गांव की गरिमा पर हमला, इंटक नेता पर गंभीर आरोप, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
अनूपपुर
देवहरा गांव के नागरिकों ने आज एक स्वर में इंटक नेता अमरजीत सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनके सार्वजनिक अभद्र व्यवहार, भ्रष्टाचार, और पद के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।अमलाई बाजार में हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अमरजीत सिंह पूरे देवहरा गांव को गाली-गलौज करते हुए स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि एक पूरे समुदाय के सम्मान पर हमला है।
गांववालों ने बताया कि अमरजीत सिंह, जो एसईसीएल में कार्यरत और इंटक यूनियन के नेता हैं, कार्यस्थल पर अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं लेते। सूत्रों के अनुसार, वे सिर्फ सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही कार्यस्थल पर उपस्थित रहते हैं, जबकि अन्य कर्मचारियों को समय पर उपस्थित रहने का दबाव होता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जीपीएस लोकेशन और माइंस की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए, तो न केवल अमरजीत सिंह की लापरवाही उजागर होगी, बल्कि कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आएगी, जो इनकी अनुशासनहीनता पर आंख मूंदे बैठे हैं।
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया है कि अमरजीत सिंह द्वारा नौकरी लगवाने के नाम पर 10,000 से 50,000 रुपये तक की अवैध वसूली की जाती है। कई पीड़ित अब सामने आने को तैयार हैं और भविष्य में और भी खुलासे हो सकते हैं। देवहरा ग्रामवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन ने तीन दिन के भीतर अमरजीत सिंह पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं की, तो अनूपपुर जिले में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। गांववालों ने साफ कहा कि “अब यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं, गांव के स्वाभिमान और व्यवस्था की शुद्धि का संघर्ष है।
अब तक प्रशासन की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जिस तेजी से यह मामला जनाक्रोश का रूप ले रहा है, उससे स्पष्ट है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो परिणाम व्यापक होंगे। देवहरा गांव वाले बोले अब नहीं सहेंगे अन्याय, आंदोलन की रूपरेखा तय हो गईं है, नेता अगर जनता को गाली देगा तो जनता चुप नहीं बैठेगी।