रामघाट पार्किंग स्थल बना तालाब, श्रद्धालु कीचड़ से बेहाल, सोनमुड़ा माई की बगिया सड़क की हालत खस्ता

 रामघाट पार्किंग स्थल बना तालाब, श्रद्धालु कीचड़ से बेहाल, सोनमुड़ा माई की बगिया सड़क की हालत खस्ता

*डुबकी लगाने, संध्या आरती व रामसेतु झूला पुल तक जाने में हो रही परेशानी*


अनूपपुर/अमरकंटक

पवित्र नगरी अमरकंटक स्थित माँ नर्मदा के उत्तर तट पर स्थित रामघाट इन दिनों अव्यवस्थाओं और प्रशासनिक उदासीनता का दंश झेल रहा है। घाट तक पहुँचने के मार्ग पर कीचड़ और मलबे का अम्बार श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी परेशानी बन गया है। श्रद्धालु, पर्यटक और तीर्थयात्री जो यहां पवित्र नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने, संध्या आरती में भाग लेने या रामसेतु झूला पुल तक जाने आते हैं, उन्हें कीचड़ से सने रास्तों और सीढ़ियों के पास भरे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। कई श्रद्धालु स्नान से पूर्व या पश्चात फिसलकर गिर भी चुके हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है।

रामघाट मार्ग के मोड़ पर बने पुल पर मलबा और गंदगी जमा हो जाने से वर्षा का पानी निकासी नहीं हो पा रहा, जिससे आसपास के क्षेत्र विशेषकर रामघाट पार्किंग स्थल में घुटनों तक जलभराव हो गया है। यह स्थिति न केवल वाहन चालकों के लिए मुसीबत बनी है, बल्कि पार्किंग करने आए दोपहिया और चारपहिया वाहनों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रामघाट के सामने स्थित साप्ताहिक हाट मैदान के समीप का मार्ग कीचड़ और जलजमाव से पट गया है। यही मार्ग पास में स्थित सुलभ शौचालय की ओर जाता है, जिससे महिलाओं, वृद्धों और बच्चों सहित सभी यात्रियों को आने-जाने में असुविधा हो रही है। कीचड़ निवारण के नाम पर डाली गई मिट्टी और मुरुम ने स्थिति को और अधिक विकट बना दिया है। अब यह क्षेत्र और अधिक कीचड़युक्त हो चुका है । 

*सोनमुड़ा माई की बगिया सड़क खस्ता*

अमरकंटक के पर्यटक स्थल सोनमुड़ा से धार्मिक स्थल माई की बगिया  को जोड़ने वाला मार्ग अति जर्जर हो गया है मार्ग की हालत बेहद चिंताजनक है खस्ता हाल मार्ग में पर्यटक तीर्थ यात्री भक्त श्रद्धालु  चौपहिया वाहनों मोटरसाइकिल तथा परिक्रमा वासी पैदल यात्रा उक्त मार्ग से आवा गमन करते हैं मार्ग में बहुत ज्यादा बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं उक्त मार्ग से चलना दूभर हो रहा है। पर्यटक तीर्थ यात्री दर्शनार्थी के वाहन चालक वाहन को कहां ले जाएं एक गड्ढे को बचाते हैं तो दूसरे बड़े गड्ढे में वहां अपने आप चला जाता है गड्ढे इस कदर बड़े हो गए हैं पैदल चलना तक मुश्किलों भरा हो रहा है । माई की बगिया से  सोनूमुड़ा तक  लगभग 1 किलोमीटर के मार्ग का निर्माण वर्षों पूर्व हुआ था तब से उक्त मार्ग का आवश्यक सुधार मरम्मत नहीं हुआ है इसके चलते एक किलोमीटर के मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं।

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