फिर शुरू हुआ दहशतगर्दो का राज, गिरोह बनाकर मकान मालिक व मजदूरों पर किया पत्थर से वार
*स्वयं की भूमि पर मकान मालिक कर रहा था छत का निर्माण*
अनूपपुर
जिले के कोतमा नगर में वर्तमान में कानूनी व्यवस्था बिल्कुल चरमराई हुई है। नए थाना प्रभारी आगमन के बाद अपराधों पर अंकुश नहीं लगा पाए हैं। कोतमा अकरम पेट्रोल टंकी के पास निर्माणाधीन मकान पर लाहसुई में निवास करने वाले तथाकथित व्यक्तियों द्वारा न्यायालय के आदेश के बाद भी निर्माण कार्य रोकने और गिरोह बनाकर पत्थरों से मकान मालिक और मजदूरों पर हमला कर दिया गया। जिसकी शिकायत कोतमा थाने में फरियादी मोहम्मद तकसील पिता मोहम्मद सकील द्वारा की गई है, शिकायत के बाद भी अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है। आरोपियों के हौसले इतने बुलंद है कि शिकायतकर्ता को शिकायत वापस लेने का दबाव और जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। ग्रुप बनाकर मकान निर्माण को रोकने का कार्य किया गया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल है।
*यह है पूरा मामला*
कोतमा थाने में फरियादी मोहम्मद तकसील पिता मोहम्मद सकील उम्र 31 वर्ष निवासी वार्ड नं. 14 लहसुई गांव द्वारा कोतमा थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है कि खसरा क्रमांक 1/4/1/1/1/1/1/1/1 रकबा 25×110 वर्ग फीट जमीन अली अरमान से करीब दो वर्ष पूर्व खरीदा था, जिसमें मकान निर्माण वर्ष 2024 से कर रहा था तब मोहम्मद मोबीन पिता मुस्तकीम के व्दारा तहसील न्यायालय कोतमा से स्थगन आदेश जारी कराये थे तथा न्यायालय में भी प्रकरण चलाये न्यायालय एवं तहसील, एस डी एम से मेरे पक्ष में निर्णय हो गया था, जिसमें दिनांक 24 मई 2025 को रात 9.00 बजे मकान निर्माण छत लेवल तक बना हुआ था, जिसमें न्यायालय के आदेशानुसार स्थगन आदेश निरस्त होने पर छत की ढलाई का काम करा रहा था। उसी दौरान लहसुई गांव के मोहम्मद आसीक, मो.गुलाम, मो. मोबीन लोग आये और बोलने लगे की यह जमीन मेरी है, इस में काम क्यों चला रहे हो कहते हुये गाली गलौज करने लगे, इतने में मो. वकील, मो. अहमद भी आ गये पाँचो लोग की गाली गलौज करते हुये पत्थर उठा उठा कर मारने लगे। सभी लोग छत में छिप गये जिससे पत्थर नही लगा तब पाँचो बोल रहे थे कि यदि दुबारा काम लगाओगे तो जान से खत्म कर देगें।
*जान से मारने की दे रहें है धमकी*
फरियादी द्वारा शिकायतकर्ताओं के नाम जड़ शिकायत कोतमा थाने में दी गई कोतमा थाने में शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामला कायम कर लिया है, आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा धारा 296,351(3), 3(5) बी एन एस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। लेकिन शिकायत होने के बाद लगातार आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लगातार शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, पुलिस प्रशासन शिकायत दर्ज करने के बाद अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की है, जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद है, जल्द ही अगर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाती तो कहीं फरियादियों के साथ अनहोनी घटना न घट जाए।
*पुलिस से कार्यवाही की आस*
शिकायतकर्ता द्वारा फरियाद लेकर कोतमा थाना पहुंचे हुए थे, जहां थाना प्रभारी तथा पुलिस के कर्मचारियों से न्याय की आस में फरियादी ने शिकायत दर्ज कराई थी, शिकायत दर्ज करने के बाद अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है, वहीं फरियादी को डर है कि कहीं कार्यवाही होने के पूर्व ही दहशतगर्दो द्वारा किसी प्रकार के अनहोनी घटना फरियादी के साथ में घटित हो जाए। शिकायतकर्ता द्वारा कोतमा पुलिस और न्यायालय से आवाहन किया गया है कि जल्द से जल्द दहशत वर्गों पर कार्यवाही कर फरियादी को न्याय दिलाने का कार्य किया जाए।