धार्मिक नगरी में बंदरों का आतंक, तीर्थयात्री और श्रद्धालु परेशान
अनूपपुर
पवित्र नगरी अमरकंटक, जो कि मां नर्मदा की उद्गम स्थली है, वर्तमान में बंदरों के बढ़ते आतंक से जूझ रही है। तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु जो यहां नर्मदा दर्शन, पूजा-अर्चना एवं प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव लेने आते हैं, बंदरों की शरारतों और आक्रामक व्यवहार के कारण भारी असुविधा का सामना कर रहे हैं।
श्री नर्मदा मंदिर, सोनमुणा, सनराइज प्वाइंट, कपिलधारा वॉटरफॉल और अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर बंदरों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। ये बंदर श्रद्धालुओं के हाथ से प्रसाद, फल-फूल और अन्य सामग्री छीन लेते हैं, कभी-कभी हमला भी कर बैठते हैं, जिससे भय का माहौल बन गया है।
स्थानीय व्यापारियों और पर्यटकों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह स्थिति अमरकंटक की धार्मिक और पर्यटन छवि को प्रभावित कर रही है। हम अमरकंटक प्रशासन और वन विभाग से अनुरोध करते हैं कि बंदरों की इस समस्या पर शीघ्र ध्यान दिया जाए। आवश्यक कार्रवाई जैसे कि बंदरों को पकड़कर सुरक्षित जंगल क्षेत्रों में स्थानांतरित करना, चेतावनी बोर्ड लगाना, और निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करना अति आवश्यक है।श्रद्धालुओं की सुरक्षा और अमरकंटक की गरिमा बनाए रखने हेतु प्रशासन से शीघ्र ठोस पहल की अपेक्षा की जाती है।