हत्या, पशु चोरी मामलो में हुई वृद्धि, थाना स्तर पर बदमाशों के रिकॉर्ड ख़गालने के एडीजीपी ने दिए निर्देश

हत्या, पशु चोरी मामलो में हुई वृद्धि, थाना स्तर पर बदमाशों के रिकॉर्ड ख़गालने के एडीजीपी ने दिए निर्देश

*समीक्षा बैठक में अपराधो मे नियंत्रण के लिए हुई रणनीति तैयार*


शहड़ोल

थाना स्‍तर पर बदमाशों के रिकार्ड खंगालने के दिए निर्देश डी.सी. सागर, अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक शहडोल ज़ोन द्वारा जिला शहडोल के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक, जिला उमरिया के अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया एवं जिला अनूपपुर के अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी के साथ अपराध समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में दिनांक 01 जनवरी से 15 अप्रैल 2024 तक घटित अपराधों की विगत वर्ष 2023 की तुलना में कमी/वृद्धि का विश्‍लेषण किया गया, जिसमें पाया गया कि शहडोल ज़ोन में सम्‍पूर्ण रूप से अपराधों में 16 प्रतिशत की कमी आई है परंतु कुछ अपराध शीर्षों जैसे - हत्‍या में 38 प्रतिशत, पशु चोरी एवं तार चोरी में 50 प्रतिशत, बलात्‍संग में 18 प्रतिशत और अपहरण में 19 प्रतिशत में वृद्धि परिलक्षित हुई। अत: अपराधों पर नियंत्रण के लिए रणनीति तैयार की गई और अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस अधीक्षकों को बैठक में निम्‍नलिखित निर्देश दिए गए -

1. हत्‍या, चोरी, बलात्‍संग एवं अपहरण के प्रकरणों की विवेचना में विशेष ध्‍यान देंगे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रभावी प्रयास करेंगे। इसके साथ ही विवेचना शीघ्र पूर्ण कर माननीय न्‍यायालय में चालान पेश करेंगे। 

2. प्रत्‍येक पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी ग्राम और शहर में जनता से मृदुल और शिष्‍ट संवाद व्‍यवहार करेंगे।  

3. थाने में आदतन अपराधियों जैसे - गुण्‍डा, बदमाश आदि की चेकिंग करके रिकार्ड अद्यतन रखेंगे और समय-समय पर अपराधियों के गुण्‍डा एवं बदमाशों की निगरानी फाईल का अध्‍ययन करके चेकिंग अधिकारी, थाना प्रभारी एवं एसडीओपी अपनी टीप अंकित करेंगे। थाना क्षेत्र के आदतन अपराधियों की रिकार्ड का अवलोकन करके नए गुण्‍डा एवं बदमाशों निगरानी फाईल तैयार किया जाना चाहिए। 

4. सुनसान इलाकों में भी रात्रि गस्‍त, प्रात: गस्‍त एवं दोपहर गस्‍त शुरू करेंगे। थाना प्रभारी अपने अधीनस्‍थ बीट प्रभारियों के गस्‍त का चार्ट हर सप्‍ताह अनुमोदन कर गस्‍त को प्रभावी करेंगे। इसी प्रकार थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी एवं अन्‍य पुलिस अधिकारी थाना क्षेत्र में मेनपेक सेट एवं डण्‍डा साथ लेकर भ्रमण करेंगे, दृष्टिगोचर होंगे, जिससे गुण्‍डों और बदमाशों में अपराध करने की हिम्‍मत खत्‍म हो जाये और आम नागरिक सु‍रक्षित महसूस करें।

5. एसडीओपी स्‍वयं अपने अनुभाग अंतर्गत थानों में भ्रमण करेंगे और थाना प्रभारियों का मार्गदर्शन करेंगे। एसडीओपी थाने के गुण्‍डा एवं बदमाशों की निगरानी फाईल को अद्यतन करायेंगे, यदि कोई आरोपी माननीय न्‍यायालय से जमानत पर रिहा हुआ है तो आतदन अपराधियों के जमानत निरस्‍तीकरण के लिए प्रकरण माननीय न्‍यायालय में प्रस्‍तुत करेंगे। 

