नगर पालिका की लापरवाही के कारण विभिन्न वार्डों मे जगह-जगह कचरा जमा होने नागरिको में आक्रोश

नगर पालिका की लापरवाही के कारण विभिन्न वार्डों मे जगह-जगह कचरा जमा होने नागरिमो में आक्रोश

*पर्याप्त संसाधन फिर भी व्यवस्था बेपटरी*


अनूपपुर/कोतमा

जिला के कोतमा नगर की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है।  चर्चा यह है कि वर्तमान में स्वच्छता सभापति एवं सुपरवाइजर की आहम की लड़ाई शुरू हो गई है जिसका असर नगर की सफाई व्यवस्था में देखने को मिल रहा है। सफाई व्यवस्था को देखख के लिए 1 से 15 वार्ड तक एक सैकड़ से ऊपर सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति है। नगर को दो भागों में बांटा गया है। वार्ड क्रमांक से 7 एवं वार्ड क्रमांक 8 से 15 में अलग-अलग सुपरवाइजर के साथ ही सफाई कर्मचारी को सफाई व्यवस्था को जिम्मेदारी सौंप गई है जिसमें वार्ड क्रमांक से 7 तक वर्तमान में लगभग 54 नियमित एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मिलाकर सफाई का कार्य देख रहे है। गुरुवार को वार्ड क्रमांक-1 से 7 में 54 कर्मचारियों में लगभग 10 सफाई कर्मचारी छुट्टी पर थे उसके बावजूद भी सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।साफ - सफाई के नाम पर हद तों पर वार्ड क्रमांक 2 ने की हैं , कुछ वार्ड पर सफाईकर्मी द्वारा पहले कचरा सफाई किया व उठाया जाता था। लेकिन नागरिकों का कहना वार्ड क्रं 2 का कचरा वर्षों से नहीं उठाया जाता वार्ड में नाली होने कारण बरसात के तेज पानी प्रभाव से अंदर की गंदगी बाहर आ जाती हैं  जिसे पूरी सड़क बदबूदार ,तरह - तरह की गंदगीयों से भर जाती हैं, जिसकी वजह से नागरिकों को आवागमन में परेशानी होती हैं।

*सड़क किनारे बड़ी - बड़ी झाडियां*

वर्तमान में कोतमा नगर के वार्ड क्रमांक 1 से 7 के बीच स्थिति यह है कि जगह-जगह गाजर घास के पौधे उगे हुए हैं। नालियों के ऊपर भी गाजर घास के पौधे नजर आ रहे है लेकिन सुररवाइजर को इतनी फुर्सत नहीं है कि इनकी सफाई करवा दी जाए। वार्ड क्र 2 की सड़क पर झाडियां इतनी बड़ी हो गई की नागरिकों का निकलना मुश्किल हो गया  रात के वार्ड में बिजली के खम्बे ना होने के कारण रात के अधिक दिकत होती हैं। 

*पर्याप्त संसाधन फिर भी व्यवस्था बेपटरी*

काव्या के लिए प्यांत संसाधन की व्यवस्था की गाई है, जिसमें पांच ट्रेक्टर जिसमें दो बिना ट्राली के आठ छोटा हावी, दो मेटाडोर के साथ ही 18 चालकों के साथ ही लाखों रुपए  के नाम पर खर्च किया जा रहा है। वार्ड क्रमांक-1 से साल के बीच वाचरा संग्रहण के लिए चार छोटा हावी एवं दो टेक्टर के माध्थन से करवाया जा राम है, उसके बावजूद भी 1 से 7 वार्ड के बीच जगह जगह कचरे का ढेर लामा रहता है। प्रयाप्त संसाध के बाथ भी नगर में सफाई  चौपट नजर आ रही है।

*कचरा नाम मात्र के लिए उठता हैं*

नगर में सफाई कर्मचारियों द्वारा वार्डो सफाई करने के बाद कचरा एक माह एकत्रित कर दिया जाता है। दिखाने के लिए कचरा संग्रहण का कार्य तो किया जाता है लेकिन जगह जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है और मलात यह हो गई है कि उसे कचरे के र से बदबू आने कर से बदन आने लगी है. यही अल नाका है। सफाई कर्मचारियों की जहा माजी होगी बहा नाडू लगेगी और जहां भी नहीं लेगी नहीं झाडू नहीं लगेगी। हालत यह है कि बगर के अंदर के बाड़ों में 3 से 4 दिन नाद सफाई कर्मचारी के द्वारा सड़कों की सफाई की जा रही है। मोहल्लों में स्थत नालियों को हालत यह है कि कई जगह नालियों को स्लैब से ढंका नहीं क्या है जबकि नालों के स्लेम ढंकाई के लिए बाकायदा ठेका भी दिया गया बावजूद इसके खुली नालियां दुर्घटना को आमन्त्रण दे रही है।

*इनका कहना हैं*

मैं अभी बाहर हूँ ज़ब मैं आ जाऊंगा फिर नगर की साफ - सफाई व्यवस्था देखी जाएगी।

*प्रदीप झारिया, सीएमओ नगर पालिका परिषद, कोतमा*

हर वार्डो पर साफ - सफाई का कार्य कराया जायेगा।

*अजय सराफ, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, कोतमा*

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