साइबर ठगी का पुलिस ने किया पर्दाफाश, पौने दो करोड़ की साइबर ठगी के मामले में दो गिरफ्तार
*फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाकर अंतर्राज्यीय साइबर ठगों को बेचे*
शहडोल
देशभर में तेजी से पैर पसार रहा साइबर फ्रॉड अब छोटे जिलों तक भी पहुंच चुका है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां कुछ बेरोजगार युवकों को चंद पैसों का लालच देकर उनसे फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाए गए और ये अकाउंट अंतर्राज्यीय साइबर ठगों को बेच दिए गए। इन खातों का इस्तेमाल देशभर में लोगों से ठगी गई रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था।
जानकारी के अनुसार, शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र स्थित हीरा कॉलोनी के पास एवेरी फ्रेस कैफे नामक इंटरनेट कैफे चलाने वाले दो दोस्त हीरेन्द्र विश्वकर्मा और अभिषेक पनिका को कुछ युवकों ने क्यूआर कोड बनवाने के बहाने संपर्क किया। संगम मिश्रा और ऋषि चौधरी नामक युवकों ने खुद को एक वेबसाइट का एजेंट बताते हुए उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे ज़रूरी दस्तावेज लेकर नया बैंक अकाउंट खुलवाया। फिर यह अकाउंट राजीव सिंह और ऋषि को सौंप दिए गए, जो इन्हें यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और हरियाणा जैसे राज्यों में सक्रिय साइबर ठगों को बेच देते थे।
इन खातों में देशभर में ठगी से कमाया गया पैसा ट्रांसफर किया जाता था। हीरेन्द्र और अभिषेक ने जब इस फ्रॉड का अंदेशा होते ही पुलिस से शिकायत की तो जांच के बाद बड़ा रैकेट सामने आया। पुलिस ने राजीव सिंह परिहार, ऋषि चौधरी, आदित्य मिश्रा और सौरभ कोरी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें से आदित्य मिश्रा और सौरभ कोरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड राजीव सिंह है, जिसे हरियाणा पुलिस ने करीब पौने दो करोड़ की साइबर ठगी के मामले में शहडोल से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हैं और जांच आगे जारी है। वही इस पूरे मामले में बुढार थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्केनर बनाने के नाम पर कुछ लोगो के द्वारा उनके डाक्यूमनेट लेकर ऑनलाइन खाते खोलकर इनका उपयोग साइबर फ्राड में किया जाता रहा ,पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज कर दो को ग्रिफ्तार किया गया, अभी विवेचना की जा रही ,आगे जो तथ्य आएंगे उसले आधार पर और भी कार्यवाही की जाएगी।