आठ घरो में तोड़फोड़ कर वापस गोबरी के जंगल पहुंचे तीनो हाथी, डर से रात जागने को मजबूर ग्रामीण

आठ घरो में तोड़फोड़ कर वापस गोबरी के जंगल पहुंचे तीनो हाथी, डर से रात जागने को मजबूर ग्रामीण

*प्रशासन कर रहा है निगरानी*


अनूपपुर

कई दिनों से एक साथ घूम रहे तीन प्रवासी हाथी विगत दो दिनों के मध्य दिन में जंगल में रहने बाद देर रात जंगल से लगे ग्रामीण अंचलों में 8 ग्रामीणों के मकानो में तोड़फोड़ कर अनाज खाने बाद बुधवार की सुबह फिर से गोबरी बीट के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं, हाथियों के अचानक आ जाने के डर से कई गांव के ग्रामीण रात-रात भर जाग कर रात गुजार रहे हैं।

विगत दो दिनों से तीनों प्रवासी हाथी अनूपपुर वन परिक्षेत्र,थाना एवं तहसील के औढेरा बीट अंतर्गत जंगल में ठहरने बाद राजेंद्रग्राम के पटना बीट एवं ग्राम पंचायत अंतर्गत बधार गांव के छुल्हा टोला में अचानक पहुंचकर बिरसू पिता रद्धी बैगा,दलीराम पिता सुखदेउना सिंह,लल्ला पिता मदन बैगा एवं पड़ोस के हर्र्ई गांव निवासी रघुनाथ पिता कृपाल सिंह के घरों में तोड़फोड़ कर घर के अंदर रखे अनाज को अपना आहार बनाते हुए दोपहर अकुआ, डालाडीह के मध्य स्थित घनघोर जंगल में दिनभर लेट कर,चल कर आराम करने बाद मंगलवार की रात अचानक डालाडीह के कछराटोला में पहुंचकर नरेश पिता मानसिंह बैगा,वीर सिंह पिता विरसू बैगा के घर में तोड़फोड़ कर अनाज खाते हुए केकरपानी गांव के प्लांटेशन से होकर दुधमनिया गांव के मैरटोला निवासी विजय सिंह पिता वीरन सिंह के घर को अचानक घेर कर तोड़फोड़ करने लगे, इस बीच विजय सिंह एवं उनकी पत्नी यशोदा सिंह अपने 5 वर्ष के बच्चे को लेकर भाग कर अपने को सुरक्षित किया, हल्ला होने पर तीनों हाथी कांसा गांव के कुछ मोहल्ले में विचरण करने बाद ग्राम पंचायत पगना के बांका गांव की कछराटोला में पहुंचकर टेकचंद पिता शंकर सिंह के खेत में रखें सिंचाई वाले पंप को तोड़ते हुए उनके चाचा बुधवा पिता पोखन सिंह के घर को घेरकर घर के अंदर अनाज रखने के लिए बनाए गए कुठला की दीवाल तोड़कर धान खाते रहे, इस बीच अचानक हाथियों के आने पर घबराकर बुधवा सिंह का परिवार भाग कर पड़ोस में पहुंचकर अपनी जान बचा पाए, हाथियों के पूरी रात विचरण करते हुए तीनों हाथी बुधवार की सुबह ग्राम पंचायत एवं वन बीट गोबरी के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं,निरंतर कई दिनों से हाथियों के निरंतर  विचरण करने,देर रात अचानक ग्रामीण अंचलो में पहुंचकर खाने की तलाश करते ग्रामीणो की संपत्तियों का नुकसान कर रहे हैं। हाथी गस्ती दल एवं ग्रामीणों को चकमा देते हुए तीनों हाथी ज्यादा संख्या में ग्रामीणों के एकत्रित होने पर आसपास के जंगल में छिपकर अचानक दिशा बदलते हुए नए स्थान पर पहुंचकर हमला करते हैं, जिसके कारण डर से कई गांव के ग्रामीण रात-रात भर जाग कर अपनी एवं अपने परिवार की सुरक्षा कर रहे हैं, वनविभाग एवं हाथी प्रभावित क्षेत्र के ग्राम पंचायतो द्वारा क्षेत्र के ग्रामीणो को मुनादी एवं अन्य माध्यमों से रात में सुरक्षित एवं सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं।

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