नगरपालिका में सभी विकास कार्य बंद, अधिकारियों, कर्मचारियों की कमी, फाइलें खा रही धूल
*लेखापाल, उपयंत्री, सहायक ग्रेड-03, राजस्व निरीक्षक व अन्य पद खाली*
अनूपपुर
नगरपालिका परिषद कोतमा इन दिनों भारी प्रशासनिक कमी से जूझ रही है। पिछले करीब 45 दिनों से पालिका में अधिकारी कर्मचारियों के कई महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं,जिसके चलते सभी विकास कार्य बंद हो गए हैं और नगर की बुनियादी व्यवस्थाएं भी चरमरा गई हैं।
नगरपालिका में लेखापाल,सिविल उपयंत्री,तीन विद्युत उपयंत्री,सहायक ग्रेड-03,राजस्व उपनिरीक्षक और सहायक राजस्व निरीक्षक जैसे प्रमुख पदों के रिक्त होने से नगरपालिका पालिका का समूचा प्रशासनिक ढांचा लड़खड़ा गया है।इससे न केवल विकास के कार्य अधर में लटक गए हैं, बल्कि कार्यालयीन कामकाज,लेखा जोखा,वेतन भुगतान और राजस्व संबंधी कार्यों पर भी ब्रेक लग गया है।
कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ के अनुसार नगरपालिका में करीब 45 दिनों से किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं हो पाया है,जिससे नगर की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्होंने कई बार शासन और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर रिक्त पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति की मांग की,लेकिन अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला।स्थिति यह है कि वेतन लंबित होने से कर्मचारी हताश हैं और कार्य के प्रति उत्साह में भारी गिरावट आई है।वहीं नगरवासी भी समस्याओं से जूझ रहे हैं, कहीं बिजली पोल बदलने के लिए महीनों से आवेदन लंबित हैं,तो कहीं सीवरेज और सड़क निर्माण अधर में लटके हुए हैं।
प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण सही समय पर अधिकारी कर्मचारियों की पदस्थापना नहीं होने से नगरपालिका परिषद में निर्मित यह स्थिति न केवल कोतमा के विकास को बाधित कर रही है,बल्कि जनता की उम्मीदों पर भी पानी फेर रही है।अब सवाल उठता है कि क्या शासन तब जागेगा जब हालात पूरी तरह बेकाबू हो जाएंगे?वही अध्यक्ष का कहना है कि नगर विकाश के कार्य बंद होना चिंता का विषय है और यदि जल्द ही रिक्त पदों की पूर्ति नहीं की गई,तो नगर में जनता का आक्रोश फूट सकता है।।