समाचार 01 फ़ोटो 01
उमरदा-मझौली क्षेत्र बना कोयला माफिया का गढ़ खनिज विभाग एवं पुलिस घोर निद्रा में
*अवैध कोयले का उत्खनन जोर शोर से चालू*
अनूपपुर
बिजुरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत उमरदा पिपरिया क्षेत्र में स्थित नदी किनारे कोयला माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में अवैध कोयला उत्खनन कर शासन प्रशासन को प्रतिदिन लाखों रुपए के आर्थिक (राजस्व) को क्षति पहुंचाया जा रहा है।उसके बावजूद भी इन अवैध कोयला उत्खनन कार्य में संलिप्त लोगों पर स्थानीय पुलिस एवं खनिज अमला अंकुश लगाने में नाकाम एवं कार्रवाई में नकारा साबित हो रहे हैं।जिससे इन प्रशासनिक जिम्मेदारों कि कोयला माफियाओं से सांठगांठ व मूक-स्वीकृति कि बात लोगों में जनचर्चा का विषय बना हुआ है।
*किसकी सह पर हो रहा कोयला उत्खनन*
स्थानीय जानकारों कि मानें तो कोयला माफिया उक्त नदी को पूरी तरह से मिट्टी से पाट कर वहां के तलहटियों से भारी मात्रा में कोयला का अवैध उत्खनन करने पश्चात उन्हे स्थानीय ईंट-भट्ठों सहित पड़ोसी छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न ठिकानों में बेखौफ पहुंचा रहे हैं।जिसकी जानकारी सम्बंधित विभाग को होने बाद भी कार्यवही महज शून्य है,जिससे यह समझा जा सकता है कि कोयला माफियाओं कि पकड़ और सेटिंग प्रशासनिक स्तर में किस कदर अपनी पैठ बनायी हुयी है।वही स्थानीय लोगो आशंका जाहिर करते हुए कहा कि कही लगाम लगाने वालों के सह पर ही तो नहीं हो रहा अवैध उत्खनन का कार्य...?
*बंद होने के बाद फिर हुआ शुरू*
विदित है कि कोयला माफियाओं द्वारा पूर्व में भी धड़ल्ले के साथ इसी स्थान से भारी मात्रा में कोयला निकाला जा रहा था। जिसकी जानकारी लगने के बाद स्थानीय अखबार एवं मीडिया चैनलों ने खबरें प्रकाशित एवं प्रसारित करते हुए शासन-प्रशासन तक मामले की जानकारी से अवगत कराया गया था।तदपश्चात उच्च स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले पर संज्ञान लेकर उक्त स्थान को पाटते हुए वहां से निकलने वाले अवैध कोयला उत्खनन पर रोक लगाया गया था।किंतु इसे प्रशासन की खानापूर्ति ही कहा जा सकता है कि उक्त स्थान को पाटने बाद,अन्य कोई कार्रवाई नही किया गया।और ना ही उक्त स्थान कि समय-समय पर निरीक्षण किया गया। मसलन थोड़े दिनों बाद ही कोयला माफियाओं द्वारा पुनः उसी स्थान में अवैध कोयला उत्खनन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया,जो अब भी बदस्तूर जारी है।
*अपराधियों के भी शामिल होने की आशंका*
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय क्षेत्र के कुछ पुराने अपराधी छोटे मोटे रेत चोरों के द्वारा कोयला माफिया की जी हुजूरी करने और तलवे चाटने के बाद उन्हें कोयले के अवैध उत्खनन की देखरेख की नौकरी दे दी गई है,जिनका काम मजदूरों की मदद से या फिर बारूदी विस्फोट कराकर अवैध कोयला उत्खनन करना है।
*अवैध कोयला उत्खनन कार्रवाई की जरूरत*
बिजुरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत उमरदा में इन दिनों जिस तरह से भारी मात्रा में अवैध कोयला का उत्खनन करते हुए माफियाओं द्वारा उक्त स्थान को आमदनी का चारागाह बनाकर शासन प्रशासन को प्रतिदिवस लाखों की आर्थिक क्षति पहुंचाया जा रहा है। उस पर जिम्मेदारों को गम्भीरता के साथ मामले पर संज्ञान लेकर न्यायोचित व सख्त कार्रवाई करने कि आवश्यक्ता है,जो थानाक्षेत्र के अवैध कारोबारी एवं अपराधियों के लिए एक सबक साबित हो सके,ना कि महज दिखावा।
समाचार 02 फ़ोटो 02
