सीईओ कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत मगर सचिव के भ्रष्टाचार के आगे नतमस्तक
*खेत तालाब मामले में सचिव की शिकायत के बाद भी कार्यवाही करने से बच रहा प्रशासन*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले में पंचायतों में नित रोज नए अध्याय लिखे जा रहे हैं ग्राम पंचायत के सचिव को जिले के अधिकारियों का बिल्कुल भय नही है जिसका जीता जागता उदाहरण अनूपपुर जिले में देखने को मिल रहा है। आम जनता न्याय के लिये ऑफिसों के चक्कर लगा लगाकर थक चुकी है। अब पंचायतों में अब भृष्टाचार आम बात हो चली है और ये मामला तब और गंभीर हो जाता है जब ग्रामीण प्रशासन से लेकर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक अपनी शिकायत पहुंचा चुके हो उसके बाद अधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंगना बताता है कि इन भृष्टाचारियों को इन अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है और ये खुले आम भृष्टाचार को अंजाम दे रहे है।
यह मामला कांसा सचिव शिवचरण पटेल से जुड़ा हुआ है जहां शिकायत में कहा गया है कि सचिव के द्वारा खेत तालाब राशि मे घोटाला किया गया है बिना खेत तालाब बनाये राशि का आहरण कर लिया गया उक्त खेत तालाब भारत पिता रामदीन के नाम से स्वीकृत हुआ था जिसकी राशि 3,38903 रुपये स्वीकृत हुए थे इससे बिना काम किये 2,66072 रुपये आहरण किया जा चुका है,जब हितग्राही ने आपत्ति जताई तो उसके बाद शिकायत में बताया गया कि पुष्कर धरोहर तालाब के नाम पर पर भारत पिता रामदीन के फर्जी मास्टर रोल तैयार कर पैसे दिए जा रहे है, सचिव शिवचरण पटेल द्वारा चार सप्ताह का मस्टर रोल तैयार कर जिसमे कुल 17 मजदूर लगे थे बांकी फर्जी मस्टर रोल तैयार कर पैसे निकाल लिए गए है जबकि उक्त कार्य के अब तक 72000 रुपये बचे हुए है अब आप सोचिये जो काम हुआ नही उसका पैसा कहां गया और जो हितग्राही है अब उसको दूसरे काम के नाम पर मस्टर रोल भर भुगतान किया जा रहा है तो एक घोटाले को छिपाने के लिए दूसरे घोटाले को अंजाम देने की फिराक में है। सचिव की इतनी पहुँच है कि अधिकारी कारीवाही नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा।

