राजनीतिक दबाव बनाकर पत्रकारों पर मुकदमा करने की कोशिश, लामबंद हुए पत्रकार
दो पक्षों के विवाद में भाजपा नेता व कांग्रेसी ठेकेदार के इशारे पर भुना रहा कलमकारों से व्यक्तिगत रंजिश
अनूपपुर
लोकसभा चुनाव सर पर है ऐसे में भाजपा जिला कार्यकारिणी के नेता कांग्रेसी नेताओं के इशारे में कलमकारों के खिलाफ षड्यंत्र करते प्रतीत हो रहे हैं षड्यंत्र इस हद तक की झूठा मामला दर्ज न करने पर टीआई तक का ट्रांसफर कराने भाजपा के लेटर पैड का इस्तेमाल किया जा रहा है, खैर पत्रकारों के लिए रविवार का दिन बिजुरी के लिए कठिन रहा लगभग आधा सैकड़ा कोयलांचल और जिले के पत्रकार दिन भर चौथे स्तंभ के प्रहरियों की रक्षा के लिए थाने में डटे रहे, और मामले में पत्रकारों के स्थान पर मूल दोषियों पर कार्यवाही की मांग करते रहे गौरतलब है कि कथित नेता बंधु अनूपपुर के दो प्रतिष्ठित पत्रकारों पर जबरन राजनीतिक दबाव बनाकर गाली गलौज का झूठा मुकदमा दर्ज करवाना चाहते हैं।
अनूपपुर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गायबोध मिश्रा के भाई तीरथ मिश्रा कि युवक ताराचंद प्रजापति से वार्ड पार्षद के चुनाव में खिलाफ प्रचार करने को लेकर रंजिश थी जिसको लेकर तीरथ मिश्रा द्वारा रास्ता रोक कर जातिगत गाली गलौज मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। यह बात ताराचंद प्रजापति द्वारा बिजुरी के वरिष्ठ पत्रकारो को बताई गई जिसके बाद मध्यस्थता एवं आपसी समझौते की स्थिति घटना की शाम ही स्टेशन चौराहे के पास निर्मित हुई। बताया जाता है कि बाद इसके जब यह बात कांग्रेस नेता एवं ठेकेदार राकेश शुक्ला को पता चली तो लोकायुक्त के कार्यवाही के दौरान समाचार छापने व घर से जनरेटर बरामद कराने से नाखुश नेता जी ने मामले को हाईटेक कर्तव्य हुए जिला मुख्यालय के कुछ सहयोगियों और नेताओं का सहारा लेकर पुलिस पर दबाव बनाना चालू किया। और शिकायत में जबरन उल्लिखित पत्रकारों का नाम जुड़वाया गया कि उन्होंने गाली गलौज की जबकि मौके के सीसीटीवी फुटेज में गाली गलौज मारपीट जैसी कोई घटना पत्रकारों द्वारा कारित करना नहीं पाई गई।
जिले के लगभग आधा सैकड़ा से अधिक पत्रकारों ने भी ज्ञापन सौप कर थाना के सामने पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए धरने पर बैठ गया जहां फर्जी शिकायत करने वालो पर कार्यवाही की मांग को लेकर नारे लगाते हुए पत्रकारों ने आप बात रखी जहा पुलिस द्वारा आश्वासन देते हुए धरने को खत्म करवाया अब देखने वाली बात ये होगी कि पत्रकारों पर फर्जी शिकायत करने वालो पर कब तक कार्यवाही की जाएगी या फिर नेता जी के दबाव में पत्रकारों पर कार्यवाही कर भारत के चौथे स्तंभ को कमजोर किया जाएगा।