प्राचार्य की अनियमितताओं के जाँच हेतु एबीवीपी ने उच्च शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

प्राचार्य की अनियमितताओं के जाँच हेतु एबीवीपी ने उच्च शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

*डॉ. मंगल सिंह को प्रभारी प्राचार्य के दायित्व हटाया जाए*


शहडोल

जिले के शासकीय महाविद्यालय, गोहपारु के प्रभारी प्राचार्य के द्वारा किए गए विभिन्न अनियमितताओं के जाँच एवं कार्यवाही हेतु उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है।शासकीय महाविद्यालय गोहपारू में व्याप्त अनियमितता जो कि निम्न है।

कार्यालय प्राचार्य, शासकीय इंदिरा गांधी महाविद्यालय (अग्रणी) के पत्र क्रमांक 1731/2025 दिनांक - 24/06/2025 द्वारा डॉ. मंगल सिंह को प्रभारी प्राचार्य के दायित्व से हटाते हुए डॉ. राजकुमार महोबिया, सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र को प्रशासनिक एवं शैक्षणिक व्यवस्था हेतु प्रभारी प्राचार्य नियुक्त किया गया था जिससे महाविद्यालय का सुचारू रूप से संचालन हो सके, दिनांक – 25/06/2025 को डॉ. मंगल सिंह ने प्रभार डॉ. राजकुमार महोबिया को सौंपना चाहा परंतु महाविद्यालय संबंधी दस्तावेजों एवं सामग्री का भौतिक सत्यापन शेष था तो डॉ. राजकुमार महोबिया ने इस विषय में अग्रणी प्राचार्य को दूरभाष द्वारा संपर्क कर अवगत कराया जिस पर उन्होंने कहा कि प्रभार लेलो दस्तावेज़ डॉ. मंगल सिंह दे देंगे इसके उपरांत डॉ. मंगल सिंह महाविद्यालय से छुट्टी लेकर बाहर चले गए वापस आने पर डॉ. राजकुमार महोबिया ने उनसे महाविद्यालय से संबंधित समस्त दस्तावेज जैसे चेक बुक, कैश बुक, बिल वाउचर आदि सौंपने की माँग की जिस पर उन्होंने डॉ. राजकुमार महोबिया के साथ अभद्रता करते हुए सौंपने से मना कर दिया| डॉ. राजकुमार महोबिया ने पुनः कुछ दिनों बाद डॉ. मंगल सिंह से महाविद्यालय से संबंधित दस्तावेजों के लिए माँग किया परंतु वो बहाने बनाते रहे एवं महाविद्यालय संबंधी दस्तावेज नव नियुक्त प्रभारी प्राचार्य डॉ. राजकुमार महोबिया  को नहीं सौंपा | जब इस विषय में अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य से दूरभाष द्वारा पुनः संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में डॉ. मंगल सिंह दे देंगे क्यूँ परेशान हो रहे, इस दौरान महाविद्यालय में RTI लगे होने के कारण दस्तावेज़ आवश्यक थे जिससे कि समयसीमा में उन RTI का जवाब दिया जा सके परंतु दिनांक 10/07/2025 तक डॉ. मंगल सिंह द्वारा महाविद्यालय से संबंधित कोई भी दस्तावेज़ डॉ. राजकुमार महोबिया को नहीं सौंपा गया |