6. घटना होने के बाद आरोपी के रिकार्ड की छान-बीन से बेहतर है गुण्‍डा/बदमाशों के रिकार्ड अद्यतन करें और उनके विरुद्ध प्रभावी प्रतिबंधक एवं वैधानिक कार्यवाही निरंतर सुनिश्चित करें।  

7. थाने में यदि कोई फरियादी आता है तो उससे शिष्‍ट एवं मानवीय व्‍यवहार करें और उसके शिकायत पर त्‍वरित वैधारिक कार्यवाही करें। अपराध की सूचना प्राप्‍त होने पर पुलिस अधिकारी तत्‍काल घटना स्‍थल पहुँचकर समुचित वैधानिक कार्यवाही करें और घटना की वस्‍तुस्थिति वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में लायें। 

8. थाना क्षेत्र में पुलिस अधिकारी/कर्मचारी स्‍वयं यातायात के नियमों का पालन करें और जनता से भी यातायात के नियमों का पालन सुनिश्चित करायें। 

9. सड़क दुर्घटना होने पर दुर्घटना में घायल व्‍यक्ति को मदद कर नेक व्‍यक्ति बनने के लिए आम जन को प्रेरित करें। 

10. यदि कहीं सड़क दुर्घटना होती है तो तत्‍काल आईरेड एप का इस्‍तेमाल करें और इसमें घटना स्‍थल के फोटो/वीडियो को रिकार्ड कर अपलोड करें। 

11. थाना प्रभारी हर सप्‍ताह अपने थाना के अपराधों की समीक्षा करेंगे जिसमें नए दर्ज हुए एफआईआर, माननीय न्‍यायालय में चालान, जमानत निरस्‍तीकरण की कार्यवाही, मर्ग, गुम इंसान, शिकायत आदि की साप्‍ताहिक समीक्षा थाने में बैठक लेकर करेंगे। इस प्रकार समीक्षा रिपोर्ट एसडीओपी को भेजेंगे और एसडीओपी इस पर अपनी टीप के साथ पुलिस अधीक्षक को प्रेषित करेंगे जिससे थाना प्रभारी एवं वरिष्‍ठ अधिकारी थाने की कार्यवाही से अवगत रहें। 

12. एसडीओपी भी थाना स्‍तर पर गुण्‍डा/बदमाशों के निगरानी फाईल, गिरफ्तारी एवं स्‍थायी वारंटियों की धरपकड़, अपराधों की विवेचना, मर्गों की जांच, चालान, शिकायत, सीएम हेल्‍पलाईन की शिकायत आदि की प्रति सप्‍ताह समीक्षा करेंगे और समीक्षा प्रतिवेदन पुलिस अधीक्षक को प्रेषित करेंगे। 

13. शहडोल ज़ोन में रेत के अवैध उत्‍खनन, अवैध परिवहन एवं अवैध भण्‍डारण, कोयला चोरी, पशु तस्‍करी, अवैध कबाड़ और ड्रग्‍स, एनडीपीएस के संबंध में खबर प्रकाशित हो रही हैं। अत: रेत माफिया, कोयला माफिया, पशु तस्‍कर, कबाड़ माफिया और ड्रग माफिया के विरुद्ध समुचित वैधानिक एवं प्रभावी कार्यवाही करें। 

14. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अपराध दर्ज होने पर तत्‍काल प्रथम सूचना प्रतिवेदन राजस्‍व विभाग, अभियोजन शाखा एवं आदिम जाति कल्‍याण विभाग को प्रेषित करें ताकि इन प्रकरणों में उनके विभाग स्‍तर पर समुचित कार्यवाही समय पर हो सके। 

15. पुलिस अधीक्षक जिले में एक ही थाना/चौकी/अनुभाग में या इसके आसपास पदस्‍थ हो रहे पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की समीक्षा करें और उन पर उचित नियंत्रण हेतु प्रशासनिक कार्यवाही करें। 

16. सही यूनिफार्म  में पुलिस सड़क पर डण्डा और मैनपैक(वायरलेस सैट) लेकर भ्रमण करे जिससे गुंडों में दहशत और सामान्य नागरिकों में पुलिस में विश्वास जागृत हो।

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