आवासीय परिसर के पास संचालित अंग्रेजी शराब दुकान हटाने को लेकर महिलाएं, व्यापारियो की मांग
*आधी रात तक बना रहता है। नशाखोरों का घरों एवं दुकानों के सामने जमघट*
जिले के कोतमा नगर के बस स्टैंड के समीप आवासीय परिसर में संचालित अंग्रेजी शराब दुकान हटाए जाने को लेकर महिलाएं, पुरुषों व व्यापारियों के द्वारा लगातार मांग की जा रही है। जिनके द्वारा मंत्री दिलीप जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ , जिला कलेक्टर, आबकारी अधिकारी सहित स्थानीय कार्यालय के चक्कर काटते काटते थक गए लेकिन अभी तक वार्डवासियों की मांग का निराकरण नहीं किया गया।स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि आबकारी विभाग ठेकेदार के एजेंट के रूप में काम कर रहा है जिसे जनता व महिलाओं की परेशानी से कोई सरोकार नहीं रह गया है।वार्डवासी महिला प्रियंका गुप्ता गुप्ता ने बताया कि जब से यहां पर शराब दुकान खुल गई है तब से हम लोगों की आजादी छिन सी गई है। शाम के बाद घर से निकलना मुश्किल हो गया है। रात में कचरा फेंकने या किसी काम से बाहर निकलते हैं तो शराब दुकान के सामने खड़े असामाजिक तत्वों द्वारा गंदी नजरों से देखते हैं।
पूर्व नपा अध्यक्ष मोहिनी वर्मा का कहना है कि शाम होते ही यहां बाहरी एवं आपराधिक तत्वों का आना-जाना शुरू हो जाता है जो आधी रात तक बना रहता है। नशाखोरों के द्वारा घरों एवं दुकानों के सामने बैठकर नशाखोरी करते हैं। दुकान हटाने को लेकर अपने कार्यकाल में कई बार पत्राचार कर प्रयास भी की थी। महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा की दृष्टि से दुकान हटनी चाहिए। पूर्व पार्षद संगीता सोनी ने बताया कि शराब दुकान के कारण कई लोग अवैध गतिविधियों को अंजाम देते हैं यदि यहां से शराब दुकान नहीं हटी तो निकट भविष्य में किसी बड़ी वारदात होने की प्रबल संभावना बनी रहेगी। वार्ड के लोग लगातार हमसे शिकायत करते हैं।
समाजसेवी प्रदीप उपाध्याय ने बताया कि शराब दुकान के कारण ही बस स्टैंड से लेकर केशवाही तिराहे तक एक दर्जन से ज्यादा अवैध अहाते एवं मीट की दुकानें संचालित हैं जहां पर खुलेआम बैठाकर दारू पिलाई जाती है। जिस कारण शाम से लेकर देर रात तक बदमाशों व शराबियों का जमघट लगा रहता है। दीपावली को आदतन बदमाशों द्वारा घंटों उपद्रव मचाते हुए त्यौहार को कलंकित कर दिया। महिला टीना गुप्ता ने बताया कि शराब दुकान के कारण हम महिलाए मानसिक रूप से प्रताड़ित है। दिनभर हो हल्ला, गाली गलौज होने के कारण बच्चों पर भी गलत प्रभाव पड़ रहा है। सुबह मंदिर जाने के दौरान रास्ते में पड़ी गंदगी व मीट के टुकड़ों के कारण शर्मसार होना पड़ता है और हमारी आस्था भी चोटिल होती है।
राम खेलावन गुप्ता व्यापारी का कहना है कि शराब दुकान के पास में ही दो-दो बैंक संचालित हैं। दिनभर लोगो का आना जाना बना रहता है। बाजार में स्थित शराब दुकान के कारण आए दिन हंगामा विवाद की स्थिति निर्मित होती है। जिसका हमारी दुकानों पर असर पड़ता है। परिवार लेकर आने वाले ग्राहक दूकान आने से कतराते हैं जिस कारण हम लोग का व्यापार ठप्प होते जा रहा है।
समाचार 03 फोटो 03
श्रमजीवी पत्रकार परिषद की प्रथम जिला स्तरीय बैठक, पत्रकार हित में लिए गए कई निर्णय
अनूपपुर
राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद जिला इकाई अनूपपुर की कार्यकारणी घोषित होने के बाद पहली बैठक जिला मुख्यालय स्थित स्थानीय होटल में 14 अप्रैल सोमवार को संपन्नन हुई। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष वा संभागीय प्रभारी राजेश शुक्ला एवं संभागीय अध्यक्ष शहडोल चैतन्य मिश्रा उपस्थित रहे। आयोजन में श्रमजीवी पत्रकार परिषद अनूपपुर के जिलाध्यक्ष अमित शुक्ला ने बताया कि यह जिले के पत्रकारों के लिए एतेहासिक बैठक साबित होगी। जिसमें स्थानीय पत्रकारों के बीच एकजुटता, संगठन की मजबूती और पत्रकार के हितों की रक्षा के लिए है। आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण तथ्यों पर बारीकियों से विचार विमर्श किया गया, जिनमें परिषद के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा प्रत्येतक 3 या 6माह में सामाजिक सरोकार से जुड़े विभिन्न गतिविधियों वा आयोजनों को करते रहने, सरकार वा आमजनता के बीच एक मजबूत कड़ी के तहत पत्रकारों की स्वयं श्रम भूमिका के समक्ष अनेक चुनौतियों के बावजूद भारतीय लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में निर्भीक, निष्पक्षता वा अडिग रहने आदि विषय पर जोर दिया गया।
परिषद के जिला अध्यक्ष अमित शुक्ला अपने वक्तव्य में कहा कि परिषद का मुख्य उद्देश्य पत्रकारों की आवाज को एक मंच देना है। उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना और पत्रकारिता को सामजिक सरोकारों से जोड़ते हुए सकारात्मक दिशा प्रदान करना है। परिषद के जिला एवं ब्लॉक सहित सदस्यों ने सभी पत्रकार हित में सक्रिय और पारदर्शी कार्य करने की प्रतिबद्वता व्यक्त की और भविष्य में पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करने का संकल्प लिया गया।
समाचार 04 फ़ोटो 04
युवा कांग्रेस ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, हजारों की संख्या में मौजूद रहे कार्यकर्ता व पदाधिकारी
*प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह, विधायक फुन्देलाल, जिला कांग्रेस प्रभारी रहे उपस्थित*
अनूपपुर
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान अपने संगठन के पदाधिकारियों के साथ दिनांक 9 अप्रैल 2025 को कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर पहुंचे और जिले में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के संबंध में 7 बिंदुओं का एक ज्ञापन कलेक्टर अनूपपुर को सौंपा गया था और ज्ञापन सौंप 3 दिवस का अल्टीमेटम दिया गया था। जिसपर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं पर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान ने कांग्रेस प्रदेश महासचिव विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को, जिला कांग्रेस प्रभारी पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना, प्रदेश अध्यक्ष युवा कांग्रेस मितेंद्र दर्शन सिंह यादव की अगुवाई दिनांक 15 अप्रैल 2025 को कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया, जहां हजारों की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान द्वारा पूर्व में अनूपपुर जिले के नवगठित नगर परिषद बनगवां, डोला, डूमरकछार में हुये फर्जी संविलियन भर्ती घोटाला, बढते अवैध उत्खनन्, रेत ठेकेदारों की मनमानी एवं पेशा एक्ट को पालन न करना, बढ़ती अवैध शराब बिक्री एवं गांव-गांव पैकारी, जिले भर में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, जिला मुख्यालय अनूपपुर धीमी गति से निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज, एस.ई.सी.एल. में ठेका कम्पनियों एवं जे.एम.