विश्व रक्तदाता दिवस, रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने 30वीं बार किया रक्तदान
*रक्तवीर हिमांशु तिवारी का हुआ सम्मान*
उमरिया
रक्तदान के प्रति लग्न किसी-किसी में होती है और वह भी ऐसी की पूरा जीवन ही रक्तदान को समर्पित कर दिया हो। 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पर जब ऐसे लोगों की चर्चा होती है तो एक ऐसा व्यक्तित्व सामने आता है जो समाजसेवा की जिम्मेदारी के साथ मानवता का धर्म निभा रहे हैं। रक्तवीर हिमांशु तिवारी न केवल स्वयं रक्तदान करते हैं अपितु वे रक्तदान शिविर लगाते हैं। जिले भर में 50 से भी अधिक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगा चुके हैं। उन्होंने शहीद दिवस पर 23 मार्च 2018 को प्रथम स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया था जो 50 स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आंकड़ा पूरा कर गया है। इसी क्रम में विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर रक्त वीर हिमांशु तिवारी ने 30वीं बार रक्तदान कर जीवनदान का संदेश दिया।सबसे पहले उन्होंने 18 साल की उम्र में रक्तदान किया था। इसके बाद वे साल में दो बार रक्तदान करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान करके किसी की जिंदगी बचाने से बेहद सुकून मिलता है। इससे नेक काम और कोई नहीं हो सकता। इसके लिए लोगों को बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए।
रक्तवीर हिमांशु तिवारी ने बताया कि अब तक वे 30 बार रक्तदान कर चुके हैं। उनका मकसद खून की कमी से किसी की जान न जाए, उनका जीवन बचाना है। कहीं से भी किसी भी समय रक्त के लिए कोई कॉल आती है तो वह तुरंत पहुंच जाते हैं और शख्स को खून देकर उसकी जान बचाने की कोशिश करते हैं।रक्तदान से काफी खुशी महसूस होती है, क्योंकि इससे जरूरतमंद लोगों की जान बचायी जा सकती है. रक्तदान से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है। जिला चिकित्सालय उमरिया में रक्तदान शिविर एवं रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया।। जिसमें मुख्य रूप से सिविल सर्जन डॉक्टर के.सी सोनी, ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी, डॉ संदीप सिंह, लैब टेक्नीशियन वीरेंद्र शर्मा की उपस्थिति में रक्तदाता हिमांशु तिवारी को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।