पीएनएसटी का रिजल्ट लंबित, 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य संकट में, राष्ट्रपति से लगाई गुहार
*13 माह बाद भी जारी नही हुआ रिजल्ट, सीएम व डिप्टी सीएम के नाम सौपा ज्ञापन*
रीवा
मध्य प्रदेश में पीएनएसटी 2022 नर्सिंग प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट 13 महीने बीतने के बाद भी जारी नहीं हुआ है, जिससे प्रदेश के 1860 नर्सिंग छात्रों का भविष्य अनिश्चितता में डूबा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर छात्राओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। छात्राएं पिछले 4 महीनों से लगातार भोपाल में विभाग के चक्कर लगा रही हैं और रीवा में राजेंद्र शुक्ला के घर भी जाकर अपनी आवाज उठा चुकी हैं। हाई कोर्ट ग्वालियर ने रिजल्ट पर स्टे लगा रखा है, जो तब तक नहीं हटेगा जब तक राज्य सरकार काउंटर जवाब के रूप में आवश्यक एफिडेविट पेश नहीं करती। एफिडेविट में सरकार को केवल यह बताना है कि 2020-21 और 2021-22 के शैक्षणिक सत्रों में कोरोना महामारी के कारण देरी हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप 2022-23 का सत्र भी एक साल लेट हो गया।
इस बीच, मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने 2024 के लिए नर्सिंग परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जिसकी परीक्षा 4 और 5 सितंबर को आयोजित होनी है, जिससे 2022 में परीक्षा देने वाली छात्राओं का रिजल्ट न आने से चिंता बढ़ गई है। रीवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सतना, मैहर, सिवनी, मंडला समेत समस्त जिलों के छात्रों ने विरोध स्वरूप राष्ट्रपति भवन को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा है। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार द्वारा जवाब न देने के चलते उनके भविष्य पर गंभीर संकट मंडरा रहा है।
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के रीवा जिला समन्वयक निखिल मिश्रा का कहना है कि इस अनिश्चितता के कारण छात्राएं डिप्रेशन में जा रही हैं, और उन्हें अपने भविष्य की कोई राह दिखाई नहीं दे रही है। संबंधित विभाग की ओर से पिछले दो परीक्षाओं से ही न तो आगामी परीक्षा की कोई जानकारी दी जा रही है और न ही काउंसलिंग की स्पष्टता है। छात्रों का आरोप है कि हेल्पलाइन नंबर पर भी उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा है। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्राएं भोपाल में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की तैयारी कर रही हैं। छात्रों का कहना है कि वे अपने भविष्य के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं।