 2025 को हरियाली तीज का त्यौहार बड़े हर्ष उल्हास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महिला मंडल की मुख्य अतिथि के रूप में शहडोल से सत्यभामा केशरवानी एवं शांति केशरवानी कार्यक्रम में शामिल हुईं। अनूपपुर महिला मंडल की अध्यक्ष हेमलता उमेश केसरवानी ने बताया कि सर्वप्रथम समाज के कुलगुरु महर्षि कश्यप जी की पूजा अर्चना विधि-विधान से की गई।उसके बाद अतिथियों एवं वृद्ध महिलाओं का पुष्प एवं माल्यार्पण से स्वागत किया गया।

कार्यक्रम के शुरुआत में समाज की महिलाओं एवं बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।जिसमें गीत,गजल,डांस,अंताक्षरी,जोक्स,कुर्सी दौड़ आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।इसके साथ कई तरह के अन्य मनोरंजन कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।साथ ही कार्यक्रम के उपरांत प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।तथा उपस्थित अतिथियों द्वारा महिलाओं को हरियाली तीज का महत्व बताया गया।

उपरोक्त कार्यक्रम में बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था।उक्त अवसर पर महिला मंडल की अध्यक्ष हेमलता उमेश केसरवानी,उपाध्यक्ष रेखा महेंद्र केसरवानी,उपाध्यक्ष अर्चना संतोष केसरवानी,प्रिया राजकुमार केसरवानी,सचिव कविता केशरवानी,सह सचिव निर्मला अनिल केसरवानी,कोषाध्यक्ष जूही सुनील केसरवानी,सदस्य ममता गणेश केसरवानी,राम शैलेंद्र केसरवानी,मधु प्रकाश केसरवानी,रेखा राजेश केसरवानी, लक्ष्मी केसरवानी,सुजाता केसरवानी,रीना केसरवानी,संजना केसरवानी,श्रद्धा केसरवानी,दीपा केसरवानी,अंजना केसरवानी,आरती केसरवानी,वीणा केसरवानी,प्रीति केसरवानी,कीर्ति केसरवानी प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के अंत मे अध्यक्ष के द्वारा मुख्य अतिथि एवं अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम के पश्चात अंत में सभी लोगों ने एक साथ स्नेह भोज किया तत्पश्चात कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।

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जिला प्रशासन की उदासीनता  बना दिव्यांग बच्चों के शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास में रोड़ा 

अनूपपुर

मध्य प्रदेश शासन के राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा दिव्यांग बच्चों के शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास संचालित किए गए हैं l जिले में दिव्यांग छात्रावास का संचालन पिछले सत्र तक किया गया परंतु वर्तमान शिक्षा सत्र के लगभग डेढ़ महीने बीत जाने के पश्चात भी दिव्यांग छात्रावास का संचालन ना किया जाना जिला प्रशासन की उदासीनता एवं डीपीसी जिला शिक्षा केंद्र अनूपपुर की संवेदनशीलता प्रदर्शित करती हैl छात्रावास का संचालन नहीं होने से दिव्यांग छात्र छात्राएं एवं उनके अभिभावक दोनों चिंतित हैं परंतु जिला प्रशासन एवं विभाग के अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं हैl जिले की वर्तमान स्थिति में अलग-अलग दिव्यांगता के बच्चों की संख्या सैकड़ो में हैl जिसमें शासन प्रशासन द्वारा महज 50 बच्चों हेतु दिव्यांग छात्रावास का संचालन किया जा रहा है एवं शेष प्रभावित दिव्यांग बच्चे उपेक्षित हैं l इसके साथ ही इन बच्चों की शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए प्रत्येक विकासखंड स्तर पर एक मोबाइल स्रोत सलाहकार की नियुक्ति की गई है जिनका कार्य प्रत्येक दिव्यांग बच्चों का सर्वे कर उन्हें शाला में दर्ज करवाना एवं उन्हें विद्यालय में या होम विजिट के माध्यम से आवश्यक प्रशिक्षण,थेरेपी एवं सुविधाएं प्रदान करना है परंतु इसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है मोबाइल स्रोत सलाहकारो द्वारा यह कार्य भी नहीं किया जा रहा हैl गत वर्ष राज्य शासन के आदेशानुसार प्राथमिकता के आधार पर जिला शिक्षा केंद्र द्वारा दिव्यांग छात्रावास संचालन हेतु अनुभवी स्वयंसेवी संस्थाओं से आवेदन प्रस्ताव मांगे गए जिसका विज्ञापन ऐसे अखबारों में दिया गया जिसे सीधी जिले की सुंदरवती शिक्षा एवं सेवा समिति एवं इसी संस्था की परिचित संस्थाओं ने देखा और आवेदन किया एवं जिला शिक्षा केंद्र द्वारा आनन फानन में बीच सत्र में पदस्थ अधीक्षक को हटाकर दिव्यांग छात्रावास के संचालन का कार्य सुंदरवती शिक्षा एवं सेवा समिति अमिलई जिला सीधी को दे दिया गया l जबकि जिले एवं संभाग में भी इस विषय पर कार्य करने वाली अनुभवी संस्थाएं हैं जो वर्षों से कार्यरत हैं इस संपूर्ण कार्यवाही पर भी विभाग एवं प्रभारी द्वारा षड्यंत्र कर चयनित संस्था को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई लगता हैl उपरोक्त संबंध में पदस्थ अधीक्षक श्रीमती नंदिनी पटेल द्वारा बीच सत्र में उन्हें न हटाने एवं संचालन में खर्च राशि का भुगतान करने हेतु विभाग एवं जिला प्रशासन को कई बार पत्राचार किया गया परंतु कार्यवाही न होने पर उन्हें हाई कोर्ट की शरण में जाना पड़ा l उन्होंने सुंदरवती शिक्षा एवं सेवा समिति अमिलई पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं जिन्हें विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा अनदेखा किया जाना दिव्यांग छात्रावास के हित में नहीं है l इस संबंध में दिव्यांग कल्याण अभिभावक संघ के अध्यक्ष  राजेश सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उपरोक्त आरोपों की जांच एवं समस्याओं का समाधान कर जल्द छात्रावास का संचालन प्रारंभ किया जाए ताकि पालकों की चिंता कम हो सके एवं कक्षा आठवीं के पश्चात दिव्यांग बच्चों की आगे की पढ़ाई हेतु भी व्यवस्था की जाए l साथ ही दिव्यांग  छात्रावास के संचालन का कार्य स्थानीय जिले एवं संभाग की संस्थाओं को दिया जाए जो क्षेत्र में पूर्व से सेवाभाव से कार्यरत हैं।

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धूमधाम से निकली कांवड़ यात्रा बारिश के बीच, शिव मारुति मंदिर में सोन नदी से लाकर चढ़ाया जल

अनूपपुर

शहर में आस्था का सैलाब दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।युवा वर्ग,महिलाएं,पुरुष,बुजुर्ग सभी धर्म के प्रति अपने आप को समर्पित कर चुके हैं। श्रावण माह के महीने का महत्व ही अलग है।सुबह से ही धर्म प्रेमी शहर को शिवमय बनाने के लिए श्री शिव मारुति मंदिर सामतपुर (अनूपपुर) में एकत्रित हो गए। यहां से सभी सोन नदी गए एवं वहां से जल लेकर बड़ी संख्या में भगवा वस्त्र धारण किए श्रद्धालु कावड़ लेकर पूरे रास्ते में डीजे की धुन पर भगवान शिव के जयकारे, हर हर महादेव,बोल बम का नारा लगाते हुए पूरे नगर को शिवमय बना दिए।

सभी भक्तगण कावड़ से जल भरकर वापस श्री शिव मारुति मंदिर सामतपुर (अनूपपुर) पहुंचे जहां पंक्तिबद्ध होकर श्रद्धालुओं ने महादेव का पूजन- अभिषेक किया और हर-हर महादेव के जयकारों के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया। यहां पर भक्तों के लिए भंडारे की विशेष व्यवस्था की गई थी जहां सभी ने प्रसाद भी ग्रहण किया।

ज्ञातव्य हो कि लगातार तीसरे वर्ष श्री शिव मारुति मंदिर सामतपुर (अनूपपुर) समिति द्वारा भगवान शिव को सोन नदी से जल लाकर चढ़ाया गया।कावड़ यात्रा में सभी लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।जिसमें प्रमुख रूप से महिलाओं और युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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एसईसीएल खदान में तकनीकी कर्मचारी की नियुक्ति पर उठे सवाल, मुख्य सतर्कता अधिकारी से जांच की मांग

अनूपपुर/कोतमा

कोल इंडिया की सह कंपनी एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र अंतर्गत दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की ओसीपी खदान में संवेदनशील कार्य पद पर वर्षों से एक ही तकनीकी कर्मचारी (टेक्निकल स्पेक्टर) की तैनाती को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह कर्मचारी खदान की मलाईदार पोस्ट पर लगातार लंबे समय से पदस्थ है, जिससे न केवल पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगता है, बल्कि भ्रष्टाचार की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

ओसीपी खदान में ऐसे महत्वपूर्ण तकनीकी पदों पर बार-बार स्थानांतरण न होना और एक ही व्यक्ति की लम्बे समय तक नियुक्ति, कंपनी के आंतरिक प्रशासनिक नियमों के विरुद्ध प्रतीत होती है। यह स्थिति न केवल विभागीय अनुशासन को प्रभावित करती है, बल्कि अन्य कर्मचारियों के बीच असंतोष का कारण भी बन रही है।

इस मुद्दे पर स्थानीय जागरूक नागरिकों एवं कर्मचारियों ने मुख्य सतर्कता अधिकारी, एसईसीएल, बिलासपुर से इस नियुक्ति की जांच करने और इसमें संभावित अनियमितताओं पर ध्यान केंद्रित करने की मांग की है। यह भी अपेक्षा की जा रही है कि खदानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों का समय-समय पर निष्पक्ष स्थानांतरण सुनिश्चित किया जाए, जिससे कंपनी में पारदर्शिता बनी रहे। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच से न केवल कंपनी की साख बरकरार रहेगी बल्कि अन्य कर्मचारियों में भी विश्वास और कार्य के प्रति उत्साह बना रहेगा।

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कोतमा के ईशान ने मुंबई के रेड कार्पेट पर बिखेरा जलवा, बॉलीवुड हस्तियों से की मुलाकात

अनूपपुर/कोतमा

नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी होटल एलएमजी के संचालक रजनीश कुमार शर्मा के पुत्र युवा ईशान को हाल ही में मुंबई स्थित नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में आयोजित फिल्म "Tanvi The Great" (निर्देशक अनुपम खेर) की विशेष स्क्रीनिंग में रेड कार्पेट गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया। यह कार्यक्रम फिल्म के प्रचार और प्रीमियर के तहत आयोजित किया गया था, जहां ईशान ने देश-विदेश से आए अनेक बॉलीवुड सितारों से मुलाकात की।

ईशान लगातार बॉलीवुड में फिल्मों के मार्केटिंग और प्रमोशन के कार्य से जुड़े हुए हैं। इस विशेष अवसर पर उन्होंने अनुभवी कलाकारों से भविष्य की योजनाओं को लेकर संवाद किया। उनकी मुलाकात अनुपम खेर, अनु मलिक, गुलशन ग्रोवर, अनूप जलोटा सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियों से हुई, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं।

ईशान का यह सफर छोटे शहर कोतमा से शुरू होकर अब मायानगरी मुंबई तक पहुँच चुका है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से खुद का रास्ता बनाया है और अब बॉलीवुड में अपनी एक विशेष पहचान बना रहे हैं। ईशान के पिता राजनीश शर्मा ने बताया कि यह पल उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने कोतमा के युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा का कार्य किया है कि अगर मेहनत और लगन हो, तो किसी भी मंज़िल तक पहुँचना असंभव नहीं।ईशान की कुछ यादगार झलकियाँ रेड कार्पेट और बॉलीवुड हस्तियों के साथ सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं।

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कंपनी की लापरवाही सीवर लाइन के चेंबर से निकल रहा पानी, घरो व खेतो में भरा पानी

शहडोल

जिला मुख्यालय में सीवर लाइन का कार्य कर रही कंपनी लापरवाहियों से बाज नहीं आ रही है ,इस कंपनी के लापरवाही की वजह से कोनी में ही दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई थी। अब वार्ड नंबर एक कोनी में शहडोल रीवा मुख्य सड़क पर सीवर लाइन के चेंबर से भारी बारिश के बीच पानी निकल रहा है ।चैंबर से निकला हुआ पानी लोगों के घरों के अंदर भी घुस रहा है ।जिससे लोगों का काफी नुकसान हुआ है ।नीलेश कुशवाहा के खेत में सीवर लाइन से निकला हुआ पानी भर गया है। जिससे धान की फसल बर्बाद हो रही है। 

नीलेश कुशवाहा ने बताया कि मैने नगर पालिका को सूचना दी है ,लेकिन नगर पालिका का कहना है कि सीवर लाइन के चेंबर से पानी कहां से आ रहा है हमें पता नहीं है ।आप सीवर लाइन वालों से संपर्क करें। लेकिन नगर पालिका के कर्मचारियों ने नीलेश कुशवाहा को सीवर लाइन के किसी भी अधिकारी कर्मचारी का नंबर नहीं दिया है। जिससे नीलेश काफी परेशान है।

वहीं नीलेश के पड़ोस में रहने वाले वर्मा परिवार के घर भी यह चैंबर से निकला पानी घुसा है। और घर की बाड़ी में भरा हुआ है। निलेश का कहना है कि यहां दो दिनों से चेंबर से पानी निकलना शुरू हुआ है। जो बंद होने का नाम नहीं ले रहा है ,जिससे खेत व घरों के अंदर पानी घुस रहा है।

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खेत की जुताई कर रहे ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ा, इंजन पलटने से नीचे दबा चालक हुई दर्दनाक मौत

शहडोल 

जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के झरौसी गांव में एक दुखद घटना में खेत में जुताई कर रहा ट्रैक्टर इंजन पलट गया, जिसके नीचे दबने से 42 वर्षीय चालक प्रमोद पटेल की मौत हो गई। यह घटना शनिवार की दोपहर हुई, जब प्रमोद पटेल अपने खेत में ट्रैक्टर इंजन जोताई कर रहे थे और अचानक ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया और घटना घट गई। घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तुरंत सहायता का प्रयास किया, लेकिन ट्रैक्टर के भारी इंजन के नीचे दबे प्रमोद को निकालने में वे असफल रहे। घटना के बाद, जब तक लोग प्रमोद को बाहर निकालते, तब तक उनकी सांसें थम गईं। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई।

पुलिस ने मामले की जानकारी प्राप्त होते ही घटनास्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद और जेसीबी मशीन से इंजन को सीधा करवाया और शव को इंजन के नीचे से निकाला और उसे अपने कब्जे में ले लिया। थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि हमने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रमोद अपने खेत की जुताई ट्रैक्टर इंजन से कर रहे थे, तभी इंजन पलटा और नीचे दबने से उनकी मौत हो गई। प्रमोद पटेल अपने परिवार के साथ झरौसी गांव में रहते थे। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी इस घटना से प्रभावित हुई है, जिससे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के अन्य किसानों ने भी इस घटना को लेकर चिंता जताई है और सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठाए हैं। क्योंकि कुछ दिनों के भीतर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में जोताई के दौरान इंजन पलट से अब तब तीन लोगों ने जान गंवाई है।

