पत्नी के साथ पति करता है गाली गलौच व मारपीट, बेटी बचाओ व महिला सशक्तिकरण के नारे सिर्फ दीवारों पर
अनूपपुर
महिला पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी नीरज द्विवेदी से करीब 12 वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन तब से अब तक वह कभी पत्नी के रूप में नहीं, बल्कि एक सहने वाली औरत के रूप में ही जानी गई, पति के हाथों लगातार गाली-गलौज, मारपीट और अपमान उसकी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। पीड़िता ने पूर्व में भी रामनगर थाना में पति के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने मामला हल्के में लेकर सिर्फ समझाइश देकर समझौता करा दिया नतीजा हिंसा दोबारा लौट आई।
2 दिन पहले पति नीरज ने फिर अपना रौद्र रूप दिखाया पहले गालियां दी, फिर लातों से मारा, और जब पीड़िता खुद को बचाने लगी तो डंडा लेकर जानलेवा हमला करने दौड़ा गनीमत रही कि महिला का भांजा मौके पर मौजूद था जिसने हमलावर पति को रोका, इसके बाद नीरज द्विवेदी अपनी मां, बहन और बहन के दो बच्चों को साथ लेकर घर के अंदर का दरवाजा बंद कर सीधे अपने मामा के घर भाग गया।
पीड़िता ने फिर से रामनगर थाने में आवेदन दिया है, लेकिन सवाल उठता है, क्या इस बार भी पुलिस "समझाइश" की वही पुरानी स्क्रिप्ट दोहराएगी। अब पीड़िता ने प्रशासन से साफ मांग की है कि पति पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि उसे न्याय और सुरक्षा मिल सके वरना यह मामला भी बाकी हजारों घरेलू हिंसा के मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।