आठ दिन बाद राजेन्दग्राम से जैतहरी के बैहार लौटे तीन हाथी, ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर किया नुकसान
अनूपपुर
तीन हाथियों का समूह आठ दिनों तक राजेंद्रग्राम इलाके में विचरण करते दिन में जंगलों में ठहरने बाद रात होते ही ग्रामीणों की घर,खेत,बांडियों में खाने की सामग्री की तलाश करते हुए तोड़फोड़ कर नुकसान करते आठवें दिन सोमवार की सुबह जैतहरी इलाके के बैहार बीट के जंगल में वापस पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं।
एक माह से अधिक समय से तीन हाथियों का समूह अनूपपुर जिले के जैतहरी,अनूपपुर इलाके में विचरण करने बाद विगत आठ दिनों तक राजेंद्रग्राम इलाके में विचरण करते हुए दिन के समय जंगलों में ठहरकर रात होते ही ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों की घर,खेत,बांडियों में तोड़फोड़ कर घर में रखें तथा खेतों में लगे विभिन्न प्रकार के अनाजों को अपना आहार बनाया है। तीनों हाथी विगत दो दिनों से वन परिक्षेत्र,थाना राजेंद्रग्राम के ग्राम पंचायत बोंदा एवं जीलंग के मध्य छींदपानी बीट के जंगल में दिन में विश्राम करने बाद छींदपानी के ददरा से सोहन सिंह पिता शंकर सिंह गुलजार सिंह पिता शंकर सिंह के घरों में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखे गेहूं तथा धान,बांडी में लगे कटहल को अपना आहार बनाते हुए, रविवार की सुबह फिर से छींदपानी के जंगल में ठहरे रहे जो रविवार की रात जंगल से निकल कर ग्राम पंचायत जीलंग के छपानी गांव में चरका पिता मंगल यादव,सुरेश पिता हरिहर सिंह के मकान को तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखे अनाज को खाते हुए छपानी के वरटोला निवासी मनोज पिता कल्लू सिंह के घर में अचानक पहुंचकर तोड़फोड़ करते हुए बांड़ी में लगे केला को खाने बाद राजेंद्रग्राम मुख्यालय के इलाके में पहुंचकर शहडोल-अमरकंटक मुख्य मार्ग को फुंदेलाल सिंह विधायक पुष्पराजगढ़ के पेट्रोल पंप के पास से पार करते हुए जोहिला नदी के किनारे-किनारे बघर्रा, धर्मदास,गिरवी होते-हुये सोमवार की सुबह वन परिक्षेत्र एवं थाना,तहसील जैतहरी के बैहार बीट अंतर्गत गिरवी गांव से लगे भातीकछरा नामक जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तीनों हाथी वापस आते दिख रहे हैं, सोमवार की रात हाथी किस ओर विचरण करेंगे, यह देर रात होने पर ही पता चल सकेगा, हाथियों के निरंतर विचरण पर वनविभाग का गश्ती दल निरंतर निगरानी करते हुए ग्रामीणों के साथ हाथियों की सुरक्षा पर नजर बनाए हुए हैं, वही हाथियों द्वारा किए जा रहे नुकसान पर जिला प्रशासन के निर्देश पर राजस्व एवं वनविभाग की संयुक्त टीम द्वारा नुकसानी का स्थल निरीक्षण कर राहत प्रकरण तैयार करने में जुटी हुई है।