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हरियाली तीज पर कोतवाली थाना परिसर में पौधारोपण कर,लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प

उमरिया

हरियाली तीज पर्व पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत उमरिया पुलिस व युवा टीम उमरिया द्वारा कोतवाली थाना परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोगों को पौधों की वर्ष भर देखभाल करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपने अपने विचार व्यक्त किए और जीवन में पेडों का महत्व बताते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाने को लेकर अपील की।

कोतवाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी  ने इस अवसर पर कहा, "हरियाली तीज प्रकृति से जुड़ने का पर्व है। वृक्षों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।वृक्षारोपण केवल पर्यावरण का संरक्षण नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और संवेदनशीलता का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे पर्यावरण को स्वच्छ एवं हरित बनाने के लिए आगे आएं और कम से कम एक पेड़ अपनी मां के नाम अवश्य लगाएं।

पर्यावरण मित्र हिमांशु तिवारी  ने कहा  कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में शुरू किया गया एक पेड़ मां के नाम अभियान ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा, "वृक्ष हमें न केवल प्राणवायु प्रदान करते हैं, बल्कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक अमूल्य धरोहर हैं। हर किसी को वृक्षारोपण करना चाहिए, विशेष रूप से ऐसे अवसरों पर जब प्रकृति और संस्कृति का संगम होता है।यह केवल हरियाली फैलाने का प्रयास नहीं, बल्कि प्रकृति और मातृ सम्मान की भावना को समर्पित एक संकल्प है।पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम को जन-आंदोलन बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है। 

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श्री कल्याण सेवा आश्रम में श्री अष्टोत्तर शत् महापुराण कथा शुरू हुआ भव्य आयोजन

अनूपपुर/अमरकंटक

श्री कल्याण सेवा आश्रम, अमरकंटक में श्री अष्टोत्तर शत् महापुराण कथा का भव्य आयोजन  27 जुलाई  25 श्रावण शुक्ल तृतीया मघा नक्षत्र दिन- रविवार से 2 अगस्त 25 श्रावण शुक्ल अष्टमी विशाखा नक्षत्र दिन- शनिवार तक सप्त दिवसीय किया जा रहा है। यह आध्यात्मिक आयोजन  परम तपस्वी बाबा कल्याण दास  महाराज के आशीर्वाद एवं आचार्य स्वामी  सच्चिदानंद महाराज  के पावन सान्निध्य में संपन्न हो रहा है। व्यास पीठ से कथा का वाचन भागवत मयंक पंडित संतोष शास्त्री  महाराज द्वारा किया जा रहा है।

आयोजन की शुरुआत एक भव्य शोभायात्रा के साथ हुई, जिसमें कथा व्यास जी के लिए विशेष रथ सजाया गया था। 108 ब्राह्मण एवं कथा प्रेमी: इस शोभायात्रा में 108 ब्राह्मणों सहित अनेक श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आयोजन को शुभारंभ प्रदान किया। इस धार्मिक महायज्ञ के मुख्य आयोजक श्रीमती माया गुप्ता एवं महिला मंडल हैं, जो समर्पण भाव से आयोजन की सभी व्यवस्थाओं को संभाल रहे हैं।

श्री अष्टोत्तर शत् महापुराण कथा न केवल धार्मिक ज्ञान का स्रोत है, बल्कि यह आत्मिक शांति, भक्ति, और मोक्ष की ओर एक प्रेरणादायक मार्ग भी है। सामाजिक एकता का प्रतीक: आयोजन में विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोगों की भागीदारी सामाजिक सौहार्द, एकता और आपसी सहयोग का संदेश देती है।श्रद्धालु प्रतिदिन कथा श्रवण कर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।कथा के साथ-साथ विविध धार्मिक अनुष्ठान, पूजन और हवन भी संपन्न होंगे। कथा के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन समिति द्वारा किया गया है जिसमें भक्त गण साधु सन्यासी एवं सहयोगी गण भाग ले सकेंगे।


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