एस. जैसे निजी कोयला खदानों की मनमानी भूमि स्वामियों को उचित मुआवजा न देना, भूमि अधिग्रहित किये बिना कोयला खनन् करना, स्थानीय युवाओं को रोजगार न देना, अनूपपुर जिले में नल-जल योजना में हो रहे भारी भ्रष्ठाचार पर रोक एवं उसकी जांच, आजादी के इतने साल बाद कथित अमृतकाल के दौर में भी जिले के कई गावों का विद्युतविहीन होने जैसे समस्त मुद्दो को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया था। ज्ञापन सौंप 3 दिवस का अल्टीमेटम भी दिया गया था, समयावधि समाप्त होने पर आज दिनांक 15 अप्रैल को युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान द्वारा कांग्रेस प्रदेश महासचिव विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को, एवं युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्र दर्शन सिंह यादव के नेतृत्व में तथा हजारों की संख्या में उपस्थित युवा कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर का घेराव किया गया। सर्वप्रथम सामतपुर तालाब अनूपपुर के पास एक सभा का आयोजन किया गया। उसके बाद कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर की ओर पैदल रवाना हो गए।
कलेक्टर कार्यालय पहुंचने पर पुलिस द्वारा पहले से बैरिकेडिंग पर आक्रोशित युवा नेताओं ने हल्ला बोल दिया और बैरिकेड के ऊपर चढ़ कूद कर कलेक्टर कार्यालय परिसर में अन्दर जाने की कोशिश करने लगे तब मौजूद पुलिस बल द्वारा उन्हें रोका जाने लगा लेकिन फिर भी युवा नेताओं ने हार नहीं मानी और कोशिश करते रहें। पुलिस प्रशासन द्वारा में वाटर केनन के तेज प्रेशर का प्रयोग कर बैरिकेड से नीचे गिराने की कोशिश की गई और अंत में बल का प्रयोग करते हुए पुलिस प्रशासन ने युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह यादव, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान एवं अन्य युवा नेताओं को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल सर्किट हाउस अनूपपुर ले जाया गया। जहां पर पूरा जिला प्रशासन एकत्र हुआ और पूर्व में दिए गए ज्ञापन के सभी बिन्दुओं का निराकरण कर एक पत्र जिला युवा कांग्रेस को सौंपा गया।
समाचार 05 फ़ोटो 05
दबंगई की हदें पार, आमाडांड खदान में ट्रांसपोर्ट कर्मी और मालिक को दी जान से मारने की धमकी
*रामराज रजक के खिलाफ थाने में शिकायत*
अनूपपुर
कोयले से लदी ज़िंदगी में जहां मजदूर खून-पसीना बहाकर रोज़गार का चूल्हा जलाते हैं, वहीं कुछ दबंग तत्व अपनी हनक और रसूख के दम पर इंसानियत और कानून दोनों को पैरों तले रौंदने में लगे हैं। ऐसा ही एक झकझोर देने वाला मामला रामनगर थाना क्षेत्र के आमाडांड ओपन कास्ट खदान से सामने आया है, जहां खुलेआम गाली-गलौज, धमकी और दहशत का तांडव मचा। फुलवारी टोला निवासी सुनील चौधरी, जो श्री गणेश ट्रांसपोर्ट में कार्यरत हैं और आमाडांड खदान के मुख्य गेट पर गाड़ियों की व्यवस्था देखते हैं, ने रामनगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि सुबह करीब 9 बजे ड्यूटी पर मौजूद रहने के दौरान भालूमाड़ा निवासी रामराज रजक अपने एक सहयोगी के साथ मौके पर आया और बदसलूकी पर उतर आया।
सुनील चौधरी ने बताया, “रामराज रजक ने आते ही पर्ची की मांग की और कहा कि उसकी गाड़ी तुरंत अंदर लगाई जाए। मैंने नियम अनुसार बताया कि पहले से दस गाड़ियाँ लाइन में हैं, इस पर वह बुरी तरह भड़क गया और मुझे व मेरे सेठ आशीष मिश्रा को मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियाँ देने लगा। यही नहीं, उसने खुलेआम धमकी दी कि अगर उसकी गाड़ी नहीं लगी तो मेरे हाथ-पैर तोड़ देगा। डर और तनाव की स्थिति में सुनील ने तुरन्त अपने मालिक आशीष मिश्रा को फोन कर घटना की जानकारी दी, लेकिन बात यहीं नहीं रुकी। रामराज रजक ने फोन पर ही उनके सेठ को भी अपशब्द कहे और धमकाते हुए कहा – “अब आमाडांड में काम करके दिखा, अब सबक सिखाऊंगा!”
सुनील ने अपनी शिकायत में यह भी कहा, “मैं एक गरीब मजदूर हूं, मेहनत-मजदूरी से पेट पालता हूं। रामराज रजक इलाके का कुख्यात दबंग है। उसकी धमकियों से मैं और मेरे मालिक दोनों भयभीत हैं। अगर हमें कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार सिर्फ रामराज रजक होंगे। घटना के बाद खदान क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मजदूरों और ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों में गहरा रोष है। वे सवाल कर रहे हैं कि क्या अब कोयला खदान में अपनी ड्यूटी करना भी जोखिम बन गया है? क्या गरीब मजदूरों की जान की कोई कीमत नहीं? वहीं मजदूर संगठनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे दबंग तत्वों पर तुरंत कड़ी कार्रवाई हो ताकि खदान क्षेत्र में कानून का राज स्थापित रह सके।अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस धमकीबाज़ी पर नकेल कसता है या फिर मजदूर वर्ग की आवाज़ एक बार फिर सिसकियों में दबकर रह जाएगी।
समाचार 06 फ़ोटो 06
बेम्हौरी ज्वालामुखी मंदिर के पीछे लोहा पुलिया में लटकी मिली अज्ञात लाश, क्षेत्र में मची खलबली
शहडोल
जिले के धनपुरी थाना अंतर्गत बेम्हौरी ग्राम में ज्वालामुखी मंदिर के पीछे स्थित लोहा पुलिया पर एक युवक की लाश फांसी पर लटकी पाई गई। यह चौंकाने वाली घटना सोमवार की शाम को सामने आई, जब स्थानीय ग्रामीणों ने शव को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। प्रारंभिक जांच के अनुसार, लाश की दुर्गंध से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह शव लगभग 3-4 दिनों पुराना हो सकता है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि गांव से कुछ दूर सुनसान स्थान पर मवेशी चरा रहे एक व्यक्ति ने दुर्गंध आने से मौके पर जाकर जब देखा तो एक शव फांसी पर लटका दिखाई दिया। इसके बाद उसने गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी। लोगों ने पुलिस को मामले की खबर दी थी। धनपुरी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। हालांकि, मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन सभी पहलुओं पर गहनता से जांच करने का आश्वासन दिया गया है।
धनपुरी थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने बताया कि हमने मौके पर एक टीम भेज दी है। सूचना तंत्र की मदद से शव की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। विधिवत जांच संभवतः सुबह हो पाएगी, क्योंकि मौके पर गहरा नाला और झाड़ियां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा। थाना प्रभारी ने बताया कि आसपास के थानों व जिले से गुम इंसान की भी जानकारी मंगाई गई है। शव की शिनाख्त करवाने में पुलिस लगी हुई है। स्थानीय ग्रामीणों में इस घटना को लेकर दहशत का माहौल है। कई लोग इसे आत्महत्या मान रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि इसके पीछे अन्य कारण हो सकते हैं। एक ग्रामीण ने कहा, यहां के लोग इस तरह की घटनाओं को लेकर बहुत चिंतित हैं। हमें उम्मीद है कि पुलिस पूरी जांच करेगी और सच सामने लाएगी।
समाचार 07 फ़ोटो 07
हाथियों ने मचाया उत्पात किसान के गेहूं फसल को किया नुकसान, शहडोल-रीवा मार्ग में दिखे जंगली हाथी
शहडोल
जिले के के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है, जिससे चंदोला गांव के किसानों की गेहूं की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। वन विभाग ने इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में मुनादी करवाई गई है, ताकि स्थानीय निवासियों को इस बारे में जागरूक किया जा सके। एसडीओ रेशम सिंह धुर्वे ने बताया कि हमारी तीन टीमें इस क्षेत्र में हाथियों की निगरानी के लिए सक्रिय हैं। पिछले कुछ महीनों से हाथियों का एक झुंड यहां विचरण कर रहा है, जिसकी संख्या डेढ़ दर्जन से अधिक है। हमने मंगलवार को सुबह कई गांव में मुनादी करवाई है ताकि किसान सतर्क रह सकें।
*लगातार हाथियों का बढ़ता आतंक*
पिछले कुछ समय से चंदोला गांव और आसपास के इलाकों में हाथियों के कारण किसानों में चिंता बढ़ गई है। हाल ही में, हाथियों ने कई खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। पुलिस और वन विभाग की टीमों ने सोमवार की शाम को समधिन नदी के किनारे हाथियों के झुंड को देखा, जब वे शहडोल-रीवा मार्ग पर विचरण कर रहे थे। जिसे देखकर कुछ लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में इस नजारे को कैद किया तो कुछ लोग डर के मारे वहां से भाग खड़े हुए।
*वन विभाग लगी निगरानी में*
वन विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की है। विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और सुनिश्चित किया कि हाथी जंगलों की ओर वापस लौट जाएं। वन विभाग के एसडीओ ने यह भी बताया कि हम नुकसान का पंचनामा तैयार कर रहे हैं, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजे की राशि दिलाई जा सके। हालांकि जंगली हाथियों द्वारा फसल को होने वाले नुकसान की समस्या गंभीर है, लेकिन वन विभाग का मानना है कि हाथियों की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। वन्य जीवन के संरक्षण के लिए जरूरी है कि मानव और वन्य जीवों के बीच संतुलन स्थापित किया जाए। वन विभाग ने स्थानीय किसानों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और हाथियों के प्रति संवेदनशील रहें।
समाचार 08 फ़ोटो 08
अनियंत्रित होकर सरिया से लोड मिनी ट्रक खाई में गिरा, चालक-परिचालक की हालत गंभीर
शहडोल
मंगलवार की सुबह सिंहपुर थाना क्षेत्र के पतखई घाट में एक लोहे से लोड मिनी ट्रक 60 फीट गहरी खाई में गिर गया। घटना सुबह लगभग 10 बजे हुई, जब सड़क से गुजर रहे स्थानीय लोगों ने इस दुर्घटना को देखा और तुरंत मदद के लिए जुट गए। स्थानीय निवासियों ने बड़ी मेहनत के बाद चालक और परिचालक को ट्रक के नीचे से निकाला।
मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि मिनी ट्रक का क्रमांक एचआर 55 ए के 3330 रायपुर से शहडोल की ओर लोहा लोड करके जा रहा था। तभी ट्रक के चालक ने वाहन से अपना नियंत्रण खो दिया और वह सीधे खाई में जाकर गिर गया। चश्मदीद राजू पनिका ने बताया कि ट्रक अचानक घाट में अनियंत्रित हो गया और सीधे खाई में गिर गया। चालक और परिचालक बुरी तरह से ट्रक के नीचे फंस गए थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नीचे उतरकर दोनों को निकालने में मदद की।
घटनास्थल पर जमा हुए लोगों की संख्या तेजी से बढ़ गई और कई लोग मदद के लिए आगे आए। घटना के समय सड़क पर मौजूद लोगों ने कहा कि हमने देखा कि ट्रक खाई में गिर गया है और तुरंत नीचे उतरने का फैसला किया। हम सभी ने मिलकर घायलों को ट्रक से बाहर निकालने और चालक तथा परिचालक को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया है।सूचना मिलने के बाद सिंहपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि हमने घटना की जानकारी ली है और हमें उम्मीद है कि जल्दी ही पूरी जानकारी सामने आएगी। घायलों का नाम अभी सामने नहीं आया है।