फर्जी भर्ती निरस्त होने के बाद भी कर्मचारी ऑफिस में जमाए रहते हैं डेरा नही छूट रहा कुर्सी से मोह

फर्जी भर्ती निरस्त होने के बाद भी कर्मचारी ऑफिस में जमाए रहते हैं डेरा नही छूट रहा कुर्सी से मोह 


अनूपपुर/वनगंवा

अनूपपुर जिले की नवगठित नगर परिषद बनगवां जो परिषद बनने के बाद से ही फर्जी संविलियन व फर्जी भुगतान के मामले में जिले में एक अलग पहचान बनाई हुई देखी जा सकती है वही नगर परिषद में हुए फर्जी संविलियन की शिकायत नगर के युवाओ व यूथ कांग्रेस के द्वारा आंदोलन किया गया उसके बाद कार्यवाही भी लगभग पूर्ण होती देखी जा रही है जिसमें आयुक्त के द्वारा जिला चयन समिति को निरस्त करते हुए नगर परिषद के सीएमओ को सेवा से पृथक करने का आदेश दिया गया उसके बाद फर्जी संविलियन कर्मचारियों को बाहर का रास्ता आयुक्त के द्वारा दिखाया जा चुका है लेकिन इन सबके बावजूद भी नगर परिषद बंनगवा,में दिनांक 3 अगस्त 2022 को दोपहर तकरीबन 2:30 बजे नगर परिषद बंनगवा के अकाउंटेंट के बगल वाली कुर्सी में जाकर बैठे प्रदीप खरे जो पूर्व में बंनगवा परिषद में सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ रहें  जिसका पूर्व में फर्जी तरीके से संविलियन भी किया गया था व बृजेश बंसल जो नगर परिषद बंनगवा में मास्टर रोड के कर्मचारी है दोनों ही व्यक्ति शासकीय दस्तावेजों में मनमानी करते हुए दिखे और जब इसकी जानकारी स्थानीय मीडिया को हुई तो मीडिया के लोग वहां पर पहुंचे और पहुंचने के बाद जैसे ही उनकी फोटो खींची और उनसे कोई लिखित आदेश की बात कही गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारे पास ऐसा कोई आदेश नहीं है मौखिक आदेश नगर परिषद बंनगवा के सीएमओ के द्वारा हमें दिया गया है और बिल वाउचर का प्रिंट आउट निकालने मैं आया हूं और निकाल कर चला जाऊंगा आखिर जब  प्रवीण खरे को सेवा से पृथक का आदेश दे दिया गया हो उसके बावजूद नगर परिषद बंनगवा में सीएमओ के ना होने पर आने और शासकीय दादतावेज व रिकार्डो में बैठकर काम करने से यह साफ देखा जा सकता है कि यह नगर परिषद बंनगवा फर्जी मामलों में भी अव्वल देखी जा रही है आखिरकार जब इन्हें सेवा से पृथक का आदेश दे दिया गया है तो आखिर इनकी आईडी नगर परिषद के जिम्मेदारों के द्वारा अब तक बंद क्यों नहीं कराई गई समझ से परे हैं नगर परिषद बंनगवा में कुछ ऐसे संविलियन कर्मचारी हैं जो नगर परिषद के ऑफिस की चाबी अपने पास रखे हुए हैं जबकि लेटर में साफ शब्दों में लिखा गया था कि सेवा से पृथक किए गए कर्मचारी को आदेशित किया जाता है कि निकाय से प्राप्त समस्त अभिलेख व प्रभार सामाग्री संबंधित अधिकारी को जमा करा कर पावती प्राप्त करें।

लेकिन अभी तक संविलियन निरस्त कई ऐसे कर्मचारियों से प्रभार नहीं लिया गया है या फिर उन्हे सीएमओ द्वारा अभयदान दिया जा रहा है। इससे यह साiफ देखा जा सकता है कि कहीं ना कहीं नगर परिषद बंनगवा के सीएमओ की मिलीभगत या उनके भी सगे संबंधियों की इस संविलियन में शामिल होने की चर्चाएं नगर में तेज हो रही है।

*इनका कहना है*

मेरे द्वारा ही प्रवीण खरे को मौखिक रूप से सूची निकलने के लिये भेजा गया था लेकिन ऑफिस में बैठने के लिए नहीं कहा गया था।

*राजेंद्र कुशवाहा नगर परिषद बंनगवा सीएमओ*

जब संविलियन वालों को सेवा से पृथक कर दिया गया है तो उन्हें ऑफिस आने की जरूरत नहीं अगर ऐसा हुआ है तो मैं सीएमओ से बात कर बताता हूं।

*विजय डेहारिया नगरीय प्रशासक बंनगवा*

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