जब 15 दिन गुज़र गए और डॉ. मंगल सिंह ने महाविद्यालय से संबंधित समस्त दस्तावेज डॉ. राजकुमार महोबिया को ना सौंपते हुए शासकीय दस्तावेज अपने घर ले गए तब महाविद्यालय के तत्कालिन प्रभारी प्राचार्य डॉ. राजकुमार महोबिया ने दिनांक 10/07/2025 को कार्यालय, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय , गोहपारु के पत्र क्रमांक 415/स्था. /2025 द्वारा अतिरिक्त संचालक, रीवा संभाग को इस विषय की सूचना देते हुए समस्या का निराकरण करने का आग्रह किया परंतु 8 दिन और बीत गए समस्या ज्यों की त्यों बनी रही तब तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य डॉ. राजकुमार महोबिया ने दिनांक – 19/07/2025 को कार्यालय, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय गोहपारु के पत्र क्रमांक 435/स्था. /2025 द्वारा डॉ. मंगल सिंह को महाविद्यालय सम्बंधित दस्तावेज़ ना सौंपने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया किन्तु दिनांक 19/07/2025 उपरांत डॉ. मंगल सिंह  दिनांक 22/07/2025 तक बिना कोई स्पष्टीकरण दिए महाविद्यालय प्रभारी प्राचार्य को बिना सूचित किए महाविद्यालय से अनुपस्थित रहे, दिनांक – 21/07/2025 को कार्यालय प्राचार्य, शासकीय महाविद्यालय, गोहपारु के पत्र क्रमांक 443/स्था. /2025 द्वारा पुनः अतिरिक्त संचालक रीवा को समस्या के निराकरण हेतु मेल किया गया | डॉ. राजकुमार महोबिया के प्रभारी प्राचार्य बनने के पश्चात 25 दिन गुजर गए परंतु महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. मंगल सिंह ने महाविद्यालय से संबंधित दस्तावेज डॉ. राजकुमार महोबिया को दिनांक – 22/07/2025 तक नहीं सौंपे | इसके उपरांत कार्यालय प्राचार्य, शासकीय इंदिरा गांधी गृहविज्ञान स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय, शहडोल (अग्रणी महाविद्यालय ) के पत्र क्रमांक 2010/2025 द्वारा डॉ. राजकुमार महोबिया को प्रभारी प्राचार्य के दायित्व से मुक्त कर  पुनः डॉ. मंगल सिंह को शासकीय महाविद्यालय, गोहपारू का प्रभारी प्राचार्य नियुक्त कर दिया गया | 

प्राचार्य, शासकीय इंदिरा गांधी गृहविज्ञान स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय (अग्रणी)  द्वारा वरिष्ठता के आधार पर डॉ. मंगल सिंह को पुनः प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है जबकि उनके द्वारा निम्न अनियमितता के आरोप हैं।

शासकीय महाविद्यालय गोहपारू के प्रभारी प्राचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा अपने अधीनस्थ सहायक प्राध्यापक डॉ राजकुमार महोबिया की एक अन्य शासकीय आईडी बनाकर एवं पासवर्ड अपने पास ही रखा गया एवं उस आईडी का उपयोग कर GeM पोर्टल पर उन्हें बायर बनाया गया, प्राचार्य संबंधित सहायक प्राध्यापक डॉ राजकुमार महोबिया को विश्वास में लेकर OTP लेते रहे एवं खरीददारी करते रहे खरीदारी की कोई भी सूचना डॉ राजकुमार महोबिया को नहीं दी गई एवं उनसे आनन-फ़ानन में जब डॉ राजकुमार महोबिया किसी अन्य कार्य में व्यस्त रहते थे तो उनके हस्ताक्षर ले लेते रहे जब डॉ राजकुमार महोबिया को इस विषय में पता चला कि उनकी आधिकारिक शासकीय आईडी के अलावा प्राचार्य ने उनकी अन्य आईडी बनाकर वेंडर के साथ साझा की है तब उन्होंने एक साथी से अपनी आईडी का पासवर्ड बदलवाया एवं उनकी शिकायत अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग एवं आयुक्त से की गई इसके उपरांत डॉ राजकुमार महोबिया ने अपनी आधिकारिक ईमेल आईडी से भी अतिरिक्त संचालक एवं आयुक्त को शिकायत किया जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

शासकीय महाविद्यालय गोहपारू के प्राचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा आउटसोर्स के विभिन्न पदों पर भर्ती की गई जिसका ना ही कोई विज्ञापन निकाला गया और ना ही इंटरव्यू पैनल बनाया गया डॉ. मंगल सिंह द्वारा 14 लोगों की भर्ती की ओर उतने ही लोगों से आवेदन भी लिए गये। आउटसोर्स भर्ती में कोई भी पारदर्शिता नहीं रखी गई जिसकी जाँच की जाए। गोहपारू में आउटसोर्सिंग से नियुक्त किए गए श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) अहर्ता पूर्ण नहीं करते इसके अलावा सुमन द्विवेदी सहायक वर्ग -3 CPCT की दक्षता पूर्ण नहीं करती है।

