हाथियों ने मचाया उत्पात किसान के गेहूं फसल को किया नुकसान, शहडोल-रीवा मार्ग में दिखे जंगली हाथी
शहडोल
जिले के के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है, जिससे चंदोला गांव के किसानों की गेहूं की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। वन विभाग ने इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में मुनादी करवाई गई है, ताकि स्थानीय निवासियों को इस बारे में जागरूक किया जा सके। एसडीओ रेशम सिंह धुर्वे ने बताया कि हमारी तीन टीमें इस क्षेत्र में हाथियों की निगरानी के लिए सक्रिय हैं। पिछले कुछ महीनों से हाथियों का एक झुंड यहां विचरण कर रहा है, जिसकी संख्या डेढ़ दर्जन से अधिक है। हमने मंगलवार को सुबह कई गांव में मुनादी करवाई है ताकि किसान सतर्क रह सकें।
*लगातार हाथियों का बढ़ता आतंक*
पिछले कुछ समय से चंदोला गांव और आसपास के इलाकों में हाथियों के कारण किसानों में चिंता बढ़ गई है। हाल ही में, हाथियों ने कई खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। पुलिस और वन विभाग की टीमों ने सोमवार की शाम को समधिन नदी के किनारे हाथियों के झुंड को देखा, जब वे शहडोल-रीवा मार्ग पर विचरण कर रहे थे। जिसे देखकर कुछ लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में इस नजारे को कैद किया तो कुछ लोग डर के मारे वहां से भाग खड़े हुए।
*वन विभाग लगी निगरानी में*
वन विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की है। विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और सुनिश्चित किया कि हाथी जंगलों की ओर वापस लौट जाएं। वन विभाग के एसडीओ ने यह भी बताया कि हम नुकसान का पंचनामा तैयार कर रहे हैं, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजे की राशि दिलाई जा सके। हालांकि जंगली हाथियों द्वारा फसल को होने वाले नुकसान की समस्या गंभीर है, लेकिन वन विभाग का मानना है कि हाथियों की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। वन्य जीवन के संरक्षण के लिए जरूरी है कि मानव और वन्य जीवों के बीच संतुलन स्थापित किया जाए। वन विभाग ने स्थानीय किसानों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और हाथियों के प्रति संवेदनशील रहें।