गोहपारू मे आउटसोर्सिंग से नियुक्त किए गए नितेश कुमार मिश्रा लैब टेक्नीशियन जो युवक कांग्रेस के पदाधिकारी है एवं महाविद्यालय में राजनीति भी करते हैं, नितेश कुमार मिश्रा जो की श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) के सगे भाई हैं एवं सुमन द्विवेदी जो श्रेयांश मिश्रा की पत्नी है जिससे यह स्पष्ट होता है कि योजना बनाकर एक ही परिवार के तीन लोगों को प्राचार्य डॉ मंगल सिंह के द्वारा पैसे लेकर नियुक्ति की गई है। प्रभारी प्रचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा अपने सगे संबंधियों को आउटसोर्सिंग भर्ती में नियुक्त किया गया जो लगातार छात्रों से अभद्रता करते हैं एवं प्राचार्य मेरे रिश्तेदार है जिसकी धौंस जमाते हैं। शासकीय महाविद्यालय गोहपारू में पदस्थ श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) द्वारा महाविद्यालय में अध्यनरत छात्राओं से CCE एवं परियोजना कार्य के अंक विश्वविद्यालय के लेजर में चढ़वाने हेतु 2500 रुपए प्रति छात्र लिए गए हैं एवं श्रेयांश मिश्रा द्वारा छात्राओं से अभद्रता की जाती हैं एवं उन्हें धमकाया जाता है।जिसकी जाँच कर कार्यवाही की जाए।

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा शासकीय महाविद्यालय गोहपारू केंद्र में चल रही थी यह की दिनांक 11/06/2025 को अर्थशास्त्र प्रथम पेपर के स्थान पर अर्थशास्त्र द्वितीय पेपर छात्र-छात्राओं को वितरित कर दिया गया एंव वह पेपर छात्रों द्वारा पढ़ भी लिया गया परंतु छात्रों द्वारा बताया गया कि यह पेपर दूसरा वितरित हो गया है तब छात्रों को पेपर बदलकर दिया गया।जो पेपर 13/06/2025 को था वह पेपर 11/06/2025 को ही बाँट दिया गया जो पेपर लीक की श्रेणी में आता है अपनी लापरवाही छिपाने के लिए परीक्षा प्रभारी एवं केंद्र अध्यक्ष ने वही लीक पेपर 13/06/2025 को करा दिया गया। जिसकी जाँच कर कार्यवाही की जाये।

प्रभारी प्राचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा पूर्व में किये गए जनभागीदारी मद से आर्थिक अनियमितताओं को छिपाने के लिए प्रभारी प्राचार्य रहे डॉ राजकुमार महोविया को जस्तावेज नहीं दे रहे थे जिससे डॉ राजकुमार महोविया को इसकी जानकारी न लग जाये और जब डॉ राजकुमार महोविया को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया तब से 25 दिन बीत जाने के बाद भी डॉ मंगल सिंह द्वारा इसी डर से कोई भी जस्तावेज डॉ राजकुमार महोविया को नही दिए गए ।इसमें प्राचार्य, शासकीय इंदिरा गांधी गृहविज्ञान स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय (अग्रणी) को भी पूरी जानकारी थी।इससे यह स्पष्ठ होता है कि कही न कही अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य भी डॉ मंगल सिंह से मिले हुए है और पुनः अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य द्वार डॉ मंगल सिंह को शासकीय महाविद्यालय का प्रभारी प्राचार्य बना दिया गया। समस्त विषयों  की जाँच कर कार्यवाही की जाये एवं वर्तमान प्रभारी प्राचार्य डॉ. मंगल सिंह को स्थानांतरित कर कार्यवाही की जाये।

Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget